क्रिसमस की पूर्व संध्या पर मुन्ना सिंह ने बिशप आनंद जोजो से की शिष्टाचार मुलाकात, केक काटकर दिया प्रेम-सौहार्द का संदेश

हजारीबाग — क्रिसमस की पूर्व संध्या पर पूर्व सदर विधानसभा प्रत्याशी मुन्ना सिंह ने बुधवार को हजारीबाग स्थित बिशप हाउस पहुंचकर बिशप आनंद जोजो से शिष्टाचार मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने बिशप आनंद जोजो को क्रिसमस की ढेर सारी बधाई एवं शुभकामनाएं दीं।

मुलाकात के अवसर पर मुन्ना सिंह ने बिशप आनंद जोजो के साथ मिलकर क्रिसमस का केक काटा और आपसी प्रेम, सौहार्द एवं भाईचारे का संदेश साझा किया। उन्होंने कहा कि प्रभु यीशु मसीह का जन्म मानवता को प्रेम, करुणा, शांति और सद्भाव के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है।

उन्होंने आगे कहा कि देश की असली ताकत उसकी एकता और विविधता में निहित है, जिसे ऐसे पर्व और अधिक मजबूत करते हैं। मुन्ना सिंह ने कामना की कि आगामी क्रिसमस पर्व सभी के जीवन में सुख, समृद्धि, शांति और नई ऊर्जा लेकर आए। अंत में उन्होंने प्रदेशवासियों एवं देशवासियों को क्रिसमस की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दीं।

डीजीपी श्रीमती तदाशा मिश्रा ने हजारीबाग अवस्थित झारखंड खुला जेल सह पुनर्वास केंद्र का निरीक्षण किया।

महानिदेशक एवं पुलिस महानिरीक्षक (डीजीपी) श्रीमती तदाशा मिश्रा ने आज 24 दिसंबर को हजारीबाग स्थित झारखंड खुला जेल सह पुनर्वास केंद्र का निरीक्षण किया। निरीक्षण के उपरांत उन्होंने ओपन जेल परिसर का भ्रमण कर वहां सजायाफ्ता कैदियों को उपलब्ध कराई जा रही विभिन्न सुविधाओं की जानकारी ली।

निरीक्षण के दौरान डीजीपी ने सजायाफ्ता कैदियों से संवाद स्थापित कर उनकी समस्याओं को सुना। इस क्रम में उन्होंने माननीय मुख्यमंत्री के निर्देशों का उल्लेख करते हुए कहा कि झारखंड सरकार की सरेंडर पॉलिसी का लाभ कैदियों को सुनिश्चित किया जाएगा। डीजीपी ने संबंधित विषयों पर शीघ्र सकारात्मक पहल किए जाने का आश्वासन भी दिया।

इस अवसर पर उपायुक्त श्री शशि प्रकाश सिंह एवं पुलिस अधीक्षक श्री अंजनी अंजन उपस्थित थे।

इससे पहले डीजीपी का परिसदन भवन, हजारीबाग में उपायुक्त एवं पुलिस अधीक्षक द्वारा पुष्पगुच्छ भेंट कर स्वागत किया गया तथा उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर प्रदान किया गया। कार्यक्रम के अंत में उपायुक्त एवं पुलिस अधीक्षक द्वारा डीजीपी को प्रतीक चिन्ह भेंट किया गया।

छड़वा डैम पेयजल स्टोर की बदहाली पर विधायक प्रदीप प्रसाद सख्त, नगर आयुक्त को 15 दिनों में सुधार के निर्देश

हजारीबाग सदर विधानसभा क्षेत्र के विधायक प्रदीप प्रसाद ने शहर की पेयजल एवं नागरिक सुविधाओं को लेकर कड़ा रुख अपनाया है। बीते दिनों छड़वा डैम परिसर स्थित मुख्य पेयजल स्टोर का औचक निरीक्षण कर सामने आई गंभीर खामियों के बाद बुधवार को उन्होंने नगर आयुक्त से मुलाकात कर स्पष्ट निर्देश दिए।

