आज मनुष्य के पास सुविधाएं तो हैं पर सुख नहीं : स्वामी नारायणानन्द तीर्थ

मुंबई। कांदिवली (पूर्व) स्थित डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर मैदान में चल रहे श्रीमद् भागवत ज्ञानयज्ञ के चतुर्थ दिवस में आध्यात्मिक उत्साह चरम पर रहा। जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी नारायणानन्द तीर्थ जी महाराज के दिव्य एवं प्रभावशाली प्रवचनों ने हजारों श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक ज्ञान से सराबोर कर दिया। स्वामी जी ने कहा कि आज के सामाजिक परिवेश, बढ़ते तनाव, परिवारिक विघटन, मानसिक अवसाद तथा भौतिकता की अंधी दौड़ का उल्लेख करते हुए कहा कि आज मनुष्य के पास सुविधाएँ हैं, परंतु सुख नहीं; साधन हैं, पर साधना नहीं; उपलब्धियाँ हैं, पर आत्मशांति का अभाव है।" ऐसे में श्रीमद्भगवद्गीता मानवता के लिए संजीवनी है जो भटके मन को दिशा देती है और जीवन को संतुलन प्रदान करती है।

श्रीमद् केवल धार्म नहीं, ज उपयोगी मार्गदर
गीता विवेक, करुणा का श है — संघर्ष में देती है और
महार अपने इस संसार में ज्ञान से बढ़कर कोई पवित्र वस्तु नहीं। आगे स्वामी जी बोले कि गीता व्यवहार का धर्म है, वाद-विवाद का नहीं। जिस दिन गीता का सार जीवन में उतर जाए, उसी दिन समस्त शास्त्र स्वयं स्पष्ट हो जाते हैं।”

और इसी भाव को श्रीकृष्ण ने स्पष्ट किया। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में जब युवा दिशाहीनता, तनाव और प्रतिस्पर्धा में उलझा है— उस समय गीता की एक-एक पंक्ति दीपक बनकर मार्ग दिखाती है। यदि घर-घर में गीता का पाठ प्रारंभ हो जाए तो सामाजिक तनाव, वैचारिक विभाजन और मूल्यहीनता स्वतः कम होने लगे।
कार्यक्रम संयोजक मंडल ने बताया कि ज्ञानयज्ञ में प्रतिदिन अधिक संख्या में श्रद्धालु पहुँच रहे हैं और परिसर में शांति, अनुशासन एवं भक्ति की अनूठी धारा प्रवाहित है।
इस भव्य आयोजन में एडवोकेट जे. डी. सिंह, श्री राम मणि मिश्र, ओम प्रकाश सिंह, हरिश्चंद्र शुक्ल, प्रमोद दुबे, डॉ. दिनकर दुबे, संचित यादव, अनिल पांडेय, सूरज प्रताप सिंह देवड़ा सहित अनेक कार्यकर्ता सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं।

