बिहू अटैक फिल्म के प्रमोशन के लिए नाज़ हास्पिटल में कलाकारो को देखने उमड़ा हुजूम

सेना के जवानो पर आधारित फिल्म बिहू अटैक में है जम्मू कश्मीर से लेकर असम और असम के उत्सव की झलक (फिल्म मेकर व ऐक्टर देव मनेरिया) सदी के महानायक अमिताभ बच्चन के जन्म स्थल प्रयागराज आकर गर्व महसूस हो रहा है डॉ.नाज़ फात्मा को बताया नारी शक्ति का स्तम्भ(ऐक्ट्रेस डेज़ी शाह) संजय द्विवेदी, प्रयागराज।शुक्रवार को देर रात करैली के नाज़ हास्पिटल में सेना के जवानो पर आधारित फिल्म बिहू अटैक के कलाकारों के पहुंचने पर भीड़ उमड़ पड़ी।सड़कों से लेकर घरो के छतों व बारजों पर लोग कलाकारों की झलक पाने को बेताब दिखे। खुली गाड़ी पर जहां गोल्ड मेडलिस्ट खुशबू निषाद और डॉ नाज़ फात्मा कलाकारो को लीड कर रही थीं तो वहीं बन्द गाड़ीयों में बीहु अटैक के फिल्म मेकर व ऐक्टर देव मनेरिया और ऐक्ट्रेस डेज़ी शाह सवार थीं। नाज़ हास्पिटल पहुंचने पर कलाकारों का पुष्प वर्षा व नगाड़ों से स्वागत किया गया।वहीं कलाकारो की झलक व सेल्फी लेने की होड़ मच गई। सुरक्षा गार्डों ने कलाकारों को अपने घेरे में लेकर कार्यक्रम स्थल तक पहुंचाया। डॉ नाज़ फात्मा ने ने कलाकारो को और गोल्ड मेडलिस्ट खुशबू निषाद को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया।बीहु अटैक फिल्म प्रमोशन के लिए प्रयागराज आए फिल्म मेकर व ऐक्टर देव मनेरिया ने मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए बताया की बीहु असम का एक फेस्टिवल है।और फिल्म आर्मी बेज़्ड है। इसमें जम्मू कश्मीर से लेकर असम तक के देश के जांबाज सैनिको पर बीतने वाली हर एक छोटी से बड़ी घटना को दर्शाया गया है।फिल्म की ऐक्ट्रेस डेज़ी शाह ने इसमें एक गृहिणी की भूमिका निभाई हैं फिल्म रोमांच और थ्रिलर से भरपूर एक पारिवारिक फिल्म है।जिसे सभी लोग बैठ कर देख सकते हैं।देव मनेरिया ने यह भी बताया की वह यहां पर दूसरी बार आए है।इससे पहले वह महा कुम्भ पर आए थे कहा यहां के लोग काफी स्नेहिल हैं।यह शहर अध्यात्म व मोक्षदायिनी गंगा जमुना सरस्वती का पावन स्थल को गौरवान्वित करता है। मुझे यहां आकर गर्व की अनुभूति हो रही है।16जनवरी को पूरे भारत में एक साथ प्रदर्शित होने वाली बीहु अटैक फिल्म में देव मनेरिया लीड रोल में हैं तो डेज़ी शाह उनकी को ऐक्ट्रेस हैं साथ में अरबाज़ खान राहुल देव रज़ा मुराद टार्ज़न जैसे मंझे हुए कलाकार भी है।पहली बार प्रयागराज आई फिल्म की ऐक्ट्रेस डेज़ी शाह ने अमिताभ बच्चन जैसे सदी के महानायक के जन्म स्थल इलाहाबाद का ज़िक्र करते हुए कहा की मैं यहां आकर गर्व महसूस कर रही हूं। डेज़ी शाह ने ग्यारह जनवरी को पूरे भारत में प्रदर्शित हो रही अपनी फिल्म को देखने की लोगों से अपील भी की तो वहीं डॉ नाज़ फात्मा को नारी शक्ति का स्तंभ भी बताया।