विनोबा भावे विश्वविद्यालय के 10वें दीक्षांत समारोह में राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार का संबोधन, विद्यार्थियों को दी राष्ट्रनिर्माण में योगदान की प

हजारीबाग | राज्यपाल सह झारखंड राज्य के विश्वविद्यालयों के कुलाधिपति संतोष कुमार गंगवार ने विनोबा भावे विश्वविद्यालय, हजारीबाग के 10वें दीक्षांत समारोह में उपाधि प्राप्त करने वाले सभी विद्यार्थियों एवं शोधार्थियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि दीक्षांत समारोह केवल उपाधि प्रदान करने का औपचारिक अवसर नहीं है, बल्कि यह विद्यार्थियों के परिश्रम, अनुशासन, धैर्य और निरंतर साधना का प्रतीक है। यह जीवन के एक महत्वपूर्ण अध्याय की पूर्णता और नए अध्याय की शुरुआत का संकेत देता है।

राज्यपाल ने कहा कि विश्वविद्यालय से अर्जित ज्ञान, मूल्यबोध और संस्कारों का उपयोग समाज और राष्ट्र के व्यापक हित में करना विद्यार्थियों का दायित्व है। विनोबा भावे जैसे महान समाज सुधारक के नाम पर स्थापित इस विश्वविद्यालय की परंपराएं सेवा, त्याग और सामाजिक चेतना से जुड़ी हैं, जिन्हें विद्यार्थियों को अपने आचरण और कर्म से जीवंत रखना चाहिए।

उन्होंने स्पष्ट किया कि शिक्षा का उद्देश्य केवल आजीविका अर्जन तक सीमित नहीं होना चाहिए, बल्कि एक संवेदनशील, जिम्मेदार और कर्तव्यनिष्ठ नागरिक का निर्माण करना भी शिक्षा का मूल लक्ष्य है। राज्यपाल ने विद्यार्थियों से ‘विकसित भारत तथा ‘आत्मनिर्भर एवं सशक्त भारत’ के निर्माण में ईमानदारी, परिश्रम और नैतिकता के साथ योगदान देने का आह्वान किया।

समाज के प्रति जिम्मेदारी पर बल देते हुए राज्यपाल ने कहा कि यदि प्रत्येक शिक्षित युवा समाज के किसी एक बच्चे की शिक्षा की जिम्मेदारी ले, तो अशिक्षा स्वतः समाप्त हो सकती है। उन्होंने विश्वविद्यालयों को केवल डिग्री देने वाले संस्थान नहीं, बल्कि विचार, चरित्र और चेतना के केंद्र बताते हुए शैक्षणिक गुणवत्ता, शोध कार्य, सामाजिक सरोकारों और प्लेसमेंट व्यवस्था को और सुदृढ़ करने की आवश्यकता पर जोर दिया।

राष्ट्रीय शिक्षा नीति–2020 का उल्लेख करते हुए राज्यपाल ने कहा कि यह नीति शिक्षा को अधिक समावेशी, मूल्यपरक और समाजोपयोगी बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इसके माध्यम से नई पीढ़ी को अवसरों के साथ-साथ जिम्मेदारियों का भी बोध कराया जा रहा है, जिससे वे राष्ट्र निर्माण में सक्रिय भूमिका निभा सकें।

अपने संबोधन के अंत में राज्यपाल ने विद्यार्थियों से कहा कि जीवन में यह कभी न भूलें कि पहचान डिग्री से नहीं, बल्कि कर्मों से बनती है। सफलता और असफलता दोनों जीवन के स्वाभाविक पक्ष हैं, लेकिन असफलता से सीख लेकर आगे बढ़ने वाला व्यक्ति ही स्थायी सफलता प्राप्त करता है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि विद्यार्थी जहाँ भी रहें, अपने ज्ञान, आचरण और सेवा भाव से विश्वविद्यालय, परिवार और राष्ट्र का नाम गौरवान्वित करेंगे।

इससे पूर्व राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने विश्वविद्यालय परिसर में स्थापित भू-दान यज्ञ के प्रणेता संत विनोबा भावे की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धा-सुमन अर्पित किए।

राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्षा विजया रहाटकर के नेतृत्व में हजारीबाग में पोश एक्ट पर प्रमंडल स्तरीय कार्यशाला आयोजित

