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*कूट रचित दस्तावेज तैयार कर जमीन हड़पने वाला आरोपी गिरफ्तार*


गोरखपुर। कैंट थाना क्षेत्र के चौकी प्रभारी जटेपुर के सूझबूझ से गोलघर स्थित एस्प्रा शोरूम पर अपने जेवलर्स के कीमत की जानकारी प्राप्त कर वापस धर जाते समय बड़ी ही चालाकी से टप्पेबाज श्वेता तिवारी ने हार कान का झुमका उड़ा दिया था। जिसे कैंट पुलिस ने सीसी कैमरे की मदद से 275000 कीमत के गले का हार झुमका को बरामद करने में सफलता प्राप्त की।

पुलिस लाइन वाइट हाउस सभागार में पुलिस अधीक्षक नगर कृष्ण बिश्नोई ने प्रेस वार्ता कर बताया कि इस्माइलपुर निवासिनी 17 अप्रैल को एस्प्रा शोरूम गोलघर में अपने गले के हार व झुमका को लेकर पहुंची जिसका रेट पता कर झुमका हार को लेकर वापस घंटाघर के तरफ अपने घर जाते समय श्वेता तिवारी द्वारा बड़े ही चालाकी से गले का हार और कान का झुमका बैंग से निकाल ली जब आवेदिका अपने घर पहुंची तो उसके बैग में गले का हार और कान का झुमका बैग में नहीं था पुनः आवेदिका एस्प्रा शोरूम गोलघर पहुंची और अपने जेवरात के छूट जाने की बात कही ।

जिसकी सूचना कैंट थाना पर दी गई जहां चौकी प्रभारी जटेपुर धीरेंद्र राय ने सूझबूझ का परिचय देते हुए गोलघर से लगाए घंटाघर तक के सीसी कैमरे की मदद लिया जहा श्वेता तिवारी दिखाई दी महिला से बात करते शक के आधार पर चौकी पर बुलाकर पूछताछ किया गया टप्पे बाजी की माहिर श्वेता ने अपना जुर्म कबूल नहीं किया तब जाकर चौकी प्रभारी ने आवेदिका का आमना सामना कराया आवेदिका देखते ही श्वेता तिवारी को पहचान गई श्वेता तिवारी कैंट व शाहपुर थाने से पहले भी टप्पे बाजी के मामले में जेल जा चुकी है जो सिद्धार्थनगर जनपद की स्थाई निवासी है केवल टप्पे बाजी करने के लिए गोरखपुर में आती है और हाथ साफ करने के बाद सिद्धार्थनगर चली जाती है।

धीरेंद्र कुमार राय चौकी प्रभारी जटेपुर को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने 10000 रुपए नगद इनाम देने की घोषणा किए। वही पुलिस अधीक्षक नगर कृष्ण विश्नोई ने बताया कि 44 वर्षीय एकला बाजार पिपरी थाना गीडा अपने 8 डिसमिल जमीन को भिन्न भिन्न लोगों को कूट रचित दस्तावेज तैयार कर फर्जी तरीके से 25 डिसमिल जमीन को बैनामा कर दिया जिसे मुखबिर की सूचना पर चौकी प्रभारी स्टेशन उपनिरीक्षक विवेक मिश्रा द्वारा विपिन कुमार पुत्र स्वर्गीय राम जी प्रसाद निवासी एकला बाजार पिपरी थाना गीडा भू माफिया को गिरफ्तार कर लिया। एसपी सिटी ने बताया कि कुट रचित दस्तावेज फर्जी तरीके से तैयार कर उनकी जमीन बैनामा करा कर जबरदस्ती कब्जा कर लेते हैं।

विरोध करने पर उनको जान माल की धमकी देते हैं। गिरफ्तार अभियुक्त विपिन अपने 8 डिसमिल जमीन को भिन्न भिन्न लोगों को 25 डिसमिल बेच दिया और उल्टे जान माल की धमकी देने लगा जिसे गिरफ्तार कर लिया गया।

*गाड़ी का किस्त जमा करने के लिए बना गाजा तस्कर, राजघाट पुलिस ने किया गिरफ्तार*


गोरखपुर। किस्त पर हुंडई i10 गाड़ी गोरख मद्धेशिया को खरीदना पड़ा महंगा गाड़ी का किस्त जमा करने के लिए करने लगा गाजा की तस्करी गांजा तस्करी के दौरान राजघाट पुलिस ने 10 किलो गांजा के साथ गोरख मद्धेशिया व जुगेश कुमार को किया गिरफ्तार।

