उत्तराखंड मुख्यमंत्री धामी ने “पैंली-पैंली बार” उत्तराखंडी गीत का किया विमोचन
ब्यूरो

देहरादून। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज एक विशेष कार्यक्रम में लोकप्रिय उत्तराखंडी लोकगीत “पैंली-पैंली बार” के नए संस्करण या संकलित रूप का विमोचन किया। यह गीत उत्तराखंड की समृद्ध लोक संस्कृति और पहाड़ी परंपराओं का प्रतीक है, जो बारिश, प्रकृति और ग्रामीण जीवन की खुशियों को दर्शाता है।
मुख्यमंत्री धामी ने विमोचन समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि उत्तराखंड की लोक संस्कृति और लोकगीत हमारी पहचान की मजबूत नींव हैं। “पैंली-पैंली बार” जैसे गीत न केवल युवा पीढ़ी को अपनी जड़ों से जोड़ते हैं, बल्कि राज्य की सांस्कृतिक धरोहर को विश्व स्तर पर पहुंचाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उन्होंने कहा, “हमारी सरकार उत्तराखंडी लोककला, संगीत और परंपराओं को संरक्षित एवं प्रोत्साहित करने के लिए प्रतिबद्ध है। ऐसे आयोजन देवभूमि की आत्मा को जीवंत रखते हैं।”
इस अवसर पर लोक कलाकारों ने “पैंली-पैंली बार” गीत की प्रस्तुति दी, जिसने उपस्थित जनसमूह को मंत्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रम में कई गणमान्य व्यक्ति, लोक गायकों और सांस्कृतिक प्रेमियों ने भाग लिया।
मुख्यमंत्री धामी ने गीत के कलाकारों और निर्माताओं की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे प्रयास राज्य की सांस्कृतिक विरासत को नई पीढ़ी तक पहुंचाने में सहायक होंगे। उन्होंने पर्यटकों और प्रवासी उत्तराखंडियों से भी अपील की कि वे ऐसे गीतों के माध्यम से देवभूमि की सुंदरता और संस्कृति से जुड़ें।
यह विमोचन उत्तराखंड सरकार की लोक संस्कृति संवर्धन की मुहिम का हिस्सा है, जो राज्य को सांस्कृतिक रूप से और मजबूत बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
उत्तराखंड : बिजनेस उत्तरायणी कार्यक्रम में महिलाओं को किया गया सम्मानित
ब्यूरो

कौशानी (बागेश्वर)। उत्तराखंड की प्रसिद्ध हिल स्टेशन कौशानी में आयोजित बिजनेस उत्तरायणी कार्यक्रम में स्टार्टअप, हस्तशिल्प, पर्यटन और अन्य क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं को सम्मानित किया गया। यह कार्यक्रम उत्तराखंड की उद्यमी महिलाओं को प्रोत्साहित करने और उनकी सफलता को मंच प्रदान करने के उद्देश्य से आयोजित किया गया था।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि ने महिलाओं की उपलब्धियों की सराहना करते हुए कहा कि देवभूमि उत्तराखंड की महिलाएं न केवल घर संभाल रही हैं, बल्कि स्टार्टअप और बिजनेस के क्षेत्र में नई मिसालें कायम कर रही हैं। उन्होंने कहा, “महिला सशक्तिकरण ही राज्य की प्रगति की कुंजी है। स्टार्टअप के माध्यम से स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देकर ये महिलाएं आत्मनिर्भरता और रोजगार सृजन का प्रतीक बन रही हैं।”
इस अवसर पर कई महिलाओं को उनके योगदान के लिए प्रशस्ति पत्र, ट्रॉफी और पुरस्कार प्रदान किए गए। सम्मानित महिलाओं में हस्तशिल्प, ऑर्गेनिक उत्पाद, होमस्टे और डिजिटल स्टार्टअप से जुड़ी उद्यमी शामिल थीं। कार्यक्रम में लोक कलाकारों की प्रस्तुतियां और स्थानीय उत्पादों की प्रदर्शनी ने भी दर्शकों का मन मोह लिया।
बिजनेस उत्तरायणी जैसे आयोजन उत्तराखंड की सांस्कृतिक धरोहर के साथ आर्थिक विकास को जोड़ने का प्रयास हैं। उपस्थित लोगों ने इसे महिला उद्यमिता को बढ़ावा देने वाला महत्वपूर्ण कदम बताया। यह कार्यक्रम राज्य सरकार की महिला सशक्तिकरण और स्टार्टअप नीतियों की दिशा में एक सकारात्मक पहल के रूप में देखा जा रहा है।
उत्तराखंड: मुख्यमंत्री धामी ने 4224 श्रमिकों को ट्रांसफर की 13 करोड़ रुपये की राशि
ब्यूरो