हजारीबाग : राष्ट्रीय महिला आयोग, नई दिल्ली की माननीय अध्यक्षा श्रीमती विजया रहाटकर एवं माननीय सदस्यगण सुश्री डेलिना खोंगडुप, डॉ. अर्चना मजूमदार तथा श्रीमती ममता कुमारी हजारीबाग जिले के दौरे पर रहीं। इस क्रम में मंगलवार को नगर निगम सभागार में प्रमंडल स्तरीय कार्यशाला “कैपेसिटी बिल्डिंग ट्रेनिंग फॉर लोकल कमिटी और इंटरनल कमिटी अंडर पोश एक्ट” का आयोजन किया गया।

कार्यशाला का शुभारंभ मुख्य अतिथि माननीय अध्यक्षा श्रीमती विजया रहाटकर, आयोग की माननीय सदस्यगण, उपविकास आयुक्त श्री इश्तियाक अहमद, नगर आयुक्त सहित अन्य अधिकारियों द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया गया। कार्यक्रम में उपस्थित सभी अतिथियों का शॉल ओढ़ाकर सम्मान किया गया।

कार्यशाला को संबोधित करते हुए माननीय अध्यक्षा श्रीमती विजया रहाटकर ने उपस्थित महिला एवं पुरुष अधिकारियों, क्षेत्रीय समिति के सदस्यों तथा प्रतिभागियों को कार्यस्थल पर लैंगिक उत्पीड़न से संबंधित पोश अधिनियम की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने प्रतिभागियों से संवाद स्थापित कर उनके प्रश्नों एवं समस्याओं के समाधान किए।

माननीय अध्यक्षा ने अपने संबोधन में कहा कि महिलाओं की केवल रक्षा ही नहीं, बल्कि उनकी गरिमा, सुरक्षा और सम्मान सुनिश्चित करना हम सभी की जिम्मेदारी है। ऐसा वातावरण बनाना आवश्यक है, जहां महिलाएं बिना डर और भेदभाव के अपने दायित्वों का निर्वहन स्वतंत्र रूप से कर सकें। उन्होंने क्षेत्रीय समिति के पदाधिकारियों एवं सभी अधिकारियों को कार्यस्थल पर आत्ममंथन और नवाचार करने की सलाह दी।

उन्होंने महिला आयोग के क्षेत्रीय पदाधिकारियों को प्रेरित करते हुए कहा कि क्षेत्र में अधिक से अधिक जागरूकता फैलाने तथा न्यायिक प्रक्रिया से लाचार एवं उत्पीड़ित महिलाओं को न्याय दिलाने के लिए सक्रिय प्रयास करें। उन्होंने कहा कि कानून ने महिला आयोग को व्यापक अधिकार दिए हैं, जिनमें सिविल कोर्ट की शक्तियां भी शामिल हैं। आयोग के पास आए मामलों की निष्पक्ष एवं समयबद्ध जांच से ही लोगों का विश्वास महिला आयोग पर मजबूत होगा।

माननीय अध्यक्षा ने यह भी कहा कि शिकायत करने वाली महिलाओं के प्रति सहानुभूतिपूर्ण दृष्टिकोण अपनाते हुए पूर्ण गोपनीयता बरतनी चाहिए, ताकि वे स्वयं को सुरक्षित महसूस कर सकें। सभी मामलों की जांच विधि एवं नियमों के अनुरूप पारदर्शी ढंग से सुनिश्चित की जाए।

उन्होंने क्षेत्रीय अधिकारियों को नियमित प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करने और जागरूकता बढ़ाने पर विशेष बल दिया। उन्होंने कहा कि एक प्रतिबद्ध राष्ट्रीय एवं क्षेत्रीय महिला समिति ही उत्पीड़ित महिलाओं को न्याय दिलाकर उनका विश्वास जीत सकती है। राष्ट्रीय एवं क्षेत्रीय महिला आयोग के निर्देशों के अनुपालन तथा आपसी सौहार्दपूर्ण व्यवहार से समाज में सकारात्मक सांस्कृतिक बदलाव संभव है।

अंत में उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि महिलाओं के साथ-साथ पुरुषों को भी पोश कानून की जानकारी सरल एवं आम बोलचाल की भाषा में दी जाए, ताकि कानून को सही तरीके से समझा जा सके। आयोग के पास प्राप्त मामलों की समय पर रिपोर्टिंग एवं पारदर्शिता बनाए रखने पर भी उन्होंने जोर दिया और कहा कि अधिकारियों की ईमानदारी ही महिलाओं के विश्वास को मजबूत करती है।

