दिल्ली पब्लिक स्कूल, शंकरपुर में भव्य वार्षिक स्पोर्ट्स डे 2025 का आयोजन, चैलेंजर्स हाउस बना विजेता

हजारीबाग - शिक्षा के क्षेत्र में गुणवत्ता, अनुशासन और सर्वांगीण विकास के लिए पहचाने जाने वाले शंकरपुर स्थित दिल्ली पब्लिक स्कूल में प्रत्येक वर्ष की परंपरा का निर्वहन करते हुए इस वर्ष भी वार्षिक स्पोर्ट्स डे 2025 का आयोजन अत्यंत भव्य, सुव्यवस्थित एवं उत्साहपूर्ण वातावरण में किया गया। सोमवार को प्रातः लगभग 9:00 बजे विद्यालय परिसर एक विशाल खेल उत्सव में परिवर्तित हो गया, जहां छात्र-छात्राओं के साथ-साथ शिक्षक एवं अभिभावकों में भी खासा उत्साह देखने को मिला। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि के स्वागत के साथ हुआ, जिसके पश्चात विद्यालय के चारों हाउस चैम्पियंस, चैलेंजर्स, एक्सप्लोरर्स एवं सुपीरियर्स द्वारा आकर्षक एवं अनुशासनबद्ध मार्च पास्ट प्रस्तुत किया गया। विद्यार्थियों की एकरूप चाल, समन्वय और आत्मविश्वास ने खेलों में अनुशासन, टीम भावना और नेतृत्व क्षमता का जीवंत प्रदर्शन किया।

मार्च पास्ट के उपरांत मुख्य अतिथि वरिष्ठ पत्रकार डॉ. प्रसन्न मिश्रा तथा विशिष्ट अतिथि विद्यालय बोर्ड के ट्रस्टी एवं वरिष्ठ समाजसेवी श्रद्धानंद सिंह द्वारा वार्षिक स्पोर्ट्स डे का औपचारिक उद्घाटन किया गया। इस अवसर पर विद्यालय की डायरेक्टर निशा जायसवाल एवं प्रिंसिपल पायल बंसल की उपस्थिति रही, जिनके कुशल मार्गदर्शन में पूरे आयोजन को सफलतापूर्वक संपन्न कराया गया। खेल प्रतियोगिताओं की विधिवत शुरुआत मशाल प्रज्वलन के साथ हुई। विद्यालय के कप्तान एवं विभिन्न खेलों के कप्तानों ने मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथि, डायरेक्टर एवं प्रिंसिपल की उपस्थिति में संयुक्त रूप से मशाल जलाकर खेल दिवस का शुभारंभ किया। यह क्षण खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा, एकता और खेल भावना का प्रतीक बना। इसके पश्चात विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने पूरे वातावरण को रंगारंग बना दिया। नन्हे विद्यार्थियों की मनमोहक प्रस्तुतियों ने दर्शकों का दिल जीत लिया। इसके बाद ड्रिल प्रदर्शन तथा विद्यार्थियों की कराटे की अनुशासित एवं सशक्त प्रस्तुति ने उपस्थित अतिथियों, शिक्षकों एवं अभिभावकों को विशेष रूप से प्रभावित किया। बच्चों की फुर्ती, संतुलन और आत्मरक्षा कौशल ने विद्यालय में दी जा रही समग्र शिक्षा एवं अनुशासन को स्पष्ट रूप से दर्शाया। सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के उपरांत विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। इनमें 100 मीटर, 200 मीटर, 400 मीटर एवं 800 मीटर दौड़, रिले रेस, हर्डल रेस, लंबी कूद, ऊंची कूद, लेग रेस, थ्री लेग रेस, ब्रिज रेस, टनल बॉल, ऑब्स्टेकल रेस तथा टग ऑफ वॉर जैसी रोचक एवं प्रतिस्पर्धात्मक स्पर्धाएं शामिल रहीं। इस वार्षिक खेल दिवस में विद्यालय के चारों हाउस के लगभग 56 खिलाड़ियों ने पूरे उत्साह, आत्मविश्वास और खेल भावना के साथ भाग लिया। पूरे दिन चले खेल आयोजनों में अभिभावकों ने भी बच्चों का उत्साहवर्धन किया। विद्यालय के शिक्षक-शिक्षिकाएं प्रत्येक गतिविधि में मार्गदर्शन और सहयोग प्रदान करते नजर आए। कार्यक्रम की सफलता के लिए शिक्षक-शिक्षिकाओं द्वारा कई दिनों से निरंतर तैयारी की जा रही थी, जिसका सकारात्मक परिणाम आयोजन के सुव्यवस्थित एवं सफल संचालन के रूप में सामने आया। कार्यक्रम के समापन अवसर पर पुरस्कार वितरण समारोह आयोजित किया गया, जिसमें विभिन्न खेल स्पर्धाओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों एवं सर्वश्रेष्ठ टीमों को प्रशस्ति पत्र एवं मोमेंटो प्रदान कर सम्मानित किया गया। विजेता खिलाड़ियों के चेहरे पर आत्मविश्वास और खुशी स्पष्ट रूप से झलक रही थी। परिणामों की घोषणा में चैलेंजर्स हाउस ने प्रथम स्थान प्राप्त किया, जबकि एक्सप्लोरर्स हाउस द्वितीय, सुपीरियर्स हाउस तृतीय एवं चैम्पियंस हाउस चतुर्थ स्थान पर रहा।

