छड़वा डैम स्थित मुख्य पेयजल स्टोर की जर्जर हालत पर भड़के सदर विधायक प्रदीप प्रसाद, तत्काल सफ़ाई व शुद्धिकरण के निर्देश

हज़ारीबाग़ सदर विधायक प्रदीप प्रसाद ने रविवार को छड़वा डैम परिसर स्थित मुख्य पेयजल स्टोर का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान पेयजल स्टोर की अत्यंत जर्जर और चिंताजनक स्थिति सामने आने पर विधायक ने गहरी नाराज़गी व्यक्त की।

निरीक्षण में पाया गया कि पेयजल स्टोर में गंदगी का अंबार लगा है। सप्लाई किए जा रहे पानी में न तो ब्लीचिंग पाउडर का उपयोग किया जा रहा है और न ही नियमित साफ़–सफ़ाई की कोई प्रभावी व्यवस्था मौजूद है। पानी में काई जमी हुई पाई गई, जो जनस्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरे का संकेत है।

विधायक ने यह भी बताया कि पेयजल स्टोर के आसपास का क्षेत्र गंदगी और अव्यवस्था से भरा हुआ है, जिससे रख-रखाव और साफ़–सफ़ाई कार्यों में भारी लापरवाही स्पष्ट रूप से दिखाई देती है।

स्थिति की गंभीरता को देखते हुए सदर विधायक प्रदीप प्रसाद ने नगर निगम आयुक्त एवं संबंधित विभाग को तत्काल निर्देश दिए कि संपूर्ण पेयजल प्रणाली की गहन सफ़ाई कराई जाए, ब्लीचिंग पाउडर का नियमित उपयोग सुनिश्चित किया जाए और शहरवासियों को स्वच्छ एवं सुरक्षित पेयजल की निर्बाध आपूर्ति हर हाल में उपलब्ध कराई जाए। उन्होंने स्पष्ट कहा कि पेयजल जैसी मूलभूत सुविधा में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

विधायक ने आश्वस्त किया कि वे इस मामले पर लगातार निगरानी रखेंगे और आवश्यकतानुसार आगे की कार्रवाई सुनिश्चित कराई जाएगी, ताकि हज़ारीबाग़ के प्रत्येक घर तक समय पर स्वच्छ और सुरक्षित पेयजल पहुँच सके।

हजारीबाग में अर्धनारीश्वर चिकित्सा वेलनेस न्यूरोथैरेपी का भव्य दो दिवसीय शिविर संपन्न, न्यायमूर्ति सहित सांसद-विधायक रहे उपस्थित

हजारीबाग (झारखंड) में अर्धनारीश्वर चिकित्सा वेलनेस न्यूरोथैरेपी के दो दिवसीय उपचार एवं प्रशिक्षण शिविर का सफल एवं भव्य आयोजन दिनांक 20 एवं 21 दिसंबर को किया गया। इस शिविर का आयोजन आरोग्य पीठ फ्रेंचाइजी केंद्र, हजारीबाग द्वारा किया गया, जिसमें जिले सहित आसपास के क्षेत्रों से बड़ी संख्या में रोगी, विद्यार्थी एवं स्वास्थ्य के प्रति जागरूक नागरिकों ने भाग लिया।

शिविर का आयोजन पूज्य गुरुदेव आचार्य डॉ. राम गोपाल दीक्षित जी के पावन सानिध्य में हुआ। कार्यक्रम की गरिमा उस समय और बढ़ गई जब माननीय न्यायमूर्ति प्रदीप कुमार श्रीवास्तव जी, न्यायाधीश, झारखंड उच्च न्यायालय एवं श्रीमती रचना श्रीवास्तव जी की अतिविशिष्ट उपस्थिति रही।

कार्यक्रम में माननीय सांसद आदरणीय मनीष जायसवाल जी मुख्य अतिथि के रूप में तथा माननीय विधायक आदरणीय प्रदीप प्रसाद जी, सदर विधानसभा हजारीबाग विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। इसके साथ ही समाज के अनेक गणमान्य व्यक्ति, बुद्धिजीवी, चिकित्सक एवं सामाजिक कार्यकर्ता भी कार्यक्रम में सम्मिलित हुए।

