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अब छात्रवृत्ति से वंचित नहीं होंगे विद्यार्थी, आवेदन की तिथि 30 नवंबर तक बढ़ी

रायपुर- पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति 2025-26 में ऑनलाइन पंजीयन के लिए अदिवासी विकास विभाग ने समय में बढोत्तरी की है। अब विद्यार्थी साल में तीन बार- 31 मई, 31 अगस्त एवं 30 नवंबर तक ऑनलाईन आवेदन कर सकेंगे। यह खास सुविधा विद्यार्थियों को इसलिए दी जा रही है क्योंकि अलग-अलग विषयों के परिणाम विभिन्न तिथियों में जारी किए जाते हैं, जिससे कि छात्रों को किसी प्रकार की असुविधा न हो। जिले में संचालित समस्त शासकीय, अशासकीय महाविद्यालयों, विश्वविद्यालयों, इंजीनियरिंग, मेडिकल, नर्सिंग, पालीटेक्नीक, आईटीआई आदि कालेजों में अध्ययनरत ऐसे छात्र जिनका प्रवेश विलंब से हुआ है या जिनका परीक्षा परिणाम विलंब से घोषित हुआ है। ऐसे अनुसूचित जाति, जनजाति एवं अन्य पिछडा वर्ग के विद्यार्थियों के लिए पंजीयन के लिए समय में बढोत्तरी की गई है।

निर्धारित तिथि के पश्चात शिक्षा सत्र 2025-26 की पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति ऑनलाईन आवेदन हेतु पोर्टल बंद कर दिया जावेगा। एवं Draft Proposal एवं Sanction Order Lock करने का अवसर भी प्रदान नहीं किया जायेगा। निर्धारित तिथि तक कार्यवाही पूर्ण नही करने पर यदि संबधित संस्थाओं के विद्यार्थी छात्रवृत्ति से वंचित रह जाते हैं, तो. इसके लिए संस्था प्रमुख जिम्मेदार होंगे।

छात्रवृत्ति के लिए निम्नानुसार पात्रता निर्धारित हैः-

  1. अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति विद्यार्थियों के पालक की आय-सीमा रू. 2.50 लाख प्रतिवर्ष, अन्य पिछड़ा वर्ग हेतु आय-सीमा रू. 1.00 लाख प्रतिवर्ष, सक्षम अधिकारी द्वारा स्थाई जाति प्रमाणपत्र, छ.ग. का मूल निवास प्रमाण पत्र, विद्यार्थी के अध्ययनरत पाठ्यक्रम के विगत वर्ष का परीक्षा परिणाम।
  2. PFMS के माध्यम से आधार आधार सीडेड बैंक खाते में पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति का भुगतान किया जा रहा है। अतः सभी विद्यार्थी अपने सक्रिय एवं आधार सीडेड बैंक खाते की प्रविष्टि ऑनलाईन आवेदन करते समय सुनिश्चित करें।
  3. वर्ष 2025-26 में अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति एवं अन्य पिछड़ा वर्ग के विद्यार्थियों को NSP Portal से OTR (One Time Registration) प्राप्त करना आवश्यक है। इस हेतु राज्य छात्रवृत्ति पोर्टल में प्रदाय निर्देशों का अवलोकन किया जा सकता है।
  4. वर्ष 2025-26 में नवीन संस्था के संस्था प्रमुख (HOI) एवं संस्था के छात्रवृत्ति प्रभारी (NOI) का biometric-authentication किया जाना अनिवार्य है।
पाकिस्तान पर फिर सख्त एक्शन, भारत ने उच्चायोग में काम कर रहे पाक अधिकारी को देश छोड़ने का आदेश दिया

#indiadeclarespakistanhighcommissionofficialpersonanongrata_orders 

भारत सरकार ने पाकिस्तान हाई कमीशन के एक अधिकारी को 24 घंटे के अंदर देश छोड़ने का आदेश दिया है। भारत सरकार ने नई दिल्ली स्थित स्थित पाकिस्तानी उच्चायोग में कार्यरत वहां के एक अधिकारी को पर्सोना नॉन ग्राटा घोषित कर दिया है और उससे 24 घंटे में देश छोड़ने के लिए कहा है। भारत ने यह कार्रवाई पाकिस्तानी अधिकारी के अपने कार्यक्षेत्र के इतर अन्य तरह की संदिग्ध गतिविधियों में शामिल होने के कारण की है।

भारतीय सेना की जासूसीका आरोप

विदेश मंत्रालय के अनुसार यह कर्मचारी पंजाब में भारतीय सेना की जासूसी से जुड़ी एक्टिविटी को अंजाम दे रहा था। लिहाजा उसे 24 घंटे में भारत छोड़ने का आदेश दिया गया है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि पाक अधिकारी को भारत में अपने आधिकारिक दर्जे के विपरीत गतिविधियों में संलिप्त होने के कारण अवांछित व्यक्ति घोषित कर दिया है। इस मामले में पाकिस्‍तानी हाई-कमीशन के चार्ज डी’अफेयर्स साद अहमद वर्रैच को डिमार्श जारी कर चेतावनी दी गई कि कोई भी पाकिस्तानी राजनयिक अपनी विशेषाधिकारों का दुरुपयोग न करे।

पहले भी दानिश को दिया देश छोड़ने का आदेश

भारत सरकार ने यह फैसला ऐसे समय में लिया है जब दोनों देशों के बीच तनातनी चरम पर है। भारत सरकार ने इससे पहले पाकिस्तानी दूतावास में कार्यरत अधिकारी अहसान-उर-रहीम उर्फ दानिश को जासूसी गतिविधियों में शामिल होने के कारण 13 मई को देश छोड़ने का आदेश दिया था। दानिश का कनेक्शन पाकिस्तानी जासूस ट्रेवल ब्लॉगर ज्योति मल्होत्रा के साथ था। ज्योति पाकिस्तान उच्चायोग में आयोजित इफ्तार पार्टी में शामिल हुई थी।

साल 2023 में ज्योति मल्होत्रा की मुलाकात दानिश से हुई थी, जब वह पहली बार एक डेलिगेशन के साथ पाकिस्तान गई थी। भारत वापस आने के बाद भी ज्योति दानिश के संपर्क में थी। दानिश की सिफारिश के बाद उसने पाकिस्तान की दूसरी बार यात्रा की।

अटारी-वाघा बॉर्डर पर फिर शुरू होगी बीटिंग रिट्रीट, भारत-पाकिस्‍तान तनाव के बाद बंद हो गई थी सेरेमनी

#beating_retreat_ceremony_returns_to_attari_wagah_border

भारत और पाकिस्तान के बीच हुए सीजफायर के बाद अब पंजाब के अमृतसर स्थित अटारी-वाघा बॉर्डर, फिरोजपुर के हुसैनीवाला और सादकी बॉर्डर पर बंद रिट्रीट सेरेमनी आज से दोबारा शुरू होगी। जानकारी के मुताबिक सीजफायर के बाद बॉर्डर पर शांति को देखते हुए रिट्रीट सेरेमनी को दोबारा शुरू करने पर सहमति बनी है जिसके बाद मंगलवार को बीएसएफ जवानों और पाकिस्तानी रेंजर्स के बीच शाम साढ़े छह बजे रिट्रीट सेरेमनी होगी।

बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (बीएसएफ) ने मंगलवार से पंजाब में भारत-पाक सीमा पर रिट्रीट सेरेमनी को एक बार फिर आम जनता के लिए शुरू करने का फैसला किया है। यह समारोह ऑपरेशन सिंदूर के बाद सुरक्षा कारणों से बंद कर दिया गया था। अधिकारियों के मुताबिक, अटारी (अमृतसर), हुसैनीवाला (फिरोज़पुर) और सदकी (फाजिल्का) बॉर्डर पोस्ट्स पर हर शाम होने वाली यह सेरेमनी अब मंगलवार से फिर से आम जनता के लिए खोली जा रही है।

