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रेलिया बैरन पिया को लिए जाए रे.., चैती महोत्सव-2023 चौथी संध्या में मंत्रमुग्ध हुए श्रोता


लखनऊ। तुलसी शोध संस्थान . के तत्वावधान में श्री रामलीला परिसर ऐशबाग में चल रहे भारतीय नववर्ष मेला एवं चैती महोत्सव-2023 की आज की चौथी संध्या में भरतनाट्यम व उपशास्त्रीय गायन ने मंत्र मुग्ध किया।

भारतीय नववर्ष मेला एवं चैती महोत्सव-2023 की चौथी सांस्कृतिक सन्ध्या का शुभारम्भ लोकगायिका संध्या मिश्रा ने देवी गीत से किया। भगवती देवी दुर्गा के चरणों में समर्पित इस प्रस्तुति के बाद संध्या मिश्रा ने अपनी खनकती हुई आवाज में चैती- ऐहिं ठइयां झुलनि हेराय गईली , कजरी- मिर्जापुर कइला गुलजार हो, लोकगीत- रेलिया बैरन पिया को लिये जाय रे, और बनारसी दादरा रंगी सारी चुनरिया को सुनाकर श्रोताओं को मंत्र मुग्ध कर दिया। इसी क्रम में सोमनाथ ने अपनी मदमस्त आवाज में कजरी, चैती और होली संग अन्य लोकगीतों की सरिता प्रवाहित की।

मन को मोह लेने वाली इस प्रस्तुति के उपरान्त शमशुर्रहमान नवेद के नृत्य निर्देशन में अभिलाषा सिंह, अश्विनी श्रीवास्तव, पंकज पान्डेय, अनुष्का श्रीवास्तव, यशिका शुक्ला, शुभी अग्रवाल, अनुज श्रीवास्तव, ज्योति भट्ट, सिन्जिनी सौम्बिता और शमशुर्रहमान ने दक्षिण भारतीय शास्त्रीय नृत्य शैली भरतनाट्यम में कृष्णामृत नृत्य नाटिका की हृदयग्राही प्रस्तुति दी।

संगीत से सजे कार्यक्रम के अगले प्रसून में निशी मिश्रा के नृत्य निर्देशन में दक्षिता, विदुषी, अंशीका, तान्या, चैरी, उत्सवी, शुभी, रक्क्षीता, अनवी, रेहा, आदया ने श्री राम चन्द्र कृपाल भजमन पर आकर्षक नृत्य प्रस्तुत कर दर्शकों को भगवान श्री राम की भक्ति के सागर में आकन्ठ डुबोया।

दिल को जीत लेने वाली इस प्रस्तुति के उपरान्त भास्कर बोस के निर्देशन में नाटक भगवान परशुराम चरित्र का मंचन किया गया। सशक्त कथानक से परिपूर्ण नाटक मार्कंडेय महादेव में भाग लेने वाले कलाकार थे शंकर पाल, सैमुल, संजीत मंडल, प्रिंस, अपर्णा, प्रिया पांडेय व अन्य मौजूद थे।

भोजपुरी अभिनेत्री और मॉडल आकांक्षा ने वाराणसी के होटल में लगाई फांसी


लखनऊ। भोजपुरी अभिनेत्री और मॉडल आकांक्षा दुबे को लेकर बड़ी खबर आ रही है। आकांक्षा दुबे का शव सारनाथ थाना क्षेत्र के सोमेंद्र होटल में लटकता मिला है। घटना की जानकारी होते ही पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की छानबीन में जुट गई। आकांक्षा 25 साल की थीं और बहुत ही कम समय में इंडस्ट्री में अपनी पहचान बनाई थी।

आकांक्षा दुबे भदोही की रहने वाली थीं और उत्तर प्रदेश की जानी मानी कलाकारों में उनकी गिनती होती थी। आकांक्षा ने भोजपुरी सिनेमा, संगीत और फिल्मों में भी काम किया था। उत्तर प्रदेश की अलावा उनकी पूरे देश में भी अच्छी फैन फॉलोइंग है। आकांक्षा इंस्टाग्राम पर रील्स भी बनाती थीं।

सारनाथ थाना पुलिस ने शव को फंदे से उतरवाकर जांच शुरू की। फिलहाल शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और पुलिस फिल्म की यूनिट से जुड़े हुए लोगों से पूछताछ कर रही है। साथ ही आकांक्षा दुबे के घर वालों को भी इसकी सूचना दी गई है। कुछ देर में आकांक्षा के घरवाले जब वाराणसी पहुंचेंगे उनसे भी जानकारी करने की कोशिश की जाएगी। आखिर वो कौन सी वजह थी जिसके कारण फिल्म अभिनेत्री आकांक्षा दुबे ने ये कदम उठाया या फिर यह आत्महत्या नहीं बल्कि हत्या है। फिलहाल पुलिस दोनों एंगल पर अपनी जांच को आगे बढ़ा रही है।

बताया जा रहा है कि आकांक्षा दुबे ने अपने कैरियर की शुरुआत सोशल प्लेटफॉर्म टिक-टॉक से की थी। टिक-टॉक पर आकांक्षा के टैलेंट को लोगों का फी पसंद किया और उनकी फैन फॉलोइंग जबरदस्त होती गई। उसके बाद में अकांक्षा ने भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखा और एक से बढ़कर एक भोजपुरी गाने और फिल्मों में काम किया। जो लोगों को खूब पसंद आया।

स्कंदमाता के दर्शन को उमड़े भक्त


नितेश श्रीवास्तव

भदोही।‌ वासंतिक नवरात्र के पांचवें दिन रविवार को देवी के पंचम स्वरूप स्कंदमाता की आराधना हुई। सुबह और शाम को देवी मंदिरों में भक्तों की भीड़ लगी रही। दर्शन-पूजन का क्रम पूरे दिन बना रहा। देवी गीतों और भजन से क्षेत्र का वातावरण देवीमय बना हुआ है।

दुर्गा का पांचवां स्वरूप स्कंदमाता का है। वात्सल्य और करुणा की देवी मां स्कंदमाता के इस स्वरूप के स्मरण से प्रतिकूल परिस्थितियों से जूझने की क्षमता प्रबल होती है। सुबह से ही आस्थावान देवी के दर्शन को लालायित रहे। रविवार को कालीन नगरी का कोना-कोना देवी भक्ति में लीन नजर आया।

घर-घर दुर्गा सप्तशती के पाठ के साथ-साथ मंदिरों में वैदिक मंत्रोच्चार और घंटे-घड़ियाल के स्वर कानों में घुलते रहे। नारी शक्ति और मातृशक्ति का सजीव चरित्र प्रदर्शित करने वाले देवी के इस स्वरूप के दर्शन-पूजन के लिए दुर्गा मंदिरों में भीड़ उमड़ी।

