प्रेरणा देती है अटल बिहारी की विरासत-प्रो.सत्यकाम।
मुविवि में अटल जन्मोत्सव पर माल्यार्पण समारोह।

संजय द्विवेदी प्रयागराज।उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय प्रयागराज के अटल बिहारी बाजपेयी सुशासन पीठ के तत्वावधान में भारतरत्न एवं पूर्व प्रधानमन्त्री अटल बिहारी बाजपेयी के 101वें जन्मोत्सव के अवसर पर बृहस्पतिवार को सरस्वती परिसर स्थित अटल प्रेक्षागह में स्थापित अटल बिहारी बाजपेई के प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धा सुमन अर्पित किए गए।कड़ाके की ठंड और कोहरे के मध्य आयोजित माल्यार्पण समारोह में कुलपति प्रो. सत्यकाम ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेई भारत माता के सच्चे सपूत थे।उनकी विरासत हमें प्रेरणा देती है।अटल की जयन्ती पर आज हम उनकी विरासत को आगे बढ़ाने का संकल्प लेते है।अटल के आदर्शो और विचारो को अपनाकर हम राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय को आगे बढ़ाने के लिए काम करेगे। कुलपति का स्वागत प्रो. आनन्दानन्द त्रिपाठी तथा धन्यवाद ज्ञापन कुलसचिव कर्नल विनय कुमार ने किया। इस अवसर पर डॉ रविन्द्र प्रताप सिंह ने अटल जी की कविताओं का एकल काव्य पाठ किया। विश्वविद्यालय परिवार के सभी सदस्यों ने माल्यार्पण समारोह में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेई को श्रद्धा सुमन अर्पित किए।डॉ प्रभात चन्द्र मिश्र
जन सम्पर्क अधिकारी।

संतो की सेवा के लिए जिलाधिकारी प्रयागराज ने पकायी रोटियां
खाक चौक में सादगी की मिसाल बने डीएम मनीष वर्मा


जिलाधिकारी मनीष कुमार बर्मा.मेलाधिकारी ऋषि राज.नगर आयुक्त साई तेजा ने कुम्भ मेला क्षेत्र का भ्रमण किया

संजय द्विवेदी प्रयागराज।खाक चौक में उस वक्त एक अलग ही दृश्य देखने को मिला जब जिला अधिकारी मनीष वर्मा साधु-संतो के बीच पहुंचकर खुद रोटियां सेकते नजर आए।मेले के दौरान साधु-संतो के साथ जमीन पर बैठकर आत्मीयता से बातचीत करते हुए रोटी सेकने का यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।डीएम मनीष वर्मा पहले भी अपनी कार्यशैली को लेकर चर्चा में रहे है।कभी जमीन पर बैठकर फरियादियो की समस्याएं सुनना तो कभी आमजन से सीधे संवाद करना—उनकी यही सादगी और संवेदनशीलता उन्हे एक अलगक पहचान देती है।आज का यह दृश्य भी उसी मानवीय चेहरे को दर्शाता है जहां एक शीर्ष अधिकारी बिना किसी औपचारिकता के साधु-संतो के बीच घुल-मिलकर उनके साथ समय बिताते नजर आए।लोगो का कहना है कि यही कारण है कि डीएम मनीष वर्मा आम जनता के बीच बेहद लोकप्रिय है।उनका यह अन्दाज न केवल प्रशासन और जनता के बीच दूरी को कम करता है बल्कि सेवा और संवेदना का एक सकारात्मक सन्देश भी देता है।संगम नगरी प्रयागराज में साधु-संतो के साथ बैठकर रोटी सेकते हुए उनका यह वीडियो लोगों के दिलों को छू रहा है
अटल बिहारी ने भारत को वैश्विक परिदृश्य में नई पहचान दिलाई-प्रो.तेज प्रताप सिंह
मुक्त विश्वविद्यालय में अटल जन्मोत्सव की पूर्व संध्या पर राष्ट्रीय संगोष्ठी