देहरादून। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (डीबीटी) योजना के तहत 4224 श्रमिकों के खातों में लगभग 13 करोड़ रुपये की सहायता राशि सीधे ट्रांसफर की। यह राशि विभिन्न श्रम कल्याण योजनाओं के अंतर्गत प्रदान की गई है, जिससे श्रमिकों को तत्काल आर्थिक लाभ मिलेगा।
मुख्यमंत्री धामी ने इस अवसर पर कहा कि राज्य सरकार श्रमिकों के कल्याण और सशक्तिकरण के लिए प्रतिबद्ध है। “हमारी सरकार का प्रयास है कि हर पात्र श्रमिक को सरकारी योजनाओं का लाभ बिना किसी बिचौलिये के सीधे मिले। डीबीटी के जरिए पारदर्शिता सुनिश्चित की जा रही है,” उन्होंने कहा। मुख्यमंत्री ने श्रमिकों से अपील की कि वे ई-श्रम पोर्टल और अन्य कल्याण योजनाओं में पंजीकरण कराएं ताकि उन्हें समय पर सहायता मिल सके।
इसके साथ ही, मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि श्रमिकों को विभिन्न योजनाओं की जानकारी, पंजीकरण और सहायता प्राप्त करने के लिए कॉमन सर्विस सेंटर (सीएससी) के माध्यम से मदद उपलब्ध कराई जाएगी। सीएससी केंद्रों पर श्रमिक आसानी से अपनी समस्याओं का समाधान पा सकेंगे और योजनाओं से जुड़ सकेंगे।
यह पहल उत्तराखंड सरकार की श्रमिक हितैषी नीतियों का हिस्सा है, जो निर्माण कार्यकर्ताओं, असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों और अन्य मेहनतकश वर्गों को मजबूत बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। कार्यक्रम में श्रम विभाग के अधिकारी और लाभार्थी श्रमिक भी उपस्थित रहे।
इस कदम से हजारों श्रमिक परिवारों को सीधा लाभ पहुंचेगा और राज्य में श्रम कल्याण योजनाओं की पहुंच बढ़ेगी।
छह बहुरूपिए बाबा गिरफ्तार, भीख के नाम पर ठगी का आरोप

हरिद्वार ब्यूरो

रुड़की, हरिद्वार, उत्तराखंड।
मुख्यमंत्री के निर्देश पर चलाए जा रहे ऑपरेशन कालनेमी अभियान के तहत कोतवाली रुड़की पुलिस ने कार्रवाई करते हुए छह बहुरूपिए बाबाओं को हिरासत में लिया है। पुलिस के अनुसार ये आरोपी साधु–संत का भेष धारण कर भीख मांगने के बहाने लोगों से अधिक धनराशि वसूल रहे थे।

चेकिंग अभियान के दौरान संदिग्ध गतिविधियों के आधार पर पुलिस ने सभी को पकड़ा। पूछताछ में आरोप सही पाए जाने पर पुलिस ने उनके खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएसएस) की धारा 172(2) के तहत कार्रवाई की है।

