*उ०प्र० राज्य सड़क परिवहन निगम के तहत गोण्डा डिपो में आयोजित हुआ सामान्य स्वास्थ्य शिविर*
*गोण्डा ।उ०प्र० राज्य एड्स नियन्त्रण सोसायटी, लखनऊ (यूपीसैक) एवं निदेशक संचारी रोग, चिकित्सा स्वास्थ्य के परस्पर समन्वय से उ०प्र० राज्य सड़क परिवहन निगम के क्रियाशील बस डिपो में कार्यरत चालक, परिचालक एवं अन्य सहयोगी कर्मचारियों का बस स्टेशन, डिपो पर एक सामान्य स्वास्थ्य शिविर (जनरल हेल्थ कैम्प) का आयोजन किया गया। जिसके अन्तर्गत- एचआईवी परामर्श एवं जांच, टीबी, सिफलिस, नेत्र जांच, सामान्य रक्त परीक्षण, एसटीआई परामर्श एवं जांच तथा हेपेटाइटिस बी , सी की जांच की गई।

इस शिविर का उद्घाटन UPSRTC आर०एम० श्री अरविन्द कुमार, ए०आर०एम० श्री कपिल देव , जिला क्षय रोग अधिकारी/ अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ० जय गोविन्द द्वारा किया गया। आरएम श्री अरविन्द कुमार एवं ए०आर०एम० श्री कपिल देव ने सभी को स्वस्थ रहने का संदेश दिया एवं समय समय पर नियमित जांचों के लिए प्रेरित किया।

परीक्षण, परामर्श जांच हेतु आईसीटीसी के एलटी सुनील यादव, डीएसआरसी केंद्र के सतीश भारती, मॉडर्न ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट के प्रोजेक्ट मैनेजर मोहम्मद नसीम , टीबी विभाग के एसटीएस मोहम्मद असलम एलटी दिनेश तिवारी, UPSRTC के ओ०पी० श्रीवास्तव , राज्य स्तर से पर्यवेक्षक के रूप में मोहम्मद नौशाद टेक्निकल एक्सपर्ट, स्वास्थ्य विभाग टीबी अनुभाग के डीपीसी श्री विवेक सरन, दिशा यूनिट देवीपाटन मण्डल के सीएसओ आयुष सरन, डीएमडीओ प्रशान्त श्रीवास्तव आदि उपस्थित रहे।
मनरेगा का नाम परिवर्तन के विरुद्ध  विरोध प्रदर्शन
गोंडा। शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष, सभासद शाहिद अली कुरेशी के नेतृत्व में, महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) के नाम परिवर्तन के विरुद्ध  विरोध प्रदर्शन हुआ। यह प्रदर्शन भारतीय जनता पार्टी की केंद्र सरकार द्वारा प्रस्तावित नाम परिवर्तन के विरोध में आयोजित किया गया था। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने महात्मा गांधी जी और बाबा भीमराव अंबेडकर जी की तस्वीरों के साथ महात्मा गांधी के नाम पर संचालित इस योजना की पहचान को बनाए रखने की पुरजोर मांग की।
इस विरोध प्रदर्शन के बाद कांग्रेस जनों ने राष्ट्रपति महोदया के नाम एक ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट श्री पंकज वर्मा जी को सौंपा। इस ज्ञापन में उन्होंने मनरेगा के पुराने नाम को बनाए रखने और इसके संचालन को बहाल करने की मांग की। इस मौके पर विभिन्न समाज के लोग और कांग्रेस के वरिष्ठ कार्यकर्ता उपस्थित रहे। इनमे समाजसेवी राजेश श्रीवास्तव, कांग्रेस कंट्रोल रूम के इंचार्ज अब्दुल मुजीब के साथ किसान कांग्रेस नेता वाजिद अली, कांग्रेस सेवा दल के अध्यक्ष प्रदुमन शुक्ला, शहर के उपाध्यक्ष वसीम सिद्दीकी, यूथ जिला अध्यक्ष निजाम हुसैन और सेवा दल के प्रतिनिधि हरिराम वर्मा शामिल थे। इनके अलावा पिछड़ा वर्ग शहर अध्यक्ष मोहम्मद रिजवान, सैफ सिद्दीकी, खगेश चतुर्वेदी, प्रवक्ता जरनील हयात, सुद्दू बाबा, मोहम्मद अकील, मंजूर अली, भगवती सोनी पिछड़ा वर्ग अध्यक्ष अर्जुन वर्मा जैसे अन्य महत्वपूर्ण कार्यकर्ता और पदाधिकारी भी इस विरोध प्रदर्शन में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने आए। प्रदर्शन ने कांग्रेस के आंतरिक संगठन की शक्ति और एकजुटता को प्रदर्शित किया।
*डीएम की अध्यक्षता में आयोजित हुई जिला स्वास्थ्य समिति की समीक्षा बैठक*

