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अभी अपनी किडनी देकर बचाया था पिता का जीवन, आज परिवार से तोड़ा नाता, क्या है लालू परिवार में टूट की वजह?

#rohini _

बिहार चुनाव परिणाम में महागठबंधन की करारी हार के साइड इफेक्ट दिखने लगे हैं। इस हार के साथ ही लालू प्रसाद यादव के परिवार के भीतर का कलह तेजी से बाहर आने लगा है। पूर्व सीएम लालू के सबसे बड़े बेटे तेज प्रताप यादव के निष्कासन के बाद उनकी बेटी रोहिणी आचार्य ने भी राजनीति छोड़ने और परिवार से नाता तोड़ने का ऐलान किया है। ये लालू की वही बेटी है जिन्होंने कभी अपने पिता को किडनी दान कर उनकी जान बचाई थी।

हार के बाद संजय-रमीज और तेजस्वी का लिया नाम

शनिवार को लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट कर परिवार छोड़ने का ऐलान किया। रोहिणी आचार्य ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा है कि मैं राजनीति छोड़ रही हूं। साथ ही मैं अपने परिवार से भी नाता तोड़ रही हूं। मुझे संजय यादव और रमीज ने जो कुछ करने के लिए कहा है मैं वही कर रही हूं। मैं सभी दोष अपने ऊपर ले रही हूं।

जो चाणक्य बनेगा उसी से सवाल होगा- रोहिणी

अपने इस फैसले के बाद रोहिणी ने पत्रकारों से बात करते हुए कोई परिवार नहीं होने की बात दोहराई। साथ ही उन्होंने संजय, रमीज और तेजस्वी यादव से पार्टी की इस हालत पर सवाल करने को कहा। रोहिणी आचार्य ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा, मेरा कोई परिवार नहीं है। इसके बारे में सभी सवाल संजय, रमीज और तेजस्वी यादव से पूछिए। उन लोगों ने मुझे परिवार से निकाला है। उन्हें जिम्मेदारी नहीं लेनी है। पूरी दुनिया बोल रही है। जो चाणक्य बनेगा, तो उसी से सवाल होगा। आज के समय में कार्यकर्ता और पूरे लोग सवाल कर रहे हैं कि पार्टी का ऐसा हाल क्यों हुआ?

संजय-रमीज का नाम लीजिए तो... - रोहिणी

रोहणी यहीं नहीं रुकीं। उन्होंने आगे कहा कि जब संजय और रमीज का नाम लीजिए, तो आपको घर से निकलवा दिया जाएगा, अशब्द बोला जाएगा और बदनाम किया जाएगा। आपके ऊपर चप्पल उठाकर मारा जाएगा।

परिवार में सुलग रही आग फिर भड़की

दरअसल, बिहार चुनाव में विपक्षी महागठबंधन को करारी हार का सामना करना पड़ा। राजद का प्रदर्शन भी निराशाजनक रहा। महागठबंधन में सबसे ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ने वाली पार्टी राजद मात्र 25 सीटों पर ही जीत हासिल कर पाई। ऐसे में पहले से सुलग रही आग और भड़क गई है। लालू परिवार में फूट देखने को मिल रहा है। इससे पहले सितंबर में रोहणी ने लालू, तेजस्वी और पार्टी के हैंडल्स अनफॉलो कर दी थी। जबकि तेज प्रताप ने रोहिणी का समर्थन करते हुए संजय पर ‘सुदर्शन चक्र’ चलाने की बात कही थी।

ये है विवाद की जड़

बता दें कि विवाद की शुरुआत मई 2025 में हुई थी। जब तेज प्रताप यादव ने अपनी नई रिलेशनशिप का खुलासा किया था। उस समय परिवार में भूचाल आ गया था। लालू यादव ने तत्काल तेज प्रताप यादव को पार्टी और परिवार से निष्कासित कर दिया था। वहीं, तेज प्रताप ने संजय यादव को ‘जयचंद’ ठहराते हुए दोषी करार दिया, जो तेजस्वी यादव के सबसे करीबी सलाहकार हैं।

*Three unknown facts about Ramayana*

Desk: Ramayana is not just about the story of the war between Ram and Ravana. This story contains various pictures of the life of the people of that era. Naturally, many anecdotes have been created - most of which are unknown to us. Three such facts are -

1) Bali of the Ramayana is the hunter named Jara of the Mahabharata who was responsible for the killing of Krishna during the Dwapara Yuga.

2) According to many Ramayanas other than Valmiki, Surpanakha was married and instigated Ravana to abduct Sita in revenge for Rama killing her husband, the 'evil-minded demon'.

3) In the last war between Rama and Ravana, Bali's son Angad played a huge role in Rama's victory. Ravana was performing a yagna before going to war. Angad and some of the monkey army arrived there to spoil the yagna, but Ravana's attention could not be diverted by anything. Finally, Angad started pulling on Queen Mandodari's braid. Even then, Ravana remained steadfast. But Mandodari taunted Ravana and said that Rama was doing so much for his wife and Ravana was unable to protect his wife from this monkey clan. After hearing this, Ravana broke the yagna and chased away Angad and his army, and needless to say, he was defeated in the war.

Courtesy by: www.machinnamasta.in

CGPSC घोटाला : दलालों और पेपर सॉल्वर के ठिकानाें से मिले अहम दस्तावेज, जांच के घेरे में कई अभ्यर्थी, CBI ने छापेमार कार्रवाई की दी जानकारी

रायपुर-  छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (CGPSC) भर्ती घोटाला मामले में CBI ने गुरुवार को पांच ठिकानों पर छापामार कार्रवाई की थी. इस मामले की जांच को लेकर सीबीआई ने बयान जारी किया है. सीबीआई के मुताबिक, रायपुर में तीन और महासमुंद में दो कुल पांच स्थानों पर छापेमारी कर अहम दस्तावेज जब्त किए गए हैं. यह कार्रवाई उन पांच संदिग्धों के खिलाफ की गई है, जिनमें दलाल, पेपर सॉल्वर और अन्य शामिल हैं. यह मामला 2020 से 2022 के बीच डिप्टी कलेक्टर, डीएसपी जैसे वरिष्ठ पदों की भर्ती में गड़बड़ी से जुड़ा है.

