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मदद के लिए तुर्की दूतावास के अधिकारी ने लखनऊ सहित पूरे भारत की प्रशंसा की


लखनऊ। इंसानियत वेलफेयर सोसाइटी टीम लखनऊ सहित तमाम सामाजिक संगठनों के मिशन हेल्प फॉर तुर्की के तहत आज एकत्र की गई धनराशि का डीमांड ड्राफ्ट नई दिल्ली स्थित तुर्की दूतावास के अधिकारी को सौंप दिया गया।

आज डीमांड ड्राफ्ट लेकर लखनऊ से दिल्ली तुर्की एम्बेसी जाने वालो में इंसानियत वेलफेयर सोसाइटी के राशिद जमील साहब, शाहिना परवीन एडवोकेट सुप्रीम कोर्ट,काज़ी आतिफ उस्मानी साहब,मोहम्मद अज़हरुद्दीन साहब,अहसन रईस प्रमुख थे।टीम ने भूकंप पीड़ितों की मदद के लिए तुर्की दूतावास के अधिकारी को पांच लाख चालीस हजार रूपये का डिमांड ड्राफ्ट सौंपा।

इस मौके पर तुर्की दूतावास के अधिकारी मिस्टर सेनेज़र ने इंसानियत वेलफेयर सोसायटी और टीम लखनऊ सहित पूरे भारत का मदद के लिए शुक्रिया अदा किया।इस अवसर शराबबंदी संघर्ष समिति के अध्यक्ष मुर्तुजा अली,इंसानियत वेलफेयर सोसाइटी के अध्यक्ष कुदरत उल्ला ने संस्था मिशन हेल्प फॉर तुर्की अभियान में मदद करने वाली संस्था इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया, एहसास फाउंडेशन,एम एम ग्रुप रॉयल कैफे, गोल्डन फ्रेंड्स, सर्व समाज उद्योग व्यापार मंडल, हिंदुस्तान सेवा संस्थान,अल खैर फाउंडेशन ,शराबबंदी संघर्ष समिति, ट्रस्ट मी सोसाइटी, पीस एजुकेशनल चैरिटेबल ट्रस्ट,उत्तर प्रदेश जिला मान्यता प्राप्त पत्रकार एसोसियेशन,हिंदुस्तान सेवा संस्थान,नगरामी टूर एंड ट्रैवल, हम भारत है ट्रस्ट, जश्न ए आजादी ट्रस्ट, मदद फाउंडेशन, केएसपी वेलफेयर सोसाइटी, अल खैर सोसायटी न्यूज़पेपर ट्रस्ट ऑफ इंडिया अमन शांति समिति, लखनऊ गुरुद्वारा प्रबंध समिति, ट्रस्ट मी फाउंडेशन आदि का तहे दिल से शुक्रिया अदा किया।

*छात्रों के बीच एक प्रेरक शिक्षक के रूप में दिखे जिलाधिकारी*


लखनऊ। सोमवार को ब्लॉक सरोजनीनगर के प्राथमिक विद्यालय बगियामऊ में ‘‘स्कूल चलों अभियान’’ के तहत मुख्य अतिथि जिलाधिकारी सूर्यपाल गंगवार ने हरी झंडी दिखाकर रैली का शुभारंभ किया गया।

कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्जवलन एवं सरस्वती प्रतिमा पर माल्यार्पण के साथ हुआ। विद्यालय के शिक्षकों द्वारा जिलाधिकारी एवं अन्य सभी अतिथियों का स्वागत किया गया। इस अवसर पर बच्चों द्वारा सरस्वती वंदना एवं स्वागत गीत प्रस्तुत किया गया।

कार्यक्रम में जिलाधिकारी द्वारा बच्चों को निःशुल्क पुस्तकें भी वितरित की गई। अद्भुत प्रतिभा के धनी एवं अपने सरल स्वभाव के कारण जिलाधिकारी बच्चों के समक्ष एक अधिकारी के रूप में ना होकर उनके पथ प्रदर्शक के रूप में अपने संबोधन द्वाऱा बच्चों को शिक्षा का महत्व जीवन का लक्ष्य निर्धारित कर आगे बढ़ने को प्रेरित किया। जिलाधिकारी द्वारा स्वरचित कविता ‘‘संघर्ष की चर्चाओं का एक नाम बनकर’’ के माध्यम से बच्चों को निरंतर संघर्षशील बने रहने की प्रेरण दी एवं सभी बच्चों को सपने देखने के लिए कहा और उन्हें पूरा करने के लिए एकाग्र चित्त होकर अपने लक्ष्य को हासलि करने हेतु प्रेरित किया।

जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी लखनऊ अरूण कुमार एवं खण्ड शिक्षा अधिकारी सरोजनीनगर रूद्र प्रताप यादव ने भी अपने उद्धाबोधन द्वारा बच्चों को प्रतिदिन विद्यालय आने एवं कार्यक्रम में उपस्थित सभी अभिभावकों को अपने बच्चों को विद्यालय में नामांकित करवाने के लिए एवं नियमित विद्यालय भेजने के लिए प्रेरित किया।

कार्यक्रम का मंच संचालन उच्च प्राथमिक विद्यालय बगियामऊ की प्रधानाध्यापिका नलिनी मिश्रा, शिक्षिका शारदा गंगवार, अंजलि वाजपेयी, सुविया शाह, शिक्षा मित्र अनुपम यादव एवं उच्च प्राथमिक विद्यालय बगियामऊ की प्रधानाध्यापिका अनुराधा मिश्रा, शिक्षिका डॉ मंजू मिश्रा आदि ने अपना बहुमूल्य योगदान दिया। कार्यक्रम में न्याय पंचायत युसूफ नगर की नोडल शिक्षक संकुल उषा रानी गुप्ता व अन्य विद्यालयों के शिक्षक जगतपाल, अखिलेश कुमार, सरोज वर्मा, आरती सचान एवं राजन और कई। अभिभावक भी उपस्थित थे।

इस अवसर पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी लखनऊ, अरूण कुमार एवं खंड शिक्षा अधिकारी सरोजनीनगर, रूद्र प्रताप यादव, एआरपी उदय प्रताप सिंह एवं ग्राम प्रधान बगियामऊ की उपस्थिति थी।

निराश्रित नहीं होगा एक भी गोवंश, सबके आश्रय/भरण-पोषण का होगा प्रबंध: मुख्यमंत्री


लखनऊ।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को आयोजित एक उच्चस्तरीय बैठक में निराश्रित गोवंश आश्रय स्थलों के प्रबंधन और प्रदेश में दुग्ध उत्पादन/संग्रह की अद्यतन स्थिति की समीक्षा की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।कहा राज्य सरकार पशु संवर्धन, संरक्षण के लिए सेवाभाव के साथ सतत प्रयासरत है। गोवंश सहित सभी पशुपालकों के प्रोत्साहन के लिए सरकार द्वारा अनेक योजनाएं संचालित की जा रही हैं। पात्र लोगों को इसका लाभ मिलना सुनिश्चित कराया जाए।

सभी ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में कोई भी गोवंश निराश्रित न हो

जनभावनाओं का सम्मान करते हुए राज्य सरकार द्वारा निराश्रित गोवंश का संरक्षण करते हुए उनके चारे-भूसे के लिए भी आवश्यक प्रबंध किया गया है। वर्तमान में संचालित 6719 निराश्रित गोवंश संरक्षण स्थलों में 11 लाख 33 हजार से अधिक गोवंश संरक्षित हैं। बीते 20 जनवरी से 31 मार्च तक संचालित विशेष अभियान के तहत 1.23 लाख गोवंश संरक्षित किए गए। यह सुनिश्चित किया जाए कि प्रदेश के सभी ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में कोई भी गोवंश निराश्रित न हो।

हर माह गोवंश का होगा सत्यापन

जनपद संभल, मथुरा, मीरजापुर, शाहजहांपुर, संतकबीरनगर, अमरोहा, गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद और फर्रुखाबाद में सर्वाधिक गोवंश संरक्षित किए गए हैं। गोवंश संरक्षण के लिए जारी नियोजित प्रयासों के अच्छे परिणाम मिल रहे हैं। चरणबद्ध रूप से सभी जिलों में इसी प्रकार निराश्रित गोवंश का बेहतर प्रबंधन किया जाए।सीएम योगी ने कहा कि सभी प्रकार के निराश्रित गोवंश स्थलों को चारा-भूसा व अन्य आवश्यक कार्यों के लिए उपलब्ध कराई जाने वाली धनराशि सीधे गो-आश्रय स्थलों को उपलब्ध कराई जाए। डीबीटी प्रणाली उपयोग में लाएं। हर माह की 25 से 30 तारीख तक गोवंश का सत्यापन करते हुए विकास खंड स्तर पर पशुपालक अधिकारी और एडीओ पंचायत/बीडीओ द्वारा रिपोर्ट जिला प्रशासन को भेजी जाएगी।