कार्यशाला में उपरोक्त के अलावा उप निर्वाचन पदाधिकारी, जिला योजना पदाधिकारी, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी, सामान्य शाखा प्रभारी, सामाजिक सुरक्षा के सहायक निदेशक, प्रमंडल के सात जिला के क्षेत्रीय समिति एवं जिला आंतरिक समिति के प्रतिभागी सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।

राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष एवं सदस्यों का हजारीबाग दौरा, संत कोलंबस कॉलेज में “कैंपस कॉलिंग प्रोग्राम” का आयोजन

राष्ट्रीय महिला आयोग, नई दिल्ली की माननीय अध्यक्ष श्रीमती विजया रहाटकर एवं आयोग की माननीय सदस्यगण सुश्री डेलिना खोंगडुप, डॉ. अर्चना मजूमदार एवं श्रीमती ममता कुमारी मंगलवार को हजारीबाग जिले के दौरे पर रहीं। इस अवसर पर आयोग की अध्यक्ष एवं सदस्यों ने सर्वप्रथम संत कोलंबस कॉलेज, हजारीबाग में आयोजित “कैंपस कॉलिंग प्रोग्राम” में भाग लिया।

कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष श्रीमती विजया रहाटकर, आयोग की माननीय सदस्यगण, उप विकास आयुक्त श्री इस्तियाक अहमद तथा कॉलेज के प्राचार्य द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलन कर किया गया।

कैंपस कॉलिंग कार्यक्रम में उपस्थित छात्र–छात्राओं को संबोधित करते हुए आयोग की अध्यक्ष श्रीमती विजया रहाटकर ने कहा कि हजारीबाग शिक्षा के क्षेत्र में बेहतरीन कार्य कर रहा है, जो गर्व की बात है। उन्होंने कहा कि कैंपस कॉलिंग कार्यक्रम विशेष रूप से युवाओं के लिए है और वर्ष 2047 में आज़ादी के सौ वर्ष पूर्ण होने पर देश के आर्थिक, सामाजिक एवं शैक्षणिक विकास में युवाओं का अतुलनीय योगदान होगा। उन्होंने युवाओं को देश का नीति निर्माता बताते हुए सामाजिक, नैतिक एवं डिजिटल चुनौतियों को समझकर राष्ट्र निर्माण में सक्रिय भूमिका निभाने का आह्वान किया।

उन्होंने कहा कि युवाओं को महिलाओं के सम्मान एवं सशक्तिकरण के लिए आगे आना चाहिए और समाज में यह संदेश देना चाहिए कि लिंग भेदभाव जैसी कुरीतियों को समाप्त करते हुए बेटों के समान बेटियों को भी अपनाया जाए। 

साइबर अपराध एवं कानूनी जागरूकता पर जोर - आयोग की अध्यक्ष ने कहा कि वर्तमान डिजिटल युग में साइबर अपराधों में वृद्धि हो रही है, जिससे बचाव के लिए इंटरनेट का उपयोग अत्यंत सावधानीपूर्वक किया जाना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि साइबर अपराध या पोक्सो एक्ट से संबंधित मामलों में कानून का सहारा लेना चाहिए। स्कूलों एवं कॉलेजों में छात्र–छात्राओं को साइबर क्राइम एवं पोक्सो अधिनियम के संबंध में जागरूक करना अत्यंत आवश्यक है, क्योंकि बदलाव की शुरुआत शैक्षणिक संस्थानों से होती है।

उन्होंने यह भी कहा कि सोशल मीडिया के माध्यम से महिलाओं के साथ किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी या उत्पीड़न की स्थिति में नजदीकी थाना, संबंधित सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एवं राष्ट्रीय महिला आयोग में शिकायत दर्ज करानी चाहिए। आयोग महिलाओं को मार्गदर्शन, जागरूकता एवं सहायता प्रदान करने के लिए सदैव तत्पर है।

सम्मान एवं शपथ ग्रहण - कार्यक्रम के अंत में राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष एवं माननीय सदस्यों को मोमेंटो भेंट कर सम्मानित किया गया। साथ ही लैंगिक समानता के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य हेतु पांच छात्राओं रीता कुमारी, अर्चता रानी, वैष्णवी सिंहा, जोया अख्तर एवं कोमल कुमारी का चयन कर उन्हें प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया।

अंत में आयोग की अध्यक्ष द्वारा उपस्थित सभी अधिकारियों एवं छात्र–छात्राओं को लैंगिक समानता संकल्प की शपथ दिलाई गई।