यह मामला छत्तीसगढ़ सरकार के अनुरोध पर सीबीआई ने दर्ज किया था, जिसमें पहले स्थानीय पुलिस द्वारा दर्ज मामलों को अपने हाथ में लिया. इन मामलों में वर्ष 2020 से 2022 के बीच परीक्षा/साक्षात्कार के दौरान योग्यता के बजाय अन्य आधारों पर करीबी रिश्तेदारों को डिप्टी कलेक्टर, डीएसपी और अन्य वरिष्ठ पदों पर चयनित किए जाने के आरोप शामिल हैं. सीबीआई ने इस मामले में 18 नवंबर 2024 को तत्कालीन सीजीपीएससी अध्यक्ष टामन सिंह सोनवानी और बजरंग पावर एंड इस्पात लिमिटेड रायपुर के तत्कालीन निदेशक श्रवण कुमार गोयल को गिरफ्तार किया था.


सीबीआई ने 10 जनवरी 2025 को पांच और आरोपियों को गिरफ्तार किया, जिनमें तत्कालीन अध्यक्ष के भतीजे और डिप्टी कलेक्टर के रूप में चयनित नितेश सोनवानी और तत्कालीन डिप्टी परीक्षा नियंत्रक ललित गनवीर शामिल थे. इसके अलावा 12 जनवरी 2025 को डिप्टी कलेक्टर के रूप में चयनित शशांक गोयल, भूमि‍का कटियार और डिप्टी एसपी के रूप में चयनित साहिल सोनवानी को भी गिरफ्तार किया था. CBI ने 16 जनवरी 2025 को रायपुर की विशेष CBI अदालत में चार्जशीट दाखिल की, जिनमें सात आरोपी शामिल हैं. CBI ने बताया कि अन्य उम्मीदवारों की भूमिका की जांच अभी जारी है.

सीबीआई की चार्जशीट में इन आरोपियों के हैं नाम

  1. टामन सिंह सोनवानी
  2. श्रवण कुमार गोयल
  3. शशांक गोयल
  4. भूमिका कटियार
  5. नितेश सोनवानी
  6. साहिल सोनवानी
  7. ललित गणवीर

ये है पूरा मामला (CGPSC Scam)

CGPSC 2019 से 2022 तक की भर्ती में कुछ अभ्यर्थियों के चयन को लेकर विवाद है. ईओडब्ल्यू और अर्जुंदा पुलिस ने भ्रष्टाचार-अनियमितता के आरोप में मामला दर्ज किया है. CGPSC ने 2020 में 175 पदों पर और 2021 में 171 पदों पर परीक्षा ली थी. प्री-एग्जाम 13 फरवरी 2022 को कराया गया. इसमें 2 हजार 565 पास हुए थे. इसके बाद 26, 27, 28 और 29 मई 2022 को हुई मेंस परीक्षा में 509 अभ्यर्थी पास हुए. इंटरव्यू के बाद 11 मई 2023 को 170 अभ्यर्थियों की सिलेक्शन लिस्ट जारी हुई. आरोप है कि तत्कालीन चेयरमैन सोनवानी ने अपने रिश्तेदारों समेत कांग्रेसी नेता और ब्यूरोक्रेट्स के बच्चों की नौकरी लगवाई है.

उत्तराखंड के चमोली में बड़ा हादसा, ग्लेशियर फटने से 57 मजदूर दबे, 16 बचाए गए

#badrinath_accident_glacier_broke_57_workers_buried

हिमालयी क्षेत्रों में बर्फबारी हो रही है। उत्तराखंड के ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी के बीच शुक्रवार को भारत-चीन (तिब्बत) सीमा क्षेत्र में माणा कैंप के पास भारी हिमस्खलन हुआ है। इस दौरान वहां निर्माण कार्य में लगे 57 मजदूर बर्फ में दब गए। अब तक 16 मजदूरों को निकाल लिया गया है। सेना व आईटीबीपी द्वारा रेस्‍क्‍यू कार्य जारी है। एयर फोर्स से मदद मांगी जा रही है। एनडीआरएफ की टीम को भी मूव कर दिया गया है।

सचिव आपदा प्रबंधन विनोद सुमन ने बताया कि चमोली बद्रीनाथ धाम में माणा गांव के पास गलेशियर आने से 57 मजदूर दब गए. हालांकि 16 को बचा लिया गया है। बाकी 41 मजदूरों की ढूंढ खोज जारी है। वहीं, चमोली के जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने बताया कि संचार व्यवस्था काफी टॉप पर होने की वजह से सही-सही जानकारी नहीं मिल पा रही है।

उत्तराखंड में चारधाम यात्रा की तारीखों का ऐलान कर दिया गया है। इसी को देखते हुए बद्रीनाथ धाम से तीन किलोमीटर आगे माणा गांव के पास सड़क से बर्फ हटाने और उसकी मरम्मत का काम तेजी से चल रहा है। शुक्रवार सुबह के समय भी एक निजी ठेकेदार के 57 मजदूर सड़क पर से बर्फ हटा रहे थे, तभी अचानक से पहाड़ पर ग्लेशियर फटा और सभी के सभी मजदूर बर्फ में दब गए।

बता दें कि चमोली के ऊपरी इलाकों में कई दिनों से भारी बर्फभारी हो रही है। जिसकी वजह से गोपेश्वर चोपता मोटर मार्ग, हनुमानचट्टी से आगे बद्रीनाथ और नीतिघाटी मार्ग बर्फ़बारी के चलते बंद हो गए हैं। बद्रीनाथ धाम, हेमकुंड साहिब, फूलों की घाटी, नीति घाटी, चोपता समेत औली में जमकर बर्फबारी हो रही है और अभी तक 2 फिट से ज्यादा बर्फ जम चुकी है। मौसम विभाग ने पहले ही आज के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया हुआ था। यहां तक कि 32 सौ मीटर से ऊपर के एरिया में बर्फबारी होने की आशंका जताई थी। साथ ही एवलांच की आशंका भी जताई थी।

फ्लाइट में शिवराज सिंह को मिली टूटी सीट, बोले- एयर इंडिया पर भरोसा भ्रम निकला

#shivraj_singh_chouhan_expresses_anger_over_broken_air_india_seat

मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एअर इंडिया की सेवाओं को लेकर नाराजगी जताई है।मध्यप्रदेश के पूर्व सीएम और केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान भोपाल से दिल्ली एयर इंडिया की फ्लाइट पर जा रहे थे। इसी दौरान उनकी सीट टूटी और धंसी हुई थी। जिसपर उन्होंने एक्स पर नाराजगी जताई। शिवराज ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा है कि एयर इंडिया की फ्लाइट में बैठना तकलीफदायक था।

