मण्डलीय सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में सड़क सुरक्षा पर कड़े निर्देश

*कोहरे के मौसम में सतर्कता, ब्लैक स्पॉट्स और स्कूली वाहनों की फिटनेस जांच पर बल*

*गोण्डा, 30 दिसम्बर 2025* – देवीपाटन मण्डल के अपर आयुक्त प्रशासन कमलेश चन्द्र की अध्यक्षता में सोमवार को मण्डलीय सड़क सुरक्षा समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक का उद्देश्य सड़क सुरक्षा को और अधिक प्रभावी बनाना, सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाना तथा यातायात व्यवस्था को सुदृढ़ करना रहा। अपर आयुक्त ने स्पष्ट कहा कि सड़क सुरक्षा सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है और प्रत्येक विभाग को अपने दायित्वों का गंभीरता से निर्वहन करना होगा।

बैठक में आगामी ठंड और कोहरे के मौसम को ध्यान में रखते हुए विशेष सावधानी बरतने के निर्देश दिए गए। अपर आयुक्त ने कहा कि कोहरे में दृश्यता कम हो जाने से दुर्घटनाओं की आशंका बढ़ जाती है, इसलिए बड़े वाहनों में रिफ्लेक्टर टेप लगवाना अनिवार्य किया जाए। साथ ही सड़क किनारे ट्रैक्टर-ट्रॉली, ट्रक अथवा अन्य भारी वाहन खड़ा करने पर रोक लगाने तथा उल्लंघन करने वालों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए।

ब्लैक स्पॉट्स पर चर्चा करते हुए अपर आयुक्त ने कहा कि जिन स्थानों पर तीन या उससे अधिक मौतों वाली दुर्घटनाएं हो चुकी हैं, उनका गहन अध्ययन कर सुधारात्मक कदम उठाए जाएं। सड़क संकेतक, पर्याप्त रोशनी, गति सीमा निर्धारण तथा सड़क संरचना से जुड़ी कमियों की समीक्षा कर आवश्यक सुधार कार्य समयबद्ध ढंग से पूरे किए जाएं।

स्कूली बच्चों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता बताते हुए अपर आयुक्त ने सभी स्कूल वाहनों की फिटनेस जांच अनिवार्य रूप से कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि विद्यालय परिवहन सुरक्षा समितियों की नियमित बैठकें आयोजित हों, ताकि बच्चों के आवागमन में किसी भी प्रकार की लापरवाही न रहे।

बैठक में अपर आयुक्त ने एआरएम रोडवेज को निर्देशित किया कि सभी बस चालकों का नियमित नेत्र परीक्षण कराया जाए। उन्होंने कहा कि विशेष रूप से रात्रि में बस संचालन के दौरान चालकों की दृष्टि सही होना अत्यंत आवश्यक है। नियमित नेत्र परीक्षण से सड़क दुर्घटनाओं की संभावना में कमी लाई जा सकती है।

अपर आयुक्त ने परिवहन एवं पुलिस विभाग को निर्देश दिए कि ओवरस्पीडिंग, ओवरलोडिंग तथा नशे की हालत में वाहन चलाने जैसे मामलों में कठोर प्रवर्तन कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। उन्होंने ‘राह वीर योजना’ के प्रचार-प्रसार पर बल देते हुए कहा कि सड़क दुर्घटनाओं में घायलों को त्वरित सहायता उपलब्ध कराना सामाजिक दायित्व है और आमजन को इसके लिए जागरूक किया जाए।

इसके अतिरिक्त सड़क किनारे उगी झाड़ियों को तत्काल हटाने के निर्देश भी दिए गए। उन्होंने कहा कि झाड़ियों के कारण दृश्यता बाधित होती है, जिससे दुर्घटनाओं की संभावना बनी रहती है। लोक निर्माण विभाग और नगर निकायों को इस संबंध में नियमित अभियान चलाने के निर्देश दिए गए।