हजारीबाग: स्व. रफीक अंसारी की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि, कंबल वितरण और विज्ञान-सांस्कृतिक महोत्सव में मुन्ना सिंह का प्रेरक संबोधन

हजारीबाग— पूर्व सदर विधानसभा प्रत्याशी मुन्ना सिंह ने मंगलवार को स्वर्गीय रफीक अंसारी जी की 13वीं पुण्यतिथि के अवसर पर जिला कांग्रेस कार्यालय, कृष्ण बल्लभ आश्रम, हजारीबाग में आयोजित श्रद्धांजलि कार्यक्रम में भाग लिया। इस अवसर पर उन्होंने स्व. रफीक अंसारी जी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर भावभीनी श्रद्धांजलि दी।

श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए मुन्ना सिंह ने कहा कि समाज के कमजोर, जरूरतमंद और वंचित वर्गों के लिए स्व. रफीक अंसारी जी का योगदान सदैव स्मरणीय रहेगा। उन्होंने फहिमा स्कूल के माध्यम से बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ने के उनके प्रयासों को याद करते हुए कहा कि उनके इस कार्य से अनेक परिवारों का भविष्य संवर सका।

कार्यक्रम के दौरान मुन्ना सिंह की ओर से बुजुर्गों के बीच गर्म कंबलों का वितरण भी किया गया, जिससे कड़ाके की ठंड में जरूरतमंदों को राहत मिल सके।

इसके उपरांत मुन्ना सिंह डेरोज़ियो बोर्डिंग स्कूल, हजारीबाग द्वारा आयोजित विज्ञान एवं सांस्कृतिक महोत्सव–2025 में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। विद्यालय प्रबंधन की ओर से उनका गर्मजोशी से स्वागत किया गया।

महोत्सव को संबोधित करते हुए मुन्ना सिंह ने छात्रों की प्रतिभा, मेहनत और ऊर्जा की सराहना की। उन्होंने कहा कि यही बच्चे आने वाले कल का भारत गढ़ेंगे। शिक्षा केवल किताबी ज्ञान तक सीमित नहीं है, बल्कि विज्ञान, कला, संस्कृति और नवाचार के माध्यम से बच्चों में नेतृत्व क्षमता, तार्किक सोच और समाज के प्रति जिम्मेदारी विकसित होती है।

उन्होंने अभिभावकों, शिक्षकों और समाज से आह्वान किया कि सभी मिलकर बच्चों को हर क्षेत्र में उत्कृष्टता प्राप्त करने का अवसर दें। यही एक मजबूत, प्रगतिशील और लोकतांत्रिक भारत की नींव है। युवाओं की सक्रिय भागीदारी और मंचों पर उनकी प्रतिभा यह विश्वास दिलाती है कि देश का भविष्य उज्ज्वल है। युवा शक्ति ही भारत की सबसे बड़ी ताकत है।

2.2 कोल ट्रांसपोर्टिंग सड़क में तैनात सुरक्षा गार्ड की ऑन ड्यूटी मौत, कोल ट्रांसपोर्टिंग ठप

केरेडारी से रोहित गोस्वामी की रिपोर्ट

केरेडारी: एनटीपीसी के चट्टी बरियातू कोल माइंस और केरेडारी कोल माइंस से कोयला ढुलाई वाली मार्ग 2.2 सड़क पर सुरक्षा गार्ड की ऑन ड्यूटी मौत हो गई! इस संदर्भ में मिली जानकारी के अनुसार केरेडारी थाना क्षेत्र के चट्टी पेटो गांव निवासी रामेश्वर साव उम्र 35 वर्ष पिता शीतल साव कोल ट्रांसपोर्टिंग 2.2 सड़क में सुरक्षा गार्ड के रूप में कार्यरत था! कार्य के दौरान उक्त सुरक्षा गार्ड का दोपहर दो बजे अचानक तबियत बिगड़ गई आनन फानन में परिजनों द्वारा उसे रांची स्थित मेडिका अस्पताल ले जाया गया जहां उसकी मौत हो गई! मौत के उपरांत परिजनों ने मृतक के परिजनों को पेंशन बीमा की राशि रोजगार और परिजनों को सहायता राशि की मांग को लेकर 2.2 सड़क को जाम कर दिया! जिस कारण उक्त सड़क पर कोल ट्रांसप्टिंग कार्य पूरी तरह ठप हो गया! समाचार लिखे जाने तक 2.2 सड़क जाम थी और कोयले का ढुलाई कार्य पूरी तरह बंद था!