राजघाट पुलिस चौकी प्रभारी ट्रांसपोर्ट नगर उपनिरीक्षक शेर बहादुर गौ तस्करो को गिरफ्तार करने के लिए अपने थाना क्षेत्र में हार्वर्ड बंदा तिराहा पर चेकिंग कर रहे थे तभी हुंडई i10 ग्रैंड दिखाई दी गाड़ी रोकने पर गोरख और जुगेश हड़बड़ा गए जब गाड़ी की तलाशी ली गई तो उसमें से 10 किलो नाजायज गाजा बरामद हुआ ।

पुलिस लाइन वाइट हाउस सभागार में पुलिस अधीक्षक नगर कृष्ण विश्नोई ने प्रेस वार्ता कर बताया कि कुशीनगर जनपद निवासी गोरखपुर मद्धेशिया पुत्र हरि किशन मद्धेशिया निवासी अजय नगर बभनौली थाना सेवरही लोन पर गाड़ी खरीदा था समय से किस्त जमा नहीं कर पा रहा था।

बिहार गोपालगंज निवासी अपने झांसे में लेकर उस गाड़ी से अवैध गाजा तस्करी करवाने लगा लेकिन राजघाट पुलिस ने 10 किलो अवैध गंजा के साथ दो अभियुक्तों को गिरफ्तार किया। इनके पास से घटना में प्रयुक्त कार यूपी 53 हुंडई i10 ग्रैंड एक मोबाइल एंड्राइड सैमसंग एक मोबाइल एंड्राइड रियलमी 510 रुपए नगद बरामद किया गया।

बिहार निवासी को गिरफ्तार करने के लिए टीमें गठित कर दी गई हैं। बहुत ही जल्द गाजा की सप्लाई देने वाले को गोरखपुर की पुलिस गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त कर लेगी।

*बड़े मंगल पर हुआ विशाल भंडारा, बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने प्रसाद किया ग्रहण*


गोरखपुर। गोरखनाथ मंदिर के मुख्य द्वार पर स्थित संकट मोचन मंदिर पर भाई के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष लोक गायक राकेश श्रीवास्तव के नेतृत्व एवं अमन चंद्रा, अक्षय आनंद के संयोजन में ज्येष्ठ माह के दूसरे मंगल के अवसर पर लोक कल्याण के निहित विशाल भंडारे का आयोजन किया गया।

मंदिर व्यवस्थापक अजय सिंह के देखरेख में हनुमान जी के पूजन अर्चन एवं भोग के बाद भंडारे का शुभारंभ गोरखनाथ मंदिर के प्रधान पुजारी योगी कमलनाथ, गोरखपुर के नवनिर्वाचित महापौर डा मंगलेश श्रीवास्तव, सांसद प्रवीण निषाद, विधायक श्रवण निषाद, पूर्व महापौर डा सत्या पांडेय, दर्जा प्राप्त राज्य मंत्री पुष्पदंत जैन, डा रूप कुमार बनर्जी ने किया।

जिसमें हज़ारों की संख्या में श्रधालुओं ने भंडारे का आनंद लिया ।इस अवसर पर सांसद प्रवीण निषाद ने कहा कि ज्येष्ठ माह के बड़े मंगल को भंडारे का विशेष महत्व है हनुमान जी के आराधना के साथ इस तपती हुई गर्मी लोगो को भोजन एवं पानी उपलब्ध कराना निश्चित हीं पुण्य का कार्य है।

इस अवसर पर योगी सोमनाथ, ध्रुव श्रीवास्तव, सुभाष दुबे, सरदार जसपाल सिंह, थाईलैण्ड से डी. सिंह, सुधीर सिंह, प्रवीण श्रीवास्तव, डा मनोज गौतम, विजय कुमार श्रीवास्तव, पन्ने लाल पासवान, बृजेश राम त्रिपाठी, अफ़रोज़ आलम, मिन्नत गोरखपुरी, शुभम् जयसवाल, मोहित दुबे, राकेश मोहन, प्रमोद चोखानी, कीर्ति रमन, रघुवंश हिंदू, सहित सैकडो लोग उपस्थित थे, विशेष रूप से नवनिर्वाचित पार्षद पवन त्रिपाठी, रंजुला रावत, शाश्वत अग्रवाल पूरे समय तक आयोजन में उपस्थित रहे ।

आयोजन के सफलता में विष्णु श्रीवास्तव, राजेश श्रीवास्तव, शुभम् जायसवाल का विशेष सहयोग रहा। कार्यक्रम के अंत में आभार ज्ञापन राकेश श्रीवास्तव ने किया।

*डेंगू के छह लक्षणों में कोई भी नजर आए तो सीधे अस्पताल जाएं*


गोरखपुर। छह ऐसे लक्षण हैं जो सामान्यता डेंगू में नजर आते हैं । अगर इन लक्षणों को दिखते ही अस्पताल पहुंच जाएं तो समय से जांच व इलाज से डेंगू ठीक हो जाता है । लक्षणों के प्रति लापरवाही और अपने मन से दवा खाने के कारण ही डेंगू से जटिलताएं बढ़ती हैं ।