इस अवसर पर विद्यालय की डायरेक्टर निशा जायसवाल ने कहा कि खेल बच्चों के शारीरिक, मानसिक एवं नैतिक विकास का सशक्त माध्यम हैं। ऐसे आयोजन बच्चों में अनुशासन, नेतृत्व क्षमता और आत्मविश्वास को मजबूत करते हैं। वहीं प्रिंसिपल पायल बंसल ने कहा कि वार्षिक स्पोर्ट्स डे का उद्देश्य विद्यार्थियों को स्वस्थ प्रतिस्पर्धा के साथ-साथ सहयोग, संयम और खेल भावना का महत्व समझाना है, ताकि वे भविष्य में जिम्मेदार एवं बेहतर नागरिक बन सकें। मुख्य अतिथि डॉ. प्रसन्न मिश्रा ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि जीवन में निरंतर प्रयास, अनुशासन और सकारात्मक सोच से हर चुनौती पर विजय पाई जा सकती है। खेल हमें धैर्य, संघर्ष और आत्मविश्वास का पाठ पढ़ाते हैं। उन्होंने सभी विद्यार्थियों को स्पोर्ट्स डे की शुभकामनाएं देते हुए उज्ज्वल भविष्य की कामना की। वहीं विशिष्ट अतिथि श्रद्धानंद सिंह ने कहा कि खेल हार-जीत के साथ अनुशासन और संतुलन सिखाते हैं तथा विद्यार्थियों को पढ़ाई के साथ-साथ खेलों में भी सक्रिय भागीदारी करनी चाहिए। समग्र रूप से दिल्ली पब्लिक स्कूल, शंकरपुर का यह वार्षिक स्पोर्ट्स डे उत्साह, अनुशासन, टीम भावना और समर्पण का उत्कृष्ट उदाहरण बनकर सामने आया। विद्यालय के सभी शैक्षणिक एवं गैर-शैक्षणिक कर्मचारियों के उत्कृष्ट समन्वय एवं सहयोग से संपन्न यह वार्षिक खेल दिवस 2025 विद्यार्थियों के लिए प्रेरणादायक, आनंददायक एवं स्मरणीय सिद्ध हुआ।

अंतर्विभागीय समन्वय समिति की बैठक आयोजित

उपायुक्त शशि प्रकाश सिंह के निर्देशानुसार डीआरडीए निदेशक श्रीमती मां देव प्रिया की अध्यक्षता में सोमवार को समाहरणालय सभागार में अंतर्विभागीय समन्वय समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक में विभिन्न विभागों से संबंधित ऐसे लंबित मामलों की समीक्षा की गई, जिनका निष्पादन अन्य विभागों के समन्वय के अभाव में लंबित है।

बैठक में लंबित मामलों के त्वरित निष्पादन हेतु विभागों के बीच बेहतर समन्वय स्थापित करने पर जोर दिया गया। आपसी संवाद एवं पत्राचार को प्रभावी बनाने के निर्देश देते हुए कहा गया कि सभी अधिकारी समयबद्ध ढंग से कार्य करें, ताकि जनसामान्य से जुड़े मामलों का शीघ्र समाधान सुनिश्चित हो सके।

बैठक में उपायुक्त के जनता दरबार से प्राप्त मामलों एवं पीजी पोर्टल पर लंबित शिकायतों के शीघ्र निष्पादन का निर्देश दिया गया। झारसेवा के अंतर्गत लंबित जाति, आवासीय एवं आय प्रमाण पत्रों के त्वरित निर्गत करने पर विशेष बल दिया गया। साथ ही “सरकार आपके द्वार” कार्यक्रम के अंतर्गत विभिन्न विभागों को प्राप्त आवेदनों पर निष्पादन कार्रवाई तेज करने का निर्देश दिया गया।

भू-अर्जन से संबंधित अभिश्रव सत्यापन एवं अन्य लंबित मामलों के शीघ्र निष्पादन का भी निर्देश दिया गया। उपायुक्त द्वारा स्कूलों एवं आंगनबाड़ी केंद्रों में बिजली, पेयजल एवं भवन निर्माण कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर पूर्ण करने को कहा गया।

उपायुक्त के निर्देशानुसार स्वास्थ्य सेवाओं पर विशेष फोकस करते हुए संबंधित विभागों को आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए गए। इसके अतिरिक्त पथ निर्माण, जल जीवन मिशन, लघु सिंचाई विभाग सहित सभी विभागों को संचालित योजनाओं की नियमित मॉनिटरिंग करते हुए समयबद्ध पूर्णता सुनिश्चित करने को कहा गया।

सभी लंबित मामलों की नियमित समीक्षा बैठक आयोजित करने एवं प्रत्येक बैठक में प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया गया। बैठक में सभी अधिकारियों से पारदर्शिता एवं जवाबदेही के साथ कार्य करने की अपेक्षा की गई, ताकि जिले के विकास कार्यों के क्रियान्वयन में किसी प्रकार की बाधा उत्पन्न न हो।

बैठक में नगर आयुक्त, डीआरडीए निदेशक, सभी जिला स्तरीय पदाधिकारी, अंचल अधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।