बैठक में गत वर्ष की तुलना में इस वर्ष नवंबर माह तक सड़क दुर्घटनाओं में 10 प्रतिशत, मृतकों की संख्या में 6 प्रतिशत तथा घायलों की संख्या में 18 प्रतिशत की वृद्धि पर अपर आयुक्त ने गहरी नाराजगी जताई और सभी विभागों को समन्वित प्रयासों के साथ प्रभावी कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
पवित्र यात्रा पर रवाना हुए गुलज़ार मियाँ

गोंडा(करनैलगंज)। हज़रत कफील उल्लाह शाह बड़े बाबा जी रहमतुल्लाह अलैह के पौत्र व मौलाना मोहम्मद असदुल बक़ा बक़ाई छन्नू मियाँ के पुत्र तनवीरुल बक़ा उर्फ गुलज़ार मियाँ उमरा की पवित्र यात्रा के लिए अपने आवास शाही तकिया से रवाना हुए हैं जो कि नजफ़ शरीफ,कर्बला शरीफ,बगदाद शरीफ होते हुए उमरह के लिये पहुंचेगे। कस्बे व उनके परिवार के सदस्यों सहित सिलसिले के तमाम लोगों ने उनके आवास से उन्हें उमरा की पवित्र यात्रा पर विदा किया।

इस दौरान गंगा जमुनी तहजीब की भी मिशाल देखने को मिली। लोगों ने माल्यर्पण कर उन्हें यात्रा के लिये रवाना किया। इस मौके पर अनवारुल हक़ शाह पप्पू मियाँ,लल्लू मियाँ,गुड्डू मियाँ,शानू मियाँ,डाक्टर मोहम्मद सलमान कफ़ीली,मोलवी समसुद्दीन,अहमद कलीम उर्फ कुच्चू, मोइनुद्दीन,बॉबी रजा सहित भारी संख्या में लोग मौजूद थे।
जिला महिला चिकित्सालय में आज “विटामिन ए संपूर्ण” कार्यक्रम के द्वितीय चरण का सीडीओ ने किया भव्य शुभारम्भ

*"विटामिन ए" बच्चों के शारीरिक एवं मानसिक विकास के लिए आवश्यक पोषक तत्व-मुख्य विकास अधिकारी*


*गोण्डा ,।जनपद गोण्डा के जिला महिला चिकित्सालय में आज “विटामिन ए संपूर्ण” कार्यक्रम के द्वितीय चरण का भव्य शुभारम्भ किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य विकास अधिकारी गोण्डा श्रीमती अंकिता जैन द्वारा फीता काटकर किया गया। इस अवसर पर उन्होंने उपस्थित अधिकारियों, चिकित्सकों एवं स्वास्थ्यकर्मियों को कार्यक्रम की सफलता के लिए शुभकामनाएं दीं तथा बच्चों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए इस अभियान को अत्यंत महत्वपूर्ण बताया।

इस कार्यक्रम के अंतर्गत जनपद में कुल लक्षित जनसंख्या-40,69,122, कुल 9 माह से 5 वर्ष तक लक्षित बच्चों की संख्या- 475931, कुल प्रतिदिन कार्य करने वाली टीमों की संख्या-529, कुल सुपरवाइजर की संख्या-304, कुल दिनों की संख्या-9, दिवस प्रत्येक बुधवार, शनिवार नियमित टीकाकरण के साथ सहयोगी विभाग स्वास्थ्य, बाल विकास तथा शिक्षा विभाग आदि।

मुख्य विकास अधिकारी श्रीमती अंकिता जैन ने अपने संबोधन में कहा कि "विटामिन ए" बच्चों के शारीरिक एवं मानसिक विकास के लिए आवश्यक पोषक तत्व है। इसकी कमी से बच्चों में आंखों से संबंधित रोग, रोग प्रतिरोधक क्षमता में कमी तथा अन्य गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। “विटामिन ए संपूर्ण” कार्यक्रम का उद्देश्य जनपद के समस्त लक्षित आयु वर्ग के बच्चों को समय से विटामिन ए की खुराक उपलब्ध कराकर उन्हें कुपोषण एवं गंभीर बीमारियों से सुरक्षित रखना है। उन्होंने निर्देश दिया कि कार्यक्रम को पूरी गंभीरता, पारदर्शिता एवं समन्वय के साथ संचालित किया जाए ताकि कोई भी बच्चा लाभ से वंचित न रह जाए।

इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. संत लाल पटेल ने कार्यक्रम की रूपरेखा पर प्रकाश डालते हुए बताया कि द्वितीय चरण के अंतर्गत 9 माह से 5 वर्ष तक के बच्चों को विटामिन ए की खुराक पिलाई जाएगी। इसके लिए जनपद के सभी स्वास्थ्य केंद्रों, आंगनबाड़ी केंद्रों एवं चयनित स्थलों पर टीमें गठित की गई हैं। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग तथा अन्य संबंधित विभागों के आपसी समन्वय से कार्यक्रम को सफल बनाया जाएगा।

कार्यक्रम में समस्त अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी (एसीएमओ), महिला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक (सीएमएस) सहित सभी संबंधित अधिकारी, चिकित्सक, नर्सिंग स्टाफ, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं स्वास्थ्य कर्मी उपस्थित रहे। सभी ने कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया।
कार्यक्रम के दौरान जागरूकता संदेश भी दिए गए, जिसमें अभिभावकों से अपील की गई कि वे अपने बच्चों को निर्धारित तिथियों पर विटामिन ए की खुराक अवश्य दिलवाएं और किसी भी प्रकार की भ्रांति से बचें। अंत में अधिकारियों द्वारा कार्यक्रम स्थल का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया गया तथा आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए।
आगामी नव वर्ष में पुलिस अधीक्षक गोण्डा द्वारा कानून व्यवस्था, महिला सुरक्षा पर समीक्षा गोष्ठी की गई

शासन से प्राप्त निर्देशों के क्रम में Zero Fatality District (ZFD) अभियान सहित विभिन्न प्राथमिक बिंदुओं पर बनाई गई विशेष कार्ययोजना-

