सांसद खेल महोत्सव का आयोजन 23 दिसंबर से, 700 से अधिक खिलाड़ी लेंगे भाग
हरिद्वार ब्यूरो

हरिद्वार, उत्तराखंड।
खेल और खिलाड़ियों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से 23 दिसंबर से हरिद्वार में सांसद खेल महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। इसकी जानकारी भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष आशुतोष शर्मा और पूर्व दर्जाधारी राज्य मंत्री व भाजपा के वरिष्ठ नेता विमल कुमार ने प्रेस क्लब में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान दी।

उन्होंने बताया कि विधानसभा स्तर पर चयनित खिलाड़ियों को जिला स्तरीय प्रतियोगिता में प्रतिभाग करने का अवसर दिया जा रहा है। सांसद खेल महोत्सव के तहत हरिद्वार लोकसभा क्षेत्र की सभी विधानसभाओं में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले खिलाड़ी जिला स्तर पर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे।

भाजपा नेताओं ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी खेलों को निरंतर प्रोत्साहित कर रहे हैं। युवाओं को खेलों के प्रति जागरूक कर उन्हें कुशल खिलाड़ी बनाना सरकार का उद्देश्य है। उन्होंने कहा कि आज भारत विश्व स्तर पर खेलों में अपनी पहचान बना रहा है, जिसका श्रेय खेलों के लिए बढ़ाए गए बजट और सरकार की सकारात्मक नीतियों को जाता है। उत्तराखंड सरकार द्वारा खिलाड़ियों को सरकारी नौकरियों में तीन प्रतिशत आरक्षण दिया जाना भी इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

सांसद खेल महोत्सव के संयोजक विमल कुमार ने बताया कि योगस्थली खेल परिषद, रोशनाबाद (हरिद्वार) में 23 से 25 दिसंबर तक जिला स्तरीय सांसद खेल महोत्सव आयोजित किया जाएगा। प्रतियोगिता में लगभग 700 खिलाड़ी, जिनमें लड़के और लड़कियां दोनों शामिल हैं, विभिन्न खेलों में भाग लेंगे। विधानसभा स्तर पर पीट्टू, कबड्डी, 200 मीटर और 400 मीटर दौड़ में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले खिलाड़ियों को जिला स्तर पर शामिल किया जाएगा। वहीं वॉलीबॉल और खो-खो की प्रतियोगिताएं सीधे जिला स्तर पर आयोजित की जाएंगी।

उन्होंने हरिद्वार के सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस प्रकार की प्रतियोगिताओं से प्रतिभावान खिलाड़ियों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आगे बढ़ने का अवसर मिलेगा। चयनित खिलाड़ियों को कोचिंग और अन्य आवश्यक सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जाएंगी।

इस अवसर पर प्रदेश सह मीडिया प्रभारी विकास तिवारी, जिला महामंत्री हीरा सिंह बिष्ट, सांसद खेल समन्वयक व जिला उपाध्यक्ष लव शर्मा, जिला मीडिया प्रभारी धर्मेंद्र चौहान, सांसद खेल सह संयोजक नितिन चौहान, प्रवीण संधू सहित अनेक भाजपा कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
उत्तराखंड के स्कूलों में भगवद गीता के श्लोकों का पाठ अनिवार्य: पुष्कर सिंह धामी
देहरादून। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने घोषणा की कि राज्य सरकार ने प्रदेश के सभी स्कूलों में भगवद गीता के श्लोकों का पाठ अनिवार्य कर दिया है। इस पहल का उद्देश्य विद्यार्थियों को भारतीय संस्कृति, नैतिक मूल्यों और जीवन दर्शन से जोड़ना है, ताकि उनका सर्वांगीण विकास सुनिश्चित किया जा सके।

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि गीता का अध्ययन छात्रों में नैतिकता, अनुशासन और जीवन मूल्यों को मजबूत करेगा। उन्होंने इसे नई पीढ़ी को भारतीय परंपराओं से जोड़ने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया।