*क्षेत्र में जिन एएनएम व आशाओं द्वारा नियमित कार्य नहीं किया जा रहा है उनके खिलाफ करें नियमानुसार कार्यवाही--डीएम*


*समीक्षा में खराब प्रगति मिलने पर सीएचसी अधीक्षक झंझरी का वेतन रोकने के दिये निर्देश--डीएम*


*सीएचसी अधीक्षकों को डीएम का सख्त निर्देश, शासन की मंशानुसार जनसामान्य को स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराएं*

*गोण्डा ।कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी श्रीमती प्रियंका निरंजन की अध्यक्षता में जिला स्वास्थ्य समिति की मासिक समीक्षा बैठक संपन्न हुई। बैठक में जिला स्वास्थ्य समिति द्वारा राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत चलाए जा रहे कार्यक्रमों की समीक्षा की गयी।
बैठक में प्रस्तावित एजेंडा के आधार पर यू0पी0एच0एम0आई0एस0 हेल्थ डैशबोर्ड, मातृ स्वास्थ्य, बाल स्वास्थ्य, परिवार कल्याण, कम्युनिटी प्रोसेस, राष्ट्रीय कार्यक्रम नान कम्युनिकेबल डिजीज, एन0सी0डी0, एन0बी0सी0पी0, आर0एन0टी0सी0पी0, पी0एम0एम0वी0वाई0, नियमित टीकाकरण, वैक्सीनेशन, जननी सुरक्षा व मातृ वंदना योजना के तहत भुगतान की स्थिति, आशा इन्सेन्टिव, हाई रिस्क प्रेग्नेंसी, ओपीडी व आईपीडी की स्थिति, प्राथामिक स्वास्थ्य केन्द्रों तथा सीएचसी पर बेडों की ऑक्यूपेंसी की स्थिति सहित अन्य योजनाओं की जिलाधिकारी द्वारा गहन समीक्षा की गई। वहीं जिला स्वास्थ समिति की समीक्षा के दौरान स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित सभी योजनाओं की समीक्षा की गई।

बैठक में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत नवम्बर, 2025 का भ्रमण की समीक्षा की गई। एनआरसी में भर्ती बच्चों, आरसीएच पोर्टल फीडिंग के स्टेटस, एनपीसीडीसीएस, राष्ट्रीय कुष्ठ नियंत्रण कार्यक्रम, राष्ट्रीय अंधता एवं दृष्टिक्षीणता नियंत्रण कार्यक्रम आदि सभी की समीक्षा कर संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि समय से कार्य कराना सुनिश्चित करें।

जिला स्वास्थ्य समिति की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने जनपद के सीएससी अधीक्षकों से स्वास्थ्य विभाग द्वारा चलाई जा रही योजनाओं की योजनावार समीक्षा की। समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने सभी सीएचसी अधीक्षक को निर्देश दिए हैं कि सभी योजनाओं के कार्य समय से पूर्ण कराया जाय तथा समय-समय पर अपने अधीनस्थ कर्मचारियों से योजनावार समीक्षा की जाय। ताकि योजनाओं का क्रियान्वयन समय से किया जा सके।

बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि शासन की मंशानुसार जनसामान्य को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने के लिए सभी अधीक्षक अपने अपने सीएचसी एवं पीएचसी पर ही निवास करें तथा संस्थागत प्रसव एवं विभिन्न प्रकार के टीकों को समय से लगवाना सुनिश्चित करें। बैठक में स्वास्थ्य विभाग के निर्माण कार्यों की समीक्षा की गई।

आयुष्मान कार्ड के माध्यम से मरीजों को भर्ती करायें, साथ ही इस पर विशेष ध्यान दिया जाय। ई-कवच को पोर्टल को अपडेट करें। प्रसव केंद्र पर प्रसव की संख्या बढ़ाएं। जनपद के सभी सब सेंटरों पर एएनएम की उपस्थिति सुनिश्चित की जाये। ताकि सेंटर पर आने वाले मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ दिया जा सके।