गोवंश को केवल सूखा भूसा ही नहीं, हरा चारा भी दिया जाए

इसके बाद, अगले माह की 05 तारीख तक मुख्य पशुपालन अधिकारी और मुख्य विकास अधिकारी द्वारा शासन को रिपोर्ट भेजी जाएगी। यह सुनिश्चित किया जाए कि यह धनराशि गोवंश के लिए है, उसका सदुपयोग हो। गोवंश को केवल सूखा भूसा ही नहीं, हरा चारा भी दिया जाए। स्थानीय जनता का सहयोग लें। पैसा मिलते ही चोकर/भूसा खरीद का भुगतान कर दिया जाए।गोवंश संरक्षण के लिए प्रदेश में वृहद संरक्षण केंद्र बनाए जा रहे हैं। यह सुखद है कि अब तक 274 वृहद गोवंश संरक्षण केंद्र क्रियाशील हो गए हैं। आगामी छह माह में शेष 75 वृहद गोवंश स्थल तैयार कर लिए जाएं। इससे आमजन को बड़ी सुविधा मिलेगी।

₹900 प्रतिमाह की राशि हर महीने उपलब्ध करा दी जाए

गोवंश संरक्षण स्थलों पर केयर टेकर तैनात किए जाएं। गायों को समय-समय पर घुमाने भी ले जाना चहिए। गोवंश की बीमारी/मृत्यु की दशा में यह केयर टेकर सभी आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित करेगा।गोवंश संरक्षण के लिए संचालित मुख्यमंत्री सहभगिता योजना के आशातीत परिणाम मिले हैं। अब तक 17 लाख 74 हजार से अधिक गोवंश इस योजना के तहत आमजन को सुपुर्द किए गए हैं। और कुपोषित बच्चों वाले परिवार को दूध की उपलब्धता के लिए पोषण मिशन के अंतर्गत 3,598 गोवंश दिए गए हैं। गोवंश की सेवा कर रहे सभी परिवारों को ₹900 प्रतिमाह की राशि हर महीने उपलब्ध करा दी जाए। इसमें कतई विलम्ब न हो। डीबीटी के माध्यम से धनराशि सीधे परिवार को भेजी जाए। गोवंश सत्यापन के लिए स्थानीय स्तर पर उपजिलाधिकारी स्तर के अधिकारी को नामित किया जाए।

अंत्येष्टि स्थल/श्मशान घाट पर उपयोग की जाने वाली कुल लकड़ी में 50% गोवंश उपला/गोइठा का उपयोग किया जाए। यह उपला/गोइठा निराश्रित गोवंश स्थल से उपलब्ध कराया जाएगा। गोइठा से होने वाली आय उस गोवंश स्थल के प्रबंधन में उपयोग हो सकेगी।सभी 17 नगर निगमों और नगर पालिका वाले जिला मुख्यालयों पर कैटल कैचर वाहन की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए।

प्रदेश की सहकारी दुग्ध समितियों से जुड़े दुग्ध उत्पादकों के दुग्ध का लाभकारी मूल्य सुनिश्चित करते हुए आम जनमानस को गुणवत्तायुक्त दूध और दूध उत्पाद उचित मूल्य पर उपलब्ध कराने के लिए राज्य सरकार संकल्पित है। सतत समन्वित प्रयासों से प्रदेश में दुग्ध समितियों ने दुग्ध उत्पादन, संग्रह, विक्रय आदि में अभूतपूर्व कार्य किया है। इससे हमारे पशुपालकों की आय में बढ़ोतरी हुई है। बलिनी मिल्क प्रोड्यूसर जैसी संस्थाओं ने अनुकरणीय कार्य किया है। सभी जनपदों में दुग्ध समितियों के गठन को और विस्तार दिया जाए। इसमें महिलाओं की भूमिका महत्वपूर्ण हो सकती है।

