विधान सभा में कृषि मंत्री ने जिला कृषि अधिकारी सिद्धार्थनगर के निलंबन की दी जानकारी
* पदेन दायित्वों के निर्वहन में शिथिलता एवं उर्वरकों की कालाबाजारी रोकने में विफल रहने पर हुई कार्रवाई

लखनऊ ब्यूरो

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने आज विधान सभा सदन में जानकारी देते हुए बताया कि जनपद सिद्धार्थनगर में उर्वरकों की पर्याप्त उपलब्धता के बावजूद पिछले कुछ दिनों से कालाबाजारी, ओवर रेटिंग, टैगिंग और तस्करी की शिकायतें निरंतर प्राप्त हो रही थीं। इन शिकायतों पर प्रभावी नियंत्रण लगाने और असामाजिक तत्वों के विरुद्ध ठोस कार्रवाई करने में विफल रहने तथा अपने पदेन दायित्वों का उचित ढंग से निर्वहन न करने के कारण जिला कृषि अधिकारी सिद्धार्थनगर मोहम्मद मुजम्मिल को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।
कृषि मंत्री ने सदन को अवगत कराया कि प्रदेश सरकार किसानों के हितों की रक्षा के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है और उर्वरकों के वितरण में किसी भी प्रकार की अनियमितता को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि सिद्धार्थनगर में उर्वरक की कोई कमी नहीं थी, फिर भी वहां से तस्करी और कालाबाजारी की सूचनाएं मिल रही थीं, जिस पर जिला कृषि अधिकारी द्वारा कोई प्रभावी रोक नहीं लगाई गई। इसी लापरवाही और प्रशासनिक विफलता को देखते हुए यह दंडात्मक कार्रवाई की गई है।
उन्होंने आगे कहा कि विभाग के सभी अधिकारियों को सचेत किया गया है कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में उर्वरकों की सुचारू उपलब्धता सुनिश्चित करें और अवैध गतिविधियों में लिप्त लोगों के खिलाफ सख्त कदम उठाएं। किसानों को खाद की उपलब्धता में बाधा डालने वाले किसी भी अधिकारी या कर्मचारी को बख्शा नहीं जाएगा।
उत्तर प्रदेश बना देश का पहला राज्य, UP-112 से जुड़ी एंड्रॉइड ELS तकनीक

लखनऊ । उत्तर प्रदेश इंटीग्रेटेड इमरजेंसी कम्युनिकेशन एंड कमांड सेंटर सिस्टम (UP-112/ITECCS) ने एंड्रॉइड इमरजेंसी लोकेशन सर्विस (ELS) को सफलतापूर्वक परिचालन में ला दिया है। इसके साथ ही उत्तर प्रदेश, भारत का पहला राज्य बन गया है जिसने इस अत्याधुनिक आपातकालीन लोकेशन तकनीक को अपनी आपात प्रतिक्रिया प्रणाली में पूरी तरह लागू किया है।

उत्तर प्रदेश में विश्वस्तरीय आपातकालीन प्रतिक्रिया को मिली नई ऊँचाई

यह पहल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दूरदर्शी नेतृत्व और तकनीक-आधारित सुशासन की सोच के अनुरूप है, जिसका उद्देश्य कानून-व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ बनाना तथा नागरिकों को विश्वस्तरीय, त्वरित और भरोसेमंद आपात सेवाएँ उपलब्ध कराना है। UP-112 की यह उपलब्धि नागरिक-केंद्रित, तकनीक-सक्षम और भरोसेमंद आपात प्रतिक्रिया प्रणाली की दिशा में एक बड़ा कदम मानी जा रही है।

प्रौद्योगिकी से सशक्त होती आपातकालीन प्रतिक्रिया

निर्भया कांड के बाद देश में केंद्रीकृत और राज्य-स्तरीय आपातकालीन प्रतिक्रिया प्रणाली की आवश्यकता को गंभीरता से महसूस किया गया। इसी राष्ट्रीय दृष्टिकोण के तहत उत्तर प्रदेश में UP-112 की स्थापना की गई, जिसने पुलिस, एम्बुलेंस और फायर जैसी आपात सेवाओं को एकीकृत कर राज्यभर में त्वरित सहायता उपलब्ध कराई है।

रिस्पांस टाइम में उल्लेखनीय कमी आई

अब एंड्रॉइड इमरजेंसी लोकेशन सर्विस (ELS) के लागू होने से UP-112 की क्षमताओं में और अधिक इजाफा हुआ है। इससे आपातकालीन कॉल करने वाले व्यक्ति की सटीक लोकेशन कुछ ही सेकंड में स्वतः उपलब्ध हो जाती है, जिससे रिस्पांस टाइम में उल्लेखनीय कमी आई है।

क्या है एंड्रॉइड इमरजेंसी लोकेशन सर्विस (ELS)?