बैठक में जिलाधिकारी ने सीएमओ को कड़े निर्देश दिये हैं कि विभाग में कार्य के लिए जितने भी टेंडर पेंडिंग हो उन सभी को एक सप्ताह के अंदर नियमानुसार टेंडर प्रक्रिया को पूर्ण करना सुनिश्चित करें। जनपद के सभी सीएचसी केंद्रों में कायाकल्प कराना सुनिश्चित करें। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही कदापि न की जाय।
बैठक में एएमआईएस की प्रगति को और सही करने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि अपने विभाग की रैंकिंग में सुधार लाएं, साथ ही रैंकिंग पर विशेष ध्यान दें। समीक्षा में खराब प्रगति मिलने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए सीएचसी अधीक्षक झंझरी का वेतन रोकने के निर्देश दिये है। उन्होंने कहा है कि इनके सीएचसी की प्रगति सही होने पर ही इनका वेतन देय होगा।
बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि सभी सीएचसी अधीक्षक अपने-अपने क्षेत्रों में स्वयं जाकर टीकाकरण का स्थान चिन्हित करें और अधिक से अधिक बच्चों एवं महिलाओं का टीकाकरण करायें।जिलाधिकारी ने स्पष्ट निर्देश दिये हैं कि क्षेत्र में जिन एएनएम व आशाओं द्वारा नियमित चेकअप का कार्य नहीं किया जा रहा है उनके खिलाफ नियमानुसार कार्यवाही करें।
बैठक में आयुष्मान आरोग्य मंदिर की समीक्षा के दौरान सीएचसी कटरा बाजार की खराब प्रगति पर सुधार लाने के निर्देश दिये हैं।
बैठक में फैमिली प्लानिंग की समीक्षा के दौरान सभी सीएचसी अधीक्षकों को निर्देश दिये हैं कि सभी लोग अपने से संबंधित लक्ष्य को पूर्ण करना सुनिश्चित करें, इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी। जिनका लक्ष्य पूर्ण नहीं होगा उन सभी सीएचसी का वेतन अगले माह में रोक दिया जायेगा।

इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी श्रीमती अंकिता जैन, सीएमओ डॉक्टर संत लाल पटेल, सीएमएस जिला महिला अस्पताल, जिला अस्पताल, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अमित कुमार सिंह, एसीएमओ डॉक्टर आदित्य वर्मा, डॉक्टर सीके वर्मा, डॉक्टर आरपी सिंह, जिला कार्यक्रम अधिकारी संजय उपाध्याय, पंचायत विभाग एडीपीआरओ सहित सभी संबंधित विभाग के अधिकारीगण व डब्ल्यू0एच0ओ0 यूनिसेफ के पदाअधिकारी, समस्त सी0एच0सी0 अधीक्षक तथा अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।
मां पाटेश्वरी शक्ति संवाद में महिलाओं की समस्याओं पर त्वरित संज्ञान, आयुक्त ने दिए समाधान के निर्देश

*मां पाटेश्वरी शक्ति संवाद में महिलाओं की समस्याओं पर त्वरित संज्ञान, आयुक्त ने दिए समयबद्ध निस्तारण के निर्देश*

*भूमि विवाद, चकमार्ग और गौवंश सुरक्षा के मामले पहुंचे मां पाटेश्वरी शक्ति संवाद में*

*महिलाओं को न्याय का भरोसा: मंडलायुक्त ने जनसुनवाई में अधिकारियों को दिए सख्त निर्देश*

*देवीपाटन मंडल में मां पाटेश्वरी शक्ति संवाद बना महिलाओं की आवाज़ का सशक्त मंच*

*गोण्डा।* — देवीपाटन मण्डल मुख्यालय स्थित मंडलायुक्त कार्यालय में सोमवार को “मां पाटेश्वरी शक्ति संवाद” कार्यक्रम के अंतर्गत विशेष महिला जनसुनवाई का आयोजन किया गया। जनसुनवाई की अध्यक्षता आयुक्त देवीपाटन मण्डल शशि भूषण लाल सुशील ने की। इस दौरान विभिन्न क्षेत्रों से आई करीब 15 महिलाओं ने घरेलू हिंसा, भूमि विवाद, दहेज उत्पीड़न, अतिक्रमण, रास्ता अवरोध, अवैध कब्जा एवं पशु सुरक्षा से जुड़े मामलों को लेकर अपनी समस्याएं रखीं।