विधायक प्रदीप प्रसाद ने बताया कि निरीक्षण के दौरान मुख्य पेयजल स्टोर की स्थिति अत्यंत जर्जर, अस्वच्छ एवं जनस्वास्थ्य के लिए चिंताजनक पाई गई। पानी की गुणवत्ता, साफ-सफाई और निर्धारित मानकों की अनदेखी सीधे तौर पर आम नागरिकों के स्वास्थ्य के लिए खतरा है, जिसे किसी भी हाल में स्वीकार नहीं किया जाएगा।

नगर आयुक्त से मुलाकात के दौरान विधायक ने दो टूक शब्दों में कहा कि शहरवासियों को मानकों के अनुरूप स्वच्छ, सुरक्षित एवं पीने योग्य जल की आपूर्ति सुनिश्चित करना नगर निगम की सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए। दूषित पानी से बीमारियों का फैलाव प्रशासनिक लापरवाही का परिणाम होगा, जिसकी जिम्मेदारी तय की जाएगी।

विधायक ने स्पष्ट चेतावनी देते हुए कहा कि यदि 15 दिनों के भीतर पेयजल व्यवस्था में ठोस और प्रभावी सुधार नहीं हुआ, तो वे जनहित में अपनी आवाज़ को और अधिक सशक्त रूप से उठाएंगे और जनता के साथ मिलकर लोकतांत्रिक तरीके से आंदोलन करेंगे।

बैठक के दौरान शहर की अन्य नागरिक समस्याओं पर भी विस्तार से चर्चा हुई। इनमें कालीबाड़ी मंदिर परिसर स्थित लंबे समय से बंद पड़े सब्जी मार्केट को पुनः चालू करना, सुंदरी मार्केट के सामने सार्वजनिक शौचालय का निर्माण, नगर निगम क्षेत्र अंतर्गत सड़कों की मरम्मत, नालियों की नियमित सफाई तथा स्ट्रीट लाइट जैसी मूलभूत सुविधाओं को दुरुस्त करना शामिल है। इन सभी विषयों पर नगर आयुक्त ने समयबद्ध समाधान का आश्वासन दिया।

विधायक प्रदीप प्रसाद ने कहा कि जनहित सर्वोपरि है और स्वच्छ पेयजल व बुनियादी सुविधाएं आम लोगों का अधिकार हैं। इन अधिकारों की रक्षा के लिए उनका संघर्ष पूरी दृढ़ता के साथ जारी रहेगा।

हजारीबाग आईटीआई परिसर में दत्तोपंत ठेंगड़ी रोजगार मेला आयोजित, विधायक प्रदीप प्रसाद ने किया उद्घाटन

हजारीबाग के आईटीआई कॉलेज परिसर में श्रम, नियोजन, प्रशिक्षण एवं कौशल विकास विभाग, झारखंड सरकार के तत्वावधान में बुधवार को आयोजित एक दिवसीय दत्तोपंत ठेंगड़ी रोजगार मेला का विधिवत उद्घाटन विधायक प्रदीप प्रसाद द्वारा किया गया। इस रोजगार मेले का आयोजन अवर प्रादेशिक नियोजन सह मॉडल करियर सेंटर, हजारीबाग द्वारा किया गया, जिसमें 19 से अधिक प्रतिष्ठित कंपनियों ने अपने स्टॉल लगाकर स्थानीय युवाओं को रोजगार के विविध अवसर उपलब्ध कराए। बड़ी संख्या में युवाओं ने मेले में भाग लेकर विभिन्न कंपनियों की चयन प्रक्रिया में हिस्सा लिया। इस अवसर पर विधायक प्रदीप प्रसाद ने कहा कि, रोजगार मेला युवाओं को उनके हुनर और योग्यता के अनुरूप अवसर प्रदान करने का सशक्त माध्यम है। सरकार का लक्ष्य है कि अधिक से अधिक युवाओं को प्रशिक्षण, कौशल विकास और रोजगार से जोड़ा जाए, ताकि वे आत्मनिर्भर बन सकें। उन्होंने यह भी कहा कि ऐसे आयोजनों से न केवल युवाओं को रोजगार के अवसर मिलते हैं, बल्कि उद्योगों और कुशल मानव संसाधन के बीच सीधा संवाद स्थापित होता है। कार्यक्रम के दौरान विधायक ने विभिन्न कंपनियों द्वारा लगाए गए स्टॉलों का निरीक्षण किया तथा चयन प्रक्रिया, कार्य प्रकृति एवं सुविधाओं की जानकारी प्राप्त की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि युवाओं को पारदर्शी, सुगम और प्रभावी तरीके से रोजगार से जोड़ने की प्रक्रिया को और सुदृढ़ किया जाए। रोजगार मेले में नियोजन पदाधिकारी श्री देवकुमार प्रसाद, सहायक निदेशक श्री मन्नु कुमार सहित विभाग के कई वरिष्ठ पदाधिकारी, कर्मचारी एवं बड़ी संख्या में युवा उपस्थित रहे। अंत में विधायक प्रदीप प्रसाद ने आयोजन से जुड़े सभी अधिकारियों, कंपनियों एवं प्रतिभागी युवाओं को शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि, हजारीबाग के युवाओं के उज्ज्वल भविष्य और रोजगार सृजन के लिए ऐसे प्रयास आगे भी निरंतर जारी रहेंगे।

