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दुमका : प्रेमी के लिए पति व 7 बच्चों का मोह त्यागा, घर छोड़ा पर प्यार करने की सजा मिली मौत..आशिक ही निकला बेरहम कातिल

दुमका :- बिहार के पटना जिले के मनेर की रहनेवाली जीरा देवी उर्फ गुड़िया देवी का हत्यारा आखिरकार उसका प्रेमी ही निकला। सात बच्चों की मां जीरा देवी ने अपने पति व बच्चों का मोह त्यागकर जिस प्रेमी के साथ पिछले दो सालों से साथ-साथ जीने का सपना संजोए हुई थी, उसी प्रेमी ने उसकी बेरहमी से हत्या कर दी।

मामले का खुलासा शनिवार को एसडीपीओ शिवेंद्र ने सरैयाहाट थाना में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में किया।बता दे कि सरैयाहाट थाना क्षेत्र के तेलहदमगी पहाड़ से पुलिस ने चार दिन पूर्व एक महिला का शव बरामद किया था। जब शव की शिनाख्त कर पुलिस मामले की जांच में जुटी और जब मामले का खुलासा हुआ तो सभी के होश उड़ गए।

दरअसल मनेर की 45 वर्षीय जीरा देवी की शादी विनोद महतो से हुई थी। दोनों के सात बच्चे है। जीरा देवी की जान पहचान मनेर थाना में दैनिक मानदेय पर वाहन चलाने वाले तालाक और शादीशुदा सुबोध कुमार से हुई।

12 मार्च 2023 को महिला अपनी सबसे छोटी बेटी जिसकी उम्र पांच साल है को लेकर ससुराल से फरार हो गयी। बाद में जीरा देवी का शव सरैयाहाट थाना क्षेत्र के तेलहदमगी पहाड़ से चार दिन पूर्व बरामद किया गया। उस समय मृतिका की पहचान नहीं हो पायी थी लेकिन शनिवार को सरैयाहाट थाना परिसर में आयोजित प्रेस वार्ता में जरमुंडी एसडीपीओ शिवेंद्र ने हत्याकांड का उद्भेदन करते हुए पांच लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। एसडीपीओ में जब पूरे मामले से पर्दा उठाया तो सभी चौक गए। 

जीरा देवी ससुराल से अपनी बच्ची को लेकर फरार होने के बाद पटना स्टेशन पर सुबोध से मिली। तय कार्यक्रम के अनुरूप महिला अपनी छोटी बेटी को पटना स्टेशन पर छोड़ कर दुमका जिला के सरैयाहाट थाना के बभनी गांव पहुच गयी। बभनी गांव में मिथुन दास नामक युवक सुबोध का मित्र है।

सुबोध जीरा देवी के साथ वहीं रहने लगी। महिला सुबोध पर शादी करने का दबाब बनाने लगी। सुबोध ने जब शादी से इनकार कर दिया तो महिला द्वारा थाना में प्राथमिकी दर्ज कराने की धमकी दी जाने लगी। महिला की यह धमकी उसकी जान का दुश्मन बन बैठा। 23 मार्च की रात जब महिला सोयी हुई थी तो सुबोध ने अपने मित्र मिथुन के साथ मिलकर उसकी गला दबाकर हत्या कर दी। उसके बाद शव को बोरी में बंद कर सायकल पर लोड कर पहाड़ की चोटी पर छिपा दिया। शव को ठिकाने लगाने में मिथुन के चाचा, दादा और चचेरे दादा ने सहयोग किया।

जब चार दिन पूर्व ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस ने पहाड़ से शव को बरामद किया। तकनीकी सेल और गुप्तचर की मदद से पुलिस ने 72 घंटे में हत्या कांड का उद्भेदन कर सभी आरोपी को जेल भेज दिया। एसडीपीओ शिवेंद्र ने बताया कि कांड के संदिग्ध अभियुक्त सुबोध कुमार को मनेर थाना पुलिस के सहयोग से रामपुर दियारा गांव से हिरासत में लिय। पुलिसिया पूछ ताछ में उसने अपना अपराध स्वीकार कर लिया। पुलिस ने पटना स्टेशन लावारिश अवस्था में बरामद मृतिका की पांच साल की बेटी को भी बरामद करते हुए परिजन को सौप दिया।