आयुक्त ने सभी महिलाओं की शिकायतों को गंभीरता से सुनते हुए संबंधित विभागीय अधिकारियों से मौके पर ही फोन के माध्यम से वार्ता की और प्रकरणों के शीघ्र व गुणवत्तापूर्ण निस्तारण के निर्देश दिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि सभी मामलों का समाधान नियमानुसार एवं समयबद्ध ढंग से किया जाएगा। आयुक्त ने भरोसा दिलाया कि प्रशासन महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान और अधिकारों के प्रति पूर्णतः संवेदनशील है तथा किसी भी महिला के साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा। जनसुनवाई में अपर आयुक्त न्यायिक मीनू राणा एवं उपायुक्त खाद्य विजय प्रभा भी उपस्थित रहीं।

जनसुनवाई के दौरान ग्राम पंचायत बहलोलपुर, विकास खण्ड झंझरी के ग्रामीणों ने सरकारी सार्वजनिक चकमार्ग पर इंटरलॉकिंग कर पक्की सड़क निर्माण की मांग उठाई। ग्रामीणों ने बताया कि यह मार्ग पूरे गांव के आवागमन का मुख्य रास्ता है, जिसका उपयोग वर्षों से किया जा रहा है। बरसात के मौसम में जलभराव के कारण स्कूली बच्चों, महिलाओं, बुजुर्गों और मरीजों को भारी परेशानी होती है। ग्रामीणों का आरोप है कि सड़क कार्य योजना में दर्ज होने के बावजूद अब तक न तो मिट्टी पटाई हुई और न ही इंटरलॉकिंग कराई गई। कई बार प्रार्थना पत्र देने के बाद भी बिना स्थलीय जांच के भ्रामक आख्या लगाकर मामला टाल दिया गया। ग्रामीणों ने जनहित को देखते हुए शीघ्र सड़क निर्माण कराने की मांग की।

एक अन्य मामले में ग्राम ढोंगवा खरगूपुर, थाना कोतवाली देहात की निवासी पम्मी तिवारी पत्नी राजेश कुमार तिवारी ने बैनामे की भूमि पर अवैध कब्जे का आरोप लगाया। उन्होंने बताया कि विजय नगर चौराहा, थाना तरबगंज क्षेत्र में स्थित उनके मकान के बगल की करीब 12 फुट भूमि पर पड़ोसियों द्वारा कब्जा कर लिया गया है और दीवार निर्माण को उखाड़ दिया गया। विरोध करने पर गाली-गलौज, मारपीट और जान से मारने की धमकी दी जाती है। प्रार्थिनी ने बताया कि 9 जुलाई 2025 को तहसीलदार, कानूनगो व अन्य अधिकारियों द्वारा कराई गई नाप में भूमि उनके पक्ष में पाई गई थी और निशानी भी लगाई गई थी, जिसे विपक्षियों ने हटा दिया। महिला ने पुलिस बल की सहायता से कब्जा दिलाने, निर्माण कार्य कराने तथा स्वयं व संपत्ति की सुरक्षा सुनिश्चित कराने की मांग की।


इसी क्रम में ग्राम बांसगांव, थाना कोतवाली करनैलगंज की निवासी मंजू पत्नी नरायन ने खेतों में बिलेट तार लगाकर उसमें बिजली प्रवाहित करने से पशुओं की मौत का गंभीर आरोप लगाया। प्रार्थिनी ने बताया कि कुछ दबंग व्यक्तियों द्वारा इस तरीके से कई गौवंश की मृत्यु हो चुकी है और विरोध करने पर मारपीट व फौजदारी की धमकी दी जाती है। उन्होंने मामले की तत्काल जांच, बिलेट तार हटवाने और दोषियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की मांग की।


आयुक्त ने सभी प्रकरणों में संबंधित अधिकारियों को आवश्यक कार्रवाई के निर्देश देते हुए कहा कि “मां पाटेश्वरी शक्ति संवाद” का उद्देश्य महिलाओं की समस्याओं को सीधे शीर्ष प्रशासनिक स्तर पर सुनकर त्वरित समाधान सुनिश्चित करना है। यह पहल महिलाओं के न्याय, सुरक्षा और सशक्तिकरण की दिशा में एक प्रभावी मंच के रूप में निरंतर कार्य कर रही है।
शीतलहर में राहत की पहल: मण्डलीय आकांक्षा समिति की अध्यक्षा गरिमा भूषण ने जरूरतमंदों को बांटे कंबल
मानवता की मिसाल: कड़ाके की ठंड में जरूरतमंदों के बीच पहुंचीं आकांक्षा समिति की अध्यक्षा

ठंड से जूझते असहायों के लिए संजीवनी बनी कंबल वितरण पहल, जरूरतमंदों ने जताया आभार

ठंड से जूझते बेसहारा लोगों को मिला सहारा, आकांक्षा समिति की अध्यक्षा ने बढ़ाया मदद का हाथ