केंद्रीय कृषि मंत्री ने एक्स पर लिखा, आज मुझे भोपाल से दिल्ली आना था, पूसा में किसान मेले का उद्घाटन, कुरुक्षेत्र में प्राकृतिक खेती मिशन की बैठक और चंडीगढ़ में किसान संगठन के माननीय प्रतिनिधियों से चर्चा करनी है। मैंने एयर इंडिया की फ्लाइट AI436 में टिकट करवाया था, मुझे सीट क्रमांक 8C आवंटित हुई। मैं जाकर सीट पर बैठा, सीट टूटी और अंदर धंसी हुई थी। बैठना तकलीफदायक था।

टाटा प्रबंधन के बाद नहीं सुधरी एयर इंडिया की सेवा-शिवराज

शिवराज ने आगे कहा कि जब मैंने विमानकर्मियों से पूछा कि खराब सीट थी तो आवंटित क्यों की? उन्होंने बताया कि प्रबंधन को पहले सूचित कर दिया था कि ये सीट ठीक नहीं है, इसका टिकट नहीं बेचना चाहिए। ऐसी एक नहीं और भी सीटें हैं। सहयात्रियों ने मुझे बहुत आग्रह किया कि मैं उनसे सीट बदल कर अच्छी सीट पर बैठ जाऊं लेकिन मैं अपने लिए किसी और मित्र को तकलीफ क्यों दूं, मैंने फैसला किया कि मैं इसी सीट पर बैठकर अपनी यात्रा पूरी करूंगा। मेरी धारणा थी कि टाटा प्रबंधन के हाथ में लेने के बाद एयर इंडिया की सेवा बेहतर हुई होगी, लेकिन ये मेरा भ्रम निकला।

शिराज सिंह के पोस्ट के कुछ मिनटों बाद ही एयर इंडिया ने शिवराज सिंह चौहान से माफी मांगी है। एयर इंडिया के हेंडल से रिप्लाई किया गया जिसमें लिखा- महोदय, हमें हुई असुविधा के लिए खेद है। कृपया निश्चिंत रहें कि हम इस मामले को ध्यान से देख रहे हैं ताकि भविष्य में ऐसी कोई घटना न हो। हम आपसे बात करने का अवसर पाकर प्रसन्न हैं। कृपया हमसे संपर्क करने के लिए सुविधाजनक समय पर हमें DM करें।

कौन हैं कतर के अमीर शेख अल-थानी? जिनके लिए पीएम मोदी प्रोटोकॉल तोड़कर पहुंच गए एयरपोर्ट

#whoissheikhtamimforwhompmmodibroke_protocol

कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल-थानी दो दिवसीय राजकीय दौरे पर भारत आए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार शाम को खुद उनकी आगवानी करने इंदिरा गांधी एयरपोर्ट पहुंचे। पीएम मोदी ने प्रोटोकॉल तोड़कर कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल-थानी की अगवानी के ले वहां मौजूद रहे। कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल-थानी जैसे ही प्लेन से नीचे उतरे, पीएम मोदी ने मुस्कराते हुए उन्हें गले लगा लिया। अमीर ने भी उतनी ही गर्मजोशी के साथ उनका साथ दिया। कतर के अमीर को एयरपोर्ट पर रेड कारपेट वेलकम देकर गॉर्ड ऑफ ऑनर दिया गया।

अमीर शेख तमीम बिन मंगलवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात करेंगे और पीएम नरेंद्र मोदी के साथ बातचीत करेंगे। प्रधानमंत्री ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि अपने भाई, कतर के शेख तमीम बिन हम्माद अल-थानी का स्वागत करने के लिए एयरपोर्ट गया। भारत में उनके सफल प्रवास की कामना करता हूं।

मंगलवार की सुबह कतर के अमीर का राष्ट्रपति भवन के परिसर में औपचारिक स्वागत किया जाएगा, जिसके बाद हैदराबाद हाउस में प्रधानमंत्री मोदी के साथ उनकी बैठक होगी। विदेश मंत्रालय ने कहा कि वह प्रधानमंत्री मोदी के साथ द्विपक्षीय संबंधों के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा करेंगे। बयान के अनुसार मंगलवार दोपहर को सहमति पत्रों का आदान-प्रदान होगा, जिसके बाद कतर के अमीर राष्ट्रपति मुर्मू से मुलाकात करेंगे। विदेश मंत्रालय ने कहा कि अल-थानी पीएम मोदी के आमंत्रण पर भारत दौरे पर आए हैं।

कौन हैं अमीर तमीम बिन अल-थानी?

शेख तमीम बिन हमद अल-थानी कतर के अमीर रहे शेख हमद बिन खलीफा अल-थानी के बेटे हैं। वे दुनिया के सबसे युवा राष्ट्राध्यक्षों में से एक हैं। उन्हें 2003 में क्राउन प्रिंस नियुक्त किया गया। इसके बाद 2009 में उन्हें सेना में डिप्टी कमांडर इन चीफ का पद मिला। वे 25 जून 2013 को कतर के अमीर बने थे। उनके पास करीब 335 अरब डॉलर की संपत्ति है। वे दुनिया के 9वें सबसे अमीर शासक हैं।

खेलों में है गहरी रूचि

तमीम बिन अल-थानी का जन्म 3 जून 1980 को कतर की राजधानी दोहा में हुआ था। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा कतर में ही प्राप्त की और उच्च शिक्षा के लिए ब्रिटेन गए। ब्रिटेन से शिक्षा पूरी करने के बाद उन्होंने कतर की सेना में भी अपनी सेवाएं दीं। तमीम खेलों में गहरी रुचि रखते हैं। 2006 में कतर में आयोजित एशियन गेम्स के सफल आयोजन में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही। इस आयोजन ने उन्हें वैश्विक पहचान दिलाई। उनकी नेतृत्व क्षमता का एक और उदाहरण 2022 फीफा वर्ल्ड कप का कतर में सफल आयोजन रहा।

*ISL :Mohammedan Sporting Club clinches a crucial 1-0 victory against Bengaluru FC in an away clash*

Sports

Khabar kolkata sports Desk: Mohammedan Sporting Club secured a hard-fought 1-0 victory against Bengaluru FC at the Sree Kanteerava Stadium, thanks to a moment of brilliance from Mirjalol Kasimov in the dying minutes of the game. The Uzbek midfielder’s stunning free kick in the 88th minute broke the deadlock, earning the team three valuable points in their 15th game of the season.

The win marks a sweet revenge for Mohammedan SC, who had previously suffered a defeat at the hands of Bengaluru FC in their earlier home encounter.

This win marks the second win of the season for MSC, taking their tally to 10 points from 15 matches.

The backline, led by French defender Florent Ogier, stood firm against a determined Bengaluru FC attack, ensuring a crucial clean sheet.