जानकारी के मुताबिक मृतका जीरा देवी पहले भी दो बार घर से भाग चुकी थी। इसलिए उसके पति और परिवारवालों ने उसकी कोई खोज खबर नहीं ली। सरैयाहाट थाना की पुलिस ने शव की पहचान के लिए पति को बुलाया और पहचान के बाद पति के हवाले कर दिया। इस कांड के अनुसंधान में जरमुंडी एसडीपीओ शिवेंद्र, सरैयाहाट थाना प्रभारी विनय कुमार, सब इंस्पेक्टर आनंद कुमार साहा, एएसआई कामता राम, अनिरुद्ध सिंह, हवलदार वकील यादव, आरक्षी शैलेंद्र कुमार मिश्रा, अन्धयसन भेगरा, अभिषेक मुर्मू तकनीकी शाखा, मनजीत किस्को शामिल थे।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका : 4 लाख 74 हजार बच्चों को दिया जाएगा मिजिल्स रूबेला का टीका

12 से शुरू होगा अभियान, आखिर क्यों जरूरत है MR टीका की, पढ़िए पूरी खबर..

दुमका : जिले में करीब चार लाख 74 हजार बच्चों को मिजिल्स रूबेला का टीका दिया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग 12 अप्रैल से इसे अभियान मोड में चलाएगी। 

मिजिल्स रूबेला (MR) कैम्पेन के दौरान जिले के सभी स्कूल एवं आंगनबाड़ी केंद्रों में नौ माह से 15 साल तक के सभी बच्चों का मिजिल्स रूबेला का टीका दिया जाएगा ताकि उन सभी बच्चों को मिजिल्स रूबेला जैसी गंभीर बीमारी की चपेट में आने से बचाया जा सके। 

उक्त जानकारी शनिवार को उपायुक्त रवि शंकर शुक्ला ने दी। दुमका के सिविल सर्जन के सभागार में 12 अप्रैल को प्रस्तावित मिजिल्स रूबेला टीकाकरण का पोस्टर जारी करने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए उपायुक्त श्री शुक्ला ने कहा कि मिजिल्स रूबेला एक विषाणु जनित संक्रामक बीमारी है।

 इन दोनो बीमारी में बुखार के साथ शरीर में दाना निकलता है। मिजिल्स का कुछ गंभीर संकेत भी होता है जैसे कि दस्त, न्यूमोनिया, कुपोषण आदि जिससे बच्चे की मृत्यु तक हो सकती है। 

कहा कि ठीक उसी तरह रूबेला अगर गर्भ धारण करने वाली आयु वर्ग के महिलाओं या गर्भावस्था में होने से बार- बार गर्भ का नष्ट होना या अगर गर्भ ठहर भी जाता है तो होने वाला बच्चा जन्मजात दिव्यांग हो सकता है जिसे Congenital Rubella Syndrome (CRS) कहते है। कहा कि इन सबको ध्यान से रखते हुए भारत सरकार ने MR का उन्मूलन करने के लिए 31 दिसम्बर 2023 का लक्ष्य रखा है। श्री शुक्ला ने कहा कि बीते साल 2022 में भारत में कुल 280 MR आउटब्रेक पाये गये जिसमें से झारखण्ड में कुल 120 MR Outbreak तथा सिर्फ दुमका जिले में 23 Outbreak मिलें है। कहा कि इन सबको ध्यान में रखते हुए दुमका जिले में MR टीकाकरण अभियान 12 अप्रैल से पॉच सप्ताह तक अयोजित किया जा रहा है।  

सभी सरकारी, गैर सरकारी, निजी विद्यालयों, जिला अस्पताल, पीएचसी, सीएचसी एवं सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर एवं चलन्त टीकाकरण सत्र पर टीका दिया जाएगा। कहा कि पहले एवं दूसरे सप्ताह विद्यालय में, तीसरे एवं चौथे सप्ताह आंगनबाड़ी केंद्रों में एवं पांचवे सप्ताह में सभी नौ माह से 15 वर्ष के बच्चों को जो टीकाकरण से किसी कारण छूटे गए हैं उनका टीकाकरण किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि इसका अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार हो ताकि लोग जागरूक हो और इसका लाभ ले सके। इस अभियान की जानकारी घर घर तक मिले। इसके लिए स्थानीय भाषा में भी प्रचार प्रसार किया जाए। जिला प्रशासन का प्रयास है कि हर एक बच्चे का टीकाकरण सही समय पर हो।