430 से अधिक रोगियों का उपचार, 50 विद्यार्थियों को मिला प्रशिक्षण - दो दिवसीय शिविर के दौरान 430 से अधिक रोगियों का अर्धनारीश्वर चिकित्सा वेलनेस न्यूरोथैरेपी पद्धति से सफल उपचार किया गया। वहीं लगभग 50 विद्यार्थियों ने इस पद्धति का गहन सैद्धांतिक एवं व्यावहारिक प्रशिक्षण प्राप्त किया। शिविर में बिना दवा, प्राकृतिक एवं भारतीय ज्ञान परंपरा आधारित उपचार पद्धति को लेकर लोगों में विशेष उत्साह देखने को मिला।

पूज्य गुरुदेव आचार्य डॉ. राम गोपाल दीक्षित जी का उद्बोधन - पूज्य गुरुदेव आचार्य डॉ. राम गोपाल दीक्षित जी ने अपने उद्बोधन में कहा कि अर्धनारीश्वर चिकित्सा भारतीय दर्शन, शिव-शक्ति संतुलन एवं ईड़ा-पिंगला के सिद्धांतों पर आधारित एक वैज्ञानिक एवं प्राकृतिक उपचार पद्धति है।

उन्होंने बताया कि यह चिकित्सा शरीर की संरचना और रसायन को संतुलित कर रोग के मूल कारण पर कार्य करती है। आचार्य जी ने कहा कि आज के तनावपूर्ण जीवन में बिना दवा उपचार पद्धतियों की आवश्यकता पहले से कहीं अधिक बढ़ गई है। उन्होंने विद्यार्थियों को इस विधा को सेवा भाव से सीखने और समाज तक पहुँचाने का आह्वान किया। अंत में आचार्य जी ने सभी रोगियों, विद्यार्थियों एवं आयोजकों को अपना आशीर्वाद प्रदान किया।

माननीय न्यायमूर्ति प्रदीप कुमार श्रीवास्तव जी का उद्बोधन - माननीय न्यायमूर्ति प्रदीप कुमार श्रीवास्तव जी ने अपने संबोधन में अर्धनारीश्वर चिकित्सा वेलनेस न्यूरोथैरेपी को अत्यंत प्रभावी एवं जनकल्याणकारी पद्धति बताया।उन्होंने कहा कि आज जब चिकित्सा अत्यधिक खर्चीली होती जा रही है, ऐसे में बिना दवा एवं प्राकृतिक उपचार आम जनता के लिए वरदान साबित हो सकता है। न्यायमूर्ति श्रीवास्तव जी ने इस पद्धति से जुड़े अपने व्यक्तिगत अनुभव साझा करते हुए इसके सकारात्मक परिणामों की सराहना की।

उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य केवल शारीरिक नहीं, बल्कि मानसिक और आध्यात्मिक संतुलन से जुड़ा विषय है। उन्होंने आयोजकों को इस प्रकार के शिविर निरंतर आयोजित करने के लिए शुभकामनाएँ दीं। रचना श्रीवास्तव जी का उद्बोधन, रचना श्रीवास्तव जी ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि अर्धनारीश्वर चिकित्सा ने उन्हें सकारात्मक ऊर्जा एवं मानसिक शांति का अनुभव कराया है।

उन्होंने कहा कि यह चिकित्सा पद्धति शरीर को प्राकृतिक रूप से स्वस्थ करने की दिशा में कार्य करती है। उन्होंने महिलाओं के लिए इस चिकित्सा को विशेष रूप से लाभकारी बताया। साथ ही उन्होंने इस प्रकार के शिविरों के माध्यम से समाज में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता फैलाने की आवश्यकता पर बल दिया।

उन्होंने आयोजकों को इस सफल आयोजन के लिए शुभकामनाएँ दीं। माननीय सांसद आदरणीय मनीष जायसवाल जी ने अपने संबोधन में कहा कि आज मेडिकल साइंस ने सर्जरी के क्षेत्र में अभूतपूर्व प्रगति की है और आधुनिक तकनीकों के माध्यम से जटिल से जटिल ऑपरेशन संभव हो पाए हैं। उन्होंने कहा कि यह चिकित्सा विज्ञान की बड़ी उपलब्धि है, परंतु इसके साथ ही दवाइयों की खपत लगातार बढ़ती जा रही है, जो समाज और मानव स्वास्थ्य के लिए गंभीर चिंता का विषय है।

