योजनाओं को जनोन्मुखी बनाने के लिए अधिकारी जनप्रतिनिधियों के अनुभव का लाभ उठाएं: असीम अरुण
*राज्य मंत्री ने जनप्रतिनिधियों से नियमित भेंट करने को अधिकारियों को लिखा पत्र*

लखनऊ ब्यूरो

लखनऊ। लोकतान्त्रिक व्यवस्था में जनप्रतिनिधियों का महत्वपूर्ण स्थान है जो शासन एवं प्रशासन के बीच एक महत्वपूर्ण कड़ी के रूप में कार्य करते हैं। उनका सहयोग एवं मार्गदर्शन शासकीय कार्यों के सुगम संपादन में सदैव ही सहायक रहा है। अधिकारी जनप्रतिनिधियों से नियमित भेंट कर उनके अनुभव और सुझावों का लाभ उठाएं। ये निर्देश समाज कल्याण राज्य मंत्री (स्वतन्त्र प्रभार) असीम अरुण ने पत्र लिख कर विभागीय अधिकारियों को दिया है।

राज्य मंत्री ने पत्र में कहा है कि अधिकारी कार्यभार ग्रहण करने पर जनप्रतिनिधियों से अनिवार्य रूप से भेंट करें। इसके साथ ही जनप्रतिनिधियों को विभागीय योजनाओं की जानकारी दी जाए। उन्हें यह भी बताया जाए कि उनके क्षेत्र में इन योजनाओं के सञ्चालन में अधिकारी किस प्रकार से सहयोग कर सकते हैं। अधिकारी जनप्रतिनिधियों से अपना मोबाइल नंबर साझा करें और उनका नंबर भी लें, जिससे आपसी संपर्क में सुगमता हो।

पत्र में विभागीय राज्य मंत्री ने लिखा है कि अधिकारी ऐसे मामलों को, जिनके समाधान में जनप्रतिनिधियों का सहयोग आवश्यक/हितकारी हो उनके संज्ञान में लाकर उनका त्वरित निराकरण कराए। विभागीय सेवाओं को और बेहतर एवं जनोन्मुखी बनाने के लिए अधिकारी जनप्रतिनिधियों के ज्ञान, अनुभव एवं सुझावों का भरपूर लाभ उठाएं। जनप्रतिनिधियों द्वारा संदर्भित मामलों में त्वरित एवं समयबद्ध कार्रवाई कर उन्हें कृत कार्रवाई से अवगत भी कराया जाए। पत्र में कहा गया है कि विभागीय अधिकारी मंडलों एवं जनपदों में कार्यरत अधिकारियों को निर्देशित करें कि वे नियमित रूप से जनप्रतिनिधियों से मिलें, उनसे संवाद करें और विभागीय कार्यों के निष्पादन में आवश्यकतानुसार उनका सहयोग एवं मार्गदर्शन लें।
पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने  बुलंदशहर को दी विकास की सौगात
* 20.65 करोड़ रुपए से अधिक की 10 परियोजनाओं का किया वर्चुअल लोकार्पण व शिलान्यास

लखनऊ ब्यूरो

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने आज देश के पूर्व प्रधानमंत्री एवं किसानों के मसीहा स्व. चौधरी चरण सिंह की 143वीं जयन्ती पर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि देते हुए नमन किया और इस अवसर पर पश्चिमी उप्र खासतौर से जनपद बुलन्दशहर के विधानसभा क्षेत्र शिकारपुर के लिए 20.65 करोड़ रूपये से अधिक की 10 परियोजनाओं का लखनऊ स्थित अपने सरकारी आवास से वर्चुअली शिलान्यास एवं लोकार्पण किया। उन्होंने इस अवसर पर अधिकारियों को निर्देश दिये कि आज शिलान्यास की गयी परियोजनाओं को गुणवत्ता एवं समयबद्धता के साथ पूरा करें।
पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश की माटी के लाल, किसानों के मसीहा चौधरी चरण सिंह जी का जीवन कृषकों, ग्रामीण भारत और सामाजिक न्याय के लिए समर्पित रहा है। उनके आदर्शों पर चलते हुए प्रदेश सरकार ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में समान रूप से विकास को गति दे रही है। उन्होंने कहा कि पश्चिमी उप्र स्व. चौधरी चरण सिंह की कर्मभूमि रहा है। उन्होंने सिंचाई एवं अधिक से अधिक अन्न उत्पादन पर जोर देकर किसानों को आत्मनिर्भर बनाने का संदेश दिया।