गिरफ्तार किए गए आरोपियों के नाम इस प्रकार हैं—

* नरेश पुत्र मंगलू, निवासी बड़ी नारसन, थाना मंगलौर, उम्र 52 वर्ष

* तेलूराम पुत्र दिशोंदी, निवासी टोडा खटका, कोतवाली सिविल लाइन रुड़की, उम्र 68 वर्ष

* पप्पू पुत्र रज्जाक, निवासी ग्राम लालपुर, थाना बाबूगढ़, तहसील हापुड़, जिला हापुड़ (उ.प्र.), उम्र 55 वर्ष

* फारूक पुत्र अतीक, निवासी कलालमपुरा, बादशाह मस्जिद वाली गली, थाना जनकपुरी, सहारनपुर (उ.प्र.), उम्र 66 वर्ष

* मांगेराम पुत्र स्वराज सिंह, निवासी तुगलपुर कमेड़ा, थाना पुरकाजी, जिला मुजफ्फरनगर (उ.प्र.), उम्र 55 वर्ष

* मेहरबान सिंह पुत्र गंगाराम, निवासी मोहल्ला बजरंग नगर, थाना चंदन नगर, जिला इंदौर (म.प्र.), उम्र 65 वर्ष

पुलिस का कहना है कि ऑपरेशन कालनेमी के तहत आगे भी ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी रहेगी, जो धार्मिक भेष का दुरुपयोग कर आम जनता को गुमराह करते हैं।
भारतीय सेना भर रही पर्वतीय बच्चों के सपनों में रंग
स्ट्रीटबज्ज ब्यूरो

पिथौरागढ़/धारचूला, उत्तराखंड।
भारतीय सेना की कुमाऊँ स्काउट्स यूनिट ने सीमांत क्षेत्र में शिक्षा को बढ़ावा देने की दिशा में एक सराहनीय पहल की है। धारचूला तहसील के दूरस्थ गांव गालाती स्थित प्राथमिक विद्यालय में सेना के जवानों द्वारा विद्यार्थियों को स्टेशनरी सामग्री वितरित की गई।

इस अवसर पर बच्चों को पेन, कॉपी, पेंसिल, स्कूल बैग सहित अन्य आवश्यक अध्ययन सामग्री प्रदान की गई। उपहार पाकर बच्चों के चेहरों पर उत्साह और खुशी साफ झलक रही थी। ग्रामीण क्षेत्र के विद्यार्थियों के लिए यह सहायता शिक्षा के प्रति नई ऊर्जा लेकर आई है।

विद्यालय के शिक्षकों ने भारतीय सेना के इस मानवीय कदम की सराहना करते हुए कहा कि इस तरह की पहल से बच्चों में पढ़ाई के प्रति रुचि बढ़ेगी और अभिभावकों में भी शिक्षा को लेकर जागरूकता आएगी।

सेना के अधिकारियों ने बताया कि इस पहल का उद्देश्य केवल शैक्षणिक सहायता देना ही नहीं, बल्कि बच्चों में राष्ट्रसेवा, अनुशासन और सामाजिक जिम्मेदारी की भावना को भी विकसित करना है। उन्होंने कहा कि ऐसे कार्यक्रमों से बच्चों को भविष्य में देश की सेवा के लिए प्रेरणा मिलती है और वे सशस्त्र बलों को करियर विकल्प के रूप में देखने लगते हैं।

भारतीय सेना की यह पहल सीमांत क्षेत्रों में सामाजिक उत्थान और शिक्षा के सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।
देहरादून की हवा हुई जहरीली, सांस लेना हुआ मुश्किल
उत्तराखंड ब्यूरो