मंत्रिपरिषद के निर्णयानुसार आवश्यक कार्यवाही की जाए

राज्य सरकार ने जनपद कानपुर, मुरादाबाद, गोरखपुर, आजमगढ़ और प्रयागराज में निजी क्षेत्र के सहयोग से नए डेयरी प्लांट स्थापित करने का निर्णय लिया है। इस सम्बंध में मंत्रिपरिषद के निर्णयानुसार आवश्यक कार्यवाही की जाए। दुग्ध एवं दुग्ध पदार्थों की ऑनलाईन बिक्री की व्यवस्था हेतु ई-कामर्स पोर्टल paragdairy.com उपयोगी सिद्ध हो रहा है। प्रदेश के शहरी क्षेत्रों मे पराग मित्र एवं ग्रामीण क्षेत्रों में महिला स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से ऑनलाइन दुग्ध एवं दुग्ध उत्पादों का विक्रय किया जा रहा है। ई-कामर्स पोर्टल के माध्यम से अब तक 71,068 उपभोक्ता, 89 महिला स्वंय सहायता समूह व 215 पराग मित्र जोड़े जा चुके हैं। ई-कामर्स पोर्टल के माध्यम से लगभग 6 करोड़ का व्यवसाय किया गया है। इसे और मजबूत बनाए जाने के लिए आवश्यक प्रयास किए जाएं।

उत्तर प्रदेश दुग्ध उत्पादन में अग्रणी राज्य है। गांवों में दुग्ध सहकारी समितियों गठित कर दुग्ध उत्पादकों को गांव में ही उनके दूध के उचित मूल्य पर विक्रय की सुविधा उपलब्ध कराने हेतु नन्द बाबा दुग्ध मिशन योजना संचालित की गयी है। इसके अच्छे परिणाम मिले हैं। अधिकाधिक दुग्ध उत्पादकों को इसका लाभ दिलाया जाए।गोवंश नस्ल सुधार के कार्यक्रमों को बढ़ाये जाने की जरूरत है। विकास खंड पर स्थापित वृहद गो-आश्रय स्थल इस कार्य के लिए उपयोगी हो सकते हैं।

टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए

पशुपालकों को आपातकालीन सहायता के लिए टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए। यहां कभी भी कोई भी पशुपालक चिकित्सक से परामर्श प्राप्त कर सकता है। ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों को इस सेवा के बारे में अधिकाधिक जानकारी दी जाए, ताकि लोग इस सेवा का लाभ उठा सकें।पशुपालन, दुग्ध उत्पादन, विक्रय, नस्ल सुधार आदि सम्बंधित विषयों की संबंधित विभागीय मंत्री द्वारा साप्ताहिक समीक्षा की जाए। लक्ष्य निर्धारित करें, उसके सापेक्ष प्रयास करें।

काकोरी ब्लाक के नरौना ग्राम में एक हिंसक वन्य जीव देखे जाने वन विभाग ने की पुष्टि, तेंदुआ नहीं लकड़बग्घे का मिला निशान


लखनऊ। प्रभागीय वनाधिकारी अवध वन प्रभाग, लखनऊ डा रवि कुमार सिंह ने बताया कि अवध वन प्रभाग, लखनऊ के लखनऊ रेंज के तहत काकोरी ब्लाक के नरौना ग्राम में एक हिंसक वन्य जीव देखे जाने व स्थानीय निवासी एक व्यक्ति के घायल होने की कल रात्रि को सूचना प्राप्त हुई थी, जिसके क्रम में डीएफओ, लखनऊ डा रवि कुमार सिंह द्वारा तत्काल क्षेत्रीय वन अधिकारी, लखनऊ एवं उप प्रभागीय वनाधिकारी, लखनऊ को टीम के साथ मौके पर पहुंचकर आवश्यक कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया।

उप प्रभागीय वनाधिकारी, लखनऊ हरी लाल एवं क्षेत्रीय वन अधिकारी, लखनऊ जय प्रकाश गुप्ता सहित वन कार्मिकों की टीम द्वारा हिंसक वन्य जीव देखे जाने वाले स्थल का मौका मुआयना किया गया, लेकिन अंधेरा होने के कारण स्पष्ट रूप से पगमार्क दिखाई नहीं पड़े।

