फिर बिगड़ा मौसम का मिजाज, आंधी-पानी के साथ गिरे ओले
नितेश श्रीवास्तव
भदोही। जिले में मौसम का मिजाज एक बार फिर बिगड़ गया है। दोपहर तक जहां तीखी धूप देखने को मिली। वहीं शाम होते-होते आसमान में बादलों का डेरा हो गया और तेज हवा के साथ बारिश होने लगी। जिले में कई जगहों पर ओले भी गिरे और ज्ञानपुर-दुर्गागंज मार्ग पर पेड़ गिर गया। बारिश के कारण के किसानों की बची-खुची उम्मीद भी धूमिल हो गई।
एक सप्ताह पहले बेमौसम बारिश के किसान हुए नुकसान से किसान उबर भी नहीं पाए थे कि रविवार की शाम एक बार फिर मौसम बिगड़ गया। शाम पांच बजे आसमान में अचानक बादल छा गए और देखते ही देखते तेज आंधी-तूफान चलना शुरू हो गया। अंधड़ में कई जिले में कई झोपड़ियों के छज्जर उड़ गए तो ज्ञानपुर-दुर्गागंज रोड पर बीच सड़क पर पेड़ गया। जिससे आवागमन बाधित हो गया।
आंधी-तूफान के साथ मूसलाधार बारिश भी होने लगी, जो लगभग आधे घंटे तक होती रही। इसके बाद बारिश की रफ्तार कुछ कम हुई। दूसरी तरफ दुर्गागंज के भानीपुर, अर्जुनपुर, भौथर, हरिकरनपुर, गौरा, मिश्राइनपुर सहित कई गांवों में ओले भी पड़े। जिले के ज्ञानपुर, सरियावां, भदोही, घोसिया, खमरिया, औराई, चौरी, नईबाजार, गोपीगंज सहित सभी इलाकों में आंधी, पानी और तूफान का असर देखने को मिला। बारिश और ओलावृष्टि ने एक बार फिर किसानों को झटका दिया और उनकी बची-खुची फसलें भी बर्बाद होने के कगार पर आ गई। मायूस किसान इन्द्रदेव की मनुहार करते दिखे।
मौसम विशेषज्ञ सर्वेश बरनवाल ने बताया कि एक सप्ताह पूर्व पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव के कारण उत्तर प्रदेश के कई जिलों में बेमौसम बारिश हुई थी। अब रविवार को पश्चिमी विक्षोभ का असर मध्यप्रदेश और राजस्थान के सीमावर्ती इलाकों में रहा। जिसका असर अपने जिले में भी देखने को मिला। बताया कि सोमवार को आसमान में बादल के साथ बारिश की संभावना बनी हुई है।
उन्होंने बताया कि 14 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से चल रही हवाओं के साथ बारिश भी तेज रही। कृषि विशेषज्ञ डॉ. आरपी चौधरी ने बताया कि रविवार की हुई बारिश का सबसे ज्यादा असर किसानों के खेतों में पड़े गेहूं और कट चुकी सरसों, चना और मटर की फसलों पर देखा जाएगा। बताया कि कटी सरसों के दाने बारिश के कारण काले पड़ सकते हैं। इसलिए मौसम साफ होते ही किसान सरसों, चना और मटर जैसी फसलों की मड़ाई कर लें। इससे शेष फसलें बच सकती हैं।
Mar 28 2023, 14:35