गाजीपुर में एएनटीएफ की बड़ी कार्रवाई: 425 ग्राम हेरोइन के साथ सक्रिय तस्कर गिरफ्तार, कीमत लगभग 85 लाख रुपए

लखनऊ । एएनटीएफ थाना गाजीपुर ने अवैध मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए एक सक्रिय तस्कर को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपी के कब्जे से 425 ग्राम हेरोइन, एक एंड्रॉइड मोबाइल और 250 रुपए नगद बरामद हुए। बरामद हेरोइन की अनुमानित कीमत लगभग 85 लाख रुपए है।

गहन जांच के बाद यह बड़ी सफलता हासिल हुई

यह कार्रवाई पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश, अपर पुलिस महानिदेशक कानून एवं व्यवस्था, अपर पुलिस महानिदेशक अपराध, लखनऊ के मार्गदर्शन तथा पुलिस महानिरीक्षक एएनटीएफ लखनऊ के निर्देशन में एएनटीएफ थाना गाजीपुर ने अंजाम दी। पुलिस सूत्रों के अनुसार, तस्करों के खिलाफ लगातार छापेमारी और गहन जांच के बाद यह बड़ी सफलता हासिल हुई है।

गिरफ्तार आरोपी का विवरण

नाम – पंकज कुमार,पिता का नाम – नथुनीराम,आयु – लगभग 22 वर्ष,पता – ग्राम कानूनगो मोहल्ला, वार्ड संख्या 08, थाना जमानिया, जनपद गाजीपुर, क्षेत्रीय वन अधिकारी कार्यालय के बगल, दिलदारनगर जाने वाले रास्ते पर, रोड किनारे पान की गोमती के पीछे, थाना जमानिया, गाजीपुर।

बरामदगी का विवरण:

425 ग्राम हेरोइन (लगभग 85 लाख रूपये मूल्य)

01 एंड्रॉइड मोबाइल फोन

250 रुपए नगद

पुलिस ने बताया कि पंकज कुमार गाजीपुर के एक व्यक्ति से सस्ते दाम पर हेरोइन खरीद कर बिहार के एक व्यक्ति को बेचता था। पूछताछ में उसने खुलासा किया कि मुनाफा वह और उसके साथी आपस में बाँट लेते थे। वह आज हेरोइन लेकर गाजीपुर से जा रहा था, तभी एएनटीएफ की टीम ने उसे दबोच लिया।

कानूनी कार्रवाई

इस मामले में थाना जमानिया, गाजीपुर में मु0अ0सं0 462/25, धारा 8/21/29 एनडीपीएस एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर विधिक कार्रवाई की जा रही है। पुलिस ने बरामद हेरोइन की कीमत लगभग 85 लाख रुपए आंका है।

गिरफ्तारी टीम का विवरण – एएनटीएफ थाना गाजीपुर

प्रभारी निरीक्षक सुरेन्द्र नाथ सिंह, उ0नि0 शमी असरफ शेख, हे0का0 मुस्लिम अंसारी, का0 जयन्त कुमार सिंह, कां0 देवानन्द, का0 अमित चौरसिया, का0 अजीत कुमार, का0 इन्द्रपाल सिंह, का0 शिवांश राय, का0 प्रदीप कुमार शामिल रहे। सहयोगार्थ टीम में उ0नि0 मनोज कुमार मिश्रा, का0 अनूप राय, का0 आनन्द सिंह है।

अवैध मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ अभियान चला रही

पुलिस सूत्रों ने बताया कि एएनटीएफ लगातार अवैध मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ अभियान चला रही है। पिछले कुछ महीनों में कई बड़ी तस्करी के नेटवर्क का भंडाफोड़ किया जा चुका है। इस गिरफ्तारी से न केवल हेरोइन की तस्करी पर बड़ा झटका लगा है, बल्कि नशीली दवाओं के कारोबार में सक्रिय तस्करों के लिए चेतावनी भी है।एएनटीएफ अधिकारी ने कहा कि राज्य में अवैध मादक पदार्थों की तस्करी रोकने के लिए लगातार निगरानी बढ़ाई जा रही है और तस्करों को कोई मौका नहीं दिया जाएगा।
लखनऊ में राष्ट्र प्रेरणा केन्द्र के लोकार्पण को लेकर व्यापक ट्रैफिक डायवर्जन, 24 दिसंबर की रात से लागू
लखनऊ। बसंत कुंज योजना स्थित राष्ट्र प्रेरणा केन्द्र के लोकार्पण कार्यक्रम को शांतिपूर्ण और सुचारु रूप से सम्पन्न कराने के उद्देश्य से लखनऊ यातायात पुलिस ने व्यापक यातायात एवं डायवर्जन व्यवस्था लागू की है। यह व्यवस्था 24 दिसंबर 2025 की रात 12 बजे से कार्यक्रम समाप्ति तक प्रभावी रहेगी। इस दौरान कार्यक्रम स्थल एवं उसके आसपास के क्षेत्रों में भारी, बड़े, वाणिज्यिक और सामान्य वाहनों की आवाजाही पर प्रतिबंध रहेगा।