देहरादून, उत्तराखंड। उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में बढ़ते वायु प्रदूषण ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है। कभी अपनी स्वच्छ और शुद्ध आबोहवा के लिए पहचानी जाने वाली दून घाटी इन दिनों स्मॉग और धुंध की चादर में लिपटी नजर आ रही है। ताज़ा आंकड़ों के अनुसार शहर के कई इलाकों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 200 के पार पहुंच गया है, जबकि कुछ संवेदनशील क्षेत्रों में यह 300 के करीब दर्ज किया गया है।

लगातार बारिश न होने और शुष्क मौसम के कारण धूल के कण और वाहनों का धुआं वायुमंडल की निचली सतह पर जमा हो गया है। ठंडी हवा के भारी होने से प्रदूषण के कण ऊपर नहीं उठ पा रहे, जिससे स्मॉग की स्थिति और गंभीर हो गई है। इसका सीधा असर बच्चों, बुजुर्गों और सांस संबंधी रोगियों पर पड़ रहा है।

पिछले करीब 10 दिनों से देहरादून का एक्यूआई लगातार 200 के खतरनाक स्तर के आसपास बना हुआ है। कई रिहायशी और व्यावसायिक इलाकों में हालात ‘रेड जोन’ जैसे हो गए हैं। दून यूनिवर्सिटी जैसे संवेदनशील क्षेत्रों में एक्यूआई 300 के करीब पहुंचने से स्थिति और चिंताजनक हो गई है।

विशेषज्ञों के अनुसार, शहर में चल रहे निर्माण कार्यों से उड़ती धूल और बढ़ता वाहनों का धुआं प्रदूषण को और गंभीर बना रहा है। बारिश के अभाव में यह स्थिति लंबे समय तक बनी रह सकती है। शुष्क मौसम और लगातार निर्माण कार्यों के कारण धूल व प्रदूषण के कण हवा को खतरनाक बना रहे हैं।

सीओपीडी और अस्थमा के मरीजों को सांस लेने में दिक्कत, घुटन और खांसी जैसी समस्याएं हो सकती हैं। उन्होंने सलाह दी कि ऐसे मरीज बाहर निकलने से बचें, मास्क का प्रयोग करें, नियमित दवाइयां लें और पर्याप्त पानी पिएं। धुंध छंटने तक सुबह और देर शाम व्यायाम करने से भी बचना चाहिए।

प्रदूषण के बढ़ते स्तर का असर अस्पतालों में भी साफ दिख रहा है। दून अस्पताल समेत शहर के प्रमुख चिकित्सा केंद्रों में सांस के मरीजों की संख्या में 20 से 30 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। लगातार बिगड़ती हवा ने दूनवासियों के फेफड़ों पर सीधा हमला बोल दिया है।
वन विभाग के नोटिस के विरोध में ग्रामीणों की महापंचायत, मुख्यमंत्री को सौंपा ज्ञापन
उत्तरकाशी, उत्तराखंड।
चिन्यालीसौड़ ब्लॉक की हातड़, दशगी और बिष्ट पट्टी के ग्रामीणों ने वन विभाग द्वारा वर्षों पूर्व आवंटित पट्टों को निरस्त करने संबंधी नोटिस जारी किए जाने का कड़ा विरोध किया है। इस निर्णय के खिलाफ सोमवार को ग्रामीणों ने एक महापंचायत आयोजित कर अपनी आपत्ति दर्ज कराई।

ग्रामीणों ने प्रदेश भाजपा के मीडिया प्रभारी मनवीर चौहान के माध्यम से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को ज्ञापन प्रेषित किया। ज्ञापन में कहा गया है कि टिहरी रियासत के समय से, यानी लगभग 60 वर्ष से अधिक समय पूर्व, स्थानीय जनता को जो भवन और भूमि पट्टे आवंटित किए गए थे, उन्हें अब अवैध घोषित किया जा रहा है, जो सरासर अन्याय है।