गोण्डा ।कड़ाके की ठंड और शीतलहर के बीच जरूरतमंदों को राहत पहुंचाने के उद्देश्य से मण्डलीय आकांक्षा समिति की अध्यक्षा द्वारा जरूरतमंदों को कंबल वितरित किया गया। इस दौरान उन्होंने बस अड्डा के निकट स्थित रैन बसेरा में रूके बेसहारा, निराश्रित एवं जरूरतमंद लोगों को अपने हाथों से कंबल वितरित कर मानवीय संवेदनाओं का परिचय दिया।

रैन बसेरा में कंबल वितरण के दौरान अध्यक्षा गरिमा भूषण ने वहां रह रहे लोगों से संवाद कर उनकी दैनिक समस्याओं, स्वास्थ्य स्थिति और ठंड से जुड़ी परेशानियों की जानकारी भी ली। उन्होंने कहा कि सर्दी के मौसम में खुले आसमान के नीचे या अस्थायी आश्रयों में जीवन यापन करने वाले लोगों के लिए ठंड सबसे बड़ी चुनौती बन जाती है। ऐसे में समाज के सक्षम वर्ग और सामाजिक संगठनों को आगे आकर उनकी सहायता करनी चाहिए। उन्होंने आश्वासन दिया कि आगे भी जरूरतमंदों के लिए इस प्रकार के राहत कार्य निरंतर जारी रहेंगे।

इसके पश्चात अध्यक्षा ने बड़गांव पुलिस चौकी के आसपास मौजूद जरूरतमंद, असहाय एवं खुले में रह रहे लोगों को भी कंबल वितरित किए। कंबल पाकर जरूरतमंदों के चेहरों पर राहत और संतोष स्पष्ट रूप से दिखाई दिया। कई लोगों ने बताया कि बढ़ती ठंड में यह सहायता उनके लिए किसी संजीवनी से कम नहीं है।
बेसहारा लोगों ने अध्यक्षा गरिमा भूषण के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस प्रकार के प्रयास न केवल उन्हें ठंड से बचाते हैं, बल्कि यह एहसास भी कराते हैं कि समाज उनके साथ खड़ा है।
थाना परसपुर पुलिस द्वारा कूटरचित दस्तावेज तैयार कर मकान का फर्जी बैनामा कराने के वांछित अभियुक्त को किया गया गिरफ्तार-
गोण्डा। पुलिस अधीक्षक गोण्डा विनीत जायसवाल द्वारा अपराध एवं अपराधियों के विरूद्ध चलाये जा रहे अभियान के क्रम में अपर पुलिस अधीक्षक पश्चिमी श्री राधेश्याम राय के पर्यवेक्षण व क्षेत्राधिकारी कर्नलगंज श्री राजेश कुमार सिंह के कुशल नेतृत्व में थाना परसपुर पुलिस द्वारा थाना स्थानीय पर पंजीकृत मु0अ0सं0-185/25, धारा 318(4), 318(4),338,336(3),340(2),351(3),329(4),126(2) बीएनएस से सम्बन्धित वांछित अभियुक्त नान्हू पुत्र अय्यूब खान को ग्राम बेलहरी से गिरफ्तार कर लिया गया। 