राष्ट्रीय महिला आयोग के अध्यक्षा श्रीमती विजया रहाटकर ने प्रमंडल स्तरीय वरीय पुलिस अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की

राष्ट्रीय महिला आयोग की माननीय अध्यक्षा श्रीमती विजया रहाटकर एवं माननीय सदस्यगण सुश्री डेलिना खोंगडुप, डॉ. अर्चना मजूमदार एवं श्रीमती ममता कुमारी ने मंगलवार को पुलिस अधीक्षक श्री अंजनी अंजन के साथ जिला समाहरणालय सभाकक्ष में प्रमंडल स्तरीय वरीय पुलिस पदाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की।

बैठक के दौरान सभी जिलों के वरीय पदाधिकारियों से उनके-अपने जिलों में विभिन्न अपराधों की स्थिति, महिला संबंधित अपराध दर, महिला सुरक्षा, महिला थाना, पिंक पेट्रोल, जागरूकता अभियान, डोरी डेथ, डायन प्रथा, विचक्राफ्ट, सफलता की कहानियां, एसटी/एससी मामलों, साइबर अवेयरनेस एवं संबंधित चुनौतियों की विस्तृत समीक्षा की गई। इस क्रम में महिला आयोग द्वारा आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए गए।

माननीय अध्यक्षा श्रीमती विजया रहाटकर ने अपराधों की रोकथाम हेतु नवाचारपूर्ण उपाय अपनाने पर जोर दिया। उन्होंने डोरी डेथ एवं पॉक्सो एक्ट से जुड़े मामलों में विशेष संवेदनशीलता बरतने की आवश्यकता बताई। उन्होंने कहा कि डायन प्रथा से संबंधित मामलों का सामने आना गंभीर चिंता का विषय है। डोरी डेथ, मानव तस्करी एवं डायन प्रथा जैसी सामाजिक कुरीतियों को समाप्त करने के लिए नए और प्रभावी तरीकों से कार्य करने की आवश्यकता है।

उन्होंने सभी वरीय पुलिस पदाधिकारियों से थाना स्तर तक के अद्यतन आंकड़ों की जानकारी प्रस्तुत करने को कहा। साथ ही बाल विवाह पर प्रभावी नियंत्रण के लिए ठोस प्रयास करने का निर्देश दिया। दहेज उत्पीड़न एवं घरेलू हिंसा से जुड़े मामलों में भी सुधारात्मक कदम उठाने पर बल दिया गया।

बैठक में उप विकास आयुक्त, सदर एसडीपीओ सहित विभिन्न प्रशासनिक एवं पुलिस पदाधिकारी तथा अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।