यह जानकारी राष्ट्रीय डेंगू दिवस पर अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी बेक्टर बोर्न डिजीज कंट्रोल प्रोग्राम डॉ एके चौधरी ने राजकीय एडी कन्या इंटर कॉलेज में छात्राओं और शिक्षकों के जनजागरूकता कार्यक्रम के दौरान दिया । उन्होंने बताया कि लक्षण दिखने पर जांच के संदेश और बीमारी से बचाव के चार उपायों की जानकारी के साथ जिले भर में सीएमओ डॉ आशुतोष कुमार दूबे के दिशा निर्देशन में विभिन्न जनजागरूकता कार्यक्रमों के आयोजन किये गये ।

जिला मलेरिया अधिकारी और मलेरिया निरीक्षकों की टीम ने विकास भवन सभागार, भटहट, शाहपुर, जटेपुर, शेषपुर और बसन्तपुर में भी जाकर लोगों को डेंगू के बारे में जागरूक किया ।

डॉ चौधरी ने बताया कि डेंगू का सबसे सामान्य लक्षण आंखों के पीछे तेज दर्द होना है जो आंखों को घुमाने से और भी बढ़ जाता है । अचानक तेज सिरदर्द व तेज बुखार, मांसपेशियों तथा जोड़ो में दर्द, जी मिचलाना व उल्टी होना, त्वचा पर चकत्ते उभरना और गंभीर स्थिति में नाक, मुंह व मसूड़ों से खून आना डेंगू का लक्षण है ।

इन लक्षणों के आधार पर जांच व इलाज की सुविधा सभी सरकारी अस्पतालों में उपलब्ध है । समय से अस्पताल पहुंचने पर भर्ती कराने की भी आवश्यकता नहीं पड़ती और मरीज घर पर आराम करते हुए दवाओं के सेवन से ठीक हो जाता है ।

जिला मलेरिया अधिकारी अंगद सिंह ने कार्यक्रम के दौरान डेंगू से बचाव के चार उपायों के बारे में जानकारी । उन्होंने बताया कि कूलर, पानी की टंकी, पक्षियों के पीने के पानी का बर्तन, फ्रिज की बैक ट्रे, फूलदान आदि को हफ्ते में एक बार खाली करके धूप में सुखाएं और तभी प्रयोग करें । नारियल का खोल, टूटे बर्तन व टायरों में पानी जमा न होने दें। घरों के दरवाजे व खिड़कियों में जाली या परदे लगाएं । पूरी बांह के कपड़े, पैर में मोजे पहने और दिन में भी सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें ।

श्री सिंह ने बताया कि डेंगू बीमारी एडिज नामक मच्छर के काटने से होती है । यह मच्छर सामान्यता दिन में काटता है और इसे पनपने के लिए एक चम्मच साफ पानी का ठहराव भी काफी होता है । अगर इन मच्छरों से बचाव किया जाए तो डेंगू का प्रसार भी रोका जा सकता है और समय से इलाज करा कर इसकी जटिलताओं पर भी नियंत्रण किया जा सकता है ।

अगर गर्भवती, ह्रदय रोगी, उच्च रक्तचाप रोगी और मधुमेह रोगी में डेंगू के लक्षण दिखें तो और अधिक सतर्कता की आवश्यकता है और ऐसे व्यक्ति का इलाज विशेषज्ञ चिकित्सक की देखरेख में ही होना चाहिए ।

इस मौके पर प्रश्नोत्तरी के जरिये करीब 250 छात्राओं को जागरूक किया गया । सहायक मलेरिया अधिकारी राजेश चौबे, कॉलेज की प्रधानाचार्य किरणमयी तिवारी, शिक्षिका स्नेहलता सिंह, शिखा त्रिपाठी और बिंदेश्वरी पांडेय ने कार्यक्रम में विशेष सहयोग किया ।

पूरे बांह के कपड़े पहने

कक्षा 12वीं की छात्रा शिन्की राय ने बताया कि कार्यक्रम के दौरान मच्छरों और डेंगू से बचाव के बारे में सवाल पूछे गये। जवाब में मैंने बताया कि मच्छरों से बचाव के लिए पूरे बांह के कपड़े पहनने हैं। कहीं भी साफ पानी जमा नहीं होने देना है। अगर बुखार होता है तो तत्काल चिकित्सक से परामर्श लेना है। डेंगू के लक्षणों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गयी।