संजय द्विवेदी प्रयागराज।उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय प्रयागराज के अटल बिहारी बाजपेयी सुशासन पीठ के तत्वावधान में भारतरत्न एवं पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी के 101वें जन्मोत्सव के अवसर पर बुधवार को अटल की वैश्विक दृष्टि विषय पर राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया।संगोष्ठी के मुख्य वक्ता प्रो.तेज प्रताप सिंह आचार्य राजनीति शास्त्र विभाग काशी हिन्दू विश्वविद्यालय वाराणसी ने अपने उद्बोधन में अटल के व्यक्तित्व कृतित्व और वैश्विक दृष्टि पर प्रकाश डाला।उन्होंने कहा कि अटल एक पॉलिटीशियन से ज्यादा एक स्टेट्समैन थे।उन्होने बताया कि अटल जी ने अपने 65 वर्ष के राजनीतिक जीवन में से लगभग 57 वर्ष विपक्ष में एक सक्रिय भूमिका का निर्वाहन किया जो उनके शांत एवं धैर्यशील व्यक्तित्व का परिचायक है।उन्होने कहा कि अटल ने विश्व में गुटनिरपेक्ष नीति का पुनः प्रतिनिधित्व किया।प्रो.सिंह ने बताया कि अटल एक सहृदय प्रधानमंत्री थे परन्तु राष्ट्रहित में आवश्यकता पड़ने पर उन्होंने कड़े निर्णय भी लिए।उनके द्वारा लिए गए निर्णयो ने भारत को वैश्विक परिदृश्य में एक नई पहचान दिलाई जो आज मुखर रूप से प्रदर्शित होती है।संगोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय प्रयागराज के कुलपति प्रो. सत्यकाम ने कहा कि किसी भी राष्ट्र या संस्था का निर्माण व्यक्ति आश्रित होता है।भारत राष्ट्र के निर्माण में भारतरत्न अटल बिहारी बाजपेयी अपने नाम के ही अनुरूप अटल आश्रय की भूमिका का निर्वहन किया।उन्होने कहा कि यह अटल की विश्व दृष्टि थी जिसने भारत को स्थिर राष्ट्र के रूप में स्थापित किया।उन्होने अटल की काव्य लेखन को राष्ट्र प्रेम से प्रेरित बताते उनकी कविताओ की तुलना राष्ट्रकवि दिनकर की कविताओ से की।इसी क्रम में उन्होने अटल को क्षमा धैर्य एवं साहस की प्रतिमूर्ति बताते हुए राष्ट्र सेवा में उनके योगदान के प्रति कृतज्ञता प्रकट की।इससे पूर्व कार्यक्रम अटल पर एक डाक्यूमेन्ट्री वृत्तचित्र को देखकर उनके व्यक्तित्व एवं कृत्तित्व को याद किया गया।कार्यक्रम का संचालन समाज विज्ञान विद्याशाखा के सहायक निदेशक एवं सहायक आचार्य  डॉ त्रिविक्रम तिवारी ने एवं धन्यवाद ज्ञापन विश्वविद्यालय के कुलसचिव विनय कुमार ने किया।संगोष्ठी के संयोजक अटल सुशासन पीठ के सह निदेशक प्रो.आनन्दानन्द त्रिपाठी ने अतिथियो का स्वागत एवं विषय प्रवर्तन किया।संगोष्ठी में विश्वविद्यालय के समस्त विद्याशाखाओ के निदेशक आचार्य सहआचार्य सहायक आचार्य शोधार्थी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।25 दिसम्बर को पूर्वाह्न 8:45 बजे सरस्वती परिसर स्थित अटल प्रेक्षागृह में अटल की प्रतिमा पर माल्यार्पण कार्यक्रम का आयोजन किया गया है।
मंडल राजभाषा कार्यान्वयन समिति की बैठक एवं पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन

संजय द्विवेदी प्रयागराज।मंडल रेल प्रबन्धक/प्रयागराज रजनीश अग्रवाल की अध्यक्षता में मण्डल कार्यालय पर सरकारी कामकाज में हो रही राजभाषा हिन्दी की प्रगति की समीक्षा करने के उद्देश्य से समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया।इस अवसर पर प्रयागराज मंडल पर आयोजित राजभाषा पखवाड़ा-2025 और विविध प्रतियोगिताओ यथा हिन्दी निबन्ध टिप्पण एवं प्रारूप लेखन वाक् प्रतियोगिता के 18 विजेता कर्मचारियो सहित वित्तीय वर्ष 2024-25 के दौरान हिन्दी का उत्कृष्ट प्रयोग-प्रसार करने वाले प्रयागराज मण्डल 15 कर्मचारी भी पुरस्कृत किए गए।इस बैठक में अपर मंडल रेल प्रबन्धक/इन्फ्रा सह अपर मुख्य राजभाषा अधिकारी नवीन प्रकाश;पर मंडल रेल प्रबन्धक/सामान्य दीपक कुमार अपर मंडल रेल प्रबन्धक/परिचालन मुबश्शिर वारिस सहित मंडल के सभी शाखाधिकारी मौजूद थे।बैठक की अध्‍यक्षता करते हुए मंडल रेल प्रबन्धक ने मंडल पर हो रही राजभाषा प्रगति की समीक्षा करते हुए कहा कि हिन्दी हमारी मातृभाषा है जिसे हम नैसर्गिक रूप में प्रकट कर सकते है।हिन्दी भाषा को बोलने लिखने पढ़ने में हमें किसी प्रकार का संकोच नही होना चाहिए।राजभाषा हिन्दी का सरकारी कामकाज में अधिकाधिक प्रयोग करने के लिए पहले इसे हमे अपने दैनिक जीवन और व्यवहार में लाना होगा तभी राजभाषा हिंदी का प्रयोग-प्रसार बढ़ाया जा सकता है।कार्यालय में पत्रो सारपृष्ठो फाइलो पर प्रयोग किए जाने किए जाने वाले लघु आदेशात्मक वाक्यो तथा पदनाम आदि को अधिक से अधिक हिन्दी में बनाया जाए । हिन्दी को हमे स्वयं के कर्तव्य के रूप में प्रयोग करना चाहिए न कि किसी दबाव अथवा सुझाव के रूप में।मंडल रेल प्रबन्धक ने सभी शाखा प्रबंधको को निदेश दिया कि सभी अधिकारी अपने निरीक्षण के दौरान हिन्दी प्रगति का भी जायजा लें और पाई गई कमियों को दूर कराने हेतु ठोस कदम उठाएं।मण्डल रेल प्रबन्धक ने पुरस्कृत कर्मचारियो को बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए भविष्य में और अधिक उत्कृष्ट कार्य करने के लिए प्रेरित किया।बैठक के दौरान अपर मंडल रेल प्रबन्धक/इन्फ्रा एवं अपर मुख्य राजभाषा अधिकारी नवीन प्रकाश ने प्रयागराज मंडल पर हो रही राजभाषा हिन्दी की प्रगति से सभी शाखाधिकारियो को अवगत कराया।बैठक का संचालन सहायक मण्डल वित्त प्रबन्धक और राजभाषा अधिकारी राजीव कुमार ने किया।
वीर बाल दिवस पर साहिबजादो को नमन कोरांव में निकली प्रभात फेरी
भाजपा यमुनापार ने वीरता त्याग और धर्म रक्षा का दिया संदेश

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संकल्प से राष्ट्रीय दिवस बना वीर बाल दिवस