श्री श्याम समर्पण महोत्सव में हजारीबाग यूथ विंग ने की चाय-बिस्कुट सेवा, 2,000 से अधिक श्याम भक्तों ने ग्रहण किया प्रसाद

हजारीबाग — श्री श्याम समर्पण महोत्सव के पावन अवसर पर सोमवार देर शाम हजारीबाग यूथ विंग द्वारा श्याम भक्तों के लिए चाय एवं बिस्कुट सेवा का भव्य आयोजन किया गया। इस सेवा कार्य के माध्यम से संस्था ने भक्ति के साथ सेवा का सुंदर संगम प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का शुभारंभ बाबा श्री श्याम की ज्योत लेकर श्रद्धा भाव के साथ किया गया, जिसके पश्चात सेवा कार्य प्रारंभ हुआ।

यह सेवा संध्या 5:00 बजे से शुरू होकर देर रात 11:00 बजे तक निरंतर चलती रही। इस दौरान 2,000 से अधिक श्याम भक्तों ने चाय-बिस्कुट का प्रसाद ग्रहण किया। भक्तों की सुविधा और व्यवस्था का विशेष ध्यान रखा गया, जिससे सेवा कार्य सुचारु रूप से संपन्न हुआ।

सेवा आयोजन में संस्था के संरक्षक चंद्रप्रकाश जैन, अध्यक्ष करण जायसवाल सहित पदाधिकारी एवं सदस्य पूरे उत्साह और समर्पण के साथ उपस्थित रहे। आयोजन मंडली श्री श्याम टाबरिया द्वारा इस सफल आयोजन के लिए हजारीबाग यूथ विंग के संरक्षक, अध्यक्ष एवं सभी पदाधिकारियों व सदस्यों को अंगवस्त्र भेंट कर सम्मानित किया गया तथा संस्था की सेवा भावना की मुक्तकंठ से प्रशंसा की गई।

कार्यक्रम के सफल संचालन में कार्यकारिणी सदस्य प्रमोद खंडेलवाल एवं रोहित बजाज ने संयोजक के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिनकी कार्यशैली की सभी ने सराहना की। सेवा स्थल पर समाज के कई गणमान्य व्यक्ति, सामाजिक कार्यकर्ता एवं विभिन्न राजनीतिक दलों से जुड़े प्रमुख लोग भी पहुंचे। सभी ने बाबा श्याम के दर्शन किए, सेवा का आनंद लिया और हजारीबाग यूथ विंग की इस पहल को अनुकरणीय बताया।

सेवा वितरण के दौरान अनुशासन, सौहार्द और भक्तों के प्रति सम्मान का वातावरण बना रहा, जिससे श्रद्धालु प्रसन्न चित्त होकर लौटे। इस अवसर पर संरक्षक चंद्रप्रकाश जैन ने कहा कि श्री श्याम समर्पण महोत्सव में संस्था द्वारा की गई सेवा प्रेरणादायक है, जो समाज में एकजुटता और समर्पण का संदेश देती है। वहीं अध्यक्ष करण जायसवाल ने कहा कि श्याम भक्तों की सेवा करना संस्था का सौभाग्य है और भविष्य में भी ऐसे धार्मिक व सामाजिक सेवा कार्य निरंतर किए जाते रहेंगे।

मौके पर संरक्षक चंद्रप्रकाश जैन, अध्यक्ष करण जायसवाल, उपाध्यक्ष विकास तिवारी, सचिव रितेश खंडेलवाल, सह सचिव अभिषेक पांडे, कोषाध्यक्ष गुंजन मद्धेशिया, संस्था के मार्गदर्शक जयप्रकाश खंडेलवाल, संजय कुमार, विकास केशरी, डॉक्टर बी. वेंकटेश, कार्यकारिणी सदस्य सह कार्यक्रम संयोजक प्रमोद खंडेलवाल, रोहित बजाज, कार्यकारिणी सदस्य विवेक तिवारी, प्रिंस कसेरा, सेजल सिंह, प्रज्ञा कुमारी सहित कई लोग उपस्थित रहे।