हालांकि, इस बार कुछ बदलाव किए गए हैं। बीएसएफ और पाकिस्तान रेंजर्स के बीच पारंपरिक हाथ मिलाना और बॉर्डर का गेट खोलने जैसी एक्टिविटी नहीं होगी।किसानों के लिए कंटीले तारों वाले गेट कल से खुल जाएंगे।

भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव के दौरान सरहद पर फेंसिंग पर लगे गेट बंद कर दिए गए थे। लेकिन अब दोनों देशों के बीच स्थिति सामान्य हो चुकी है। फेंसिंग पर लगे गेट भी किसानों के लिए खोल दिए गए हैं। अब वे उस पार जाकर खेती कर सकेंगे। बीएसएफ अधिकारियों ने बताया कि जवानों ने फेंसिंग पार सारी जमीन को चेक किया कि कहीं दुश्मन ने लैंड माइन तो नहीं बिछा दी है। पूरी तरह से संतुष्ट होेने के बाद सोमवार से गेट खोल दिए गए।

पंकज लाल बनें टीएससीटी के नगरा ब्लाक संयोजकराहुल तिवारी ब्लाक प्रवक्ता के साथ ही सुमन्त प्रसाद गुप्त और ज्ञानप्रकाश मिश्र को ब्लाक सह संयोजक

संजीव सिंह बलिया!नगरा:टीचर्स सेल्फ केयर टीम (टीएससीटी) की जिला कार्यकारिणी ने शिक्षकों, शिक्षा मित्रों, अनुदेशकों व शिक्षणेत्तर कर्मचारियों के हित में किए जा रहे कार्यों के व्यवस्थित संचालन और तकनीकी सहयोग के उद्देश्य से नगरा ब्लाक इकाई का का गठन किया है। जिला संयोजक सतीश सिंह ने सोमवार को बताया कि नगरा ब्लाक में पंकज लाल को ब्लाक संयोजक, राहुल तिवारी ब्लाक प्रवक्ता के साथ ही सुमन्त प्रसाद गुप्त और ज्ञानप्रकाश मिश्र को ब्लाक सह संयोजक की जिम्मेदारी दी गई है। जिला प्रवक्ता चन्द्रशेखर पासवान ने उम्मीद जतायी कि ब्लाक के पदाधिकारी टीएससीटी की योजनाओं को शिक्षकों व कर्मचारियों तक पहुंचाएंगे और उनकी सहायता करेंगे। नवनियुक्त पदाधिकारियों को जिला संरक्षक प्रभाकर तिवारी, मंडल पासवर्ड रीसेट प्रभारी संजय कन्नौजिया, जिला मीडिया प्रभारी सतीश मेहता, आईटी सेल प्रभारी सन्नी सिंह, जिला सह संयोजक संजीव मौर्य, अंजनी मिश्र, राजेश जायसवाल, सुनील कुमार, सीताराम पांडे, राजेश प्रसाद, लालजी यादव, अब्दुल अंसारी, कंचन सिंह, विजय राय, दिनेश वर्मा व चन्द्रमा सिंह चौहान ने बधाई दी है।

कर्नल सोफिया कुरैशी पर टिप्पणी करने वाले मंत्री विजय शाह की बढ़ी मुश्किलें, सुप्रीम कोर्ट ने SIT बनाने को कहा

#supreme_court_orders_sit_probe_into_mp_minister_vijay_shah

कर्नल सोफिया पर विवादित बयान देने वाले मध्य प्रदेश सरकार में मंत्री विजय शाह की मुश्किलें बढ़ती दिख रही है।कर्नल कुरैशी को लेकर विवादित टिप्पणी करने वाले विजय शाह को सुप्रीम कोर्ट से बड़ा झटका लगा है। कोर्ट ने इस मामले की जांच के लिए तीन वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों की विशेष जांच टीम (एसआईटी) गठित करने का आदेश दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने साफ कर दिया कि यह मामला गंभीर है और इसे किसी भी तरह से राजनीतिक रंग नहीं लेने दिया जाएगा।

सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को एक बार फिर मध्य प्रदेश सरकार में मंत्री विजय शाह को कर्नल सोफिया कुरैशी को लेकर दिए बयान पर फटकार लगाई है। सर्वोच्च न्यायालय ने कहा कि हम इस मामले में मंत्री की माफी स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं हैं। कोर्ट ने आगे कहा, "आप एक सार्वजनिक चेहरा हैं। एक अनुभवी नेता हैं। आपको बोलने से पहले अपने शब्दों को तोलना चाहिए। हमें आपके वीडियो यहां चलाने चाहिए। यह सेना के लिए एक अहम मुद्दा है। हमें इस मामले में बेहद जिम्मेदार होना होगा।"

सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस संजय किशन कौल और जस्टिस एसवीएन भट की पीठ इस मामले की सुनवाई करते हुए राज्य सरकार से सख्त लहजे में कहा कि हम इस केस को बहुत करीब से देख रहे हैं और यह सरकार के लिए एक अग्नि परीक्षा है। अदालत ने कहा कि मंत्री को उनके बयान के नतीजे भुगतने होंगे और कानून को अपना रास्ता तय करने दिया जाएगा।

सुप्रीम कोर्ट ने आदेश देते हुए कहा कि हम इस बात से संतुष्ट हैं कि एफआईआर की जांच एसआईटी द्वारा की जानी चाहिए, जिसमें एमपी कैडर के सीधे भर्ती किए गए 3 वरिष्ठ आईपीसी अधिकारी शामिल हों, लेकिन जो एमपी से संबंधित नहीं हों। इन 3 में से 1 महिला आईपीएस अधिकारी होनी चाहिए। डीजीपी, एमपी को कल रात 10 बजे से पहले एसआईटी गठित करने का निर्देश दिया जाता है। इसका नेतृत्व एक आईजीपी द्वारा किया जाना चाहिए और दोनों सदस्य भी एसपी या उससे ऊपर के रैंक के होंगे।

इससे पहले वरिष्ठ अधिवक्ता मनिंदर सिंह ने दलील देते हुए कहा कि विजय शाह माफी मांग रहे हैं। इस पर जस्टिस सूर्यकांत ने कहा कि आपकी माफी कहां है? यह जिस प्रकृति का मामला है, आप किस तरह कि माफी मांगना चाहते हैं, आपका क्या घड़ियाली आंसू बहाना चाहते हैं।

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि आपने बिना सोचे जो किया और अब माफी मांग रहे हैं। हमें आपकी माफी नहीं चाहिए। अब कानून के मुताबिक निपटेंगे। आपने अगर दोबारा माफी मांगी तो हम अदालत की अवमानना मानेंगे। आप पब्लिक फिगर हैं, राजनेता हैं और क्या बोलते हैं? ये सब वीडियो में है और आप कहां जाकर रुकेंगे। संवेदनशील होना चाहिए और अपनी जिम्मेदारी समझनी चाहिए। यह बहुत गैर जिम्मेदाराना है। हमें अपनी आर्मी पर गर्व है और आप टाइमिंग देखिए, क्या आप बोले?