मंत्री ने बताया कि शिकारपुर विधानसभा क्षेत्र के पर्यटन विकास की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। आज क्षेत्र में सात विकास योजनाओं का लोकार्पण किया गया, जिन पर 17.96 करोड़ रुपए से अधिक की लागत आई है। वहीं, तीन नई योजनाओं का शिलान्यास भी किया गया है, जिन पर 02.69 करोड़ रुपए से अधिक की धनराशि व्यय की जाएगी। इस प्रकार कुल मिलाकर 20.65 करोड़ रुपए से अधिक की विकास परियोजनाएं शिकारपुर विधानसभा क्षेत्र को समर्पित की गई हैं, जो क्षेत्र में पर्यटन विकास, आधारभूत संरचनाओं के सुदृढ़ीकरण एवं जन सुविधाओं के विस्तार की दिशा में अहम कदम है।

पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने शिकारपुर विधानसभा क्षेत्र में हो रहे विकास कार्यों के लिए शिकारपुर के विधायक एवं पूर्व मंत्री अनिल शर्मा के सतत प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि उनके सशक्त नेतृत्व में यह क्षेत्र तेजी से विकास के पथ पर अग्रसर है। उन्होंने विश्वास जताया कि इन योजनाओं से न केवल क्षेत्रीय पर्यटन को नई गति मिलेगी, बल्कि स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार और आजीविका के अनेक अवसर भी सृजित होंगे।
लहसुन बम फोड़कर दहशत फैलाने वाला चढ़ा पुलिस के हत्थे, अन्य आरोपियों की तलाश
लखनऊ। राजधानी लखनऊ में पुलिस कमिश्नरेट प्रणाली के बाद भी बदमाशों में खौफ नहीं रहा। फिलहाल चिनहट पुलिस ने एक ऐसे ही बदमाश को घर जो बचा है जिसने चलती मोटरसाइकिल पर लहसुन बम फोड़कर क्षेत्र में दहशत फैलाने की कोशिश की थी।  प्रभारी निरीक्षक चिनहट दिनेश चंद्र मिश्रा ने बताया कि घटना में शामिल अन्य आरोपियों की तलाश में उनके संभावित ठिकानों पर दबिश दी जा रही है। उन्होंने बताया कि इससे पहले गिरफ्तार आरोपी के एक साथी विशाल उर्फ बटला को सलाखों के पीछे भेजा जा चुका है।
इंस्पेक्टर के मुताबिक 22 दिसंबर 2025 को सोशल मीडिया पर वायरल हुई सूचना से जानकारी मिली कि कुछ लड़कों द्वारा चलती मोटरसाइकिल पर सवार होकर लहसुन बम फोड़कर क्षेत्र में दहशत फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। इस सूचना पुलिस टीम सक्रिय हुई और सीसीटीवी कैमरे के फुटेज के आधार पर चिनहट क्षेत्र के छोहरिया माता मंदिर के पास रहने वाले हासिम पुत्र इस्लामुद्दीन को मंगलवार को धर दबोचा।
इंस्पेक्टर चिनहट के अनुसार इस गिरोह में शामिल अन्य आरोपियों की तलाश में उनके संभावित ठिकानों पर दबिश दी जा रही है।
गाजीपुर में एएनटीएफ की बड़ी कार्रवाई: 425 ग्राम हेरोइन के साथ सक्रिय तस्कर गिरफ्तार, कीमत लगभग 85 लाख रुपए

लखनऊ । एएनटीएफ थाना गाजीपुर ने अवैध मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए एक सक्रिय तस्कर को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपी के कब्जे से 425 ग्राम हेरोइन, एक एंड्रॉइड मोबाइल और 250 रुपए नगद बरामद हुए। बरामद हेरोइन की अनुमानित कीमत लगभग 85 लाख रुपए है।