उप प्रमुख ने सड़क किनारे बसे लोगों से सड़क में पानी नहीं बहाने की अपील

केरेडारी से रोहित गोस्वामी की रिपोर्ट

केरेडारी : केरेडारी उप प्रमुख अमेरिका महतो ने स्कूली बच्चों संग केरेडारी के ग्रामीणों से सड़क पर पानी नहीं बहाने की अपील की है! कहा है कि केरेडारी के बेल चौक से बाजार टांड़ तथा श्मशान घाट तक उक्त रोड के किनारे बसे ग्रामीण अपने अपने घरों का पानी सड़क पर सड़क को नाली समझ कर बहा देते हैं! सड़क पर पर पानी गिराने से पंचायत के सभी राहगीरों को बाजार आवागमन करने वालों व स्कूली बच्चों को स्कूल आने जाने में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है! उक्त सड़क से गरी कलां कोदवे मुगवा टांड़ लोचर केरेडारी पंचायत समेत अन्य जगहों के लोगों का आना जाना लगा रहता है! इसलिए जिनका जिनका घर इस सड़क किनारे में है !घर का पानी सड़क पर निकाशी हो रहा है उन से आग्रह है रोड पर पानी नहीं निकाले! इस मार्मिक अपील में स्कूली बच्चों ने भी सहयोग करते हुए पानी नहीं बहाने की अपील की है! आगे कहा कि एक सप्ताह के अन्दर  अपने अपने पानी का निकासी का सुविधा कर ले नहीं तो कानूनी करवाए किया जाएगा! इस मौके पर उप प्रमुख अमेरिका महतो चिंता कुमारी रेणु कुमारी सोनिका कुमारी सुहानी कुमारी निक्की कुमारी रानी कुमारी रिया कुमारी बेगम साहिब समेत अन्य छात्र छात्राएं मौजूद थीं!

हजारीबाग में झारखंड जन संस्कृति मंच का मासिक कवि सम्मेलन सह सम्मान समारोह भव्यता के साथ संपन्न

हजारीबाग में झारखंड जन संस्कृति मंच की ओर से आयोजित मासिक कवि सम्मेलन सह सम्मान समारोह कोर्रा स्थित मिराकल कोचिंग सेंटर में भव्य, गरिमामय और साहित्यिक वातावरण में संपन्न हुआ। इस अवसर पर जिले एवं राज्य के 40 से अधिक रचनाकारों ने सहभागिता की। कार्यक्रम के दौरान सभी रचनाकारों को लेखक के प्रतीक स्वरूप ‘कलम’ एवं सम्मान पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम की अध्यक्षता आशु कवि प्रमोद रंजन ने की, जबकि मुख्य अतिथि के रूप में पर्यावरणविद सुरेंद्र सिंह एवं कवि अजय कुमार उपस्थित रहे। कार्यक्रम की शुरुआत में शंकर गुप्ता ने वर्षांत के इस मासिक कवि सम्मेलन में सभी रचनाकारों का स्वागत किया।

काव्य पाठ की शुरुआत कवयित्री एवं प्राध्यापिका प्रमिला गुप्ता की सशक्त और भावपूर्ण रचनाओं से हुई, जिन्हें श्रोताओं ने खूब सराहा। इसके पश्चात शिक्षक कवि संजय हजारीबागी, ग़ज़लकार रुबीना वफ़ा, छात्रा कवयित्री राजश्री, लेखक कवि अमरेज़ अंसारी सहित कई रचनाकारों ने सामाजिक, संवेदनशील और समसामयिक विषयों पर प्रभावी काव्य पाठ किया।

खोरठा, हिंदी एवं उर्दू भाषाओं में प्रस्तुत रचनाओं ने श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। कवि अनंत ज्ञान, राजू विश्वकर्मा, टी.पी. पोद्दार, अरविंद झा, सुप्रिया रश्मि, संजीत, डॉक्टर रमेश शर्मा, विजय कुमार राणा सहित अनेक रचनाकारों की प्रस्तुतियों को श्रोताओं की भरपूर सराहना मिली। संगीत और कविता के सुंदर संगम के तहत प्रांशु प्रांजल ने गिटार के साथ फिल्मी गीत प्रस्तुत कर विशेष आकर्षण बटोरा।

अध्यक्षीय संबोधन में आशु कवि प्रमोद रंजन ने विविध, रंग-बिरंगी और विचारोत्तेजक रचनाओं की प्रशंसा करते हुए कहा कि लेखन समाज के लिए अत्यंत आवश्यक है और रचनाकारों को निरंतर लेखन करते रहना चाहिए।