इससे पहले बीते गुरुवार को विजय शाह सुप्रीम कोर्ट की शरण पहुंचे और एफआईआर पर रोक लगाने की मांग की, लेकिन शाह को यहां भी फटकार ही पड़ी। सुप्रीम कोर्ट ने कहा- आप संवैधानिक पद हैं, आपको अपनी जिम्मेदारी का एहसास होना चाहिए। एक मंत्री होकर आप कैसी भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं। वहीं, सुप्रीम कोर्ट ने एफआईआर कें कंटेंट को लेकर भी फटकारा। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि एफआईआर की भाषा ऐसी लिखी गई है जो चुनौती देने पर निरस्त हो जाए। सुप्रीम कोर्ट की ओर से एफआईआर में सुधार करने और पुलिलिस विवेचना की मॉनिटरिंग हाईकोर्ट द्वारा किए जाने के भी आदेश दिए।

जानिए पूर्व सीएम भूपेश बघेल के किस बयान पर भड़के मंत्री ओपी चौधरी

रायपुर- ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर छत्तीसगढ़ में सियासी घमासान तेज हो गया है। पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस महासचिव भूपेश बघेल द्वारा मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के बयान पर तंज कसने के बाद अब वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने तीखा पलटवार किया है। साथ ही कड़ी नसीहत दी है।

पाकिस्तान के विरुद्ध भारत की यह जीत पूर्व सीएम पचा नहीं पा रहे – ओपी चौधरी

भूपेश बघेल के इस प्रतिक्रिया पर वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने पलटवार किया है। ओपी चौधरी ने एक्स पर पर लिखा कि प्रदेश के लोकप्रिय मुख्यमंत्री के विरुद्ध भूपेश बघेल की ऐसी हल्की बयानबाजी यह दिखाता है कि वे बुरी तरह हीनता बोध से ग्रस्त हैं। देश हित से जुड़े इतने बड़े विषय का इस तरह मजाक उड़ाने का अर्थ यही है कि पाकिस्तान के विरुद्ध भारत की यह जीत पूर्व सीएम पचा नहीं पा रहे हैं।

उन्होंने आगे लिखा कि वैसे कांग्रेस महासचिव भूपेश बघेल की जानकारी के लिए बता दें कि हिन्दी में सबसे प्रामाणिक माने जाने वाले ‘नागरी प्रचारिणी सभा’ के शब्दकोष में ‘आयोजन’ का अर्थ है – ‘किसी कार्य या गतिविधि को सुनियोजित और व्यवस्थित ढंग से करने की प्रक्रिया।’ इसमें योजना बनाना, संसाधनों का प्रबंधन और कार्य को निर्धारित समय पर पूरा करना शामिल है।

तो क्या कांग्रेस नेता यह कहना चाहते हैं कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत चला अभियान सुनियोजित नहीं था या अव्यवस्थित था? या सेना ने योजना सही नहीं बनायी थी, कि संसाधनों का प्रबंधन सेना ने सही नहीं किया? कभी सर्जिकल स्ट्राइक का इसी तरह मजाक बनाते हुए भूपेश बघेल ने यह कहा था कि ‘वहां केवल कौए मरे हैं।’ जनता ने उस भद्दे मजाक का माकूल जवाब भी दे दिया उन्हें।हमारे सैनिकों के शौर्य पर सवाल खड़ा करते रहने की परिपाटी बंद होना चाहिये। यह राजनीति का विषय नहीं है।


ईश्वर, सेना के शौर्य और पराक्रम को आयोजन बताने वाले इन लोगों को क्षमा करना – बघेल

पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर दिए गए बयान का एक 18 सेकंड का वीडियो पोस्ट किया है। भूपेश बघेल ने अपने पोस्ट में लिखा कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय “ऑपरेशन सिंदूर” को एक ‘आयोजन’ बता रहे हैं. हे ईश्वर, सेना के शौर्य और पराक्रम को आयोजन बताने वाले इन लोगों को क्षमा करना. वे नहीं जानते कि शौर्य और पराक्रम क्या होता है‌.


कर्नल सोफिया कुरैशी पर बयान देकर घिरे मंत्री विजय शाह, हाईकोर्ट ने चार घंटे के अंदर FIR दर्ज करने का दिया आदेश

#ordertofilefiragainstministervijay_shah

मध्य प्रदेश सरकार में मंत्री विजय शाह की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। कर्नल सोफिया कुरैशी पर दिए विवादित बयान पर अब मध्य प्रदेश हाईकोर्ट ने स्वत: संज्ञान लेकर एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए हैं।कोर्ट ने कहा है कि चार घंटे में एफआईआर दर्ज हो।कोर्ट ने एमपी के डीजीपी को विजय शाह पर एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया है। हाई कोर्ट की जस्टिस अतुल श्रीधरन की डिवीजन बेंच ने आदेश दिया है कि मंत्री पर चार घंटे में एफआईआर दर्ज हो। गुरुवार सुबह सबसे पहले इसी मामले पर अगली सुनवाई करेंगे।

कोर्ट ने खुद ही संज्ञान लिया

हाईकोर्ट ने सोफिया कुरैशी पर की गई टिप्पणी के मामले में खुद ही संज्ञान लिया। कोर्ट ने मंत्री विजय शाह के खिलाफ तुरंत कानूनी कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं। न्यायमूर्ति अतुल श्रीधरन और अनुराधा शुक्ला की बेंच के सामने राज्य सरकार की तरफ से एडवोकेट जनरल प्रशांत सिंह पेश हुए। युगलपीठ ने पुलिस विभाग को शाम 6 बजे तक एफआईआर करने के निर्देश दिए हैं। युगलपीठ ने मामले की सुनवाई संज्ञान याचिका के रूप में करते हुए उक्त आदेश जारी किये। युगलपीठ ने मंत्री के खिलाफ बीएनएस की धारा 196 तथा 197 के तहत प्रकरण दर्ज करने के आदेश जारी किए हैं। याचिका में प्रदेश के पुलिस महानिदेशक को अनावेदक बनाया गया है। युगलपीठ ने अपने आदेश में कहा है कि एफआईआर दर्ज किए जाने के संबंध में न्यायालय को अवगत कराया जाए। याचिका पर अगली सुनवाई गुरुवार की सुबह 10.30 बजे निर्धारित की गई है।

क्या है विजय शाह का बयान

दरअसल, मोहन सरकार के मंत्री विजय शाह ने मानपुर में आयोजित एक कार्यक्रम में कर्नल सोफिया कुरैशी को लेकर विवादित बयान दे डाला था। मानपुर में आयोजित हलमा कार्यक्रम में मंत्री शाह ने पहलगाम हमले का जिक्र करते हुए कहा, जिन आंतकियों ने पहलगाम में लोगों को मारा, उनके कपड़े उतरवाए, उन आंतकियों ने हमारी बहनों का सिंदूर उजाड़ा। मंत्री शाह ने कहा, पीएम नरेंद्र मोदी ने उन्हीं की बहन को भेजकर उनकी ऐसी-तैसी करवाई। बयान को लेकर जब राजनीति गरमा गई।

Counseling Meeting for Offenders Held Under Leadership of Station House Officer at Captanganj Police Station





Azamgarh: A special meeting was organized at the Captanganj police station under the leadership of Station House Officer (SHO) Vivek Kumar Pandey. Individuals identified with criminal tendencies in the area were invited to the meeting to establish dialogue with them. The objective of the meeting was to reintegrate offenders into the mainstream and spread awareness towards building a crime-free society.

During the session, SHO Vivek Pandey briefed the attendees about the consequences of engaging in criminal activities and gave a strict warning against involvement in any such acts in the future. He also instructed that any suspicious or illegal activity in the area should be reported to the police immediately.

This initiative by the police administration is being seen as a positive step towards maintaining law and order in society. On this occasion, Senior Sub-Inspector Vinod Kumar Yadav, Sub-Inspectors Mayapati Pandey, Kashi Nath Yadav, Aman Tiwari, Prince Mishra, and other officers and staff members were also present.








Azamgarh: A special meeting was organized at the Captanganj police station under the leadership of Station House Officer (SHO) Vivek Kumar Pandey. Individuals identified with criminal tendencies in the area were invited to the meeting to establish dialogue with them. The objective of the meeting was to reintegrate offenders into the mainstream and spread awareness towards building a crime-free society.

During the session, SHO Vivek Pandey briefed the attendees about the consequences of engaging in criminal activities and gave a strict warning against involvement in any such acts in the future. He also instructed that any suspicious or illegal activity in the area should be reported to the police immediately.