This victory not only boosts Mohammedan SC’s morale but also reinforces their determination to climb the league standings. The team will now shift focus to their upcoming matches, aiming to build on this momentum and secure more positive results.

Goal scorer for MSC,Mirjalol Kasimov 88'.

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झांसी मेडिकल कॉलेज के NICU में लगी आग, 10 मासूमों की मौत, पीएम बोले- हृदयविदारक घटना
#massive_fire_broke_out_in_the_medical_college_in_jhansi_several_children_died
* झांसी मेडिकल कॉलेज में बीती रात लगी आग में 10 मासूमों की मौत हो गई। मेडिकल कॉलेज के बच्चों के ICU में आग लगी थी। हादसे के वक्त NICU में 55 बच्चे थे, जिनमें से 37 बच्चों को सुरक्षित निकाल लिया गया। बताया जा रहा है कि बाहर वाले वार्ड से सभी बच्चों को बचा लिया गया, लेकिन जो बच्चे अंदर वाले वार्ड में थे, उनकी झुलसने से मौत हो गई। *मासूमों की मौत पर जताया शोक* प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घटना को लेकर शोक जताया है। एक्स पर पीएमओ ने लिखा कि हृदयविदारक! उत्तर प्रदेश में झांसी के मेडिकल कॉलेज में आग लगने से हुआ हादसा मन को व्यथित करने वाला है। इसमें जिन्होंने अपने मासूम बच्चों को खो दिया है, उनके प्रति मेरी गहरी शोक-संवेदनाएं। ईश्वर से प्रार्थना है कि उन्हें इस अपार दुख को सहने की शक्ति प्रदान करे। *मुआवजे की घोषणा* महारानी लक्ष्मी बाई मेडिकल कॉलेज के विशेष नवजात देखभाल इकाई (एसएनसीयू) में भीषण आग लगने से 10 नवजात शिशुओं की झुलसने एवं दम घुटने से मौत हो गई। मंडलायुक्त बिमल कुमार दुबे ने बताया कि जिस वार्ड में आग लगी थी, वहां 55 नवजात भर्ती थे। 45 नवजात को सुरक्षित निकाल लिया गया। उनका इलाज चल रहा है। हादसे की सूचना मिलते ही करीब 15 दमकलें मौके पर पहुंच गईं। सेना को भी बुला लिया। सेना एवं दमकल ने मिलकर आग बुझाई। बच्चों को सर्वोत्तम चिकित्सा उपचार दिया जा रहा है, वे जल्द ठीक हो जाएंगे। आज सुबह डिप्टी सीएम बृजेश पाठक मेडिकल कॉलेड पहुंच गये हैं। झांसी मेडिकल कॉलेज हादसे में शिकार परिजनों को शासन द्वारा पांच लाख रुपये की सहायता की घोषणा की गई है। घायलों के परिजनों को पचास-पचास हजार की सहायाता मिलेगी। *परिजन बोले- अस्पताल प्रशासन की लापरवाही* मेडिकल कॉलेज के शिशु वार्ड (एसएनसीयू) में पहले धुआं उठा, किसी को कुछ समझ नहीं आया और देखते ही देखते शिशु वार्ड में आग की लपटें उठने लगीं। वहीं, इस हादसे ने अस्पताल की व्यवस्था की भी कलई खोल दी। चाइल्ड वार्ड में आग लगने के बावजूद सेफ्टी अलार्म नहीं बजा। बच्चों के परिजन के मुताबिक, अगर समय से सेफ्टी अलार्म बज जाता तो इतनी बड़ी घटना नहीं होती। परिजनों का कहना था कि यह अस्पताल प्रशासन की लापरवाही है। समय-समय पर सेफ्टी अलार्म समेत अस्पताल की अन्य व्यवस्थाओं की जांच होती रहनी चाहिए थी, ताकि आपात स्थिति में बचाव किया जा सके। शिशु वार्ड से बाहर निकलने का एक ही गेट था, लेकिन हादसे के वक्त गेट पर आग की लपटें उठ रही थीं। ऐसे में जो लोग बाहर थे, वो भी बच्चों को बचाने के लिए अंदर नहीं जा सके। *बच्चों को लेकर बदहवास भागते नजर आए परिजन* NICU वार्ड में लगी आग लगने के बाद परिजन अपने नवजात शिशुओं के जले हुए अवशेषों को लेकर भागते नजर आए। बेहद परेशान करने वाले दृश्यों ने विचलित कर दिया। महिलाओं की चीख-पुकार साफ तौर पर वीडियो में सुनाई दे रही थी।
हैदराबाद में शर्मनाक घटना, पहले महात्मा गांधी की प्रतिमा के मुंह में रखकर फोड़ा पटाखा, अब तोड़ दिया सिर

#hyderabad_broken_head_of_mahatma_gandhi_statue 

हैदराबाद के कुकटपल्ली इलाके में प्रगति नगर झील के पास एक शर्मसार कर देनी वाली घटना सामने आई है। यहां देश के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा को क्षतिग्रस्त कर दिया है। सोमवार रात अज्ञात लोगों ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा को क्षतिग्रस्त कर दिया। इसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।वीडियो में देखा जा रहा है कि महात्मा गांधी की प्रतिमा का सिर तोड़ दिया गया है और वहीं नीचे रखा हुआ है।

सोशल मीडिया पर इसका वीडियो वायरल होने के बाद लोगों ने इस घटना का काफी विरोध किया। शरारती तत्वों की इस हरकत से स्थानीय लोगों में काफी रोष है। बाचुपल्ली पुलिस ने इस मामले का संज्ञान लिया है और कार्रवाई की जाने की बात कही है। इसके साथ ही पुलिस ने इस मामले में जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने और उन्हें जल्द पकड़ने का आश्वासन लोगों को दिया है। यह मामला सोमवार, 4 नवंबर की रात का बताया जा रहा है, जिसकी जांच में पुलिस जुट गई है।

इससे पहले दिवाली के मौके आतिशबाजी के बीच भी एक ऐसा वीडियो सोशल मीडिया पर पहले सामने आया था, जिसमें महात्मा गांधी की प्रतिमा के साथ छेड़छाड़ की जा रही थी। यह मामला ठीक दिवाली की रात का है, जहां शहर के बोवेनपल्ली इलाके में कुछ बच्चों ने महात्मा गांधी की प्रतिमा के मुंह में पटाखा रखकर फोड़ा था। हालांकि पुलिस ने वीडियो वायरल होने के मामले का संज्ञान लिया था और सभी बच्चों को पकड़ लिया था।

अभी अपनी किडनी देकर बचाया था पिता का जीवन, आज परिवार से तोड़ा नाता, क्या है लालू परिवार में टूट की वजह?

