अटल शताब्दी जयंती पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों से सजेगी उनकी 'कर्मभूमि

*प्रधानमंत्री मोदी स्व अटल बिहारी वाजपेयी, डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी और पं दीनदयाल उपाध्याय की 65 फीट ऊंची कांस्य मूर्ति का करेंगे अनावरण*   

लखनऊ। भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री स्व अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती (25 दिसंबर) पर राजधानी लखनऊ ऐतिहासिक और प्रेरणादायी क्षण का साक्षी बनने जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 65 एकड़ में नवनिर्मित राष्ट्र प्रेरणा स्थल में जनसंघ के तीन शीर्ष नेताओं की प्रतिमाओं का भव्य अनावरण करेंगे। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश संस्कृति विभाग की ओर से कलाकारों द्वारा राजधानी लखनऊ सहित अन्य जिलों में भव्य प्रस्तुतियां देंगे। यह आयोजन सांस्कृतिक चेतना, लोक परंपरा और राष्ट्रीय प्रेरणा को समर्पित होंगे।

उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि 'पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी की जन्म शताब्दी के अवसर पर उत्तर प्रदेश में राष्ट्रभक्ति और सांस्कृतिक चेतना का नया अध्याय रचा जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सशक्त नेतृत्व में प्रदेश की डबल इंजन सरकार राष्ट्र प्रेरणा स्थल को राष्ट्रीय नायकों के प्रेरक मूल्यों, देशप्रेम और सांस्कृतिक गौरव का सशक्त प्रतीक बनाने जा रही है।'

*अटल जी से जुड़े स्थलों पर सांस्कृतिक प्रस्तुतियां* 

पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की स्मृतियों को सांस्कृतिक श्रद्धांजलि देते हुए उत्तर प्रदेश संस्कृति विभाग 25 दिसंबर को राजधानी लखनऊ सहित प्रदेश के विभिन्न जनपदों में विशेष कार्यक्रमों का आयोजन करने जा रहा है। इस अवसर पर उन स्थानों को विशेष रूप से चुना गया है, जहां अटल जी का जीवन, विचार और सार्वजनिक यात्रा जुड़ी रही है। 25 दिसंबर को राष्ट्र प्रेरणा स्थल पर आयोजित कार्यक्रम में चंचल बंजारा और प्रणव सिंह सांस्कृतिक प्रस्तुतियां देंगे।  

*कवि सम्मेलन से लोक प्रस्तुतियों तक* 

अटल शताब्दी जयंती अवसर पर संस्कृति और लोक परंपराओं की रंग-बिरंगी छटा प्रदेश के प्रमुख स्थलों पर सजीव होने जा रही है। राजधानी लखनऊ के गोमती रिवर फ्रंट से लेकर आगरा के ऐतिहासिक बटेश्वर, बलरामपुर और सीतापुर तक सांस्कृतिक उत्सव की गूंज सुनाई देगी, जहां कवि सम्मेलन, लोक गायन, सूफी संगीत, कठपुतली, शहनाई वादन, आल्हा गायन, राजस्थानी लोक नृत्य और मैजिक शो के साथ-साथ बम रसिया, धोबिया, फरूवाही और मयूर नृत्य जैसी मनमोहक लोक प्रस्तुतियां होंगी। 

*संस्कृति विभाग के सहयोग से निर्मित 65 फीट ऊंची मूर्तियां*

राष्ट्र प्रेरणा स्थल पर देश के पूर्व प्रधानमंत्री स्व0 अटल बिहारी वाजपेयी, पंडित दीन दयाल उपाध्याय और श्यामा प्रसाद मुखर्जी की 65 फीट ऊंची कांस्य प्रतिमाएं लगी हैं। उत्तर प्रदेश संस्कृति विभाग द्वारा तीनों प्रतिमाओं के निर्माण पर करीब 21 करोड़ रुपए से अधिक की धनराशि खर्च की गई है। स्थल पर तीनों विभूतियों के जीवन यात्रा से जुड़े संस्मरणों को संजोते हुए एक म्यूजियम भी बनाया गया है। 