This initiative by the police administration is being seen as a positive step towards maintaining law and order in society. On this occasion, Senior Sub-Inspector Vinod Kumar Yadav, Sub-Inspectors Mayapati Pandey, Kashi Nath Yadav, Aman Tiwari, Prince Mishra, and other officers and staff members were also present.

नक्सलवाद पर भाजपा सरकार के साथ कांग्रेस, पूर्व पीसीसी चीफ घनेंद्र साहू के बयान की डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने की सराहना

रायपुर- नक्सलवाद पर आखिरकार सत्तारुढ़ भाजपा सरकार के साथ विपक्षी दल कांग्रेस के सुर ताल एक होते नजर आ रहे हैं. यह बात पूर्व छत्तीसगढ़ कांग्रेस अध्यक्ष धनेंद्र साहू के बयान से होती है, जिसमें उन्होंने नक्सलवाद के मुद्दे पर सरकार के साथ होने की बात कही थी. धनेंद्र साहू के बयान की सराहना करते हुए उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने उन्हें फोन कर इस दिशा में सरकार के प्रयासों से अवगत कराया.

उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने पूर्व छत्तीसगढ़ कांग्रेस अध्यक्ष धनेंद्र साहू से फोन पर नक्सल मुद्दे पर किए बातचीत को अपने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है. उन्होंने कहा कि उनके (धनेंद्र साहू) के साथ कांग्रेस के कई नेताओं के (नक्सलवाद पर) सकारात्मक बातों को सुनकर धन्यवाद देने के लिए फोन किया है. हम सरकार के साथ है, और लाल आतंक समाप्त होना चाहिए.

इस पर धनेंद्र साहू ने कहा कि जो सच्चाई है, वह बोलना ही है. इस पर हम सरकार के साथ हैं. पहली बार इतनी कार्रवाई हो रही है. विपक्ष का मतलब यह नहीं है कि सही काम का भी विरोध किया जाए. इसके साथ ही विजय शर्मा ने बस्तर ओलंपिक और बस्तर पुंडम की जानकारी देते हुए बताया कि नक्सल पीड़ित परिवारों के लिए अलग से सर्वे कराकर प्रधानमंत्री आवास प्रदान किया जा रहा है.

इसके अलावा बस्तर में शांति की स्थापना के लिए अपना बलिदान देने वालों की स्मृति में बलिदानी स्मारक बनाकर उसमें संगमरमर की मूर्ति लगाई जाएगी. इस तरह से 500 से अधिक बलिदानी स्मारक बनाया जाएगा. इसमें एक स्मारक के निर्माण में तीन लाख तीन हजार रुपए का खर्च आएगा. साहू ने कहा कि बलिदान देने वालों का यह बड़ा सम्मान है. यह सराहनीय कार्य है.

इस पर उप मुख्यमंत्री ने कहा कि एक विषय पर एक साथ बैठकर चर्चा कर पूरी दुनिया को संदेश दे देंगे कि कुछ भी हो जाए इस विषय पर हम सब एक साथ हैं. इसके साथ ही झीरम घटना का जिक्र करते हुए कहा कि वे स्वयं (उप मुख्यमंत्री) इस बार स्थल पर जाकर अपनी जान गंवाने वाले नेताओं को श्रद्धांजलि स्वरूप पुष्प अर्पित करेंगे. इस पर धनेंद्र साहू ने कहा कि यह एक ऐसी चीज है कि जो पार्टी से अलग हटकर है.



सीमा पर हथियार जुटा रहा पाकिस्तान, भारत से सटी सीमाओं पर चीनी तोप तैनात

#pakistanrampsupmilitarypresenceacrossindian_border

पहलगाम हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव बना हुआ है। पाकिस्तान की तरफ से सीमा पर लगातार गोलीबारी हो रही है। एलओसी पर लगातार आठवें दिन सीजफायर का उल्लंघन किया गया है। पाकिस्तानी सेना ने बारामूला, कुपवाड़ा, पुंछ, रौशेरा और अखनूर में छोटे हथियारों से फायरिंग की। भारत की तरफ से हमले होने का दावा कर रहा पाकिस्तान खुद उकसावे की कार्रवाई कर रहा है। यही नहीं, पाकिस्तान ने भारत से सटी सीमा पर अपनी सैन्य मौजूदगी बढ़ाई है। पाकिस्तानी सेना ने रडार, वायु रक्षा प्रणाली और चीन में बनी हॉवित्जर तोपों समेत कई तरह के हथियार सीमा पर तैनात किए हैं।

एक साथ 3 सैन्य अभ्यास कर रही पाक वायुसेना

पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत की तरफ से हमले को लेकर खौफजदा पाकिस्तान सीमाओं पर लगातार सैन्य जमावड़ा बढ़ा रहा है। उसने अग्रिम मोर्चों पर वायु रक्षा प्रणाली और चीनी एसएच-15 होवित्जर तोपें भी तैनात कर दी हैं। पाकिस्तानी वायु सेना फिलहाल एक साथ 3 सैन्य अभ्यास कर रही है। इन्हें फिजा-ए-बद्र, ललकार-ए-मोमिन और जर्ब-ए-हैदरी नाम दिया गया है। इनमें वायुसेना के एफ-16, जे-10 और जेएफ-17 सहित सभी प्रमुख लड़ाकू विमान हिस्सा ले रहे हैं। वायुसेना का ये अभ्यास 29 अप्रैल को शुरू हुआ और इसमें साब एयरबोर्न अर्ली वार्निंग एंड कंट्रोल सिस्टम विमान भी हिस्सा ले रहे हैं। साथ ही पाकिस्तान ने लाहौर और कराची के ऊपर अपना हवाई क्षेत्र भी अस्थायी रूप से बंद कर दिया है।

सीमा पर चीनी हॉवित्जर तोपों की तैनाती

पाकिस्तानी सेना चीन से खरीदी गई एसएच-15 हॉवित्जर तोपों को भी अपनी आर्टिलरी रेजीमेंट में शामिल कर रही है। इन आधुनिक तोपों को अब सीमा के नजदीक तैनात किया जा रहा है। इससे पाकिस्तान की फायरिंग क्षमता काफी बढ़ गई है। पाकिस्तान का एसएच -15 हॉवित्जर हथियार को लेकर दावा है कि परमाणु हमला करने में माहिर है।

2019 में पाकिस्तान ने 236 ऐसी तोपें खरीदने के लिए चीन से समझौता किया था। यह 155 मिमी/52-कैलिबर का स्वचालित, व्हीकल-माउंटेड तोप है। यानी यह हथियार 155 एमएम के गोले दाग सकता है।

चीनी हॉवित्जर की खासियत

इसकी खासियत की बात करें तो इसे पाक और चीन मारक और घातक बताते हैं। एसएच-15 की रेंज 20 किमी से 53 किमी तक है। यानी यह नाटो गोला-बारूद के साथ-साथ र जीपीएस-निर्देशित गोले भी दाग सकता है। इसकी डिजिटल फायर कंट्रोल सिस्टम, स्वचालित गन-लेइंग, और जीपीएस-नेविगेशन सटीकता बढ़ाते हैं। इस हथियार को 6×6 शानक्सी ट्रक के चेसिस पर फिट किया गया है। यह 90 किमी/घंटा की गति और 500 किमी की रेंज के साथ ‘शूट एंड स्कूट’ रणनीति के लिए बेस्ट माना जाता है। इसके बख्तरबंद केबिन और हाइड्रो-न्यूमैटिक सस्पेंशन पहाड़ी और जटिल इलाकों में प्रभावी बनाते हैं। यानी पहाड़ी इलाकों के लिए एसच-15 को बेस्ट माना जाता है। दावा तो पाकिस्तान की तरफ से यह भी कहा जाता है कि यह न्यूक्लियर गोले दाग सकता है।