संजय द्विवेदी प्रयागराज।यमुनानगर अन्तर्गत में भारतीय जनता पार्टी यमुनापार जिला द्वारा जिलाध्यक्ष राजेश शुक्ल के निर्देशानुसार बुधवार को वीर बाल दिवस श्रद्धा एवं उत्साह के साथ मनाया गया।इस अवसर पर कोरांव में विजय चौक से गुरुद्वारा परिसर तक साहिबजादों को नमन करते हुए प्रभात फेरी निकाली गई।प्रभात फेरी के दौरान बाबा जोरावर सिंह एवं बाबा फतेह सिंह के बलिदान को स्मरण करते हुए प्रेरणादायी नारे लगाए गए।कार्यक्रम के संयोजक राकेश पांडेय के नेतृत्व में आयोजित इस प्रभात फेरी में सुरजीत सिंह खनूजा केसर सिंह जिला उपाध्यक्ष राजेश्वरी प्रसाद तिवारी अशोक पाण्डेय अजीत प्रताप सिंह चेयरमैन ओम प्रकाश केसरी पूर्व चेयरमैन नरसिंह केसरी दिलीप कुमार चतुर्वेदी सतीश विश्वकर्मा अनिल मिश्रा हरिकृष्ण द्विवेदी रामराज पटेल सूर्य प्रताप सिंह राजू द्विवेदी करुणेन्द्र श्रीवास्तव पंकज केसरी आरती कोल पिंटू चौबे राम अवध कुशवाहा सहित बड़ी संख्या में भाजपा पदाधिकारी कार्यकर्ता एवं आम नागरिक उपस्थित रहे।इस अवसर पर वक्ताओ ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार ने 26 दिसम्बर को“वीर बाल दिवस”के रूप में राष्ट्रीय दिवस घोषित कर साहिबजादो के अद्वितीय बलिदान को अमर कर दिया है।यह घोषणा 9 जनवरी 2022 को गुरु गोविन्द सिंह के प्रकाश पर्व के अवसर पर की गई थी ताकि आने वाली पीढ़ियो को साहस त्याग और धर्म रक्षा की प्रेरणा मिल सके।इस दौरान यातायात सुरक्षा व्यवस्था में पुलिस बल उपस्थित रहे।

पीआरएसआई अवॉर्ड्स 2025 में मेजा ऊर्जा निगम दो पुरुस्कार से सम्मानित


संजय द्विवेदी, प्रयागराज।मेजा ऊर्जा निगम प्राइवेट लिमिटेड ने देहरादून में आयोजित 47वें अखिल भारतीय पीआरएसआई–पब्लिक रिलेशंस कॉन्फ्रेंस अवॉर्ड्स 2025 में उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल करते हुए ई-न्यूज़लेटर श्रेणी में द्वितीय पुरस्कार तथा“पीएसयू द्वारा सर्वश्रेष्ठ कौशल विकास कार्यक्रम”श्रेणी में तृतीय पुरस्कार प्राप्त किया।यह पुरस्कार औपचारिक रूप से मुख्य कार्यकारी अधिकारी अशेष कुमार चट्टोपाध्याय को मेजा स्थित निगम कार्यालय में विवेक चन्द्रा विभागाध्यक्ष (मानव संसाधन)एवं अजय सिंह उप महाप्रबन्धक(मानव संसाधन)द्वारा सौपा गया।

ई- न्यूज़लेटर पुरस्कार मेजा ऊर्जा निगम द्वारा प्रकाशित मासिक पत्रिका‘मुकुल’के लिए प्रदान किया गया जो संगठन की गतिविधियो पहलों एवं उपलब्धियों को प्रभावी रूप से प्रस्तुत करती है।वही कौशल विकास कार्यक्रम पुरस्कार नैगम सामाजिक दायित्व पहलो के अंतर्गत क्रिस्प एवं सीपेट जैसे प्रतिष्ठित संस्थानो के सहयोग से संचालित कौशल विकास कार्यक्रमो के माध्यम से किए जा रहे प्रभावशाली कार्यो के लिए प्रदान किया गया।इन प्रतिष्ठित पुरस्कारो को समारोह के दौरान प्रकृति मिश्रा कार्यपालक(नैगम संचार)ने मेजा ऊर्जा निगम की ओर से प्राप्त किया।यह उपलब्धि जनसंपर्क और नैगम सामाजिक दायित्व के क्षेत्र में उत्कृष्टता सार्थक सामुदायिक सहभागिता तथा समावेशी एवं सतत विकास के प्रति मेजा ऊर्जा निगम की प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है।
अन्तर्राष्ट्रीय मानवाधिकार कमेटी आफ इंडिया मण्डल अध्यक्ष मुरादाबाद बनाए गए मोहम्मद आलम अंसारी-प्रदेश अध्यक्ष उत्कर्ष श्रीवास्तव