Google द्वारा विकसित एंड्रॉइड ELS तकनीक आपात कॉल या SMS के दौरान GPS, वाई-फाई, मोबाइल नेटवर्क और डिवाइस सेंसर की मदद से अत्यंत सटीक लोकेशन निर्धारित करती है। यह जानकारी केवल सत्यापित आपात स्थितियों में ही सुरक्षित रूप से आपात सेवाओं तक पहुंचाई जाती है। इसके साथ ही उपयोगकर्ता की गोपनीयता और डेटा सुरक्षा को लेकर मजबूत प्रावधान भी सुनिश्चित किए गए हैं।

UP-112 की आपात प्रतिक्रिया प्रणाली में ELS को पूरी तरह एकीकृत कर दिया गया है, जिससे कॉल-टेकर्स और डिस्पैच टीमें अब कॉलर की सटीक और स्वचालित लोकेशन तुरंत देख सकती हैं और नजदीकी संसाधनों को बिना देरी के रवाना कर सकती हैं।

यूपी-112 के दूसरे चरण की बड़ी उपलब्धि

UP-112 के दूसरे चरण के अंतर्गत ELS को एक महत्वपूर्ण उपलब्धि के रूप में शामिल किया गया है। इस परियोजना को सिस्टम इंटीग्रेटर भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (BEL), Pert Telecom Solutions Pvt. Ltd. और Google के संयुक्त प्रयासों से विकसित किया गया है। कई चरणों में परीक्षण और तकनीकी सत्यापन के बाद इसे सफलतापूर्वक लागू किया गया।

इस पहल के साथ उत्तर प्रदेश देश का पहला राज्य बन गया

इस पहल के साथ उत्तर प्रदेश देश का पहला राज्य बन गया है, जहाँ 100 प्रतिशत एंड्रॉइड डिवाइस ELS तकनीक से लैस होकर UP-112 से जुड़ चुके हैं। पहले चरण में सामने आई लोकेशन संबंधी चुनौतियों का समाधान करते हुए ELS अब अत्यंत सटीक लोकेशन प्रदान कर रही है, जिससे UP-112 कम समय में आपात सहायता पहुँचाने में सक्षम हो गया है।

नागरिक सुरक्षा की दिशा में मील का पत्थर

विशेषज्ञों का मानना है कि एंड्रॉइड ELS की शुरुआत उत्तर प्रदेश में आपातकालीन सेवाओं को वैश्विक मानकों के अनुरूप ले जाने की दिशा में एक मील का पत्थर साबित होगी। यह तकनीक न केवल पुलिस और अन्य आपात एजेंसियों की कार्यक्षमता बढ़ाएगी, बल्कि संकट की घड़ी में आम नागरिकों की जान बचाने में भी अहम भूमिका निभाएगी।
विकसित भारत पर है जोर, एक कदम सनातन की ओर

महंत लल्ला बाबा की अगुवाई में 25 दिसंबर से पांच दिवसीय अयोध्या धाम पद यात्रा होगी शुरू