इसी क्रम में मुख्यमंत्री ने उत्तराखंड की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को भी रेखांकित किया। एक वीडियो संदेश में उन्होंने अल्मोड़ा जिले में स्थित ऐतिहासिक कट्टरमल सूर्य मंदिर का उल्लेख किया। सूर्यदेव को समर्पित यह मंदिर कात्युरी काल की उत्कृष्ट वास्तुकला और गहन भक्ति का प्रतीक माना जाता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह प्राचीन धरोहर उत्तराखंड के गौरवशाली इतिहास और जीवंत सांस्कृतिक परंपरा को दर्शाती है तथा पर्यटकों से इस स्थल के भ्रमण का आह्वान किया।

इससे पहले, मुख्यमंत्री धामी ने गौतम बुद्ध नगर स्थित नोएडा स्टेडियम में आयोजित सात दिवसीय ‘महाकौथिग’ सांस्कृतिक कार्यक्रम को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजन न केवल उत्तराखंड की लोक संस्कृति और परंपराओं को संरक्षित करते हैं, बल्कि राज्य से बाहर रहने वाले प्रवासी उत्तराखंडियों को भी एक साझा मंच पर जोड़ते हैं। उन्होंने प्रवासी उत्तराखंडियों को राज्य का “सच्चा ब्रांड एंबेसडर” बताया।

मुख्यमंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि राज्य सरकार देवभूमि उत्तराखंड की सांस्कृतिक और सामाजिक एकता को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि धार्मिक धर्मांतरण, विभाजनकारी विचारधाराओं और सरकारी भूमि पर अतिक्रमण को रोकने के लिए सख्त कानून बनाए गए हैं और उन्हें प्रभावी ढंग से लागू किया जा रहा है।
नैनीताल में 7 साल बाद नए साल  से पहले विंटर कार्निवल की धूम
नैनीताल, उत्तराखंड। नए साल 2026 के स्वागत से पहले नैनीताल में उत्सव का माहौल चरम पर है। क्रिसमस और पर्यटन सीजन की हलचल के बीच, सात साल के अंतराल के बाद इस बार 2025 में विंटर कार्निवल आयोजित किया जा रहा है। इसे पहले से कहीं अधिक भव्य, आकर्षक और मनोरंजक रूप में प्रस्तुत किया जाएगा। सर्द मौसम, झील के किनारे जगमगाती लाइटें और नामी कलाकारों की प्रस्तुतियां पर्यटकों को यादगार अनुभव देने को तैयार हैं।

विंटर कार्निवल 22 दिसंबर से 25 दिसंबर तक चलेगा। चार दिन तक चलने वाले इस आयोजन में हर दिन अलग-अलग थीम और कार्यक्रम होंगे। जिला पर्यटन विकास अधिकारी अतुल भंडारी के अनुसार, इस कार्निवल का उद्देश्य केवल पर्यटन को बढ़ावा देना नहीं बल्कि स्थानीय कलाकारों को मंच देना और नैनीताल की सांस्कृतिक विरासत को नए अंदाज में पेश करना भी है।

पहला दिन (22 दिसंबर): रोमांचक गतिविधियों के साथ कार्निवल की शुरुआत होगी। सुबह 20 किलोमीटर की ट्रैकिंग प्रतियोगिता बिड़ला चुंगी से कैंची धाम तक आयोजित होगी। साथ ही नैनी झील के बोट हाउस क्लब में सेलिंग रिगाटा प्रतियोगिता होगी। शाम को बैंड परफॉर्मेंस के जरिए संगीत की धुनों पर पर्यटक झूमते नजर आएंगे।

दूसरा दिन (23 दिसंबर): सुबह बोटिंग रेस होगी और शाम को नैनी झील दीपदान से जगमगाएगी। कार्निवल का औपचारिक उद्घाटन मुख्य अतिथि द्वारा किया जाएगा। नगर में बैंड परेड और सांस्कृतिक झांकियां आयोजित होंगी। रात को पंजाबी पॉप स्टार परमीश वर्मा की स्टार नाइट दर्शकों के लिए मुख्य आकर्षण होगी।

तीसरा दिन (24 दिसंबर): दिन में फूड फेस्टिवल आयोजित होगा, जिसमें उत्तराखंड के पारंपरिक व्यंजन और अन्य फ्लेवर के स्टॉल्स होंगे। सांस्कृतिक कार्यक्रम पूरे दिन चलेंगे। रात को इंडियन आइडल फेम पवनदीप राजन और अन्य कलाकारों की लाइव परफॉर्मेंस होगी।