कहा बिना भेद भाव जात पात के वह लोगों की हर सम्भव सहायता कर रही हैं हम सब के साथ प्रयागराज के लिए आईडीयल वुमन है। डॉ नाज़ फात्मा की ओर से फिल्मी कलाकारो के साथ देश प्रदेश व अपने प्रयागराज का सम्मान बढ़ाने वाली गोल्ड मेडलिस्ट खुशबू निषाद को स्मृति चिन्ह व बुके भेंट कर सम्मानित किया तो वहीं खुशबू के पिता नन्द लाल नन्दा को भी सम्मानित किया। कार्यक्रम में डॉ नाज़ फात्मा अमित यादव डॉ जमशेद अली डॉ तारीक़ आलम शिवम यादव सहीत हज़ारो शुभ चिन्तक उपस्थित रहे।डॉ नाज़ फात्मा ने सभी इलेक्ट्रॉनिक प्रिंट मीडिया व छायाकारों का कार्यक्रम में उपस्थित होने पर आभार व्यक्त किया।
सात दिवसीय श्री राम कथा का विश्राम शनिवार को समापन हुआ
कथा वाचिका पूज्या शास्त्री शाकाम्भरी द्विवेदी मानस मंजरी ने कथा के पूर्णाहुति दिवस पर भगवान श्री राम के राजतिलक प्रसंग का वर्णन की शास्त्री ने बताया कि रावण वध के बाद भगवान श्री राम पुष्पक विवान से अयोध्या लौटे सरयू नदी के तट पर अयोध्या वासी अपने आराध्य के स्वागत के लिए एकत्र थे। पूरी अयोध्या नगरी को दुल्हन की तरह सजाया गया था भगवान श्री राम विमान से उतरकर माता कौशल्या और माता सुमित्रा से मिले।जब उन्हे कैकेई माता नही दिखाई दी तो वे स्वयं राजमहल में उनके कच्छ में पहुंचे मां कह कर पुकारते हुए दौड़ पड़े संजय द्विवेदी, प्रयागराज।भगवान श्री राम ने उनके चरण स्पर्श कर उन्हें हृदय से लगाया और कहा कि माता आज आप ने राम को श्री राम बना दिया "मैया राम वन ना जाता तो आज राम बन ना पाता"।इस प्रसंग में श्रोताओ को करुणा क्षमता और मर्यादा का सन्देश दिया।कथा में आगे बताया गया कि अयोध्या में आनन्द और उल्लास का वातावरण छा गया। गुरु वरिष्ठ भगवान ने श्री राम के राजतिलक के लिए निमंत्रण भेजने शुरू किया।सबसे पहले निमंत्रण केवट को दिया गया। भगवान श्री राम जी से वनवास समय पूछा गया बहुमत आप के साथ है राजा क्यो नही बने आप केवल कैकेई और मंथरा आप के विरोध में है बाकी सब आप के साथ हैं वनवास क्यों आ गए भगवान श्री राम जी ने बताया राम राजा जरूर बनेगा पर बहुमत के साथ नहीं सर्वमत के साथ भगवान श्री राम के राजा बनते ही पूरी अयोध्या में दिव्य वातावरण हो गया चारों तरफ शंख घंटा नगाड़ा की ध्वनी होने लगी वेद मंत्रो का उच्चारण प्रारम्भ हो गया तथा श्री सीताराम का जय घोष होने लगा।- नहि दरिद्र कोउ दुखी न दीना।नहि कोउ अबुध न लच्छन हीना। अयोध्या में कोई दरिद्र नहीं रहा कोई दुखी भी नहीं रहा यही नहीं प्रभु का राज तिलक होते ही दैहिक दैविक भौतिक तापा।राम राज नहिं काहुहि ब्यापा सब नर करहिं परस्पर प्रीती।चलहि स्वधर्म निरत श्रुति नीती 'रामराज्य' में किसी को दैहिक दैविक और भौतिक तकलीफ नही थी।सब मनुष्य परस्पर प्रेम करते थे और वेदों में बताई हुई नीति (मर्यादा)में तत्पर रहकर अपने-अपने धर्म का पालन करते है। समापन के साथ ही श्रद्धालुओ ने जय श्री राम के जय घोष किये। आयोजन के मुख्य यजमान, रमेश मिश्रा उमेश मिश्रा कमल मिश्रा शरद मिश्रा रंजन मिश्रा विनोद मिश्रा गौरव मिश्रा सौरव मिश्रा राजेश मिश्रा छैल बिहारी दास मानस केसरी शिवम द्विवेदी भारी संख्या में आदि भक्त जन मौजूद रहे।