गोण्डा। सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के उद्देश्य से पुलिस अधीक्षक गोण्डा के निर्देशन में जनपद पुलिस द्वारा विभिन्न प्रमुख बिंदुओं पर विशेष एवं सतत कार्यवाही की जाएगी ।
ZFD अभियान के अंतर्गत जनपद में "सड़क दुर्घटनाओं में मृत्यु शून्य" करने के उद्देश्य से पुलिस अधीक्षक गोण्डा  विनीत जायसवाल द्वारा देर रात्रि थाना कोतवाली नगर अंतर्गत चौकी गुरुनानक पर जनपद के समस्त राजपत्रित पुलिस अधिकारियों के साथ समीक्षा गोष्ठी आयोजित की गई । समीक्षा बैठक में लंबित अभियोगों की विवेचना, जाँच प्रार्थना-पत्रों की स्थिति की गहन समीक्षा की गई तथा नववर्ष के दृष्टिगत जनपद में कानून-व्यवस्था एवं अपराध नियंत्रण को प्रभावी बनाए रखने हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए ।
बैठक में नववर्ष के अवसर पर जनपद में शांति, सुरक्षा एवं सुव्यवस्था बनाए रखने के लिए एक विस्तृत कार्ययोजना तैयार की गई। इस योजना के अंतर्गत Zero Fatality District (ZFD) अभियान को विशेष प्राथमिकता दी गई, जिसका मुख्य उद्देश्य सड़क दुर्घटनाओं में मृत्यु दर को शून्य करना है। इसके तहत-
• जनपद में चिन्हित ब्लैक स्पॉट्स की पहचान कर PWD/NHAI से समन्वय द्वारा सुधारात्मक कार्य
• ओवरस्पीड, ड्रंक एंड ड्राइव, बिना हेलमेट व सीट बेल्ट के विरुद्ध सख्त प्रवर्तन,
• गोल्डन ऑवर में पुलिस व एम्बुलेंस की त्वरित रिस्पॉन्स व्यवस्था,
• स्कूलों, कॉलेजों एवं आमजन के बीच सड़क सुरक्षा जागरूकता अभियान,
• थाना क्षेत्रवार दुर्घटना आंकड़ों की नियमित समीक्षा,
• CCTV/ANPR कैमरों एवं ई-चालान प्रणाली का प्रभावी उपयोग तथा सभी संबंधित विभागों के साथ संयुक्त कार्ययोजना पर कार्य किया जा रहा है ।
इसके अतिरिक्त जनपद में बरामद की गई नाबालिग लड़कियों के मामलों में संवेदनशील एवं विधिसम्मत कार्यवाही करते हुए काउंसलिंग, परिजनों से समन्वय एवं पुनर्वास की कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी। इस कार्यवाही में अभियान चलाकर दिनांक 01.01.2025 से अब तक कुल 421 नाबालिग अपह्रताओं को सकुशल बरामद कर विधिपूर्वक उनके परिजनों को सुपुर्द किया गया । महिलाओं की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए मिशन शक्ति व एंटी रोमियो स्क्वाड द्वारा सार्वजनिक स्थलों, शिक्षण संस्थानों एवं भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में गुणवत्तापूर्ण एवं सतत पेट्रोलिंग की जाएगी। मिशन शक्ति अभियान को प्रभावी बनाने हेतु समय समय पर कार्यशाला का आयोजन किया जाता है। जनपद के सभी प्रमुख बाजारों, सार्वजनिक स्थलों, पार्कों, बस अड्डों, रेलवे स्टेशन, शिक्षण संस्थानों एवं भीड़-भाड़ वाले क्षेत्रों में पुलिस टीमों द्वारा निरंतर गश्त, सघन चेकिंग एवं निगरानी की जा रही है। महिलाओं एवं बालिकाओं को असहज करने वाले तत्वों के विरुद्ध तत्काल एवं गुणवत्तापूर्ण कार्यवाही सुनिश्चित की जा रही है। जनपद में कुल 18 मिशन शक्ति केन्द्र संचालित हैं, जिनमें SOP के अनुरूप कार्यवाही करते हुए महिला संबंधी शिकायतों का त्वरित निस्तारण किया जा रहा है। इन केन्द्रों पर नियुक्त 130 अधिकारी/कर्मचारी नववर्ष के दौरान विशेष रूप से सक्रिय रहते हुए जागरूकता, काउंसलिंग एवं सहायता कार्य कर रहे हैं। प्रत्येक रविवार को बहू-बेटी सम्मेलन आयोजित कर महिलाओं को अपनी समस्याएं खुलकर साझा करने का अवसर प्रदान किया जा रहा है ।
एडीजी स्तर से चिन्हित जनपद के "टॉप-5 अपराधों" पर विशेष अभियान चलाकर अपराधियों के विरुद्ध कठोर एवं प्रभावी कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी । साथ ही न्यायालय से जमानत पर रिहा अभियुक्तों के जमानतदारों का सत्यापन गंभीरता से कराया जाएगा, जिससे फर्जी जमानत एवं विधिक प्रक्रिया के दुरुपयोग को रोका जा सके।
जनपद गोण्डा पुलिस समन्वित प्रवर्तन, त्वरित रिस्पॉन्स एवं जनजागरूकता के माध्यम से Zero Fatality District अभियान सहित कानून व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ करने हेतु पूर्ण प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही ।
*शीतलहर से राहत हेतु जिला प्रशासन अलर्ट, 14 विभागों के दायित्व तय*

शीतलहर से निपटने को जिला प्रशासन सतर्क, 14 विभागों की जिम्मेदारियां तय

ठंड के प्रकोप के बीच गोण्डा प्रशासन अलर्ट, राहत कार्यों के लिए SOP लागू

शीतलहर राहत अभियान तेज, रैन बसेरे से लेकर चिकित्सा सेवाओं तक सख्त निर्देश

जनहित सर्वोपरि: शीतलहर से सुरक्षा हेतु सभी विभागों को समयबद्ध कार्रवाई के आदेश

गोण्डा 29 दिसम्बर 2025 — जनपद में लगातार बढ़ती ठंड, शीतलहर एवं कोहरे के प्रकोप को देखते हुए जिला प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड में आ गया है। आमजन, विशेषकर जरूरतमंद, असहाय, वृद्ध, बच्चों एवं पशुओं को शीतलहर से सुरक्षित रखने के उद्देश्य से जिला प्रशासन द्वारा मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) जारी करते हुए सभी संबंधित विभागों के कार्य एवं दायित्व निर्धारित कर दिए गए हैं। प्रशासन का उद्देश्य है कि ठंड के दौरान किसी भी व्यक्ति को असुविधा का सामना न करना पड़े और राहत कार्य समयबद्ध ढंग से संचालित हों।