स्कंद कुमार की माता होनेे के कारण भगवती के इस स्वरूप को स्कंदमाता कहा जाता है। या देवि सर्वभूतेषु मातृरूपेण संस्थिता, नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम: के वैदिक मंत्रोच्चार से देवी मां का आह्वान किया गया। हरिहरनाथ धाम परिसर के दुर्गा मंदिर में भोर में चार बजे से ही श्रद्धालुओं का आवागमन होता रहा।

इस दौरान जयकारे गूंजते रहे। इसी तरह घोपइला धाम, काली माता मंदिर, शीतला धाम, गोपीगंज दुर्गा मंदिर आदि स्थानों पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। सीतामढ़ी में जगत जननी माता सीता मंदिर पर नवरात्र में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। कोरोना के बढ़ते संक्रमण के कारण मंदिरों में गाइडलाइन का पालन कर भक्तों ने दर्शन पूजन किया। मंदिरों के गर्भगृह के बाहर से ही लोगों ने मां की स्तुति की।

छोहरिया माता मंदिर परिसर में चल रही है राम कथा, 31 मार्च को होगा कन्याओं का विवाह


लखनऊ। चिनहट स्थित छोहरिया माता मंदिर परिसर में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के चौथे दिन कथावाचक राजू शास्त्री ने भक्तों को संगीतमय कथा सुना कर मंत्रमुग्ध कर दिया। मां सिद्धिदात्री छोहरिया शक्तिपीठ ट्रस्ट के अध्यक्ष लालता प्रसाद उर्फ लल्ला बाबा ने जानकारी देते हुए बताया कि सन 1987 से लगातार श्रीमद् भागवत कथा मेले का आयोजन किया जा रहा है।

इसके साथ ही निर्धन कन्याओं का विवाह का कार्यक्रम कराया जा रहा है। उन्होंने बताया कि 31 मार्च को 60 निर्धन परिवार की कन्याओं का मंदिर परिसर में ही धूमधाम से विवाह कराया जाएगा। इस दौरान 30 और 31 मार्च को विशाल भंडारे का आयोजन भी होगा। इस इस दौरान सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं जगह-जगह महिला पुलिसकर्मी तैनात हैं।

5 दिन से चल रही रामकथा में शिरकत करने पहुंचे पूर्व उपमुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा

लखनऊ। चिनहट थाना क्षेत्र स्थित मिडिल स्कूल परिसर में चल रही संगीतमयी रामकथा के पांचवे दिन पूर्व उपमुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश डॉ दिनेश शर्मा ने शिरकत किया। उन्होंने कथावाचक स्वामी बाल भरत जी महाराज को अंगवस्त्र भेंट कर आशीर्वाद लिया।

राम कथा के पांचवें दिन शनिवार को राम विवाह की संगीतमय कथा का श्रवण चिनहट के क्षेत्रवासियों ने किया। कार्यक्रम संयोजक पार्षद प्रतिनिधि अरुण राय, चिनहट वार्ड प्रथम से पार्षद स्नेह लता राय, भारतीय जनता पार्टी के मंडल अध्यक्ष चिनहट कमल पांडेय की ओर से भी उपमुख्यमंत्री का स्वागत किया गया। राम विवाह के मौके पर सैकड़ों की संख्या में राम भक्त मौजूद रहे।

छोहरिया माता मंदिर परिसर में चल रही है राम कथा, 31 मार्च को होगा कन्याओं का विवाह


लखनऊ। चिनहट स्थित छोहरिया माता मंदिर परिसर में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के चौथे दिन कथावाचक राजू शास्त्री ने भक्तों को संगीतमय कथा सुना कर मंत्रमुग्ध कर दिया। मां सिद्धिदात्री छोहरिया शक्तिपीठ ट्रस्ट के अध्यक्ष लालता प्रसाद उर्फ लल्ला बाबा ने जानकारी देते हुए बताया कि सन 1987 से लगातार श्रीमद् भागवत कथा मेले का आयोजन किया जा रहा है। 

इसके साथ ही निर्धन कन्याओं का विवाह का कार्यक्रम कराया जा रहा है। उन्होंने बताया कि 31 मार्च को 60 निर्धन परिवार की कन्याओं का मंदिर परिसर में ही धूमधाम से विवाह कराया जाएगा। इस दौरान 30 और 31 मार्च को विशाल भंडारे का आयोजन भी होगा। इस इस दौरान सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं जगह-जगह महिला पुलिसकर्मी तैनात हैं।

योगी सरकार के छह साल : सीएम योगी बोले अब यूपी उपद्रवियों का नहीं, उत्सवों के प्रदेश के रूप में जाना जाएगा

लखनऊ । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि विगत 06 वर्षां में राज्य सरकार द्वारा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन व प्रेरणा से उत्तर प्रदेश के समग्र विकास की कार्ययोजना बनाते हुए उसे पूरी ईमानदारी के साथ लागू करने के लिए हर स्तर पर प्रयास किया गया, जिसके परिणाम हम सभी के सामने है।

विगत 06 वर्षों में उत्तर प्रदेश ने अपना परसेप्शन बदला है। यह बदलाव डबल इंजन सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धियां में से एक है। आज उत्तर प्रदेश के नाम पर लोगों के चेहरे पर एक चमक आ जाती है।

विगत 06 वर्षां में उत्तर प्रदेश में जो परिवर्तन हुआ है, उसने एक नए प्रदेश की गाथा को सबके सामने रखा है। यह 06 वर्ष उत्तर प्रदेश के लिए महत्वपूर्ण रहे हैं। सरकार ने अपना दूसरा कार्यकाल डबल व ट्रिपल स्पीड के साथ प्रारम्भ किया।

मुख्यमंत्री योगी आज यहां लोक भवन में प्रदेश सरकार के 06 वर्ष तथा दूसरे कार्यकाल का 01 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर आयोजित प्रेसवार्ता में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने प्रदेश सरकार की 06 वर्षों की उपलब्धियों पर आधारित सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग की पुस्तिका ‘06 साल यूपी खुशहाल’ तथा प्रदेश के विकास को दर्शाते हुए पोस्टर का विमोचन भी किया। प्रेसवार्ता के अवसर पर प्रदेश की 06 वर्षों की विकास यात्रा पर आधारित एक लघु फिल्म का प्रदर्शन भी किया गया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश आज प्रत्येक क्षेत्र में अग्रणी राज्य के रूप में बढ़ता हुआ दिखायी दे रहा है। प्रदेश सरकार उत्तर प्रदेश को पर्यटन, विरासत तथा अवसंरचना आदि सभी क्षेत्रों में आगे बढ़ाने का कार्य कर रही है।