मौके पर सिविल सर्जन डॉ0 बच्चा प्रसाद सिंह सहित इलेक्ट्रॉनिक एवं प्रिंट मीडिया के प्रतिनिधिगण उपस्थित थे। 

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

*दुमका : 4 लाख 74 हजार बच्चों को दिया जाएगा मिजिल्स रूबेला का टीका*

12 से शुरू होगा अभियान, आखिर क्यों जरूरत है MR टीका की, पढ़िए पूरी खबर..

दुमका : जिले में करीब चार लाख 74 हजार बच्चों को मिजिल्स रूबेला का टीका दिया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग 12 अप्रैल से इसे अभियान मोड में चलाएगी। 

मिजिल्स रूबेला (MR) कैम्पेन के दौरान जिले के सभी स्कूल एवं आंगनबाड़ी केंद्रों में नौ माह से 15 साल तक के सभी बच्चों का मिजिल्स रूबेला का टीका दिया जाएगा ताकि उन सभी बच्चों को मिजिल्स रूबेला जैसी गंभीर बीमारी की चपेट में आने से बचाया जा सके। 

उक्त जानकारी शनिवार को उपायुक्त रवि शंकर शुक्ला ने दी। दुमका के सिविल सर्जन के सभागार में 12 अप्रैल को प्रस्तावित मिजिल्स रूबेला टीकाकरण का पोस्टर जारी करने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए उपायुक्त श्री शुक्ला ने कहा कि मिजिल्स रूबेला एक विषाणु जनित संक्रामक बीमारी है।

 इन दोनो बीमारी में बुखार के साथ शरीर में दाना निकलता है। मिजिल्स का कुछ गंभीर संकेत भी होता है जैसे कि दस्त, न्यूमोनिया, कुपोषण आदि जिससे बच्चे की मृत्यु तक हो सकती है। 

कहा कि ठीक उसी तरह रूबेला अगर गर्भ धारण करने वाली आयु वर्ग के महिलाओं या गर्भावस्था में होने से बार- बार गर्भ का नष्ट होना या अगर गर्भ ठहर भी जाता है तो होने वाला बच्चा जन्मजात दिव्यांग हो सकता है जिसे Congenital Rubella Syndrome (CRS) कहते है। कहा कि इन सबको ध्यान से रखते हुए भारत सरकार ने MR का उन्मूलन करने के लिए 31 दिसम्बर 2023 का लक्ष्य रखा है। श्री शुक्ला ने कहा कि बीते साल 2022 में भारत में कुल 280 MR आउटब्रेक पाये गये जिसमें से झारखण्ड में कुल 120 MR Outbreak तथा सिर्फ दुमका जिले में 23 Outbreak मिलें है। कहा कि इन सबको ध्यान में रखते हुए दुमका जिले में MR टीकाकरण अभियान 12 अप्रैल से पॉच सप्ताह तक अयोजित किया जा रहा है।  

सभी सरकारी, गैर सरकारी, निजी विद्यालयों, जिला अस्पताल, पीएचसी, सीएचसी एवं सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर एवं चलन्त टीकाकरण सत्र पर टीका दिया जाएगा। कहा कि पहले एवं दूसरे सप्ताह विद्यालय में, तीसरे एवं चौथे सप्ताह आंगनबाड़ी केंद्रों में एवं पांचवे सप्ताह में सभी नौ माह से 15 वर्ष के बच्चों को जो टीकाकरण से किसी कारण छूटे गए हैं उनका टीकाकरण किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि इसका अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार हो ताकि लोग जागरूक हो और इसका लाभ ले सके। इस अभियान की जानकारी घर घर तक मिले। इसके लिए स्थानीय भाषा में भी प्रचार प्रसार किया जाए। जिला प्रशासन का प्रयास है कि हर एक बच्चे का टीकाकरण सही समय पर हो।

मौके पर सिविल सर्जन डॉ0 बच्चा प्रसाद सिंह सहित इलेक्ट्रॉनिक एवं प्रिंट मीडिया के प्रतिनिधिगण उपस्थित थे। 

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका : 4 लाख 74 हजार बच्चों को दिया जाएगा मिजिल्स रूबेला का टीका


12 से शुरू होगा अभियान, आखिर क्यों जरूरत है MR टीका की, पढ़िए पूरी खबर..