खनन टास्क फोर्स की बैठक संपन्न ,अवैध खनन पर कड़ी कार्रवाई का निर्देश

उपायुक्त शशि प्रकाश सिंह की अध्यक्षता में सोमवार को समाहरणालय सभागार में खनन टास्क फोर्स की बैठक आयोजित की गई। बैठक में जिले में अवैध खनन, परिवहन एवं इसके विरुद्ध संचालित अभियान की विस्तृत समीक्षा की गई।

बैठक के दौरान उपायुक्त ने नवंबर माह में जिला स्तर पर अवैध खनन एवं अवैध परिवहन के विरुद्ध की गई कार्रवाई की समीक्षा की। उन्होंने जिले के विभिन्न चेक पोस्टों की स्थिति की जानकारी लेते हुए उन्हें सतत, सक्रिय एवं प्रभावी बनाए रखने का निर्देश दिया।

जिला खनन पदाधिकारी द्वारा जानकारी दी गई कि नवंबर माह में अवैध खनन के विरुद्ध निम्न कार्रवाई की गई है। इस क्रम में दो वाहनों पर प्राथमिकी दर्ज की गई है तथा 12 स्टोन चिप्स लदे वाहनों को जब्त किया गया है।

इसके अतिरिक्त 27 कोयला लदे वाहनों एवं बालू-पत्थर लदे 12 वाहनों की जांच की गई। अवैध खनन सामग्री के परिवहन में संलिप्त वाहन संचालकों से कुल 4.39 लाख रुपये की राशि वसूली गई है।

वहीं परिवहन विभाग द्वारा परिवहन नियमों के उल्लंघन के मामलों में दो वाहनों पर कार्रवाई करते हुए 67 हजार रुपये की वसूली की गई है। चार वाहनों पर तिरपाल नहीं रहने के कारण 6,39,500 रुपये तथा चार ओवरलोडेड वाहनों से कुल 1,97,650 रुपये का जुर्माना वसूला गया।

उपायुक्त ने सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया कि अवैध खनन के विरुद्ध नियमित छापेमारी अभियान चलाया जाए एवं दोषियों पर सख्त कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। उन्होंने जिलेभर में जांच अभियान को और तेज करने का भी निर्देश दिया।

हजारीबाग में 'एक शाम धर्मेंद्र के नाम' कार्यक्रम में कला और संगीत की धूम

हजारीबाग: तरंग ग्रुप और लायंस क्लब ऑफ हजारीबाग रोरिंग के संयुक्त तत्वावधान में, आदित्य विजन के सहयोग से 'एक शाम धर्मेंद्र के नाम' का आयोजन आज प्रधान कैफेटेरिया के सभागार में किया गया। इस विशेष संध्या ने न केवल दर्शकों का मन मोहा, बल्कि संगीत और कला के क्षेत्र की महान विभूति धर्मेंद्र को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।

आदित्य विजन द्वारा प्रायोजित इस गरिमामयी समारोह में हजारीबाग के संगीत और कला जगत से जुड़ी हस्तियों ने अपनी प्रस्तुतियों से पूरी सभा को सुरमयी बना दिया।

तरंग ग्रुप के निर्देशक अमित कुमार गुप्ता ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, "धर्मेंद्र जी का व्यक्तित्व एक खुली किताब की तरह था, जिसमें कला के प्रति समर्पण और सभी के लिए प्रेम भरा था। आज भले ही वे हमारे बीच भौतिक रूप से नहीं हैं, लेकिन संगीत और कला के माध्यम से वे हमेशा जीवित रहेंगे। तरंग ग्रुप का यह प्रयास है कि हम अपनी जड़ों से जुड़े रहें और स्थानीय कलाकारों को सम्मान दिलाएं।"

लायंस क्लब ऑफ हजारीबाग रोरिंग के अध्यक्ष राजीव आनंद ने कहा कि समाज के विकास में कला का बड़ा योगदान है। उन्होंने कहा, "लायंस क्लब केवल सेवा कार्यों तक सीमित नहीं है, बल्कि समाज की सांस्कृतिक आत्मा को जीवित रखना भी हमारी प्राथमिकता है।"

कार्यक्रम में स्वाति वर्मा ने कहा कि इस तरह के आयोजनों से युवा प्रतिभाओं को अपनी भावनाओं को मंच पर व्यक्त करने का अवसर मिलता है। उन्होंने महिला कलाकारों की भागीदारी की भी सराहना की।

गूंज स्टूडियो के निदेशक ने कला की बारीकियों पर प्रकाश डालते हुए कहा, "एक कलाकार को तराशने में मंच और सही तकनीक का बड़ा योगदान होता है। हजारीबाग प्रतिभाओं की खान है और गूंज स्टूडियो हमेशा इन आवाज़ों को बुलंद करने के लिए प्रतिबद्ध रहा है। धर्मेंद्र जी के प्रति यह संगीतमय श्रद्धांजलि इसका प्रमाण है कि शहर के कलाकार अपनी विरासत का सम्मान करना जानते हैं।"

कार्यक्रम की शुरुआत धर्मेंद्र को पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि अर्पित करने के साथ हुई। इसके बाद शहर के प्रमुख गायकों और कलाकारों ने धर्मेंद्र जी के प्रिय गीतों और उनके जीवन को समर्पित रचनाओं की प्रस्तुति दी। उपस्थित लोगों ने गायकों की सुरीली आवाज और वाद्य यंत्रों की गूंज का आनंद लिया।