#rohini _

बिहार चुनाव परिणाम में महागठबंधन की करारी हार के साइड इफेक्ट दिखने लगे हैं। इस हार के साथ ही लालू प्रसाद यादव के परिवार के भीतर का कलह तेजी से बाहर आने लगा है। पूर्व सीएम लालू के सबसे बड़े बेटे तेज प्रताप यादव के निष्कासन के बाद उनकी बेटी रोहिणी आचार्य ने भी राजनीति छोड़ने और परिवार से नाता तोड़ने का ऐलान किया है। ये लालू की वही बेटी है जिन्होंने कभी अपने पिता को किडनी दान कर उनकी जान बचाई थी।

हार के बाद संजय-रमीज और तेजस्वी का लिया नाम

शनिवार को लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट कर परिवार छोड़ने का ऐलान किया। रोहिणी आचार्य ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा है कि मैं राजनीति छोड़ रही हूं। साथ ही मैं अपने परिवार से भी नाता तोड़ रही हूं। मुझे संजय यादव और रमीज ने जो कुछ करने के लिए कहा है मैं वही कर रही हूं। मैं सभी दोष अपने ऊपर ले रही हूं।

जो चाणक्य बनेगा उसी से सवाल होगा- रोहिणी

अपने इस फैसले के बाद रोहिणी ने पत्रकारों से बात करते हुए कोई परिवार नहीं होने की बात दोहराई। साथ ही उन्होंने संजय, रमीज और तेजस्वी यादव से पार्टी की इस हालत पर सवाल करने को कहा। रोहिणी आचार्य ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा, मेरा कोई परिवार नहीं है। इसके बारे में सभी सवाल संजय, रमीज और तेजस्वी यादव से पूछिए। उन लोगों ने मुझे परिवार से निकाला है। उन्हें जिम्मेदारी नहीं लेनी है। पूरी दुनिया बोल रही है। जो चाणक्य बनेगा, तो उसी से सवाल होगा। आज के समय में कार्यकर्ता और पूरे लोग सवाल कर रहे हैं कि पार्टी का ऐसा हाल क्यों हुआ?

संजय-रमीज का नाम लीजिए तो... - रोहिणी

रोहणी यहीं नहीं रुकीं। उन्होंने आगे कहा कि जब संजय और रमीज का नाम लीजिए, तो आपको घर से निकलवा दिया जाएगा, अशब्द बोला जाएगा और बदनाम किया जाएगा। आपके ऊपर चप्पल उठाकर मारा जाएगा।

परिवार में सुलग रही आग फिर भड़की

दरअसल, बिहार चुनाव में विपक्षी महागठबंधन को करारी हार का सामना करना पड़ा। राजद का प्रदर्शन भी निराशाजनक रहा। महागठबंधन में सबसे ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ने वाली पार्टी राजद मात्र 25 सीटों पर ही जीत हासिल कर पाई। ऐसे में पहले से सुलग रही आग और भड़क गई है। लालू परिवार में फूट देखने को मिल रहा है। इससे पहले सितंबर में रोहणी ने लालू, तेजस्वी और पार्टी के हैंडल्स अनफॉलो कर दी थी। जबकि तेज प्रताप ने रोहिणी का समर्थन करते हुए संजय पर ‘सुदर्शन चक्र’ चलाने की बात कही थी।

ये है विवाद की जड़

बता दें कि विवाद की शुरुआत मई 2025 में हुई थी। जब तेज प्रताप यादव ने अपनी नई रिलेशनशिप का खुलासा किया था। उस समय परिवार में भूचाल आ गया था। लालू यादव ने तत्काल तेज प्रताप यादव को पार्टी और परिवार से निष्कासित कर दिया था। वहीं, तेज प्रताप ने संजय यादव को ‘जयचंद’ ठहराते हुए दोषी करार दिया, जो तेजस्वी यादव के सबसे करीबी सलाहकार हैं।

*Three unknown facts about Ramayana*

Desk: Ramayana is not just about the story of the war between Ram and Ravana. This story contains various pictures of the life of the people of that era. Naturally, many anecdotes have been created - most of which are unknown to us. Three such facts are -

1) Bali of the Ramayana is the hunter named Jara of the Mahabharata who was responsible for the killing of Krishna during the Dwapara Yuga.

2) According to many Ramayanas other than Valmiki, Surpanakha was married and instigated Ravana to abduct Sita in revenge for Rama killing her husband, the 'evil-minded demon'.

3) In the last war between Rama and Ravana, Bali's son Angad played a huge role in Rama's victory. Ravana was performing a yagna before going to war. Angad and some of the monkey army arrived there to spoil the yagna, but Ravana's attention could not be diverted by anything. Finally, Angad started pulling on Queen Mandodari's braid. Even then, Ravana remained steadfast. But Mandodari taunted Ravana and said that Rama was doing so much for his wife and Ravana was unable to protect his wife from this monkey clan. After hearing this, Ravana broke the yagna and chased away Angad and his army, and needless to say, he was defeated in the war.

Courtesy by: www.machinnamasta.in

CGPSC घोटाला : दलालों और पेपर सॉल्वर के ठिकानाें से मिले अहम दस्तावेज, जांच के घेरे में कई अभ्यर्थी, CBI ने छापेमार कार्रवाई की दी जानकारी

रायपुर-  छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (CGPSC) भर्ती घोटाला मामले में CBI ने गुरुवार को पांच ठिकानों पर छापामार कार्रवाई की थी. इस मामले की जांच को लेकर सीबीआई ने बयान जारी किया है. सीबीआई के मुताबिक, रायपुर में तीन और महासमुंद में दो कुल पांच स्थानों पर छापेमारी कर अहम दस्तावेज जब्त किए गए हैं. यह कार्रवाई उन पांच संदिग्धों के खिलाफ की गई है, जिनमें दलाल, पेपर सॉल्वर और अन्य शामिल हैं. यह मामला 2020 से 2022 के बीच डिप्टी कलेक्टर, डीएसपी जैसे वरिष्ठ पदों की भर्ती में गड़बड़ी से जुड़ा है.