प्रदेश के अन्दर जीरो टॉलरेन्स की नीति से कुछ चीजें तय हुई है। अब उत्तर प्रदेश उपद्रवियों का नहीं, उत्सवों के प्रदेश के रूप में जाना जाएगा। प्रदेश माफियाओं के लिए नहीं बल्कि महोत्सव के लिए जाना जाएगा। प्रदेश में गुण्डाराज तथा माफियाराज जैसे शब्द अतीत हो चुके हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जाति, मत, मजहब, भ्रष्टाचार तथा परिवारवाद के नाम पर होने वाली राजनीति से अलग हटकर असीम सम्भावनाओं वाले प्रदेश के रूप में उत्तर प्रदेश की पहचान बनाने के लिए 10 सेक्टर्स चिन्हित किये गये तथा उन पर टीम के माध्यम से कार्य किया गया। विगत 06 वर्षों में 03 वर्ष वैश्विक महामारी कोरोना से लड़ते हुए व्यतीत हुए। इसी में राह निकालते हुए उत्तर प्रदेश ने इस दौरान अनेक उपलब्धियां हासिल की।

मुख्यमंत्री ने प्रदेश सरकार के दूसरे कार्यकाल के एक वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उनकी प्रेरणा व मार्गदर्शन हम सभी का सम्बल है। प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में उत्तर प्रदेश ने देश व दुनिया में अपनी अलग और नई पहचान बनाई है।

मुख्यमंत्री ने केन्द्रीय गृह मंत्री, रक्षा मंत्री, सड़क परिवहन तथा राजमार्ग मंत्री सहित सभी केन्द्रीय मंत्रियों एवं प्रदेश मंत्रिमण्डल के सहयोगियों का भी आभार व्यक्त किया। उन्होंने प्रदेश में हुए विकास कार्यों को देश व दुनिया के सामने सकारात्मक भाव से पहुंचाने के लिए मीडिया को भी धन्यवाद ज्ञापित किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले उत्तर प्रदेश के बारे में कहा जाता था कि प्रदेश में विकास की कोई सोच नहीं है। आज यह प्रदेश प्रधानमंत्री की सभी फ्लैगशिप योजनाओं में देश में नम्बर एक की यात्रा को आगे बढ़ा रहा है। विगत 06 वर्षों में प्रदेश दंगामुक्त हुआ है।

इसने अपने इन्फ्रास्ट्रक्चर को बेहतर किया है। आज देश में सबसे अच्छे इन्फ्रास्ट्रक्चर वाले राज्य तथा अपने युवाओं के विषय में बेहतर सोच को आगे बढ़ाने वाले राज्य के रूप में उत्तर प्रदेश की गिनती हो रही है। यहां सरकारी नौकरियों में पूरी ईमानदारी व पारदर्शिता है। साथ ही, निजी क्षेत्र में भी नौकरी व रोजगार की अनेक सम्भावनाओं को आगे बढ़ाने के लिए डबल इंजन की सरकार ने अनेक प्रयास किये हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के युवाओं को नौकरी, स्वरोजगार तथा आर्थिक स्वावलम्बन की ओर अग्रसर करने के लिए राज्य सरकार ने एम0एस0एम0ई0 को ‘एक जनपद, एक उत्पाद’ के रूप में प्रोत्साहित किया है। विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना प्रदेश के हस्तशिल्पियों तथा कारिगरों को नई पहचान दे रही है।

कोविड कालखण्ड में ‘एक जनपद, एक उत्पाद’ योजना ने प्रदेश में आने वाले कामगारों व श्रमिकों को कार्य उपलब्ध कराया। उत्तर प्रदेश ने विपत्ति तथा चुनौती के समय कार्य करने का एक रोल मॉडल प्रस्तुत किया। प्रदेश के 02 करोड़ युवाओं को तकनीकी रूप से सक्षम बनाने के लिए उन्हें टैबलेट/स्मार्ट फोन उपलब्ध कराने वाला प्रदेश देश का पहला राज्य है। अब तक 20 लाख से अधिक युवाओं को यह सुविधा उपलब्ध करायी जा चुकी है। प्रधानमंत्री जी की प्रेरणा से प्रदेश के सभी जनपदों के युवाओं को बिना किसी भेदभाव के सरकारी नौकरी मिल रही है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था की मजबूत स्थिति बनी है। इसके लिए राज्य में पुलिस रिफॉर्म किए गए। राज्य में 01 लाख 64 हजार से अधिक पुलिस कर्मियों की भर्ती को परिवारवाद तथा जातिवाद के बिना पारदर्शी तरीके से सम्पन्न किया गया है। पुलिस की ट्रेनिंग क्षमता में तीन गुना वृद्धि की गई है। प्रदेश का हर नौजवान हमारे परिवार का हिस्सा है।

राज्य में 07 पुलिस कमिश्नरेट बने हैं। यह प्रदेश में पहली बार हुआ है। तहसील स्तर पर फायर टेण्डर की स्थापना के कार्य हुए है। पुलिस की अवस्थापना सुविधाओं के कार्य को आगे बढ़ाया गया है। आज सभी पुलिस लाइन तथा थानों में पुलिस कार्मिकों के लिए अच्छे बैरक बन रहे हैं अथवा बन चुके हैं। हर रेंज स्तर तथा हर जिले में साइबर थाने की स्थापना के कार्यक्रम को आगे बढ़ाया गया है। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि राजधानी लखनऊ में उत्तर प्रदेश स्टेट इन्स्टीट्यूट ऑफ फॉरेन्सिक साइंसेज की स्थापना की जा रही है। इसी सत्र में इसमें पाठ्यक्रम भी प्रारम्भ करने जा रहे हैं। किसी भी आपदा के दौरान प्रदेशवासियों की सहायता करने तथा पड़ोसी राज्यां को भी सहयोग करने के लिए प्रदेश में एस0डी0आर0एफ0 की तीन बटालियन का गठन किया गया है।

प्रदेश में मृतप्राय हो चुकी पी0ए0सी0 की 54 बटालियनों का पुनर्गठन किया गया है। पुलिस बल में महिला कार्मिकों की संख्या बढ़ी है। वर्ष 1947 से वर्ष 2017 के बीच में महिला पुलिस कार्मिकां की संख्या 10 हजार से चार गुना वृद्धि के साथ आज लगभग 40 हजार हुई है। इसने महिला सशक्तिकरण का उदाहरण भी प्रस्तुत किया है।