इस कार्यक्रम में प्रमुख कलाकारों में सुबोध सिन्हा, माथुर साहब, राजीव मिश्रा, बबलू सिन्हा, मनोज, राज कुमार वर्मा, अखिलेश वर्मा, सोनू कुमार, करण पांडेय, आकाश चौबे, शशिकांत सिन्हा, मोहम्मद वाशिम (सैक्सोफोन आर्टिस्ट), सुरेंद्र सुदेश, राहुल कुमार दास, राजपाल नारायण, अभय, आशीर्वाद आनन्द शामिल थे।

विशेष अतिथियों में प्रधान कैफेटेरिया के संचालक प्रभात प्रधान, भाजपा ओबीसी मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष अमरदीप यादव, भैया अभिमन्यु, मुन्नू सिन्हा, दीपक नाथ सहाय, सांसद मीडिया प्रभारी राजन चौधरी, उमेश राणा, संतोष कुमार, हीरो महतो, दीपक घोष, दीपशिखा, अजय गुप्ता, देवेंद्र गोस्वामी, ज्योत्सना देवी, बद्री राम, ज्ञान प्रकाश, राजमोहन वर्मा, मिथलेश सिन्हा, अगस्त्य कुमार, ओम शंकर, अमिताभ, दीपक झा, मनोज पूरी, चंदन कुमार, सतीश, रामचंद्र यादव, विनीत जैन, विकास वर्मा और अन्य गणमान्य नागरिक शामिल थे।

कार्यक्रम के समापन पर आयोजन समिति ने सभी सहयोगियों और कलाकारों को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया।

हजारीबाग यूथ विंग का शीतकालीन राहत अभियान, वार्ड संख्या-4 में 100 जरूरतमंदों के बीच कंबल वितरण

हजारीबाग: शीतकालीन राहत अभियान के तहत हजारीबाग यूथ विंग द्वारा रविवार को वार्ड संख्या-4 अंतर्गत मंडई खुर्द में जरूरतमंद, असहाय एवं वृद्धजनों के बीच कंबल का वितरण किया गया। संस्था के साप्ताहिक सेवा अभियान के अंतर्गत इस सप्ताह कुल 100 कंबलों का वितरण किया गया, जिससे कड़ाके की ठंड से जूझ रहे लोगों को बड़ी राहत मिली।

बताया गया कि यह राहत अभियान बीते रविवार से प्रारंभ किया गया है। अब तक शहर के दो वार्डों में कुल 200 कंबल जरूरतमंदों तक पहुंचाए जा चुके हैं। कार्यक्रम से पूर्व सभी लाभार्थियों के बीच कूपन का वितरण किया गया था और उसी के आधार पर क्रमबद्ध एवं व्यवस्थित तरीके से कंबल प्रदान किए गए, जिससे वितरण प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी और सुचारु रही।

हजारीबाग यूथ विंग समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी को पूरी निष्ठा, संवेदनशीलता और सेवा भाव के साथ निभा रही है। संस्था द्वारा वर्ष 2024 में 1200 कंबलों का वितरण किया गया था, जबकि वर्ष 2025 में 2000 कंबल वितरण का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।

अभियान को प्रभावी रूप से संचालित करने के लिए संस्था के अध्यक्ष करण जायसवाल द्वारा लब्बू गुप्ता एवं दीपू यादव को प्रभारी के रूप में जिम्मेदारी सौंपी गई है। इनके समन्वय से आगामी रविवार से शहर के विभिन्न वार्डों में लगातार कंबल वितरण किया जाएगा।

इस अवसर पर संस्था के संरक्षक चंद्रप्रकाश जैन ने कहा कि प्रचंड ठंड के इस मौसम में जरूरतमंदों की सहायता करना हजारीबाग यूथ विंग का सामाजिक दायित्व है। हमारा प्रयास है कि कोई भी गरीब और असहाय व्यक्ति ठंड से परेशान न रहे। इसी भावना के साथ यह राहत अभियान पूरे शीतकाल तक जारी रहेगा।

वहीं संस्था के अध्यक्ष करण जायसवाल ने कहा कि हजारीबाग यूथ विंग सेवा और मानवता के मूल्यों को सर्वोपरि मानते हुए लगातार सामाजिक कार्य कर रही है। आने वाले दिनों में शहर के सभी वार्डों एवं ग्रामीण इलाकों में पहुंचकर जरूरतमंदों तक कंबल पहुंचाया जाएगा और इस अभियान को और अधिक व्यापक रूप दिया जाएगा।

कार्यक्रम में मुख्य रूप से संरक्षक चंद्रप्रकाश जैन, सचिव रितेश खंडेलवाल, सहसचिव अभिषेक पांडे, उपाध्यक्ष विकास तिवारी, कोषाध्यक्ष गुंजन मद्धेशिया, संस्था के मार्गदर्शक संजय कुमार, डॉक्टर बी वेंकटेश, कार्यकारिणी सदस्य सत्यनारायण सिंह सहित कई लोग उपस्थित रहे।

सीतागढ़ पहाड़ क्षेत्र में असामाजिक गतिविधियों पर रोक को लेकर निर्णायक बैठक, कड़ी कार्रवाई की मांग