लखनऊ। चिनहट स्थिति छोहरिया माता मन्दिर के मुख्य पुजारी लल्ला बाबा की अगुवाई में पांच दिवसीय अयोध्या धाम पैदल यात्रा 25 दिसंबर से शुरू होगी। यात्रा की जानकारी देते हुए महंत लालता प्रसाद प्रजापति उर्फ़ महंत लाला बाबा ने बताया कि  प्रतिवर्ष की भांति इस साल भी 25 दिसंबर से अयोध्या धाम के लिए भगवान श्री राम के दर्शन हेतु लखनऊ से पैदल यात्रा 25 दिसंबर को शुरू होगी और 29 दिसंबर को भगवान के दर्शन के बाद यात्रा वापस अयोध्या से लखनऊ आएगी। उन्होंने कहा कि हमने अभी तक बहुत धार्मिक यात्राएं और विभिन्न प्रकार के धार्मिक आयोजन किये हैं। अभी हमारा समाज बहुत पीछे है, इसे जागरूक करने की जरूरत है। इसलिए हमने सनातन धर्म जनजागरण पद यात्रा के जरिए लखनऊ से अयोध्या धाम मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम के दरबार तक जनता को जागरूक और  समाज को जगाने का काम करेंगे।
तृतीय सनातन धर्म जनजागरण पद यात्रा 25 दिसम्बर को चिनहट स्थित छोहरिया माता मंदिर से सुबह 8 बजे से अयोध्या धाम के लिए रवाना होगी।
इस कार्यक्रम में क्षेत्र के समस्त साधू, सन्त, माताएं, बहनें  रामभक्त हिस्सा लेंगे।  जगह-जगह स्वागत राम भक्तों के स्वागत के लिए तमाम राजनीतिक दलों के नेता और समाज से भी पदयात्रा में शामिल साधु संतों का स्वागत करेंगे। इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से समाज सेवी शैलेंद्र पांडे उर्फ शालू दादा, समाजसेवी प्रदीप सिंह, संदीप सिंह उर्फ रिंकू सिंह पूर्व प्रधान उत्तरधौना, अनोरा कला के निवासी व समाजसेवी अरविंद यादव, राम नरेश यादव, विनोद यादव, सुनील यादव, व्यवसाय रवि सिंह, रुदौली विधानसभा के विधायक रामचंद्र यादव समेत कई लोगों का यात्रा में सहयोग मिलेगा।

★ 25 दिसम्बर 2025, दिन गुरुवार रात्रि भोजन विश्राम सफदरगंज नेता जी श्याम लाल यादव स्मारक इण्टर कॉलेज, बाराबंकी में होगा।


* 26 दिसम्बर 2025, दिन शुक्रवार रात्रि भोजन विश्राम जराय कला स्कूल व बारात घर बि. स. रुदौली, अयोध्या में किया जायेगा।

* 27 दिसम्बर 2025, दिन शनिवार रात्रि भोजन विश्राम जन समाज विद्या पीठ इण्टर कॉलेज दिगम्बरपुर, अयोध्या
घाट अयोध्या बाई पास पर होगा।

*28 दिसम्बर 2025, दिन रविवार रात्रि भोजन विश्राम नेपाली बाबा आश्रम बालू घाट पर किया जाएगा।

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*पदयात्रा से पहले एक विवादित व्यक्ति का नाम आया सामने*

3 अप्रैल 2019 को सतरिख रोड स्थित पलटू दास आश्रम के महंत दिनेशानंद सरस्वती की हत्या के आरोपी सराय शेख निवासी सुशील यादव का नाम चर्चा में है। जगह-जगह लगे बैनर पोस्टर में विधायक बीकेटी योगेश शुक्ला समेत कई सामाजिक कार्यकर्ताओं के साथ ही हिस्ट्रीशीटर और हत्यारोपी सुशील यादव का भी चित्र लगा हुआ है। इस तरह के बैनर को देखकर क्षेत्र में काफी लोग इस यात्रा को लेकर पशोपेश में हैं।
सर्दी में मसीहा बने हजरतगंज के इंस्पेक्टर, 300 गरीबों को गर्म कंबल बांट कर बनाया खुश

लखनऊ। अक्सर पुलिस पर आलोचना होती है कि खाकी वर्दी वाले बेरहम होते हैं, लेकिन हजरतगंज के इंस्पेक्टर विक्रम सिंह ने इस सोच को बदल कर दिखाया कि पुलिस भी गरीब और बेसहारा लोगों की मदद के लिए तत्पर होती है।बताया जा रहा है कि दो दिन पहले इंस्पेक्टर विक्रम सिंह अपने दल-बल के साथ क्षेत्र में गश्त कर रहे थे। इसी दौरान उनकी नजर सड़क किनारे ठिठुरते हुए गरीब लोगों पर पड़ी। कड़ाके की ठंड में कंपकंपाते बच्चों, बूढ़ों और महिलाओं को देखकर इंस्पेक्टर का दिल द्रवित हो गया।