सांसद जी ने कहा कि अत्यधिक दवाइयों का सेवन लंबे समय में शरीर पर नकारात्मक प्रभाव डालता है। उन्होंने अर्धनारीश्वर चिकित्सा वेलनेस न्यूरोथैरेपी जैसी बिना दवा उपचार पद्धतियों को समय की आवश्यकता बताया।उन्होंने कहा कि ऐसी चिकित्सा पद्धतियाँ आम जनमानस को सुरक्षित, सुलभ एवं किफायती स्वास्थ्य विकल्प प्रदान करती हैं।साथ ही उन्होंने अपने संसदीय क्षेत्र में इस चिकित्सा पद्धति के प्रति जन-जागरूकता बढ़ाने एवं उपचार सुविधाएँ उपलब्ध कराने की बात कही।

माननीय विधायक आदरणीय प्रदीप प्रसाद जी का उद्बोधन - माननीय विधायक आदरणीय प्रदीप प्रसाद जी ने कहा कि अर्धनारीश्वर चिकित्सा वेलनेस न्यूरोथैरेपी समाज के हर वर्ग के लिए लाभकारी है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की चिकित्सा पद्धति को जन-जन तक पहुँचाने की आवश्यकता है। विधायक जी ने अपने क्षेत्र में इस पद्धति के प्रचार-प्रसार एवं हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में ऐसे प्रयास सरकार और समाज दोनों के लिए सहायक सिद्ध होते हैं। उन्होंने आयोजन समिति को सफल शिविर के लिए बधाई दी।आयोजक डॉ. उज्ज्वल कुमार सिन्हा का धन्यवाद ज्ञापन - कार्यक्रम के अंत में आरोग्य पीठ फ्रेंचाइजी केंद्र, हजारीबाग के संचालक आदरणीय डॉ. उज्ज्वल कुमार सिन्हा जी ने सभी अतिथियों, पूज्य गुरुदेव, न्यायमूर्ति महोदय, जनप्रतिनिधियों, चिकित्सकों, विद्यार्थियों एवं कार्यकर्ताओं के प्रति आभार व्यक्त किया।

उन्होंने कहा कि सभी के सहयोग से यह शिविर अत्यंत सफल रहा और भविष्य में भी ऐसे शिविर आयोजित किए जाते रहेंगे

हजारीबाग में अवैध शराब के खिलाफ बड़ी कार्रवाई, 6 भट्ठियां ध्वस्त, 250 लीटर चुलाई शराब जब्त

हजारीबाग उपायुक्त श्री शशि प्रकाश सिंह (IAS) के निर्देश पर जिले में अवैध शराब की बिक्री, निर्माण, संचय एवं परिवहन पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से लगातार कार्रवाई की जा रही है। इसी क्रम में सहायक आयुक्त उत्पाद, हजारीबाग के निर्देशन में बरही एवं बरकठा थाना क्षेत्र अंतर्गत करसो, गायपहाड़ी एवं बरसौत गांवों में अवैध महुआ चुलाई शराब के खिलाफ छापेमारी अभियान चलाया गया।

छापेमारी के दौरान कुल 6 अलग-अलग अवैध शराब भट्ठियों को चिन्हित कर ध्वस्त किया गया। मौके पर एवं आसपास छुपाकर रखे गए किण्वन योग्य जावा महुआ को विनष्ट करते हुए शराब बनाने में प्रयुक्त सामग्री तथा लगभग 250 लीटर अवैध चुलाई शराब को जब्त किया गया। इसके अलावा घटनास्थल से करीब 4000 किलोग्राम जावा महुआ को भी नष्ट किया गया।

इस कार्रवाई में संलिप्त अभियुक्तों के विरुद्ध सुसंगत धाराओं के तहत फरार अभियोग दर्ज करने की प्रक्रिया की जा रही है।

छापेमारी दल में अवर निरीक्षक उत्पाद सुमितेश कुमार, सहायक अवर निरीक्षक सय्यद बसीरुद्दीन, उत्पाद आरक्षी अनूप कुमार सिंह एवं सशस्त्र गृह रक्षा वाहिनी के जवान शामिल थे।