अटल के सुशासन और राष्ट्र निर्माण के विचार आज भी प्रासंगिक-अमरनाथ यादव


1433 बूथो पर अटल की तस्वीरो पर माल्यार्पण व पुष्पार्चन होगे-राजेश शुक्ला अटल जन्मशताब्दी समारोह अभियान को लेकर यमुनापार जिला कार्यशाला आयोजित संजय द्विवेदी, प्रयागराज।यमुनानगर अन्तर्गत में भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई द्वारा रखी गई सुशासन की नीव गुड गवर्नेस और फील गुड के विचार आज भी देश को दिशा देने वाले है।अटल का व्यक्तित्व और कृतित्व देश-विदेश में स्वर्ण अक्षरो में अंकित है।वे एक दूरदर्शी राजनेता ही नही बल्कि संवेदनशील कवि भी थे जिन्होने भारत की पहचान को विश्वपटल पर स्थापित किया। उक्त विचार भाजपा काशी क्षेत्र के उपाध्यक्ष एवं यमुनापार जिला प्रवासी अमरनाथ यादव ने अटल स्मृति वर्ष के अन्तर्गत आयोजित अटल जन्मशताब्दी समारोह अभियान–यमुनापार जिला कार्यशाला को सम्बोधित करते हुए व्यक्त किए।कार्यक्रम शनिवार को बृजमंगल सिंह इंटर कॉलेज रामपुर करछना में आयोजित हुआ।अमरनाथ यादव ने कहा कि एनडीए के 22 दलो को साथ लेकर अटल जी ने सुशासन का कीर्तिमान स्थापित किया। चतुर्भुज परियोजना कारगिल युद्ध में विजय तथा डॉ.एपीजे अब्दुल कलाम के साथ मिलकर परमाणु परीक्षण जैसी ऐतिहासिक उपलब्धियों से उन्होंने भारत को वैश्विक शक्ति के रूप में स्थापित किया।ऐसे महापुरुष के जीवन पर गोष्ठियों का आयोजन और उन्हे नमन करना आने वाली पीढ़ियो के लिए प्रेरणास्रोत है।उन्होंने एसआईआर अभियान की समीक्षा करते हुए आवश्यक सुझाव भी दिए।विशिष्ट अतिथि एवं राष्ट्रीय परिषद सदस्य कविता पटेल ने कहा कि एसआईआर अभियान की कमियों को दूर करते हुए प्रत्येक बूथ पर अटल बिहारी वाजपेई को नमन किया जाए और कार्यकर्ता व जनप्रतिनिधि उनकी विचारधारा को जन-जन तक पहुंचाएं। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए जिलाध्यक्ष राजेश शुक्ल ने कहा कि यमुनापार के कार्यकर्ताओं ने सदैव संगठन के कार्यों को निष्ठापूर्वक सम्पन्न किया है।इस बार भी एस आई आर अभियान के साथ-साथ अटल जन्मशताब्दी समारोह को भव्य रूप से प्रत्येक बूथ पर आयोजित कर यमुनापार जिले को काशी क्षेत्र में प्रथम पायदान पर स्थापित किया जाएगा।उन्होने बताया कि जिले के 1433 बूथो पर अटल जी की तस्वीरों पर माल्यार्पण व पुष्पार्चन विधान सभा एवं जिला स्तर पर संगोष्ठी तथा प्रदर्शनी का आयोजन किया जाएगा।कार्यक्रम का संचालन संयोजक अशोक पाण्डेय ने किया तथा आभार मंडल अध्यक्ष सुखराज सिंह ने व्यक्त किया। इस अवसर पर जिला मीडिया प्रभारी दिलीप कुमार चतुर्वेदी जिला उपाध्यक्ष त्रिवेणी प्रसाद पाण्डेय ज्ञान सिंह पटेल राजेश्वरी तिवारी संतोष त्रिपाठी अजीत प्रताप सिंह जय सिंह पटेल कृष्ण दास गुप्ता प्रकाश शुक्ल प्रचंड कमलेश त्रिपाठी शिवराम सिंह परिहार राजेश धनगर राजमणि पासवान सतीश विश्वकर्मा सुधाकर पाण्डेय अरुण सिंह डॉ.देवी सिंह वीरेन्द्र शुक्ला आनंद तिवारी कुशल जैन सहित जिला- विधानसभा अभियान समिति के सदस्य एवं मंडल अध्यक्षगण उपस्थित रहे।