अंतिम दिन (25 दिसंबर): क्रिसमस के अवसर पर पेंटिंग, डांस और टैलेंट प्रतियोगिताओं का आयोजन होगा। बच्चों और युवाओं को अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर मिलेगा। शाम को पांडवाज ग्रुप और आई पॉपस्टार के चर्चित सिंगर मान पानू अपनी प्रस्तुति देंगे।

इस दौरान माल रोड लाइट माला से सजाई जाएगी, कई स्थानों पर एलईडी स्क्रीन लगाई जाएंगी और सेल्फी स्टैंड स्थापित किए जाएंगे। रेलवे स्टेशन, बस अड्डों और प्रमुख स्थानों पर कार्निवल का व्यापक प्रचार किया जाएगा। चार दिन का यह आयोजन नैनीताल के पर्यटन को नई ऊंचाइयों तक ले जाने वाला साबित होगा।
पीर रतन नाथ मंदिर में कार्रवाई के विरोध में हरिद्वार में प्रदर्शन, सौंपा ज्ञापन
ब्यूरो चीफ

हरिद्वार, उत्तराखंड। दिल्ली के करोलबाग स्थित बाबा पीर रतन नाथ मंदिर परिसर में 29 नवंबर को हुई तोड़फोड़ की कार्रवाई के विरोध में हरिद्वार में श्रद्धालुओं और सेवकों का आक्रोश सड़कों पर दिखाई दिया। सैकड़ों की संख्या में सेवकों ने भीमगोड़ा स्थित पीर रतन मंदिर शाखा से सिटी मजिस्ट्रेट कार्यालय तक पैदल मार्च निकाला।
प्रदर्शनकारियों ने सिटी मजिस्ट्रेट कुश्म चौहान को प्रधानमंत्री एवं केंद्रीय गृह मंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में कहा गया कि जिस भूमि को डीडीए द्वारा अवैध बताकर तोड़ा गया है, वह पूरी तरह वैध और कानूनी है। यह कार्रवाई करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था पर सीधा प्रहार है।
श्रद्धालुओं ने सरकार से मंदिर परिसर की भूमि पुनः मंदिर को लौटाने और भविष्य में इस प्रकार की कार्रवाई न करने की मांग की। प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया तो आंदोलन को और व्यापक किया जाएगा।
प्रदर्शन में वीर रतन नाथ मंदिर भीमगोड़ा हरिद्वार के पुजारी विपिन शर्मा सहित युवराज, धीरज, हरि गौतम, नंदकिशोर पाठक, बलराम अरोड़ा, गंगेश कुमार, अमित भसीन, जितेंद्र आहूजा, गगनदीप चावला, विष्णु अरोड़ा, सुनीता अरोड़ा, निशा अरोड़ा, रेखा, आशा साहनी, शालू चावला, संजू अरोड़ा, चंद्रा जोशी, संगीता, शोभा, रूपाली, भावना, ज्योति, ममता सहित सैकड़ों श्रद्धालु शामिल रहे।
भाजपा ने पिछड़ा वर्ग को ठगने का किया काम: हरीश रावत
ब्यूरो
हरिद्वार, उत्तराखंड।
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि कांग्रेस ही सर्वसमाज की सच्ची हितैषी पार्टी है, जबकि भाजपा ने पिछड़ा वर्ग को केवल बरगलाने का काम किया है। यह बात उन्होंने रुड़की में आयोजित अति पिछड़ा वर्ग सम्मेलन को संबोधित करते हुए कही।

रुड़की के दिल्ली रोड स्थित एक होटल में आयोजित कार्यक्रम में हरीश रावत ने कहा कि भाजपा ने आज तक पिछड़ा वर्ग के हित में कोई ठोस योजना नहीं बनाई, जिसका सीधा लाभ समाज को मिल सके। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार बनने पर पिछड़ा वर्ग आयोग का गठन किया जाएगा और शिक्षा व नौकरी में अतिरिक्त आरक्षण देने के साथ-साथ उनके कल्याण के लिए नई योजनाएं लागू की जाएंगी।

कार्यक्रम में कांग्रेस से लोकसभा सांसद प्रत्याशी रहे वीरेंद्र रावत ने कहा कि हरीश रावत के कार्यकाल में सभी वर्गों के हित में अनेक जनकल्याणकारी योजनाएं चलाई गई थीं। उन्होंने विश्वास जताया कि वर्ष 2027 के चुनाव में कांग्रेस जिले की 14 में से 10 से 12 सीटें जीतने का काम करेगी।