यह मामला छत्तीसगढ़ सरकार के अनुरोध पर सीबीआई ने दर्ज किया था, जिसमें पहले स्थानीय पुलिस द्वारा दर्ज मामलों को अपने हाथ में लिया. इन मामलों में वर्ष 2020 से 2022 के बीच परीक्षा/साक्षात्कार के दौरान योग्यता के बजाय अन्य आधारों पर करीबी रिश्तेदारों को डिप्टी कलेक्टर, डीएसपी और अन्य वरिष्ठ पदों पर चयनित किए जाने के आरोप शामिल हैं. सीबीआई ने इस मामले में 18 नवंबर 2024 को तत्कालीन सीजीपीएससी अध्यक्ष टामन सिंह सोनवानी और बजरंग पावर एंड इस्पात लिमिटेड रायपुर के तत्कालीन निदेशक श्रवण कुमार गोयल को गिरफ्तार किया था.


सीबीआई ने 10 जनवरी 2025 को पांच और आरोपियों को गिरफ्तार किया, जिनमें तत्कालीन अध्यक्ष के भतीजे और डिप्टी कलेक्टर के रूप में चयनित नितेश सोनवानी और तत्कालीन डिप्टी परीक्षा नियंत्रक ललित गनवीर शामिल थे. इसके अलावा 12 जनवरी 2025 को डिप्टी कलेक्टर के रूप में चयनित शशांक गोयल, भूमि‍का कटियार और डिप्टी एसपी के रूप में चयनित साहिल सोनवानी को भी गिरफ्तार किया था. CBI ने 16 जनवरी 2025 को रायपुर की विशेष CBI अदालत में चार्जशीट दाखिल की, जिनमें सात आरोपी शामिल हैं. CBI ने बताया कि अन्य उम्मीदवारों की भूमिका की जांच अभी जारी है.

सीबीआई की चार्जशीट में इन आरोपियों के हैं नाम

  1. टामन सिंह सोनवानी
  2. श्रवण कुमार गोयल
  3. शशांक गोयल
  4. भूमिका कटियार
  5. नितेश सोनवानी
  6. साहिल सोनवानी
  7. ललित गणवीर

ये है पूरा मामला (CGPSC Scam)

CGPSC 2019 से 2022 तक की भर्ती में कुछ अभ्यर्थियों के चयन को लेकर विवाद है. ईओडब्ल्यू और अर्जुंदा पुलिस ने भ्रष्टाचार-अनियमितता के आरोप में मामला दर्ज किया है. CGPSC ने 2020 में 175 पदों पर और 2021 में 171 पदों पर परीक्षा ली थी. प्री-एग्जाम 13 फरवरी 2022 को कराया गया. इसमें 2 हजार 565 पास हुए थे. इसके बाद 26, 27, 28 और 29 मई 2022 को हुई मेंस परीक्षा में 509 अभ्यर्थी पास हुए. इंटरव्यू के बाद 11 मई 2023 को 170 अभ्यर्थियों की सिलेक्शन लिस्ट जारी हुई. आरोप है कि तत्कालीन चेयरमैन सोनवानी ने अपने रिश्तेदारों समेत कांग्रेसी नेता और ब्यूरोक्रेट्स के बच्चों की नौकरी लगवाई है.

उत्तराखंड के चमोली में बड़ा हादसा, ग्लेशियर फटने से 57 मजदूर दबे, 16 बचाए गए

#badrinath_accident_glacier_broke_57_workers_buried

हिमालयी क्षेत्रों में बर्फबारी हो रही है। उत्तराखंड के ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी के बीच शुक्रवार को भारत-चीन (तिब्बत) सीमा क्षेत्र में माणा कैंप के पास भारी हिमस्खलन हुआ है। इस दौरान वहां निर्माण कार्य में लगे 57 मजदूर बर्फ में दब गए। अब तक 16 मजदूरों को निकाल लिया गया है। सेना व आईटीबीपी द्वारा रेस्‍क्‍यू कार्य जारी है। एयर फोर्स से मदद मांगी जा रही है। एनडीआरएफ की टीम को भी मूव कर दिया गया है।

सचिव आपदा प्रबंधन विनोद सुमन ने बताया कि चमोली बद्रीनाथ धाम में माणा गांव के पास गलेशियर आने से 57 मजदूर दब गए. हालांकि 16 को बचा लिया गया है। बाकी 41 मजदूरों की ढूंढ खोज जारी है। वहीं, चमोली के जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने बताया कि संचार व्यवस्था काफी टॉप पर होने की वजह से सही-सही जानकारी नहीं मिल पा रही है।

उत्तराखंड में चारधाम यात्रा की तारीखों का ऐलान कर दिया गया है। इसी को देखते हुए बद्रीनाथ धाम से तीन किलोमीटर आगे माणा गांव के पास सड़क से बर्फ हटाने और उसकी मरम्मत का काम तेजी से चल रहा है। शुक्रवार सुबह के समय भी एक निजी ठेकेदार के 57 मजदूर सड़क पर से बर्फ हटा रहे थे, तभी अचानक से पहाड़ पर ग्लेशियर फटा और सभी के सभी मजदूर बर्फ में दब गए।

बता दें कि चमोली के ऊपरी इलाकों में कई दिनों से भारी बर्फभारी हो रही है। जिसकी वजह से गोपेश्वर चोपता मोटर मार्ग, हनुमानचट्टी से आगे बद्रीनाथ और नीतिघाटी मार्ग बर्फ़बारी के चलते बंद हो गए हैं। बद्रीनाथ धाम, हेमकुंड साहिब, फूलों की घाटी, नीति घाटी, चोपता समेत औली में जमकर बर्फबारी हो रही है और अभी तक 2 फिट से ज्यादा बर्फ जम चुकी है। मौसम विभाग ने पहले ही आज के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया हुआ था। यहां तक कि 32 सौ मीटर से ऊपर के एरिया में बर्फबारी होने की आशंका जताई थी। साथ ही एवलांच की आशंका भी जताई थी।

फ्लाइट में शिवराज सिंह को मिली टूटी सीट, बोले- एयर इंडिया पर भरोसा भ्रम निकला

#shivraj_singh_chouhan_expresses_anger_over_broken_air_india_seat

मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एअर इंडिया की सेवाओं को लेकर नाराजगी जताई है।मध्यप्रदेश के पूर्व सीएम और केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान भोपाल से दिल्ली एयर इंडिया की फ्लाइट पर जा रहे थे। इसी दौरान उनकी सीट टूटी और धंसी हुई थी। जिसपर उन्होंने एक्स पर नाराजगी जताई। शिवराज ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा है कि एयर इंडिया की फ्लाइट में बैठना तकलीफदायक था।