अंत में स्वामी जी ने सभी से आग्रह किया कि “नये वर्ष का संकल्प केवल लक्ष्यों का न हो, चरित्र और चित्त-शुद्धि का भी हो। गीता को पढ़ें, जीएँ और बच्चों को भी उससे जोड़ें। यही मानवता की पुनर्स्थापना का मार्ग है।
मुंबई भाजपा प्रवक्ता उदयप्रताप सिंह को मिला पत्रकार मित्र पुरस्कार
मुंबई। पत्रकारिता और समाज के बीच सेतु का कार्य करने वाले व्यक्तित्वों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से पत्रकार विकास परिषद (PVS) द्वारा इस वर्ष का पत्रकार मित्र पुरस्कार मुंबई भाजपा के प्रवक्ता उदयप्रताप सिंह को मालाड पश्चिम स्थित साई पॅलेस में आयोजित भव्य समारोह में प्रदान किया गया। इस अवसर पर विधायक संजय उपाध्याय, जाबांज अधिकारी समीर वानखेडे, आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली, अमरजीत मिश्रा, डॉ राधेश्याम तिवारी, विनोद मिश्रा,डीसीपी जाधव, सुनील कोली, वरिष्ठ पत्रकार सय्यद सलमान, शैलेंद्र श्रीवास्तव, अभय मिश्रा, पंकज जायसवाल, रामसेवक पांडे, शिवपूजन पांडेय, अमर त्रिपाठी, राजकुमार सिंह, रामविलास सिंह, महेश दुबे समेत अनेक गणमान्य उपस्थित थे। लोकतंत्र में पत्रकारों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण होती है और उनके कार्यों में सहयोग, संवाद तथा पारदर्शिता बनाए रखने वाले व्यक्तित्वों को सम्मानित करना आवश्यक है। उदयप्रताप सिंह ने अपने सार्वजनिक जीवन में पत्रकारों के साथ निरंतर संवाद, सकारात्मक सहयोग और जनहित से जुड़े विषयों पर स्पष्ट पक्ष रखने का कार्य किया है। मुंबई भाजपा के प्रवक्ता के रूप में उदयप्रताप सिंह ने सदैव पत्रकारों के प्रश्नों का सहजता और स्पष्टता के साथ उत्तर दिया है। कठिन परिस्थितियों में भी मीडिया से संवाद बनाए रखना, तथ्यात्मक जानकारी उपलब्ध कराना और लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा करना उनकी कार्यशैली का प्रमुख हिस्सा रहा है। पत्रकार विकास परिषद (PVS) के अध्यक्ष आनंद मिश्रा, सुनील कुमार सिंह, अजय सिंह के अनुसार उदयप्रताप सिंह ने पत्रकारों की समस्याओं को समझते हुए कई अवसरों पर उनके हितों के लिए सकारात्मक भूमिका निभाई है। इसी योगदान के लिए उन्हें पत्रकार मित्र पुरस्कार से सम्मानित करने का निर्णय लिया गया। उदयप्रताप सिंह को यह पुरस्कार मिलने पर अनेक सामाजिक संगठनों ने खुशी जाहिर करते हुए उन्हें बधाई दी है।
सनातन परंपरा में संकल्प का विशेष महत्व: स्वामी नारायणानन्द तीर्थ

मुंबई। कांदिवली (पूर्व) में आयोजित श्रीमद् भागवत ज्ञानयज्ञ के तृतीय पावन दिवस पर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी नारायणानन्द तीर्थ जी महाराज के प्रेरक प्रवचनों से संपूर्ण वातावरण भक्ति, शांति और वैदिक चेतना से परिपूर्ण हो उठा। श्रद्धालुओं ने भागवत कथा के माध्यम से जीवन को सरल, सात्त्विक और सार्थक बनाने वाले संदेशों को आत्मसात किया।

अपने सहज प्रवचन में स्वामी जी ने कहा कि सनातन परंपरा में संकल्प का विशेष महत्व है। बिना संकल्प के किया गया कर्म दिशाहीन हो जाता है। स्वामी नारायणानन्द तीर्थ जी ने कहा कि जब मन वासना और अहंकार से घिर जाता है, तब व्यक्ति उचित-अनुचित का भेद भूल जाता है।सत्संग के महत्व को रेखांकित करते हुए स्वामी जी ने कहा कि संगति मनुष्य के जीवन को गढ़ती है। स्वामी जी ने कहा कि भागवत कथा और सत्संग मनुष्य को भोग से योग, अहंकार से सेवा और अशांति से शांति की ओर ले जाते हैं।

कार्यक्रम का आयोजन एडवोकेट जे. डी. सिंह, श्री राम मणि मिश्र, श्री ओम प्रकाश सिंह, श्री हरिश्चंद्र शुक्ल, प्रमोद दुबे, डॉ. दिनकर दुबे, संचित यादव, अनिल पांडेय, सूरज प्रताप सिंह देवड़ा सहित अन्य सहयोगियों द्वारा किया जा रहा है।
ब्राह्मण एकता मंच के सम्मान समारोह में शामिल हुए गणमान्य