शहर के अंदरूनी मार्गों पर आंतरिक डायवर्जन लागू

यातायात पुलिस द्वारा जारी आदेश के अनुसार, शहर के अंदरूनी मार्गों पर आंतरिक डायवर्जन लागू किया गया है। मलिहाबाद चौराहा, मुंजासा तिराहा, बाजनगर किसानपथ अंडरपास, कसमण्डी (हमसफर लॉन) अंडरपास, छन्दोईया बाईपास तिराहा, तिकोनिया तिराहा, भिठौली तिराहा, नया पक्कापुल तिराहा, कुड़ियाघाट तिराहा, दुबग्गा तिराहा और नहरपुल तिराहे से कार्यक्रम स्थल अथवा छन्दोईया, सीतापुर बाईपास की ओर जाने वाले वाहनों को रोक दिया जाएगा।

वैकल्पिक मार्गों से होकर अपने गंतव्य तक पहुंच सकेंगे

इन मार्गों से आने वाले वाहन जीरो पॉइंट, किसानपथ, मोहान रोड, दुबग्गा तिराहा, नहर तिराहा, खुशहालगंज बाजार, बख्शी तालाब, इंजीनियरिंग कॉलेज चौराहा एवं अन्य वैकल्पिक मार्गों से होकर अपने गंतव्य तक पहुंच सकेंगे।इसके साथ ही बाह्य डायवर्जन के तहत शहर के बाहर से आने वाले भारी वाहनों के लिए अलग-अलग वैकल्पिक मार्ग तय किए गए हैं। कानपुर, उन्नाव, सीतापुर, हरदोई, सुल्तानपुर रोड, हैदरगढ़, रायबरेली रोड और बाराबंकी रोड की ओर से आने वाले भारी वाहनों को पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे, हैदरगढ़, बछरांवा, लालगंज, बहराइच, गोण्डा, बलरामपुर और अन्य वैकल्पिक मार्गों से डायवर्ट किया जाएगा, ताकि शहर के भीतर यातायात का दबाव न बढ़े।

केवल इन वाहनों की रहेगी छूट

यातायात पुलिस ने स्पष्ट किया है कि डायवर्जन के दौरान एम्बुलेंस, फायर सर्विस, स्कूली वाहन, शव वाहन एवं अन्य आपातकालीन सेवाओं को आवश्यकतानुसार प्रतिबंधित मार्गों से भी अनुमति दी जा सकेगी। किसी भी चिकित्सकीय आपात स्थिति या विशेष आवश्यकता में नागरिक ट्रैफिक कंट्रोल नंबर 9454405155 पर संपर्क कर सकते हैं।लखनऊ यातायात पुलिस ने आम नागरिकों से अपील की है कि वे यात्रा से पहले तय किए गए डायवर्जन मार्गों की जानकारी अवश्य प्राप्त कर लें, अनावश्यक रूप से प्रतिबंधित मार्गों पर न जाएं और पुलिस प्रशासन का सहयोग करें, ताकि कार्यक्रम के दौरान यातायात व्यवस्था सुचारु बनी रहे।
यूपी में अपराधियों का काल बनी पुलिस: वर्ष 2017 से लेकर अबतक दस हजार से अधिक बदमाश हुए लंगड़े
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में वर्ष 2017 के बाद अपराध की दुनिया में जो भूचाल आया, उसने माफिया, शूटर और कुख्यात बदमाशों की रीढ़ तोड़कर रख दी। योगी सरकार के सत्ता में आने के बाद यूपी पुलिस और एसटीएफ ने अपराधियों के खिलाफ ऐसी जंग छेड़ी कि प्रदेश में आतंक का पर्याय बने 10 हजार से ज्यादा कुख्यात बदमाश पुलिस की गोली से लंगड़े हो गए, जबकि 35 हजार से अधिक अपराधियों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे पहुंचाया गया।

करीब 300 दुर्दांत बदमाशों का खात्मा किया गया

इस दौरान करीब 300 दुर्दांत बदमाशों का खात्मा किया गया।लेकिन, इतनी बड़ी कार्रवाई के बावजूद यूपी पुलिस की हिट लिस्ट अभी खाली नहीं हुई है। जानकार सूत्रों के मुताबिक, अब भी दर्जनों टॉप टारगेट अपराधी खुलेआम या भूमिगत होकर पुलिस को चुनौती दे रहे हैं। इन टारगेट्स में 10 हजार से लेकर एक लाख रुपये तक के इनामी बदमाश शामिल हैं, जिनकी तलाश में एसटीएफ और जिला पुलिस की टीमें दिन-रात जुटी हुई हैं।