उक्त टीम द्वारा रात्रि गश्त की कार्यवाही की गयी व सुरक्षा की दृष्टिकोण से आम जनमानस को हिंसक वन्य जीव से बचाव के लिये आवश्यक सावधानियां बरतने के लिए अनुरोध भी किया गयाः उप प्रभागीय वनाधिकारी, लखनऊ व क्षेत्रीय वन अधिकारी, लखनऊ के मोबाईल नम्बर भी स्थानीय निवासियों को नोट कराया गया। टीम द्वारा घायल व्यक्ति से मुलाकात व बातचीत की गई, जो प्राथमिक उपचार के बाद स्वस्थ है।

डा रवि कुमार सिंह ने बताया कि सोमवार सुबह 10ः30 बजे क्षेत्रीय वन अधिकारी, लखनऊ द्वारा लकड़बग्घा (Hyena) के पगमार्क देखे जाने की पुष्टि की गई है।

लकड़बग्घा (Hyena), कभी-कभी अकेले बैठे व्यक्ति पर अचानक से हमला कर आंशिक रूप से घायल कर देता है। जॉच टीम द्वारा सूचित किया गया कि ट्रैप किये गये पगमार्क अपेक्षाकृत छोटे व नाखूनों के निशान के साथ हैं, जो कि तेंदुआ जैसे बिल्ली प्रजाति के वन्य जीव की पुष्टि नहीं करते हैं। लखनऊ रेंज की टीम द्वारा लकड़बग्घा (Hyena) को सुरक्षित रेस्क्यू करने हेतु आवश्यक कार्यवाही की जा रही है। किसी भी आकस्मिक स्थिति में निम्न मोबाइल नम्बर श्री हरी लाल, उप प्रभागीय वनाधिकारी, लखनऊ, मोनं-9838016560, 7839434892, जेपी गुप्ता, क्षेत्रीय वन अधिकारी, लखनऊ, मोनं-9415724815, 7839434287, मनीश कनौजिया, उप क्षेत्रीय वन अधिकारी, लखनऊ, मोनं-9795708433, जनपदीय कन्ट्रोल रूम-0522-2716723 पर सम्पर्क किया जा सकता है।

गांधी सेतु पुल से छलांग लगाने से पहले राहुल आर्या ने फेसबुक पर लाइव था, तलाश जारी


लखनऊ। समतामूलक चौराहे के पास शनिवार रात गांधी सेतु पुल से छलांग लगाने से पहले राहुल आर्या (30) ने फेसबुक पर लाइव था। इसमें कई लोगों पर प्रताड़ना का आरोप लगा उनको जिम्मेदार ठहराया था। उसके घर से एक सुसाइड नोट भी बरामद बरामद हुआ। इस भी पुलिस ने जांच में शामिल कर लिया है।

सुसाइड नोट और लाइव वीडियो एवं पत्नी के बयान के आधार पर पुलिस ने पांचों पर रिपोर्ट दर्ज की है। उधर, रविवार को कई घंटे तक गोमती में गोताखोर व एसडीआरएफ की टीम राहुल की तलाश में जुटी रहीं। देर शाम तक राहुल का कुछ भी पता नहीं चल सका।

इंस्पेक्टर गोमतीनगर दिनेश चंद्र मिश्रा ने बताया कि राहुल आर्या हजरतगंज स्थित ला-प्लास कॉलोनी के पास रहता है। वह निजी संस्थान में सफाईकर्मी का काम करता है। शनिवार आधी रात राहुल ने गोमती में छलांग लगा दी थी। इससे पहले फेसबुक पर लाइव था। इसमें उसने कुछ लोगों को लेकर कहा था कि वह उनके दबाव में है। इसलिए आत्महत्या करने जा रहा है। वीडियो देख उसके परिचित व परिजन स्तब्ध रह गए थे। वहीं पुलिस को भी सूचना मिल गई थी।

पुलिस के मुताबिक, करीब आठ साल पहले जिनसे राहुल का विवाद हुआ था उसने उनका नाम लिया था। सुसाइड नोट में भी उनके नाम लिखे। राहुल की पत्नी संजना उर्फ चांदनी की तहरीर पर टोनी सिक्का, सुजीत वर्मा उर्फ कुक्कू, रीतिका, राधा और नेहा के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज किया गया है।

संजना ने बताया कि शनिवार रात करीब 9 बजे राहुल साथ घर लौटी थी। घर पर छोड़ने के बाद राहुल ने नरही जाने की बात कही थी। करीब साढ़े 11 बजे मोबाइल खोला तो फेसबुक पर वीडियो देख दंग रह गई। आनन-फानन भतीजी को बुलाया और वीडियो के बारे में जानकारी की। इसके बाद राहुल को कॉल किया तो पुलिस ने उठाया और गांधी सेतु पुल पर पहुंचने के लिए कहा। वहां पहुंचने पर पुल से कूदने की जानकारी हुई।