मुंबई। ब्राह्मण एकता मंच एवं चैरिटी ट्रस्ट का वार्षिकोत्सव व सम्मान समारोह मालाड पश्चिम स्थित अस्पी आडिटोरियम मुंबई में धूमधाम से संपन्न हुआ। स्वामी कैलाशपुरी महाकाल बाबा, पूर्व सांसद गजानन कीर्तिकर,  सिद्धिविनायक मंदिर के कोषाध्यक्ष आचार्य पवन त्रिपाठी, सुभाष शर्मा (डीआईजी सीआरपीएफ) और पूर्व कमिश्नर के.एस. मिश्र के आतिथ्य में आयोजित सम्मान समारोह में डॉ सागर त्रिपाठी (साहित्यकार), चंद्र किशोर शर्मा (पत्रकार लखनऊ), डॉ ओमप्रकाश दूबे (संस्थापक आयुर्वेद मेडिकल कॉलेज), पं.उमेश दूबे (भवन निर्माता), धर्मानुरागी रामदेव (मुन्ना पांडेय को ब्राह्मण भूषण सम्मान से सम्मानित किया गया।साथ ही मुंबई विश्वविद्यालय के हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ करुणा शंकर उपाध्याय, समाजसेवी संजय मिश्रा, राममंदिर वैष्णव आश्रम के ट्रस्टी लक्ष्मण द्विवेदी, समाजसेवी डॉ अमर मिश्र, विवान कारूलकर, पं. अभिषेक दूबे, एड् विपिन दूबे,  पटकथा लेखक बृजमोहन पांडेय, पं. हर्षित मिश्र, को ब्राह्मण गौरव सम्मान से सम्मानित किया गया। इस अवसर पर वीरेंद्र याज्ञिक,, डॉ अमर नाथ मिश्र, जीएसटी कमिश्नर विवेक पांडेय, डॉ राधेश्याम तिवारी, पं. अरुण मिश्रा, यूबीटी शिवसेना के प्रवक्ता आनंद दूबे, पं.विद्याधर मिश्र, शिक्षानुरागी पं.दिनेश त्रिपाठी, रमेश मिश्र, डॉ दयानंद तिवारी, पं. मधुसूदन द्विवेदी, प्रभाकर चंद्र शेखर शुक्ल, गौरी शंकर तिवारी,गौरी शंकर चौबे, वागीश दूबे, संतोष तिवारी, आनंद मिश्र, उमाकांत तिवारी, एड् अशोक दूबे सहित भारी संख्या में ब्राह्मण समाज के लोग उपस्थित थे।इससे पूर्व ब्राह्मण एकता मंच एवं चैरिटी ट्रस्ट के अध्यक्ष पं. मिथिलेश मिश्र, उपाध्यक्ष प्रमोद उपाध्याय, सचिव राम ललित मिश्र व कमलेश तिवारी,एड् विनय कुमार दुबे, एड् विनोद पाठक ने अतिथियों का शाल व स्मृति चिन्ह से स्वागत किया। इससे पूर्व आयोजित कवि सम्मेलन में फिल्मी गीतकार विनोद दूबे, सुरेश शुक्ल, कुसुम तिवारी,राजेश दुबे अल्हड़ ने अपनी कविताओं से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। संपूर्ण कार्यक्रम का संचालन हास्य कवि सुरेश मिश्र व  पत्रकार शिवपूजन पांडेय ने किया।
RBI ने बैंक खातों के लिए नए न्यूनतम बैलेंस नियम किए लागू, 31 दिसंबर 2025 से होंगे प्रभावी


मुंबई। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने बैंक खातों से जुड़े न्यूनतम बैलेंस नियमों में बड़ा बदलाव किया है। नए नियम 31 दिसंबर 2025 से पूरे देश में लागू होंगे, जिनका उद्देश्य नियमों में एकरूपता लाना और ग्राहकों को अधिक स्पष्टता व पारदर्शिता देना है।

नए दिशानिर्देशों के अनुसार, शहरी क्षेत्रों में बैंक खातों के लिए ₹3,000 और ग्रामीण व अर्ध-शहरी क्षेत्रों में ₹1,500 का औसत मासिक बैलेंस बनाए रखना अनिवार्य होगा। इससे अलग-अलग बैंकों द्वारा लगाए जाने वाले अलग नियमों और मनमाने जुर्मानों पर रोक लगेगी।

इसके साथ ही RBI ने BSBD (Basic Savings Bank Deposit Account) यानी बुनियादी बचत बैंक जमा खाता को लेकर भी अहम निर्देश जारी किए हैं। सभी बैंकों को यह खाता बिना किसी न्यूनतम बैलेंस की शर्त के उपलब्ध कराना होगा। इस खाते में ग्राहकों को मुफ्त चेकबुक, पासबुक और असीमित डिजिटल लेनदेन (UPI, NEFT, RTGS, IMPS) की सुविधा मिलेगी।