कार्यक्रम के अंत में अवकाश प्राप्त शिक्षक एवं संघ के समर्पित नेता रामेश्वर प्रसाद गुप्ता के आकस्मिक निधन पर दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित की गई। कार्यक्रम का सफल संचालन प्रमिला गुप्ता ने किया, जबकि धन्यवाद ज्ञापन शंकर गुप्ता द्वारा प्रस्तुत किया गया।

दिल्ली पब्लिक स्कूल, शंकरपुर में भव्य वार्षिक स्पोर्ट्स डे 2025 का आयोजन, चैलेंजर्स हाउस बना विजेता

हजारीबाग - शिक्षा के क्षेत्र में गुणवत्ता, अनुशासन और सर्वांगीण विकास के लिए पहचाने जाने वाले शंकरपुर स्थित दिल्ली पब्लिक स्कूल में प्रत्येक वर्ष की परंपरा का निर्वहन करते हुए इस वर्ष भी वार्षिक स्पोर्ट्स डे 2025 का आयोजन अत्यंत भव्य, सुव्यवस्थित एवं उत्साहपूर्ण वातावरण में किया गया। सोमवार को प्रातः लगभग 9:00 बजे विद्यालय परिसर एक विशाल खेल उत्सव में परिवर्तित हो गया, जहां छात्र-छात्राओं के साथ-साथ शिक्षक एवं अभिभावकों में भी खासा उत्साह देखने को मिला। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि के स्वागत के साथ हुआ, जिसके पश्चात विद्यालय के चारों हाउस चैम्पियंस, चैलेंजर्स, एक्सप्लोरर्स एवं सुपीरियर्स द्वारा आकर्षक एवं अनुशासनबद्ध मार्च पास्ट प्रस्तुत किया गया। विद्यार्थियों की एकरूप चाल, समन्वय और आत्मविश्वास ने खेलों में अनुशासन, टीम भावना और नेतृत्व क्षमता का जीवंत प्रदर्शन किया।

मार्च पास्ट के उपरांत मुख्य अतिथि वरिष्ठ पत्रकार डॉ. प्रसन्न मिश्रा तथा विशिष्ट अतिथि विद्यालय बोर्ड के ट्रस्टी एवं वरिष्ठ समाजसेवी श्रद्धानंद सिंह द्वारा वार्षिक स्पोर्ट्स डे का औपचारिक उद्घाटन किया गया। इस अवसर पर विद्यालय की डायरेक्टर निशा जायसवाल एवं प्रिंसिपल पायल बंसल की उपस्थिति रही, जिनके कुशल मार्गदर्शन में पूरे आयोजन को सफलतापूर्वक संपन्न कराया गया। खेल प्रतियोगिताओं की विधिवत शुरुआत मशाल प्रज्वलन के साथ हुई। विद्यालय के कप्तान एवं विभिन्न खेलों के कप्तानों ने मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथि, डायरेक्टर एवं प्रिंसिपल की उपस्थिति में संयुक्त रूप से मशाल जलाकर खेल दिवस का शुभारंभ किया। यह क्षण खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा, एकता और खेल भावना का प्रतीक बना। इसके पश्चात विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने पूरे वातावरण को रंगारंग बना दिया। नन्हे विद्यार्थियों की मनमोहक प्रस्तुतियों ने दर्शकों का दिल जीत लिया। इसके बाद ड्रिल प्रदर्शन तथा विद्यार्थियों की कराटे की अनुशासित एवं सशक्त प्रस्तुति ने उपस्थित अतिथियों, शिक्षकों एवं अभिभावकों को विशेष रूप से प्रभावित किया। बच्चों की फुर्ती, संतुलन और आत्मरक्षा कौशल ने विद्यालय में दी जा रही समग्र शिक्षा एवं अनुशासन को स्पष्ट रूप से दर्शाया। सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के उपरांत विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। इनमें 100 मीटर, 200 मीटर, 400 मीटर एवं 800 मीटर दौड़, रिले रेस, हर्डल रेस, लंबी कूद, ऊंची कूद, लेग रेस, थ्री लेग रेस, ब्रिज रेस, टनल बॉल, ऑब्स्टेकल रेस तथा टग ऑफ वॉर जैसी रोचक एवं प्रतिस्पर्धात्मक स्पर्धाएं शामिल रहीं। इस वार्षिक खेल दिवस में विद्यालय के चारों हाउस के लगभग 56 खिलाड़ियों ने पूरे उत्साह, आत्मविश्वास और खेल भावना के साथ भाग लिया। पूरे दिन चले खेल आयोजनों में अभिभावकों ने भी बच्चों का उत्साहवर्धन किया। विद्यालय के शिक्षक-शिक्षिकाएं प्रत्येक गतिविधि में मार्गदर्शन और सहयोग प्रदान करते नजर आए। कार्यक्रम की सफलता के लिए शिक्षक-शिक्षिकाओं द्वारा कई दिनों से निरंतर तैयारी की जा रही थी, जिसका सकारात्मक परिणाम आयोजन के सुव्यवस्थित एवं सफल संचालन के रूप में सामने आया। कार्यक्रम के समापन अवसर पर पुरस्कार वितरण समारोह आयोजित किया गया, जिसमें विभिन्न खेल स्पर्धाओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों एवं सर्वश्रेष्ठ टीमों को प्रशस्ति पत्र एवं मोमेंटो प्रदान कर सम्मानित किया गया। विजेता खिलाड़ियों के चेहरे पर आत्मविश्वास और खुशी स्पष्ट रूप से झलक रही थी। परिणामों की घोषणा में चैलेंजर्स हाउस ने प्रथम स्थान प्राप्त किया, जबकि एक्सप्लोरर्स हाउस द्वितीय, सुपीरियर्स हाउस तृतीय एवं चैम्पियंस हाउस चतुर्थ स्थान पर रहा।