सरकार में स्थिरता तथा स्थायित्व का लाभ प्रशासन को भी मिला है। अन्ततः इसका लाभ प्रदेश की 25 करोड़ जनता को मिल रहा है। अब जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक जनपदों में अपना कार्यकाल पूरा कर रहे हैं। आज उत्तर प्रदेश निवेश के बेहतरीन गंतव्य के रूप में आगे बढ़ा है। इससे करोड़ों युवाओं के लिए नौकरी व रोजगार की सम्भावनाएं बनी हैं।

अब तक सवा दो लाख से अधिक बेटियों का कराया जा चुका है विवाह : योगी

लखनऊ । मुख्यमंत्री योगी आज यहां लोक भवन में प्रदेश सरकार के 06 वर्ष तथा दूसरे कार्यकाल का 01 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर आयोजित प्रेसवार्ता में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। योगी ने कहा कि प्रदेश में 01 करोड़ से अधिक निराश्रित महिलाओं, वृद्धजनों तथा दिव्यांगजनों को 12 हजार रुपये वार्षिक पेंशन के रूप में उपलब्ध कराया जा रहा है। 14 लाख से अधिक बेटियों को मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना से आच्छादित किया गया है। बेटियों की पढ़ाई पूरी होने पर उसके विवाह के लिए मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के माध्यम से शासन सहयोग कर रहा है।

अब तक सवा दो लाख से अधिक बेटियों का विवाह इसके अन्तर्गत सम्पन्न हो चुका है। उत्तर प्रदेश में महिला स्वयं सहायता समूह नए मॉडल के रूप में कार्य कर रहे हैं। महिला व बाल विकास विभाग की पोषाहार योजना को हर कुपोषित परिवार तक पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है तथा ब्लॉक स्तर पर उनके स्वयं के प्लाण्ट लगाए जा रहे हैं। महिला सशक्तिकरण, स्वालम्बन तथा सम्मान के आदर्श के रूप में उत्तर प्रदेश आगे बढ़ा है।

अन्नदाता किसानों के जीवन में परिवर्तन लाने के लिए साढ़े तीन लाख करोड़ रुपये से अधिक की धनराशि डी0बी0टी0 के माध्यम से उनके खातों में भेजी गई है। कर्जमाफी की राशि को भी इसमें जोड़ दे, तो यह 04 लाख करोड़ रुपये से अधिक हो जाती है।

यह दिखाता है कि सरकार की प्राथमिकता जाति, मत, मजहब, क्षेत्र अथवा भाषा नहीं है, बल्कि गांव, गरीब, किसान, नौजवान, महिलाएं तथा समाज का प्रत्येक तबका है। सरकार ने अपने कार्यक्रमों के माध्यम से केन्द्र व राज्य सरकार की योजनाओं को पूरी ईमानदारी से उन तक पहुंचाया है।

आज प्रदेश में बेहतरीन इन्फ्रास्ट्रक्चर है। रोड कनेक्टिविटी बेहतर हुई है। पूर्वी उत्तर प्रदेश विकास की दौड़ में पिछड़ गया था। आज वह पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के साथ जुड़ चुका है। बुन्देलखण्ड क्षेत्र आर्थिक रूप से विपन्न माना जाता था। आज वह बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे से जुड़ चुका है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश को मध्य तथा पूर्वी उत्तर प्रदेश से जोड़ने के लिए गंगा एक्सप्रेस-वे का कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है।

इसका 12 प्रतिशत से अधिक कार्य पूर्ण हो चुका है। सरकार का प्रयास है कि वर्ष 2025 में प्रयागराज महाकुम्भ के आयोजन से पहले गंगा एक्सप्रेस-वे का निर्माण पूरा हो जाए, जिससे पश्चिमी उत्तर प्रदेश से आने वाले श्रद्धालुओं को प्रयागराज कुम्भ में इसके माध्यम से आने का अवसर मिल सके।

इन्टरस्टेट कनेक्टिविटी को फोरलेन से जोड़ा गया है। हर जिला मुख्यालय को चार लेने से जोड़ने के कार्य या तो पूरे हो चुके हैं या तो युद्ध स्तर पर चल रहे हैं। प्रदेश के सभी जनपदों में शहर के अन्दर टै्रफिक का दबाव दूर करने के लिए रिंग रोड के कार्य आगे बढ़ रहे हैं। सभी गांवों की सड़कों को बेहतर किया गया है।

उत्तर प्रदेश के 05 शहरों में मेट्रो संचालित हो रही है। जनपद आगरा में मेट्रो पर कार्य चल रहा है। प्रयास किया जा रहा है कि नवम्बर, दिसम्बर, 2023 तक आगरा मेट्रो के प्रथम चरण को राष्ट्र को समर्पित कर दिया जाए।

उत्तर प्रदेश भारत का पहला राज्य है, जहां देश की राजधानी से रैपिड रेल के माध्यम से जोड़ने की कार्यवाही हो रही है। अगले माह तक प्रधानमंत्री के कर-कमलों से उसे राष्ट्र को समर्पित करने का कार्य भी होगा। यह आधुनिक पब्लिक ट्रांसपोर्ट की बेहतरीन सुविधा है। 

वर्ष 2017 तक प्रदेश में 02 एयरपोर्ट लखनऊ तथा वाराणसी पूर्ण क्रियाशील तथा 02 एयरपोर्ट आगरा व गोरखपुर आंशिक क्रियाशील थे। आज प्रदेश में 09 एयरपोर्ट पूर्ण क्रियाशील हैं, तथा 12 पर कार्य चल रहा है। इनमें से 05 एयरपोर्ट के संचालन के लिए एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इण्डिया से एम0ओ0यू0 किया गया है, शीघ्र ही उन्हें एयरकनेक्टिविटी से जोड़ दिया जाएगा। उत्तर प्रदेश 05 अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डों वाला देश का पहला राज्य बनने जा रहा है। इनमें 03 वर्तमान में क्रियाशील है तथा अयोध्या और जेवर के अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डो पर कार्य चल रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश में किसी भी बन्दरगाह से जुड़ने का कोई माध्यम नहीं था। हमने अपने पतित पावन नदियों को ही उसका माध्यम बनाया है। उत्तर प्रदेश में वाराणसी तथा हल्दिया के मध्य देश का पहला वॉटर-वे शुरू हो चुका है।

हम पूर्वी बन्दरगाह से सीधे जुड़े हैं। प्रधानमंत्री जी ने विगत 13 जनवरी को वाराणसी से डिब्रूगढ़ तक दुनिया के सबसे लम्बी रिवर क्रूज यात्रा का उद्घाटन किया। अन्य क्षेत्रों में कार्गों की बेहतरीन सुविधा देने के लिए सरकार सम्भावनाएं तलाश रही है, जिससे किसानों के उत्पादों को वैश्विक बाजार तक पहुंचाने में सफलता प्राप्त हो सकें। 