 
संजय द्विवेदी, प्रयागराज।अन्तर्राष्ट्रीय मानवाधिकार आपरेशन कमेटीआफ इंडिया प्रदेश अध्यक्ष उत्तर प्रदेश उत्कर्ष श्रीवास्तव ने प्रदेश कार्यालय से जानकारी देते हुए बताया कि जनपद बिजनौर के मूल निवासी मोहम्मद आलम अंसारी पुत्र नफीस अंसारी जो कि बहुत ही प्रसिद्ध समाजसेवी है और क्षेत्र में जनमानस की समस्याओ की आवाज उठाते रहते है।

अन्तर्राष्ट्रीय मानवाधिकार आपरेशन कमेटी आफ इंडिया संगठन के प्रति इनकी समर्पण को देखते हुए मोहम्मद आलम अंसारी को अन्तर्राष्ट्रीय मानवाधिकार कमेटी आफ इंडिया मुरादाबाद मण्डल अध्यक्ष के पद पर नियुक्त किया गया है  मोहब्बत आलम अंसारी को मुरादाबाद मण्डल अध्यक्ष बनाएं जाने पर संस्था के चेयरमैन चन्द्रेश दुबे राष्ट्रीय अध्यक्ष कृष्ण कुमार मिश्रा प्रदेश अध्यक्ष उत्तर प्रदेश उत्कर्ष श्रीवास्तव प्रदेश उपाध्यक्ष उत्तर प्रदेश अतहर अब्बास सहित पदाधिकारियो ने बधाई और शुभकामनाएं दी।
माघ मेला 2026:पुलिसकर्मियो को यातायात.सुरक्षा एवं संचार व्यवस्था सम्बन्धी महत्वपूर्ण निर्देश

संजय द्विवेदी, प्रयागराज।रिजर्व पुलिस लाइन्स माघ मेला के तीर्थराज सभागार मे आयोजित प्रशिक्षण शिविर में उपस्थित अधिकारियो/कर्मचारियो को संयुक्त रूप से यातायात उपनिरीक्षक अवधेश कुमार सिंह व यातायात उपनिरीक्षक विजेन्द्र राय के द्वारा बताया गया कि माघ मेले कि यातायात व्यवस्था में मुख्य रूप से नो-व्हीकल ज़ोन एकल मार्ग प्रमुख है जहाँ मुख्य स्नान पर्वों पर मेला क्षेत्र वाहनो के लिए बंद रहता है श्रद्धालु पैदल एक ही दिशा में चलते है और घाटों तक पहुँचते है साथ ही पार्किंग और इमरजेन्सी के लिए विशेष व्यवस्था की जाती है ताकि भीड़ को नियंत्रित किया जा सके और आवागमन सुगम हो सके।