प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि अवैध शराब के खिलाफ आगे भी सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।

हजारीबाग में अर्धनारीश्वर न्यूरोथैरेपी शिविर का उद्घाटन, विधायक प्रदीप प्रसाद ने बिना दवा उपचार को बताया उपयोगी

हजारीबाग विधानसभा क्षेत्र के सिंघानी, नूतन नगर में आरोग्य पीठ के अंतर्गत अर्धनारीश्वर चिकित्सा वैलनेस न्यूरोथैरेपी के दो दिवसीय उपचार सह प्रशिक्षण शिविर का उद्घाटन हजारीबाग विधायक श्री प्रदीप प्रसाद द्वारा किया गया। शिविर के उद्घाटन अवसर पर बिना दवा के उपचार पद्धतियों के माध्यम से विभिन्न प्रकार के दर्द एवं शारीरिक समस्याओं से राहत पाने के प्रभावी तरीकों की विस्तृत जानकारी दी गई।

शिविर में न्यूरोथैरेपी के वैज्ञानिक एवं व्यावहारिक पहलुओं पर प्रकाश डालते हुए इसे जनस्वास्थ्य के लिए लाभकारी बताया गया। आयोजकों ने बताया कि यह चिकित्सा पद्धति शरीर की प्राकृतिक उपचार क्षमता को सक्रिय कर दर्द और रोगों में राहत प्रदान करती है।

इस अवसर पर विधायक श्री प्रदीप प्रसाद ने स्वयं भी न्यूरोथैरेपी उपचार कराया और अपने सकारात्मक अनुभव साझा किए। उन्होंने कहा कि आज के समय में वैकल्पिक चिकित्सा पद्धतियाँ आमजन के लिए उपयोगी सिद्ध हो रही हैं, विशेषकर जब उपचार बिना दवा के संभव हो।

विधायक प्रदीप प्रसाद ने इस सराहनीय पहल के लिए आयोजक डॉक्टर उज्जवल कुमार सिन्हा, सीनियर न्यूरोथैरेपिस्ट, आरोग्य पीठ हजारीबाग को शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि ऐसे शिविर समाज में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाने के साथ-साथ लोगों को सुरक्षित और प्रभावी उपचार उपलब्ध कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

प्रचंड ठंड और शीतलहर के बीच हजारीबाग में स्कूलों में अवकाश की मांग, हर्ष अजमेरा ने बच्चों की सुरक्षा को बताया प्राथमिकता

हजारीबाग: जिले में लगातार जारी प्रचंड ठंड, शीतलहर और घने कोहरे के बीच युवा समाजसेवी हर्ष अजमेरा ने स्कूलों में अवकाश घोषित करने की पुरजोर मांग की है। उन्होंने कहा कि मौजूदा मौसम बच्चों के स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा बन चुका है और ऐसी स्थिति में स्कूलों का संचालन जोखिमपूर्ण है।

हर्ष अजमेरा ने कहा कि तापमान में लगातार गिरावट के कारण खासकर छोटे बच्चों को स्कूल आने-जाने में भारी परेशानी हो रही है। सुबह और शाम के समय ठंड का असर सबसे अधिक रहता है, जिससे सर्दी, खांसी, बुखार सहित अन्य मौसमी बीमारियों की आशंका बढ़ गई है। उन्होंने बच्चों की सुरक्षा और स्वास्थ्य को प्राथमिकता देते हुए प्रशासन से अविलंब स्कूलों में अवकाश घोषित करने की मांग की।

उन्होंने कहा कि कुछ दिनों के अवकाश से बच्चों के स्वास्थ्य की रक्षा की जा सकती है और अभिभावकों की चिंता भी कम होगी। इसके साथ ही उन्होंने आम जनता से अपील की कि इस प्रचंड ठंड में अनावश्यक रूप से घर से बाहर न निकलें और छोटे बच्चों व बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखें।

हर्ष अजमेरा ने लोगों को सतर्क करते हुए कहा कि रात्रि के समय बंद कमरे में रूम हीटर जलाकर सोना खतरनाक हो सकता है। इससे आग लगने या दम घुटने जैसी घटनाओं की आशंका रहती है। उन्होंने सभी से सुरक्षा मानकों का पालन करने की अपील की।