महापंचायत में उपस्थित ग्रामीणों ने कहा कि वे लंबे समय से इन भवनों और जमीनों पर रह रहे हैं और अब अचानक बेदखली की कार्रवाई से उनका जीवन और आजीविका संकट में पड़ गई है। ग्रामीणों ने वन विभाग के फैसले को तत्काल वापस लेने की मांग की।

इस अवसर पर भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर चौहान ने ग्रामीणों और स्थानीय जनप्रतिनिधियों की समस्याएं सुनीं और उन्हें भरोसा दिलाया कि सरकार इस मुद्दे पर जनता के साथ मजबूती से खड़ी है। उन्होंने दूरभाष के माध्यम से जिलाधिकारी से बातचीत कर वन विभाग के निर्णय पर पुनर्विचार करने और स्थानीय लोगों को राहत देने की मांग की। साथ ही उन्होंने आश्वासन दिया कि शीघ्र ही एक शिष्टमंडल की मुलाकात वन मंत्री और मुख्यमंत्री से कराई जाएगी, ताकि समस्या का स्थायी समाधान निकाला जा सके।

महापंचायत में वरिष्ठ समाजसेवी एवं पूर्व मंडल अध्यक्ष भाजपा शीशपाल चौहान, पूर्व सैनिक राजेश भारतद्वाज, पूर्व जिला उपाध्यक्ष विजय बडोनी, पूर्व मंडल अध्यक्ष चैन सिंह महर, राजेंद्र गुसाईं, रणवीर चौहान, कृतम पंवार, रघुवीर चौहान, प्रधान ज्येष्ठवादी शोधन सिंह नेगी, सामाजिक कार्यकर्ता इंद्रपाल राणा, प्रधान जोखणी रोशन लाल, प्रधान प्रतिनिधि नगाण गांव संतोष नौटियाल, पूर्व प्रधान खदालडा अमोल सिंह महर, क्षेत्र पंचायत सदस्य कामदा गणेश नौटियाल, पूर्व ग्राम प्रधान बनाड़ी कोमल सिंह पंवार, सुमन पंवार, सुरेश पाल सिंह महर, क्षेत्र पंचायत सदस्य शिवम नेगी, पूर्व प्रधान जोखणी लक्ष्मण राणा सहित बड़ी संख्या में स्थानीय जनप्रतिनिधि और ग्रामीण मौजूद रहे।
सांसद खेल महोत्सव का आयोजन 23 दिसंबर से, 700 से अधिक खिलाड़ी लेंगे भाग
हरिद्वार ब्यूरो

हरिद्वार, उत्तराखंड।
खेल और खिलाड़ियों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से 23 दिसंबर से हरिद्वार में सांसद खेल महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। इसकी जानकारी भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष आशुतोष शर्मा और पूर्व दर्जाधारी राज्य मंत्री व भाजपा के वरिष्ठ नेता विमल कुमार ने प्रेस क्लब में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान दी।

उन्होंने बताया कि विधानसभा स्तर पर चयनित खिलाड़ियों को जिला स्तरीय प्रतियोगिता में प्रतिभाग करने का अवसर दिया जा रहा है। सांसद खेल महोत्सव के तहत हरिद्वार लोकसभा क्षेत्र की सभी विधानसभाओं में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले खिलाड़ी जिला स्तर पर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे।

भाजपा नेताओं ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी खेलों को निरंतर प्रोत्साहित कर रहे हैं। युवाओं को खेलों के प्रति जागरूक कर उन्हें कुशल खिलाड़ी बनाना सरकार का उद्देश्य है। उन्होंने कहा कि आज भारत विश्व स्तर पर खेलों में अपनी पहचान बना रहा है, जिसका श्रेय खेलों के लिए बढ़ाए गए बजट और सरकार की सकारात्मक नीतियों को जाता है। उत्तराखंड सरकार द्वारा खिलाड़ियों को सरकारी नौकरियों में तीन प्रतिशत आरक्षण दिया जाना भी इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