दुमका : जिले में करीब चार लाख 74 हजार बच्चों को मिजिल्स रूबेला का टीका दिया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग 12 अप्रैल से इसे अभियान मोड में चलाएगी। 

मिजिल्स रूबेला (MR) कैम्पेन के दौरान जिले के सभी स्कूल एवं आंगनबाड़ी केंद्रों में नौ माह से 15 साल तक के सभी बच्चों का मिजिल्स रूबेला का टीका दिया जाएगा ताकि उन सभी बच्चों को मिजिल्स रूबेला जैसी गंभीर बीमारी की चपेट में आने से बचाया जा सके। 

उक्त जानकारी शनिवार को उपायुक्त रवि शंकर शुक्ला ने दी। दुमका के सिविल सर्जन के सभागार में 12 अप्रैल को प्रस्तावित मिजिल्स रूबेला टीकाकरण का पोस्टर जारी करने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए उपायुक्त श्री शुक्ला ने कहा कि मिजिल्स रूबेला एक विषाणु जनित संक्रामक बीमारी है।

 इन दोनो बीमारी में बुखार के साथ शरीर में दाना निकलता है। मिजिल्स का कुछ गंभीर संकेत भी होता है जैसे कि दस्त, न्यूमोनिया, कुपोषण आदि जिससे बच्चे की मृत्यु तक हो सकती है। 

कहा कि ठीक उसी तरह रूबेला अगर गर्भ धारण करने वाली आयु वर्ग के महिलाओं या गर्भावस्था में होने से बार- बार गर्भ का नष्ट होना या अगर गर्भ ठहर भी जाता है तो होने वाला बच्चा जन्मजात दिव्यांग हो सकता है जिसे Congenital Rubella Syndrome (CRS) कहते है। कहा कि इन सबको ध्यान से रखते हुए भारत सरकार ने MR का उन्मूलन करने के लिए 31 दिसम्बर 2023 का लक्ष्य रखा है। श्री शुक्ला ने कहा कि बीते साल 2022 में भारत में कुल 280 MR आउटब्रेक पाये गये जिसमें से झारखण्ड में कुल 120 MR Outbreak तथा सिर्फ दुमका जिले में 23 Outbreak मिलें है। कहा कि इन सबको ध्यान में रखते हुए दुमका जिले में MR टीकाकरण अभियान 12 अप्रैल से पॉच सप्ताह तक अयोजित किया जा रहा है।  

सभी सरकारी, गैर सरकारी, निजी विद्यालयों, जिला अस्पताल, पीएचसी, सीएचसी एवं सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर एवं चलन्त टीकाकरण सत्र पर टीका दिया जाएगा। कहा कि पहले एवं दूसरे सप्ताह विद्यालय में, तीसरे एवं चौथे सप्ताह आंगनबाड़ी केंद्रों में एवं पांचवे सप्ताह में सभी नौ माह से 15 वर्ष के बच्चों को जो टीकाकरण से किसी कारण छूटे गए हैं उनका टीकाकरण किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि इसका अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार हो ताकि लोग जागरूक हो और इसका लाभ ले सके। इस अभियान की जानकारी घर घर तक मिले। इसके लिए स्थानीय भाषा में भी प्रचार प्रसार किया जाए। जिला प्रशासन का प्रयास है कि हर एक बच्चे का टीकाकरण सही समय पर हो।

मौके पर सिविल सर्जन डॉ0 बच्चा प्रसाद सिंह सहित इलेक्ट्रॉनिक एवं प्रिंट मीडिया के प्रतिनिधिगण उपस्थित थे। 

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

पहल : दुमका में लोगों को भा रही है मेघन की जुगाड़ टेक्नोलॉजी! डोर टू डोर सर्विस से कर रहा सत्तू का व्यवसाय


दुमका : मेघन दुमका में जुगाड़ टेक्नोलॉजी से सत्तू का व्यवसाय कर रहा है. उसका ये अंदाज लोगों को खूब भा रहा है. इस व्यवसाय से मेघन प्रति माह 30 से 40 हजार रुपये कमा रहा है.