इस अवसर पर विद्यालय की डायरेक्टर निशा जायसवाल ने कहा कि खेल बच्चों के शारीरिक, मानसिक एवं नैतिक विकास का सशक्त माध्यम हैं। ऐसे आयोजन बच्चों में अनुशासन, नेतृत्व क्षमता और आत्मविश्वास को मजबूत करते हैं। वहीं प्रिंसिपल पायल बंसल ने कहा कि वार्षिक स्पोर्ट्स डे का उद्देश्य विद्यार्थियों को स्वस्थ प्रतिस्पर्धा के साथ-साथ सहयोग, संयम और खेल भावना का महत्व समझाना है, ताकि वे भविष्य में जिम्मेदार एवं बेहतर नागरिक बन सकें। मुख्य अतिथि डॉ. प्रसन्न मिश्रा ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि जीवन में निरंतर प्रयास, अनुशासन और सकारात्मक सोच से हर चुनौती पर विजय पाई जा सकती है। खेल हमें धैर्य, संघर्ष और आत्मविश्वास का पाठ पढ़ाते हैं। उन्होंने सभी विद्यार्थियों को स्पोर्ट्स डे की शुभकामनाएं देते हुए उज्ज्वल भविष्य की कामना की। वहीं विशिष्ट अतिथि श्रद्धानंद सिंह ने कहा कि खेल हार-जीत के साथ अनुशासन और संतुलन सिखाते हैं तथा विद्यार्थियों को पढ़ाई के साथ-साथ खेलों में भी सक्रिय भागीदारी करनी चाहिए। समग्र रूप से दिल्ली पब्लिक स्कूल, शंकरपुर का यह वार्षिक स्पोर्ट्स डे उत्साह, अनुशासन, टीम भावना और समर्पण का उत्कृष्ट उदाहरण बनकर सामने आया। विद्यालय के सभी शैक्षणिक एवं गैर-शैक्षणिक कर्मचारियों के उत्कृष्ट समन्वय एवं सहयोग से संपन्न यह वार्षिक खेल दिवस 2025 विद्यार्थियों के लिए प्रेरणादायक, आनंददायक एवं स्मरणीय सिद्ध हुआ।

अंतर्विभागीय समन्वय समिति की बैठक आयोजित

उपायुक्त शशि प्रकाश सिंह के निर्देशानुसार डीआरडीए निदेशक श्रीमती मां देव प्रिया की अध्यक्षता में सोमवार को समाहरणालय सभागार में अंतर्विभागीय समन्वय समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक में विभिन्न विभागों से संबंधित ऐसे लंबित मामलों की समीक्षा की गई, जिनका निष्पादन अन्य विभागों के समन्वय के अभाव में लंबित है।