2016 से मनाया जाता है दिवस

जिला मलेरिया अधिकारी ने बताया कि वर्ष 2016 से प्रत्येक 16 मई को राष्ट्रीय डेंगू दिवस मनाया जाता है । इस दिवस का उद्देश्य मच्छरों का संचरण चक्र तोड़ना और प्रजनन तंत्र को नियंत्रित करने में सामुदायिक सहयोग प्राप्त करना है । इस साल के डेंगू दिवस की थीम है-डेंगू को हराने के लिए समझदारी का उपयोग करें । इस थीम का उद्देश्य डेंगू की रोकथाम में अन्य विभागों और जनता का अपेक्षित सहयोग प्राप्त करना है।

पांच वर्षों में सर्वाधिक केस

पांच वर्षों में डेंगू के सर्वाधिक कंफर्म 318 केस वर्ष 2022 में निकले । प्रत्येक केस का सर्विलांस किया गया जिसका नतीजा रहा कि डेंगू के कारण कोई भी मृत्यु नहीं हुई । 56135 सोर्स रिडक्शन किये गये जिनमें सबसे ज्यादा कूलर, गमले और टायर ही थे । 204 लोगों को नोटिस भी दी गयी थी। इस वर्ष में अब तक डेंगू के दो कंफर्म केस मिल चुके हैं।

*बीपी और शुगर की पहचान और इलाज में मददगार बन रहे एचडब्ल्यूसी*


गोरखपुर। उच्च रक्तचाप (बीपी) और मधुमेह (शुगर) के मरीजों की पहचान और इलाज में आयुष्मान भारत हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर (एचडब्ल्यूसी) मददगार साबित हो रहे हैं ।

इन केंद्रों पर सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ) मरीज की पहचान करते हैं और फिर टेलीकंसल्टेशन के जरिये विशेषज्ञ चिकित्सक से राय दिलवाते हैं। चिकित्सक की सलाह पर ही दोनों बीमारियों की दवाएं चलती हैं जो केंद्र से ही मिल जाती हैं । लक्षण दिखने पर आशा कार्यकर्ता की मदद लेकर नजदीकी केंद्र पर जांच करवानी चाहिए।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आशुतोष कुमार दूबे ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2022-23 में 222 एचडब्ल्यूसी के माध्यम से 1300 उच्च रक्तचाप के और 2500 मधुमेह के रोगी खोजे गये । इन रोगियों की दवा केंद्र से ही चल रही है । वर्तमान वित्तीय वर्ष में केंद्रों की संख्या बढ़ कर 369 हो चुकी है । जीवनचर्या से जुड़ी इन दोनों बीमारियों की जांच और इलाज की सुविधा घर के नजदीक उपलब्ध कराने में यह केंद्र अहम भूमिका निभा रहे हैं।

बड़हलगंज ब्लॉक के ग्राम बेलवा दाखिनी निवासी 49 वर्षीय अनिरुद्ध प्रसाद बताते हैं कि करीब छह माह पहले उन्हें गला सूखने और बार-बार पेशाब लगने की दिक्कत हुई। उन्होंने एचडब्ल्यूसी मुंडेरा बाबू के सीएचओ शत्रुघ्न से सम्पर्क किया। जांच में उनका ब्लड शुगर 200 से अधिक निकला। सीएचओ ने भरोसा दिया कि उनका इलाज व दवाएं केंद्र से ही संभव है। विशेषज्ञ से राय दिलवाने के बाद उनकी निगरानी में दवा शुरू हुई। अनिरुद्ध बताते हैं कि सीएचओ ने उन्हें मीठे से परहेज के साथ शारीरिक श्रम की सलाह दी। दवा के साथ दिनचर्या में बदलाव के बाद उनका ब्लड शुगर 139 पर आ गया और वह अब स्वस्थ महसूस कर रहे हैं।

इसी गांव के 70 वर्षीय बृजराज का ब्लड प्रेशर केंद्र पर ही चिन्हित हुआ। बृजराज को सिर में दर्द और हाथ में कंपन की दिक्कत हुई तो उन्होंने एचडब्ल्यूसी पर दिखाया । वह बताते हैं कि केंद्र से दवा मिली जिससे काफी फायदा है । साथ में टहलने की भी सलाह मिली है, जिस पर उन्होंने अमल किया । खानपान सही रखने और दवाओं के नियमित सेवन से उनका बीपी सामान्य है। यह पहले 160-90 तक चला गया था जो अब 130-80 तक आ गया है ।

केंद्र के सीएचओ शत्रुध्न का कहना है कि चिकित्सक की राय से ही दवाएं चलाई जाती हैं । लोगों को योग और जीवनचर्या में बदलाव के बारे में विशेष तौर से परामर्श दिया जाता है । तला भुना, चावल, नमक, चीनी और मैदे से बनी चीजों को खाने से परहेज करने को बताया जाता है । हरी साग सब्जियों, दूध, पनीर, दही और घर में बने पौष्टिक आहार के सेवन की सलाह दी जाती है।