विनोबा भावे विश्वविद्यालय के 10वें दीक्षांत समारोह में राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार का संबोधन, विद्यार्थियों को दी राष्ट्रनिर्माण में योगदान की प

हजारीबाग | राज्यपाल सह झारखंड राज्य के विश्वविद्यालयों के कुलाधिपति संतोष कुमार गंगवार ने विनोबा भावे विश्वविद्यालय, हजारीबाग के 10वें दीक्षांत समारोह में उपाधि प्राप्त करने वाले सभी विद्यार्थियों एवं शोधार्थियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि दीक्षांत समारोह केवल उपाधि प्रदान करने का औपचारिक अवसर नहीं है, बल्कि यह विद्यार्थियों के परिश्रम, अनुशासन, धैर्य और निरंतर साधना का प्रतीक है। यह जीवन के एक महत्वपूर्ण अध्याय की पूर्णता और नए अध्याय की शुरुआत का संकेत देता है।

राज्यपाल ने कहा कि विश्वविद्यालय से अर्जित ज्ञान, मूल्यबोध और संस्कारों का उपयोग समाज और राष्ट्र के व्यापक हित में करना विद्यार्थियों का दायित्व है। विनोबा भावे जैसे महान समाज सुधारक के नाम पर स्थापित इस विश्वविद्यालय की परंपराएं सेवा, त्याग और सामाजिक चेतना से जुड़ी हैं, जिन्हें विद्यार्थियों को अपने आचरण और कर्म से जीवंत रखना चाहिए।

उन्होंने स्पष्ट किया कि शिक्षा का उद्देश्य केवल आजीविका अर्जन तक सीमित नहीं होना चाहिए, बल्कि एक संवेदनशील, जिम्मेदार और कर्तव्यनिष्ठ नागरिक का निर्माण करना भी शिक्षा का मूल लक्ष्य है। राज्यपाल ने विद्यार्थियों से ‘विकसित भारत तथा ‘आत्मनिर्भर एवं सशक्त भारत’ के निर्माण में ईमानदारी, परिश्रम और नैतिकता के साथ योगदान देने का आह्वान किया।

समाज के प्रति जिम्मेदारी पर बल देते हुए राज्यपाल ने कहा कि यदि प्रत्येक शिक्षित युवा समाज के किसी एक बच्चे की शिक्षा की जिम्मेदारी ले, तो अशिक्षा स्वतः समाप्त हो सकती है। उन्होंने विश्वविद्यालयों को केवल डिग्री देने वाले संस्थान नहीं, बल्कि विचार, चरित्र और चेतना के केंद्र बताते हुए शैक्षणिक गुणवत्ता, शोध कार्य, सामाजिक सरोकारों और प्लेसमेंट व्यवस्था को और सुदृढ़ करने की आवश्यकता पर जोर दिया।

राष्ट्रीय शिक्षा नीति–2020 का उल्लेख करते हुए राज्यपाल ने कहा कि यह नीति शिक्षा को अधिक समावेशी, मूल्यपरक और समाजोपयोगी बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इसके माध्यम से नई पीढ़ी को अवसरों के साथ-साथ जिम्मेदारियों का भी बोध कराया जा रहा है, जिससे वे राष्ट्र निर्माण में सक्रिय भूमिका निभा सकें।

अपने संबोधन के अंत में राज्यपाल ने विद्यार्थियों से कहा कि जीवन में यह कभी न भूलें कि पहचान डिग्री से नहीं, बल्कि कर्मों से बनती है। सफलता और असफलता दोनों जीवन के स्वाभाविक पक्ष हैं, लेकिन असफलता से सीख लेकर आगे बढ़ने वाला व्यक्ति ही स्थायी सफलता प्राप्त करता है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि विद्यार्थी जहाँ भी रहें, अपने ज्ञान, आचरण और सेवा भाव से विश्वविद्यालय, परिवार और राष्ट्र का नाम गौरवान्वित करेंगे।

इससे पूर्व राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने विश्वविद्यालय परिसर में स्थापित भू-दान यज्ञ के प्रणेता संत विनोबा भावे की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धा-सुमन अर्पित किए।

राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्षा विजया रहाटकर के नेतृत्व में हजारीबाग में पोश एक्ट पर प्रमंडल स्तरीय कार्यशाला आयोजित

हजारीबाग : राष्ट्रीय महिला आयोग, नई दिल्ली की माननीय अध्यक्षा श्रीमती विजया रहाटकर एवं माननीय सदस्यगण सुश्री डेलिना खोंगडुप, डॉ. अर्चना मजूमदार तथा श्रीमती ममता कुमारी हजारीबाग जिले के दौरे पर रहीं। इस क्रम में मंगलवार को नगर निगम सभागार में प्रमंडल स्तरीय कार्यशाला “कैपेसिटी बिल्डिंग ट्रेनिंग फॉर लोकल कमिटी और इंटरनल कमिटी अंडर पोश एक्ट” का आयोजन किया गया।

कार्यशाला का शुभारंभ मुख्य अतिथि माननीय अध्यक्षा श्रीमती विजया रहाटकर, आयोग की माननीय सदस्यगण, उपविकास आयुक्त श्री इश्तियाक अहमद, नगर आयुक्त सहित अन्य अधिकारियों द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया गया। कार्यक्रम में उपस्थित सभी अतिथियों का शॉल ओढ़ाकर सम्मान किया गया।

कार्यशाला को संबोधित करते हुए माननीय अध्यक्षा श्रीमती विजया रहाटकर ने उपस्थित महिला एवं पुरुष अधिकारियों, क्षेत्रीय समिति के सदस्यों तथा प्रतिभागियों को कार्यस्थल पर लैंगिक उत्पीड़न से संबंधित पोश अधिनियम की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने प्रतिभागियों से संवाद स्थापित कर उनके प्रश्नों एवं समस्याओं के समाधान किए।

माननीय अध्यक्षा ने अपने संबोधन में कहा कि महिलाओं की केवल रक्षा ही नहीं, बल्कि उनकी गरिमा, सुरक्षा और सम्मान सुनिश्चित करना हम सभी की जिम्मेदारी है। ऐसा वातावरण बनाना आवश्यक है, जहां महिलाएं बिना डर और भेदभाव के अपने दायित्वों का निर्वहन स्वतंत्र रूप से कर सकें। उन्होंने क्षेत्रीय समिति के पदाधिकारियों एवं सभी अधिकारियों को कार्यस्थल पर आत्ममंथन और नवाचार करने की सलाह दी।

उन्होंने महिला आयोग के क्षेत्रीय पदाधिकारियों को प्रेरित करते हुए कहा कि क्षेत्र में अधिक से अधिक जागरूकता फैलाने तथा न्यायिक प्रक्रिया से लाचार एवं उत्पीड़ित महिलाओं को न्याय दिलाने के लिए सक्रिय प्रयास करें। उन्होंने कहा कि कानून ने महिला आयोग को व्यापक अधिकार दिए हैं, जिनमें सिविल कोर्ट की शक्तियां भी शामिल हैं। आयोग के पास आए मामलों की निष्पक्ष एवं समयबद्ध जांच से ही लोगों का विश्वास महिला आयोग पर मजबूत होगा।

माननीय अध्यक्षा ने यह भी कहा कि शिकायत करने वाली महिलाओं के प्रति सहानुभूतिपूर्ण दृष्टिकोण अपनाते हुए पूर्ण गोपनीयता बरतनी चाहिए, ताकि वे स्वयं को सुरक्षित महसूस कर सकें। सभी मामलों की जांच विधि एवं नियमों के अनुरूप पारदर्शी ढंग से सुनिश्चित की जाए।

उन्होंने क्षेत्रीय अधिकारियों को नियमित प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करने और जागरूकता बढ़ाने पर विशेष बल दिया। उन्होंने कहा कि एक प्रतिबद्ध राष्ट्रीय एवं क्षेत्रीय महिला समिति ही उत्पीड़ित महिलाओं को न्याय दिलाकर उनका विश्वास जीत सकती है। राष्ट्रीय एवं क्षेत्रीय महिला आयोग के निर्देशों के अनुपालन तथा आपसी सौहार्दपूर्ण व्यवहार से समाज में सकारात्मक सांस्कृतिक बदलाव संभव है।

