इस्माइलगंज वार्ड में मुकाबला त्रिकोणीय
लखनऊ। राजधानी लखनऊ निकाय चुनाव की सरगर्मी तेजी से चल रही है। जोन-7 के इस्माइलगंज वार्ड द्वितीय वार्ड संख्या-43 में मुकाबला अब त्रिकोणीय हो गया है। दो दिग्गज निर्दलीय प्रत्याशी के सामने आने से यह स्थिति पैदा हुई है। जिसकी वजह से भाजपा के बीच कांटे की टक्कर है।
जिसमें एक ओर जहां सास और बहू चुनावी मैदान में है तो दूसरी तरफ लगातार निर्दलीय पार्षद पद पर काबिज रूद्र प्रताप सिंह एक बार फिर चुनावी मैदान में अपनी पत्नी नीतू सिंह को चुनावी में उतार दिया है। पूरे जोर-शोर और ताकत के साथ लगे हुए हैं, जहां से एक बार रूद्र प्रताप सिंह 2012 में स्वयं पार्षद चुने गए थे। उसके बाद उन्होंने अपने समर्थक और करीबी समीर पाल को 2017 में मैदान में उतारकर जीत हासिल की थी और इस बार 2023 में रूद्र प्रताप सिंह ने सामान्य महिला सीट पर अपनी पत्नी नीतू सिंह को चुनावी मैदान में उतारा है।
चुनावी समीकरण की बात करें तो 50 फीसदी से अधिक सामान्य वोटर हैं और बाकी के 50 फीसदी समस्त वोटर हैं। भाजपा जनरल वोटरों को साधने में और उन्हीं के भरोसे अपना दावा मजबूत मान रही है। वहीं भाजपा के बागी निर्दलीय प्रत्याशी ललित अवस्थी की पत्नी सरिता अवस्थी हैं जो गणेशपुर रहमानपुर की प्रधान रह चुकी हैं। उनकी ग्रामसभा में भी लगभग 6000 से ऊपर मतदाता हैं।
उन्होंने भी क्षेत्रीय रूप से ग्राम प्रधान होने का हवाला देते हुए सामान्य वोटर पर अपना दावा मजबूत मान रही हैं। साथ ही उन्होंने जनता को हर तरह से मदद करने और हर समय जनता के बीच उपलब्ध रहने की बात कही है। जबकि रूद्र प्रताप सिंह ने पिछली 10 साल में किए गए विकास कार्यों का हवाला और मैदान में कोई पुराना और मजबूत प्रत्याशी ना होने की वजह से अपनी जीत मान रहे हैं।
उनका कहना है कि भाजपा जनरल वोटरों के सहारे है, मेरा सर्व समाज पर पूरा भरोसा है। उन्होंने बताया कि इस बार फिर जनता मुझे ही आशीर्वाद देगी। इधर भाजपा प्रत्याशी हरीश अवस्थी की पत्नी रंजना अवस्थी उम्मीद जता रही हैं कि भारतीय जनता पार्टी को जनरल वोटरों से पूरी उम्मीद है।
जानकारों का कहना है कि सपा द्वारा बांटे गए टिकट का भी सीधा फायदा कहीं ना कहीं इन्हीं तीन प्रत्याशियों को मिलेगा।
Apr 21 2023, 16:15