21 दिसंबर 2025: दो और कुख्यातों का अंत

21 दिसंबर 2025 को बुलंदशहर और सहारनपुर में हुई अलग-अलग मुठभेड़ों ने साफ संदेश दे दिया कि यूपी में अपराध की उम्र लंबी नहीं है। इन मुठभेड़ों में कुख्यात इनामी बदमाश सिराज अहमद और ज़ुबैर उर्फ पीटर को एसटीएफ और पुलिस ने ढेर कर दिया। दोनों अपराधी लंबे समय से पुलिस की हिट लिस्ट में शामिल थे और कई संगीन वारदातों में वांछित थे।

अब भी नासूर बने हैं कई जिले

सूत्रों के मुताबिक, मेरठ, सहारनपुर, शामली, बिजनौर, गाजियाबाद, गोरखपुर, आजमगढ़, देवरिया, बलिया, गाजीपुर, वाराणसी, मिर्जापुर, सोनभद्र, कानपुर, बाराबंकी और लखनऊ में कई सूचीबद्ध बदमाश अब भी पुलिस के लिए सिरदर्द बने हुए हैं। ये अपराधी जमीन, हत्या, रंगदारी, अवैध हथियार और संगठित अपराध के नेटवर्क से जुड़े बताए जा रहे हैं।

एसटीएफ की नई रणनीति

जानकार बताते हैं कि एसटीएफ ने अब इन बचे हुए टॉप टारगेट्स के खिलाफ नई माइक्रो-प्लानिंग, टेक्निकल सर्विलांस और इंटर-डिस्ट्रिक्ट ऑपरेशन शुरू कर दिए हैं। पुलिस सूत्रों का दावा है कि बहुत जल्द इन कुख्यातों को भी या तो जेल भेजा जाएगा या उनका खेल हमेशा के लिए खत्म कर दिया जाएगा।यूपी में साफ संदेश है—या तो अपराध छोड़ो, या फिर यूपी छोड़ो… वरना अंजाम तय है।
बरेली: पांच हजार रुपए की घूस लेते शिक्षाधिकारी और सहायक अध्यापक गिरफ्तार

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश और पुलिस महानिदेशक राजीव कृष्ण के नेतृत्व में भ्रष्ट सरकारी कर्मचारियों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत सोमवार को एंटी करप्शन टीम ने शाहजहांपुर जिले में बड़ी कार्रवाई की। टीम ने खंड शिक्षाधिकारी और एक सहायक अध्यापक को पांच हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया।
गिरफ्तार किए गए आरोपियों पर आरोप है कि उन्होंने एक प्रधानाध्यापक से वेतन बहाली के बदले रिश्वत की मांग की थी। शिकायत मिलने पर एंटी करप्शन टीम ने जाल बिछाकर दोनों को दबोच लिया। दोनों आरोपियों के खिलाफ स्थानीय थाने में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
मथुरा जिले के थाना राजा क्षेत्र स्थित पठान पाड़ा निवासी डब्लू कुमार, शाहजहांपुर जिले के विकास खंड कलान अंतर्गत प्राथमिक विद्यालय देवहड़ा में प्रधानाध्यापक के पद पर तैनात हैं। बताया गया कि किसी कारणवश वे लंबे समय से विद्यालय नहीं जा रहे थे, जिस पर शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने उनका वेतन रोक दिया था।
वेतन बहाली के लिए जब प्रधानाध्यापक डब्लू कुमार ने कलान के खंड शिक्षाधिकारी सतीश कुमार मिश्रा और सहायक अध्यापक सुशील कुमार सिंह से संपर्क किया, तो दोनों ने वेतन जारी कराने के एवज में पांच हजार रुपये की रिश्वत की मांग की। रिश्वत मांगे जाने से आहत प्रधानाध्यापक ने इसकी शिकायत एंटी करप्शन विभाग से कर दी।
शिकायत की जांच के बाद एंटी करप्शन निरीक्षक जितेंद्र सिंह के नेतृत्व में गठित टीम ने योजनाबद्ध तरीके से कार्रवाई करते हुए सोमवार को सदर हरदोई निवासी खंड शिक्षाधिकारी सतीश कुमार मिश्रा और सुभाषनगर, बरेली निवासी सहायक अध्यापक सुशील कुमार सिंह को रिश्वत लेते समय गिरफ्तार कर लिया। कार्रवाई के बाद विभाग में हड़कंप मच गया है।
झुंझुनूं गंज गैंग की आहट से पुलिस महकमे में खलबली
करोड़ों की ज्वेलरी चोरी के बाद सीमावर्ती जिलों में दौड़ती रहीं स्पेशल टीमें, खाली हाथ लौटी पुलिस