प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति अमृत अभिजात ने बताया कि 'भारत रत्न और पूर्व प्रधानमंत्री स्व० अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती अवसर पर आयोजित यह कार्यक्रम केवल स्मृति आयोजन नहीं, बल्कि राष्ट्र निर्माण की प्रेरणा को नई पीढ़ी तक पहुंचाने का सशक्त माध्यम भी है। राष्ट्र प्रेरणा स्थल जैसे प्रयास प्रदेश को सांस्कृतिक, वैचारिक और राष्ट्रीय चेतना के केंद्र के रूप में स्थापित कर रहे हैं, जो उत्तर प्रदेश को सांस्कृतिक पर्यटन के राष्ट्रीय मानचित्र पर और अधिक सुदृढ़ करते हैं।'
अटल जी की जयंती पर लखनऊ बनेगा राष्ट्रीय चेतना का केंद्र
* 25 दिसंबर को पीएम मोदी करेंगे राष्ट्र प्रेरणा स्थल पर तीन महापुरुषों की प्रतिमाओं का अनावरण



* प्रदेशभर में संस्कृति विभाग की भव्य प्रस्तुतियां, लोक-संस्कृति और राष्ट्रभक्ति की गूंज


लखनऊ। भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती (25 दिसंबर) के अवसर पर राजधानी लखनऊ ऐतिहासिक और प्रेरणादायी क्षण की साक्षी बनने जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 65 एकड़ में नवनिर्मित राष्ट्र प्रेरणा स्थल पर स्व. अटल बिहारी वाजपेयी, डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी और पं. दीनदयाल उपाध्याय की 65 फीट ऊंची कांस्य प्रतिमाओं का अनावरण करेंगे।

इस अवसर पर उत्तर प्रदेश संस्कृति विभाग की ओर से राजधानी लखनऊ सहित प्रदेश के विभिन्न जनपदों में भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। ये आयोजन लोक परंपराओं, सांस्कृतिक चेतना और राष्ट्रीय प्रेरणा को समर्पित होंगे।

पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि अटल बिहारी वाजपेयी की जन्म शताब्दी के अवसर पर प्रदेश में राष्ट्रभक्ति और सांस्कृतिक चेतना का नया अध्याय रचा जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में राष्ट्र प्रेरणा स्थल को राष्ट्रीय नायकों के प्रेरक मूल्यों, देशप्रेम और सांस्कृतिक गौरव के प्रतीक के रूप में विकसित किया गया है।

संस्कृति विभाग द्वारा 25 दिसंबर को राष्ट्र प्रेरणा स्थल पर आयोजित कार्यक्रम में प्रसिद्ध कलाकार चंचल बंजारा और प्रणव सिंह सांस्कृतिक प्रस्तुतियां देंगे। इसके साथ ही गोमती रिवर फ्रंट, आगरा के बटेश्वर, बलरामपुर और सीतापुर सहित कई जिलों में कवि सम्मेलन, लोक गायन, सूफी संगीत, कठपुतली, शहनाई वादन, आल्हा गायन, राजस्थानी लोक नृत्य, बम रसिया, धोबिया, फरूवाही, मयूर नृत्य और मैजिक शो जैसी आकर्षक प्रस्तुतियां होंगी।

राष्ट्र प्रेरणा स्थल पर स्थापित तीनों महापुरुषों की कांस्य प्रतिमाओं के निर्माण पर लगभग 21 करोड़ रुपये से अधिक की लागत आई है। परिसर में उनके जीवन और विचारों को संजोते हुए एक संग्रहालय (म्यूजियम) भी विकसित किया गया है।

प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति अमृत अभिजात ने कहा कि अटल जयंती पर आयोजित यह आयोजन केवल स्मृति कार्यक्रम नहीं, बल्कि राष्ट्र निर्माण की प्रेरणा को नई पीढ़ी तक पहुंचाने का सशक्त माध्यम है। राष्ट्र प्रेरणा स्थल जैसे प्रयास उत्तर प्रदेश को सांस्कृतिक और राष्ट्रीय चेतना के केंद्र के रूप में स्थापित कर रहे हैं।
विधान सभा में कृषि मंत्री ने जिला कृषि अधिकारी सिद्धार्थनगर के निलंबन की दी जानकारी
* पदेन दायित्वों के निर्वहन में शिथिलता एवं उर्वरकों की कालाबाजारी रोकने में विफल रहने पर हुई कार्रवाई