जारी आदेश के अनुसार पुलिस विभाग को रात्रि गश्त सघन करने, खुले में सो रहे व्यक्तियों को चिन्हित कर उन्हें रैन बसेरों तक पहुंचाने तथा अलाव स्थलों पर सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। विकास एवं पंचायत राज विभाग को ग्राम पंचायत स्तर पर शीतलहर से प्रभावित संवेदनशील व्यक्तियों की सूची तैयार करने, पंचायत व सामुदायिक भवनों को अस्थायी रैन बसेरों के रूप में उपयोग करने, अलाव हेतु लकड़ी व ईंधन की उपलब्धता सुनिश्चित करने तथा ग्रामीण स्तर पर जन-जागरूकता बढ़ाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।

चिकित्सा विभाग को शीतजनित रोगों से निपटने के लिए अस्पतालों में आवश्यक दवाओं की उपलब्धता, 24×7 एम्बुलेंस सेवा, वृद्धों, बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं की विशेष निगरानी तथा कंट्रोल रूम की स्थापना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। वहीं पशुपालन विभाग को पशुओं को ठंड से बचाने, पशु अस्पतालों में दवाओं व टीकों की उपलब्धता तथा गौशालाओं में आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा गया है।

स्थानीय निकायों को शहरी क्षेत्रों में साफ-सफाई, जल निकासी, स्वच्छ पेयजल आपूर्ति, रैन बसेरों का संचालन, अलाव व्यवस्था एवं व्यापक जन-जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश दिए गए हैं। खाद्य एवं रसद विभाग को खाद्यान्न की सुचारु आपूर्ति, ईंधन की उपलब्धता तथा वितरण केंद्रों पर अलाव व्यवस्था सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी दी गई है।

इसके अतिरिक्त लोक निर्माण विभाग को प्रमुख मार्गों, संपर्क सड़कों एवं पुलों की सतत निगरानी, आवश्यकता पड़ने पर त्वरित मरम्मत, संकेतक बोर्ड लगाने तथा मार्ग परिवर्तन की स्थिति में जिला प्रशासन को तत्काल सूचना देने के निर्देश दिए गए हैं। विद्युत विभाग को संभावित फॉल्ट वाले क्षेत्रों की पहचान, ट्रांसफार्मरों की जांच तथा विद्युत आपूर्ति बाधित होने की स्थिति में शीघ्र सुधार सुनिश्चित करने को कहा गया है।

शिक्षा, परिवहन, कृषि, सूचना एवं राजस्व/आपदा प्रबंधन विभाग को भी अपने-अपने क्षेत्रों में ठंड से बचाव हेतु निर्धारित दायित्वों का सख्ती से पालन करने के निर्देश दिए गए हैं।

अपर जिलाधिकारी (वित्त/राजस्व) ने सभी विभागों के नोडल अधिकारियों से अपेक्षा की है कि शीतलहर से राहत संबंधी कार्यों में आपसी समन्वय बनाए रखते हुए शत-प्रतिशत अनुपालन सुनिश्चित किया जाए। जिला प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि राहत कार्यों में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और जनहित सर्वोपरि रहेगा।

*गीता गोष्ठी समीक्षा बैठक में आगामी समारोह पर हुई चर्चा*

गोण्डा। मालवीय नगर के रामलीला मैदान स्थित रामेश्वरम शिव मंदिर में गीता गोष्ठी में पिछले पखवारे सम्पन्न रजत जयंती समारोह की समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया ।