बिहार के पटना का रहने वाला 20 वर्षीय मेघन. दुमका में सत्तू का व्यवसाय कर रहा है. वो भी जुगाड़ टेक्नोलॉजी से. व्यवसाय का तरीका भी एकदम अलग हटके है. मेघन डोर टू डोर लोगों को सर्विस उपलब्ध करा रहा है. इस व्यवसाय में उसका सहयोगी उसकी तकनीक युक्त बाइक है. जिसके सहयोग से तुरंत लोगों की डिमांड पूरी हो जाती है. लोगों के सामने चना को पीस कर सत्तू दे रहा है. ग्राहकों को ताजा सत्तू मिलने से इसकी मांग भी बढ़ गई है. उसका ये अंदाज लोगों को खूब पंसद आ रहा है.

30 से 40 हजार की हर महीने आमदनी :

मेघन रोजगार की तलाश में दुमका आया और जुगाड़ टेक्नोलॉजी अपना कर अच्छी आमदनी प्राप्त कर रहा है. उसने अपनी बाइक पर ही सत्तू की चक्की सेट कर ली है. मेघन चना भूजा की बोरी और चक्की बाइक पर लेकर सड़कों पर निकल जाता है. जहां ग्राहक मिला वहीं चक्की चालू कर सत्तू पीसकर बेचने लग जाता है. 

प्रतिदिन 50 से 60 किलोग्राम सत्तू बेच लेता है. जिससे 30 से 40 हज़ार रुपये की आमदनी प्राप्त हो रही है.पढ़ाई केवल छठी कक्षा तक: मेघन कुमार बताता है कि वह पटना के खुसरूपुर का रहने वाला है. घर की परिस्थितियों की वजह से मात्र छठी कक्षा तक पढ़ाई कर सका. आत्मनिर्भर बनने के लिए उसने यह जुगाड़ टेक्नोलॉजी अपनाया.

 और अपनी मोपेड बाईक में सत्तू की चक्की और एक पोर्टेबल जेनसेट लगा ली. इसमें लगभग डेढ़ लाख रुपये की लागत लगी. वह पटना से घूमते-घूमते दुमका आ गया था.

ग्राहकों की लगी रहती है भीड़ :

 मेघन के यहां सत्तू लेने वालों की भीड़ लगी रहती है. वह जहां खड़ा होता है ग्राहकों की लाइन लग जाती है. लोगों का कहना है कि बाजार में जो सत्तू मिलता है उसमें काफी मिलावट होता है. मेघन का चना बेहतर क्वालिटी का है. नजर के सामने शुद्ध और ताजा सत्तू देता है. लोग इसके टेक्नोलॉजी के कायल हो गए हैं. मेघन उन लोगों के लिए एक उदाहरण है जो इस उधेड़बुन में फंस कर रह जाते हैं. जो सोचते है मेरे पास कम पूंजी है. कम संसाधन है. क्या व्यवसाय करें? अगर मन में कुछ करने की ठान ले तो रास्ता खुद व खुद निकल जाता है. मेघन अपने काम से ये साबित कर दिया.

दुमका : आरक्षण शून्य करने के खिलाफ ओबीसी का मशाल जुलूस, सरकार की नीति पर उठाया सवाल


दुमका : राज्य सरकार द्वारा 

दुमका जिला आरक्षण रोस्टर में ओबीसी आरक्षण शून्य करने के विरोध में संथाल परगना पिछड़ा वर्ग संघर्ष मोर्चा के नेतृत्व में बुधवार को विशाल मशाल जुलूस निकाला गया। मशाल जुलूस यज्ञ मैदान से शुरू होकर मारवाड़ी चौक, वीर कुंवर सिंह चौक, थाना रोड, धर्मस्थान होते हुए टीन बाजार चौक पहुँची और सभा में तब्दील हो गयी।

कार्यक्रम की अध्यक्षता संगठन के केंद्रीय अध्यक्ष माधव चंद्र महतो ने की जबकि संचालन महासचिव संदीप कुमार जय बमबम ने किया।