RBI का कहना है कि इन नियमों का मुख्य उद्देश्य ग्राहकों को अचानक लगने वाले जुर्मानों से बचाना और बैंकिंग सेवाओं में पारदर्शिता बढ़ाना है। नए प्रावधानों के तहत अब बैंकों को ग्राहकों को नियमित अलर्ट भेजना अनिवार्य होगा, ताकि वे बैलेंस संबंधी नियमों से पहले ही अवगत रहें।
पूनम संत महिला एवं विकास समिति द्वारा आयोजित नमो सम्मान यात्रा सम्पन्न

भायंदर। पूनम संत महिला एवं विकास समिति द्वारा आयोजित नमो सम्मान यात्रा आज मीरा भायंदर क्षेत्र में शांतिपूर्ण एवं अनुशासित वातावरण में संपन्न हुई। यह यात्रा शांतिनगर हाई स्कूल से प्रारंभ होकर अय्यप्पा मंदिर होते हुए मेजर कौस्तुभ राणे स्मारक (मीरा रोड स्टेशन) तक निकाली गई।

इस रैली का उद्देश्य प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार द्वारा संचालित विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं विशेषकर महिला सशक्तिकरण से जुड़ी योजनाओं के प्रति जनजागरूकता फैलाना रहा।
रैली में महिलाओं की सक्रिय सहभागिता देखने को मिली। कई महिलाएं सनातनी वेशभूषा में शामिल हुईं, वहीं डॉक्टर, आर्मी, एयरफोर्स एवं पुलिस यूनिफॉर्म थीम में महिलाओं की उपस्थिति ने रैली को विशेष पहचान दी। कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रतिरूप विकास महंते प्रमुख अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। इसके साथ ही उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रतिरूप रंजीत राधा कृष्ण मूर्ति तथा रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन जी के प्रतिरूप शिवमणि त्रिपाठी की उपस्थिति भी लोगों के आकर्षण का केंद्र रही।

समिति की राष्ट्रीय अध्यक्ष पूनम संत  ने सभी सहभागियों का धन्यवाद करते हुए कहा कि नमो सम्मान यात्रा महिलाओं की भागीदारी और राष्ट्र निर्माण के प्रति उनकी जागरूकता को दर्शाती है। समिति की प्रदेश अध्यक्ष (महाराष्ट्र) चन्द्रावती त्रिपाठी ने कहा कि इस तरह के आयोजनों से महिला सम्मान और सामाजिक सहभागिता को बल मिलता है। इस अवसर पर प्रदेश महासचिव किशोर भट्ट तथा प्रदेश महासचिव  मेहुल लेहरू विशेष रूप से उपस्थित रहे। कार्यक्रम के समापन पर महिलाओं के लिए जलपान की व्यवस्था की गई थी। आयोजन संपूर्ण रूप से शांतिपूर्ण एवं सुव्यवस्थित रहा।
श्रमिक एकता की जीत: भारतीय मजदूर संघ के संघर्ष से झुका प्रशासन, 29 दिसंबर को होगी वार्ता
हरिद्वार, उत्तराखंड। श्रमिक अधिकारों की रक्षा के लिए भारतीय मजदूर संघ (बीएमएस) द्वारा चलाए जा रहे निरंतर आंदोलन और दबाव का असर अब स्पष्ट रूप से दिखाई देने लगा है। श्रमिकों की जायज मांगों को लेकर किए गए संघर्ष के बाद श्रम आयुक्त ने प्रदेश महामंत्री को औपचारिक वार्ता के लिए आमंत्रित किया है। इस पहल के चलते देहरादून में प्रस्तावित धरना फिलहाल स्थगित कर दिया गया है तथा 29 दिसंबर को श्रम आयुक्त के साथ महत्वपूर्ण वार्ता तय की गई है।

भारतीय मजदूर संघ का कहना है कि यह घटनाक्रम श्रमिक एकता और संगठित संघर्ष की जीत है। संगठन लंबे समय से श्रम कानूनों के पालन, श्रमिकों को उनके अधिकार, उचित वेतन, सामाजिक सुरक्षा और सुरक्षित कार्य परिस्थितियों की मांग करता आ रहा है। इन मांगों की अनदेखी किए जाने के कारण संघ को आंदोलन का रास्ता अपनाना पड़ा।

संघ के पदाधिकारियों ने स्पष्ट किया कि यह वार्ता केवल औपचारिकता नहीं है, बल्कि इसमें श्रमिकों से जुड़े सभी महत्वपूर्ण मुद्दों पर ठोस चर्चा की जाएगी। यदि वार्ता के बाद भी श्रम कानूनों का पूर्ण पालन सुनिश्चित नहीं किया गया और श्रमिकों के अधिकारों का हनन जारी रहा, तो आंदोलन को और अधिक तेज किया जाएगा।