शहजाद अहमद खान, मलिहाबाद । मलिहाबाद कोतवाली क्षेत्र में हुई करोड़ों रुपये की ज्वेलरी चोरी ने पुलिस तंत्र की नींद उड़ा दी है। फजल ज्वेलर्स में सेंध लगाकर अंजाम दी गई इस हाई-प्रोफाइल वारदात के बाद पुलिस की तमाम दावों वाली सुरक्षा व्यवस्था बेनकाब हो गई है। बदमाश वारदात कर फरार हो गए और पुलिस अब तक सिर्फ कयासों के सहारे जांच आगे बढ़ा रही है।

वारदात के तरीके ने पुलिस के माथे पर बल डाल दिए हैं। जिस पेशेवर अंदाज, सटीक टाइमिंग और तकनीकी समझ के साथ बदमाशों ने दुकान को निशाना बनाया है, उससे पुलिस महकमे में एक बार फिर राजस्थान के कुख्यात झुंझुनूं गैंग की मौजूदगी की चर्चा तेज हो गई है। हालांकि, अधिकारी अब भी आधिकारिक पुष्टि से बचते नजर आ रहे हैं।

करोड़ों की चोरी, पुलिस की गश्त पर बड़ा सवाल

21 दिसंबर की रात करीब एक बजे, मिर्जागंज कस्बे में बदमाशों ने बेखौफ होकर फजल ज्वेलर्स का शटर तोड़ा और भीतर दाखिल हो गए। चंद घंटों में बदमाशों ने 30 किलो चांदी और 150 ग्राम सोना, कुल मिलाकर करीब एक करोड़ रुपये की ज्वेलरी, समेट ली और अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गए। हैरानी की बात यह रही कि इतनी बड़ी वारदात के दौरान न तो किसी गश्ती दल को भनक लगी और न ही किसी चौकी को कोई अलर्ट मिला।इस चोरी ने पुलिस की रात्रि पेट्रोलिंग,बीट सिस्टम और खुफिया तंत्र-तीनों की पोल खोल दी है।

दिन रात लगातार पुलिस की छापेमारी

घटना के बाद वरिष्ठ अधिकारियों के दबाव में पुलिस ने पांच स्पेशल टीमें गठित कीं हरदोई,सीतापुर,उन्नाव,बाराबंकी और रायबरेली में ताबड़तोड़ छापेमारी की गई जिसमें पुलिस को कुछ अहम सुराग हाथ लगे है सूत्रों के मुताबिक,जांच की दिशा बार-बार बदली जा रही है-कभी सीसीटीवी,कभी कॉल डिटेल,तो कभी पुराने केसों की फाइलें तलाश रही है

पुराने पैटर्न से मेल, झुंझुनूं गैंग की आशंका गहराई

पुलिस सूत्रों का दावा है कि यह वारदात राजस्थान के झुंझुनूं  गैंग के पुराने पैटर्न से हूबहू मेल खाती है।2018 दिसम्बर माह से फरवरी माह में यही गैंग कड़ाके की ठंड में मलिहाबाद सहित काकोरी व सीमावर्ती जिलों में लूट,डकैती और हत्या जैसी कई संगीन घटनाओं को अंजाम दे चुका है।बंद बाजार,देर रात का समय और निडर होकर  और सीधी सेंधमारी यही इस गैंग की पहचान रही है।

जेल से छूटे अपराधी रडार पर

फिलहाल पुलिस ने लूट, चोरी और डकैती के मामलों में जेल से हाल ही में रिहा हुए अपराधियों को रडार पर ले लिया है। कुछ को रिमांड पर लेकर पूछताछ भी की जा रही है। उनके मोबाइल नेटवर्क, पुराने साथियों और मूवमेंट की जांच की जा रही है, लेकिन अभी तक जांच किसी ठोस नतीजे तक नहीं पहुंच पाई है। करोड़ों की चोरी के चौबीस गहनता बीत चुके हैं,लेकिन न बरामदगी हुई,न गिरफ्तारी। पुलिस के लिए यह वारदात अब क्राइम कंट्रोल की नहीं, साख बचाने की लड़ाई बन चुकी है। ग्रामीणों का कहना है कि क्या झुंझुनूं गंज गैंग वाकई लौट आया है, या फिर पुलिस किसी और साये के पीछे भाग रही है?