अंत में उन्होंने प्रशासन से ठंड को देखते हुए सार्वजनिक स्थानों पर अलाव तथा अन्य राहत व्यवस्थाओं को और प्रभावी बनाने की मांग की, ताकि जरूरतमंदों को राहत मिल सके।

कटकमदाग के बेस पंचायत में औद्योगिक प्रदूषण और श्रमिक शोषण का मुद्दा गरमाया, विक्की कुमार धान ने विधानसभा समिति के सभापति से की मुलाकात

हजारीबाग- कटकमदाग प्रखंड के बेस पंचायत के पूर्व मुखिया प्रत्याशी एवं जनआंदोलन से जुड़े नेता विक्की कुमार धान ने शनिवार को झारखण्ड विधानसभा की पर्यावरण एवं प्रदूषण नियंत्रण समिति के सभापति उदय शंकर सिंह से हजारीबाग परिसदन भवन में शिष्टाचार मुलाकात कर हजारीबाग जिले के कटकमदाग प्रखंड अंतर्गत बेस पंचायत में फैले गंभीर औद्योगिक प्रदूषण, श्रमिक शोषण और प्रशासनिक उदासीनता का मुद्दा पूरे दमखम के साथ उठाया। विक्की कुमार धान ने कहा कि नरसिम्हा आयरन स्पंज प्लांट, जगतारिणी स्पंज प्लांट, हिंदुस्तान पोल फैक्ट्री और झारखण्ड सेल्स फैक्ट्री ने मिलकर पूरे क्षेत्र को औद्योगिक ज़ोन नहीं बल्कि जहरीला ज़ोन बना दिया है। वायु में घुले धूल-कण और जहरीली गैसें, खुले में फेंका जा रहा औद्योगिक कचरा और दूषित जल स्रोतों ने आम ग्रामीणों के जीवन को नर्क बना दिया है।उन्होंने कहा कि आज स्थिति यह है कि पंचायत के लोग दमा, टीबी, त्वचा रोग, आँखों की बीमारियों और अन्य गंभीर रोगों से जूझ रहे हैं। खेतों की उर्वरता नष्ट हो चुकी है, पशुधन मर रहा है और पीने का पानी स्वास्थ्य के लिए खतरनाक बन चुका है। यह केवल प्रदूषण नहीं, बल्कि एक सुनियोजित पर्यावरणीय अपराध है। जबकि रोज़गार के मुद्दों पर ध्यान आकृष्ट करते हुए धान ने कहा कि उद्योग प्रबंधन ने स्थानीय मेहनतकशों के साथ खुला विश्वासघात किया है। वर्षों से काम कर रहे स्थानीय श्रमिकों को हटाकर बाहरी राज्यों से मजदूर लाए जा रहे हैं, जो स्थानीय नियोजन नीति और श्रम कानूनों का सीधा उल्लंघन है। उन्होंने विशेष रूप से नरसिम्हा आयरन स्पंज प्लांट का उल्लेख करते हुए बताया कि 2019 से लगातार कार्यरत स्थानीय मजदूरों को 2024 में मशीनों का बहाना बनाकर बाहर कर दिया गया। धान ने सभापति से स्पष्ट शब्दों में माँग की कि बेस पंचायत क्षेत्र में संचालित सभी उद्योगों की संयुक्त उच्चस्तरीय जाँच कराई जाए, प्रदूषण फैलाने वाले उद्योगों पर भारी आर्थिक दंड और उत्पादन पर रोक लगाई जाए, अवैध रूप से हटाए गए सभी स्थानीय श्रमिकों का तत्काल पुनर्नियोजन हो और प्रभावित क्षेत्र को स्वास्थ्य आपदा क्षेत्र घोषित किया जाए। वहीं सभापति उदय शंकर सिंह ने मामले को गंभीर बताते हुए समिति स्तर पर आवश्यक कार्रवाई का आश्वासन दिया। वहीं धान ने कहा कि यदि प्रशासन ने शीघ्र ठोस कदम नहीं उठाए तो जनता को मजबूरन राष्ट्रीय हरित अधिकरण और न्यायालय का दरवाज़ा खटखटाना पड़ेगा, जिसकी पूरी जिम्मेदारी उद्योग प्रबंधन और प्रशासन की होगी।