आज हमारे नौजवान के सामने पहचान का संकट नहीं है। वे जहां भी जाते है, लोग उनकी योग्यता एवं क्षमता के अनुसार अपने राज्य अथवा देश में कार्य देने को तैयार है। उत्तर प्रदेश स्वयं भी तैयार है। प्रधानमंत्री द्वारा 80 हजार करोड़ रुपये की औद्योगिक विकास परियोजनाओं के ग्राउण्ड ब्रेकिंग सेरेमनी कार्यक्रम के साथ इस अभियान की शुरुआत की गयी थी।

प्रदेश सरकार के 06 वर्ष के कालखण्ड में निजी क्षेत्र की अब तक 05 लाख करोड़ रुपये से अधिक की औद्योगिक विकास परियोजनाओं का न केवल शिलान्यास हुआ, बल्कि बहुत सी इकाइयों ने अपना उत्पादन भी शुरु कर दिया है। इससे लाखों नौजवानों को रोजगार प्राप्त हुआ है। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि यू0पी0 ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023 में 35 लाख करोड़ रुपये के निवेश के प्रस्ताव उत्तर प्रदेश को मिले। यह लोगों के लिए आश्चर्य का विषय है। पहले चरण में 25 सेक्टोरियल पॉलिसीज बनाकर प्रदेश ने अपनी यात्रा को आगे बढ़ाया, यह सभी ने देखा। वर्ष 2017 से पूर्व स्वच्छ भारत मिशन के अन्तर्गत ढाई वर्ष में मात्र 25 लाख शौचालय बने थे। वर्ष 2017 से वर्ष 2019 तक डेढ़ वर्ष की अवधि में 2.61 करोड़ शौचालयों का निर्माण किया गया। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2012 से 2017 के मध्य प्रधानमंत्री आवास योजना के अन्तर्गत प्रदेश के शहरी क्षेत्रों के लिए 18 हजार आवास आवंटित किये गये थे, लेकिन कोई भी आवास नहीं बन पाया था। प्रदेश की वर्तमान सरकार द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना के अन्तर्गत पिछले 06 वर्षां में 52 लाख 77 हजार आवास ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र के लिए स्वीकृत किये गये हैं।

इसके अतिरिक्त मुख्यमंत्री आवास योजना के अन्तर्गत 01 लाख से अधिक आवास मुसहर, वनटांगिया, थारू, कोल, सहरिया जनजाति से जुड़े गरीब लोगों को उपलब्ध कराये गये हैं। यह ऐसे लोग हैं जिन तक शासन की योजनाएं आजादी के 70 वर्षां बाद तक नहीं पहुंच पायी थीं।

प्रदेश सरकार द्वारा विद्युत आपूर्ति में वी0आई0पी0 कल्चर को समाप्त करते हुए समस्त 75 जनपदों के ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में समान रूप से विद्युत आपूर्ति की व्यवस्था लागू की गयी है। पूर्व में उत्तर प्रदेश अर्थव्यवस्था में छठवें स्थान पर था, लेकिन वर्तमान में प्रदेश ईज ऑफ डुइंग बिजनेस में दूसरे स्थान पर है। प्रदेश ने देश में अचीवर्स स्टेट के रूप में भी अपना स्थान बनाया है।

प्रदेश सरकार ने अपने बजट के आकार को दोगुने से भी अधिक करने में सफलता प्राप्त की है। वर्ष 2017 से पूर्व उत्तर प्रदेश में प्रति व्यक्ति आय राष्ट्रीय औसत की एक तिहाई थी, आज उत्तर प्रदेश की प्रति व्यक्ति आय दोगुनी करने में सफलता प्राप्त हुई है।

पूर्व में प्रदेश में 17 लाख निराश्रित महिलाआें को केवल 500 रुपये पेंशन के रूप में प्राप्त होते थे, वर्तमान में 31 लाख निराश्रित महिलाओं को इस सुविधा का लाभ प्राप्त हो रहा है। साथ ही, पेंशन की राशि को भी दोगुना किया गया है। पूर्व में वृद्धावस्था पेंशन के 37 लाख लाभार्थी थे, जिन्हें 500 रुपये मासिक सुविधा प्राप्त होती थी, आज 56 लाख लाभार्थियों को दोगुनी पेंशन का लाभ दिया जा रहा है।

उत्तर प्रदेश में रोजगार की सम्भावनाएं बढ़ी : सीएम योगी आदित्यनाथ

लखनऊ । मुख्यमंत्री योगी आज यहां लोक भवन में प्रदेश सरकार के 06 वर्ष तथा दूसरे कार्यकाल का 01 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर आयोजित प्रेसवार्ता में कहा कि वर्ष 2016 में प्रदेश में बेरोजगारी की दर 18 प्रतिशत थी, यह आज घटकर लगभग 03 से 04 प्रतिशत रह गयी है। यह चीजें प्रदर्शित करती हैं कि उत्तर प्रदेश में रोजगार की सम्भावनाएं बढ़ी हैं।

वर्ष 2007 से 2017 के बीच 10 वर्षां में जितने गन्ना मूल्य का भुगतान हुआ है, वर्तमान प्रदेश सरकार ने विगत 06 वर्षां में उससे दोगुने गन्ना मूल्य का भुगतान किया है। प्रदेश सरकार अब तक 02 लाख 02 हजार करोड़ रुपये से अधिक के गन्ना मूल्य का भुगतान कर चुकी है। वर्ष 2017 से पूर्व धान व गेहूं के क्रय के लिए कोई प्रोक्योरमेन्ट पॉलिसी नहीं थी। दलाल और एजेण्ट के माध्यम से उनका क्रय किया जाता था।

वर्तमान सरकार ने दलालों की व्यवस्था समाप्त की। वर्ष 2012 से 2017 तक मात्र 123 लाख मीट्रिक टन धान का क्रय बिचौलियों के माध्यम से हुआ था। इसके माध्यम से 17,190 करोड़ रुपये किसानों को प्राप्त हुए थे, लेकिन वर्ष 2017 से वर्तमान समय तक 345 लाख मीट्रिक टन धान का क्रय हुआ, जिसमें लगभग 64 हजार करोड़ रुपये का भुगतान डी0बी0टी0 के माध्यम से सीधे अन्नदाता किसानों के खातों में प्राप्त हुआ। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2012 से 2017 के बीच कुल 94 लाख मीट्रिक गेहूं का क्रय बिचौलियों के माध्यम से किया गया। इसके द्वारा 12,800 करोड़ रुपये का भुगतान बिचौलियों के माध्यम से किसानों को प्राप्त हुआ। लेकिन वर्ष 2017 से 2023 में वर्तमान समय तक 219 लाख मीट्रिक टन गेहूं का क्रय किया गया।