गहन जांच के बाद यह बड़ी सफलता हासिल हुई

यह कार्रवाई पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश, अपर पुलिस महानिदेशक कानून एवं व्यवस्था, अपर पुलिस महानिदेशक अपराध, लखनऊ के मार्गदर्शन तथा पुलिस महानिरीक्षक एएनटीएफ लखनऊ के निर्देशन में एएनटीएफ थाना गाजीपुर ने अंजाम दी। पुलिस सूत्रों के अनुसार, तस्करों के खिलाफ लगातार छापेमारी और गहन जांच के बाद यह बड़ी सफलता हासिल हुई है।

गिरफ्तार आरोपी का विवरण

नाम – पंकज कुमार,पिता का नाम – नथुनीराम,आयु – लगभग 22 वर्ष,पता – ग्राम कानूनगो मोहल्ला, वार्ड संख्या 08, थाना जमानिया, जनपद गाजीपुर, क्षेत्रीय वन अधिकारी कार्यालय के बगल, दिलदारनगर जाने वाले रास्ते पर, रोड किनारे पान की गोमती के पीछे, थाना जमानिया, गाजीपुर।

बरामदगी का विवरण:

425 ग्राम हेरोइन (लगभग 85 लाख रूपये मूल्य)

01 एंड्रॉइड मोबाइल फोन

250 रुपए नगद

पुलिस ने बताया कि पंकज कुमार गाजीपुर के एक व्यक्ति से सस्ते दाम पर हेरोइन खरीद कर बिहार के एक व्यक्ति को बेचता था। पूछताछ में उसने खुलासा किया कि मुनाफा वह और उसके साथी आपस में बाँट लेते थे। वह आज हेरोइन लेकर गाजीपुर से जा रहा था, तभी एएनटीएफ की टीम ने उसे दबोच लिया।

कानूनी कार्रवाई

इस मामले में थाना जमानिया, गाजीपुर में मु0अ0सं0 462/25, धारा 8/21/29 एनडीपीएस एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर विधिक कार्रवाई की जा रही है। पुलिस ने बरामद हेरोइन की कीमत लगभग 85 लाख रुपए आंका है।

गिरफ्तारी टीम का विवरण – एएनटीएफ थाना गाजीपुर

प्रभारी निरीक्षक सुरेन्द्र नाथ सिंह, उ0नि0 शमी असरफ शेख, हे0का0 मुस्लिम अंसारी, का0 जयन्त कुमार सिंह, कां0 देवानन्द, का0 अमित चौरसिया, का0 अजीत कुमार, का0 इन्द्रपाल सिंह, का0 शिवांश राय, का0 प्रदीप कुमार शामिल रहे। सहयोगार्थ टीम में उ0नि0 मनोज कुमार मिश्रा, का0 अनूप राय, का0 आनन्द सिंह है।

अवैध मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ अभियान चला रही

पुलिस सूत्रों ने बताया कि एएनटीएफ लगातार अवैध मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ अभियान चला रही है। पिछले कुछ महीनों में कई बड़ी तस्करी के नेटवर्क का भंडाफोड़ किया जा चुका है। इस गिरफ्तारी से न केवल हेरोइन की तस्करी पर बड़ा झटका लगा है, बल्कि नशीली दवाओं के कारोबार में सक्रिय तस्करों के लिए चेतावनी भी है।एएनटीएफ अधिकारी ने कहा कि राज्य में अवैध मादक पदार्थों की तस्करी रोकने के लिए लगातार निगरानी बढ़ाई जा रही है और तस्करों को कोई मौका नहीं दिया जाएगा।
लखनऊ में राष्ट्र प्रेरणा केन्द्र के लोकार्पण को लेकर व्यापक ट्रैफिक डायवर्जन, 24 दिसंबर की रात से लागू
लखनऊ। बसंत कुंज योजना स्थित राष्ट्र प्रेरणा केन्द्र के लोकार्पण कार्यक्रम को शांतिपूर्ण और सुचारु रूप से सम्पन्न कराने के उद्देश्य से लखनऊ यातायात पुलिस ने व्यापक यातायात एवं डायवर्जन व्यवस्था लागू की है। यह व्यवस्था 24 दिसंबर 2025 की रात 12 बजे से कार्यक्रम समाप्ति तक प्रभावी रहेगी। इस दौरान कार्यक्रम स्थल एवं उसके आसपास के क्षेत्रों में भारी, बड़े, वाणिज्यिक और सामान्य वाहनों की आवाजाही पर प्रतिबंध रहेगा।