 संगठन ने सरकार के नीतियों का विरोध किया और ओबीसी वर्ग के प्रति सरकार की उपेक्षित व उदासीन रवैये पर सवाल उठाया। पिछड़ा वर्ग से जुड़े लोगों ने मशाल लेकर अपने संवैधानिक अधिकार के लिए झारखंड सरकार के कुम्भकरणीय निंद्रा को तोड़ने के लिए 27% आरक्षण दुमका जिला रोस्टर में बहाल करने की मांग की।

मौके पर संगठन के संरक्षक राधेश्याम वर्मा, केंद्रीय कार्यकारी अध्यक्ष असीम मंडल, प्रेम केसरी, दुमका जिला अध्यक्ष इंद्र कांत यादव, आनंदी राउत, बरुण यादव, महिला मोर्चा की अध्यक्ष प्रिया रक्षित, दिवाकर महतो, अमरेंद्र यादव, पूनम केसरी, मोनिका देवी, बेबी मंडल, प्रमोद जायसवाल, जयप्रकाश यादव, जयकांत जायसवाल, विजय कुमार, रंजीत जायसवाल, राजेश कुमार राउत, अशोक कुमार राउत, लक्ष्मी नारायण साह,

बिकास कुमार, पप्पू साह, कैलाश प्रसाद साह, कुलदीप यादव, जितेंद्र साह, रविकांत राउत, विक्रम कुमार, संजय शर्मा, रामदेव मेलर प्रधान खुंटीजोर, मनीष कुमार यादव, सपन पंडित, विकास कुमार सहित अन्य मौजूद थे।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका : दिव्यांगों के लिए जिला स्तरीय एक दिवसीय जागरूकता शिविर 13 को, सरकार के रवैये पर नाराजगी


दुमका : बिरसा दिव्यांग समिति एवं दिव्यांग, विधवा एवं वृद्धा जन कल्याण मोर्चा की संयुक्त बैठक बुधवार को पुराने समाहरणालय परिसर में केन्द्रीय अध्यक्ष बलदेव राय की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। बैठक में 13 अप्रैल एग्रो पार्क आत्मा कृषि ट्रेनिंग सेंटर में दिव्यांगों के लिए एक दिवसीय जिला स्तरीय जागरूकता शिविर के आयोजन पर चर्चा की गई। 

 शिविर में दिव्यांग अधिकार अधिनियम 2016 कानून के बारे में जानकारी दी जाएगी।

केंद्रीय अध्यक्ष बलदेव राय ने कहा कि दिव्यांगों को उच्च शिक्षा प्राप्त करने पर भी बेरोजगारी का सामना करना पड़ रहा है और रोजगार के लिए दर-दर भटक रहे है। कहा कि सरकार भी दिव्यांगों के ऊपर कोई कानून सख्ती से लागू नहीं कर रहा है कि दिव्यांग छात्र एवं छात्राओं को हर क्षेत्र में काम मिल सके | यदि सरकार का ऐसा रवैया रहा तो दिव्यांग मोर्चा सरकार के खिलाफ आंदोलन करने के लिए बाध्य हो जाएंगे।

समिति के कोषाध्यक्ष प्रियतम सिंह ने कहा कि राज्य सरकार के द्वारा शिक्षित एवं बेरोजगार दिव्यांग के लिए बैकलॉग बहाली निकालकर जल्द से जल्द नियुक्ति किया जाए। आनेवाले बहाली प्रक्रिया में दिव्यांग के लिए दिव्यांग अधिकार अधिनियम 2016 कानून के तहत नियमों का पालन करते हुए बहाली प्रक्रिया शुरू किया जाए। 

बैठक में प्रियतम कुमार सिंह, सुकुमार दास, डमरूधर सिंह, संतोष प्रसाद साह, विनोद प्रसाद ठाकुर ,भोला शर्मा, काशीनाथ राय, उपेंद्र राय, प्रफुल दास, वकील दास, मुन्ना पंडित, सुनील मांझी , अजीत कुमार राय, निरंजन मंडल , रामचंद्र राय आदि मौजूद थे।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका : नेशनल हैंडबॉल चैंपियनशिप में रेफरी की भूमिका निभानेवाले फरीद सम्मानित, झारखण्ड को मिला था तीसरा स्थान