हजारीबाग जिले के सीतागढ़ पहाड़ क्षेत्र में बढ़ती असामाजिक गतिविधियों पर रोक लगाने को लेकर रविवार को झूम-झूम सीतागढ़ पहाड़ संरक्षण समिति द्वारा एक अत्यंत महत्वपूर्ण एवं निर्णायक बैठक का आयोजन किया गया। बैठक की अध्यक्षता सदर उप-प्रमुख रविकांत सिंह उर्फ गोविंद सिंह ने की।

इस बैठक में गुरहेत पंचायत, पौंता पंचायत, बैहरी पंचायत एवं सखिया पंचायत के जनप्रतिनिधियों, गणमान्य नागरिकों तथा बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने भाग लिया। बैठक के दौरान क्षेत्र की गंभीर सामाजिक स्थिति पर विस्तार से चर्चा की गई।

ग्राम सभा के माध्यम से सर्वसम्मति से यह प्रस्ताव पारित किया गया कि सीतागढ़ पहाड़ क्षेत्र में बढ़ती असामाजिक गतिविधियों को अब किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। वक्ताओं ने बताया कि कुछ असामाजिक तत्व खुलेआम नशा-पान, गाली-गलौज, मारपीट, झगड़ा-झंझट एवं लड़कियों से छेड़छाड़ जैसी घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं, जिससे पूरे क्षेत्र में भय और असुरक्षा का माहौल बना हुआ है।

संरक्षण समिति ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि इस प्रकार की घटनाएँ सामाजिक मर्यादा, कानून-व्यवस्था और महिलाओं की सुरक्षा पर सीधा हमला हैं। समिति ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि ऐसी सभी गतिविधियों पर तत्काल एवं पूर्ण प्रतिबंध लगाया जाए तथा दोषियों के विरुद्ध कड़ी कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।

बैठक में यह भी बताया गया कि पूर्व में इस स्थल पर कई गंभीर घटनाएँ घट चुकी हैं, लेकिन अब तक जिम्मेदारी तय नहीं हो पाई है। संरक्षण समिति ने पौंता पंचायत, सखिया पंचायत, बैहरी पंचायत, गुरहेत पंचायत एवं अन्य संबंधित पंचायतों के जनप्रतिनिधियों द्वारा दिए गए सुझावों पर तुरंत अमल करने की मांग की।

साथ ही प्रशासन से अपेक्षा की गई कि सीतागढ़ पहाड़ क्षेत्र को सुंदर, स्वच्छ एवं सुरक्षित बनाए रखने के लिए स्पष्ट दिशा-निर्देश तैयार किए जाएँ, सूचना बोर्ड लगाए जाएँ तथा नियमित निगरानी एवं पुलिस गश्त की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।

बैठक के अंत में उपस्थित सभी लोगों ने एक स्वर में क्षेत्र की शांति, सुरक्षा, महिला सम्मान एवं प्राकृतिक संरक्षण के लिए संघर्ष करने का संकल्प लिया और त्वरित, ठोस एवं परिणामकारी कार्रवाई की मांग की।

बैठक में मुख्य रूप से बैहरी पंचायत के मुखिया पवन यादव, सखिया पंचायत के मुखिया इम्तियाज आलम, गुरहेत पंचायत के मुखिया महेश तिग्गा, पौंता पंचायत के मुखिया लालधारी राम, प्रीतम कुमार दास, गोपाल यादव, हसनैन अंसारी, उदय कुमार, विल्सन होरो, मुकेश कुमार, सुरेश राम, राजेश टोप्पो, कृष्णा कुमार, श्याम कुमार, मनोज होरो, अभिमन्यु पासवान, कुलदीप साव, कुलदीप मिंज, नरेश राम, थॉमस होरो, एंथोनी होरो सहित सैकड़ों ग्रामीण उपस्थित रहे।

प्रचंड ठंड में भी सफल रहा एच.जेड.बी आरोग्यम का निःशुल्क मेगा ब्रेन, स्पाइन व नस रोग जांच शिविर, 200 से अधिक मरीजों ने लिया लाभ