एनसीडी क्लिनिक में भी है सुविधा

सीएमओ ने बताया कि जिला अस्पताल में संचालित नान कम्युनिकेबल डिजीज (एनसीडी) क्लिनिक में भी बीपी और शुगर के जांच की सुविधा उपलब्ध है । वित्तीय वर्ष 2022-23 में इस क्लिनिक के जरिये शुगर के 3200 और बीपी के 2755 नये मरीज ढूंढे गये और उनकी चिकित्सा शुरू कराई गयी ।

मधुमेह के लक्षण

थकान व भूख, अधिक पेशाब और प्यास लगना, खुजली होना, अचानक से वजन कम होना, घाव का नहीं भरना, मसूड़ो में घाव या सूजन मधुमेह के लक्षण हैं। इन लक्षणों के बाद भी समय से जांच, इलाज, परहेज व दिनचर्या में सुधार न होने पर हार्ट अटैक, आंखों की रौशनी जाने, किडनी फेल्योर और स्ट्रोक जैसे कई गंभीर खतरों की आशंका बढ़ जाती है ।

बीपी के लक्षण

उच्च रक्तचाप में छाती में दर्द, चक्कर आना, चेहरा लाल होना, सांस लेने में मुश्किल, कमजोर, धुंधली नजरें, पेशाब में खून, तनाव, सिरदर्द, नाक से खूना आना जैसे लक्षण दिखते हैं। समय से इलाज, जीवनचर्या में बदलाव और संयम न बरतने पर ब्रेन हेमरेज, लकवा मारने, हर्ट अटैक जैसे खतरे की आशंका होती है।

*दरगाह मुबारक खां शहीद पर साफ सफाई व्यवस्था से संतुष्ट दिखे अध्यक्ष*


गोरखपुर । हिंदू मुस्लिम एकता के प्रतीक हजरत बाबा मुबारक खां शहीद आस्ताने पर 17 ,18 व 19 मई को सालाना उर्स का आयोजन किया जा रहा है। जिसकी तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी है। दरगाह के आसपास साफ सफाई व्यवस्था की बात की जाए तो नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ मुकेश रस्तोगी लगातार दरगाह की साफ-सफाई व्यवस्था को बेहतर करने की दिशा में कार्य कर रहे हैं स्वयं स्थलीय निरीक्षण करके भी उन्होंने साफ सफाई व्यवस्था को परखा।

दरगाह मुबारक खां शहीद के अध्यक्ष इकरार अहमद ने नगर निगम की साफ-सफाई व्यवस्था पर संतुष्टि जाहिर की है उन्होंने नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ मुकेश रस्तोगी की तारीफ करते हुए कहा कि उनके दिशा निर्देश पर आज आस्ताने के आसपास साफ सफाई व्यवस्था पूरी तरीके से चाक-चौबंद है लेकिन सड़को की हालत ठीक नहीं है जगह जगह पर गड्ढे हैं जिससे आने वाले श्रद्धालुओं को कठिनाई का सामना करना पड़ेगा। बड़ी संख्या में श्रद्धालु दूरदराज से आते हैं उनके सुविधा के लिए पोल पर स्ट्रीट लाइट लगाया जाना भी अति आवश्यक है जिला प्रशासन से मांग है कि बाकी छुटे हुए कामों को यथाशीघ्र कराने की कृपा करें जिससे श्रद्धालु को किसी प्रकार की असुविधा का सामना ना करना पड़े।

उन्होंने कहा कि देश के मशहूर कव्वाल बेंगलुरु से सुलतान नाजा ,मुंबई से फरीद शोला और बदायूं से जुबेर सुल्तानी तशरीफ ला रहे हैं। आस्ताने पर कव्वाली का जोरदार मुकाबला रहेगा। लाखों की संख्या में श्रद्धालु जहां पड़ोसी राष्ट्र नेपाल ,बिहार और यूपी के विभिन्न जनपदों से बाबा के दरबार में श्रद्धालु पहुंचते हैं।

*दिव्यांग सफाईकर्मी की पुत्री का सीएम योगी ने कराया अन्नप्राशन,पूरी हुई मन्नत, सीएम ने बिटिया को अपने हाथों से खिलाई खीर*


गोरखपुर। दिव्यांग सफाईकर्मी विवेक और उनकी पत्नी संध्या की मन्नत मुख्यमंत्री एवं गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ ने पूरी कर मानो उन्हें पूरी दुनिया की खुशी दे दी। सीएम योगी ने सोमवार सुबह मंदिर परिसर में विवेक की सात माह की बिटिया का अन्नप्राशन कराया और आशीर्वाद दिया तो विवेक की आंखें खुशी से छलक उठीं। विवेक का कहना है कि बिटिया का अन्नप्राशन मुख्यमंत्री के हाथों होना हमारे लिए बड़े सौभाग्य की बात है।