दुमका : राजस्थान के बांसवाड़ा में संपन्न 45 वें जूनियर बालक नेशनल हैंडबॉल चैंपियनशिप में टेक्निकल ऑफिशियल रेफरी की भूमिका निभाने वाले दुमका के फरीद खान को सम्मानित किया गया। फरीद को ओलंपिक संघ के पूर्व कोषाध्यक्ष आनंदेश्वर पांडे ने सम्मानित किया। चैंपियनशिप में झारखण्ड तीसरे स्थान पर रहा जिसमें दुमका के आसिफ अहमद और शाहिद अफरीदी ने ब्रोंज मेडल जीता था।

दुमका हैंडबॉल संघ के संरक्षक डॉक्टर तुषार ज्योति ने फरीद खान को बधाई देते हुए कहा कि फरीद खान के नेतृत्व में दुमका के खिलाड़ियों द्वारा नेशनल चैंपियनशिप में ब्रोंज मेडल प्राप्त करना गर्व की बात है। फरीद ऑफिशियल टेक्निकल के रूप में भी नेशनल चैंपियनशिप में अपनी भागीदारी निभा रहे हैं। 

डीआईजी सुदर्शन प्रसाद मंडल ने बधाई देते हुए कहा कि लगातार मेहनत और प्रयास के बदौलत फरीद खान को नेशनल चैंपियनशिप में टेक्निकल ऑफिशियल एवं रेफरी की भूमिका के लिए चयन किया गया था जिसमें वह दुमका का नाम रोशन कर दुमका वासियों को गौरवान्वित किया है।

दुमका हैंडबॉल संघ के पूर्व खिलाड़ी एवं कोच अमित आनंद ने भी बधाई दी। 

जिला हैंडबॉल संघ के अध्यक्ष प्रदीप्त मुखर्जी ने बधाई देते हुए कहा कि दुमका के लिए यह सम्मान की बात है। यहां के खिलाड़ी नेशनल गेम में मेडल प्राप्त कर एवं रेफरी टेक्निकल ऑफिशियल के रूप में योगदान देकर दुमका को गौरवान्वित कर रहे हैं।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका : कांग्रेस ने निकाला मशाल जुलूस, केंद्र सरकार के रवैये पर उठाया सवाल

दुमका : - राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता समाप्त किये जाने और केंद्र सरकार के नीतियों के खिलाफ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को मशाल जुलूस निकाला। मशाल जुलूस का नेतृत्व पार्टी के जिलाध्यक्ष महेश राम चंद्रवंशी ने की। मशाल जुलूस में मुख्य रूप से जिला प्रभारी रविन्द्र वर्मा एवं पार्टी नेता श्यामल किशोर सिंह मौजूद थे। 

कांग्रेस भवन से निकली जुलूस शहर के मुख्य मार्ग से गुजरते हुए वीर कुंवर सिंह चौक पहुँची और सभा में तब्दील हो गई। जिला प्रभारी रविन्द्र वर्मा ने कहा कि यह आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक पीएम नरेंद्र मोदी यह नही बता देते कि अडानी के शेल कंपनी में बीस हजार करोड़ रूपया किसका है और उस रुपया का संबंध पीएम से क्या है।

पार्टी नेता श्यामल किशोर सिंह ने कहा कि कांग्रेस परिवार मोदी के गीदड़ भभकी से डरने वाली नही है। राहुल गांधी का संघर्ष महंगाई, भ्रष्टाचार और बेरोजगारी को लेकर है और इस संघर्ष से केंद्र की सरकार डरी हुई है। जिलाध्यक्ष महेश राम चंद्रवंशी ने कहा कि देश को बचाने के लिए राहुल गांधी घर से निकल कर भारत जोड़ो कार्यक्रम के तहत 3570 किलोमीटर की पद यात्रा किया और जमीनी हकीकत को जाना। 

देश की मोदी सरकार झूठ के बुनियाद पर टिकी हुई है। अडानी मामले में राहुल गांधी के सवाल पर भाजपा की सरकार ने अपनी कूटनीति के तहत उनकी सदस्यता को समाप्त करने काम किया। हमें इस बात से कोई परेशानी नहीं है। हमें इस बात से परेशानी है कि आज देश में सच्चाई बोलने पर किस प्रकार सजा दिया जाता है। 