मौके पर पहुंचे डीसीपी नॉर्थ ने घटना स्थल का निरीक्षण किया उन्होंने कहा कि पुलिस टीमें लगातार काम कर रही है जल्द ही इस घटना में शामिल लोगों को गिरफ्तार करके कठोर कार्यवाही की जायेगी।
अटल जन्मजयंती शताब्दी वर्ष के अवसर पर प्रदेशभर में भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन

लखनऊ। भारत के पूर्व प्रधानमंत्री एवं भारत रत्नअटल बिहारी वाजपेयीजी की जयंती (25 दिसम्बर, 2025) एवं अटल जन्मजयंती शताब्दी वर्ष के गौरवपूर्ण अवसर पर उत्तर प्रदेश में सांस्कृतिक चेतना, लोक परंपरा और राष्ट्रीय प्रेरणा को समर्पित भव्य कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा।

संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री, उत्तर प्रदेश सरकार जयवीर सिंह की ओर से जानकारी देते हुए बताया गया कि यह आयोजन गोमती रिवर फ्रन्ट (गोमती नगर, लखनऊ), बटेश्वर (आगरा), बलरामपुर, सीतापुर तथा नव-निर्मित राष्ट्रीय प्रेरणा स्थल के उद्घाटन अवसर पर एक साथ आयोजित किए जाएँगे, जिनमें प्रदेश की समृद्ध लोक-सांस्कृतिक विरासत और समकालीन कला का प्रभावशाली संगम देखने को मिला।

इन आयोजनों में कवि सम्मेलन, लोक गायन, सूफी गायन, कठपुतली प्रदर्शन, मैजिक शो, बम रसिया, धोबिया नृत्य, फरूवाही नृत्य, मयूर नृत्यसहित विविधसांस्कृतिक प्रस्तुतियोंने दर्शकों को भावविभोर किया जाएगा। कवियों की ओजस्वी वाणी, लोक कलाकारों की जीवंत अभिव्यक्तियाँ और पारंपरिक नृत्य-नाट्य ने अटल जी के विचारों-राष्ट्रवाद, लोकतांत्रिक मूल्यों, मानवीय संवेदना और सांस्कृतिक समरसताकृको सशक्त रूप में मंच पर उतारा जाएगा।

मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि अटल जी का जीवन और विचार आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणास्रोत हैं। अटल जन्मजयंती शताब्दी वर्ष के अंतर्गत आयोजित ये सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रदेश की सांस्कृतिक पहचान को सुदृढ़ करने के साथ-साथ जनमानस को राष्ट्रनिर्माण की भावना से जोड़ने का कार्य कर रहे हैं।

यह सांस्कृतिक श्रृंखला उत्तर प्रदेश को भारतीय संस्कृति के प्रमुख केंद्र के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जहाँ परंपरा और आधुनिकता का संतुलित समन्वय अटल जी के सपनों के भारत को साकार करता दिखाई देता है।

प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति अमृत अभिजात ने बताया कि संस्कृति विभाग विलुप्त हो रही कलाओं को पुनर्जीवित और संरक्षित करने के लिए निरंतर प्रयासरत है। लोक कलाएं हमारी सांस्कृतिक विरासत है। इनको संजोकर अगली पीढ़ी तक पहुंचाना हमारी प्राथमिकता है।
अटल जन्मजयंती शताब्दी वर्ष के अवसर पर प्रदेशभर में भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन

लखनऊ। भारत के पूर्व प्रधानमंत्री एवं भारत रत्नअटल बिहारी वाजपेयीजी की जयंती (25 दिसम्बर, 2025) एवं अटल जन्मजयंती शताब्दी वर्ष के गौरवपूर्ण अवसर पर उत्तर प्रदेश में सांस्कृतिक चेतना, लोक परंपरा और राष्ट्रीय प्रेरणा को समर्पित भव्य कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा।

संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री, उत्तर प्रदेश सरकार जयवीर सिंह की ओर से जानकारी देते हुए बताया गया कि यह आयोजन गोमती रिवर फ्रन्ट (गोमती नगर, लखनऊ), बटेश्वर (आगरा), बलरामपुर, सीतापुर तथा नव-निर्मित राष्ट्रीय प्रेरणा स्थल के उद्घाटन अवसर पर एक साथ आयोजित किए जाएँगे, जिनमें प्रदेश की समृद्ध लोक-सांस्कृतिक विरासत और समकालीन कला का प्रभावशाली संगम देखने को मिला।