संजना ने बताया कि शिवनगर के रहने वाले लड़कों से विवाद हुआ था। इसमें सुजीत वर्मा उर्फ कुक्कू के परिवार की मदद की थी। आरोप है कि उल्टा इन लोगों ने राहुल के खिलाफ फर्जी मुकदमा दर्ज कराया था। इंस्पेक्टर गोमतीनगर के मुताबिक मुकदमा कुछ वक्त बाद खत्म हो गया था।

गैस सिलेंडर में लीकेज से लगी आग, मासूम सहित दो की मौत, 16 झुलसे


लखनऊ। उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद में बड़ा हादसा हुआ है। घर में हुए देवी जागरण के बाद गैस रिसाव होने से मासूम और महिला की मौत हो गई। जबकि 16 लोग झुलस गए। झुलसे हुए लोगों को सीएचसी में भर्ती कराया गया है। सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंच गए।

कोतवाली कायमगंज के गांव भटासा के रहने वाले रामौतार के घर रात में देवी जागरण हुआ था। सुबह घर में ही खाना बन रहा था। गैस रिसाव से कमरे और घर में गैस भर गई। अचानक इसमें आग लगने से वहां मौजूद 16 लोग झुलस गए। 62 वर्षीय शांति देवी पत्नी ब्रजभान और चार वर्षीय आर्यान्श पुत्र मुकेश की मौके पर ही मौत हो गई।

झुलसे लोगों को सीएचसी लाया गया। जहां से लोहिया अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया। लोहिया अस्पताल में हालत गंभीर होने पर अनुज और अमरावती को हायर सेंटर रेफर कर दिया गया। जबकि नितिन और अमित कुमार का इलाज चल रहा है।

गुल फाउंडेशन द्वारा मदद की मुहिम जारी


लखनऊ।गुल फाउंडेशन द्वारा मदद की मुहिम जारी है।रमजान के मौके पर हर जरूरतमंद के घर खुशियां बांटने का काम गुल फाउंडेशन द्वारा किया जा रहा है।इसी कड़ी में आज खुर्रम नगर में गरीब जरूरतमंदों को एक महीने का राशन और नए कपड़े वितरित किए गए।इस आयोजन में मुख्य अतिथि के रूप में मोहम्मद अफ़ज़ल,आमिर,मोहम्मद आदिल मौजूद थे।संस्था द्वारा इससे पहले भी चौक और गोमती नगर में भी राशन किट का वितरण किया जा चुका है।

राशन किट में आटा,चावल,दाल मसाले,रिफाइंड तेल व कई अन्य जरूरत का समान था।जरूरतमंद ईद अच्छे से मना सकें इसलिए ईद का सारा सामान दिया गया।गुल फाउंडेशन की अध्यक्षा गुलेराना सईद ने कहा कि जब से उन्होंने गुल फाउंडेशन की नींव डाली है उसी समय प्रण लिया है कि वह गरीब जरूरतमंदों के लिए हमेशा खड़ी रहेंगी।

उन्होंने कहा कि महिलाओं को आत्मनिर्भर और गरीब बच्चों को शिक्षित करने का काम गुल फाउंडेशन ऐसे ही निरंतर करता रहेगा। गुल फाउंडेशन ने पूरे रमजान लखनऊ के अलग-अलग जगह पर जाकर रमजान किट का वितरण किया जाएगा।इस अवसर पर गुल फाउंडेशन की सीमा खान, जोया, शुभ्रा सक्सेना, परवीन अख्तर, अमीर आदि मौजूद रही।

यमुना झील से हटाए गए अवैध निर्माण


लखनऊ। रविवार को एक बार फिर से झील बचाओ अभियान के प्रयासों से ऐशबाग के ऐतिहासिक जमुना झील पर हुए अवैध निर्माणों पर सरकारी बुलडोजर चला।

ज्ञात हो कि शुक्रवार को मंडलायुक्त की मौजूदगी में जमुनाझील से अवैध निर्माण हटाने का जो सिलसिला शुरू हुआ वो रविवार तक जारी रहा।