लखनऊ ब्यूरो

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने आज विधान सभा सदन में जानकारी देते हुए बताया कि जनपद सिद्धार्थनगर में उर्वरकों की पर्याप्त उपलब्धता के बावजूद पिछले कुछ दिनों से कालाबाजारी, ओवर रेटिंग, टैगिंग और तस्करी की शिकायतें निरंतर प्राप्त हो रही थीं। इन शिकायतों पर प्रभावी नियंत्रण लगाने और असामाजिक तत्वों के विरुद्ध ठोस कार्रवाई करने में विफल रहने तथा अपने पदेन दायित्वों का उचित ढंग से निर्वहन न करने के कारण जिला कृषि अधिकारी सिद्धार्थनगर मोहम्मद मुजम्मिल को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।
कृषि मंत्री ने सदन को अवगत कराया कि प्रदेश सरकार किसानों के हितों की रक्षा के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है और उर्वरकों के वितरण में किसी भी प्रकार की अनियमितता को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि सिद्धार्थनगर में उर्वरक की कोई कमी नहीं थी, फिर भी वहां से तस्करी और कालाबाजारी की सूचनाएं मिल रही थीं, जिस पर जिला कृषि अधिकारी द्वारा कोई प्रभावी रोक नहीं लगाई गई। इसी लापरवाही और प्रशासनिक विफलता को देखते हुए यह दंडात्मक कार्रवाई की गई है।
उन्होंने आगे कहा कि विभाग के सभी अधिकारियों को सचेत किया गया है कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में उर्वरकों की सुचारू उपलब्धता सुनिश्चित करें और अवैध गतिविधियों में लिप्त लोगों के खिलाफ सख्त कदम उठाएं। किसानों को खाद की उपलब्धता में बाधा डालने वाले किसी भी अधिकारी या कर्मचारी को बख्शा नहीं जाएगा।
उत्तर प्रदेश बना देश का पहला राज्य, UP-112 से जुड़ी एंड्रॉइड ELS तकनीक

लखनऊ । उत्तर प्रदेश इंटीग्रेटेड इमरजेंसी कम्युनिकेशन एंड कमांड सेंटर सिस्टम (UP-112/ITECCS) ने एंड्रॉइड इमरजेंसी लोकेशन सर्विस (ELS) को सफलतापूर्वक परिचालन में ला दिया है। इसके साथ ही उत्तर प्रदेश, भारत का पहला राज्य बन गया है जिसने इस अत्याधुनिक आपातकालीन लोकेशन तकनीक को अपनी आपात प्रतिक्रिया प्रणाली में पूरी तरह लागू किया है।

उत्तर प्रदेश में विश्वस्तरीय आपातकालीन प्रतिक्रिया को मिली नई ऊँचाई

यह पहल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दूरदर्शी नेतृत्व और तकनीक-आधारित सुशासन की सोच के अनुरूप है, जिसका उद्देश्य कानून-व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ बनाना तथा नागरिकों को विश्वस्तरीय, त्वरित और भरोसेमंद आपात सेवाएँ उपलब्ध कराना है। UP-112 की यह उपलब्धि नागरिक-केंद्रित, तकनीक-सक्षम और भरोसेमंद आपात प्रतिक्रिया प्रणाली की दिशा में एक बड़ा कदम मानी जा रही है।

प्रौद्योगिकी से सशक्त होती आपातकालीन प्रतिक्रिया

निर्भया कांड के बाद देश में केंद्रीकृत और राज्य-स्तरीय आपातकालीन प्रतिक्रिया प्रणाली की आवश्यकता को गंभीरता से महसूस किया गया। इसी राष्ट्रीय दृष्टिकोण के तहत उत्तर प्रदेश में UP-112 की स्थापना की गई, जिसने पुलिस, एम्बुलेंस और फायर जैसी आपात सेवाओं को एकीकृत कर राज्यभर में त्वरित सहायता उपलब्ध कराई है।

रिस्पांस टाइम में उल्लेखनीय कमी आई

अब एंड्रॉइड इमरजेंसी लोकेशन सर्विस (ELS) के लागू होने से UP-112 की क्षमताओं में और अधिक इजाफा हुआ है। इससे आपातकालीन कॉल करने वाले व्यक्ति की सटीक लोकेशन कुछ ही सेकंड में स्वतः उपलब्ध हो जाती है, जिससे रिस्पांस टाइम में उल्लेखनीय कमी आई है।

क्या है एंड्रॉइड इमरजेंसी लोकेशन सर्विस (ELS)?