इसके माध्यम से 40,159 करोड़ रुपये का भुगतान डी0बी0टी0 के माध्यम से किसानों को किया गया। आज उत्तर प्रदेश एथेनॉल उत्पादन में देश का नम्बर वन राज्य है। वर्तमान में प्रदेश 118 करोड़ लीटर एथेनॉल का उत्पादन कर रहा है। 

उत्तर प्रदेश ‘वन डिस्ट्रिक्ट, वन मेडिकल कॉलेज’ की दिशा में बढ़ चुका है। प्रदेश के सभी 75 जनपदों में मेडिकल कॉलेज का निर्माण या तो हो चुका है, या हो रहा है। प्रदेश की वर्तमान सरकार ने राज्य के युवाओं के सपनों को नयी उड़ान देने के लिए अनेक विश्वविद्यालय बनाये हैं।

श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर जनपद लखनऊ में अटल बिहारी वाजपेयी मेडिकल यूनीवर्सिटी, जनपद सहारनपुर में माँ शाकुम्भरी के नाम पर, जनपद अलीगढ़ में देश की आजादी के महानायक राजा महेन्द्र प्रताप के नाम पर तथा जनपद आजमगढ़ में महाराजा सुहेलदेव के नाम पर राज्य विश्वविद्यालय के भवन का निर्माण युद्धस्तर पर चल रहा है। इन चारों विश्वविद्यालयां को क्रियाशील किया जा चुका है। 

जनपद गोरखपुर में महायोगी गुरु गोरखनाथ के नाम पर आयुष विश्वविद्यालय का निर्माण युद्धस्तर पर चल रहा है। जनपद प्रयागराज में डॉ0 राजेन्द्र प्रसाद के नाम पर नेशनल लॉ यूनीवर्सिटी के निर्माण की स्वीकृति प्रदान की जा चुकी है।

इस वर्ष के बजट में भी चार नये विश्वविद्यालय स्वीकृत किये गये हैं। इसमें जनपद मीरजापुर में माँ विन्ध्वासिनी के नाम पर, देवीपाटन मण्डल में माँ पाटेश्वरी के धाम में, जनपद कुशीनगर में महात्मा बुद्ध के नाम पर तथा मुरादाबाद मण्डल में भी विश्वविद्यालय के निर्माण की स्वीकृति दी गयी है। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा फार्मेसी के क्षेत्र में भी अनेक कार्य किये जा रहे हैं। इसमें यमुना अथॉरिटी के पास मेडिकल डिवाइस पार्क का निर्माण तथा जनपद ललितपुर में फॉर्मा पार्क के निर्माण की कार्यवाही सम्मिलित है। प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में लखनऊ से हरदोई के बीच लगभग 1200 एकड़ क्षेत्रफल में अत्याधुनिक टेक्सटाइल पार्क की स्वीकृति उत्तर प्रदेश के लिए प्राप्त हुई है।

एक ओर उत्तर प्रदेश प्रत्येक सेक्टर में अपने कार्यक्रम को आगे बढ़ाने में सफल हुआ है, वहीं दूसरी ओर प्रदेश आज न्यू ऐज हाईटेक मैन्युफैक्चरिंग में भी देश के नम्बर एक राज्य के रूप में उभरा है। वर्तमान में देश में सबसे अधिक स्मार्ट फोन का उत्पादन प्रदेश में हो रहा है। देश का सबसे बड़ा रोबोटिक प्लाण्ट प्रदेश में स्थापित हो रहा है। राज्य देश के सबसे बड़े डाटा सेन्टर का बेस बनने जा रहा है। देश में सबसे अधिक इलेक्ट्रिक वाहनों का रजिस्ट्रेशन करने वाला प्रदेश उत्तर प्रदेश ही है। 

यह चीजें दिखाती हैं कि उत्तर प्रदेश असीम सम्भावनाओं वाला प्रदेश है। यह असीम सम्भावनाएं तब बनती हैं, जब डबल इंजन की सरकार हो, जनता के साथ बेहतर संवाद हो, टीम वर्क के साथ कार्य हो और शासन का कार्य पूरी ईमानदारी और पारदर्शिता के साथ किया जाए। आप सभी को सरकार की उपलब्धियों से सम्बन्धित पुस्तिका उपलब्ध करायी गयी है।

इसमें विगत 06 वर्षां में प्रदेश सरकार द्वारा किये गये कार्यां का लेखा-जोखा है। इस पुस्तिका में प्रदेश की सभी 403 विधान सभाओं से जुड़ी योजनाओं का भी उल्लेख किया गया है। यह पुस्तिका दिखाती है कि प्रदेश सरकार पूरी ईमानदारी और प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है। 

विगत 06 वर्षां में प्रदेश सरकार के कार्यक्रमों को बेहतरीन तरीके से न केवल आम जनमानस तक, बल्कि देश और दुनिया तक पहुंचाने के लिए मीडिया ने बहुत सकारात्मक योगदान दिया है, जिसके परिणाम आज देखने को मिल रहे हैं।

प्रदेश सरकार के कार्यां के सम्बन्ध में मंत्रिमण्डल के सदस्यों द्वारा एक साथ किये गये प्रयास, जनप्रतिनिधियों द्वारा उसे जनता तक ले जाने तथा प्रशासनिक टीम द्वारा इन कार्यां को जमीनी धरातल पर लागू करने का कार्य जिस प्रतिबद्धता के साथ किया गया यह सब टीमवर्क का परिणाम है। 

 मुख्यमंत्री ने प्रदेश की जनता को वर्तमान सरकार का 06 वर्ष का कार्यकाल पूर्ण होने पर बधाई देते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश विकास की नई बुलन्दियों को छू रहा है। इस यात्रा के लिए जनता जनार्दन का आशीर्वाद डबल इंजन की सरकार को प्राप्त हुआ है।

प्रदेश सरकार पूरी ईमानदारी के साथ केन्द्र व राज्य शासन की योजनाओं का लाभ जनता तक पहुंचाएगी। जहां भी उनके हितों के संरक्षण के लिए आवश्यकता पड़ेगी, प्रदेश सरकार बड़े से बड़ा कदम उठाने में कोई संकोच नहीं करेगी। 

