उत्तर प्रदेश में हो रहे निकाय चुनावों के दौरान सीतापुर में BJP के प्रत्याशी ने ठुकराया टिकट, जानिए, क्या अतीक-अशरफ मर्डर केस बनी वजह?
उत्तर प्रदेश में हो रहे निकाय चुनावों में एक तरफ बीजेपी का टिकट पाने के लिए एक एक सीट पर 10-10 उम्मीदवार लाइन में हैं, लेकिन उत्तर प्रदेश के ही सीतापुर में उल्टी हवा चल रही है। यहां बीजेपी द्वारा एक घोषित प्रत्याशी ने ना केवल पार्टी का टिकट ठुकरा दिया है, बल्कि उसने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में नामांकन भी कर दिया है। बताया जा रहा है कि प्रत्याशी ने यह कदम प्रयागराज में अतीक अशरफ हत्याकांड के बाद उठाया है।
दरअसल इस मुस्लिम बाहुल्य सीट पर अतीक की हत्या के बाद से बीजेपी के खिलाफ हवा चलने लगी है। बता दें कि नगर पंचायत सीतापुर में अध्यक्ष पद के लिए बीजेपी ने पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष उरूज आन की पत्नी जैनब जहां को अपना प्रत्याशी बनाया था। बीजेपी प्रत्याशी के तौर पर वह काफी दिनों से अपना प्रचार प्रसार भी कर रहीं थी। लेकिन नामांकन से ठीक पहले उन्होंने बीजेपी का टिकट ठुकरा दिया और कलक्ट्रेट पहुंच कर बतौर निर्दलीय उम्मीदवार नामांकन दाखिल कर दिया है।
उन्होंने खुद तो कुछ नहीं कहा, लेकिन उनके समर्थकों का मानना है कि अतीक हत्याकांड के बाद चली उल्टी बयार को देखते हुए उन्होंने यह कदम उठाया है। मामला सीतापुर के पैंतेपुर नगर पंचायत सीट का है। यहां बीजेपी से टिकट के लिए एकमात्र आवेदन पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष उरूज आन की पत्नी जैनब जहां का आया था। ऐसे में पार्टी ने उन्हें टिकट भी दे दिया। यहां पर्चा दाखिल करने की आखिरी तारीख 17 अप्रैल थी। इस दिन अचानक से जैनब जहां ने बीजेपी के टिकट को छोड़ कर निर्दलीय मैदान में उतरने का फैसला किया।
बता दें कि 16 अप्रैल की शाम तक वह क्षेत्र में बीजेपी का झंडा लेकर प्रचार कर रही थीं। लेकिन अचानक आए उनके फैसले से बीजेपी में हड़कंप मच गया है। सियासी जानकारों की माने तो पैंतेपुर नगर पंचायत क्षेत्र मुस्लिम बाहुल्य आबादी वाला है। यहां पर बीजेपी उम्मीदवार को जीत की बहुत कम उम्मीद थी। ऊपर से अतीक अशरफ हत्याकांड का मामला आ गया। ऐसे में पूरी बयार बीजेपी के खिलाफ हो गई। ऐसे हालात में जैनब जहां ने वोट की गुणा गणित लगाई और ऐन वक्त पर मुस्लिम वोट बैंक को रिझाने के लिए बीजेपी के टिकट को ठुकरा दिया।
बता दें कि 2017 निकाय चुनाव चुनावों में यहां से बीजेपी के पंकज सिंह छठें नंबर पर रहे थे। उस समय उन्हें केवल 239 वोट मिले थे. जबकि जैनब जहां के पति उरूज आलम दूसरे नंबर पर थे।
Apr 21 2023, 18:51