ठंड में गरीबो की ढाल बने विधायक बारा डॉ.वाचस्पति

250 बुजुर्गो को बांटे कम्बल समाज के अंतिम व्यक्ति तक मदद पहुंचाने का संकल्प संजय द्विवेदी, प्रयागराज।यमुनानगर अन्तर्गत में कड़ाके की ठंड में गरीब और असहाय बुजुर्गों को राहत पहुंचाने के लिए बारा विधायक डॉ.वाचस्पति आगे आए।शनिवार को तहसील परिसर में आयोजित कम्बल वितरण कार्यक्रम में उन्होने 250 से अधिक जरूरतमंद बुजुर्गो को कंबल वितरित कर मानवीय संवेदना की मिसाल पेश की।शनिवार को बारा तहसील में आयोजित कंबल वितरण कार्यक्रम के दौरान विधायक डॉ.वाचस्पति ने ठंड से जूझ रहे गरीब एवं असहाय बुजुर्गो को कंबल वितरित कर उन्हें राहत पहुंचाई। कार्यक्रम में 250 से अधिक बुजुर्गों को कंबल दिए गए जिससे उनके चेहरों पर खुशी और सन्तोष झलक उठा।इस अवसर पर विधायक डॉ. वाचस्पति ने कहा कि समाज के अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति की चिंता करना ही उनका संकल्प है।जब तक कोई भी गरीब ठंड से कांपता रहेगा तब तक उनका प्रयास निरन्तर जारी रहेगा। उन्होंने बुजुर्गो से संवाद कर उनका हालचाल जाना और हर सम्भव सहायता का भरोसा दिलाया। कार्यक्रम में प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियो की भी गरिमामयी उपस्थिति रही। उपजिलाधिकारी बारा प्रेरणा गौतम तहसीलदार रोशनी सोलंकी एसीपी बारा निकिता श्रीवास्तव नायब तहसीलदार राकेश यादव व विजय कुमार मौजूद रहे।साथ ही विधायक प्रतिनिधि विजय कुमार निषाद श्यामू मीडिया प्रभारी नीरज केसरवानी कानूनगो परमात्मा राम लेखपाल हीरा लाल सहित कई गणमान्य लोग कार्यक्रम में शामिल हुए।कार्यक्रम के समापन पर अधिकारियो और जनप्रतिनिधियो ने विधायक की इस जनकल्याणकारी पहल की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे प्रयास समाज में सकारात्मक संदेश देते है और जरूरतमन्दो के जीवन में वास्तविक बदलाव लाते है।
एडीएम व उपजिलाधिकारी ने तहसील कोरांव में सुनी जन शिकायत
जन शिकायत पर लापरवाही क्षम्य नही-सजय पाण्डेय जन समस्याओ की शिकायती प्रार्थना पत्र का अवलोकन कर निस्तारण कराकर रिपोर्ट दे-संदीप तिवारी

संजय द्विवेदी, प्रयागराज।यमुनानगर अन्तर्गत के तहसील कोरांव सभागार में तहसील समाधान दिवस एडिएम नजुल/ मुख्य राजस्व अधिकारी संजय पाण्डेय की अध्यक्षता में आयोजित हुआ।एडीएम संजय पाण्डेय व एसडीएम कोरांव संदीप तिवारी ने बारी बारी से फरियादियो की समस्याओ को सुनकर सम्बंधित विभाग के अधिकारियो को दिए आवश्यक निर्देश।उन्होंने कहा कि जन सुनवाई की समस्या पर लापरवाही क्षम्य नही होगी।