पैर से दिव्यांग विवेक शर्मा नगर निगम में आउटसोर्सिंग सफाईकर्मी हैं। उनकी ड्यूटी छिड़काव कार्य की है। वह मंदिर परिसर में ही बने कर्मचारी आवास में पत्नी संध्या व अन्य परिजनों के साथ रहते हैं। उनके दो बच्चे हैं। तीन साल का बेटा और सात माह की बिटिया। बिटिया से पहले भी एक और बच्चा हुआ था लेकिन वह असमय साथ छोड़ गया। बकौल विवेक बिटिया के जन्म के ही दिन उन्होंने गुरु गोरखनाथ से मन्नत मांगी थी कि बच्ची का अन्नप्राशन गोरक्षपीठाधीश्वर के हाथों हो। और, उनकी यह मन्नत सोमवार को पूरी हो गई।

सोमवार सुबह मुख्यमंत्री एवं गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ जब जनता दर्शन में लोगों की समस्याएं सुन रहे थे। एक-एक कर लोगों से मिलते हुए उनकी नजर कुर्सी पर बच्ची को गोद में लिए बैठे दिव्यांग विवेक पर पड़ी। मंदिर परिसर में सेवारत होने से सीएम उसे पहचानते हैं। पूछ पड़े, क्या समस्या है। विवेक ने बच्ची को गोद में लिए ही हाथ जोड़ लिए। उन्हें अपनी मन्नत वाली बात बताई तो मुख्यमंत्री मुस्कुराने लगे। फौरन बिटिया को होड़ में लेकर दुलारने लगे। उधर विवेक घर से खीर बनवाकर लाए थे। मुख्यमंत्री ने बच्ची के मुंह में पहले से लगे निप्पल को निकाला, अपने हाथों से खीर खिलाकर अन्नप्राशन कराया और आशीर्वाद दिया। विवेक का कहना है कि 'महाराज जी' के हाथों बिटिया का अन्नप्राशन होने की खुशी में वह इतने विह्वल हो गए कि एक ख्वाहिश बताना भूल गए। उनके मुताबिक वह बिटिया का नामकरण भी महाराज जी से ही कराना चाहते हैं।

आज उन्हें बता दिए होते तो आज ही नामकरण भी हो जाता।

*बोले सीएम, इलाज में मदद को जाएगा डीएम का फोन*


गोरखपुर । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गंभीर बीमारियों से पीड़ित मरीजों के उपचार में आर्थिक सहायता के प्रार्थना पत्रों को जल्द से जल्द शासन में भेजने का निर्देश अधिकारियों को दिया है। उन्होंने कहा है कि गंभीर बीमारी से पीड़ित लोगों का इलाज बेहतरीन अस्पतालों में कराया जाएगा। इसके लिए मरीज की कमजोर आर्थिक स्थिति बाधा नहीं बनेगी।

सीएम योगी ने यह निर्देश सोमवार सुबह गोरखनाथ मंदिर में जनता दर्शन के दौरान दिए। मंदिर परिसर के महंत दिग्विजयनाथ स्मृति भवन के सामने आयोजित जनता दर्शन में उन्होंने लोगों की समस्याएं सुनीं और निराकरण का भरोसा दिया। सोमवार को मुख्यमंत्री से मिलकर अपनी समस्या बताने वालों में बड़ी संख्या उन लोगों की रही जो गंभीर बीमारियों के इलाज में आर्थिक मदद की गुहार लेकर पहुंचे थे। एक महिला ने लखनऊ के एक अस्पताल में अपने परिजन के इलाज के लिए आर्थिक मदद की गुहार की। महिला द्वारा बताया गया अस्पताल संभवतः इलाज सहायता प्राप्त करने को अर्हता नहीं रखता है। इस पर मुख्यमंत्री ने तुरंत अधिकारियों को निर्देशित किया कि मरीज को एसजीपीजीआई या केजीएमयू में भर्ती कराया जाए।

सीएम ने महिला से आयुष्मान कार्ड के बारे में पूछा। महिला ने बताया कि नहीं है। मुख्यमंत्री ने उसे आश्वस्त किया कि आप बिना चिंता उपचार कराइए, पैसा हम देंगे। साथ ही अधिकारियों को निर्देशित किया कि जल्द से जल्द इलाज के लिए इस्टीमेट बनवाकर शासन को भेजें। उन्होंने महिला को भरोसा देते हुए कहा कि इलाज में मदद के लिए आपको डीएम साहब के यहां से फोन जाएगा। सीएम ने इलाज के लिए आर्थिक सहायता की गुहार लेकर पहुंचे सभी लोगों को आश्वस्त किया कि इस्टीमेट की प्रक्रिया पूर्ण होते हैं मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से पर्याप्त सहायता धनराशि जारी कर दी जाएगी।