बैठक में लंबित मामलों के त्वरित निष्पादन हेतु विभागों के बीच बेहतर समन्वय स्थापित करने पर जोर दिया गया। आपसी संवाद एवं पत्राचार को प्रभावी बनाने के निर्देश देते हुए कहा गया कि सभी अधिकारी समयबद्ध ढंग से कार्य करें, ताकि जनसामान्य से जुड़े मामलों का शीघ्र समाधान सुनिश्चित हो सके।

बैठक में उपायुक्त के जनता दरबार से प्राप्त मामलों एवं पीजी पोर्टल पर लंबित शिकायतों के शीघ्र निष्पादन का निर्देश दिया गया। झारसेवा के अंतर्गत लंबित जाति, आवासीय एवं आय प्रमाण पत्रों के त्वरित निर्गत करने पर विशेष बल दिया गया। साथ ही “सरकार आपके द्वार” कार्यक्रम के अंतर्गत विभिन्न विभागों को प्राप्त आवेदनों पर निष्पादन कार्रवाई तेज करने का निर्देश दिया गया।

भू-अर्जन से संबंधित अभिश्रव सत्यापन एवं अन्य लंबित मामलों के शीघ्र निष्पादन का भी निर्देश दिया गया। उपायुक्त द्वारा स्कूलों एवं आंगनबाड़ी केंद्रों में बिजली, पेयजल एवं भवन निर्माण कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर पूर्ण करने को कहा गया।

उपायुक्त के निर्देशानुसार स्वास्थ्य सेवाओं पर विशेष फोकस करते हुए संबंधित विभागों को आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए गए। इसके अतिरिक्त पथ निर्माण, जल जीवन मिशन, लघु सिंचाई विभाग सहित सभी विभागों को संचालित योजनाओं की नियमित मॉनिटरिंग करते हुए समयबद्ध पूर्णता सुनिश्चित करने को कहा गया।

सभी लंबित मामलों की नियमित समीक्षा बैठक आयोजित करने एवं प्रत्येक बैठक में प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया गया। बैठक में सभी अधिकारियों से पारदर्शिता एवं जवाबदेही के साथ कार्य करने की अपेक्षा की गई, ताकि जिले के विकास कार्यों के क्रियान्वयन में किसी प्रकार की बाधा उत्पन्न न हो।

बैठक में नगर आयुक्त, डीआरडीए निदेशक, सभी जिला स्तरीय पदाधिकारी, अंचल अधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।

खनन टास्क फोर्स की बैठक संपन्न ,अवैध खनन पर कड़ी कार्रवाई का निर्देश

उपायुक्त शशि प्रकाश सिंह की अध्यक्षता में सोमवार को समाहरणालय सभागार में खनन टास्क फोर्स की बैठक आयोजित की गई। बैठक में जिले में अवैध खनन, परिवहन एवं इसके विरुद्ध संचालित अभियान की विस्तृत समीक्षा की गई।

बैठक के दौरान उपायुक्त ने नवंबर माह में जिला स्तर पर अवैध खनन एवं अवैध परिवहन के विरुद्ध की गई कार्रवाई की समीक्षा की। उन्होंने जिले के विभिन्न चेक पोस्टों की स्थिति की जानकारी लेते हुए उन्हें सतत, सक्रिय एवं प्रभावी बनाए रखने का निर्देश दिया।

जिला खनन पदाधिकारी द्वारा जानकारी दी गई कि नवंबर माह में अवैध खनन के विरुद्ध निम्न कार्रवाई की गई है। इस क्रम में दो वाहनों पर प्राथमिकी दर्ज की गई है तथा 12 स्टोन चिप्स लदे वाहनों को जब्त किया गया है।

इसके अतिरिक्त 27 कोयला लदे वाहनों एवं बालू-पत्थर लदे 12 वाहनों की जांच की गई। अवैध खनन सामग्री के परिवहन में संलिप्त वाहन संचालकों से कुल 4.39 लाख रुपये की राशि वसूली गई है।

वहीं परिवहन विभाग द्वारा परिवहन नियमों के उल्लंघन के मामलों में दो वाहनों पर कार्रवाई करते हुए 67 हजार रुपये की वसूली की गई है। चार वाहनों पर तिरपाल नहीं रहने के कारण 6,39,500 रुपये तथा चार ओवरलोडेड वाहनों से कुल 1,97,650 रुपये का जुर्माना वसूला गया।

उपायुक्त ने सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया कि अवैध खनन के विरुद्ध नियमित छापेमारी अभियान चलाया जाए एवं दोषियों पर सख्त कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। उन्होंने जिलेभर में जांच अभियान को और तेज करने का भी निर्देश दिया।