बढ़ती ठंड एवं धुंध के मद्देनज़र जिला प्रशासन द्वारा विभिन्न प्रखंड क्षेत्रों में की जा रही अलाव की व्यवस्था

उपायुक्त शशि प्रकाश सिंह के निर्देशानुसार जिले में बढ़ती ठंड एवं धुंध को देखते हुए आमजन की सुविधा एवं सुरक्षा के लिए व्यापक स्तर पर आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। इसी क्रम में जिले के विभिन्न प्रखंड क्षेत्रों में अंचलाधिकारी एवं प्रखंड विकास पदाधिकारी के द्वारा सार्वजनिक स्थलों पर अलाव की समुचित व्यवस्था की जा रही है।

जिला प्रशासन द्वारा बस स्टैंड, चौक-चौराहों, बाजार क्षेत्रों, थाना परिसर, अस्पताल परिसरों एवं अन्य भीड़भाड़ वाले स्थानों पर अलाव की व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है, ताकि ठंड से प्रभावित आम नागरिकों, विशेषकर जरूरतमंद, बुजुर्ग, असहाय एवं राहगीरों को राहत मिल सके।

उपायुक्त शशि प्रकाश सिंह ने जिलेवासियों से अपील की है कि वे ठंड एवं धुंध को देखते हुए आवश्यक सावधानियाँ बरतें। उन्होंने कहा कि अत्यधिक ठंड के समय अनावश्यक रूप से बाहर निकलने से बचें, गर्म कपड़ों का उपयोग करें तथा बच्चों एवं बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखें।

जिला प्रशासन आमजन की सुरक्षा एवं स्वास्थ्य के प्रति पूर्णतः प्रतिबद्ध है और ठंड के मौसम में लोगों को राहत प्रदान करने हेतु निरंतर निगरानी एवं आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित की जा रही है।

हजारीबाग यूथ विंग ने केंद्रीय कारागार के काराधीक्षक से की शिष्टाचार मुलाकात, बछड़ों को गौशाला पहुंचाने पर मिली सराहना