सांसद खेल महोत्सव के संयोजक विमल कुमार ने बताया कि योगस्थली खेल परिषद, रोशनाबाद (हरिद्वार) में 23 से 25 दिसंबर तक जिला स्तरीय सांसद खेल महोत्सव आयोजित किया जाएगा। प्रतियोगिता में लगभग 700 खिलाड़ी, जिनमें लड़के और लड़कियां दोनों शामिल हैं, विभिन्न खेलों में भाग लेंगे। विधानसभा स्तर पर पीट्टू, कबड्डी, 200 मीटर और 400 मीटर दौड़ में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले खिलाड़ियों को जिला स्तर पर शामिल किया जाएगा। वहीं वॉलीबॉल और खो-खो की प्रतियोगिताएं सीधे जिला स्तर पर आयोजित की जाएंगी।

उन्होंने हरिद्वार के सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस प्रकार की प्रतियोगिताओं से प्रतिभावान खिलाड़ियों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आगे बढ़ने का अवसर मिलेगा। चयनित खिलाड़ियों को कोचिंग और अन्य आवश्यक सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जाएंगी।

इस अवसर पर प्रदेश सह मीडिया प्रभारी विकास तिवारी, जिला महामंत्री हीरा सिंह बिष्ट, सांसद खेल समन्वयक व जिला उपाध्यक्ष लव शर्मा, जिला मीडिया प्रभारी धर्मेंद्र चौहान, सांसद खेल सह संयोजक नितिन चौहान, प्रवीण संधू सहित अनेक भाजपा कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
उत्तराखंड के स्कूलों में भगवद गीता के श्लोकों का पाठ अनिवार्य: पुष्कर सिंह धामी
देहरादून। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने घोषणा की कि राज्य सरकार ने प्रदेश के सभी स्कूलों में भगवद गीता के श्लोकों का पाठ अनिवार्य कर दिया है। इस पहल का उद्देश्य विद्यार्थियों को भारतीय संस्कृति, नैतिक मूल्यों और जीवन दर्शन से जोड़ना है, ताकि उनका सर्वांगीण विकास सुनिश्चित किया जा सके।

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि गीता का अध्ययन छात्रों में नैतिकता, अनुशासन और जीवन मूल्यों को मजबूत करेगा। उन्होंने इसे नई पीढ़ी को भारतीय परंपराओं से जोड़ने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया।

इसी क्रम में मुख्यमंत्री ने उत्तराखंड की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को भी रेखांकित किया। एक वीडियो संदेश में उन्होंने अल्मोड़ा जिले में स्थित ऐतिहासिक कट्टरमल सूर्य मंदिर का उल्लेख किया। सूर्यदेव को समर्पित यह मंदिर कात्युरी काल की उत्कृष्ट वास्तुकला और गहन भक्ति का प्रतीक माना जाता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह प्राचीन धरोहर उत्तराखंड के गौरवशाली इतिहास और जीवंत सांस्कृतिक परंपरा को दर्शाती है तथा पर्यटकों से इस स्थल के भ्रमण का आह्वान किया।

इससे पहले, मुख्यमंत्री धामी ने गौतम बुद्ध नगर स्थित नोएडा स्टेडियम में आयोजित सात दिवसीय ‘महाकौथिग’ सांस्कृतिक कार्यक्रम को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजन न केवल उत्तराखंड की लोक संस्कृति और परंपराओं को संरक्षित करते हैं, बल्कि राज्य से बाहर रहने वाले प्रवासी उत्तराखंडियों को भी एक साझा मंच पर जोड़ते हैं। उन्होंने प्रवासी उत्तराखंडियों को राज्य का “सच्चा ब्रांड एंबेसडर” बताया।