शहर के अंदरूनी मार्गों पर आंतरिक डायवर्जन लागू

यातायात पुलिस द्वारा जारी आदेश के अनुसार, शहर के अंदरूनी मार्गों पर आंतरिक डायवर्जन लागू किया गया है। मलिहाबाद चौराहा, मुंजासा तिराहा, बाजनगर किसानपथ अंडरपास, कसमण्डी (हमसफर लॉन) अंडरपास, छन्दोईया बाईपास तिराहा, तिकोनिया तिराहा, भिठौली तिराहा, नया पक्कापुल तिराहा, कुड़ियाघाट तिराहा, दुबग्गा तिराहा और नहरपुल तिराहे से कार्यक्रम स्थल अथवा छन्दोईया, सीतापुर बाईपास की ओर जाने वाले वाहनों को रोक दिया जाएगा।

वैकल्पिक मार्गों से होकर अपने गंतव्य तक पहुंच सकेंगे

इन मार्गों से आने वाले वाहन जीरो पॉइंट, किसानपथ, मोहान रोड, दुबग्गा तिराहा, नहर तिराहा, खुशहालगंज बाजार, बख्शी तालाब, इंजीनियरिंग कॉलेज चौराहा एवं अन्य वैकल्पिक मार्गों से होकर अपने गंतव्य तक पहुंच सकेंगे।इसके साथ ही बाह्य डायवर्जन के तहत शहर के बाहर से आने वाले भारी वाहनों के लिए अलग-अलग वैकल्पिक मार्ग तय किए गए हैं। कानपुर, उन्नाव, सीतापुर, हरदोई, सुल्तानपुर रोड, हैदरगढ़, रायबरेली रोड और बाराबंकी रोड की ओर से आने वाले भारी वाहनों को पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे, हैदरगढ़, बछरांवा, लालगंज, बहराइच, गोण्डा, बलरामपुर और अन्य वैकल्पिक मार्गों से डायवर्ट किया जाएगा, ताकि शहर के भीतर यातायात का दबाव न बढ़े।

केवल इन वाहनों की रहेगी छूट

यातायात पुलिस ने स्पष्ट किया है कि डायवर्जन के दौरान एम्बुलेंस, फायर सर्विस, स्कूली वाहन, शव वाहन एवं अन्य आपातकालीन सेवाओं को आवश्यकतानुसार प्रतिबंधित मार्गों से भी अनुमति दी जा सकेगी। किसी भी चिकित्सकीय आपात स्थिति या विशेष आवश्यकता में नागरिक ट्रैफिक कंट्रोल नंबर 9454405155 पर संपर्क कर सकते हैं।लखनऊ यातायात पुलिस ने आम नागरिकों से अपील की है कि वे यात्रा से पहले तय किए गए डायवर्जन मार्गों की जानकारी अवश्य प्राप्त कर लें, अनावश्यक रूप से प्रतिबंधित मार्गों पर न जाएं और पुलिस प्रशासन का सहयोग करें, ताकि कार्यक्रम के दौरान यातायात व्यवस्था सुचारु बनी रहे।
यूपी में अपराधियों का काल बनी पुलिस: वर्ष 2017 से लेकर अबतक दस हजार से अधिक बदमाश हुए लंगड़े
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में वर्ष 2017 के बाद अपराध की दुनिया में जो भूचाल आया, उसने माफिया, शूटर और कुख्यात बदमाशों की रीढ़ तोड़कर रख दी। योगी सरकार के सत्ता में आने के बाद यूपी पुलिस और एसटीएफ ने अपराधियों के खिलाफ ऐसी जंग छेड़ी कि प्रदेश में आतंक का पर्याय बने 10 हजार से ज्यादा कुख्यात बदमाश पुलिस की गोली से लंगड़े हो गए, जबकि 35 हजार से अधिक अपराधियों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे पहुंचाया गया।