प्रशिक्षण के क्रम में रेडियो निरीक्षक अतुल कुमार ने बताया कि माघ मेले में संचार का मतलब सिर्फ सूचना देना नही बल्कि सुरक्षा एवं सुविधा को लाखो श्रद्धालुओ तक पहुँचाना है जिसके लिए इस बार माघ मेले में AI कैमरे ड्रोन साइबर हेल्पडेस्क और सोशल मीडिया का बड़े पैमाने पर इस्तेमाल हो रहा है ताकि मेले की सुरक्षा व्यवस्था की जानकारी प्रभावी ढंग से प्रसारित हो सके साथ ही श्रद्धालुओं को सही मार्गदर्शन मिल सके।इसी क्रम में आगे फायरमैन आरक्षी पिरत पाल सिंह ने बताया कि माघ मेले में फायर(अग्नि सुरक्षा)से श्रद्धालुओ की सुरक्षा सुनिश्चित करने और किसी भी आपात स्थिति, जैसे आग लगने (जो गैस सिलेंडर रिसाव या बिजली शॉर्ट सर्किट से हो सकती है)से त्वरित निपटने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है जिसके लिए फायर ब्रिगेड के स्टेशन फायरकर्मी और आधुनिक उपकरण तैनात किए जाते हैं जिससे मेले के आध्यात्मिक और सांस्कृतिक महत्व को बिना किसी बाधा के पूरा किया जा सके और आपदा प्रबन्धन सुनिश्चित हो सके।

प्रशिक्षण में उपस्थित सभी थाना प्रभारी/शाखा प्रभारी व अन्य कर्मचारीगणो का पुलिस अधीक्षक माघ मेला नीरज कुमार पाण्डेय आई पी एस व अपर पुलिस अधीक्षक/नोडल पुलिस अधिकारी माघ मेला विजय आनन्द के द्वारा आभार व्यक्त किया गया।
पुलिस बल का मनोबल संवेदनशील व्यवहार एवं आपसी समन्वय सर्वोपरि—यह ड्यूटी नही सेवा है:पुलिस आयुक्त प्रयागराज