हजारीबाग : लोकनायक जयप्रकाश नारायण केंद्रीय कारागार, हजारीबाग के काराधीक्षक चंद्रशेखर प्रसाद सुमन से शुक्रवार को हजारीबाग यूथ विंग के पदाधिकारियों एवं सदस्यों ने शिष्टाचार मुलाकात की। यह मुलाकात संस्था के संरक्षक चंद्रप्रकाश जैन एवं अध्यक्ष करण जायसवाल के निर्देश पर की गई। मुलाकात के दौरान संस्था के सभी सदस्यों ने क्रमवार अपना परिचय काराधीक्षक के समक्ष प्रस्तुत किया, जिसे काराधीक्षक ने गंभीरता एवं आत्मीयता के साथ सुना। इस अवसर पर समाज सेवा कार्यों से जुड़े विभिन्न विषयों पर सकारात्मक और सार्थक संवाद हुआ। बैठक के दौरान हाल ही में किए गए एक मानवीय एवं सराहनीय कार्य का विशेष उल्लेख किया गया। काराधीक्षक चंद्रशेखर प्रसाद सुमन द्वारा बीते दो दिन पूर्व एक पत्र के माध्यम से केंद्रीय कारा परिसर में मौजूद बछड़ों को सुरक्षित एवं बेहतर स्थान पर भेजने का निर्देश दिया गया था। पत्र प्राप्त होते ही हजारीबाग यूथ विंग ने तत्परता दिखाते हुए तीव्र गति से आवश्यक कार्रवाई की और सभी बछड़ों को सुरक्षित रूप से हजारीबाग गौशाला पहुंचाया। इस कार्य की सराहना करते हुए काराधीक्षक ने कहा कि संस्था द्वारा जिस तेजी और संवेदनशीलता के साथ यह कार्य संपन्न किया गया, वह वास्तव में प्रशंसा के योग्य है। इसे पशु संरक्षण की दिशा में एक अनुकरणीय पहल बताया गया। इसके पश्चात संस्था की ओर से पिछले साढ़े चार वर्षों में किए गए सामाजिक एवं सेवा कार्यों की विस्तृत जानकारी काराधीक्षक के समक्ष रखी गई। संस्था ने बताया कि वह निरंतर जरूरतमंद,असहाय एवं उपेक्षित वर्गों के लिए सेवा कार्य करती आ रही है। ठंड के मौसम को ध्यान में रखते हुए हजारीबाग यूथ विंग ने केंद्रीय कारागार में ऐसे निराश्रित एवं जरूरतमंद बंदियों, जिनका कोई पारिवारिक सहारा नहीं है, उनके लिए कंबल उपलब्ध कराने का आग्रह किया। शीघ्र ही केंद्रीय कारागार में बंदियों के बीच कंबल तथा बच्चों के बीच जैकेट का वितरण किया जाएगा, ताकि उन्हें ठंड से राहत मिल सके। इस अवसर पर संस्था के संरक्षक चंद्रप्रकाश जैन ने कहा कि समाज सेवा केवल बाहरी समाज तक सीमित नहीं होनी चाहिए, बल्कि कारागार के भीतर रह रहे जरूरतमंद बंदियों तक भी संवेदनशीलता के साथ सेवा पहुंचाना हमारा दायित्व है। साथ ही उन्होंने बताया कि बीते दिनों अंडमान निकोबार घूमने के उद्देश्य गया था। जहां वहां की जेल जाने का भी मौका मिला वहां जिस प्रकार सामाजिक कार्यकर्ता लोग सेवा प्रदान करते हैं मुझे लगा कि यहां भी सेवा करनी चाहिए। संस्था अध्यक्ष करण जायसवाल ने कहा कि हजारीबाग यूथ विंग का उद्देश्य समाज के हर उस वर्ग तक सेवा पहुंचना है, जो किसी कारणवश मुख्यधारा से वंचित रह जाता है। केंद्रीय कारागार में निराश्रित एवं जरूरतमंद बंदियों के लिए सेवा कार्य करना हमारी सामाजिक जिम्मेदारी है। काराधीक्षक द्वारा दिए गए पत्र पर बछड़ों को सुरक्षित गौशाला पहुँचाना मानवता और पशु संरक्षण के प्रति हमारी संवेदनशीलता को दर्शाता है। काराधीक्षक चंद्रशेखर प्रसाद सुमन ने हजारीबाग यूथ विंग के सेवा भाव एवं सामाजिक कार्यों की सराहना करते हुए भविष्य में भी ऐसे सकारात्मक एवं जनहितकारी प्रयासों में हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया। मौके पर सचिव रितेश खण्डेलवाल, सह सचिव अभिषेक पांडे,उपाध्यक्ष विकास तिवारी,कोषाध्यक्ष गुंजन मद्धेशिया,संस्था के मार्गदर्शक संजय कुमार, कार्यकारणी सदस्य मोहम्मद ताजुद्दीन, रोहित बजाज एवं प्रमोद खण्डेलवाल उपस्थिति रहें।

सेवानिवृत्त पुलिस पदाधिकारी एसोसिएशन ने चुरचू के RGS उच्च विद्यालय में जरूरतमंद विद्यार्थियों के बीच स्वेटर वितरित किए

हजारीबाग, 19 December 2025: सेवानिवृत्त पुलिस पदाधिकारी एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री शिव प्रकाश सिंह के नेतृत्व में तथा संयोजक श्री ललन प्रसाद सिंह के दिशानिर्देशन में शुक्रवार को हजारीबाग जिले के सुदूर क्षेत्र स्थित RGS (आर जी एस) उच्च विद्यालय, चुरचू में जरूरतमंद, अनाथ एवं असहाय छात्र-छात्राओं के बीच कड़ाके की ठंड से बचाव के लिए स्वेटर सहित गर्म कपड़ों का वितरण किया गया।

इस कार्यक्रम में एसोसिएशन के मीडिया प्रभारी श्री अशोक कुमार चौधरी, वरीय सदस्य श्री संजय राणा, श्री कपिल देव सिंह, श्री मनोज कुमार सिंह, मुकुटधारी महतो सहित अन्य सदस्यगण उपस्थित रहे। साथ ही विद्यालय के प्राचार्य, शिक्षकगण एवं स्थानीय ग्रामीणों की भी सक्रिय भागीदारी रही। कार्यक्रम का सफल आयोजन एसोसिएशन के कोषाध्यक्ष श्री के. पी. यादव के विशेष सहयोग से संभव हो सका।