करीब 300 दुर्दांत बदमाशों का खात्मा किया गया

इस दौरान करीब 300 दुर्दांत बदमाशों का खात्मा किया गया।लेकिन, इतनी बड़ी कार्रवाई के बावजूद यूपी पुलिस की हिट लिस्ट अभी खाली नहीं हुई है। जानकार सूत्रों के मुताबिक, अब भी दर्जनों टॉप टारगेट अपराधी खुलेआम या भूमिगत होकर पुलिस को चुनौती दे रहे हैं। इन टारगेट्स में 10 हजार से लेकर एक लाख रुपये तक के इनामी बदमाश शामिल हैं, जिनकी तलाश में एसटीएफ और जिला पुलिस की टीमें दिन-रात जुटी हुई हैं।

21 दिसंबर 2025: दो और कुख्यातों का अंत

21 दिसंबर 2025 को बुलंदशहर और सहारनपुर में हुई अलग-अलग मुठभेड़ों ने साफ संदेश दे दिया कि यूपी में अपराध की उम्र लंबी नहीं है। इन मुठभेड़ों में कुख्यात इनामी बदमाश सिराज अहमद और ज़ुबैर उर्फ पीटर को एसटीएफ और पुलिस ने ढेर कर दिया। दोनों अपराधी लंबे समय से पुलिस की हिट लिस्ट में शामिल थे और कई संगीन वारदातों में वांछित थे।

अब भी नासूर बने हैं कई जिले

सूत्रों के मुताबिक, मेरठ, सहारनपुर, शामली, बिजनौर, गाजियाबाद, गोरखपुर, आजमगढ़, देवरिया, बलिया, गाजीपुर, वाराणसी, मिर्जापुर, सोनभद्र, कानपुर, बाराबंकी और लखनऊ में कई सूचीबद्ध बदमाश अब भी पुलिस के लिए सिरदर्द बने हुए हैं। ये अपराधी जमीन, हत्या, रंगदारी, अवैध हथियार और संगठित अपराध के नेटवर्क से जुड़े बताए जा रहे हैं।

एसटीएफ की नई रणनीति

जानकार बताते हैं कि एसटीएफ ने अब इन बचे हुए टॉप टारगेट्स के खिलाफ नई माइक्रो-प्लानिंग, टेक्निकल सर्विलांस और इंटर-डिस्ट्रिक्ट ऑपरेशन शुरू कर दिए हैं। पुलिस सूत्रों का दावा है कि बहुत जल्द इन कुख्यातों को भी या तो जेल भेजा जाएगा या उनका खेल हमेशा के लिए खत्म कर दिया जाएगा।यूपी में साफ संदेश है—या तो अपराध छोड़ो, या फिर यूपी छोड़ो… वरना अंजाम तय है।
बरेली: पांच हजार रुपए की घूस लेते शिक्षाधिकारी और सहायक अध्यापक गिरफ्तार