संजय द्विवेदी, प्रयागराज।माघ मेला–2026 की तैयारियो के क्रम में आज दिनांक 24.12.2025 को रिज़र्व पुलिस लाइन्स माघ मेला स्थित तीर्थराज सभागार में पुलिस अधिकारियों एवं कर्मचारियो के लिए ब्रीफिंग कार्यक्रम आयोजित किया गया।कार्यक्रम को सर्वप्रथम अपर पुलिस आयुक्त प्रयागराज डॉ. अजय पाल शर्मा द्वारा सम्बोधित किया गया।उन्होंने माघ मेला को एक अत्यन्त संवेदनशील आयोजन बताते हुए विभिन्न चरणों में आयोजित किए जा रहे प्रशिक्षणो को गम्भीरता से लेने पर बल दिया।उन्होने कहा कि मेले में हर वर्ग के श्रद्धालुओ का आगमन होता है ऐसे में समय रहते भीड़ का सही आकलन कर उचित निर्णय लेना आवश्यक है।उन्होने बल को शारीरिक एवं मानसिक रूप से तैयार रहने की अपील की। इसके उपरान्त मेलाधिकारी ऋषि राज ने बल को सम्बोधित करते हुए मेला क्षेत्र एवं सेक्टरो को स्वयं भ्रमण कर भली-भांति समझने पर जोर दिया।पॉन्टून पुलों की भूमिका तथा विशिष्ट/अतिविशिष्ट महानुभावों के आगमन के दौरान संयमित व्यवहार की आवश्यकता पर भी उन्होंने बल दिया।उन्होंने स्पष्ट किया कि इस ड्यूटी में स्वभाव एवं व्यवहार सबसे महत्वपूर्ण है तथा सड़क किनारे किसी को सोने नही दिया जाना चाहिए।इसके पश्चात नगर आयुक्त साई तेजा द्वारा मेला ड्यूटी को प्रशासनिक समन्वय का उदाहरण बताते हुए सभी विभागो के साथ तालमेल बनाकर कार्य करने की अपील की गई। जिलाधिकारी प्रयागराज मनीष कुमार वर्मा ने माघ मेला को हर वर्ष एक नई चुनौती बताते हुए कहा कि गंगा नदी की धारा में परिवर्तन के कारण घाटों की स्थिति बदल सकती है,इसलिए पूर्व में ड्यूटी कर चुके कर्मी भी मेला क्षेत्र का पुनः भ्रमण करे।उन्होंने कहा कि विभिन्न विभागों के कार्मिक ड्यूटी में रहते है परन्तु वर्दी में होने के कारण जनता की अपेक्षाएँ पुलिस से अधिक होती है।इस विश्वास को बनाए रखना आवश्यक है।उन्होंने मुख्य स्नान पर्वो पर मोबाइल संचार बाधित होने की संभावना को देखते हुए एक से अधिक संपर्क साधन रखने तथा टीम भावना से कार्य करने की अपील की।अन्त में पुलिस आयुक्त कमिश्नरेट प्रयागराज जोगेन्द्र कुमार ने पुलिस बल को सम्बोधित करते हुए कहा कि माघ मेला एक महत्वपूर्ण धार्मिक आयोजन है जिस पर शासन एवं देशभर की निगाह रहती है।उन्होने पुलिस बल का मनोबल बढ़ाते हुए कहा कि यह ड्यूटी नही बल्कि सेवा का अवसर है।उन्होने सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों से अपेक्षा की कि वे पूर्ण निष्ठा अनुशासन एवं संवेदनशीलता के साथ अपने कर्तव्यों का निर्वहन करे तथा श्रद्धालुओ एवं साधु-संतों के साथ शालीन एवं सहयोगात्मक व्यवहार सुनिश्चित करे। पुलिस आयुक्त ने निर्देशित किया कि सभी पुलिसकर्मी मेला क्षेत्र की भौगोलिक संरचना प्रमुख मार्गो घाटो एवं संवेदनशील स्थलों की जानकारी स्वयं प्राप्त करे।साथ ही सभी राजपत्रित अधिकारी एवं थाना प्रभारी अपने अधीनस्थों से भली-भांति परिचित रहें, उनकी समस्याओ का समाधान करे पुलिस की विज़िबिलिटी बढ़ाएं तथा सभी संबंधित विभागो एवं आपात सेवाओं के मोबाइल नम्बर अपने पास रखे जिससे प्रभावी आपसी समन्वय सुनिश्चित हो सके। इस कार्यक्रम में अपर पुलिस आयुक्त प्रयागराज डॉ.अजय पाल शर्मा जिलाधिकारी प्रयागराज मनीष कुमार वर्मा, मेलाधिकारी ऋषि राज अपर जिलाधिकारी(नगर)नगर आयुक्त साई तेजा पुलिस अधीक्षक माघ मेला नीरज कुमार पाण्डेय सहायक पुलिस आयुक्त राजकुमार मीणा सहायक नोडल पुलिस अधिकारी माघ मेला विजय आनन्द सहित माघ मेला से जुड़े अन्य राजपत्रित अधिकारी थाना प्रभारी पीएसी एनडीआरएफ एसडीआरएफ एवं अन्य सम्बंधित विभागो के कार्मिक उपस्थित रहे।
किताबो की दुनिया में महापुरुषो को खोजते पाठक कोई इलाहाबाद जंक्शन तो कोई मानव जाति का इतिहास तलाशता दिखा

संजय द्विवेदी, प्रयागराज।शहर के कटरा स्थित द पाम्स रिसोर्ट–रॉयल गार्डन(लक्ष्मी टॉकीज के सामने)में “विजन 2047: विकसित भारत–विकसित प्रदेश”की थीम पर आधारित ग्यारह दिवसीय प्रयागराज पुस्तक मेले ने अपना आधा सफर सफलतापूर्वक तय कर लिया है।बुधवार को मेले का सातवां दिन रहा जहां कड़ाके की ठंड के बावजूद पुस्तक प्रेमियों की उल्लेखनीय उपस्थिति दर्ज की गई।मेले के आयोजक मनोज सिंह चन्देल ने बताया कि प्रयागराज पुस्तक मेले में हर आयु वर्ग और रुचि के पाठकों के लिए पुस्तको की व्यापक श्रृंखला उपलब्ध है।