गीता श्लोक पर नियमित चर्चा के उपरांत समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए गीता रजत जयंती समारोह के संयोजक इं. सुरेश दूबे ने कहा कि गीता गोष्ठी की नियमित साप्ताहिक गोष्ठी एवं वर्ष में दिसम्बर माह में एक बार गीता जयंती समारोह का आयोजन चलता रहा है। उन्होंने पिछले 14 दिसम्बर को सम्पन्न हुए रजत जयंती समारोह के सफल आयोजन के लिए गोष्ठी के सभी सदस्यों को बधाई दी और आगामी वर्ष गीता समारोह और भी भव्य व आकर्षक रूप से आयोजित करने के लिए गीता प्रेमियों को समारोह का दायित्व संभालने का आह्वान किया। चर्चा में उपस्थित उत्तम शुक्ल एवं पवन जायसवाल ने समारोह आयोजन के लिए सक्रिय कमेटी का गठन एवं नगर के अध्यात्म प्रेमियों को गोष्ठी से जोडने का सुझाव दिया। बैठक में उपस्थित अन्य सदस्यों ने आगामी बैठक में गोष्ठी से जुड़े सभी सदस्यों की उपस्थिति में समारोह के आयोजन पर विचार करने पर बल दिया।

इस मौके पर उत्तम शुक्ल, अनिल सिंह, धीरेन्द्र प्रताप पाण्डेय, रमेश दूबे, अशोक जायसवाल, अनिल सिंह , दिनेश तिवारी , श्याम अनुज द्विवेदी आदि मौजूद रहे।

वन माफिया बेलगाम: कर्नलगंज में सागौन के सौ से अधिक प्रतिबंधित पेड़ों की अवैध कटान, जिम्मेदार बने तमाशबीन

कर्नलगंज (गोंडा)।

जिम्मेदार अधिकारियों की उदासीनता और कथित मिलीभगत के चलते वन माफिया बेखौफ होकर सरकार को खुली चुनौती दे रहे हैं। हरियाली की रक्षा और अवैध कटान रोकने की जिम्मेदारी जिन विभागों पर है, वही आंखें मूंदे बैठे हैं। ताजा मामला जनपद गोंडा के कोतवाली कर्नलगंज क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पारा के मजरा तिवारी पुरवा का है, जहां खुलेआम सागौन के अनगिनत कीमती और संरक्षित पेड़ों को काट दिया गया, जबकि जिम्मेदार अधिकारी तमाशबीन बने रहे।

गांव के सामने स्थित सागौन के एक बाग में वर्षों से सौ से अधिक पेड़ लगे थे। वन माफियाओं की नजर इस बाग पर पड़ी और बाग स्वामी से सांठगांठ कर लाखों रुपये में सौदा तय कर लिया गया। सोमवार की भोर करीब चार बजे अत्याधुनिक मशीनों के साथ माफिया मौके पर पहुंचे और पेड़ों पर आरा चलाना शुरू कर दिया।

एक ओर मशीनों से सागौन के पेड़ों को काटकर बोटों में तब्दील किया जा रहा था, वहीं दूसरी ओर मजदूर उन्हें तेजी से ट्रॉली में लोड कर रहे थे। कुछ ही समय में सागौन के बोटों से भरी ट्रॉली मौके से रवाना हो गई, मानो पूरी कार्रवाई पहले से तय और सुरक्षित हो।

सूचना मिलने पर हमारे संवाददाता ने मौके पर पहुंचकर घटना को कैमरे में कैद किया। मौके पर मौजूद कुछ लोगों ने यहां तक कह दिया कि पुलिस और वन विभाग के अधिकारी आने वाले नहीं हैं, इसलिए उन्हें रोकने वाला कोई नहीं है। यह बयान अपने आप में व्यवस्था पर बड़ा सवाल खड़ा करता है और यह दर्शाता है कि माफियाओं को कानून का कोई भय नहीं रह गया है।

स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि क्षेत्र में पहले भी इस तरह की अवैध कटान होती रही है, लेकिन कभी कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। शिकायतों के बाद केवल आश्वासन ही मिले। नतीजतन, हरियाली तेजी से उजड़ रही है और पर्यावरण को गंभीर नुकसान पहुंच रहा है। सागौन जैसे बहुमूल्य और संरक्षित वृक्षों की कटान न केवल कानून का उल्लंघन है, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के भविष्य से भी सीधा खिलवाड़ है।