इस अवसर पर मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने अपने स्वागत उद्बोधन में कहा कि किसी भी सरकार के लिए एक वर्ष का पूरा होना, उसके पांच वर्ष की यात्रा में एक महत्वपूर्ण पड़ाव है। मुख्यमंत्री के नेतृत्व व मार्गदर्शन में उत्तर प्रदेश में अभूतपूर्व कार्य हो रहे हैं, जो राज्य का कायाकल्प कर रहे हैं। प्रदेश में सभी क्षेत्रों में कीर्तिमान बन रहे हैं। प्रधानमंत्री की विकसित भारत की संकल्पना को साकार करने के लिए उत्तर प्रदेश सतत कार्यरत है।

इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य एवं ब्रजेश पाठक, केन्द्रीय आवास एवं शहरी मामलों के राज्यमंत्री कौशल किशोर, प्रदेश के वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना, विधान परिषद सदस्य भूपेन्द्र सिंह चौधरी सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, सलाहकार मुख्यमंत्री अवनीश कुमार अवस्थी, पुलिस महानिदेशक डी0एस0 चौहान, अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री एसपी गोयल, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री, गृह एवं सूचना संजय प्रसाद, सूचना निदेशक शिशिर तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

देश में सबसे अधिक मेट्रो सेवा यूपी में : सीएम योगी

 

लखनऊ। सीएम ने कहा कि अपने कार्यों के माध्यम से हमने केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं को पूरी ईमानदारी के साथ पहुंचाने का काम किया। पूर्वी यूपी आज पूर्वांचल एक्सप्रेस वे और बुंदेलखंड बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के साथ जुड़ चुका है।

पश्चिमी यूपी को मध्य यूपी और पूर्वी यूपी से जोड़ने के लिए गंगा एक्सप्रेसवे का काम तेज गति से चल रहा है। हमारा प्रयास है प्रयागराज कुंभ 2025 से पहले गंगा एक्सप्रेस वे का काम पूरा हो। गंगा एक्सप्रेसवे श्रद्धालुओं का स्वागत करे। हर जिला मुख्यालय को 4 लेन से जोड़ने की कार्रवाई या तो पूरी हो चुकी है या तेज गति से चल रही है।

जिला मुख्यालय को रिंग रोड से जोड़ने के लिए निरंतर कार्य हो रहे हैं। देश में सबसे अधिक मेट्रो सेवा यूपी में है। पांच शहर में मेट्रो चल रही है, जबकि छठवें शहर आगरा में नवंबर-दिसंबर तक इसे चालू कर देंगे। रैपिड रेल सेवा भी अगले महीने तक पीएम के कर कमलों से लोकार्पित किया जाएगा। 

पूर्वी बंदरगाह से भी जुड़ गया यूपी

सीएम ने कहा कि 2017 में जब हम आए थे, तब दो एयरपोर्ट क्रियाशील और दो आंशिक थे, आज हमारे पास नौ एयरपोर्ट पूरी तरह से क्रियाशील हैं। 12 एयरपोर्ट पर हम वर्तमान में काम कर रहे हैं। इनमें से पांच को एयरपोर्ट अथॉरिटी ने एयर कनेक्टिवटी के साथ जोड़ने के लिए सहमति दे दी है। अगले दो वर्ष के अंदर यूपी पांच इंटरनेशनल एयरपोर्ट वाला पहला राज्य होगा। तीन इंटरनेशनल एयरपोर्ट वर्तमान में क्रियाशील हैं।

अयोध्या और जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट को अगले साल तक क्रियाशील कर दिया जाएगा। देश का पहला वाटर वे वाराणसी से हल्दिया के लिए शुरू कर दिया गया है। यूपी को हमेशा ये मलाल रहता था कि हम बंदरगाह से नहीं जुड़े हैं, मगर आज वाराणसी से हल्दिया को यानी पूर्वी बंदरगाह को यूपी को जोड़ दिया गया है। किसानों के उत्पाद को वैश्विक बाजार तक पहुंचाने के लिए हम लगातार प्रयास कर रहे हैं। 

बदला यूपी का परसेप्शन, डबल इंजन सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि 

सीएम ने कहा कि यूपी ने बीते 6 साल में यूपी ने सचमुच परसेप्शन बदला है। आज यूपी के बारे में कोई नकारात्मक नहीं सोच रहा है। पहले लोग संदेह की दृष्टि से देखते थे, लेकिन आज यूपी का नाम सुनते ही लोगों के चेहरे पर चमक आ जाती है। ये हमारी डबल इंजन सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि है। हमारे नौजवानों के सामने अपनी पहचान छिपाने का संकट नहीं आ सकता है। आज उन्हें पूरे सम्मान के साथ अपने राज्यों और देशों मे कार्य देने के लिए लोग तैयार हैं।

आज यूपी भी तैयार हो चुका है। हम आज डबल और ट्रिपल स्पीड के साथ अपने कार्यों को आगे बढ़ा रहे हैं। याद कीजिए हमने यूपी में कार्यों की शुरुआत ही 80 हजार करोड़ के औद्योगिक विकास की परियोजनों के साथ की थी। यूपी में 6 साल में 5 लाख करोड़ की निजी क्षेत्र की परियोजनाओं की शुरुआत हुई, जिसमें लाखों युवाओं को नौकरियां मिली। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में 35 लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव ने सभी को चौंका दिया। 25 सेक्टरों में अलग-अलग रणनीति बनाकर पॉलिसी तैयार की गयी। 

विद्युत आपूर्ति में वीआईपी कल्चर समाप्त 

सीएम ने कहा कि पूववर्ती सरकार के पहले ढाई साल में मात्र ढाई लाख शौचालय बने थे, उसके बाद (वर्ष 2017) के डेढ़ वर्ष के कार्यकाल में 2.61 करोड़ शौचालयों का निर्माण हुआ। पीएम आवास योजना (शहरी) में 18 हजार स्वीकृत हुए थे पर बने नहीं थे जबकि 6 साल में शहरी/ग्रामीण क्षेत्र में 5,27,7000 आवास स्वीकृत किये गये हैं। इसके अलावा मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत 1 लाख से अधिक गरीबों को आवास उपलब्ध कराए गये। इनमें मुसहर, वनटांगिया, थारू, कोल और सहरिया जैसी जातियां शामिल हैं, जिनकी आजादी के 70 साल तक आवाज नहीं सुनी जाती थी।