इन आयोजनों में कवि सम्मेलन, लोक गायन, सूफी गायन, कठपुतली प्रदर्शन, मैजिक शो, बम रसिया, धोबिया नृत्य, फरूवाही नृत्य, मयूर नृत्यसहित विविधसांस्कृतिक प्रस्तुतियोंने दर्शकों को भावविभोर किया जाएगा। कवियों की ओजस्वी वाणी, लोक कलाकारों की जीवंत अभिव्यक्तियाँ और पारंपरिक नृत्य-नाट्य ने अटल जी के विचारों-राष्ट्रवाद, लोकतांत्रिक मूल्यों, मानवीय संवेदना और सांस्कृतिक समरसताकृको सशक्त रूप में मंच पर उतारा जाएगा।

मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि अटल जी का जीवन और विचार आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणास्रोत हैं। अटल जन्मजयंती शताब्दी वर्ष के अंतर्गत आयोजित ये सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रदेश की सांस्कृतिक पहचान को सुदृढ़ करने के साथ-साथ जनमानस को राष्ट्रनिर्माण की भावना से जोड़ने का कार्य कर रहे हैं।

यह सांस्कृतिक श्रृंखला उत्तर प्रदेश को भारतीय संस्कृति के प्रमुख केंद्र के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जहाँ परंपरा और आधुनिकता का संतुलित समन्वय अटल जी के सपनों के भारत को साकार करता दिखाई देता है।

प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति अमृत अभिजात ने बताया कि संस्कृति विभाग विलुप्त हो रही कलाओं को पुनर्जीवित और संरक्षित करने के लिए निरंतर प्रयासरत है। लोक कलाएं हमारी सांस्कृतिक विरासत है। इनको संजोकर अगली पीढ़ी तक पहुंचाना हमारी प्राथमिकता है।
मातृभूमि योजना’ ने खोल दिए सपनों के दरवाजे, दिव्यांग शीला शर्मा उन्नाव में शुरू करेंगी आर्ट सेंटर

* आर्ट सेंटर के माध्यम से हजारों बच्चों को मिलेगी शिक्षा और प्रेरणा-मा. ओम प्रकाश राजभर

लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार की ‘मातृभूमि योजना’ ग्रामीण विकास और जनभागीदारी को नई ऊँचाई देने वाला महत्वाकांक्षी मिशन है। इस योजना के माध्यम से सरकार प्रत्येक नागरिक को अपने गांव या क्षेत्र के विकास कार्यों में साझेदारी और योगदान का अवसर प्रदान कर रही है। इसी क्रम में मातृभूमि योजना के तहत उपलब्ध 7 लाख रुपये की आर्थिक सहायता से लखनऊ की फुट पेंटर एवं दिव्यांग कलाकार शीला शर्मा अब उन्नाव जनपद के मोहान क्षेत्र में आर्ट सेंटर एवं गैलरी की स्थापना करने जा रही हैं। यह सेंटर इस दिसंबर माह से प्रारम्भ होगा और ग्रामीण एवं दिव्यांग बच्चों के लिए कला शिक्षा और आत्मनिर्भरता का नया केंद्र साबित होगा।

यह आर्ट सेंटर केवल एक प्रशिक्षण संस्था नहीं, बल्कि उन बच्चों के लिए उम्मीद की नई रोशनी बनेगा जो अवसरों के अभाव में अपनी प्रतिभा प्रदर्शित नहीं कर पाते। यहां चित्रकला, मूर्तिकला, लोक कला, हस्तशिल्प और डिजाइनिंग जैसी विधाओं की विशेषज्ञ प्रशिक्षण व्यवस्था की गई है। आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों को निःशुल्क कला सामग्री और प्रोत्साहन भत्ता भी दिया जाएगा, ताकि कोई भी बच्चा पैसे की वजह से अपने सपने अधूरे न छोड़े।

माननीय पंचायती राज मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि मातृभूमि योजना का उद्देश्य जनता को विकास का भागीदार बनाना और ग्रामीण प्रतिभा को नए अवसर देना। शीला शर्मा का संकल्प और कार्य अदम्य आत्मबल का उदाहरण है। उनका आर्ट सेंटर हजारों बच्चों के भविष्य को नई दिशा देगा।

निदेशक पंचायती राज, अमित कुमार सिंह ने कहा कि पंचायती राज विभाग का लक्ष्य है कि हर प्रतिभा को संसाधन और सही मार्गदर्शन मिले। मातृभूमि योजना से मिलने वाली सामुदायिक भागीदारी और सहायता से ऐसे प्रेरणादायक मॉडल पूरे प्रदेश में स्थापित होंगे। शीला शर्मा का यह कदम पूरे प्रदेश के लिए प्रेरणास्रोत है।