Google द्वारा विकसित एंड्रॉइड ELS तकनीक आपात कॉल या SMS के दौरान GPS, वाई-फाई, मोबाइल नेटवर्क और डिवाइस सेंसर की मदद से अत्यंत सटीक लोकेशन निर्धारित करती है। यह जानकारी केवल सत्यापित आपात स्थितियों में ही सुरक्षित रूप से आपात सेवाओं तक पहुंचाई जाती है। इसके साथ ही उपयोगकर्ता की गोपनीयता और डेटा सुरक्षा को लेकर मजबूत प्रावधान भी सुनिश्चित किए गए हैं।

UP-112 की आपात प्रतिक्रिया प्रणाली में ELS को पूरी तरह एकीकृत कर दिया गया है, जिससे कॉल-टेकर्स और डिस्पैच टीमें अब कॉलर की सटीक और स्वचालित लोकेशन तुरंत देख सकती हैं और नजदीकी संसाधनों को बिना देरी के रवाना कर सकती हैं।

यूपी-112 के दूसरे चरण की बड़ी उपलब्धि

UP-112 के दूसरे चरण के अंतर्गत ELS को एक महत्वपूर्ण उपलब्धि के रूप में शामिल किया गया है। इस परियोजना को सिस्टम इंटीग्रेटर भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (BEL), Pert Telecom Solutions Pvt. Ltd. और Google के संयुक्त प्रयासों से विकसित किया गया है। कई चरणों में परीक्षण और तकनीकी सत्यापन के बाद इसे सफलतापूर्वक लागू किया गया।

इस पहल के साथ उत्तर प्रदेश देश का पहला राज्य बन गया

इस पहल के साथ उत्तर प्रदेश देश का पहला राज्य बन गया है, जहाँ 100 प्रतिशत एंड्रॉइड डिवाइस ELS तकनीक से लैस होकर UP-112 से जुड़ चुके हैं। पहले चरण में सामने आई लोकेशन संबंधी चुनौतियों का समाधान करते हुए ELS अब अत्यंत सटीक लोकेशन प्रदान कर रही है, जिससे UP-112 कम समय में आपात सहायता पहुँचाने में सक्षम हो गया है।

नागरिक सुरक्षा की दिशा में मील का पत्थर

विशेषज्ञों का मानना है कि एंड्रॉइड ELS की शुरुआत उत्तर प्रदेश में आपातकालीन सेवाओं को वैश्विक मानकों के अनुरूप ले जाने की दिशा में एक मील का पत्थर साबित होगी। यह तकनीक न केवल पुलिस और अन्य आपात एजेंसियों की कार्यक्षमता बढ़ाएगी, बल्कि संकट की घड़ी में आम नागरिकों की जान बचाने में भी अहम भूमिका निभाएगी।
विकसित भारत पर है जोर, एक कदम सनातन की ओर

महंत लल्ला बाबा की अगुवाई में 25 दिसंबर से पांच दिवसीय अयोध्या धाम पद यात्रा होगी शुरू



लखनऊ। चिनहट स्थिति छोहरिया माता मन्दिर के मुख्य पुजारी लल्ला बाबा की अगुवाई में पांच दिवसीय अयोध्या धाम पैदल यात्रा 25 दिसंबर से शुरू होगी। यात्रा की जानकारी देते हुए महंत लालता प्रसाद प्रजापति उर्फ़ महंत लाला बाबा ने बताया कि  प्रतिवर्ष की भांति इस साल भी 25 दिसंबर से अयोध्या धाम के लिए भगवान श्री राम के दर्शन हेतु लखनऊ से पैदल यात्रा 25 दिसंबर को शुरू होगी और 29 दिसंबर को भगवान के दर्शन के बाद यात्रा वापस अयोध्या से लखनऊ आएगी। उन्होंने कहा कि हमने अभी तक बहुत धार्मिक यात्राएं और विभिन्न प्रकार के धार्मिक आयोजन किये हैं। अभी हमारा समाज बहुत पीछे है, इसे जागरूक करने की जरूरत है। इसलिए हमने सनातन धर्म जनजागरण पद यात्रा के जरिए लखनऊ से अयोध्या धाम मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम के दरबार तक जनता को जागरूक और  समाज को जगाने का काम करेंगे।
तृतीय सनातन धर्म जनजागरण पद यात्रा 25 दिसम्बर को चिनहट स्थित छोहरिया माता मंदिर से सुबह 8 बजे से अयोध्या धाम के लिए रवाना होगी।
इस कार्यक्रम में क्षेत्र के समस्त साधू, सन्त, माताएं, बहनें  रामभक्त हिस्सा लेंगे।  जगह-जगह स्वागत राम भक्तों के स्वागत के लिए तमाम राजनीतिक दलों के नेता और समाज से भी पदयात्रा में शामिल साधु संतों का स्वागत करेंगे। इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से समाज सेवी शैलेंद्र पांडे उर्फ शालू दादा, समाजसेवी प्रदीप सिंह, संदीप सिंह उर्फ रिंकू सिंह पूर्व प्रधान उत्तरधौना, अनोरा कला के निवासी व समाजसेवी अरविंद यादव, राम नरेश यादव, विनोद यादव, सुनील यादव, व्यवसाय रवि सिंह, रुदौली विधानसभा के विधायक रामचंद्र यादव समेत कई लोगों का यात्रा में सहयोग मिलेगा।