कार्यक्रम संयोजक मेलाराम प्रजापति ने कहा कि कांग्रेस सरकार के समय ओबीसी समाज को पूरा सम्मान मिला था और अब एक बार फिर ओबीसी समाज कांग्रेस के साथ खड़ा है। कार्यक्रम की अध्यक्षता दिलाराम प्रजापति ने की।

इस अवसर पर बृजपाल प्रजापति, भरत प्रजापति, महावीर, शेर सिंह, रामपाल प्रजापति, ग्रस कश्यप, अमरजीत, रामकिशन धीमान, तेलूराम प्रधान, उमेश पाल सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।
आईएमए के 107वें रेगुलर कोर्स ने मनाई रजत जयंती, प्रशिक्षण काल की स्मृतियाँ हुईं ताजा
देहरादून, उत्तराखंड।
भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए) के 107वें रेगुलर कोर्स ने देहरादून स्थित अपनी मातृ संस्था में रजत जयंती समारोह का आयोजन किया। इस अवसर पर कोर्स के अधिकारी अपने परिवारजनों के साथ अकादमी पहुंचे और अपने गौरवशाली प्रशिक्षण काल की स्मृतियों को ताज़ा किया।

416 जेंटलमैन कैडेट्स वाला यह कोर्स 24 जून 2000 को भारतीय सेना में कमीशन हुआ था और अब राष्ट्र सेवा के 25 गौरवपूर्ण वर्ष पूर्ण कर चुका है। समारोह के दौरान कोर्स के 255 अधिकारी अकादमी के ऐतिहासिक प्रांगण में एकत्र हुए और उस संस्थान के प्रति कृतज्ञता व्यक्त की, जिसने उन्हें अनुशासित सैनिकों और सक्षम सैन्य नेताओं के रूप में तैयार किया।

पिछले ढाई दशकों में 107वें रेगुलर कोर्स के अधिकारियों ने विविध भौगोलिक परिस्थितियों और चुनौतीपूर्ण सैन्य अभियानों में उत्कृष्ट नेतृत्व, उच्च पेशेवर दक्षता और संचालन कौशल का परिचय दिया है। इस कोर्स से 47 वीरता पुरस्कार विजेता और 176 विशिष्ट सेवा पुरस्कार प्राप्त अधिकारी निकले हैं, जो भारतीय सेना में इसके उल्लेखनीय योगदान को दर्शाता है।

कर्तव्य पथ पर अग्रसर रहते हुए इस कोर्स ने सर्वोच्च बलिदान भी दिया है। राष्ट्र सेवा में अपने प्राणों का उत्सर्ग करने वाले 10 वीर अधिकारियों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए, रजत जयंती समारोह के अंतर्गत उनके निकट परिजनों को सम्मानित किया गया। दो शहीद अधिकारियों के परिजनों की उपस्थिति ने इस अवसर को अत्यंत भावुक और गरिमामय बना दिया।

107वें रेगुलर कोर्स की रजत जयंती न केवल भारतीय सैन्य अकादमी की गौरवशाली परंपराओं, सम्मान, साहस और बलिदान के मूल्यों की स्मृति है, बल्कि राष्ट्र सेवा के प्रति इन अधिकारियों की अटूट प्रतिबद्धता का सशक्त प्रतीक भी है।
उत्तराखंड में जनगणना को लेकर भाजपा की अपील, मूल गांव में नाम दर्ज कराने का आग्रह
उत्तराखंड ब्यूरो

देहरादून, उत्तराखंड।
उत्तराखंड में आगामी जनगणना को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने राज्य के स्थायी निवासियों से महत्वपूर्ण अपील की है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने लोगों से आग्रह किया है कि जनगणना के समय वे अपने मूल गांव या घर में उपस्थित रहें, ताकि जनसंख्या से जुड़े आंकड़े सही और वास्तविक रूप में दर्ज हो सकें।

महेंद्र भट्ट ने कहा कि उत्तराखंड के बड़ी संख्या में लोग रोजगार और शिक्षा के कारण राज्य से बाहर या विदेशों में निवास कर रहे हैं। यदि जनगणना के दौरान उनका नाम सही स्थान पर दर्ज नहीं होता है, तो इससे राज्य को विकास योजनाओं और संसाधनों के आवंटन में नुकसान हो सकता है।