रविवार को जिला प्रशासन व नगर निगम की टीम मौके पर पहुंची और अवैध निर्माणों मे किराए पर रह रहे परिवारों को सरकारी रैन बसेरा में विस्थापित कराए जाने के बाद झील पर हुए अवैध पक्के निर्माणों का धवस्तीकरण शुरू किया गया । कब्जेदार की तरफ से किसी तरह का विरोध न किया जा सके। इस लिए पुलिस और पीएसी की भी भारी व्यवस्था की गई थी ।

कार्यवाही करने वालों में एडीएम प्रशासन विपिन मिश्रा, एसडीएम सदर नवीन चन्द्र , नगर निगम जोन 2 के जोनल अधिकारी मनोज यादव के अलावा लेखपाल अमीन आदि मौजूद रहे।

राज्यपाल ने 200 बिस्तरों वाले वेलसन मेडिसिटी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल का उद्घाटन किया


लखनऊ। उत्तर प्रदेश की महामहिम राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने रविवार को वेलसन मेडी सिटी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल का उद्घाटन किया। वृंदावन योजना के तहत अमर शहीद पथ पर स्थित, वेलसन मेडिसिटी एक 200 बिस्तरों वाला मल्टी-सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल है जो लखनऊ शहर के लोगों के साथ-साथ लखनऊ-कानपुर राजमार्ग और राज्य भर के अन्य शहरों के आसपास बसे लोगों को विश्व स्तरीय सुविधाएं और गंभीर बीमारियों के दौरान आवश्यक सुविधाएं प्रदान करेगा |

रविवार को अस्पताल के उद्घाटन समारोह के दौरान राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि वेलसन मेडिसिटी हॉस्पिटल में आज सुपर स्पेशियलिटी सेवाएं शुरू होंगी, जिससे उत्तर प्रदेश के नागरिकों की जान बच सकेगी।

मैं यहाँ के प्रबंधन और डॉक्टरों को बधाई देना चाहती हूं और मुझे विश्वास है कि ये नया अस्पताल रोगी देखभाल में नए मील के पत्थर स्थापित करेगा। मैं यहां के डॉक्टरों की टीम से विशेष रूप से अनुरोध करुँगी कि वे इस अस्पताल में आने वाले प्रत्येक रोगी को सर्वोत्तम देखभाल देने में कोई कसर न छोड़ें।

इस अवसर पर राज्यपाल ने यह भी कहा, "मुझे बताया गया है कि वेलसन मेडिसिटी, लखनऊ में एक सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल स्थापित करने के बाद, लखनऊ के आसपास के 10 और जिलों में 100 बिस्तरों वाले अस्पतालों के माध्यम से अपनी सेवाओं का विस्तार करेगा।

डॉ शैलेश त्रिपाठी, अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक, वेलसन मेडिसिटी सुपर-स्पेशियलिटी हॉस्पिटल ने कहा, "कार्डियोलॉजी, गैस्ट्रोएंटरोलॉजी और न्यूरोलॉजी जैसे विशेष विभागों के अलावा, राज्यपाल हमारे पल्मोनरी मेडिसिन विभाग से वास्तव में प्रभावित थी, जो ट्यूबरक्लोसिस और फेफड़ों के रोगियों के लिए अत्यंत लाभकारी सिद्ध होगा ।

विभाग में रोगियों का उपचार भी राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम के अनुरूप होगा।"

अस्पताल में पांच मॉड्यूलर ऑपरेशन थियेटर, अत्याधुनिक कैथ लैब, एक गहन देखभाल इकाई यानि आईसीयू, मरीजों के लिए निजी कमरे, एक ब्लड बैंक, वेंटिलेटर और डायलिसिस की सुविधा के साथ-साथ अस्पताल में ही पैथोलॉजी लैब भी है।

अस्पताल में कार्डियोलॉजी और कार्डियक सर्जरी, गैस्ट्रोएंटरोलॉजी और गैस्ट्रो-सर्जरी, न्यूरोलॉजी और न्यूरोसर्जरी, नेफ्रोलॉजी और यूरोलॉजी जैसे सुपर स्पेशलाइज्ड विभाग भी मौजूद हैं जो इन गंभीर बीमारियों से जुड़े इलाज मुहैया करेंगे।

*डीएम या जिला उद्योग उपायुक्त की संस्तुति पर निवेशकों को भूमि खरीद पर मिलेगी छूट*


