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यमुना पुल से गायब हुए आईजीएल मैनेजर पवन शाह, 8 दिन बाद भी दिल्ली पुलिस को अबतक नहीं मिली कोई सुराग

राजधानी दिल्ली के गीता कॉलोनी के यमुना पुल से गायब आईजीएल मैनेजर पवन शाह को गायब हुए लगभग एक हफ्ते से ज्यादा का वक्त बीत चुका है लेकिन इस मामले में दिल्ली पुलिस के हाथ अबतक खाली हैं.

4 सितंबर की रात नोएडा निवासी मैनेजर की कार लावारिस हालत में पुल पर मिली थी. पुल के आसपास खेल रहे बच्चों ने पुलिस को बताया था कि कार से उतरकर एक शख्स यमुना नदी में कूद गया था. हालांकि इसके अलावा पुलिस के पास कोई भी जानकारी नहीं है. पुलिस को अबतक नदी में कूदने वाले शख्स की लाश नहीं मिल पाई है.

वरिष्ठ पुलिस अधिकारी जब मौके पर पहुंचे थे तो उन्हें पवन की कार की खिड़की का शीशा ईंट से टूटा हुआ मिला था.

साथ ही उनका फोन भी वहां मौजूद नहीं था. इसके बाद क्राइम टीम के अलावा एफएसएल टीम को मौके पर बुलाकर कार थाने में जांच के लिए भेजी गई थी. 8 दिनों के बाद भी पुलिस का कहना है कि उन्हें लापता मैनेजर के खुदकुशी करने का अनुमान है.

आखिरी बार यमुना पुल पर दिखे पवन

पुलिस का दावा है कि पवन को आखिरी बार गीता कॉलोनी के इसी यमुना पुल पर देखा गया था. किसी के पुल से कूदने वाली थ्योरी को फोलो करते हुए पुलिस ने अब तक पवन को यमुना ब्रिज से फरीदाबाद तक खोजने का दावा किया है. हालांकि हैरानी की बात ये है कि उन्हें अबतक कोई भी लाश नहीं मिली है. पुल पर मिली लावारिस कार में पवन का मोबाइल और कुछ सामान भी गायब है. पुलिस ने इस मामले में दो लोगों को पकड़कर उनसे पूछताछ शुरू कर दी है लेकिन ना तो अब तक मोबाइल मिला है और ना ही युवक का शव.

4 सितंबर से लापता हैं आईजीएल मैनेजर

पवन 46 साल के हैं और वो इंद्रप्रस्थ पावर जनरेशन कंपनी लिमिटेड में काम करते हैं. दिल्ली पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, पवन 4 सितंबर को लगभग दोपहर 2:30 बजे ऑफिस से बिना बताए अपनी कार से निकले थे. शाम 7:20 बजे के बाद उन्होंने किसी के भी फोन नहीं उठाए. आखिरी कॉल पवन के फोन से उनकी मां को किया गया था जिसमें खाना खाने का पूछा था और नोर्मल बातचीत थी. घटना अंधेरा होने पर रात की है. घटनास्थल के आसपास खेल रहे छोटे बच्चों ने बताया था कि कार से कोई व्यक्ति बाहर निकला और यमुना में कूद गया, हालांकि कूदने वाला व्यक्ति पवन ही है, यह अभी स्पष्ट नहीं है.

पवन की तलाश में पुलिस के हाथ खाली

पुलिस के मुताबिक अज्ञात बदमाश ने ईंट से कार का कांच तोड़कर मोबाइल फोन चुरा लिया है. दो संदिग्धों को हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ की जारी रही है, लेकिन अभी तक मोबाइल का सुराग नहीं लग सका है. उधर, पवन के परिवार का भी रो-रोकर बुरा हाल है. दिल्ली पुलिस से निराश होकर सोशल मीडिया पर पवन के दोस्तों और परिजनों ने कैम्पेन चलाना शुरू कर दिया है. नाम के हैश टैग चलाकर पवन को ढूंढने की कोशिश की जा रही है. पवन के घर में उनके बुजुर्ग माता-पिता, पत्नी और दो छोटे- छोटे बच्चे हैं. दोस्तों के मुताबिक पवन शाह ज़िंदादिल इंसान है. वो गलत कदम नहीं उठा सकता. फिलहाल पवन की तलाश में अबतक पुलिस को कुछ भी पुख्ता हाथ नहीं लग सका है.