घटना का संक्षिप्त विवरण

दिनांक 19.05.2025 को वादिनी अलीमा पत्नी अकरम खान, निवासी कटैला थाना परसपुर द्वारा थाना परसपुर में लिखित तहरीर दी गयी कि उसके दामाद नान्हू पुत्र अय्यूब, निवासी बेलहरी थाना कर्नलगंज द्वारा अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर कूटरचित दस्तावेज तैयार कर प्रार्थिनी के पुस्तैनी मकान का फर्जी बैनामा करा लिया गया है। वादिनी की लिखित तहरीर के आधार पर थाना परसपुर पर सुसंगत धाराओं में अभियोग पंजीकृत किया गया। जिसमें आज दिनांक 21.12.2025 को थाना परसपुर पुलिस द्वारा विवेचना के दौरान दोषी पाए गए आरोपी अभियुक्त नान्हू पुत्र अय्यूब खान को ग्राम बेलहरी से गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तार अभियुक्त के विरूद्ध परसपुर पुलिस द्वारा अग्रिम विधिक कार्यवाही कर माननीय न्यायालय रवाना किया गया।
मंदिर निर्माण खुदाई में मिले 509 चांदी के सिक्के लेकर फरार,मुकदमा दर्ज एसटीएफ बता चांदी के सिक्के ले हुए फरार
गोंडा।जिले के देहात कोतवाली थाना क्षेत्र के ठकुरापर गांव स्थित बाबा कुट्टी मंदिर में निर्माण कार्य के दौरान जेसीबी से खुदाई में एक बड़ा घड़ा मिला जिसमें चांदी के 509 सिक्के थे।जिसे एक कलश में रखकर सुरक्षित किया गया था कि 18 दिसंबर को अपरान्ह लगभग 2 बजे कुटी के साधू आशीष कुमार(निवासी परमेश्वर पुर,रोहतास बिहार)इन सिक्कों से भरा कलश लेकर सब्जी खरीदने बालपुर बाजार जा रहे थे।बालपुर परसपुर मार्ग पर एक कार में सवार पांच लोगों ने उनकी गाड़ी रोक लिया था और खुद को एसटीएफ का अधिकारी बताते हुए कहा कि इतनी बड़ी संख्या में मिले चांदी के सिक्कों के बारे में पूछताछ करना है जिसके संबंध में ऊपर से आदेश आया है।उन्होंने आशीष कुमार को बालपुर पुलिस चौकी चलने के लिए कहा तथा उक्त पांच व्यक्तियों में से दो व्यक्ति आशीष कुमार की गाड़ी में बैठ गए और बालपुर पैट्रोल पंप के पास पहुंचने पर उनको धमकी देते हुए सिक्कों से भरा बैग छीन लिया,उसके बाद किसी को बताने पर इंकाउण्टर की धमकी देते हुए मौके से फरार हो गए।आशीष ने उनका पीछा करने की कोशिश किया परन्तु वे लोग तेज रफ्तार गाड़ी से फरार हो गये।इसकी सूचना तत्काल देहात कोतवाली पुलिस को दी गयी।उपेन्द्र सिंह उर्फ उपेन्द्र बाबा की तहरीर पर देहात कोतवाली पुलिस ने पांच अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल ने घटना के खुलासे और जांच के लिए एसओजी और सर्विलांस टीम सहित पांच टीमों का गठन किया है।देहात कोतवाल शमशेर बहादुर सिंह ने जल्द ही पूरे मामले के खुलासे का भरोसा दिलाया है तथा इस पूरे मामले में मंदिर पर रहने वाले लोगों से भी पूछताछ की जा रही है।इस संबंध में कई सीसीटीवी कैमरों को भी खंगाला गया है।
बृजभूषण ने अखिलेश यादव के बयान का किया समर्थन,धनंजय व अभय को संयम बरतने की सलाह



गोंडा।कैसरगंज से पूर्व भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने जौनपुर के पूर्व सांसद धनंजय सिंह व विधायक अभय सिंह के बीच चल रहे सोशल मीडिया विवाद पर प्रतिक्रिया देते हुए संयम बरतने की सलाह दिया है और कहा है कि यह 1980-90  के दशक जैसा नहीं है।बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि सोशल मीडिया पर अनावश्यक विवाद से बचना चाहिए।उन्होंने जोर देते हुए कहा कि दोनों व्यक्ति  हैं और वर्तमान में किसी प्रकार का संघर्ष नहीं है।उन्होंने आगे कहा कि अब कोई गैंगवार नहीं है और सभी लोग अपना अपना काम कर रहे हैं।पूर्व सांसद ने सलाह दिया कि शब्दों का चयन बहुत सोच समझ कर किया जाना चाहिए।बृजभूषण ने कहा कि हम बड़े कि तुम बड़े जैसी बातों से कोई फायदा नहीं है।उन्होंने नेताओं को जनता के बीच रहकर अपने कर्तव्यों का पालन करने का आग्रह किया।

इसी दौरान बृजभूषण शरण सिंह ने समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव द्वारा खुद को क्षत्रिय बताए जाने वाले बयान का समर्थन किया।पूर्व सांसद ने कहा कि उन्होंने पहले ही कहा था कि अखिलेश यादव क्षत्रिय हैं।बृजभूषण ने स्पष्ट किया कि अखिलेश यादव यदुवंशी हैं और भगवान श्रीकृष्ण के वंशज माने जाते हैं।उन्होंने यह भी जोड़ा कि क्षत्रिय जन्म से नहीं,बल्कि कर्म से होता है।बृजभूषण ने उल्लेख किया कि अखिलेश यादव भगवान श्रीकृष्ण का मंदिर भी बनवा रहे हैं,जो उनके क्षत्रिय होने का प्रमाण है।वहीं बहराइच में कथावाचक को सलामी दिए जाने पर चल रहे विवाद को लेकर बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि देखिये ये संत मार्गदर्शक हैं और इन संतों की बड़ी भूमिका रही है।