केंद्रीय कृषि मंत्री ने एक्स पर लिखा, आज मुझे भोपाल से दिल्ली आना था, पूसा में किसान मेले का उद्घाटन, कुरुक्षेत्र में प्राकृतिक खेती मिशन की बैठक और चंडीगढ़ में किसान संगठन के माननीय प्रतिनिधियों से चर्चा करनी है। मैंने एयर इंडिया की फ्लाइट AI436 में टिकट करवाया था, मुझे सीट क्रमांक 8C आवंटित हुई। मैं जाकर सीट पर बैठा, सीट टूटी और अंदर धंसी हुई थी। बैठना तकलीफदायक था।

टाटा प्रबंधन के बाद नहीं सुधरी एयर इंडिया की सेवा-शिवराज

शिवराज ने आगे कहा कि जब मैंने विमानकर्मियों से पूछा कि खराब सीट थी तो आवंटित क्यों की? उन्होंने बताया कि प्रबंधन को पहले सूचित कर दिया था कि ये सीट ठीक नहीं है, इसका टिकट नहीं बेचना चाहिए। ऐसी एक नहीं और भी सीटें हैं। सहयात्रियों ने मुझे बहुत आग्रह किया कि मैं उनसे सीट बदल कर अच्छी सीट पर बैठ जाऊं लेकिन मैं अपने लिए किसी और मित्र को तकलीफ क्यों दूं, मैंने फैसला किया कि मैं इसी सीट पर बैठकर अपनी यात्रा पूरी करूंगा। मेरी धारणा थी कि टाटा प्रबंधन के हाथ में लेने के बाद एयर इंडिया की सेवा बेहतर हुई होगी, लेकिन ये मेरा भ्रम निकला।

शिराज सिंह के पोस्ट के कुछ मिनटों बाद ही एयर इंडिया ने शिवराज सिंह चौहान से माफी मांगी है। एयर इंडिया के हेंडल से रिप्लाई किया गया जिसमें लिखा- महोदय, हमें हुई असुविधा के लिए खेद है। कृपया निश्चिंत रहें कि हम इस मामले को ध्यान से देख रहे हैं ताकि भविष्य में ऐसी कोई घटना न हो। हम आपसे बात करने का अवसर पाकर प्रसन्न हैं। कृपया हमसे संपर्क करने के लिए सुविधाजनक समय पर हमें DM करें।

कौन हैं कतर के अमीर शेख अल-थानी? जिनके लिए पीएम मोदी प्रोटोकॉल तोड़कर पहुंच गए एयरपोर्ट

#whoissheikhtamimforwhompmmodibroke_protocol

कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल-थानी दो दिवसीय राजकीय दौरे पर भारत आए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार शाम को खुद उनकी आगवानी करने इंदिरा गांधी एयरपोर्ट पहुंचे। पीएम मोदी ने प्रोटोकॉल तोड़कर कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल-थानी की अगवानी के ले वहां मौजूद रहे। कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल-थानी जैसे ही प्लेन से नीचे उतरे, पीएम मोदी ने मुस्कराते हुए उन्हें गले लगा लिया। अमीर ने भी उतनी ही गर्मजोशी के साथ उनका साथ दिया। कतर के अमीर को एयरपोर्ट पर रेड कारपेट वेलकम देकर गॉर्ड ऑफ ऑनर दिया गया।

अमीर शेख तमीम बिन मंगलवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात करेंगे और पीएम नरेंद्र मोदी के साथ बातचीत करेंगे। प्रधानमंत्री ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि अपने भाई, कतर के शेख तमीम बिन हम्माद अल-थानी का स्वागत करने के लिए एयरपोर्ट गया। भारत में उनके सफल प्रवास की कामना करता हूं।

मंगलवार की सुबह कतर के अमीर का राष्ट्रपति भवन के परिसर में औपचारिक स्वागत किया जाएगा, जिसके बाद हैदराबाद हाउस में प्रधानमंत्री मोदी के साथ उनकी बैठक होगी। विदेश मंत्रालय ने कहा कि वह प्रधानमंत्री मोदी के साथ द्विपक्षीय संबंधों के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा करेंगे। बयान के अनुसार मंगलवार दोपहर को सहमति पत्रों का आदान-प्रदान होगा, जिसके बाद कतर के अमीर राष्ट्रपति मुर्मू से मुलाकात करेंगे। विदेश मंत्रालय ने कहा कि अल-थानी पीएम मोदी के आमंत्रण पर भारत दौरे पर आए हैं।

कौन हैं अमीर तमीम बिन अल-थानी?

शेख तमीम बिन हमद अल-थानी कतर के अमीर रहे शेख हमद बिन खलीफा अल-थानी के बेटे हैं। वे दुनिया के सबसे युवा राष्ट्राध्यक्षों में से एक हैं। उन्हें 2003 में क्राउन प्रिंस नियुक्त किया गया। इसके बाद 2009 में उन्हें सेना में डिप्टी कमांडर इन चीफ का पद मिला। वे 25 जून 2013 को कतर के अमीर बने थे। उनके पास करीब 335 अरब डॉलर की संपत्ति है। वे दुनिया के 9वें सबसे अमीर शासक हैं।

खेलों में है गहरी रूचि

तमीम बिन अल-थानी का जन्म 3 जून 1980 को कतर की राजधानी दोहा में हुआ था। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा कतर में ही प्राप्त की और उच्च शिक्षा के लिए ब्रिटेन गए। ब्रिटेन से शिक्षा पूरी करने के बाद उन्होंने कतर की सेना में भी अपनी सेवाएं दीं। तमीम खेलों में गहरी रुचि रखते हैं। 2006 में कतर में आयोजित एशियन गेम्स के सफल आयोजन में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही। इस आयोजन ने उन्हें वैश्विक पहचान दिलाई। उनकी नेतृत्व क्षमता का एक और उदाहरण 2022 फीफा वर्ल्ड कप का कतर में सफल आयोजन रहा।

*ISL :Mohammedan Sporting Club clinches a crucial 1-0 victory against Bengaluru FC in an away clash*

Sports

Khabar kolkata sports Desk: Mohammedan Sporting Club secured a hard-fought 1-0 victory against Bengaluru FC at the Sree Kanteerava Stadium, thanks to a moment of brilliance from Mirjalol Kasimov in the dying minutes of the game. The Uzbek midfielder’s stunning free kick in the 88th minute broke the deadlock, earning the team three valuable points in their 15th game of the season.

The win marks a sweet revenge for Mohammedan SC, who had previously suffered a defeat at the hands of Bengaluru FC in their earlier home encounter.

This win marks the second win of the season for MSC, taking their tally to 10 points from 15 matches.

The backline, led by French defender Florent Ogier, stood firm against a determined Bengaluru FC attack, ensuring a crucial clean sheet.