लखनऊ। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (जीआईएस-23) को धरातल पर उतारने के लिए योगी सरकार ने तैयारी शुरू कर दी है। यूपी में सशक्त कानून व्यवस्था बनाकर निवेश के अनुकूल पहले ही माहौल दे चुकी योगी सरकार अब सुविधाओं का लाभ दिलाने के लिए सारी जमीन भी तैयार कर चुकी है।

उत्तर प्रदेश औद्योगिक निवेश व रोजगार प्रोत्साहन नीति- 2022 के तहत नई इकाई लगाने के लिए स्टांप में छूट प्रदान की जाएगी।

बुंदेलखंड-पूर्वांचल, पश्चिमांचल-मध्यांचल व नोएडा-गाजियाबाद के लिए छूट की सीमा अलग-अलग रखी गई है। हालांकि, ये भी स्पष्ट किया गया है कि नीति के तहत निवेश के लिए भूमि खरीद पर स्टांप ड्यूटी में लाभ जिलाधिकारी या जिला उद्योग उपायुक्त की संस्तुति पर ही प्राप्त होगा।

इन प्रतिबंधों/शर्तों के अधीन मिलेगी छूट

ताजा अधिसूचना के मुताबिक डीएम/उपायुक्त उद्योग को हस्तांतरण-पट्टा की पुष्टि करनी होगी कि यह छूट उत्तर प्रदेश औद्योगिक निवेश व रोजगार प्रोत्साहन नीति-2022 के अधीन ही दी जाए। उक्त दोनों में से किसी एक अधिकारी को इसके लिए साक्षी के रूप में हस्ताक्षर भी करना होगा।

किसी अन्य नीति के अधीन सुविधा प्राप्त कर चुकी इकाई स्टांप शुल्क छूट या माफी प्राप्त करने के लिए पात्र नहीं मानी जाएगी। उपबंधों का क्रियान्वयन स्टांप व पंजीकरण विभाग द्वारा जारी/विद्यमान प्रक्रियागत सिद्धांतों के अनुसार ही किया जाएगा। 2022 में जारी हो चुके शासनादेश से ही यह नीति क्रियान्वयन के संबंध में प्रभावी मानी जाएगी।

स्टांप शुल्क में मिलेगी छूट, पूर्वांचल-बुंदेलखंड को वरीयता

शासन की तरफ से जारी अधिसूचना में प्रावधानों को स्पष्ट किया गया है। इसके तहत बुंदेलखंड व पूर्वांचल को वरीयता मिली है। जीआईएस के तहत कुल निवेश का 29 फीसदी पूर्वांचल व 13-13 फीसदी निवेश बुंदेलखंड-मध्यांचल में होगा। पश्चिमांचल में कुल निवेश का 45 फीसदी इनवेस्ट होगा।

सरकार ने पिछड़े का दंश झेल रहे बुंदेलखंड व पूर्वांचल में सफलता के कई नए आयाम स्थापित किए हैं। अब इन्हें और सशक्त बनाने के लिए जीआईएस में यहां निवेश के दृष्टिगत एमओयू हुए। पूर्वांचल व बुंदेलखंड में स्टांप छूट पर 100 फीसदी, नोएडा व गाजियाबाद को छोड़कर मध्यांचल व पश्चिमांचल में स्टांप शुल्क में 75 फीसदी व नोएडा-गाजियाबाद में स्टांप शुल्क पर 50 फीसदी छूट मिलेगी।

नोएडा व गाजियाबाद के लिए अलग प्रावधान

अधिसूचना के मुताबिक सभी जोन को भी स्पष्ट किया गया है। इसके अनुसार पश्चिमांचल में आगरा, अलीगढ़, मुरादाबाद, सहारनपुर, बरेली व मेरठ मंडल को रखा गया है। इसमें नोएडा व गाजियाबाद जिले शामिल नहीं हैं। इन दोनों जिलों में स्टांप छूट का अलग प्रावधान है।

वहीं पूर्वांचल में प्रयागराज, वाराणसी, मीरजापुर, गोरखपुर, आजमगढ़, बस्ती, अयोध्या, देवीपाटन राजस्व मंडल सम्मिलित होंगे। मध्यांचल में लखनऊ व कानपुर तथा बुंदेलखंड में चित्रकूट धाम व झांसी मंडल में निवेश के लिए छूट प्राप्त होगी।