इंस्पेक्टर विक्रम सिंह और उनकी टीम को दिल से धन्यवाद दिया

कहते हैं इंस्पेक्टर ने अपने मातहतों के साथ मिलकर करीब 350 कंबल खरीदे और उन्हें ठिठुरते हुए लोगों तक पहुँचाया। जब गरीब मजलूमों को गर्म कंबल मिले, तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। ठंड में ठिठुरते चेहरे खिल उठे, आंखों में चमक और आंसू दोनों थे।सड़क किनारे फुटपाथ पर बैठकर भीख मांगने वाले लोगों ने इंस्पेक्टर विक्रम सिंह और उनकी टीम को दिल से धन्यवाद दिया। कई बुजुर्ग और बच्चे कंबल पाकर राहत की सांस लेने लगे। इस दौरान इंस्पेक्टर ने कहा कि पुलिस सिर्फ कानून लागू करने के लिए नहीं, बल्कि समाज के कमजोर वर्ग की मदद करने के लिए भी है।

लोगों ने इंस्पेक्टर सहित सभी पुलिसकर्मियों को दुआएं दी

हजरतगंज और आसपास के इलाके में यह नज़ारा देखकर स्थानीय लोग भी इंस्पेक्टर के इस कदम की सराहना कर रहे हैं। अक्सर यूपी पुलिस पर नकारात्मक टिप्पणियाँ होती हैं, लेकिन इंस्पेक्टर विक्रम सिंह जैसी पहल यह दिखाती है कि पुलिस का मानवीय पहलू भी समाज में बड़े बदलाव ला सकता है।स्थानीय लोगों ने इंस्पेक्टर सहित सभी पुलिसकर्मियों को दुआएं दी और कहा कि ऐसे अधिकारी समाज के लिए मिसाल हैं। यह घटना साबित करती है कि कुछ पुलिसकर्मी अपनी कमाई का हिस्सा गरीबों और जरूरतमंदों के लिए खर्च कर समाज में उम्मीद की किरण बन सकते हैं।

स नेक काम ने पुलिस की छवि को एक नई पहचान दी

इंस्पेक्टर विक्रम सिंह ने गरीब और बेसहारा लोगों के लिए मानो खुद मसीहा बनकर सामने आए। उनके इस नेक काम ने पुलिस की छवि को एक नई पहचान दी है और यह संदेश दिया है कि कानून और मानवता दोनों साथ चल सकते हैं।

योजनाओं को जनोन्मुखी बनाने के लिए अधिकारी जनप्रतिनिधियों के अनुभव का लाभ उठाएं: असीम अरुण
*राज्य मंत्री ने जनप्रतिनिधियों से नियमित भेंट करने को अधिकारियों को लिखा पत्र*

लखनऊ ब्यूरो

लखनऊ। लोकतान्त्रिक व्यवस्था में जनप्रतिनिधियों का महत्वपूर्ण स्थान है जो शासन एवं प्रशासन के बीच एक महत्वपूर्ण कड़ी के रूप में कार्य करते हैं। उनका सहयोग एवं मार्गदर्शन शासकीय कार्यों के सुगम संपादन में सदैव ही सहायक रहा है। अधिकारी जनप्रतिनिधियों से नियमित भेंट कर उनके अनुभव और सुझावों का लाभ उठाएं। ये निर्देश समाज कल्याण राज्य मंत्री (स्वतन्त्र प्रभार) असीम अरुण ने पत्र लिख कर विभागीय अधिकारियों को दिया है।

राज्य मंत्री ने पत्र में कहा है कि अधिकारी कार्यभार ग्रहण करने पर जनप्रतिनिधियों से अनिवार्य रूप से भेंट करें। इसके साथ ही जनप्रतिनिधियों को विभागीय योजनाओं की जानकारी दी जाए। उन्हें यह भी बताया जाए कि उनके क्षेत्र में इन योजनाओं के सञ्चालन में अधिकारी किस प्रकार से सहयोग कर सकते हैं। अधिकारी जनप्रतिनिधियों से अपना मोबाइल नंबर साझा करें और उनका नंबर भी लें, जिससे आपसी संपर्क में सुगमता हो।