★ 25 दिसम्बर 2025, दिन गुरुवार रात्रि भोजन विश्राम सफदरगंज नेता जी श्याम लाल यादव स्मारक इण्टर कॉलेज, बाराबंकी में होगा।


* 26 दिसम्बर 2025, दिन शुक्रवार रात्रि भोजन विश्राम जराय कला स्कूल व बारात घर बि. स. रुदौली, अयोध्या में किया जायेगा।

* 27 दिसम्बर 2025, दिन शनिवार रात्रि भोजन विश्राम जन समाज विद्या पीठ इण्टर कॉलेज दिगम्बरपुर, अयोध्या
घाट अयोध्या बाई पास पर होगा।

*28 दिसम्बर 2025, दिन रविवार रात्रि भोजन विश्राम नेपाली बाबा आश्रम बालू घाट पर किया जाएगा।

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*पदयात्रा से पहले एक विवादित व्यक्ति का नाम आया सामने*

3 अप्रैल 2019 को सतरिख रोड स्थित पलटू दास आश्रम के महंत दिनेशानंद सरस्वती की हत्या के आरोपी सराय शेख निवासी सुशील यादव का नाम चर्चा में है। जगह-जगह लगे बैनर पोस्टर में विधायक बीकेटी योगेश शुक्ला समेत कई सामाजिक कार्यकर्ताओं के साथ ही हिस्ट्रीशीटर और हत्यारोपी सुशील यादव का भी चित्र लगा हुआ है। इस तरह के बैनर को देखकर क्षेत्र में काफी लोग इस यात्रा को लेकर पशोपेश में हैं।
सर्दी में मसीहा बने हजरतगंज के इंस्पेक्टर, 300 गरीबों को गर्म कंबल बांट कर बनाया खुश

लखनऊ। अक्सर पुलिस पर आलोचना होती है कि खाकी वर्दी वाले बेरहम होते हैं, लेकिन हजरतगंज के इंस्पेक्टर विक्रम सिंह ने इस सोच को बदल कर दिखाया कि पुलिस भी गरीब और बेसहारा लोगों की मदद के लिए तत्पर होती है।बताया जा रहा है कि दो दिन पहले इंस्पेक्टर विक्रम सिंह अपने दल-बल के साथ क्षेत्र में गश्त कर रहे थे। इसी दौरान उनकी नजर सड़क किनारे ठिठुरते हुए गरीब लोगों पर पड़ी। कड़ाके की ठंड में कंपकंपाते बच्चों, बूढ़ों और महिलाओं को देखकर इंस्पेक्टर का दिल द्रवित हो गया।

इंस्पेक्टर विक्रम सिंह और उनकी टीम को दिल से धन्यवाद दिया

कहते हैं इंस्पेक्टर ने अपने मातहतों के साथ मिलकर करीब 350 कंबल खरीदे और उन्हें ठिठुरते हुए लोगों तक पहुँचाया। जब गरीब मजलूमों को गर्म कंबल मिले, तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। ठंड में ठिठुरते चेहरे खिल उठे, आंखों में चमक और आंसू दोनों थे।सड़क किनारे फुटपाथ पर बैठकर भीख मांगने वाले लोगों ने इंस्पेक्टर विक्रम सिंह और उनकी टीम को दिल से धन्यवाद दिया। कई बुजुर्ग और बच्चे कंबल पाकर राहत की सांस लेने लगे। इस दौरान इंस्पेक्टर ने कहा कि पुलिस सिर्फ कानून लागू करने के लिए नहीं, बल्कि समाज के कमजोर वर्ग की मदद करने के लिए भी है।