एडीएम ने राजस्व निरीक्षक व लेखपाल सम्बंधित शिकायती प्रार्थना पत्र पर कहा कि शिकायती प्रार्थना पत्र का अवलोकन कर प्राथमिकता के आधार पर निस्तारण कराए। वही पुलिस सम्बंधित शिकायत को लेकर इंस्पेक्टर कोरांव राकेश कुमार बर्मा को कार्रवाई करने के लिए आदेश दिए गए और कहा कि पीड़ित परिवार को न्याय दिलवाने का कार्य पुलिस व राजस्व विभाग करे।इस दौरान कोरांव उपजिलाधिकारी संदीप तिवारी ने कहा कि किसी भी शिकायती प्रार्थना पत्र पर अगर लापरवाही मिली तो कार्रवाई की जाएगी नही तो समय सीमा जो शासन द्वारा निर्धारित है उसके अन्दर निस्तारण कराकर आख्या दे।वही तहसीलदार कोरांव विनय बरनवाल ने तहसील समाधान दिवस में शिकायती प्रार्थना पत्र का निस्तारण कराकर आख्या रिपोर्ट प्रेषित करने के लिए कहा। इस अवसर पर सहायक विकास अधिकारी(पंचायत) विवेक मिश्र व नायब तहसीलदार डैय्या राम मूरत.खण्ड शिक्षा अधिकारी मो0 रिजवान खान.खण्ड शिक्षा अधिकारी माण्ड.विधुत विभाग.शिक्षा विभाग.स्वास्थ्य विभाग.पी डब्लू डी विभाग.वन विभाग.एसाई माण्डा.एसाई खीरी.महिला दरोगा कोरांव सरिता पाल एवं थाना कोरांव के कई उपनिरीक्षक उपस्थित रहे।और सभी विभागो के अधिकारीण और कर्मचारीगण मौजूद रहे।
प्रयागराज पुस्तक मेले के दूसरे दिन उमड़ी पाठको की भीड़ धर्म-कर्म और अध्यात्म का विशेष आकर्षण
संजय द्विवेदी।प्रयागराज।कटरा स्थित द पाम्स रिसोर्ट–रॉयल गार्डन(लक्ष्मी टॉकीज के सामने)में आयोजित 11दिवसीय प्रयागराज पुस्तक मेला 2025 के दूसरे दिन शुक्रवार को पुस्तक प्रेमियों की उल्लेखनीय उपस्थिति देखने को मिली।भले ही माघ मेला आरंभ होने में अभी समय शेष है लेकिन उससे पहले ही यह पुस्तक मेला शहरवासियो और साहित्य प्रेमियो का ध्यान अपनी ओर आकर्षित कर रहा है।मेला“विजन 2047: विकसित भारत–विकसित प्रदेश” की थीम पर आधारित है।

आयोजक मनोज सिंह चंदेल ने बताया कि पुस्तक मेले में पुराने और नए लेखको की पुस्तको का समृद्ध संग्रह उपलब्ध है। विशेष रूप से धर्म कर्म और अध्यात्म से जुड़ी पुस्तको की ओर पाठको की गहरी रुचि देखी जा रही है।श्रीमद्भागवत गीता तथा विभिन्न देवी-देवताओं से सम्बंधित धार्मिक ग्रंथों के साथ-साथ आकर्षक रंगीन एवं गोल्डन पोस्टर भी स्टॉलो पर उपलब्ध है।हनुमान जी मां दुर्गा भगवान श्रीकृष्ण का बाल स्वरूप गणेश जी मां काली राम-लक्ष्मण-सीता एवं भगवान शंकर सहित अनेक देवी-देवताओ के पोस्टर मेले की शोभा बढ़ा रहे है।मेले में दीक्षा बुक्स एंड स्टेशनरी प्रयागराज द्वारा स्टेशनरी सामग्री की विस्तृत श्रृंखला प्रस्तुत की गई है। सम्यक प्रकाशन के स्टॉल पर भारत का संविधान बुद्ध की प्रतिमाएं अशोक चिन्ह तथा डायरी उपलब्ध है जबकि दिनकर पुस्तकालय भागलपुर के स्टॉल पर पुस्तको के साथ टेबल कैलेंडर भी पाठको को आकर्षित कर रहे है।एक पुस्तक स्टॉल के प्रतिनिधि ने बताया कि प्रारंभिक दिनो में पाठक अधिकतर पुस्तको को देख-समझ रहे है और जानकारी एकत्र कर रहे है जबकि आने वाले दिनो में खरीदारी में तेजी आने की संभावना है।