जनता दर्शन में मुख्यमंत्री ने सभी लोगों के प्रार्थना पत्रों को विषयानुसार प्रशासन व पुलिस के अफसरों को हस्तगत करते हुए निर्देशित किया कि जनता की समस्याओं पर संवेदनशीलता से ध्यान दें और उनका संतुष्टिपरक त्वरित समाधान कराएं। इस दौरान कुछ लोग गोरखपुर मंडल के बाहर के जिलों से भी आए थे। मुरादाबाद से आए एक व्यक्ति को मुख्यमंत्री ने आश्वस्त किया कि आपके घर पहुंचने के साथ ही समस्या के निदान की प्रक्रिया शुरू हो चुकी होगी। जनता दर्शन में अपने परिजनों के साथ आये बच्चों को भी मुख्यमंत्री ने हर बार की तरह खूब दुलारा। उनकी पढ़ाई के बारे में जानकारी ली और चॉकलेट के साथ खूब पढ़ने, आगे बढ़ने का आशीर्वाद दिया।

*रुद्राभिषेक कर सीएम योगी ने किया भव्य कलशयात्रा का शुभारंभ*


गोरखपुर। गोरखनाथ मंदिर परिसर में बने नौ देवी-देवताओं के नवीन मंदिरों में विग्रहों की प्राण प्रतिष्ठा के उपलक्ष्य में धार्मिक अनुष्ठानों के द्वितीय चरण का शुभारंभ सोमवार की सुबह मुख्यमंत्री एवं गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ की उपस्थिति में हुआ। मुख्यमंत्री ने अंधियारी बाग स्थित प्राचीन मानसरोवर मंदिर में विधिविधान से देवाधिदेव महादेव का रुद्राभिषेक किया और तत्पश्चात पांच कन्याओं को जलभरा कलश सौंपकर कलशयात्रा का शुभारंभ किया। यह कलशयात्रा 21 मई तक होने वाली श्रीमद्भागवतपुराण कथा ज्ञानयज्ञ एवं श्रीलक्ष्मीनारायण महायज्ञ के लिए निकाली गई। इस अवसर पर रथ पर विराजित सभी नौ नवीन देव विग्रहों की रथयात्रा भी निकाली गई।

यात्रा के गोरखनाथ मंदिर पहुंचने पर मुख्यमंत्री ने यज्ञशाला में कलश स्थापना की और पंचांग पूजन किया।

सोमवार सुबह मानसरोवर मंदिर पहुंचे सीएम योगी ने भगवान भोलेनाथ का दर्शन-पूजन किया। शिव जी को प्रिय विल्वपत्र, दुर्वा समेत अनेक सामग्रियों का अपर्ण करते हुए वैदिक मंत्रोच्चार के बीच रुद्राभिषेक का अनुष्ठान पूर्ण किया। रुद्राभिषेक के उपरांत वह जलाशय पर पहुंचे जहां बड़ी संख्या में साधु-संत महिला-पुरूष श्रद्धालु, वेदपाठी विद्यार्थी, आचार्यगण, यजमान आदि पहले से उपस्थित थे। यहां मुख्यमंत्री ने सरोवर पूजन कर पांच कन्याओं को जल से भरा कलश सौंपकर कलश व रथयात्रा का शुभारंभ किया। इसके बाद यह यात्रा गोरखनाथ मंदिर के लिए चल पड़ी।

रंग से लेकर तरंग तक, सब कुछ भक्तिभाव में सराबोर

शोभायात्रा में सबसे आगे शंख बजाते हुए वेदपाठी विद्यार्थी देव विग्रहों की अगवानी करते हुए चल रहे थे। बैंडबाजों की धुन के अनुगूंज के बीच यात्रा में सजाए गए रथों पर विराजित वह देव विग्रह थे जिनकी प्राण प्रतिष्ठा आगामी 21 मई को गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ के हाथों होनी है। इसके बाद साधु संतों की टोली संग यजमानगण। साधु-संतों के मार्गदर्शन में बड़ी संख्या में केसरिया व पीतवस्त्रधारी महिलाएं व कन्याएं जब सिर पर आस्था का कलश लेकर आगे बढ़ रहीं थीं तो देखने वालों के मस्तक श्रद्धा से झुक जा रहे थे। कलशधारी श्रद्धालुओं के पीछे वेदपाठी छात्र जय श्रीराम का उद्घोष करते तो सभी जन जयघोष में सुर मिलाते रहते। इस भव्य यात्रा में रंग से लेकर तरंग तक सबकुछ भक्तिभाव में सराबोर था। पीले कुर्ते-धोती व केसरिया पगड़ी पहने वेदपाठी विद्यार्थियों का शंखनाद व जय श्रीराम का उद्घोष नयनाभिराम था और कर्णप्रिय भी।