लोगों ने इंस्पेक्टर सहित सभी पुलिसकर्मियों को दुआएं दी

हजरतगंज और आसपास के इलाके में यह नज़ारा देखकर स्थानीय लोग भी इंस्पेक्टर के इस कदम की सराहना कर रहे हैं। अक्सर यूपी पुलिस पर नकारात्मक टिप्पणियाँ होती हैं, लेकिन इंस्पेक्टर विक्रम सिंह जैसी पहल यह दिखाती है कि पुलिस का मानवीय पहलू भी समाज में बड़े बदलाव ला सकता है।स्थानीय लोगों ने इंस्पेक्टर सहित सभी पुलिसकर्मियों को दुआएं दी और कहा कि ऐसे अधिकारी समाज के लिए मिसाल हैं। यह घटना साबित करती है कि कुछ पुलिसकर्मी अपनी कमाई का हिस्सा गरीबों और जरूरतमंदों के लिए खर्च कर समाज में उम्मीद की किरण बन सकते हैं।

स नेक काम ने पुलिस की छवि को एक नई पहचान दी

इंस्पेक्टर विक्रम सिंह ने गरीब और बेसहारा लोगों के लिए मानो खुद मसीहा बनकर सामने आए। उनके इस नेक काम ने पुलिस की छवि को एक नई पहचान दी है और यह संदेश दिया है कि कानून और मानवता दोनों साथ चल सकते हैं।

योजनाओं को जनोन्मुखी बनाने के लिए अधिकारी जनप्रतिनिधियों के अनुभव का लाभ उठाएं: असीम अरुण
*राज्य मंत्री ने जनप्रतिनिधियों से नियमित भेंट करने को अधिकारियों को लिखा पत्र*

लखनऊ ब्यूरो

लखनऊ। लोकतान्त्रिक व्यवस्था में जनप्रतिनिधियों का महत्वपूर्ण स्थान है जो शासन एवं प्रशासन के बीच एक महत्वपूर्ण कड़ी के रूप में कार्य करते हैं। उनका सहयोग एवं मार्गदर्शन शासकीय कार्यों के सुगम संपादन में सदैव ही सहायक रहा है। अधिकारी जनप्रतिनिधियों से नियमित भेंट कर उनके अनुभव और सुझावों का लाभ उठाएं। ये निर्देश समाज कल्याण राज्य मंत्री (स्वतन्त्र प्रभार) असीम अरुण ने पत्र लिख कर विभागीय अधिकारियों को दिया है।

राज्य मंत्री ने पत्र में कहा है कि अधिकारी कार्यभार ग्रहण करने पर जनप्रतिनिधियों से अनिवार्य रूप से भेंट करें। इसके साथ ही जनप्रतिनिधियों को विभागीय योजनाओं की जानकारी दी जाए। उन्हें यह भी बताया जाए कि उनके क्षेत्र में इन योजनाओं के सञ्चालन में अधिकारी किस प्रकार से सहयोग कर सकते हैं। अधिकारी जनप्रतिनिधियों से अपना मोबाइल नंबर साझा करें और उनका नंबर भी लें, जिससे आपसी संपर्क में सुगमता हो।

पत्र में विभागीय राज्य मंत्री ने लिखा है कि अधिकारी ऐसे मामलों को, जिनके समाधान में जनप्रतिनिधियों का सहयोग आवश्यक/हितकारी हो उनके संज्ञान में लाकर उनका त्वरित निराकरण कराए। विभागीय सेवाओं को और बेहतर एवं जनोन्मुखी बनाने के लिए अधिकारी जनप्रतिनिधियों के ज्ञान, अनुभव एवं सुझावों का भरपूर लाभ उठाएं। जनप्रतिनिधियों द्वारा संदर्भित मामलों में त्वरित एवं समयबद्ध कार्रवाई कर उन्हें कृत कार्रवाई से अवगत भी कराया जाए। पत्र में कहा गया है कि विभागीय अधिकारी मंडलों एवं जनपदों में कार्यरत अधिकारियों को निर्देशित करें कि वे नियमित रूप से जनप्रतिनिधियों से मिलें, उनसे संवाद करें और विभागीय कार्यों के निष्पादन में आवश्यकतानुसार उनका सहयोग एवं मार्गदर्शन लें।
पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने  बुलंदशहर को दी विकास की सौगात
* 20.65 करोड़ रुपए से अधिक की 10 परियोजनाओं का किया वर्चुअल लोकार्पण व शिलान्यास

