संसद में फिर उठा ईडी की कार्रवाईयों का मुद्दा, प्रधानमन्त्री के जिक्र करते ही विपक्षी नेताओं ने किया था हंगामा, यहां पढ़िए, किन नेताओं पर कब और
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा पर जवाब दिया था। इस दौरान विपक्ष पर निशाना साधने के लिए पीएम ने ईडी की कार्रवाईयों का जिक्र किया था। प्रधानमंत्री ने कहा था कि विपक्ष के कई लोगों ने उनके सुर में अपने सुर मिला लिए हैं, लेकिन इन लोगों को ईडी का धन्यवाद देना चाहिए। ईडी ने ही इन लोगों को एक मंच पर ला दिया है। जो काम देश के मतदाता नहीं कर पाए, वह ईडी ने कर दिया। दरअसल, कई विपक्षी नेताओं को या तो ईडी ने गिरफ्तार किया है या जांच के दायरे में हैं।
डीके शिवकुमार, कांग्रेस
कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष डी के शिवकुमार पहली बार ने ईडी के निशाने पर तब आए थे जब उन्हें 3 सितंबर, 2019 को एजेंसी द्वारा उनके खिलाफ आयकर विभाग की कार्रवाई से सामने आए एक मामले में कई दौर की पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया गया था। हालांकि, दिल्ली हाईकोर्ट ने उसी साल अक्तूबर में उन्हें जमानत दे दी थी। इसके अलावा एजेंसी ने पिछले साल मई में इस मामले में उनके और उनसे जुड़े कुछ अन्य लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी।
संजय राउत, शिवसेना
ईडी ने गोरेगांव में पात्रा चॉल के पुनर्विकास के संबंध में वित्तीय अनियमितताओं में कथित भूमिका के लिए शिवसेना सांसद संजय राउत को अगस्त 2022 में गिरफ्तार किया था। हालांकि, यहां की एक विशेष अदालत ने पिछले साल नवंबर में उन्हें जमानत दे दी थी। ईडी की जांच पात्रा चॉल के पुनर्विकास में कथित वित्तीय अनियमितताओं और राउत की पत्नी और सहयोगियों से जुड़े संबंधित वित्तीय लेनदेन से संबंधित है।
हेमंत सोरेन, जेएमएम
झारखंड के बहुचर्चित अवैध खनन मामले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी सीएम हेमंत सोरेन से कई दौर की पूछताछ कर चुकी है। एजेंसी ने मुख्यमंत्री सोरेन से पिछले साल नवंबर में राजधानी रांची स्थित उसके क्षेत्रीय कार्यालय में पूछताछ की थी। इस दौरान धन शोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत बयान भी दर्ज भी किए गए थे। मामले में सोरेन के राजनीतिक सहयोगी पंकज मिश्रा और दो अन्य स्थानीय बाहुबली बच्चू यादव और प्रेम प्रकाश को ईडी ने गिरफ्तार किया था।
राहुल गांधी और सोनिया गांधी
प्रवर्तन निदेशालय नेशनल हेराल्ड अखबार से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी से कई बार पूछताछ कर चुकी है। यंग इंडियन कंपनी में सोनिया और राहुल गांधी सबसे बड़े शेयरधारक हैं। इस कंपनी पर आरोप है कि इसने सिर्फ 50 लाख रुपये खर्च कर नेशनल हेराल्ड अखबार के मालिकाना हक वाली कंपनी एसोसिएट जर्नल्स लिमिटेड (एजेएल) पर कब्जा कर लिया। एजेएल के पास देश के कई शहरों में मूल्यवान संपत्ति है। इस सौदे में धन शोधन के आरोपों की जांच ईडी कर रही है।
नवाब मलिक, एनसीपी
ईडी ने पिछले साल 23 फरवरी को महाराष्ट्र के तत्कालीन अल्पसंख्यक और कौशल विकास मंत्री नवाब मलिक को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया था। उन पर दाउद इब्राहिम की प्रॉपर्टी से जुड़े मामलों को लेकर मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया गया है। वह अभी न्यायिक हिरासत में जेल में है।
अभिषेक बनर्जी, टीएमसी
प्रवर्तन निदेशालय पश्चिम बंगाल के चर्चित कोयला घोटाले की लंबे समय से जांच कर रहा है। मामले में तृणमूल कांग्रेस सांसद अभिषेक बनर्जी से कई बार पूछताछ हो चुकी है। बनर्जी के निवास पर छापे भी मारे गए थे। पिछले साल सितंबर में वह कोलकाता स्थित ईडी दफ्तर में एजेंसी के सामने पेश हुए थे।
सत्येंद्र जैन, आप
दिल्ली सरकार के मंत्री सत्येंद्र जैन दिल्ली मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में तिहाड़ जेल में बंद हैं। आम आदमी पार्टी नेता सत्येंद्र जैन को 30 मई को प्रवर्तन निदेशालय ने धन शोधन निवारण अधिनियम की धाराओं के तहत गिरफ्तार किया था। सत्येंद्र जैन के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति के मामले में मुकदमा दर्ज है।
फारूक अब्दुल्ला, एनसी
पिछले साल दिसंबर में जम्मू-कश्मीर क्रिकेट एसोसिएशन के 45 करोड़ रुपये के फंड घोटाले में ईडी ने पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला की 11.86 करोड़ रुपये की संपत्तियां कब्जे में ली थी। ईडी के अनुसार 2005-2006 से दिसंबर 2011 तक जेकेसीए ने बीसीसीआई से 109.78 करोड़ रुपये प्राप्त किया। 2006 से जनवरी 2012 तक अध्यक्ष रहते हुए डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने पद का दुरुपयोग किया। एनसी नेता अब्दुल्ला पिछले साल अगस्त में एजेंसी के सामने पेश हुए थी।
अनिल देशमुख, एनसीपी
महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री और एनसीपी नेता अनिल देशमुख को ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में गिरफ्तार किया था। इसके बाद काफी लंबी सुनवाई के बाद कोर्ट ने उन्हें जमानत दी। देशमुख नवंबर 2021 से जेल में थे। मामले में मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह ने राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को एक पत्र लिखा था, जिस पर अनिल देशमुख पर मुंबई के होटल, रेस्त्रां से 100 करोड़ रुपये की वसूली करने का आरोप लगाया था और साथ ही कहा था कि अनिल देशमुख ने मुंबई पुलिस से निलंबित अधिकारी सचिन वाजे को इसकी जिम्मेदारी दी थी। हालांकि, अनिल देशमुख ने इन आरोपों से इनकार कर दिया था। मामले की शुरुआत देश के दिग्गज उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के बाहर जिलेटिन की छड़े के साथ पार्क की गई संदिग्ध कार से हुई थी। इस मामले को जब एनआईए को सौंपा गया, सचिन वाजे का नाम सामने आया और विवाद बढ़ता चला गया।
अनिल परब, शिवसेना (उद्धव गुट)
पिछले महीने ईडी ने शिवसेना (उद्धव ठाकरे) नेता अनिल परब और अन्य के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग जांच के सिलसिले में 10.20 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की थी। ईडी ने पर्यावरण वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय की ओर से अनिल परब के खिलाफ दायर शिकायत के आधार पर इस मामले में पीएमएलए के तहत जांच शुरू की है।
Feb 10 2023, 10:00