उन्होंने बताया कि भाजपा द्वारा चलाया जा रहा “मेरी गणना, मेरा गांव” अभियान इसी उद्देश्य से शुरू किया गया है, ताकि प्रत्येक स्थायी निवासी की गणना उसके मूल गांव या घर में सुनिश्चित की जा सके। इससे सरकार तक राज्य की सटीक जनसंख्या प्रोफाइल पहुंचेगी और विकास योजनाओं का लाभ वास्तविक जरूरतमंदों तक प्रभावी ढंग से पहुंच सकेगा।

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने सभी प्रवासी उत्तराखंडवासियों से सहयोग की अपील करते हुए कहा कि सही जनगणना ही राज्य के संतुलित विकास की मजबूत नींव रखेगी।
सीएम के मार्गदर्शन में पशुपालकों को मिला स्थायी बाजार, आत्मनिर्भरता की ओर मजबूत कदम
देहरादून, उत्तराखंड।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की दूरदर्शी सोच के अनुरूप राज्य सरकार ग्रामीण अर्थव्यवस्था को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में निरंतर ठोस और परिणामोन्मुख कदम उठा रही है। इसी क्रम में स्थानीय युवाओं, पशुपालकों और मत्स्य पालकों को स्वरोजगार से जोड़ने के उद्देश्य से जनपद पौड़ी में एक नई और प्रभावशाली पहल को अमल में लाया गया है।

पौड़ी जनपद के पशुपालन विभाग ने स्थानीय उत्पादों के लिए संस्थागत स्तर पर सुनिश्चित बाजार व्यवस्था विकसित की है। इस दिशा में मुख्य पशुचिकित्सा अधिकारी डॉ. विशाल शर्मा और सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के केंद्रीयकृत प्रशिक्षण केंद्र, श्रीनगर गढ़वाल के उप महानिदेशक के बीच एक महत्वपूर्ण सहमति ज्ञापन (एमओयू) संपन्न हुआ है।

इस समझौते के तहत अब एसएसबी के केंद्रीयकृत प्रशिक्षण केंद्र को भेड़, बकरी, पोल्ट्री (ब्रॉयलर) सहित अन्य मांस उत्पादों की नियमित, ताजा और गुणवत्तापूर्ण आपूर्ति स्थानीय पशुपालकों द्वारा की जाएगी। इसके साथ ही जनपदीय मत्स्य प्रभारी द्वारा मछली आपूर्ति के लिए पृथक अनुबंध किया गया है, जिससे मत्स्य पालकों को भी इस व्यवस्था से सीधे जोड़ा गया है।
यह पहल स्थानीय उत्पादकों को केवल बाजार उपलब्ध कराने तक सीमित नहीं है, बल्कि यह स्थायी आय, मूल्य सुरक्षा और रोजगार सृजन का मजबूत आधार तैयार करती है। बिचौलियों की भूमिका सीमित होने से पशुपालकों और मत्स्य पालकों को उनके उत्पादों का उचित मूल्य प्राप्त होगा, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा।

स्थानीय स्तर पर उत्पादन और उपभोग की इस व्यवस्था से परिवहन लागत में कमी आएगी, पर्यावरणीय प्रभाव घटेगा और क्षेत्रीय संसाधनों का अधिकतम उपयोग सुनिश्चित होगा। मुख्य पशुचिकित्साधिकारी डॉ. विशाल शर्मा ने इस पहल को आत्मनिर्भर भारत अभियान और वाइब्रेंट विलेज योजना की भावना के अनुरूप एक प्रभावी मॉडल बताया।
उन्होंने कहा कि भविष्य में इस सहयोग को और विस्तार दिया जाएगा, ताकि अन्य स्थानीय उत्पादों को भी इस प्रणाली से जोड़ा जा सके। यह पहल सुरक्षा बलों की आवश्यकताओं की पूर्ति के साथ-साथ नागरिक तंत्र और स्थानीय उत्पादकों के बीच सहयोग का एक अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत करती है।
यह अभिनव प्रयास न केवल ग्रामीण आजीविका को नया आधार देगा, बल्कि जनपद पौड़ी गढ़वाल को स्थानीय उत्पादन आधारित आत्मनिर्भर अर्थव्यवस्था की दिशा में मजबूती से आगे बढ़ाने में भी अहम भूमिका निभाएगा।
ज्वालापुर पुलिस ने सात ढोंगी बाबाओं को किया गिरफ्तार हरिद्वार,