यज्ञ ऋषि मुनि आप इन्हें वैज्ञानिक भी कह सकते हैं।आज भी समाज में इनकी मान्यता है और किसी के कहने अथवा न कहने से इनकी मान्यता समाप्त होने नहीं जा रही है।उन्होंने कहा कि अब जैसे मैं ही राष्ट्र कथा करवा रहा हूँ जितना हो सकता है सम्मान दिया जाएगा।तो यह विवाद का विषय नहीं है।इस पर विवाद नहीं करना चाहिए बल्कि बचना चाहिए।
अनामिका शुक्ला मामले में एसटीएफ की प्रारम्भिक रिपोर्ट दाखिल,हाईकोर्ट के आदेश पर हुई जांच
अनामिका के नाम पर गंभीर अनियमितता हुई रिपोर्ट में खुलासा

गोंडा।जिले के बहुचर्चित अनामिका शुक्ला प्रकरण में यूपी एसटीएफ ने लखनऊ उच्च न्यायालय में अपनी प्रारम्भिक रिपोर्ट दाखिल कर दिया है।रिपोर्ट में फर्जीवाड़े की पुष्टि करते हुए कहा गया है कि अनामिका शुक्ला के मामले में कई गंभीर अनियमितताएं हुई हैं।एसटीएफ ने कोर्ट को बताया कि मामले की जांच के दौरान विधालय के प्रबंधक और संबंधित अधिकारी सहयोग नहीं कर रहे हैं।एसटीएफ ने हाईकोर्ट में स्पष्ट किया है कि नगर कोतवाली में दर्ज मुकदमे को निरस्त करने के लिए आरोपियों की ओर से दाखिल याचिका पूरी तरह से बलहीन है और इसे न्यायहित में खारिज किया जाना चाहिए।जांच एजेंसी के मुताबिक पूरे प्रकरण की विवेचना और साक्ष्य संकलन की कार्रवाई अभी जारी है।अनामिका शुक्ला की याचिका को छोड़कर बाकी आरोपियों की याचिकाओं को निरस्त करने की कोर्ट से मांग की गई है।यूपी एसटीएफ के जांच अधिकारी सौरभ मिश्रा ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि वर्ष 2017 से जनवरी 2025 तक अनामिका शुक्ला को नियमित रूप से वेतन का भुगतान किया गया।वेतन संशोधन से जुड़े मांग पत्र पर विद्यालय से वित्त एवं लेखा विभाग को भेजे जाते थे।जिस पर विद्यालय प्रबंधक, प्रधानाचार्य और अन्य संबंधित अधिकारियों के हस्ताक्षर पाये गये हैं।जांच के दौरान जुलाई 2022 से दिसंबर 2022,फरवरी 2023 से जुलाई 2023,जनवरी 2024 से जुलाई 2024,अगस्त 2024 से नवंबर 2024 और जनवरी 2025 तक के वेतन संशोधन प्रपत्र एसटीएफ को मिले हैं।इन सभी दस्तावेजों पर संबंधित लोगों के हस्ताक्षर मौजूद हैं।विद्यालय के प्रबंधक दिग्विजय नाथ पांडेय को 20 अगस्त 2025 से 8 दिसंबर 2025 के मध्य छह बार नोटिस जारी कर व्यक्तिगत रूप से जांच में शामिल होने के लिए कहा गया परन्तु उन्होंने न तो जांच में सहयोग किया और न ही अनामिका शुक्ला की नियुक्ति से जुड़े अभिलेख उपलब्ध कराए।हालांकि 14 अगस्त को दिग्विजय नाथ पांडेय यूपी एसटीएफ की अयोध्या इकाई के कार्यालय में उपस्थित होकर बयान दर्ज करवा चुके हैं लेकिन अभी तक नियुक्ति से संबंधित कोई पत्रावली नहीं सौंपी गई है।जांच अधिकारी ने कोर्ट को बताया कि प्रबंधक से अनामिका शुक्ला के नियुक्ति से संबंधित विज्ञापन, प्रबंध समिति का प्रस्ताव,बेसिक शिक्षा अधिकारी को भेजा गया अनुमोदन पत्र,प्रथम वेतन भुगतान से जुड़ा लेख पत्र,उपस्थिति पंजिका और अन्य आवश्यक दस्तावेज मांगे गये थे परन्तु इनमें से कोई भी अभिलेख उपलब्ध नहीं कराया गया।एसटीएफ ने हाईकोर्ट से अनुरोध किया है कि विवेचना और साक्ष्य संकलन के लिए न्यायोचित समय प्रदान किया जाये तथा साथ ही आरोपियों द्वारा मुकदमा निरस्त कराने के लिए दाखिल याचिका को बलहीन बताते हुए न्यायहित में खारिज किये जाने की मांग की है।यहाँ यह स्पष्ट करना आवश्यक है कि निलंबित जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अतुल कुमार तिवारी,तत्कालीन वित्त एवं लेखाधिकारी सिद्धार्थ दीक्षित,बेसिक शिक्षा विभाग के पटल लिपिक सुधीर कुमार सिंह,वित्त एवं लेखा विभाग के पटल लिपिक अनुपम कुमार पाण्डेय,अनामिका शुक्ला,विद्यालय प्रबंधक दिग्विजय नाथ पांडेय और प्रधानाचार्य उमेश चंद्र तिवारी ने लखनऊ हाईकोर्ट में याचिका दाखिल कर नगर कोतवाली में दर्ज मुकदमे को गलत बताते हुए निरस्त करने की मांग की थी।इस पूरे मामले की जांच हाईकोर्ट के आदेश पर यूपी एसटीएफ कर रही है।
जेपी नड्डा के तथाकथित रिश्तेदार ने किया 40 लाख की ठगी
लखनऊ में सस्ते दामों में प्लाट दिलाने के नाम पर मनीष ने की ठगी, मुकदमा दर्ज