हजारीबाग जिले के प्रतिष्ठित एच.जेड.बी आरोग्यम अस्पताल में आयोजित निःशुल्क मेगा ब्रेन (मस्तिष्क), स्पाइन एवं नस रोग जांच शिविर रविवार को प्रचंड ठंड के बावजूद पूरी सफलता के साथ संपन्न हुआ। शिविर का संचालन सुबह 10 बजे से संध्या 4 बजे तक निरंतर किया गया। कड़ाके की ठंड के बावजूद लोगों के उत्साह में कोई कमी नहीं दिखी और शहरी क्षेत्र के साथ-साथ ग्रामीण इलाकों से भी बड़ी संख्या में लोग शिविर में पहुंचे। इस शिविर में करीब 200 से अधिक मरीजों ने अपनी सहभागिता दर्ज कराई और विशेषज्ञ चिकित्सकों से परामर्श प्राप्त किया। शिविर में रांची से आए प्रख्यात न्यूरोसर्जन डॉ. विकास कुमार एवं डॉ. आर. के. सिंह ने मरीजों की गहन जांच की। इस दौरान सिरदर्द, चक्कर, मिर्गी, ब्रेन ट्यूमर, दिमाग में खून का थक्का, लकवा, सिर में चोट के बाद की जटिलताएं, गर्दन व कमर दर्द, स्लिप डिस्क, स्पाइनल इंजरी, नस दबने की समस्या, हाथ-पैर में झनझनाहट, जोड़ों का दर्द सहित बच्चों में जन्मजात लकवा और मानसिक विकास से जुड़ी समस्याओं को लेकर बड़ी संख्या में मरीज पहुंचे। शिविर में पहुंचे मरीजों ने अस्पताल द्वारा किए गए इस निःशुल्क आयोजन की सराहना करते हुए कहा कि इस तरह के शिविर आर्थिक रूप से कमजोर एवं ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों के लिए बेहद लाभकारी साबित होते हैं, क्योंकि उन्हें विशेषज्ञ चिकित्सकों की सेवाएं एक ही स्थान पर निःशुल्क मिल जाती हैं। शिविर के दौरान दोनों चिकित्सकों ने मीडिया से संयुक्त रूप से बातचीत करते हुए कहा कि वर्तमान समय में ब्रेन, स्पाइन और नसों से जुड़ी बीमारियों के प्रति लोगों में जागरूकता बेहद आवश्यक है। समय पर जांच और सही परामर्श से गंभीर बीमारियों से बचा जा सकता है। उन्होंने कहा कि सिरदर्द, हाथ-पैर में सुन्नता, कमजोरी या बार-बार चक्कर आने जैसी समस्याओं को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए और शुरुआती लक्षणों पर ही चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए। अस्पताल के निदेशक हर्ष अजमेरा ने कहा कि एच.जेड.बी आरोग्यम अस्पताल का उद्देश्य केवल उपचार ही नहीं, बल्कि समाज के प्रत्येक वर्ग तक बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाना है। इसी उद्देश्य के तहत निःशुल्क चिकित्सा शिविरों का आयोजन किया जाता है, ताकि जरूरतमंद लोगों को समय पर विशेषज्ञ चिकित्सा परामर्श मिल सके। उन्होंने बताया कि भविष्य में भी ऐसे स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन निरंतर किया जाएगा। वहीं अस्पताल की प्रशासक जया सिंह ने शिविर के सफल आयोजन पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि अस्पताल की पूरी टीम ने समन्वय के साथ कार्य किया,जिससे मरीजों को किसी प्रकार की असुविधा नहीं हुई। उन्होंने कहा कि मरीजों की बढ़ती संख्या यह दर्शाती है कि लोगों का अस्पताल पर विश्वास लगातार मजबूत हो रहा है।

शिविर के समापन पर अस्पताल प्रबंधन ने सभी चिकित्सकों, स्वास्थ्यकर्मियों एवं सहयोगियों का आभार व्यक्त किया, वहीं मरीजों और उनके परिजनों ने भी इस जनहितकारी पहल के लिए एच.जेड.बी आरोग्यम अस्पताल के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया।

झारखंड स्वास्थ्य व्यवस्था 'ऑल टाइम लो' पर: हजारीबाग सांसद मनीष जायसवाल ने स्वास्थ्य मंत्री पर साधा निशाना

हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र के सांसद मनीष जायसवाल ने राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर एक गंभीर आरोप लगाते हुए इसे "ऑल टाइम लो" स्तर पर बताया है। एक वायरल वीडियो का हवाला देते हुए सांसद मनीष जायसवाल ने राज्य के स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी से उसपर तत्काल कार्रवाई करने की मांग की है।

सांसद मनीष जायसवाल ने केरेडारी सीएचसी के एक कथित वीडियो पर गहरी चिंता व्यक्त की जिसमें बंध्याकरण का ऑपरेशन टॉर्च की रोशनी में किया जा रहा था। उन्होंने आरोप लगाया कि ऑपरेशन करने वालों में संभवतः कोई डॉक्टर भी मौजूद नहीं था। सांसद मनीष जायसवाल ने कहा कि राज्य में स्वास्थ्य व्यवस्था की वर्तमान स्थिति एकदम निचले स्तर पर है और यह पूरी तरह से चिंता का विषय है। उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री को बयानबाजी बंद करने की सलाह दी और उनसे राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था पर तत्काल ध्यान देने का आग्रह किया। सांसद मनीष जायसवाल ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री को इस वायरल घटना पर जाँच कराकर

दोषियों के खिलाफ तुरंत और अविलंब कार्रवाई करनी चाहिए।

सांसद मनीष जायसवाल ने सूबे के स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी के अन्य राज्य विशेषकर बिहार में कथित तौर पर अधिक सक्रिय रहने पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री अपने मंत्रिमंडल के दायित्व को कम जबकि कांग्रेस नेता होने के दायित्व को अधिक निभा रहे हैं। उन्होंने कहा कि बिहार के मुद्दों पर नेतागिरी करने की बजाय उन्हें झारखंड के साढ़े तीन करोड़ लोगों को असहाय छोड़कर अपने विभाग पर ध्यान देना चाहिए।

छड़वा डैम स्थित मुख्य पेयजल स्टोर की जर्जर हालत पर भड़के सदर विधायक प्रदीप प्रसाद, तत्काल सफ़ाई व शुद्धिकरण के निर्देश