अब छात्रवृत्ति से वंचित नहीं होंगे विद्यार्थी, आवेदन की तिथि 30 नवंबर तक बढ़ी

रायपुर- पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति 2025-26 में ऑनलाइन पंजीयन के लिए अदिवासी विकास विभाग ने समय में बढोत्तरी की है। अब विद्यार्थी साल में तीन बार- 31 मई, 31 अगस्त एवं 30 नवंबर तक ऑनलाईन आवेदन कर सकेंगे। यह खास सुविधा विद्यार्थियों को इसलिए दी जा रही है क्योंकि अलग-अलग विषयों के परिणाम विभिन्न तिथियों में जारी किए जाते हैं, जिससे कि छात्रों को किसी प्रकार की असुविधा न हो। जिले में संचालित समस्त शासकीय, अशासकीय महाविद्यालयों, विश्वविद्यालयों, इंजीनियरिंग, मेडिकल, नर्सिंग, पालीटेक्नीक, आईटीआई आदि कालेजों में अध्ययनरत ऐसे छात्र जिनका प्रवेश विलंब से हुआ है या जिनका परीक्षा परिणाम विलंब से घोषित हुआ है। ऐसे अनुसूचित जाति, जनजाति एवं अन्य पिछडा वर्ग के विद्यार्थियों के लिए पंजीयन के लिए समय में बढोत्तरी की गई है।

निर्धारित तिथि के पश्चात शिक्षा सत्र 2025-26 की पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति ऑनलाईन आवेदन हेतु पोर्टल बंद कर दिया जावेगा। एवं Draft Proposal एवं Sanction Order Lock करने का अवसर भी प्रदान नहीं किया जायेगा। निर्धारित तिथि तक कार्यवाही पूर्ण नही करने पर यदि संबधित संस्थाओं के विद्यार्थी छात्रवृत्ति से वंचित रह जाते हैं, तो. इसके लिए संस्था प्रमुख जिम्मेदार होंगे।

छात्रवृत्ति के लिए निम्नानुसार पात्रता निर्धारित हैः-

  1. अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति विद्यार्थियों के पालक की आय-सीमा रू. 2.50 लाख प्रतिवर्ष, अन्य पिछड़ा वर्ग हेतु आय-सीमा रू. 1.00 लाख प्रतिवर्ष, सक्षम अधिकारी द्वारा स्थाई जाति प्रमाणपत्र, छ.ग. का मूल निवास प्रमाण पत्र, विद्यार्थी के अध्ययनरत पाठ्यक्रम के विगत वर्ष का परीक्षा परिणाम।
  2. PFMS के माध्यम से आधार आधार सीडेड बैंक खाते में पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति का भुगतान किया जा रहा है। अतः सभी विद्यार्थी अपने सक्रिय एवं आधार सीडेड बैंक खाते की प्रविष्टि ऑनलाईन आवेदन करते समय सुनिश्चित करें।
  3. वर्ष 2025-26 में अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति एवं अन्य पिछड़ा वर्ग के विद्यार्थियों को NSP Portal से OTR (One Time Registration) प्राप्त करना आवश्यक है। इस हेतु राज्य छात्रवृत्ति पोर्टल में प्रदाय निर्देशों का अवलोकन किया जा सकता है।
  4. वर्ष 2025-26 में नवीन संस्था के संस्था प्रमुख (HOI) एवं संस्था के छात्रवृत्ति प्रभारी (NOI) का biometric-authentication किया जाना अनिवार्य है।
पाकिस्तान पर फिर सख्त एक्शन, भारत ने उच्चायोग में काम कर रहे पाक अधिकारी को देश छोड़ने का आदेश दिया

#indiadeclarespakistanhighcommissionofficialpersonanongrata_orders 

भारत सरकार ने पाकिस्तान हाई कमीशन के एक अधिकारी को 24 घंटे के अंदर देश छोड़ने का आदेश दिया है। भारत सरकार ने नई दिल्ली स्थित स्थित पाकिस्तानी उच्चायोग में कार्यरत वहां के एक अधिकारी को पर्सोना नॉन ग्राटा घोषित कर दिया है और उससे 24 घंटे में देश छोड़ने के लिए कहा है। भारत ने यह कार्रवाई पाकिस्तानी अधिकारी के अपने कार्यक्षेत्र के इतर अन्य तरह की संदिग्ध गतिविधियों में शामिल होने के कारण की है।

भारतीय सेना की जासूसीका आरोप

विदेश मंत्रालय के अनुसार यह कर्मचारी पंजाब में भारतीय सेना की जासूसी से जुड़ी एक्टिविटी को अंजाम दे रहा था। लिहाजा उसे 24 घंटे में भारत छोड़ने का आदेश दिया गया है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि पाक अधिकारी को भारत में अपने आधिकारिक दर्जे के विपरीत गतिविधियों में संलिप्त होने के कारण अवांछित व्यक्ति घोषित कर दिया है। इस मामले में पाकिस्‍तानी हाई-कमीशन के चार्ज डी’अफेयर्स साद अहमद वर्रैच को डिमार्श जारी कर चेतावनी दी गई कि कोई भी पाकिस्तानी राजनयिक अपनी विशेषाधिकारों का दुरुपयोग न करे।

पहले भी दानिश को दिया देश छोड़ने का आदेश

भारत सरकार ने यह फैसला ऐसे समय में लिया है जब दोनों देशों के बीच तनातनी चरम पर है। भारत सरकार ने इससे पहले पाकिस्तानी दूतावास में कार्यरत अधिकारी अहसान-उर-रहीम उर्फ दानिश को जासूसी गतिविधियों में शामिल होने के कारण 13 मई को देश छोड़ने का आदेश दिया था। दानिश का कनेक्शन पाकिस्तानी जासूस ट्रेवल ब्लॉगर ज्योति मल्होत्रा के साथ था। ज्योति पाकिस्तान उच्चायोग में आयोजित इफ्तार पार्टी में शामिल हुई थी।

साल 2023 में ज्योति मल्होत्रा की मुलाकात दानिश से हुई थी, जब वह पहली बार एक डेलिगेशन के साथ पाकिस्तान गई थी। भारत वापस आने के बाद भी ज्योति दानिश के संपर्क में थी। दानिश की सिफारिश के बाद उसने पाकिस्तान की दूसरी बार यात्रा की।

अटारी-वाघा बॉर्डर पर फिर शुरू होगी बीटिंग रिट्रीट, भारत-पाकिस्‍तान तनाव के बाद बंद हो गई थी सेरेमनी

#beating_retreat_ceremony_returns_to_attari_wagah_border

भारत और पाकिस्तान के बीच हुए सीजफायर के बाद अब पंजाब के अमृतसर स्थित अटारी-वाघा बॉर्डर, फिरोजपुर के हुसैनीवाला और सादकी बॉर्डर पर बंद रिट्रीट सेरेमनी आज से दोबारा शुरू होगी। जानकारी के मुताबिक सीजफायर के बाद बॉर्डर पर शांति को देखते हुए रिट्रीट सेरेमनी को दोबारा शुरू करने पर सहमति बनी है जिसके बाद मंगलवार को बीएसएफ जवानों और पाकिस्तानी रेंजर्स के बीच शाम साढ़े छह बजे रिट्रीट सेरेमनी होगी।

बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (बीएसएफ) ने मंगलवार से पंजाब में भारत-पाक सीमा पर रिट्रीट सेरेमनी को एक बार फिर आम जनता के लिए शुरू करने का फैसला किया है। यह समारोह ऑपरेशन सिंदूर के बाद सुरक्षा कारणों से बंद कर दिया गया था। अधिकारियों के मुताबिक, अटारी (अमृतसर), हुसैनीवाला (फिरोज़पुर) और सदकी (फाजिल्का) बॉर्डर पोस्ट्स पर हर शाम होने वाली यह सेरेमनी अब मंगलवार से फिर से आम जनता के लिए खोली जा रही है।