गोरक्षपीठाधीश्वर ने की कलश स्थापना, किया पंचांग पूजन

कलश व रथयात्रा का समापन गोरखनाथ मंदिर परिसर में नवीन मंदिरों के समक्ष स्थित यज्ञशाला पर हुआ। यहां सभी के कलश यज्ञशाला में कतारबद्ध तरीके से रखवाए गए। इसके पश्चात मुख्यमंत्री एवं गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ ने यज्ञशाला में वेदी पर कलश पूजन तथा पंचांग पूजन कर श्रीलक्ष्मीनारायण महायज्ञ के अंतर्गत होने वाले धार्मिक अनुष्ठान को आगे बढ़ाया। यज्ञशाला में 21 मई तक प्रतिदिन प्रातः आठ बजे से 12 बजे तक तथा अपराह्न दो बजे से पांच बजे तक अलग अलग धार्मिक अनुष्ठान होंगे।

कलश व रथयात्रा में गोरखनाथ मंदिर के प्रधान पुजारी योगी कमलनाथ, मिथिलेशनाथ, मंदिर के मुख्य पुरोहित रामानुज त्रिपाठी वैदिक, कालीबाड़ी के महंत रविंद्रदास, चचाईराम मठ के महंत पंचानन पुरी, गोरखपुर ग्रामीण के विधायक विपिन सिंह, विधायक कपिलवस्तु श्यामधानी राही, विधायक मेंहदावल अनिल तिवारी, पूर्व विधायक राघवेंद्र प्रताप सिंह, महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ प्रदीप कुमार राव, ई. पीके मल्ल, अरुणेश शाही, रणजीत सिंह, कथा के यजमान विष्णु प्रसाद अजीतसरिया, ओमप्रकाश जालान, अतुल सराफ, चंद्र प्रकाश अग्रवाल, तन्मय मोदी, राजेश मोहन सरकार, शम्भू शाह, श्रवण जालान, प्रदीप जोशी, रमाकांत निषाद, पार्षद पवन त्रिपाठी, धर्मदेव चौहान, डॉ अरविन्द चतुर्वेदी, डॉ रोहित मिश्र, नित्यानंद त्रिपाठी, पुरुषोत्तम चौबे, ब्रजेश मणि मिश्र, द्वारिका तिवारी, वीरेंद्र सिंह, दुर्गेश बजाज, अमित सिंह मोनू, विनय गौतम आदि प्रमुख रूप से शामिल रहे।

*बाल श्रद्धालु को देख रुक गए सीएम, प्रसाद देकर पूछा हालचाल*


गोरखपुर। व्यस्तता कितनी भी हो, कार्य राजकीय हो या फिर धार्मिक-आध्यात्मिक, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बच्चों को अपने स्नेह से अभिसिंचित करने के लिए, उनका हालचाल जानने के लिए समय निकाल ही लेते हैं। आनुष्ठानिक कार्यक्रमों की उनकी व्यस्तता के बीच सोमवार को गोरखनाथ मंदिर के ऐसा ही एक नजारा देखने को मिला।

मुख्यमंत्री एवं गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ गोरखनाथ मंदिर में वृहद धार्मिक- आध्यात्मिक कार्यक्रमों की श्रृंखला में सोमवार पूर्वाह्न मंदिर की यज्ञशाला में कलश स्थापना व पंचांग पूजन करने के बाद गुरु गोरखनाथ का दर्शन करने मुख्य मंदिर की तरफ जा रहे थे।

थोड़ी दूर बढ़ते ही उनकी नजर धूप में खड़ी एक नन्ही बच्ची पर पड़ गई। वह तुरंत बालिका के पास ही रुक गए। मुख्यमंत्री का संकेत पाते ही साथ में मौजूद मंदिर के कार्यकर्ता अमित सिंह मोनू ने धूप से बचाने के लिए बालिका को उठा लिया। मुख्यमंत्री ने बालिका से उसका हालचाल पूछा, दुलारा और अपने हाथों से प्रसाद देकर खूब आशीर्वाद दिया। सीएम के यह पूछने पर कि धूप में क्यों खड़ी थी।

बालिका ने मासूमियत से कहा, आपको देखने के लिए। इस पर मुख्यमंत्री हंस पड़े, साथ ही प्यार से समझाया कि बच्चों को तेज धूप से बचना चाहिए।