मामले में उपजिलाधिकारी नेहा मिश्रा, वन विभाग के एसडीओ सुदर्शन और प्रभारी निरीक्षक कर्नलगंज नरेंद्र प्रताप राय का कहना है कि सागौन के बाग की कटान की उन्हें कोई सूचना नहीं है। हालांकि उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यदि ऐसा मामला सामने आया है तो जांच कराकर दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी। अब देखना यह है कि जांच वास्तव में होती है या यह मामला भी अन्य मामलों की तरह फाइलों में दबकर रह जाता है।

युवती से छेड़छाड़ के आरोपियों की तलाश तेज

*चार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए करनैलगंज कोतवाली पुलिस जांच में जुटी

गोंडा।जिले के करनैलगंज कोतवाली क्षेत्र में एक 22 वर्षीय युवती से छेड़छाड़ और चाकू से हमला करने के मामले में 24 घंटे बाद भी चार आरोपी फरार हैं,जिनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने तलाश तेज कर दिया है।पुलिस के अनुसार युवती अपने मुहल्ले से कुछ दूरी पर शौच के लिए गयी थी।वहां उसे अकेला पाकर रफीक अहमद,शहीद अहमद,नसीम,हसीन और र‌हीस ने जबरन पकड़ लिया और घसीटते हुए उसके साथ छेड़छाड़ की।जब पीड़िता ने विरोध किया और गाली गलौज की तो आरोपियों ने उसके साथ मारपीट किया और उसे अपने घर ले गये थे वहां उन्होंने पीड़िता के मुंह में कपड़ा ठूंसकर अश्लील हरकतें किया था,उसके बाद पीड़िता द्वारा दुबारा विरोध करने पर आरोपियों ने चाकू से हमला कर दिया था जिससे युवती के बाएं हाथ पर कट लग गया था।घायलावस्था में पीड़िता को परिजन किसी तरह कोतवाली ले गये थे जिसका एक वीडियो शोसल मीडिया पर वायरल हुआ था।चिकित्सकीय परीक्षण में भी धारदार हथियार से हमला किये जाने की पुष्टि हुई है।इस मामले में शहीद अहमद,नसीम, हसीन और रहीस सहित चार आरोपियों के विरुद्ध छेड़छाड़, मारपीट,अश्लील हरकत और चाकू से हमला करने सहित 11 गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।पुलिस मामले में कुछ अज्ञात आरोपियों की भूमिका के बारे में भी जांच कर रही है।करनैलगंज कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक नरेंद्र प्रताप राय ने बताया कि फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम लगातार छापेमारी कर रही है।पीड़िता का मेडिकल परीक्षण कराया जा चुका है और उसका बयान भी कोर्ट में दर्ज कराया जा रहा है।उन्होंने आश्वस्त किया कि घटना में शामिल किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा।

509 चांदी सिक्का लूटकांड के दो मुख्य आरोपी 11 दिन बाद भी फरार
78 सिक्के अभी भी गायब