हालांकि, इस बार कुछ बदलाव किए गए हैं। बीएसएफ और पाकिस्तान रेंजर्स के बीच पारंपरिक हाथ मिलाना और बॉर्डर का गेट खोलने जैसी एक्टिविटी नहीं होगी।किसानों के लिए कंटीले तारों वाले गेट कल से खुल जाएंगे।

भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव के दौरान सरहद पर फेंसिंग पर लगे गेट बंद कर दिए गए थे। लेकिन अब दोनों देशों के बीच स्थिति सामान्य हो चुकी है। फेंसिंग पर लगे गेट भी किसानों के लिए खोल दिए गए हैं। अब वे उस पार जाकर खेती कर सकेंगे। बीएसएफ अधिकारियों ने बताया कि जवानों ने फेंसिंग पार सारी जमीन को चेक किया कि कहीं दुश्मन ने लैंड माइन तो नहीं बिछा दी है। पूरी तरह से संतुष्ट होेने के बाद सोमवार से गेट खोल दिए गए।

पंकज लाल बनें टीएससीटी के नगरा ब्लाक संयोजकराहुल तिवारी ब्लाक प्रवक्ता के साथ ही सुमन्त प्रसाद गुप्त और ज्ञानप्रकाश मिश्र को ब्लाक सह संयोजक

संजीव सिंह बलिया!नगरा:टीचर्स सेल्फ केयर टीम (टीएससीटी) की जिला कार्यकारिणी ने शिक्षकों, शिक्षा मित्रों, अनुदेशकों व शिक्षणेत्तर कर्मचारियों के हित में किए जा रहे कार्यों के व्यवस्थित संचालन और तकनीकी सहयोग के उद्देश्य से नगरा ब्लाक इकाई का का गठन किया है। जिला संयोजक सतीश सिंह ने सोमवार को बताया कि नगरा ब्लाक में पंकज लाल को ब्लाक संयोजक, राहुल तिवारी ब्लाक प्रवक्ता के साथ ही सुमन्त प्रसाद गुप्त और ज्ञानप्रकाश मिश्र को ब्लाक सह संयोजक की जिम्मेदारी दी गई है। जिला प्रवक्ता चन्द्रशेखर पासवान ने उम्मीद जतायी कि ब्लाक के पदाधिकारी टीएससीटी की योजनाओं को शिक्षकों व कर्मचारियों तक पहुंचाएंगे और उनकी सहायता करेंगे। नवनियुक्त पदाधिकारियों को जिला संरक्षक प्रभाकर तिवारी, मंडल पासवर्ड रीसेट प्रभारी संजय कन्नौजिया, जिला मीडिया प्रभारी सतीश मेहता, आईटी सेल प्रभारी सन्नी सिंह, जिला सह संयोजक संजीव मौर्य, अंजनी मिश्र, राजेश जायसवाल, सुनील कुमार, सीताराम पांडे, राजेश प्रसाद, लालजी यादव, अब्दुल अंसारी, कंचन सिंह, विजय राय, दिनेश वर्मा व चन्द्रमा सिंह चौहान ने बधाई दी है।

कर्नल सोफिया कुरैशी पर टिप्पणी करने वाले मंत्री विजय शाह की बढ़ी मुश्किलें, सुप्रीम कोर्ट ने SIT बनाने को कहा

#supreme_court_orders_sit_probe_into_mp_minister_vijay_shah

कर्नल सोफिया पर विवादित बयान देने वाले मध्य प्रदेश सरकार में मंत्री विजय शाह की मुश्किलें बढ़ती दिख रही है।कर्नल कुरैशी को लेकर विवादित टिप्पणी करने वाले विजय शाह को सुप्रीम कोर्ट से बड़ा झटका लगा है। कोर्ट ने इस मामले की जांच के लिए तीन वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों की विशेष जांच टीम (एसआईटी) गठित करने का आदेश दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने साफ कर दिया कि यह मामला गंभीर है और इसे किसी भी तरह से राजनीतिक रंग नहीं लेने दिया जाएगा।

सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को एक बार फिर मध्य प्रदेश सरकार में मंत्री विजय शाह को कर्नल सोफिया कुरैशी को लेकर दिए बयान पर फटकार लगाई है। सर्वोच्च न्यायालय ने कहा कि हम इस मामले में मंत्री की माफी स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं हैं। कोर्ट ने आगे कहा, "आप एक सार्वजनिक चेहरा हैं। एक अनुभवी नेता हैं। आपको बोलने से पहले अपने शब्दों को तोलना चाहिए। हमें आपके वीडियो यहां चलाने चाहिए। यह सेना के लिए एक अहम मुद्दा है। हमें इस मामले में बेहद जिम्मेदार होना होगा।"

सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस संजय किशन कौल और जस्टिस एसवीएन भट की पीठ इस मामले की सुनवाई करते हुए राज्य सरकार से सख्त लहजे में कहा कि हम इस केस को बहुत करीब से देख रहे हैं और यह सरकार के लिए एक अग्नि परीक्षा है। अदालत ने कहा कि मंत्री को उनके बयान के नतीजे भुगतने होंगे और कानून को अपना रास्ता तय करने दिया जाएगा।

सुप्रीम कोर्ट ने आदेश देते हुए कहा कि हम इस बात से संतुष्ट हैं कि एफआईआर की जांच एसआईटी द्वारा की जानी चाहिए, जिसमें एमपी कैडर के सीधे भर्ती किए गए 3 वरिष्ठ आईपीसी अधिकारी शामिल हों, लेकिन जो एमपी से संबंधित नहीं हों। इन 3 में से 1 महिला आईपीएस अधिकारी होनी चाहिए। डीजीपी, एमपी को कल रात 10 बजे से पहले एसआईटी गठित करने का निर्देश दिया जाता है। इसका नेतृत्व एक आईजीपी द्वारा किया जाना चाहिए और दोनों सदस्य भी एसपी या उससे ऊपर के रैंक के होंगे।

इससे पहले वरिष्ठ अधिवक्ता मनिंदर सिंह ने दलील देते हुए कहा कि विजय शाह माफी मांग रहे हैं। इस पर जस्टिस सूर्यकांत ने कहा कि आपकी माफी कहां है? यह जिस प्रकृति का मामला है, आप किस तरह कि माफी मांगना चाहते हैं, आपका क्या घड़ियाली आंसू बहाना चाहते हैं।

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि आपने बिना सोचे जो किया और अब माफी मांग रहे हैं। हमें आपकी माफी नहीं चाहिए। अब कानून के मुताबिक निपटेंगे। आपने अगर दोबारा माफी मांगी तो हम अदालत की अवमानना मानेंगे। आप पब्लिक फिगर हैं, राजनेता हैं और क्या बोलते हैं? ये सब वीडियो में है और आप कहां जाकर रुकेंगे। संवेदनशील होना चाहिए और अपनी जिम्मेदारी समझनी चाहिए। यह बहुत गैर जिम्मेदाराना है। हमें अपनी आर्मी पर गर्व है और आप टाइमिंग देखिए, क्या आप बोले?