यहां काल्पनिक और गैर- काल्पनिक उपन्यास बच्चो की कहानियाँ और कॉमिक्स शैक्षिक पुस्तके(पाठ्यपुस्तकें और गाइड)आत्मकथाएँ विज्ञान व इतिहास की किताबे धार्मिक ग्रन्थ कला और फोटोग्राफी से जुड़ी पुस्तके रखी गई है जो विद्यार्थियो और सामान्य पाठको—दोनो की जरूरतों को पूरा करती है।सह-आयोजक मनीष गर्ग ने बताया कि ठंड के बीच भी पुस्तक प्रेमी ज्ञान के इस कुम्भ में डुबकी लगाने पहुंच रहे है।जैसे-जैसे मेला आगे बढ़ रहा है वैसे-वैसे पाठको की संख्या में भी निरन्तर वृद्धि हो रही है।

मेले में लगे बुकवाला प्रकाशन के स्टॉल प्रतिनिधि शुभम ने बताया कि उनके यहां उपन्यास बच्चो की कहानियाँ और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी से जुड़ी विभिन्न पुस्तके उपलब्ध है। अमर चित्र कथा पर 50 प्रतिशत तक की छूट दी जा रही है वही प्रतियोगी परीक्षाओ और नक्सलवाद से सम्बंधित पुस्तको पर भी विशेष छूट मिल रही है।उन्होंने बताया कि केरल के कुछ अनसुने पहलुओ—विशेषकर लव जिहाद और धर्मातरण—पर आधारित पुस्तक अनटोल्ड केरल स्टोरी चर्चा में बनी हुई है जिस पर हाल ही में फिल्म The Kerala Story भी बनी है।इसके अलावा दीपक बजाज की बनिए नेटवर्क मार्केटिंग मिलियनेयर स्लोक रंजन और एलीशा फिलिप्स की इलाहाबाद जंक्शन अनूप कुमार गुप्ता की कम्प्टीटिव्यू एग्ज़ाम का चक्रव्यूह कैसे तोड़े को प्रतियोगी परीक्षार्थी पसंद कर रहे है।

जॉर्ज ऑरवेल के उपन्यास 1984 का हिन्दी अनुवाद(आचार्य विमल दीक्षित)तथा आचार्य प्रशान्त की नीम लड्डू विद्रोही मन और आह! जवानी भी पाठको को आकर्षित कर रही है।इसी प्रकार प्रकाशन संस्थान दिल्ली के स्टॉल पर महापुरुषो और विचारकों से जुड़ा साहित्य विशेष आकर्षण का केन्द्र बना हुआ है।यहां राजकिशोर का खलील जिब्रान विचारकोष अंबेडकर विचारकोष कामता प्रसाद गुरु की हिन्दी व्याकरण आचार्य परमानन्द प्रभाकर की मानक संस्कृत व्याकरण हिम्मतभाई मेहता की चक्रवर्ती सन्यासी सरदार पटेल महात्मा गांधी की सत्य के प्रयोग (आत्मकथा)डॉ.राघव शरण शर्मा और डॉ.आदित्य की जंगे आज़ादी में मुस्लिम समाज पाठकों की पहली पसंद बनी हुई है।इसके साथ ही जवाहरलाल नेहरू की हिंदुस्तान की कहानी (डिस्कवरी ऑफ इंडिया का हिंदी अनुवाद)और हेंड्रिक विलेम वैन लून की मानव जाति का इतिहास के लिए भी पुस्तक प्रेमी मेले में पहुंच रहे है।

मेले में बने सांस्कृतिक मंच पर बुधवार को भी कवि सम्मेलन पुस्तक विमोचन तथा ग़ज़ल संग्रह पर परिचर्चा जैसे साहित्यिक कार्यक्रम आयोजित किए गए जिन्हे दर्शको और पाठको ने सराहा।