मौके पर प्रो मनोज अम्बष्ठ, डॉ सुशील मरांडी, संजीत सिंह, अरविंद कुमार, मो अलीइमाम टिंकू, युगल किशोर सिंह, प्रेम कुमार साह गणेश, सागेन मुर्मू, रोमी इमाम, छवि बागची, स्टीफन मरांडी, विलियम टुडू, अनुज मंडल, शहरोज शेख, करण चंद्रवंशी, देवू सिंह, रवि कुमार, रूपेश कुमार, दशरथ मंडल, राजीव जयसवाल, स्टीफन बेसरा, ममता साह, संतोष सिंह, अविनाश कुमार, मो कलामउद्दीन अंसारी, मो अनवर, सनय कुमार चौबे, मो हसलैन, मिठ्ठु यादव, सुनिल किस्कू, विमल बेसरा, फ्रांसिस मुर्मू, सोनाधन हेंब्रम, मंटु मरांडी, विवेक दास, एलेक्स मुर्मू, अभय मरांडी आदि मौजूद थे।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका : 23 जून से रांची में शुरू होगी राज्य स्तरीय फिल्म फेस्टिवल, पोस्टर का किया गया लोकार्पण


दुमका : चित्रपट झारखण्ड द्वारा 23 से 25 जून तक राँची के सरला बिड़ला विश्वविद्यालय के परिसर में होनेवाली राज्य स्तरीय फिल्म फेस्टिवल के पोस्टर का लोकार्पण मंगलवार को अग्रसेन भवन के सभागार में किया गया। 

चित्रपट के प्रांतीय अध्यक्ष नन्द कुमार सिंह ने कहा कि बदलते समय में मनोरंजन उद्योग में क्रांति आ रही है। इसके मध्यम से झारखण्ड की भाषा और संस्कृति को विश्व पटल पर लाने की जरूरत है। कहा कि जिन सांस्कृतिक मूल्यों के विषय को लेकर भारतीय सिनेमा की शुरुआत हुई थी, आज उसमें काफी बिखराव दिखने लगा है।

 इसी पृष्ठभूमि में चित्रपट झारखण्ड का गठन किया गया है। कहा कि यह संगठन राज्य में लगातार कार्यशालाओं का आयोजन करके एक तरफ श्रेष्ठ फिल्म निर्माताओं की टीम खड़ी कर रहा है, वहीं दूसरी ओर युवाओं के लिए रोजगार के अवसर सृजित करने की जमीन भी तैयार कर रहा है।

चलचित्र महोत्सव के बारे में जानकारी देते हुए चित्रपट झारखण्ड की प्रांतीय टोली के राकेश रमण ने बताया कि झारखण्ड राज्य की भाषा संस्कृति और जनजातीय जीवन को केंद्र में रखकर यह महोत्सव किया जा रहा है जिसमें राज्य के फिल्मकार मात्र 250 तथा 100 रुपये का शुल्क भरकर प्रतिभागी बन सकते हैं। इसकी पूरी जानकारी वेबसाइट www. chitrapatjharkhand.org पर उपलब्ध है। साथ ही पोस्टर पर दिये गये क्यू आर कोड को स्कैन करके भी जानकारी ली जा सकती है। 

श्री कुमार ने कहा कि इस महोत्सव में झारखण्ड के फिल्मकारों के लिए कुल मिलाकर दो लाख रुपये के पुरस्कार भी रखे गये हैं। साथ ही महोत्सव एवं इसके विषय पर आधारित एक स्मारिका भी प्रकाशित होगी जो सभी के लिए संग्रहणीय होगी। चित्रपट दुमका के प्रभारी ऋतुराज कश्यप ने

कार्यक्रम का संचालन एवं धन्यवाद ज्ञापन राकेश रमण ने किया।  

मौके पर साहित्यकार अंजुला मुर्मू एवं विशिष्ट अतिथि एमानुएल सोरेन, अरुण सिन्हा, मधुर सिंह, पवन मिश्रा, दशरथ हांसदा, विद्याकांत शुक्ला, राजीव नयन तिवारी तथा फिल्मकार मुकेश टुडू, अजित टुडू, राजू सोरेन, अंजनी शरण आदि उपस्थित थे। 

  

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)