हज़ारीबाग़ सदर विधायक प्रदीप प्रसाद ने रविवार को छड़वा डैम परिसर स्थित मुख्य पेयजल स्टोर का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान पेयजल स्टोर की अत्यंत जर्जर और चिंताजनक स्थिति सामने आने पर विधायक ने गहरी नाराज़गी व्यक्त की।

निरीक्षण में पाया गया कि पेयजल स्टोर में गंदगी का अंबार लगा है। सप्लाई किए जा रहे पानी में न तो ब्लीचिंग पाउडर का उपयोग किया जा रहा है और न ही नियमित साफ़–सफ़ाई की कोई प्रभावी व्यवस्था मौजूद है। पानी में काई जमी हुई पाई गई, जो जनस्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरे का संकेत है।

विधायक ने यह भी बताया कि पेयजल स्टोर के आसपास का क्षेत्र गंदगी और अव्यवस्था से भरा हुआ है, जिससे रख-रखाव और साफ़–सफ़ाई कार्यों में भारी लापरवाही स्पष्ट रूप से दिखाई देती है।

स्थिति की गंभीरता को देखते हुए सदर विधायक प्रदीप प्रसाद ने नगर निगम आयुक्त एवं संबंधित विभाग को तत्काल निर्देश दिए कि संपूर्ण पेयजल प्रणाली की गहन सफ़ाई कराई जाए, ब्लीचिंग पाउडर का नियमित उपयोग सुनिश्चित किया जाए और शहरवासियों को स्वच्छ एवं सुरक्षित पेयजल की निर्बाध आपूर्ति हर हाल में उपलब्ध कराई जाए। उन्होंने स्पष्ट कहा कि पेयजल जैसी मूलभूत सुविधा में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

विधायक ने आश्वस्त किया कि वे इस मामले पर लगातार निगरानी रखेंगे और आवश्यकतानुसार आगे की कार्रवाई सुनिश्चित कराई जाएगी, ताकि हज़ारीबाग़ के प्रत्येक घर तक समय पर स्वच्छ और सुरक्षित पेयजल पहुँच सके।

हजारीबाग में अर्धनारीश्वर चिकित्सा वेलनेस न्यूरोथैरेपी का भव्य दो दिवसीय शिविर संपन्न, न्यायमूर्ति सहित सांसद-विधायक रहे उपस्थित

हजारीबाग (झारखंड) में अर्धनारीश्वर चिकित्सा वेलनेस न्यूरोथैरेपी के दो दिवसीय उपचार एवं प्रशिक्षण शिविर का सफल एवं भव्य आयोजन दिनांक 20 एवं 21 दिसंबर को किया गया। इस शिविर का आयोजन आरोग्य पीठ फ्रेंचाइजी केंद्र, हजारीबाग द्वारा किया गया, जिसमें जिले सहित आसपास के क्षेत्रों से बड़ी संख्या में रोगी, विद्यार्थी एवं स्वास्थ्य के प्रति जागरूक नागरिकों ने भाग लिया।

शिविर का आयोजन पूज्य गुरुदेव आचार्य डॉ. राम गोपाल दीक्षित जी के पावन सानिध्य में हुआ। कार्यक्रम की गरिमा उस समय और बढ़ गई जब माननीय न्यायमूर्ति प्रदीप कुमार श्रीवास्तव जी, न्यायाधीश, झारखंड उच्च न्यायालय एवं श्रीमती रचना श्रीवास्तव जी की अतिविशिष्ट उपस्थिति रही।

कार्यक्रम में माननीय सांसद आदरणीय मनीष जायसवाल जी मुख्य अतिथि के रूप में तथा माननीय विधायक आदरणीय प्रदीप प्रसाद जी, सदर विधानसभा हजारीबाग विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। इसके साथ ही समाज के अनेक गणमान्य व्यक्ति, बुद्धिजीवी, चिकित्सक एवं सामाजिक कार्यकर्ता भी कार्यक्रम में सम्मिलित हुए।

430 से अधिक रोगियों का उपचार, 50 विद्यार्थियों को मिला प्रशिक्षण - दो दिवसीय शिविर के दौरान 430 से अधिक रोगियों का अर्धनारीश्वर चिकित्सा वेलनेस न्यूरोथैरेपी पद्धति से सफल उपचार किया गया। वहीं लगभग 50 विद्यार्थियों ने इस पद्धति का गहन सैद्धांतिक एवं व्यावहारिक प्रशिक्षण प्राप्त किया। शिविर में बिना दवा, प्राकृतिक एवं भारतीय ज्ञान परंपरा आधारित उपचार पद्धति को लेकर लोगों में विशेष उत्साह देखने को मिला।

पूज्य गुरुदेव आचार्य डॉ. राम गोपाल दीक्षित जी का उद्बोधन - पूज्य गुरुदेव आचार्य डॉ. राम गोपाल दीक्षित जी ने अपने उद्बोधन में कहा कि अर्धनारीश्वर चिकित्सा भारतीय दर्शन, शिव-शक्ति संतुलन एवं ईड़ा-पिंगला के सिद्धांतों पर आधारित एक वैज्ञानिक एवं प्राकृतिक उपचार पद्धति है।