अंत में उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि महिलाओं के साथ-साथ पुरुषों को भी पोश कानून की जानकारी सरल एवं आम बोलचाल की भाषा में दी जाए, ताकि कानून को सही तरीके से समझा जा सके। आयोग के पास प्राप्त मामलों की समय पर रिपोर्टिंग एवं पारदर्शिता बनाए रखने पर भी उन्होंने जोर दिया और कहा कि अधिकारियों की ईमानदारी ही महिलाओं के विश्वास को मजबूत करती है।

कार्यशाला में उपरोक्त के अलावा उप निर्वाचन पदाधिकारी, जिला योजना पदाधिकारी, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी, सामान्य शाखा प्रभारी, सामाजिक सुरक्षा के सहायक निदेशक, प्रमंडल के सात जिला के क्षेत्रीय समिति एवं जिला आंतरिक समिति के प्रतिभागी सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।

राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष एवं सदस्यों का हजारीबाग दौरा, संत कोलंबस कॉलेज में “कैंपस कॉलिंग प्रोग्राम” का आयोजन

राष्ट्रीय महिला आयोग, नई दिल्ली की माननीय अध्यक्ष श्रीमती विजया रहाटकर एवं आयोग की माननीय सदस्यगण सुश्री डेलिना खोंगडुप, डॉ. अर्चना मजूमदार एवं श्रीमती ममता कुमारी मंगलवार को हजारीबाग जिले के दौरे पर रहीं। इस अवसर पर आयोग की अध्यक्ष एवं सदस्यों ने सर्वप्रथम संत कोलंबस कॉलेज, हजारीबाग में आयोजित “कैंपस कॉलिंग प्रोग्राम” में भाग लिया।

कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष श्रीमती विजया रहाटकर, आयोग की माननीय सदस्यगण, उप विकास आयुक्त श्री इस्तियाक अहमद तथा कॉलेज के प्राचार्य द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलन कर किया गया।

कैंपस कॉलिंग कार्यक्रम में उपस्थित छात्र–छात्राओं को संबोधित करते हुए आयोग की अध्यक्ष श्रीमती विजया रहाटकर ने कहा कि हजारीबाग शिक्षा के क्षेत्र में बेहतरीन कार्य कर रहा है, जो गर्व की बात है। उन्होंने कहा कि कैंपस कॉलिंग कार्यक्रम विशेष रूप से युवाओं के लिए है और वर्ष 2047 में आज़ादी के सौ वर्ष पूर्ण होने पर देश के आर्थिक, सामाजिक एवं शैक्षणिक विकास में युवाओं का अतुलनीय योगदान होगा। उन्होंने युवाओं को देश का नीति निर्माता बताते हुए सामाजिक, नैतिक एवं डिजिटल चुनौतियों को समझकर राष्ट्र निर्माण में सक्रिय भूमिका निभाने का आह्वान किया।

उन्होंने कहा कि युवाओं को महिलाओं के सम्मान एवं सशक्तिकरण के लिए आगे आना चाहिए और समाज में यह संदेश देना चाहिए कि लिंग भेदभाव जैसी कुरीतियों को समाप्त करते हुए बेटों के समान बेटियों को भी अपनाया जाए। 

साइबर अपराध एवं कानूनी जागरूकता पर जोर - आयोग की अध्यक्ष ने कहा कि वर्तमान डिजिटल युग में साइबर अपराधों में वृद्धि हो रही है, जिससे बचाव के लिए इंटरनेट का उपयोग अत्यंत सावधानीपूर्वक किया जाना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि साइबर अपराध या पोक्सो एक्ट से संबंधित मामलों में कानून का सहारा लेना चाहिए। स्कूलों एवं कॉलेजों में छात्र–छात्राओं को साइबर क्राइम एवं पोक्सो अधिनियम के संबंध में जागरूक करना अत्यंत आवश्यक है, क्योंकि बदलाव की शुरुआत शैक्षणिक संस्थानों से होती है।