लखनऊ ब्यूरो

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने आज देश के पूर्व प्रधानमंत्री एवं किसानों के मसीहा स्व. चौधरी चरण सिंह की 143वीं जयन्ती पर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि देते हुए नमन किया और इस अवसर पर पश्चिमी उप्र खासतौर से जनपद बुलन्दशहर के विधानसभा क्षेत्र शिकारपुर के लिए 20.65 करोड़ रूपये से अधिक की 10 परियोजनाओं का लखनऊ स्थित अपने सरकारी आवास से वर्चुअली शिलान्यास एवं लोकार्पण किया। उन्होंने इस अवसर पर अधिकारियों को निर्देश दिये कि आज शिलान्यास की गयी परियोजनाओं को गुणवत्ता एवं समयबद्धता के साथ पूरा करें।
पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश की माटी के लाल, किसानों के मसीहा चौधरी चरण सिंह जी का जीवन कृषकों, ग्रामीण भारत और सामाजिक न्याय के लिए समर्पित रहा है। उनके आदर्शों पर चलते हुए प्रदेश सरकार ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में समान रूप से विकास को गति दे रही है। उन्होंने कहा कि पश्चिमी उप्र स्व. चौधरी चरण सिंह की कर्मभूमि रहा है। उन्होंने सिंचाई एवं अधिक से अधिक अन्न उत्पादन पर जोर देकर किसानों को आत्मनिर्भर बनाने का संदेश दिया।

मंत्री ने बताया कि शिकारपुर विधानसभा क्षेत्र के पर्यटन विकास की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। आज क्षेत्र में सात विकास योजनाओं का लोकार्पण किया गया, जिन पर 17.96 करोड़ रुपए से अधिक की लागत आई है। वहीं, तीन नई योजनाओं का शिलान्यास भी किया गया है, जिन पर 02.69 करोड़ रुपए से अधिक की धनराशि व्यय की जाएगी। इस प्रकार कुल मिलाकर 20.65 करोड़ रुपए से अधिक की विकास परियोजनाएं शिकारपुर विधानसभा क्षेत्र को समर्पित की गई हैं, जो क्षेत्र में पर्यटन विकास, आधारभूत संरचनाओं के सुदृढ़ीकरण एवं जन सुविधाओं के विस्तार की दिशा में अहम कदम है।

पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने शिकारपुर विधानसभा क्षेत्र में हो रहे विकास कार्यों के लिए शिकारपुर के विधायक एवं पूर्व मंत्री अनिल शर्मा के सतत प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि उनके सशक्त नेतृत्व में यह क्षेत्र तेजी से विकास के पथ पर अग्रसर है। उन्होंने विश्वास जताया कि इन योजनाओं से न केवल क्षेत्रीय पर्यटन को नई गति मिलेगी, बल्कि स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार और आजीविका के अनेक अवसर भी सृजित होंगे।
लहसुन बम फोड़कर दहशत फैलाने वाला चढ़ा पुलिस के हत्थे, अन्य आरोपियों की तलाश
लखनऊ। राजधानी लखनऊ में पुलिस कमिश्नरेट प्रणाली के बाद भी बदमाशों में खौफ नहीं रहा। फिलहाल चिनहट पुलिस ने एक ऐसे ही बदमाश को घर जो बचा है जिसने चलती मोटरसाइकिल पर लहसुन बम फोड़कर क्षेत्र में दहशत फैलाने की कोशिश की थी।  प्रभारी निरीक्षक चिनहट दिनेश चंद्र मिश्रा ने बताया कि घटना में शामिल अन्य आरोपियों की तलाश में उनके संभावित ठिकानों पर दबिश दी जा रही है। उन्होंने बताया कि इससे पहले गिरफ्तार आरोपी के एक साथी विशाल उर्फ बटला को सलाखों के पीछे भेजा जा चुका है।
इंस्पेक्टर के मुताबिक 22 दिसंबर 2025 को सोशल मीडिया पर वायरल हुई सूचना से जानकारी मिली कि कुछ लड़कों द्वारा चलती मोटरसाइकिल पर सवार होकर लहसुन बम फोड़कर क्षेत्र में दहशत फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। इस सूचना पुलिस टीम सक्रिय हुई और सीसीटीवी कैमरे के फुटेज के आधार पर चिनहट क्षेत्र के छोहरिया माता मंदिर के पास रहने वाले हासिम पुत्र इस्लामुद्दीन को मंगलवार को धर दबोचा।
इंस्पेक्टर चिनहट के अनुसार इस गिरोह में शामिल अन्य आरोपियों की तलाश में उनके संभावित ठिकानों पर दबिश दी जा रही है।
गाजीपुर में एएनटीएफ की बड़ी कार्रवाई: 425 ग्राम हेरोइन के साथ सक्रिय तस्कर गिरफ्तार, कीमत लगभग 85 लाख रुपए