स्वेटर पाकर विद्यालय के छात्र-छात्राएं अत्यंत प्रसन्न दिखे। विद्यालय के प्राचार्य एवं शिक्षकगण ने इस पहल की भूरी-भूरी प्रशंसा करते हुए इसे ठंड के मौसम में विद्यार्थियों के लिए बड़ी राहत बताया। स्थानीय जनता ने भी एसोसिएशन के इस सामाजिक कार्य की सराहना की।

उल्लेखनीय है कि सेवानिवृत्त पुलिस पदाधिकारी एसोसिएशन समाज सेवा के क्षेत्र में निरंतर सक्रिय रहते हुए समय-समय पर ऐसे आयोजन करती रही है, जिससे जरूरतमंद लोगों को सहायता मिल सके और समाज में सकारात्मक संदेश जाए।

एच जेड बी आरोग्यम अस्पताल में निःशुल्क मेगा ब्रेन, स्पाइन एवं नस रोग जांच शिविर का आयोजन

हजारीबाग जिले के प्रतिष्ठित एच जेड बी आरोग्यम अस्पताल द्वारा जनस्वास्थ्य के प्रति अपनी सतत प्रतिबद्धता को आगे बढ़ाते हुए आगामी 21 दिसंबर दिन रविवार को अस्पताल परिसर में निःशुल्क मेगा ब्रेन (मस्तिष्क), स्पाइन एवं नस रोग जांच शिविर का आयोजन किया जा रहा है। यह शिविर सुबह 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक संचालित होगा। इस शिविर में रांची के प्रख्यात न्यूरोसर्जन डॉ. विकास कुमार एवं डॉ. आर. के. सिंह द्वारा मरीजों की विशेषज्ञ जांच कर उन्हें आवश्यक चिकित्सकीय परामर्श दिया जाएगा। शिविर के दौरान लगातार या तेज सिरदर्द, चक्कर आना, मिर्गी (दौरे पड़ना), ब्रेन ट्यूमर, दिमाग में खून का थक्का, सिर में चोट के बाद उत्पन्न समस्याएं, लकवा (पैरालिसिस), आंख, मुंह अथवा चेहरे के लकवे जैसी गंभीर बीमारियों की जांच की जाएगी। इसके साथ ही गर्दन दर्द, गर्दन हिलाने में कठिनाई, कमर एवं पीठ दर्द, रीढ़ से संबंधित रोग, स्लिप डिस्क, स्पाइनल इंजरी, हाथ-पैर में झनझनाहट या कमजोरी, नस दबने की समस्या, कंधा, घुटना एवं जोड़ों का दर्द, दो हड्डियों के बीच नस दबने से उत्पन्न परेशानी तथा बच्चों में जन्मजात लकवा एवं मानसिक विकास में कमी जैसी समस्याओं का भी विशेषज्ञ परामर्श उपलब्ध कराया जाएगा।

अस्पताल के निदेशक हर्ष अजमेरा ने बताया कि एच जेड बी आरोग्यम अस्पताल द्वारा इस प्रकार के निःशुल्क विशेषज्ञ जांच शिविर समय-समय पर आयोजित किए जाते हैं, ताकि जिले के लोग अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहें और गंभीर बीमारियों की समय रहते पहचान हो सके। उन्होंने कहा कि न्यूरो एवं स्पाइन से जुड़ी बीमारियों में प्रारंभिक जांच अत्यंत आवश्यक है। वहीं अस्पताल की प्रशासक जया सिंह ने कहा कि आमजन में अब भी ब्रेन और नस संबंधी रोगों को लेकर जागरूकता की कमी है इस शिविर का उद्देश्य लोगों को सही समय पर विशेषज्ञ सलाह उपलब्ध कराकर उन्हें बेहतर स्वास्थ्य की दिशा में आगे बढ़ाना है। अस्पताल प्रबंधन ने जिले एवं आसपास के क्षेत्रों के नागरिकों से अपील की है कि वे अधिक से अधिक संख्या में पहुंचकर इस निःशुल्क मेगा जांच शिविर का लाभ उठाएं। पंजीकरण एवं अधिक जानकारी के लिए 7319942219, 7319942220 एवं 7319942210 पर संपर्क किया जा सकता है।