उत्तराखंड। प्रदेशभर में ढोंगी बाबाओं के खिलाफ चलाए जा रहे ऑपरेशन कालनेमि के तहत ज्वालापुर कोतवाली पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए सात फर्जी बाबाओं को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने चेकिंग के दौरान इन आरोपियों को पकड़ा, जो तंत्र-मंत्र, जादू-टोना और चमत्कार दिखाने के नाम पर लोगों को ठग रहे थे। पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार किए गए आरोपियों में पीर मोहम्मद शाह (60) निवासी अलीगढ़ (हाल निवासी पिरान कलियर), रमेश गिरी (67) निवासी लक्सर, मनोज (40) निवासी बिजनौर (हाल लक्सर), सनी कुमार देव (47) निवासी मध्य प्रदेश (हाल लक्सर), चंदन सिंह निवासी अल्मोड़ा (हाल ज्वालापुर), अशोक कुमार (45) निवासी बुलंदशहर (हाल कनखल) और रतन वीर सिंह (45) निवासी बुलंदशहर (हाल कनखल) शामिल हैं। ये सभी आरोपी कथित रूप से तंत्र-मंत्र और जादू-टोना दिखाकर आम लोगों को गुमराह कर उनसे धन ऐंठते थे। पुलिस ने सभी आरोपियों के खिलाफ चालान कर आवश्यक कानूनी कार्रवाई पूरी कर दी है। पुलिस प्रशासन ने जनता से अपील की है कि वे ऐसे ढोंगी बाबाओं और फर्जी चमत्कारों से सावधान रहें तथा किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें।
उत्तरकाशी में मनरेगा को लेकर विवाद, पुरोला विधायक और पत्नी के नाम पर भुगतान का मामला सामने आया

उत्तरकाशी, उत्तराखंड। उत्तरकाशी जनपद में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) के क्रियान्वयन को लेकर एक बार फिर सवाल खड़े हो गए हैं। ताजा मामला पुरोला विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक दुर्गेश्वर लाल और उनकी पत्नी के नाम पर मनरेगा के तहत भुगतान से जुड़ा है, जिससे राजनीतिक और प्रशासनिक हलकों में हलचल मच गई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, वर्ष 2021 से 2025 के बीच रेक्चा गांव में मनरेगा के 11 कार्यों के तहत विधायक दुर्गेश्वर लाल और उनकी पत्नी श्रीमती निशा के खातों में करीब 17 हजार रुपये से अधिक की धनराशि का भुगतान हुआ। यह मामला सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद चर्चा का विषय बन गया। इस पूरे प्रकरण पर विधायक दुर्गेश्वर लाल ने आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए इसे उन्हें बदनाम करने की साजिश बताया है। उनका कहना है कि उनका और उनकी पत्नी का जॉब कार्ड तथा अंत्योदय कार्ड पूर्व में ही निरस्त कराया जा चुका था, ऐसे में मनरेगा से भुगतान होना समझ से परे है। वहीं, खंड विकास अधिकारी बृजमोहन बिंजोला ने बताया कि जिला परियोजना अधिकारी (डीपीओ) से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार विधायक बनने से पहले दुर्गेश्वर लाल और उनकी पत्नी का जॉब कार्ड बना हुआ था। संभवतः किसी अन्य व्यक्ति द्वारा निर्माण सामग्री की धनराशि उनके खातों में स्थानांतरित की गई। संबंधित धनराशि वापस कराई जा रही है और मामले की जांच की जा रही है। जांच के बाद नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। गौरतलब है कि हाल ही में केंद्र सरकार द्वारा मनरेगा योजना का नाम बदलकर ‘विकसित भारत–रोजगार और आजीविका मिशन (ग्रामीण)’ (वीबी-जी-राम-जी) किए जाने को लेकर भी राजनीतिक बहस तेज है। विपक्ष लगातार भाजपा पर हमलावर है, ऐसे में यह मामला राज्य की राजनीति में और तूल पकड़ता नजर आ रहा है। प्रशासनिक जांच के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा कि यह तकनीकी त्रुटि है या फिर व्यवस्था में किसी स्तर पर लापरवाही।