पत्र में विभागीय राज्य मंत्री ने लिखा है कि अधिकारी ऐसे मामलों को, जिनके समाधान में जनप्रतिनिधियों का सहयोग आवश्यक/हितकारी हो उनके संज्ञान में लाकर उनका त्वरित निराकरण कराए। विभागीय सेवाओं को और बेहतर एवं जनोन्मुखी बनाने के लिए अधिकारी जनप्रतिनिधियों के ज्ञान, अनुभव एवं सुझावों का भरपूर लाभ उठाएं। जनप्रतिनिधियों द्वारा संदर्भित मामलों में त्वरित एवं समयबद्ध कार्रवाई कर उन्हें कृत कार्रवाई से अवगत भी कराया जाए। पत्र में कहा गया है कि विभागीय अधिकारी मंडलों एवं जनपदों में कार्यरत अधिकारियों को निर्देशित करें कि वे नियमित रूप से जनप्रतिनिधियों से मिलें, उनसे संवाद करें और विभागीय कार्यों के निष्पादन में आवश्यकतानुसार उनका सहयोग एवं मार्गदर्शन लें।
पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने  बुलंदशहर को दी विकास की सौगात
* 20.65 करोड़ रुपए से अधिक की 10 परियोजनाओं का किया वर्चुअल लोकार्पण व शिलान्यास

लखनऊ ब्यूरो

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने आज देश के पूर्व प्रधानमंत्री एवं किसानों के मसीहा स्व. चौधरी चरण सिंह की 143वीं जयन्ती पर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि देते हुए नमन किया और इस अवसर पर पश्चिमी उप्र खासतौर से जनपद बुलन्दशहर के विधानसभा क्षेत्र शिकारपुर के लिए 20.65 करोड़ रूपये से अधिक की 10 परियोजनाओं का लखनऊ स्थित अपने सरकारी आवास से वर्चुअली शिलान्यास एवं लोकार्पण किया। उन्होंने इस अवसर पर अधिकारियों को निर्देश दिये कि आज शिलान्यास की गयी परियोजनाओं को गुणवत्ता एवं समयबद्धता के साथ पूरा करें।
पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश की माटी के लाल, किसानों के मसीहा चौधरी चरण सिंह जी का जीवन कृषकों, ग्रामीण भारत और सामाजिक न्याय के लिए समर्पित रहा है। उनके आदर्शों पर चलते हुए प्रदेश सरकार ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में समान रूप से विकास को गति दे रही है। उन्होंने कहा कि पश्चिमी उप्र स्व. चौधरी चरण सिंह की कर्मभूमि रहा है। उन्होंने सिंचाई एवं अधिक से अधिक अन्न उत्पादन पर जोर देकर किसानों को आत्मनिर्भर बनाने का संदेश दिया।

मंत्री ने बताया कि शिकारपुर विधानसभा क्षेत्र के पर्यटन विकास की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। आज क्षेत्र में सात विकास योजनाओं का लोकार्पण किया गया, जिन पर 17.96 करोड़ रुपए से अधिक की लागत आई है। वहीं, तीन नई योजनाओं का शिलान्यास भी किया गया है, जिन पर 02.69 करोड़ रुपए से अधिक की धनराशि व्यय की जाएगी। इस प्रकार कुल मिलाकर 20.65 करोड़ रुपए से अधिक की विकास परियोजनाएं शिकारपुर विधानसभा क्षेत्र को समर्पित की गई हैं, जो क्षेत्र में पर्यटन विकास, आधारभूत संरचनाओं के सुदृढ़ीकरण एवं जन सुविधाओं के विस्तार की दिशा में अहम कदम है।

पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने शिकारपुर विधानसभा क्षेत्र में हो रहे विकास कार्यों के लिए शिकारपुर के विधायक एवं पूर्व मंत्री अनिल शर्मा के सतत प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि उनके सशक्त नेतृत्व में यह क्षेत्र तेजी से विकास के पथ पर अग्रसर है। उन्होंने विश्वास जताया कि इन योजनाओं से न केवल क्षेत्रीय पर्यटन को नई गति मिलेगी, बल्कि स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार और आजीविका के अनेक अवसर भी सृजित होंगे।
लहसुन बम फोड़कर दहशत फैलाने वाला चढ़ा पुलिस के हत्थे, अन्य आरोपियों की तलाश
लखनऊ। राजधानी लखनऊ में पुलिस कमिश्नरेट प्रणाली के बाद भी बदमाशों में खौफ नहीं रहा। फिलहाल चिनहट पुलिस ने एक ऐसे ही बदमाश को घर जो बचा है जिसने चलती मोटरसाइकिल पर लहसुन बम फोड़कर क्षेत्र में दहशत फैलाने की कोशिश की थी।  प्रभारी निरीक्षक चिनहट दिनेश चंद्र मिश्रा ने बताया कि घटना में शामिल अन्य आरोपियों की तलाश में उनके संभावित ठिकानों पर दबिश दी जा रही है। उन्होंने बताया कि इससे पहले गिरफ्तार आरोपी के एक साथी विशाल उर्फ बटला को सलाखों के पीछे भेजा जा चुका है।
इंस्पेक्टर के मुताबिक 22 दिसंबर 2025 को सोशल मीडिया पर वायरल हुई सूचना से जानकारी मिली कि कुछ लड़कों द्वारा चलती मोटरसाइकिल पर सवार होकर लहसुन बम फोड़कर क्षेत्र में दहशत फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। इस सूचना पुलिस टीम सक्रिय हुई और सीसीटीवी कैमरे के फुटेज के आधार पर चिनहट क्षेत्र के छोहरिया माता मंदिर के पास रहने वाले हासिम पुत्र इस्लामुद्दीन को मंगलवार को धर दबोचा।
इंस्पेक्टर चिनहट के अनुसार इस गिरोह में शामिल अन्य आरोपियों की तलाश में उनके संभावित ठिकानों पर दबिश दी जा रही है।
गाजीपुर में एएनटीएफ की बड़ी कार्रवाई: 425 ग्राम हेरोइन के साथ सक्रिय तस्कर गिरफ्तार, कीमत लगभग 85 लाख रुपए

लखनऊ । एएनटीएफ थाना गाजीपुर ने अवैध मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए एक सक्रिय तस्कर को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपी के कब्जे से 425 ग्राम हेरोइन, एक एंड्रॉइड मोबाइल और 250 रुपए नगद बरामद हुए। बरामद हेरोइन की अनुमानित कीमत लगभग 85 लाख रुपए है।

गहन जांच के बाद यह बड़ी सफलता हासिल हुई

यह कार्रवाई पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश, अपर पुलिस महानिदेशक कानून एवं व्यवस्था, अपर पुलिस महानिदेशक अपराध, लखनऊ के मार्गदर्शन तथा पुलिस महानिरीक्षक एएनटीएफ लखनऊ के निर्देशन में एएनटीएफ थाना गाजीपुर ने अंजाम दी। पुलिस सूत्रों के अनुसार, तस्करों के खिलाफ लगातार छापेमारी और गहन जांच के बाद यह बड़ी सफलता हासिल हुई है।

गिरफ्तार आरोपी का विवरण

नाम – पंकज कुमार,पिता का नाम – नथुनीराम,आयु – लगभग 22 वर्ष,पता – ग्राम कानूनगो मोहल्ला, वार्ड संख्या 08, थाना जमानिया, जनपद गाजीपुर, क्षेत्रीय वन अधिकारी कार्यालय के बगल, दिलदारनगर जाने वाले रास्ते पर, रोड किनारे पान की गोमती के पीछे, थाना जमानिया, गाजीपुर।

बरामदगी का विवरण:

425 ग्राम हेरोइन (लगभग 85 लाख रूपये मूल्य)

01 एंड्रॉइड मोबाइल फोन

250 रुपए नगद

पुलिस ने बताया कि पंकज कुमार गाजीपुर के एक व्यक्ति से सस्ते दाम पर हेरोइन खरीद कर बिहार के एक व्यक्ति को बेचता था। पूछताछ में उसने खुलासा किया कि मुनाफा वह और उसके साथी आपस में बाँट लेते थे। वह आज हेरोइन लेकर गाजीपुर से जा रहा था, तभी एएनटीएफ की टीम ने उसे दबोच लिया।

कानूनी कार्रवाई

इस मामले में थाना जमानिया, गाजीपुर में मु0अ0सं0 462/25, धारा 8/21/29 एनडीपीएस एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर विधिक कार्रवाई की जा रही है। पुलिस ने बरामद हेरोइन की कीमत लगभग 85 लाख रुपए आंका है।