इससे पहले बीते गुरुवार को विजय शाह सुप्रीम कोर्ट की शरण पहुंचे और एफआईआर पर रोक लगाने की मांग की, लेकिन शाह को यहां भी फटकार ही पड़ी। सुप्रीम कोर्ट ने कहा- आप संवैधानिक पद हैं, आपको अपनी जिम्मेदारी का एहसास होना चाहिए। एक मंत्री होकर आप कैसी भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं। वहीं, सुप्रीम कोर्ट ने एफआईआर कें कंटेंट को लेकर भी फटकारा। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि एफआईआर की भाषा ऐसी लिखी गई है जो चुनौती देने पर निरस्त हो जाए। सुप्रीम कोर्ट की ओर से एफआईआर में सुधार करने और पुलिलिस विवेचना की मॉनिटरिंग हाईकोर्ट द्वारा किए जाने के भी आदेश दिए।

जानिए पूर्व सीएम भूपेश बघेल के किस बयान पर भड़के मंत्री ओपी चौधरी

रायपुर- ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर छत्तीसगढ़ में सियासी घमासान तेज हो गया है। पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस महासचिव भूपेश बघेल द्वारा मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के बयान पर तंज कसने के बाद अब वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने तीखा पलटवार किया है। साथ ही कड़ी नसीहत दी है।

पाकिस्तान के विरुद्ध भारत की यह जीत पूर्व सीएम पचा नहीं पा रहे – ओपी चौधरी

भूपेश बघेल के इस प्रतिक्रिया पर वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने पलटवार किया है। ओपी चौधरी ने एक्स पर पर लिखा कि प्रदेश के लोकप्रिय मुख्यमंत्री के विरुद्ध भूपेश बघेल की ऐसी हल्की बयानबाजी यह दिखाता है कि वे बुरी तरह हीनता बोध से ग्रस्त हैं। देश हित से जुड़े इतने बड़े विषय का इस तरह मजाक उड़ाने का अर्थ यही है कि पाकिस्तान के विरुद्ध भारत की यह जीत पूर्व सीएम पचा नहीं पा रहे हैं।

उन्होंने आगे लिखा कि वैसे कांग्रेस महासचिव भूपेश बघेल की जानकारी के लिए बता दें कि हिन्दी में सबसे प्रामाणिक माने जाने वाले ‘नागरी प्रचारिणी सभा’ के शब्दकोष में ‘आयोजन’ का अर्थ है – ‘किसी कार्य या गतिविधि को सुनियोजित और व्यवस्थित ढंग से करने की प्रक्रिया।’ इसमें योजना बनाना, संसाधनों का प्रबंधन और कार्य को निर्धारित समय पर पूरा करना शामिल है।

तो क्या कांग्रेस नेता यह कहना चाहते हैं कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत चला अभियान सुनियोजित नहीं था या अव्यवस्थित था? या सेना ने योजना सही नहीं बनायी थी, कि संसाधनों का प्रबंधन सेना ने सही नहीं किया? कभी सर्जिकल स्ट्राइक का इसी तरह मजाक बनाते हुए भूपेश बघेल ने यह कहा था कि ‘वहां केवल कौए मरे हैं।’ जनता ने उस भद्दे मजाक का माकूल जवाब भी दे दिया उन्हें।हमारे सैनिकों के शौर्य पर सवाल खड़ा करते रहने की परिपाटी बंद होना चाहिये। यह राजनीति का विषय नहीं है।


ईश्वर, सेना के शौर्य और पराक्रम को आयोजन बताने वाले इन लोगों को क्षमा करना – बघेल

पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर दिए गए बयान का एक 18 सेकंड का वीडियो पोस्ट किया है। भूपेश बघेल ने अपने पोस्ट में लिखा कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय “ऑपरेशन सिंदूर” को एक ‘आयोजन’ बता रहे हैं. हे ईश्वर, सेना के शौर्य और पराक्रम को आयोजन बताने वाले इन लोगों को क्षमा करना. वे नहीं जानते कि शौर्य और पराक्रम क्या होता है‌.


कर्नल सोफिया कुरैशी पर बयान देकर घिरे मंत्री विजय शाह, हाईकोर्ट ने चार घंटे के अंदर FIR दर्ज करने का दिया आदेश

#ordertofilefiragainstministervijay_shah

मध्य प्रदेश सरकार में मंत्री विजय शाह की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। कर्नल सोफिया कुरैशी पर दिए विवादित बयान पर अब मध्य प्रदेश हाईकोर्ट ने स्वत: संज्ञान लेकर एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए हैं।कोर्ट ने कहा है कि चार घंटे में एफआईआर दर्ज हो।कोर्ट ने एमपी के डीजीपी को विजय शाह पर एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया है। हाई कोर्ट की जस्टिस अतुल श्रीधरन की डिवीजन बेंच ने आदेश दिया है कि मंत्री पर चार घंटे में एफआईआर दर्ज हो। गुरुवार सुबह सबसे पहले इसी मामले पर अगली सुनवाई करेंगे।

कोर्ट ने खुद ही संज्ञान लिया

हाईकोर्ट ने सोफिया कुरैशी पर की गई टिप्पणी के मामले में खुद ही संज्ञान लिया। कोर्ट ने मंत्री विजय शाह के खिलाफ तुरंत कानूनी कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं। न्यायमूर्ति अतुल श्रीधरन और अनुराधा शुक्ला की बेंच के सामने राज्य सरकार की तरफ से एडवोकेट जनरल प्रशांत सिंह पेश हुए। युगलपीठ ने पुलिस विभाग को शाम 6 बजे तक एफआईआर करने के निर्देश दिए हैं। युगलपीठ ने मामले की सुनवाई संज्ञान याचिका के रूप में करते हुए उक्त आदेश जारी किये। युगलपीठ ने मंत्री के खिलाफ बीएनएस की धारा 196 तथा 197 के तहत प्रकरण दर्ज करने के आदेश जारी किए हैं। याचिका में प्रदेश के पुलिस महानिदेशक को अनावेदक बनाया गया है। युगलपीठ ने अपने आदेश में कहा है कि एफआईआर दर्ज किए जाने के संबंध में न्यायालय को अवगत कराया जाए। याचिका पर अगली सुनवाई गुरुवार की सुबह 10.30 बजे निर्धारित की गई है।

क्या है विजय शाह का बयान

दरअसल, मोहन सरकार के मंत्री विजय शाह ने मानपुर में आयोजित एक कार्यक्रम में कर्नल सोफिया कुरैशी को लेकर विवादित बयान दे डाला था। मानपुर में आयोजित हलमा कार्यक्रम में मंत्री शाह ने पहलगाम हमले का जिक्र करते हुए कहा, जिन आंतकियों ने पहलगाम में लोगों को मारा, उनके कपड़े उतरवाए, उन आंतकियों ने हमारी बहनों का सिंदूर उजाड़ा। मंत्री शाह ने कहा, पीएम नरेंद्र मोदी ने उन्हीं की बहन को भेजकर उनकी ऐसी-तैसी करवाई। बयान को लेकर जब राजनीति गरमा गई।

Counseling Meeting for Offenders Held Under Leadership of Station House Officer at Captanganj Police Station





Azamgarh: A special meeting was organized at the Captanganj police station under the leadership of Station House Officer (SHO) Vivek Kumar Pandey. Individuals identified with criminal tendencies in the area were invited to the meeting to establish dialogue with them. The objective of the meeting was to reintegrate offenders into the mainstream and spread awareness towards building a crime-free society.

During the session, SHO Vivek Pandey briefed the attendees about the consequences of engaging in criminal activities and gave a strict warning against involvement in any such acts in the future. He also instructed that any suspicious or illegal activity in the area should be reported to the police immediately.

This initiative by the police administration is being seen as a positive step towards maintaining law and order in society. On this occasion, Senior Sub-Inspector Vinod Kumar Yadav, Sub-Inspectors Mayapati Pandey, Kashi Nath Yadav, Aman Tiwari, Prince Mishra, and other officers and staff members were also present.








Azamgarh: A special meeting was organized at the Captanganj police station under the leadership of Station House Officer (SHO) Vivek Kumar Pandey. Individuals identified with criminal tendencies in the area were invited to the meeting to establish dialogue with them. The objective of the meeting was to reintegrate offenders into the mainstream and spread awareness towards building a crime-free society.

During the session, SHO Vivek Pandey briefed the attendees about the consequences of engaging in criminal activities and gave a strict warning against involvement in any such acts in the future. He also instructed that any suspicious or illegal activity in the area should be reported to the police immediately.