लखनऊ । एएनटीएफ थाना गाजीपुर ने अवैध मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए एक सक्रिय तस्कर को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपी के कब्जे से 425 ग्राम हेरोइन, एक एंड्रॉइड मोबाइल और 250 रुपए नगद बरामद हुए। बरामद हेरोइन की अनुमानित कीमत लगभग 85 लाख रुपए है।

गहन जांच के बाद यह बड़ी सफलता हासिल हुई

यह कार्रवाई पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश, अपर पुलिस महानिदेशक कानून एवं व्यवस्था, अपर पुलिस महानिदेशक अपराध, लखनऊ के मार्गदर्शन तथा पुलिस महानिरीक्षक एएनटीएफ लखनऊ के निर्देशन में एएनटीएफ थाना गाजीपुर ने अंजाम दी। पुलिस सूत्रों के अनुसार, तस्करों के खिलाफ लगातार छापेमारी और गहन जांच के बाद यह बड़ी सफलता हासिल हुई है।

गिरफ्तार आरोपी का विवरण

नाम – पंकज कुमार,पिता का नाम – नथुनीराम,आयु – लगभग 22 वर्ष,पता – ग्राम कानूनगो मोहल्ला, वार्ड संख्या 08, थाना जमानिया, जनपद गाजीपुर, क्षेत्रीय वन अधिकारी कार्यालय के बगल, दिलदारनगर जाने वाले रास्ते पर, रोड किनारे पान की गोमती के पीछे, थाना जमानिया, गाजीपुर।

बरामदगी का विवरण:

425 ग्राम हेरोइन (लगभग 85 लाख रूपये मूल्य)

01 एंड्रॉइड मोबाइल फोन

250 रुपए नगद

पुलिस ने बताया कि पंकज कुमार गाजीपुर के एक व्यक्ति से सस्ते दाम पर हेरोइन खरीद कर बिहार के एक व्यक्ति को बेचता था। पूछताछ में उसने खुलासा किया कि मुनाफा वह और उसके साथी आपस में बाँट लेते थे। वह आज हेरोइन लेकर गाजीपुर से जा रहा था, तभी एएनटीएफ की टीम ने उसे दबोच लिया।

कानूनी कार्रवाई

इस मामले में थाना जमानिया, गाजीपुर में मु0अ0सं0 462/25, धारा 8/21/29 एनडीपीएस एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर विधिक कार्रवाई की जा रही है। पुलिस ने बरामद हेरोइन की कीमत लगभग 85 लाख रुपए आंका है।

गिरफ्तारी टीम का विवरण – एएनटीएफ थाना गाजीपुर

प्रभारी निरीक्षक सुरेन्द्र नाथ सिंह, उ0नि0 शमी असरफ शेख, हे0का0 मुस्लिम अंसारी, का0 जयन्त कुमार सिंह, कां0 देवानन्द, का0 अमित चौरसिया, का0 अजीत कुमार, का0 इन्द्रपाल सिंह, का0 शिवांश राय, का0 प्रदीप कुमार शामिल रहे। सहयोगार्थ टीम में उ0नि0 मनोज कुमार मिश्रा, का0 अनूप राय, का0 आनन्द सिंह है।

अवैध मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ अभियान चला रही

पुलिस सूत्रों ने बताया कि एएनटीएफ लगातार अवैध मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ अभियान चला रही है। पिछले कुछ महीनों में कई बड़ी तस्करी के नेटवर्क का भंडाफोड़ किया जा चुका है। इस गिरफ्तारी से न केवल हेरोइन की तस्करी पर बड़ा झटका लगा है, बल्कि नशीली दवाओं के कारोबार में सक्रिय तस्करों के लिए चेतावनी भी है।एएनटीएफ अधिकारी ने कहा कि राज्य में अवैध मादक पदार्थों की तस्करी रोकने के लिए लगातार निगरानी बढ़ाई जा रही है और तस्करों को कोई मौका नहीं दिया जाएगा।