फुट पेंटर एवं दिव्यांग कलाकार शीला शर्मा ने कहा कि ग्रामीण बच्चों में प्रतिभा की कोई कमी नहीं होती, कमी मंच और अवसर की होती है। मातृभूमि योजना ने मेरा सपना साकार कर दिया और अब यह सेंटर सैकड़ों सपनों की उड़ान बनेगा। उन्होंने बताया कि यह आर्ट गैलरी को गुरु पद्मश्री रणवीर सिंह बिष्ट एवं वॉश पेंटिंग के प्रसिद्ध कलाकार बी. एन. आर्य की स्मृति को समर्पित किया जाएगा। यहाँ दोनों महान कलाकारों की प्रतिमाएं एवं कला प्रेरणा केंद्र स्थापित किए जाएंगे ताकि नई पीढ़ी कलाओं की महान परंपरा से प्रेरणा ले सके।
एएनटीएफ आगरा की बड़ी कार्रवाई: 4 अंतर्राज्यीय कोडीन सिरप तस्कर गिरफ्तार, 25 लाख की नशीली दवाएं बरामद
लखनऊ । उत्तर प्रदेश में अवैध नशीली दवाओं की तस्करी के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत एएनटीएफ (एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स) ऑपरेशनल यूनिट आगरा को बड़ी सफलता मिली है। टीम ने अंतर्राज्यीय स्तर पर कोडीन कफ सिरप की तस्करी करने वाले 4 सक्रिय तस्करों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 47 कार्टून में भरी 5640 बोतल ONEREX कोडीन सिरप बरामद की है, जिसकी अनुमानित कीमत करीब 25 लाख रुपये बताई जा रही है।इसके साथ ही पुलिस ने तस्करी में प्रयुक्त टाटा ऐस गोल्ड वाहन, एक एसेन्ट कार, 4 एंड्रॉयड मोबाइल फोन, 1 कीपैड मोबाइल और 3,900 रुपये नकद भी बरामद किए हैं।

वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में हुई कार्रवाई

यह कार्रवाई पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश, अपर पुलिस महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था), अपर पुलिस महानिदेशक अपराध लखनऊ के मार्गदर्शन एवं पुलिस महानिरीक्षक एएनटीएफ लखनऊ के निर्देशन में की गई। एएनटीएफ ऑपरेशनल यूनिट आगरा द्वारा यह पूरी कार्रवाई थाना अलीगंज, जनपद एटा क्षेत्र में अंजाम दी गई।

गिरफ्तार अभियुक्तों के नाम

गिरफ्तार किए गए अभियुक्तों की पहचान इस प्रकार है—प्रमोद कुमार पुत्र शिवराज सिंह, निवासी ग्राम नगला उम्मेद, थाना जसरथपुर, जनपद एटा, पंजाब सिंह पुत्र हेतु सिंह, निवासी नगला बनी, थाना राजा का रामपुर, जनपद एटा, जितेन्द्र सिंह पुत्र अतर सिंह, निवासी ग्राम असदपुर, थाना राजा का रामपुर, जनपद एटा, जितेन्द्र सिंह पुत्र रामवीर सिंह, निवासी ग्राम नकटई कला, थाना अलीगंज, जनपद एटा है।

पूछताछ में चौंकाने वाला खुलासा

पूछताछ के दौरान अभियुक्तों ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्त प्रमोद कुमार का भाई ट्रक चालक है, जिसे एक व्यक्ति द्वारा बनारस से कोडीन सिरप लादकर पश्चिम बंगाल भेजा गया था। वहां उसका भाई पकड़ा गया और फिलहाल जेल में बंद है।भाई की पैरवी कराने के नाम पर उसी व्यक्ति ने प्रमोद को 60 पेटी कोडीन सिरप बनारस में दीं, यह कहकर कि इन्हें बेचकर पैसे कमा लो। इनमें से 13 पेटियां पहले ही नशा करने वालों को बेच दी गई थीं, जबकि शेष पेटियों को बेचने की योजना बनाई जा रही थी। इसी दौरान एएनटीएफ टीम ने दबिश देकर सभी को पकड़ लिया।

मुकदमा दर्ज, एनडीपीएस एक्ट के तहत कार्रवाई

बरामदगी के आधार पर थाना अलीगंज, जनपद एटा में मुकदमा दर्ज किया गया है। आरोपियों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट की धारा 8/21/22/29/60 एवं औषधि एवं प्रसाधन अधिनियम 1940 की धारा 18(सी)/27 के तहत विधिक कार्रवाई की जा रही है।पुलिस अधिकारियों के अनुसार, नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों की भूमिका की भी जांच की जा रही है और आगे और गिरफ्तारियां संभव हैं। अवैध नशीली दवाओं की तस्करी के खिलाफ यह अभियान आगे भी जारी रहेगा।
विधानसभा में सीएम योगी का बड़ा बयान: यूपी में कोडीन कफ सिरप से कोई मौत नहीं, विपक्ष गुमराह कर रहा
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को उत्तर प्रदेश विधानसभा में कोडीन कफ सिरप मामले पर विपक्ष को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि प्रदेश में कोडीन कफ सिरप से किसी भी व्यक्ति की मौत नहीं हुई है। विपक्ष सदन और जनता को गुमराह कर रहा है। इस पूरे मामले की गहन जांच की जा रही है और जांच की तह तक जाने पर समाजवादी पार्टी से जुड़े लोगों की संलिप्तता सामने आएगी।