गोंडा।जिले में भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष व केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा का करीबी रिश्तेदार बताकर 40 लाख रूपए की ठगी का मामला सामने आया है।छपिया थाना क्षेत्र के बेल्डिहा गांव निवासी संतोष यादव की तहरीर पर लखनऊ के मनीष मल्होत्रा व गोंडा के राम दयाल यादव के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया गया है।आरोप है कि दोनों आरोपियों ने संतोष कुमार को लखनऊ में सस्ते प्लाट दिलाने का झांसा दिया था।मनीष मल्होत्रा ने खुद को भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष व केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा का रिश्तेदार बताया था।संतोष कुमार के अनुसार,आरोपियों ने उनसे विभिन्न किश्तों में कुल 40 लाख रुपए लिए थे।यह राशि बैंक ट्रांसफर और आरटीजीएस के माध्यम से दिया गया था।तीन साल बीत जाने के बाद भी न तो जमीन मिली और न ही पैसा वापस किया गया।पीड़ित संतोष कुमार ने बताया कि रामदयाल यादव से उनके पुराने संबंध थे।इसी विश्वास का फायदा उठाकर रामदयाल ने उन्हें मनीष मल्होत्रा से मिलवाया था।संतोष ने सस्ते प्लाट की उम्मीद में अपनी गाड़ी व घर के जेवरात बेंच कर यह रकम दी थी।लेकिन तीन साल से लगातार इन लोगों द्वारा जमीन नहीं दी जा रही है और न ही पैसे वापस किए जा रहे हैं।जबकि तीन साल के अंदर यह लोग हमें तीन बार लखनऊ होटल में बुला चुके हैं।वहाँ पर रहना खाना सहित सारी व्यवस्था इन लोगों के तरफ से रहती थी।इन लोगों ने एक बार मुझसे दो लाख रुपए लेकर एक ड्रा में भी शामिल किया कि ड्रा में जो पर्ची निकलकर आएगी वह जमीन आपको मिल जाएगी परन्तु फिर भी वह जमीन हम लोगों को नहीं मिली जबकि हमारी पर्ची निकलकर आई थी और अब यह लोग खुद को भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष व केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा का रिश्तेदार बताकर हमारे पैसे हड़पने की साजिश रच रहे हैं ऐसे में इन लोगों के विरुद्ध कठोर कार्यवाही की जाए।संतोष ने कहा कि रामदयाल यादव ने मेरे और अपने दोस्ती के रिश्ते को भी कलंकित किया है और ऐसे में परेशान होकर मैं आत्महत्या करना चाहता हूँ।‌संतोष ने पूरे मामले की शिकायत पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल से किया था।पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर पुलिस द्वारा पूरे मामले की जांच की गई,जिसके बाद छपिया थाने में मनीष मल्होत्रा और रामदयाल यादव के विरुद्ध धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया गया है।वहीं छपिया थानाध्यक्ष प्रबोध कुमार यादव ने बताया कि मनीष मल्होत्रा और रामदयाल यादव दोनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर पूरे मामले की जांच प्रारम्भ कर दी गई है।जांच में जो भी निकल कर आएगा उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।