गिरफ्तारी टीम का विवरण – एएनटीएफ थाना गाजीपुर

प्रभारी निरीक्षक सुरेन्द्र नाथ सिंह, उ0नि0 शमी असरफ शेख, हे0का0 मुस्लिम अंसारी, का0 जयन्त कुमार सिंह, कां0 देवानन्द, का0 अमित चौरसिया, का0 अजीत कुमार, का0 इन्द्रपाल सिंह, का0 शिवांश राय, का0 प्रदीप कुमार शामिल रहे। सहयोगार्थ टीम में उ0नि0 मनोज कुमार मिश्रा, का0 अनूप राय, का0 आनन्द सिंह है।

अवैध मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ अभियान चला रही

पुलिस सूत्रों ने बताया कि एएनटीएफ लगातार अवैध मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ अभियान चला रही है। पिछले कुछ महीनों में कई बड़ी तस्करी के नेटवर्क का भंडाफोड़ किया जा चुका है। इस गिरफ्तारी से न केवल हेरोइन की तस्करी पर बड़ा झटका लगा है, बल्कि नशीली दवाओं के कारोबार में सक्रिय तस्करों के लिए चेतावनी भी है।एएनटीएफ अधिकारी ने कहा कि राज्य में अवैध मादक पदार्थों की तस्करी रोकने के लिए लगातार निगरानी बढ़ाई जा रही है और तस्करों को कोई मौका नहीं दिया जाएगा।
लखनऊ में राष्ट्र प्रेरणा केन्द्र के लोकार्पण को लेकर व्यापक ट्रैफिक डायवर्जन, 24 दिसंबर की रात से लागू
लखनऊ। बसंत कुंज योजना स्थित राष्ट्र प्रेरणा केन्द्र के लोकार्पण कार्यक्रम को शांतिपूर्ण और सुचारु रूप से सम्पन्न कराने के उद्देश्य से लखनऊ यातायात पुलिस ने व्यापक यातायात एवं डायवर्जन व्यवस्था लागू की है। यह व्यवस्था 24 दिसंबर 2025 की रात 12 बजे से कार्यक्रम समाप्ति तक प्रभावी रहेगी। इस दौरान कार्यक्रम स्थल एवं उसके आसपास के क्षेत्रों में भारी, बड़े, वाणिज्यिक और सामान्य वाहनों की आवाजाही पर प्रतिबंध रहेगा।

शहर के अंदरूनी मार्गों पर आंतरिक डायवर्जन लागू

यातायात पुलिस द्वारा जारी आदेश के अनुसार, शहर के अंदरूनी मार्गों पर आंतरिक डायवर्जन लागू किया गया है। मलिहाबाद चौराहा, मुंजासा तिराहा, बाजनगर किसानपथ अंडरपास, कसमण्डी (हमसफर लॉन) अंडरपास, छन्दोईया बाईपास तिराहा, तिकोनिया तिराहा, भिठौली तिराहा, नया पक्कापुल तिराहा, कुड़ियाघाट तिराहा, दुबग्गा तिराहा और नहरपुल तिराहे से कार्यक्रम स्थल अथवा छन्दोईया, सीतापुर बाईपास की ओर जाने वाले वाहनों को रोक दिया जाएगा।

वैकल्पिक मार्गों से होकर अपने गंतव्य तक पहुंच सकेंगे

इन मार्गों से आने वाले वाहन जीरो पॉइंट, किसानपथ, मोहान रोड, दुबग्गा तिराहा, नहर तिराहा, खुशहालगंज बाजार, बख्शी तालाब, इंजीनियरिंग कॉलेज चौराहा एवं अन्य वैकल्पिक मार्गों से होकर अपने गंतव्य तक पहुंच सकेंगे।इसके साथ ही बाह्य डायवर्जन के तहत शहर के बाहर से आने वाले भारी वाहनों के लिए अलग-अलग वैकल्पिक मार्ग तय किए गए हैं। कानपुर, उन्नाव, सीतापुर, हरदोई, सुल्तानपुर रोड, हैदरगढ़, रायबरेली रोड और बाराबंकी रोड की ओर से आने वाले भारी वाहनों को पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे, हैदरगढ़, बछरांवा, लालगंज, बहराइच, गोण्डा, बलरामपुर और अन्य वैकल्पिक मार्गों से डायवर्ट किया जाएगा, ताकि शहर के भीतर यातायात का दबाव न बढ़े।