यमुना पुल से गायब हुए आईजीएल मैनेजर पवन शाह, 8 दिन बाद भी दिल्ली पुलिस को अबतक नहीं मिली कोई सुराग

राजधानी दिल्ली के गीता कॉलोनी के यमुना पुल से गायब आईजीएल मैनेजर पवन शाह को गायब हुए लगभग एक हफ्ते से ज्यादा का वक्त बीत चुका है लेकिन इस मामले में दिल्ली पुलिस के हाथ अबतक खाली हैं.

4 सितंबर की रात नोएडा निवासी मैनेजर की कार लावारिस हालत में पुल पर मिली थी. पुल के आसपास खेल रहे बच्चों ने पुलिस को बताया था कि कार से उतरकर एक शख्स यमुना नदी में कूद गया था. हालांकि इसके अलावा पुलिस के पास कोई भी जानकारी नहीं है. पुलिस को अबतक नदी में कूदने वाले शख्स की लाश नहीं मिल पाई है.

वरिष्ठ पुलिस अधिकारी जब मौके पर पहुंचे थे तो उन्हें पवन की कार की खिड़की का शीशा ईंट से टूटा हुआ मिला था.

साथ ही उनका फोन भी वहां मौजूद नहीं था. इसके बाद क्राइम टीम के अलावा एफएसएल टीम को मौके पर बुलाकर कार थाने में जांच के लिए भेजी गई थी. 8 दिनों के बाद भी पुलिस का कहना है कि उन्हें लापता मैनेजर के खुदकुशी करने का अनुमान है.

आखिरी बार यमुना पुल पर दिखे पवन

पुलिस का दावा है कि पवन को आखिरी बार गीता कॉलोनी के इसी यमुना पुल पर देखा गया था. किसी के पुल से कूदने वाली थ्योरी को फोलो करते हुए पुलिस ने अब तक पवन को यमुना ब्रिज से फरीदाबाद तक खोजने का दावा किया है. हालांकि हैरानी की बात ये है कि उन्हें अबतक कोई भी लाश नहीं मिली है. पुल पर मिली लावारिस कार में पवन का मोबाइल और कुछ सामान भी गायब है. पुलिस ने इस मामले में दो लोगों को पकड़कर उनसे पूछताछ शुरू कर दी है लेकिन ना तो अब तक मोबाइल मिला है और ना ही युवक का शव.

4 सितंबर से लापता हैं आईजीएल मैनेजर

पवन 46 साल के हैं और वो इंद्रप्रस्थ पावर जनरेशन कंपनी लिमिटेड में काम करते हैं. दिल्ली पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, पवन 4 सितंबर को लगभग दोपहर 2:30 बजे ऑफिस से बिना बताए अपनी कार से निकले थे. शाम 7:20 बजे के बाद उन्होंने किसी के भी फोन नहीं उठाए. आखिरी कॉल पवन के फोन से उनकी मां को किया गया था जिसमें खाना खाने का पूछा था और नोर्मल बातचीत थी. घटना अंधेरा होने पर रात की है. घटनास्थल के आसपास खेल रहे छोटे बच्चों ने बताया था कि कार से कोई व्यक्ति बाहर निकला और यमुना में कूद गया, हालांकि कूदने वाला व्यक्ति पवन ही है, यह अभी स्पष्ट नहीं है.

पवन की तलाश में पुलिस के हाथ खाली

पुलिस के मुताबिक अज्ञात बदमाश ने ईंट से कार का कांच तोड़कर मोबाइल फोन चुरा लिया है. दो संदिग्धों को हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ की जारी रही है, लेकिन अभी तक मोबाइल का सुराग नहीं लग सका है. उधर, पवन के परिवार का भी रो-रोकर बुरा हाल है. दिल्ली पुलिस से निराश होकर सोशल मीडिया पर पवन के दोस्तों और परिजनों ने कैम्पेन चलाना शुरू कर दिया है. नाम के हैश टैग चलाकर पवन को ढूंढने की कोशिश की जा रही है. पवन के घर में उनके बुजुर्ग माता-पिता, पत्नी और दो छोटे- छोटे बच्चे हैं. दोस्तों के मुताबिक पवन शाह ज़िंदादिल इंसान है. वो गलत कदम नहीं उठा सकता. फिलहाल पवन की तलाश में अबतक पुलिस को कुछ भी पुख्ता हाथ नहीं लग सका है.