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश और पुलिस महानिदेशक राजीव कृष्ण के नेतृत्व में भ्रष्ट सरकारी कर्मचारियों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत सोमवार को एंटी करप्शन टीम ने शाहजहांपुर जिले में बड़ी कार्रवाई की। टीम ने खंड शिक्षाधिकारी और एक सहायक अध्यापक को पांच हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया।
गिरफ्तार किए गए आरोपियों पर आरोप है कि उन्होंने एक प्रधानाध्यापक से वेतन बहाली के बदले रिश्वत की मांग की थी। शिकायत मिलने पर एंटी करप्शन टीम ने जाल बिछाकर दोनों को दबोच लिया। दोनों आरोपियों के खिलाफ स्थानीय थाने में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
मथुरा जिले के थाना राजा क्षेत्र स्थित पठान पाड़ा निवासी डब्लू कुमार, शाहजहांपुर जिले के विकास खंड कलान अंतर्गत प्राथमिक विद्यालय देवहड़ा में प्रधानाध्यापक के पद पर तैनात हैं। बताया गया कि किसी कारणवश वे लंबे समय से विद्यालय नहीं जा रहे थे, जिस पर शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने उनका वेतन रोक दिया था।
वेतन बहाली के लिए जब प्रधानाध्यापक डब्लू कुमार ने कलान के खंड शिक्षाधिकारी सतीश कुमार मिश्रा और सहायक अध्यापक सुशील कुमार सिंह से संपर्क किया, तो दोनों ने वेतन जारी कराने के एवज में पांच हजार रुपये की रिश्वत की मांग की। रिश्वत मांगे जाने से आहत प्रधानाध्यापक ने इसकी शिकायत एंटी करप्शन विभाग से कर दी।
शिकायत की जांच के बाद एंटी करप्शन निरीक्षक जितेंद्र सिंह के नेतृत्व में गठित टीम ने योजनाबद्ध तरीके से कार्रवाई करते हुए सोमवार को सदर हरदोई निवासी खंड शिक्षाधिकारी सतीश कुमार मिश्रा और सुभाषनगर, बरेली निवासी सहायक अध्यापक सुशील कुमार सिंह को रिश्वत लेते समय गिरफ्तार कर लिया। कार्रवाई के बाद विभाग में हड़कंप मच गया है।
झुंझुनूं गंज गैंग की आहट से पुलिस महकमे में खलबली
करोड़ों की ज्वेलरी चोरी के बाद सीमावर्ती जिलों में दौड़ती रहीं स्पेशल टीमें, खाली हाथ लौटी पुलिस

शहजाद अहमद खान, मलिहाबाद । मलिहाबाद कोतवाली क्षेत्र में हुई करोड़ों रुपये की ज्वेलरी चोरी ने पुलिस तंत्र की नींद उड़ा दी है। फजल ज्वेलर्स में सेंध लगाकर अंजाम दी गई इस हाई-प्रोफाइल वारदात के बाद पुलिस की तमाम दावों वाली सुरक्षा व्यवस्था बेनकाब हो गई है। बदमाश वारदात कर फरार हो गए और पुलिस अब तक सिर्फ कयासों के सहारे जांच आगे बढ़ा रही है।

वारदात के तरीके ने पुलिस के माथे पर बल डाल दिए हैं। जिस पेशेवर अंदाज, सटीक टाइमिंग और तकनीकी समझ के साथ बदमाशों ने दुकान को निशाना बनाया है, उससे पुलिस महकमे में एक बार फिर राजस्थान के कुख्यात झुंझुनूं गैंग की मौजूदगी की चर्चा तेज हो गई है। हालांकि, अधिकारी अब भी आधिकारिक पुष्टि से बचते नजर आ रहे हैं।

करोड़ों की चोरी, पुलिस की गश्त पर बड़ा सवाल

21 दिसंबर की रात करीब एक बजे, मिर्जागंज कस्बे में बदमाशों ने बेखौफ होकर फजल ज्वेलर्स का शटर तोड़ा और भीतर दाखिल हो गए। चंद घंटों में बदमाशों ने 30 किलो चांदी और 150 ग्राम सोना, कुल मिलाकर करीब एक करोड़ रुपये की ज्वेलरी, समेट ली और अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गए। हैरानी की बात यह रही कि इतनी बड़ी वारदात के दौरान न तो किसी गश्ती दल को भनक लगी और न ही किसी चौकी को कोई अलर्ट मिला।इस चोरी ने पुलिस की रात्रि पेट्रोलिंग,बीट सिस्टम और खुफिया तंत्र-तीनों की पोल खोल दी है।

दिन रात लगातार पुलिस की छापेमारी

घटना के बाद वरिष्ठ अधिकारियों के दबाव में पुलिस ने पांच स्पेशल टीमें गठित कीं हरदोई,सीतापुर,उन्नाव,बाराबंकी और रायबरेली में ताबड़तोड़ छापेमारी की गई जिसमें पुलिस को कुछ अहम सुराग हाथ लगे है सूत्रों के मुताबिक,जांच की दिशा बार-बार बदली जा रही है-कभी सीसीटीवी,कभी कॉल डिटेल,तो कभी पुराने केसों की फाइलें तलाश रही है