विपक्ष गुमराह कर रहा : मुख्यमंत्री

सोमवार को शीतकालीन सत्र के दौरान प्रश्नकाल में विपक्ष द्वारा उठाए गए सवालों का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री, जो सदन के नेता भी हैं, ने कहा कि सदस्य प्रश्न कुछ और पूछ रहे हैं और सदन में बात कुछ और कही जा रही है। मुद्दा नकली दवाओं से मौत का बताया जा रहा है, जबकि वास्तविकता यह है कि कोडीन कफ सिरप से यूपी में किसी की मौत नहीं हुई। उन्होंने कहा कि विधानसभा के नियमों को पढ़कर आना चाहिए।

2016 में सपा सरकार ने जारी किया था लाइसेंस

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि एसटीएफ ने जिस होलसेलर को पकड़ा है, उसे वर्ष 2016 में समाजवादी पार्टी की सरकार के दौरान लाइसेंस जारी किया गया था। यह मामला अवैध डायवर्जन से जुड़ा है, जिसमें कोडीन कफ सिरप को उन देशों तक पहुंचाया गया, जहां इस पर प्रतिबंध है।

अवैध डायवर्जन और गलत इस्तेमाल का मामला

सीएम योगी ने स्पष्ट किया कि कोडीन कफ सिरप दवा है, जिस पर साफ लिखा होता है कि इसका सेवन डॉक्टर की सलाह से किया जाए। लेकिन कुछ लोगों ने इसका गलत इस्तेमाल किया और इसे अवैध रूप से सप्लाई किया। सरकार इस पूरे नेटवर्क के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है।

उन्होंने बताया कि अब तक इस मामले में

78 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है

प्रदेशभर में 134 फर्मों पर छापेमारी की गई है

225 अभियुक्तों को नामजद किया गया है

सपा नेताओं से जुड़े ट्रांजैक्शन की जांच

मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि जांच में सामने आया है कि लेन-देन समाजवादी पार्टी की लोहिया वाहिनी के एक पदाधिकारी के खाते से हुआ है, जिसकी जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि अगर इस मामले की परतें खोली जाएंगी तो सपा का ही कोई न कोई व्यक्ति सामने आएगा।

एनडीपीएस एक्ट के तहत होगी कार्रवाई

सीएम योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार कोर्ट में मजबूती से खड़ी है और इस मामले में एनडीपीएस एक्ट के तहत मुकदमे चलेंगे। आरोपियों के साथ सपा नेताओं की तस्वीरें भी सामने आ रही हैं। जो भी व्यक्ति इस मामले में शामिल पाया जाएगा, उसके खिलाफ कठोरतम कार्रवाई की जाएगी और किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा।

“बुलडोजर कार्रवाई के लिए तैयार”

मुख्यमंत्री ने दो टूक कहा कि बुलडोजर कहीं गया नहीं है, वह कार्रवाई के लिए तैयार खड़ा है। बुलडोजर चलने पर कोई परेशान न हो, लेकिन अपराधियों को जरूर डरना चाहिए।

सदन में हंगामा, सपा का विरोध प्रदर्शन

इससे पहले सोमवार सुबह 11 बजे जैसे ही सदन की कार्यवाही शुरू हुई, नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय ने कोडीन कफ सिरप का मामला उठाया। सपा सदस्य अतुल प्रधान ने भी इस मुद्दे पर सरकार को घेरा। इसके बाद सपा सदस्यों ने वेल में पहुंचकर जोरदार विरोध किया।

चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा के सामने प्रदर्शन किया

सदन की कार्यवाही के बाद समाजवादी पार्टी के विधायकों ने विधान भवन परिसर में चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा के सामने प्रदर्शन किया और कोडीन कफ सिरप समेत अन्य मुद्दों को लेकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।सरकार और विपक्ष के बीच इस मुद्दे पर तीखी राजनीतिक जंग के संकेत साफ नजर आए, वहीं मुख्यमंत्री ने दोहराया कि कानून अपना काम करेगा और दोषियों को किसी भी सूरत में छोड़ा नहीं जाएगा।