भारतीय मजदूर संघ ने यह भी दोहराया कि वह किसी भी परिस्थिति में श्रमिक हितों से समझौता नहीं करेगा। संगठन ने श्रमिकों से एकजुट रहने का आह्वान करते हुए कहा कि संगठित प्रयासों से ही अधिकारों की रक्षा संभव है।

यह पूरा घटनाक्रम एक मजबूत संदेश देता है कि श्रमिकों की आवाज को दबाया नहीं जा सकता और उनके अधिकारों के लिए किया गया संघर्ष अंततः रंग लाता है। भारतीय मजदूर संघ आज भी श्रमिक हितों की सशक्त और विश्वसनीय आवाज बनकर खड़ा है।

विदित हो कि सिडकुल की एक कंपनी श्रम कानूनों की धज्जियां उड़ा रही थी जिसके कारण ही भारतीय मजदूर संघ को संघर्ष का रास्ता चुनना पड़ा और उसी एकजुटता का असर है कि सहायक श्रम आयुक्त मीनाक्षी भट्ट को पत्र लिखकर बात करने के लिए संघ को बुलाना पड़ा है।
अंकिता भंडारी केस: पूर्व विधायक सुरेश राठौर और उर्मिला सनावर के खिलाफ मुकदमा दर्ज
हरिद्वार, उत्तराखंड।
अंकिता भंडारी हत्याकांड से जुड़े एक कथित ऑडियो और वीडियो के वायरल होने के बाद उत्तराखंड की राजनीति में एक बार फिर उबाल आ गया है। वायरल सामग्री में पूर्व विधायक सुरेश राठौर और खुद को उनकी पत्नी बताने वाली एक्ट्रेस उर्मिला सनावर के बीच बातचीत होने का दावा किया जा रहा है। इस मामले में भाजपा से जुड़े एक बड़े नेता का नाम सामने आने के बाद कांग्रेस आक्रामक हो गई है और जांच व कार्रवाई की मांग को लेकर धरना-प्रदर्शन कर रही है।

इस बीच हरिद्वार के बहादराबाद थाने में पूर्व विधायक सुरेश राठौर और एक्ट्रेस उर्मिला सनावर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।

शिकायतकर्ता धर्मेंद्र कुमार, निवासी अत्मलपुर बोगला, बहादराबाद, जो शिरोमणि गुरु रविदास विश्व महापीठ के प्रदेश अध्यक्ष हैं, ने पुलिस को दी तहरीर में आरोप लगाया है कि सुरेश राठौर और उर्मिला सनावर द्वारा सोशल मीडिया पर उनके खिलाफ भ्रामक, मिथ्या और झूठे बयान व वीडियो प्रसारित किए जा रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि इन बयानों का उद्देश्य उनकी सामाजिक प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाना और छवि धूमिल करना है।

धर्मेंद्र कुमार ने कहा कि इन कथित बयानों से रविदासी समाज की भावनाओं को ठेस पहुंची है, जिससे समाज में रोष और वैमनस्य का माहौल बन रहा है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पूर्व विधायक सुरेश राठौर का गुरु रविदास पीठ में वर्चस्व को लेकर उनके साथ पुराना विवाद रहा है और इसी रंजिश के चलते सोशल मीडिया पर निराधार और झूठे आरोप लगाए जा रहे हैं।

शिकायत में इसे एक सोची-समझी साजिश करार देते हुए दोषियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की मांग की गई है। पुलिस ने तहरीर के आधार पर संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है और पूरे मामले की जांच की जा रही है।
हरिद्वार के कनखल में अवैध प्रेम प्रसंग को लेकर पति और बहनोई पर हमला
हरिद्वार, उत्तराखंड। कनखल क्षेत्र में एक महिला और उसके प्रेमी समेत कुछ अन्य लोगों के द्वारा सगे साले पर जानलेवा हमला करवाने का मामला सामने आया है. पुलिस के अनुसार, अकोढ़ा कला, लक्सर निवासी ब्रिजेश कुमार ने दर्ज तहरीर में बताया कि उसकी पत्नी के प्रेमी रोहन के साथ कथित संपर्क की वजह से परिवार में तनाव चल रहा था। इसी संदेह के चलते 22 दिसंबर की शाम करीब 5.45 बजे अरविंद कुमार (उसका सगा साला) ने अपने बहनोई ब्रजेश कुमार और बहन के साथ अरविंद के आवास पर विवाद हल करने को बुलाया।