 वीआईपी कल्चर को समाप्त करते हुए समान रूप से सभी ग्रामीण और शहरी क्षेत्र में बिजली आपूर्ति की गयी। यूपी आज देश में ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के मामले में देश में दूसरे स्थान पर है। यूपी के बजट को दोगुना बढ़ाया गया। पहले निराश्रित पेंशन के अंतर्गत 17 लाख महिलाओं को 500 रुपये प्राप्त होता था, आज 31 लाख महिलाओं को 1000 रुपये पेंशन दिए जा रहे हैं। पहले 37 लाख लाभार्थियों को 500 रुपये मासिक वृद्धावस्था पेंशन की सुविधा प्राप्त होती थी पर आज 56 लाख महिलाओं को इसका लाभ मिल रहा है, मासिक राशि भी दोगुनी की गई है। 

किसान-नौजवान सभी खुशहाल

सीएम ने कहा कि 2016 में बेरोजगारी दर 18 प्रतिशत थी, आज ये घटकर 3-4 प्रतिशत है। यूपी में 2007 से 2017 के बीच जितना गन्ना मूल्य का भुगतान हुआ, आज हमने उससे दोगुना गन्ना मूल्य का भुगतान किया है।

मुझे प्रसन्नता है हमने अब तक 2लाख 2 हजार करोड़ से अधिक का गन्ना मूल्य कर दिया है। धान और गेहूं में दलाल और एजेंट के माध्यम से खरीद होती थी। 2012 से 17 के बीच में मात्र 123 लाख मीट्रिक टन का धान क्रय बिचौलियों के माध्यम से हुआ था, जिसमें 17190 करोड़ का भुगतान किया गया था। 

मगर 17 से लेकर अब तक 345 लाख मीट्रिक टन धान क्रय हुआ और 64 हजार करोड़ का भुगतान डीबीटी के माध्यम से सीधे अन्नदाताओं के पास गया। इसी प्रकार गेहूं के मामले में बिचौलियों के माध्यम से 12 से 17 के बीच 94 लाख मीट्रिक टन गेहूं क्रय हुआ और 12800 करेाड़ का भुगतान बिचौलियों के माध्यम से हुआ। 2017-23 के बीच 219 लाख मीट्रिक टन खरीद किया और 40159 करोड़ का भुगतान अन्नदाता के खाते में किया गया।  

 

शिक्षा-स्वास्थ्य में यूपी समृद्धि की राह पर 

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि आज यूपी इथेनॉल उत्पादन में देश में पहले नंबर पर है। यूपी आज 118 करोड़ लीटर उत्पादन कर रहा है। हम वन डिस्ट्रिक्ट वन मेडिकल कॉलेज की ओर हम बढ़ रहे हैं। बहुत शीघ्र हर जिले में एक मेडिकल कॉलेज होगा। हर कमिश्नरी स्तर पर एक विवि देने जा रहे हैं। मां शाकुंभरी के नाम से सहारनपुर, राजा महेंद्र प्रताप सिंह के नाम पर अलीगढ़, महाराज सुहेलदेव के नाम पर आजमगढ़ में चल रहा है।

गोरखपुर में गोरक्षनाथ के नाम से आयुष विवि का काम चल रहा है। राजेंद्र प्रसाद के नाम से प्रयागराज में काम चल रहा है। 2023-24 के बजट में हमने चार नये विश्वविद्यालय का प्रावधान किया है। फार्मेसी सेक्टर में प्रदेश में लगातार बहुत से कार्य किये जा रहे हैं। चाहे मेडिकल डिवाइस पार्क हो या यमुना अथॉरिटी, चाहे ललितपुर में फार्मा पार्क हो। लखनऊ और हरदोई के बीच 12 सौ एकड़ में मेगा टेक्साइटल पार्क की योजना शुरू हो चुकी है। 

यूपी में बन रहे सर्वाधिक मोबाइल

सीएम ने कहा कि यूपी न्यू एज हाईटेक मैन्युफैक्चरिंग के क्षेत्र में सबसे बड़ा केंद्र बना है। देश में सबसे ज्यादा मोबाइल फोन यूपी में बन रहे हैं। सबसे ज्यादा ई व्हीकल रजिस्टर्ड वाला प्रदेश यूपी है। सबसे ज्यादा रोबॉटिक्स का निर्माण यूपी में होने जा रहा है। यूपी देश का सबसे बड़ा डेटा सेंटर बनने जा रहा है। शासन की कार्यप्रणाली में ईमानदारी के साथ पारदर्शिता के परिणाम सबके सामने है। 

विकास की नई बुलंदियों को छुएगा यूपी

 

सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यूपी विकास की नई बुलंदियों को छुएगा। यूपी की जनता जनार्दन का जो आशीर्वाद डबल इंजन सरकार को प्राप्त हुआ है, ये सरकार पूरी ईमानदारी के साथ उनकी अपेक्षाओं पर खरा उतरकर न केवल केंद्र और राज्य की योजनाओं का लाभ उन्हें देगी, बल्कि जहां भी आवश्यक्ता पड़ेगी, उनके हितों के संरक्षण के लिए बड़े बड़े कदम उठाने में पीछे नहीं हटेगी।

सीएम ने कहा कि इस अवसर पर आज सभी 403 विधानसभा क्षेत्रों में प्रभारी मंत्रीगण और संगठन के पदाधिकारी पुस्तक का विमोचन कर रहे हैं। इसमें सभी विधानसभाओं मे हो रहे कार्यों का उल्लेख किया गया है। सरकार पूरी ईमानदारी के साथ और पूरी प्रतिबद्धता के साथ काम कर रही है। जनता को जनार्दन मानकर के हम अपने कार्यों को आगे बढ़ा रहे हैं। 

टीम वर्क कैसे परिणाम देता है, मंत्रिमंडल, जनप्रतिनिधि और संगठन व अधिकारियों ने बताया

 सीएम ने कहा कि टीम ने जिस प्रतिबद्धता के साथ काम किया है यही कारण है यूपी का परसेप्शन बदला है। मंत्रिमंडल, जनप्रतिनिधि, संगठन व अधिकारियों ने बताया कि टीमवर्क कैसे परिणाम देता है। यूपी आज हर सेक्टर में अग्रणी राज्य के रूप में आगे बढ़ा है। यूपी की 25 करोड़ जनता का हृदय से आभार व्यक्त करते हुए 6 वर्ष के कार्यकाल के लिए बधाई देता हूं।

उन्हें आश्वस्त करता हूं कि हर सेक्टर में यूपी की विरासत और पहचान को एक नई आभा के साथ आगे बढ़ने का कार्य करेगा। ये जो पहचान हमने पिछले कुछ समय में हासिल की है, उसने कुछ चीजें तय की हैं कि ये प्रदेश उपद्रवियों व माफिया के लिए नहीं, बल्कि उत्सवों व महोत्सव के लिए जाना जाएगा। जंगलराज और गुंडाराज अतीत की बातें हो चुकी हैं।