This victory not only boosts Mohammedan SC’s morale but also reinforces their determination to climb the league standings. The team will now shift focus to their upcoming matches, aiming to build on this momentum and secure more positive results.

Goal scorer for MSC,Mirjalol Kasimov 88'.

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झांसी मेडिकल कॉलेज के NICU में लगी आग, 10 मासूमों की मौत, पीएम बोले- हृदयविदारक घटना
#massive_fire_broke_out_in_the_medical_college_in_jhansi_several_children_died
* झांसी मेडिकल कॉलेज में बीती रात लगी आग में 10 मासूमों की मौत हो गई। मेडिकल कॉलेज के बच्चों के ICU में आग लगी थी। हादसे के वक्त NICU में 55 बच्चे थे, जिनमें से 37 बच्चों को सुरक्षित निकाल लिया गया। बताया जा रहा है कि बाहर वाले वार्ड से सभी बच्चों को बचा लिया गया, लेकिन जो बच्चे अंदर वाले वार्ड में थे, उनकी झुलसने से मौत हो गई। *मासूमों की मौत पर जताया शोक* प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घटना को लेकर शोक जताया है। एक्स पर पीएमओ ने लिखा कि हृदयविदारक! उत्तर प्रदेश में झांसी के मेडिकल कॉलेज में आग लगने से हुआ हादसा मन को व्यथित करने वाला है। इसमें जिन्होंने अपने मासूम बच्चों को खो दिया है, उनके प्रति मेरी गहरी शोक-संवेदनाएं। ईश्वर से प्रार्थना है कि उन्हें इस अपार दुख को सहने की शक्ति प्रदान करे। *मुआवजे की घोषणा* महारानी लक्ष्मी बाई मेडिकल कॉलेज के विशेष नवजात देखभाल इकाई (एसएनसीयू) में भीषण आग लगने से 10 नवजात शिशुओं की झुलसने एवं दम घुटने से मौत हो गई। मंडलायुक्त बिमल कुमार दुबे ने बताया कि जिस वार्ड में आग लगी थी, वहां 55 नवजात भर्ती थे। 45 नवजात को सुरक्षित निकाल लिया गया। उनका इलाज चल रहा है। हादसे की सूचना मिलते ही करीब 15 दमकलें मौके पर पहुंच गईं। सेना को भी बुला लिया। सेना एवं दमकल ने मिलकर आग बुझाई। बच्चों को सर्वोत्तम चिकित्सा उपचार दिया जा रहा है, वे जल्द ठीक हो जाएंगे। आज सुबह डिप्टी सीएम बृजेश पाठक मेडिकल कॉलेड पहुंच गये हैं। झांसी मेडिकल कॉलेज हादसे में शिकार परिजनों को शासन द्वारा पांच लाख रुपये की सहायता की घोषणा की गई है। घायलों के परिजनों को पचास-पचास हजार की सहायाता मिलेगी। *परिजन बोले- अस्पताल प्रशासन की लापरवाही* मेडिकल कॉलेज के शिशु वार्ड (एसएनसीयू) में पहले धुआं उठा, किसी को कुछ समझ नहीं आया और देखते ही देखते शिशु वार्ड में आग की लपटें उठने लगीं। वहीं, इस हादसे ने अस्पताल की व्यवस्था की भी कलई खोल दी। चाइल्ड वार्ड में आग लगने के बावजूद सेफ्टी अलार्म नहीं बजा। बच्चों के परिजन के मुताबिक, अगर समय से सेफ्टी अलार्म बज जाता तो इतनी बड़ी घटना नहीं होती। परिजनों का कहना था कि यह अस्पताल प्रशासन की लापरवाही है। समय-समय पर सेफ्टी अलार्म समेत अस्पताल की अन्य व्यवस्थाओं की जांच होती रहनी चाहिए थी, ताकि आपात स्थिति में बचाव किया जा सके। शिशु वार्ड से बाहर निकलने का एक ही गेट था, लेकिन हादसे के वक्त गेट पर आग की लपटें उठ रही थीं। ऐसे में जो लोग बाहर थे, वो भी बच्चों को बचाने के लिए अंदर नहीं जा सके। *बच्चों को लेकर बदहवास भागते नजर आए परिजन* NICU वार्ड में लगी आग लगने के बाद परिजन अपने नवजात शिशुओं के जले हुए अवशेषों को लेकर भागते नजर आए। बेहद परेशान करने वाले दृश्यों ने विचलित कर दिया। महिलाओं की चीख-पुकार साफ तौर पर वीडियो में सुनाई दे रही थी।
हैदराबाद में शर्मनाक घटना, पहले महात्मा गांधी की प्रतिमा के मुंह में रखकर फोड़ा पटाखा, अब तोड़ दिया सिर

#hyderabad_broken_head_of_mahatma_gandhi_statue 

हैदराबाद के कुकटपल्ली इलाके में प्रगति नगर झील के पास एक शर्मसार कर देनी वाली घटना सामने आई है। यहां देश के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा को क्षतिग्रस्त कर दिया है। सोमवार रात अज्ञात लोगों ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा को क्षतिग्रस्त कर दिया। इसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।वीडियो में देखा जा रहा है कि महात्मा गांधी की प्रतिमा का सिर तोड़ दिया गया है और वहीं नीचे रखा हुआ है।

सोशल मीडिया पर इसका वीडियो वायरल होने के बाद लोगों ने इस घटना का काफी विरोध किया। शरारती तत्वों की इस हरकत से स्थानीय लोगों में काफी रोष है। बाचुपल्ली पुलिस ने इस मामले का संज्ञान लिया है और कार्रवाई की जाने की बात कही है। इसके साथ ही पुलिस ने इस मामले में जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने और उन्हें जल्द पकड़ने का आश्वासन लोगों को दिया है। यह मामला सोमवार, 4 नवंबर की रात का बताया जा रहा है, जिसकी जांच में पुलिस जुट गई है।

इससे पहले दिवाली के मौके आतिशबाजी के बीच भी एक ऐसा वीडियो सोशल मीडिया पर पहले सामने आया था, जिसमें महात्मा गांधी की प्रतिमा के साथ छेड़छाड़ की जा रही थी। यह मामला ठीक दिवाली की रात का है, जहां शहर के बोवेनपल्ली इलाके में कुछ बच्चों ने महात्मा गांधी की प्रतिमा के मुंह में पटाखा रखकर फोड़ा था। हालांकि पुलिस ने वीडियो वायरल होने के मामले का संज्ञान लिया था और सभी बच्चों को पकड़ लिया था।