तहरीर के अनुसार, पत्नी से प्रेम संबंधों के बारे में पूछताछ के दौरान अरविंद को कमरे से बाहर ले जाया गया। उसी दौरान पहले से मौजूद किरायेदार रोहन और अन्य साथियों ने मिलकर अरविंद और ब्रजेश पर हमला कर दिया। रोहन ने सिर पर कई वार किए, जबकि अन्य आरोपियों ने डंडों, ईंट-पत्थरों और लात-घूंसों से दोनों को बेरहमी से पीटा। घटनास्थल पर शोरगुल मचने पर लोग बीच-बचाव कर स्थिति संभाल पाए। घायल अरविंद के सिर में लगभग 30 टांके आए और ब्रजेश के माथे पर करीब 12 टांके लगाए गए। अरविंद की हालत गंभीर बताई जा रही है।

घटना की सूचना मिलते ही कनखल थाना police और एंबुलेंस मौके पर पहुंची। दोनों घायलों को अस्पताल भेज दिया गया है। पुलिस ने तत्काल तहरीर के आधार पर पांच नामजद आरोपियों और एक अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है और आरोपियों की भूमिका की जांच शुरू कर दी है। थाना प्रभारी मनोहर सिंह रावत ने कहा है कि मामले की पूरी तफ्तीश चल रही है और सभी पहलुओं को ध्यान में रखकर कार्रवाई की जाएगी।

सरगर्मी इस वक्त में भी जारी है कि इस मामले में कौन-कौन लोग शामिल हैं और क्या-क्या साक्ष्य उपलब्ध होते हैं, क्योंकि शिकायत में पत्नी समेत पांच नामजद और एक अज्ञात आरोपी का उल्लेख है। पुलिस ने चिकित्सीय प्रमाण और मोबाइल/सीसीटीवी फुटेज समेत अन्य साक्ष्यों की भी जांच शुरू कर दी है ताकि सही कारणों तक पहुँचा जा सके और उचित कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित की जा सके।

फिलहाल घायलों की स्थिति स्थिर रहने के बावजूद उनकी चोटें गम्भीर बताई जा रही हैं और आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए पुलिस की टीम हर पहलू की गहन जांच कर रही है।
गंगोत्री हाईवे पर चुंगी बडेथी के पास कार दुर्घटनाग्रस्त, तीन लोग घायल
उत्तरकाशी, उत्तराखंड।
गंगोत्री हाईवे पर चुंगी बडेथी स्थित मारुति शोरूम के पास बुधवार देर रात एक कार अनियंत्रित होकर खड़े वाहनों से टकरा गई। हादसे में वाहन सवार चार लोगों में से तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।

जिला आपदा परिचालन केंद्र, उत्तरकाशी से प्राप्त जानकारी के अनुसार दुर्घटना की सूचना मिलते ही पुलिस, एसडीआरएफ और 108 एंबुलेंस मौके पर पहुंची। राहत एवं बचाव दल ने घायलों को रेस्क्यू कर जिला चिकित्सालय, उत्तरकाशी में भर्ती कराया।
यह हादसा बुधवार रात्रि करीब 11:08 बजे हुआ। बताया गया कि चिन्यालीसौड़ की ओर से आ रही कार संख्या यूके 10 ए 3090 जिला मुख्यालय की ओर जा रही थी। इसी दौरान चालक का वाहन से नियंत्रण हट गया, जिससे कार अनियंत्रित होकर सड़क किनारे खड़े एक अन्य वाहन से टकरा गई।
दुर्घटना में घायल हुए लोगों की पहचान अभिषेक, पुत्र राजेंद्र प्रसाद, उम्र 27 वर्ष, निवासी चिन्यालीसौड़, मनीष, पुत्र हर्ष मैठाणी, उम्र 27 वर्ष, निवासी कीर्तिनगर चौरास, श्रीनगर, गौरव भट्ट, पुत्र राजेंद्र भट्ट, उम्र 27 वर्ष, निवासी कीर्तिनगर बताई गई है। घायलों का जिला अस्पताल में उपचार जारी है। पुलिस दुर्घटना के कारणों की जांच कर रही है।