उन्होंने बताया कि यह चिकित्सा शरीर की संरचना और रसायन को संतुलित कर रोग के मूल कारण पर कार्य करती है। आचार्य जी ने कहा कि आज के तनावपूर्ण जीवन में बिना दवा उपचार पद्धतियों की आवश्यकता पहले से कहीं अधिक बढ़ गई है। उन्होंने विद्यार्थियों को इस विधा को सेवा भाव से सीखने और समाज तक पहुँचाने का आह्वान किया। अंत में आचार्य जी ने सभी रोगियों, विद्यार्थियों एवं आयोजकों को अपना आशीर्वाद प्रदान किया।

माननीय न्यायमूर्ति प्रदीप कुमार श्रीवास्तव जी का उद्बोधन - माननीय न्यायमूर्ति प्रदीप कुमार श्रीवास्तव जी ने अपने संबोधन में अर्धनारीश्वर चिकित्सा वेलनेस न्यूरोथैरेपी को अत्यंत प्रभावी एवं जनकल्याणकारी पद्धति बताया।उन्होंने कहा कि आज जब चिकित्सा अत्यधिक खर्चीली होती जा रही है, ऐसे में बिना दवा एवं प्राकृतिक उपचार आम जनता के लिए वरदान साबित हो सकता है। न्यायमूर्ति श्रीवास्तव जी ने इस पद्धति से जुड़े अपने व्यक्तिगत अनुभव साझा करते हुए इसके सकारात्मक परिणामों की सराहना की।

उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य केवल शारीरिक नहीं, बल्कि मानसिक और आध्यात्मिक संतुलन से जुड़ा विषय है। उन्होंने आयोजकों को इस प्रकार के शिविर निरंतर आयोजित करने के लिए शुभकामनाएँ दीं। रचना श्रीवास्तव जी का उद्बोधन, रचना श्रीवास्तव जी ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि अर्धनारीश्वर चिकित्सा ने उन्हें सकारात्मक ऊर्जा एवं मानसिक शांति का अनुभव कराया है।

उन्होंने कहा कि यह चिकित्सा पद्धति शरीर को प्राकृतिक रूप से स्वस्थ करने की दिशा में कार्य करती है। उन्होंने महिलाओं के लिए इस चिकित्सा को विशेष रूप से लाभकारी बताया। साथ ही उन्होंने इस प्रकार के शिविरों के माध्यम से समाज में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता फैलाने की आवश्यकता पर बल दिया।

उन्होंने आयोजकों को इस सफल आयोजन के लिए शुभकामनाएँ दीं। माननीय सांसद आदरणीय मनीष जायसवाल जी ने अपने संबोधन में कहा कि आज मेडिकल साइंस ने सर्जरी के क्षेत्र में अभूतपूर्व प्रगति की है और आधुनिक तकनीकों के माध्यम से जटिल से जटिल ऑपरेशन संभव हो पाए हैं। उन्होंने कहा कि यह चिकित्सा विज्ञान की बड़ी उपलब्धि है, परंतु इसके साथ ही दवाइयों की खपत लगातार बढ़ती जा रही है, जो समाज और मानव स्वास्थ्य के लिए गंभीर चिंता का विषय है।

सांसद जी ने कहा कि अत्यधिक दवाइयों का सेवन लंबे समय में शरीर पर नकारात्मक प्रभाव डालता है। उन्होंने अर्धनारीश्वर चिकित्सा वेलनेस न्यूरोथैरेपी जैसी बिना दवा उपचार पद्धतियों को समय की आवश्यकता बताया।उन्होंने कहा कि ऐसी चिकित्सा पद्धतियाँ आम जनमानस को सुरक्षित, सुलभ एवं किफायती स्वास्थ्य विकल्प प्रदान करती हैं।साथ ही उन्होंने अपने संसदीय क्षेत्र में इस चिकित्सा पद्धति के प्रति जन-जागरूकता बढ़ाने एवं उपचार सुविधाएँ उपलब्ध कराने की बात कही।

माननीय विधायक आदरणीय प्रदीप प्रसाद जी का उद्बोधन - माननीय विधायक आदरणीय प्रदीप प्रसाद जी ने कहा कि अर्धनारीश्वर चिकित्सा वेलनेस न्यूरोथैरेपी समाज के हर वर्ग के लिए लाभकारी है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की चिकित्सा पद्धति को जन-जन तक पहुँचाने की आवश्यकता है। विधायक जी ने अपने क्षेत्र में इस पद्धति के प्रचार-प्रसार एवं हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में ऐसे प्रयास सरकार और समाज दोनों के लिए सहायक सिद्ध होते हैं। उन्होंने आयोजन समिति को सफल शिविर के लिए बधाई दी।आयोजक डॉ. उज्ज्वल कुमार सिन्हा का धन्यवाद ज्ञापन - कार्यक्रम के अंत में आरोग्य पीठ फ्रेंचाइजी केंद्र, हजारीबाग के संचालक आदरणीय डॉ. उज्ज्वल कुमार सिन्हा जी ने सभी अतिथियों, पूज्य गुरुदेव, न्यायमूर्ति महोदय, जनप्रतिनिधियों, चिकित्सकों, विद्यार्थियों एवं कार्यकर्ताओं के प्रति आभार व्यक्त किया।

उन्होंने कहा कि सभी के सहयोग से यह शिविर अत्यंत सफल रहा और भविष्य में भी ऐसे शिविर आयोजित किए जाते रहेंगे