उन्होंने यह भी कहा कि सोशल मीडिया के माध्यम से महिलाओं के साथ किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी या उत्पीड़न की स्थिति में नजदीकी थाना, संबंधित सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एवं राष्ट्रीय महिला आयोग में शिकायत दर्ज करानी चाहिए। आयोग महिलाओं को मार्गदर्शन, जागरूकता एवं सहायता प्रदान करने के लिए सदैव तत्पर है।

सम्मान एवं शपथ ग्रहण - कार्यक्रम के अंत में राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष एवं माननीय सदस्यों को मोमेंटो भेंट कर सम्मानित किया गया। साथ ही लैंगिक समानता के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य हेतु पांच छात्राओं रीता कुमारी, अर्चता रानी, वैष्णवी सिंहा, जोया अख्तर एवं कोमल कुमारी का चयन कर उन्हें प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया।

अंत में आयोग की अध्यक्ष द्वारा उपस्थित सभी अधिकारियों एवं छात्र–छात्राओं को लैंगिक समानता संकल्प की शपथ दिलाई गई।

हजारीबाग: स्व. रफीक अंसारी की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि, कंबल वितरण और विज्ञान-सांस्कृतिक महोत्सव में मुन्ना सिंह का प्रेरक संबोधन

हजारीबाग— पूर्व सदर विधानसभा प्रत्याशी मुन्ना सिंह ने मंगलवार को स्वर्गीय रफीक अंसारी जी की 13वीं पुण्यतिथि के अवसर पर जिला कांग्रेस कार्यालय, कृष्ण बल्लभ आश्रम, हजारीबाग में आयोजित श्रद्धांजलि कार्यक्रम में भाग लिया। इस अवसर पर उन्होंने स्व. रफीक अंसारी जी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर भावभीनी श्रद्धांजलि दी।

श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए मुन्ना सिंह ने कहा कि समाज के कमजोर, जरूरतमंद और वंचित वर्गों के लिए स्व. रफीक अंसारी जी का योगदान सदैव स्मरणीय रहेगा। उन्होंने फहिमा स्कूल के माध्यम से बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ने के उनके प्रयासों को याद करते हुए कहा कि उनके इस कार्य से अनेक परिवारों का भविष्य संवर सका।

कार्यक्रम के दौरान मुन्ना सिंह की ओर से बुजुर्गों के बीच गर्म कंबलों का वितरण भी किया गया, जिससे कड़ाके की ठंड में जरूरतमंदों को राहत मिल सके।

इसके उपरांत मुन्ना सिंह डेरोज़ियो बोर्डिंग स्कूल, हजारीबाग द्वारा आयोजित विज्ञान एवं सांस्कृतिक महोत्सव–2025 में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। विद्यालय प्रबंधन की ओर से उनका गर्मजोशी से स्वागत किया गया।

महोत्सव को संबोधित करते हुए मुन्ना सिंह ने छात्रों की प्रतिभा, मेहनत और ऊर्जा की सराहना की। उन्होंने कहा कि यही बच्चे आने वाले कल का भारत गढ़ेंगे। शिक्षा केवल किताबी ज्ञान तक सीमित नहीं है, बल्कि विज्ञान, कला, संस्कृति और नवाचार के माध्यम से बच्चों में नेतृत्व क्षमता, तार्किक सोच और समाज के प्रति जिम्मेदारी विकसित होती है।

उन्होंने अभिभावकों, शिक्षकों और समाज से आह्वान किया कि सभी मिलकर बच्चों को हर क्षेत्र में उत्कृष्टता प्राप्त करने का अवसर दें। यही एक मजबूत, प्रगतिशील और लोकतांत्रिक भारत की नींव है। युवाओं की सक्रिय भागीदारी और मंचों पर उनकी प्रतिभा यह विश्वास दिलाती है कि देश का भविष्य उज्ज्वल है। युवा शक्ति ही भारत की सबसे बड़ी ताकत है।