मुख्यमंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि राज्य सरकार देवभूमि उत्तराखंड की सांस्कृतिक और सामाजिक एकता को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि धार्मिक धर्मांतरण, विभाजनकारी विचारधाराओं और सरकारी भूमि पर अतिक्रमण को रोकने के लिए सख्त कानून बनाए गए हैं और उन्हें प्रभावी ढंग से लागू किया जा रहा है।
नैनीताल में 7 साल बाद नए साल  से पहले विंटर कार्निवल की धूम
नैनीताल, उत्तराखंड। नए साल 2026 के स्वागत से पहले नैनीताल में उत्सव का माहौल चरम पर है। क्रिसमस और पर्यटन सीजन की हलचल के बीच, सात साल के अंतराल के बाद इस बार 2025 में विंटर कार्निवल आयोजित किया जा रहा है। इसे पहले से कहीं अधिक भव्य, आकर्षक और मनोरंजक रूप में प्रस्तुत किया जाएगा। सर्द मौसम, झील के किनारे जगमगाती लाइटें और नामी कलाकारों की प्रस्तुतियां पर्यटकों को यादगार अनुभव देने को तैयार हैं।

विंटर कार्निवल 22 दिसंबर से 25 दिसंबर तक चलेगा। चार दिन तक चलने वाले इस आयोजन में हर दिन अलग-अलग थीम और कार्यक्रम होंगे। जिला पर्यटन विकास अधिकारी अतुल भंडारी के अनुसार, इस कार्निवल का उद्देश्य केवल पर्यटन को बढ़ावा देना नहीं बल्कि स्थानीय कलाकारों को मंच देना और नैनीताल की सांस्कृतिक विरासत को नए अंदाज में पेश करना भी है।

पहला दिन (22 दिसंबर): रोमांचक गतिविधियों के साथ कार्निवल की शुरुआत होगी। सुबह 20 किलोमीटर की ट्रैकिंग प्रतियोगिता बिड़ला चुंगी से कैंची धाम तक आयोजित होगी। साथ ही नैनी झील के बोट हाउस क्लब में सेलिंग रिगाटा प्रतियोगिता होगी। शाम को बैंड परफॉर्मेंस के जरिए संगीत की धुनों पर पर्यटक झूमते नजर आएंगे।

दूसरा दिन (23 दिसंबर): सुबह बोटिंग रेस होगी और शाम को नैनी झील दीपदान से जगमगाएगी। कार्निवल का औपचारिक उद्घाटन मुख्य अतिथि द्वारा किया जाएगा। नगर में बैंड परेड और सांस्कृतिक झांकियां आयोजित होंगी। रात को पंजाबी पॉप स्टार परमीश वर्मा की स्टार नाइट दर्शकों के लिए मुख्य आकर्षण होगी।

तीसरा दिन (24 दिसंबर): दिन में फूड फेस्टिवल आयोजित होगा, जिसमें उत्तराखंड के पारंपरिक व्यंजन और अन्य फ्लेवर के स्टॉल्स होंगे। सांस्कृतिक कार्यक्रम पूरे दिन चलेंगे। रात को इंडियन आइडल फेम पवनदीप राजन और अन्य कलाकारों की लाइव परफॉर्मेंस होगी।

अंतिम दिन (25 दिसंबर): क्रिसमस के अवसर पर पेंटिंग, डांस और टैलेंट प्रतियोगिताओं का आयोजन होगा। बच्चों और युवाओं को अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर मिलेगा। शाम को पांडवाज ग्रुप और आई पॉपस्टार के चर्चित सिंगर मान पानू अपनी प्रस्तुति देंगे।

इस दौरान माल रोड लाइट माला से सजाई जाएगी, कई स्थानों पर एलईडी स्क्रीन लगाई जाएंगी और सेल्फी स्टैंड स्थापित किए जाएंगे। रेलवे स्टेशन, बस अड्डों और प्रमुख स्थानों पर कार्निवल का व्यापक प्रचार किया जाएगा। चार दिन का यह आयोजन नैनीताल के पर्यटन को नई ऊंचाइयों तक ले जाने वाला साबित होगा।