पुराने पैटर्न से मेल, झुंझुनूं गैंग की आशंका गहराई

पुलिस सूत्रों का दावा है कि यह वारदात राजस्थान के झुंझुनूं  गैंग के पुराने पैटर्न से हूबहू मेल खाती है।2018 दिसम्बर माह से फरवरी माह में यही गैंग कड़ाके की ठंड में मलिहाबाद सहित काकोरी व सीमावर्ती जिलों में लूट,डकैती और हत्या जैसी कई संगीन घटनाओं को अंजाम दे चुका है।बंद बाजार,देर रात का समय और निडर होकर  और सीधी सेंधमारी यही इस गैंग की पहचान रही है।

जेल से छूटे अपराधी रडार पर

फिलहाल पुलिस ने लूट, चोरी और डकैती के मामलों में जेल से हाल ही में रिहा हुए अपराधियों को रडार पर ले लिया है। कुछ को रिमांड पर लेकर पूछताछ भी की जा रही है। उनके मोबाइल नेटवर्क, पुराने साथियों और मूवमेंट की जांच की जा रही है, लेकिन अभी तक जांच किसी ठोस नतीजे तक नहीं पहुंच पाई है। करोड़ों की चोरी के चौबीस गहनता बीत चुके हैं,लेकिन न बरामदगी हुई,न गिरफ्तारी। पुलिस के लिए यह वारदात अब क्राइम कंट्रोल की नहीं, साख बचाने की लड़ाई बन चुकी है। ग्रामीणों का कहना है कि क्या झुंझुनूं गंज गैंग वाकई लौट आया है, या फिर पुलिस किसी और साये के पीछे भाग रही है?

मौके पर पहुंचे डीसीपी नॉर्थ ने घटना स्थल का निरीक्षण किया उन्होंने कहा कि पुलिस टीमें लगातार काम कर रही है जल्द ही इस घटना में शामिल लोगों को गिरफ्तार करके कठोर कार्यवाही की जायेगी।
अटल जन्मजयंती शताब्दी वर्ष के अवसर पर प्रदेशभर में भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन

लखनऊ। भारत के पूर्व प्रधानमंत्री एवं भारत रत्नअटल बिहारी वाजपेयीजी की जयंती (25 दिसम्बर, 2025) एवं अटल जन्मजयंती शताब्दी वर्ष के गौरवपूर्ण अवसर पर उत्तर प्रदेश में सांस्कृतिक चेतना, लोक परंपरा और राष्ट्रीय प्रेरणा को समर्पित भव्य कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा।

संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री, उत्तर प्रदेश सरकार जयवीर सिंह की ओर से जानकारी देते हुए बताया गया कि यह आयोजन गोमती रिवर फ्रन्ट (गोमती नगर, लखनऊ), बटेश्वर (आगरा), बलरामपुर, सीतापुर तथा नव-निर्मित राष्ट्रीय प्रेरणा स्थल के उद्घाटन अवसर पर एक साथ आयोजित किए जाएँगे, जिनमें प्रदेश की समृद्ध लोक-सांस्कृतिक विरासत और समकालीन कला का प्रभावशाली संगम देखने को मिला।

इन आयोजनों में कवि सम्मेलन, लोक गायन, सूफी गायन, कठपुतली प्रदर्शन, मैजिक शो, बम रसिया, धोबिया नृत्य, फरूवाही नृत्य, मयूर नृत्यसहित विविधसांस्कृतिक प्रस्तुतियोंने दर्शकों को भावविभोर किया जाएगा। कवियों की ओजस्वी वाणी, लोक कलाकारों की जीवंत अभिव्यक्तियाँ और पारंपरिक नृत्य-नाट्य ने अटल जी के विचारों-राष्ट्रवाद, लोकतांत्रिक मूल्यों, मानवीय संवेदना और सांस्कृतिक समरसताकृको सशक्त रूप में मंच पर उतारा जाएगा।

मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि अटल जी का जीवन और विचार आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणास्रोत हैं। अटल जन्मजयंती शताब्दी वर्ष के अंतर्गत आयोजित ये सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रदेश की सांस्कृतिक पहचान को सुदृढ़ करने के साथ-साथ जनमानस को राष्ट्रनिर्माण की भावना से जोड़ने का कार्य कर रहे हैं।

यह सांस्कृतिक श्रृंखला उत्तर प्रदेश को भारतीय संस्कृति के प्रमुख केंद्र के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जहाँ परंपरा और आधुनिकता का संतुलित समन्वय अटल जी के सपनों के भारत को साकार करता दिखाई देता है।

प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति अमृत अभिजात ने बताया कि संस्कृति विभाग विलुप्त हो रही कलाओं को पुनर्जीवित और संरक्षित करने के लिए निरंतर प्रयासरत है। लोक कलाएं हमारी सांस्कृतिक विरासत है। इनको संजोकर अगली पीढ़ी तक पहुंचाना हमारी प्राथमिकता है।
अटल जन्मजयंती शताब्दी वर्ष के अवसर पर प्रदेशभर में भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन

लखनऊ। भारत के पूर्व प्रधानमंत्री एवं भारत रत्नअटल बिहारी वाजपेयीजी की जयंती (25 दिसम्बर, 2025) एवं अटल जन्मजयंती शताब्दी वर्ष के गौरवपूर्ण अवसर पर उत्तर प्रदेश में सांस्कृतिक चेतना, लोक परंपरा और राष्ट्रीय प्रेरणा को समर्पित भव्य कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा।

संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री, उत्तर प्रदेश सरकार जयवीर सिंह की ओर से जानकारी देते हुए बताया गया कि यह आयोजन गोमती रिवर फ्रन्ट (गोमती नगर, लखनऊ), बटेश्वर (आगरा), बलरामपुर, सीतापुर तथा नव-निर्मित राष्ट्रीय प्रेरणा स्थल के उद्घाटन अवसर पर एक साथ आयोजित किए जाएँगे, जिनमें प्रदेश की समृद्ध लोक-सांस्कृतिक विरासत और समकालीन कला का प्रभावशाली संगम देखने को मिला।

इन आयोजनों में कवि सम्मेलन, लोक गायन, सूफी गायन, कठपुतली प्रदर्शन, मैजिक शो, बम रसिया, धोबिया नृत्य, फरूवाही नृत्य, मयूर नृत्यसहित विविधसांस्कृतिक प्रस्तुतियोंने दर्शकों को भावविभोर किया जाएगा। कवियों की ओजस्वी वाणी, लोक कलाकारों की जीवंत अभिव्यक्तियाँ और पारंपरिक नृत्य-नाट्य ने अटल जी के विचारों-राष्ट्रवाद, लोकतांत्रिक मूल्यों, मानवीय संवेदना और सांस्कृतिक समरसताकृको सशक्त रूप में मंच पर उतारा जाएगा।

मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि अटल जी का जीवन और विचार आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणास्रोत हैं। अटल जन्मजयंती शताब्दी वर्ष के अंतर्गत आयोजित ये सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रदेश की सांस्कृतिक पहचान को सुदृढ़ करने के साथ-साथ जनमानस को राष्ट्रनिर्माण की भावना से जोड़ने का कार्य कर रहे हैं।

यह सांस्कृतिक श्रृंखला उत्तर प्रदेश को भारतीय संस्कृति के प्रमुख केंद्र के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जहाँ परंपरा और आधुनिकता का संतुलित समन्वय अटल जी के सपनों के भारत को साकार करता दिखाई देता है।

प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति अमृत अभिजात ने बताया कि संस्कृति विभाग विलुप्त हो रही कलाओं को पुनर्जीवित और संरक्षित करने के लिए निरंतर प्रयासरत है। लोक कलाएं हमारी सांस्कृतिक विरासत है। इनको संजोकर अगली पीढ़ी तक पहुंचाना हमारी प्राथमिकता है।