गोंडा।जिले में 509 पुराने चांदी के सिक्कों के लूट के मामले में 11 दिन बीत जाने के बाद भी दो मुख्य आरोपी पुलिस की पकड़ से दूर हैं।खुद को यूपीएसटीएफ का अधिकारी बताकर लूटकांड को अंजाम देने वाला पीआरडी जवान प्रदीप कुमार तिवारी व जेसीबी चालक गोलू की तलाश में पुलिस लगातार दबिश दे रही है।अब तक लूटे गये 509 चांदी के 509 चांदी के सिक्कों में से 431 सिक्के बरामद कर लिए गये हैं जबकि 78 सिक्कों का अभी तक कोई सुराग नहीं मिल सका है।उक्त वारदात गत 18 दिसंबर को देहात कोतवाली क्षेत्र के ठकुरापुर गांव में हुई थी।आरोपियों ने मंदिर के महंत से स्वयं को यूपीएसटीएफ का अधिकारी बताकर 509 पुराने चांदी के सिक्के लूट लिए थे।पुलिस जांच में सामने आया है कि घटना के समय पीआरडी जवान प्रदीप कुमार तिवारी वर्दी में था और उसने बिना किसी उच्चाधिकारी को सूचना दिये अपने साथियों के साथ मौके पर पहुँच कर फर्जी अधिकारी बनकर इस लूटकांड को अंजाम दिया था।पुलिस के अनुसार जेसीबी चालक गोलू ने भी घटना में अहम भूमिका निभाई थी।उसने अन्य आरोपियों को पीड़ित और सिक्कों से जुड़ी अहम जानकारी उपलब्ध कराई थी।घटना के खुलासे के बाद पुलिस ने कई आरोपियों को गिरफ्तार कर चांदी के अधिकांश सिक्के बरामद कर लिए परन्तु दोनों मुख्य आरोपी अभी भी फरार हैं।मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल ने आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी के सख्त निर्देश दिए हैं और गिरफ्तारी में ढिलाई बरतने पर संबंधित अधिकारियों को फटकार भी लगाई गयी है।आरोपियों की तलाश में एसओजी और सर्विलांस टीमों को भी लगाया गया है।देहात कोतवाल शमशेर बहादुर सिंह ने बताया कि पीआरडी जवान और जेसीबी चालक की गिरफ्तारी के लिए लगातार प्रयास किये जा रहे हैं।पीआरडी विभाग से भी इस मामले में सहयोग मांगा गया है।पुलिस का दावा है कि दोनों आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार कर जेल भेजते हुए पूरे लूटकांड का खुलासा कर दिया जाएगा।
पत्रकार बन्धु सम्मान समागम का हुआ आयोजन
नव वर्ष और अमरत्व परम्परा के क्रम में स्तंभकारों का हुआ सम्मान

पंडित सिंह जी के जीवन और कार्यशैली पर हुई चर्चा

पत्रकार साथियों ने क्विज प्रतियोगिता में भी किया प्रतिभाग

लखनऊ।स्मृतिशेष विनोद कुमार पंडित सिंह जी के जन्म जयंती के क्रम में आज नगर के सूरज होटल के प्रांगण में संवाददाता बंधु सम्मान समागम का आयोजन किया गया। इस सम्मान समागम कार्यक्रम में जनपद एवं जनपद के बाहर कार्य कर रहे पत्रकार साथियों के साथ स्मृति शेष पंडित सिंह जी के जीवन पर आधारित गोष्ठी का भी आयोजन हुआ।

आयोजक सूरज सिंह द्वारा सम्मान समारोह में आए हुए पत्रकार अतिथियों का सम्मान किया गया और अन्य तरीकों से कार्यक्रम को खूबसूरत बनाने का भी प्रयास किया गया। इस कार्यक्रम में पत्रकारों के कार्य उनकी कार्यशैली और पत्रकारिता के गुणों पर आधारित कट आउट लगाए गए थे तो वहीं पत्रकारिता जीवन की चुनौतियां पर भी प्रकाश डाला गया। वक्ताओं ने अपनी अपनी स्मृतियां साझा की और स्मृतिशेष पंडित सिंह  के जीवन पर आधारित  किस्सों पर भी चर्चा हुई। होटल के प्रांगण में पूर्व मंत्री पंडित सिंह जी के जीवन पर आधारित होर्डिंग बैनर भी लगाए गए थे।

कार्यक्रम की शुरुआत पंडित सिंह जी के पुत्र और सदर विधानसभा के सपा प्रत्याशी सूरज सिंह ने आए हुए अतिथियों के स्वागत के साथ शुरुआत की वही पत्रकारों को स्मृति चिन्ह  एवं अंगवस्त्र भेंट कर उनका सम्मान किया गया।

इस कार्यक्रम में पत्रकार साथियों के साथ साथ देवेंद्र सिंह, मनोज सिंह, संजय साहू, अफजल खान, शिव संपत सिंह, किसलय तिवारी, शुभी कक्कड़, सचिन सिंह, राम आशीष, विनय सिंह, रीना तिवारी, विक्कू, विशाल गुप्ता एवं अन्य लोग मौजूद रहे।