This initiative by the police administration is being seen as a positive step towards maintaining law and order in society. On this occasion, Senior Sub-Inspector Vinod Kumar Yadav, Sub-Inspectors Mayapati Pandey, Kashi Nath Yadav, Aman Tiwari, Prince Mishra, and other officers and staff members were also present.

नक्सलवाद पर भाजपा सरकार के साथ कांग्रेस, पूर्व पीसीसी चीफ घनेंद्र साहू के बयान की डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने की सराहना

रायपुर- नक्सलवाद पर आखिरकार सत्तारुढ़ भाजपा सरकार के साथ विपक्षी दल कांग्रेस के सुर ताल एक होते नजर आ रहे हैं. यह बात पूर्व छत्तीसगढ़ कांग्रेस अध्यक्ष धनेंद्र साहू के बयान से होती है, जिसमें उन्होंने नक्सलवाद के मुद्दे पर सरकार के साथ होने की बात कही थी. धनेंद्र साहू के बयान की सराहना करते हुए उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने उन्हें फोन कर इस दिशा में सरकार के प्रयासों से अवगत कराया.

उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने पूर्व छत्तीसगढ़ कांग्रेस अध्यक्ष धनेंद्र साहू से फोन पर नक्सल मुद्दे पर किए बातचीत को अपने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है. उन्होंने कहा कि उनके (धनेंद्र साहू) के साथ कांग्रेस के कई नेताओं के (नक्सलवाद पर) सकारात्मक बातों को सुनकर धन्यवाद देने के लिए फोन किया है. हम सरकार के साथ है, और लाल आतंक समाप्त होना चाहिए.

इस पर धनेंद्र साहू ने कहा कि जो सच्चाई है, वह बोलना ही है. इस पर हम सरकार के साथ हैं. पहली बार इतनी कार्रवाई हो रही है. विपक्ष का मतलब यह नहीं है कि सही काम का भी विरोध किया जाए. इसके साथ ही विजय शर्मा ने बस्तर ओलंपिक और बस्तर पुंडम की जानकारी देते हुए बताया कि नक्सल पीड़ित परिवारों के लिए अलग से सर्वे कराकर प्रधानमंत्री आवास प्रदान किया जा रहा है.

इसके अलावा बस्तर में शांति की स्थापना के लिए अपना बलिदान देने वालों की स्मृति में बलिदानी स्मारक बनाकर उसमें संगमरमर की मूर्ति लगाई जाएगी. इस तरह से 500 से अधिक बलिदानी स्मारक बनाया जाएगा. इसमें एक स्मारक के निर्माण में तीन लाख तीन हजार रुपए का खर्च आएगा. साहू ने कहा कि बलिदान देने वालों का यह बड़ा सम्मान है. यह सराहनीय कार्य है.

इस पर उप मुख्यमंत्री ने कहा कि एक विषय पर एक साथ बैठकर चर्चा कर पूरी दुनिया को संदेश दे देंगे कि कुछ भी हो जाए इस विषय पर हम सब एक साथ हैं. इसके साथ ही झीरम घटना का जिक्र करते हुए कहा कि वे स्वयं (उप मुख्यमंत्री) इस बार स्थल पर जाकर अपनी जान गंवाने वाले नेताओं को श्रद्धांजलि स्वरूप पुष्प अर्पित करेंगे. इस पर धनेंद्र साहू ने कहा कि यह एक ऐसी चीज है कि जो पार्टी से अलग हटकर है.



सीमा पर हथियार जुटा रहा पाकिस्तान, भारत से सटी सीमाओं पर चीनी तोप तैनात

#pakistanrampsupmilitarypresenceacrossindian_border

पहलगाम हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव बना हुआ है। पाकिस्तान की तरफ से सीमा पर लगातार गोलीबारी हो रही है। एलओसी पर लगातार आठवें दिन सीजफायर का उल्लंघन किया गया है। पाकिस्तानी सेना ने बारामूला, कुपवाड़ा, पुंछ, रौशेरा और अखनूर में छोटे हथियारों से फायरिंग की। भारत की तरफ से हमले होने का दावा कर रहा पाकिस्तान खुद उकसावे की कार्रवाई कर रहा है। यही नहीं, पाकिस्तान ने भारत से सटी सीमा पर अपनी सैन्य मौजूदगी बढ़ाई है। पाकिस्तानी सेना ने रडार, वायु रक्षा प्रणाली और चीन में बनी हॉवित्जर तोपों समेत कई तरह के हथियार सीमा पर तैनात किए हैं।

एक साथ 3 सैन्य अभ्यास कर रही पाक वायुसेना

पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत की तरफ से हमले को लेकर खौफजदा पाकिस्तान सीमाओं पर लगातार सैन्य जमावड़ा बढ़ा रहा है। उसने अग्रिम मोर्चों पर वायु रक्षा प्रणाली और चीनी एसएच-15 होवित्जर तोपें भी तैनात कर दी हैं। पाकिस्तानी वायु सेना फिलहाल एक साथ 3 सैन्य अभ्यास कर रही है। इन्हें फिजा-ए-बद्र, ललकार-ए-मोमिन और जर्ब-ए-हैदरी नाम दिया गया है। इनमें वायुसेना के एफ-16, जे-10 और जेएफ-17 सहित सभी प्रमुख लड़ाकू विमान हिस्सा ले रहे हैं। वायुसेना का ये अभ्यास 29 अप्रैल को शुरू हुआ और इसमें साब एयरबोर्न अर्ली वार्निंग एंड कंट्रोल सिस्टम विमान भी हिस्सा ले रहे हैं। साथ ही पाकिस्तान ने लाहौर और कराची के ऊपर अपना हवाई क्षेत्र भी अस्थायी रूप से बंद कर दिया है।

सीमा पर चीनी हॉवित्जर तोपों की तैनाती

पाकिस्तानी सेना चीन से खरीदी गई एसएच-15 हॉवित्जर तोपों को भी अपनी आर्टिलरी रेजीमेंट में शामिल कर रही है। इन आधुनिक तोपों को अब सीमा के नजदीक तैनात किया जा रहा है। इससे पाकिस्तान की फायरिंग क्षमता काफी बढ़ गई है। पाकिस्तान का एसएच -15 हॉवित्जर हथियार को लेकर दावा है कि परमाणु हमला करने में माहिर है।

2019 में पाकिस्तान ने 236 ऐसी तोपें खरीदने के लिए चीन से समझौता किया था। यह 155 मिमी/52-कैलिबर का स्वचालित, व्हीकल-माउंटेड तोप है। यानी यह हथियार 155 एमएम के गोले दाग सकता है।

चीनी हॉवित्जर की खासियत

इसकी खासियत की बात करें तो इसे पाक और चीन मारक और घातक बताते हैं। एसएच-15 की रेंज 20 किमी से 53 किमी तक है। यानी यह नाटो गोला-बारूद के साथ-साथ र जीपीएस-निर्देशित गोले भी दाग सकता है। इसकी डिजिटल फायर कंट्रोल सिस्टम, स्वचालित गन-लेइंग, और जीपीएस-नेविगेशन सटीकता बढ़ाते हैं। इस हथियार को 6×6 शानक्सी ट्रक के चेसिस पर फिट किया गया है। यह 90 किमी/घंटा की गति और 500 किमी की रेंज के साथ ‘शूट एंड स्कूट’ रणनीति के लिए बेस्ट माना जाता है। इसके बख्तरबंद केबिन और हाइड्रो-न्यूमैटिक सस्पेंशन पहाड़ी और जटिल इलाकों में प्रभावी बनाते हैं। यानी पहाड़ी इलाकों के लिए एसच-15 को बेस्ट माना जाता है। दावा तो पाकिस्तान की तरफ से यह भी कहा जाता है कि यह न्यूक्लियर गोले दाग सकता है।