केवल इन वाहनों की रहेगी छूट

यातायात पुलिस ने स्पष्ट किया है कि डायवर्जन के दौरान एम्बुलेंस, फायर सर्विस, स्कूली वाहन, शव वाहन एवं अन्य आपातकालीन सेवाओं को आवश्यकतानुसार प्रतिबंधित मार्गों से भी अनुमति दी जा सकेगी। किसी भी चिकित्सकीय आपात स्थिति या विशेष आवश्यकता में नागरिक ट्रैफिक कंट्रोल नंबर 9454405155 पर संपर्क कर सकते हैं।लखनऊ यातायात पुलिस ने आम नागरिकों से अपील की है कि वे यात्रा से पहले तय किए गए डायवर्जन मार्गों की जानकारी अवश्य प्राप्त कर लें, अनावश्यक रूप से प्रतिबंधित मार्गों पर न जाएं और पुलिस प्रशासन का सहयोग करें, ताकि कार्यक्रम के दौरान यातायात व्यवस्था सुचारु बनी रहे।
यूपी में अपराधियों का काल बनी पुलिस: वर्ष 2017 से लेकर अबतक दस हजार से अधिक बदमाश हुए लंगड़े
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में वर्ष 2017 के बाद अपराध की दुनिया में जो भूचाल आया, उसने माफिया, शूटर और कुख्यात बदमाशों की रीढ़ तोड़कर रख दी। योगी सरकार के सत्ता में आने के बाद यूपी पुलिस और एसटीएफ ने अपराधियों के खिलाफ ऐसी जंग छेड़ी कि प्रदेश में आतंक का पर्याय बने 10 हजार से ज्यादा कुख्यात बदमाश पुलिस की गोली से लंगड़े हो गए, जबकि 35 हजार से अधिक अपराधियों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे पहुंचाया गया।

करीब 300 दुर्दांत बदमाशों का खात्मा किया गया

इस दौरान करीब 300 दुर्दांत बदमाशों का खात्मा किया गया।लेकिन, इतनी बड़ी कार्रवाई के बावजूद यूपी पुलिस की हिट लिस्ट अभी खाली नहीं हुई है। जानकार सूत्रों के मुताबिक, अब भी दर्जनों टॉप टारगेट अपराधी खुलेआम या भूमिगत होकर पुलिस को चुनौती दे रहे हैं। इन टारगेट्स में 10 हजार से लेकर एक लाख रुपये तक के इनामी बदमाश शामिल हैं, जिनकी तलाश में एसटीएफ और जिला पुलिस की टीमें दिन-रात जुटी हुई हैं।

21 दिसंबर 2025: दो और कुख्यातों का अंत

21 दिसंबर 2025 को बुलंदशहर और सहारनपुर में हुई अलग-अलग मुठभेड़ों ने साफ संदेश दे दिया कि यूपी में अपराध की उम्र लंबी नहीं है। इन मुठभेड़ों में कुख्यात इनामी बदमाश सिराज अहमद और ज़ुबैर उर्फ पीटर को एसटीएफ और पुलिस ने ढेर कर दिया। दोनों अपराधी लंबे समय से पुलिस की हिट लिस्ट में शामिल थे और कई संगीन वारदातों में वांछित थे।

अब भी नासूर बने हैं कई जिले

सूत्रों के मुताबिक, मेरठ, सहारनपुर, शामली, बिजनौर, गाजियाबाद, गोरखपुर, आजमगढ़, देवरिया, बलिया, गाजीपुर, वाराणसी, मिर्जापुर, सोनभद्र, कानपुर, बाराबंकी और लखनऊ में कई सूचीबद्ध बदमाश अब भी पुलिस के लिए सिरदर्द बने हुए हैं। ये अपराधी जमीन, हत्या, रंगदारी, अवैध हथियार और संगठित अपराध के नेटवर्क से जुड़े बताए जा रहे हैं।

एसटीएफ की नई रणनीति

जानकार बताते हैं कि एसटीएफ ने अब इन बचे हुए टॉप टारगेट्स के खिलाफ नई माइक्रो-प्लानिंग, टेक्निकल सर्विलांस और इंटर-डिस्ट्रिक्ट ऑपरेशन शुरू कर दिए हैं। पुलिस सूत्रों का दावा है कि बहुत जल्द इन कुख्यातों को भी या तो जेल भेजा जाएगा या उनका खेल हमेशा के लिए खत्म कर दिया जाएगा।यूपी में साफ संदेश है—या तो अपराध छोड़ो, या फिर यूपी छोड़ो… वरना अंजाम तय है।