सह-संयोजक मनीष अग्रवाल ने बताया कि पुस्तक मेले में साहित्य के साथ-साथ जन-जन के आराध्य देवी-देवताओ से संबंधित पुस्तके और पोस्टर उपलब्ध है।बच्चो के लिए कॉमिक्स कहानियां बोलने वाली पुस्तके और स्टेशनरी सामग्री है वही युवाओं और वरिष्ठ नागरिको के लिए साहित्यिक एवं धार्मिक पुस्तको का समृद्ध संग्रह मौजूद है।मेले में पुस्तको के साथ एक सांस्कृतिक मंच भी स्थापित किया गया है जहां प्रतिदिन विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। शुक्रवार को नुक्कड़ नाटक का आयोजन हुआ जबकि शनिवार को जन चेतना मंच द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी जाएंगी।उल्लेखनीय है कि इस वर्ष पुस्तक मेले में पहली बार म्युचुअल फंड शेयर बाजार और बचत से सम्बंधित पुस्तकों एवं जानकारी का एक विशेष स्टॉल भी लगाया गया है जो पाठकों के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।
बारा की नवांगतुक एसीपी निकिता श्रीवास्तव ने सम्भाला चार्ज
जनता की समस्याओं का होगा समाधान

लूट-पाट व अपराध पर होगा पूर्ण नियंत्रण:एसीपी बारा निकिता श्रीवास्तव

संजय द्विवेदी।प्रयागराज।नवांगतुक सहायक पुलिस आयुक्त(एसीपी)बारा निकिता श्रीवास्तव ने अपना कार्यभार सम्भाल लिया।एसीपी बारा कुजलता की जगह उन्होने चार्ज लेते ही सर्किल के अन्तर्गत पड़ने वाले थानो सहित क्षेत्रो की जानकारी ली। कमिश्नरेट में कानून-व्यवस्था बेहतर बनाने के लिए पुलिस आयुक्त द्वारा बीते दिनो एसीपी का स्थानांतरण किया गया।स्थानांतरण क्रम में बर्ष 2022 बैच की निकिता श्रीवास्तव ने बृहस्पतिवार शाम को एसीपी बारा का पदभार ग्रहण कर लिया।और देवरिया जनपद की मूल निवासिनी है.चार्ज ग्रहण करने के बाद एसीपी बारा निकिता श्रीवास्तव ने कहा कि उनका लक्ष्य क्षेत्र में निष्पक्ष त्वरित कार्यवाही शांति व्यवस्था स्थापित करना अपराध- अपराधियो व लूट-पाट का पूरी तरह से सफाया करना है भूमाफियाओ और महिला सम्बन्धी अपराध के खिलाफ विशेष अभियान चला कर कठोर कार्रवाई की जाएगी और जनसुनवाई कर निष्पक्ष कार्यवाही करने का प्रयास किया जाएगा।
राष्ट्रपूजा पर आधारित संगठन है आर एस एस-स्वांत रंजन
मुक्त विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ:विचार एवं व्यवहार विषय पर  राष्ट्रीय कार्यशाला

संजय द्विवेदी,प्रयागराज।उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय प्रयागराज के सरस्वती परिसर में शुक्रवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ:विचार एवं व्यवहार विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का सफल आयोजन किया गया।उद्घाटन सत्र में मुख्य वक्ता अखिल भारतीय प्रचारक प्रमुख स्वांत रंजन ने अपने सम्बोधन में कहा कि डॉ.केशव बलिराम हेडगेवार का जीवन ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का जीवन चरित्र है।उन्होने डॉ हेडगेवार की देशभक्ति स्वतंत्रता आन्दोलन में भूमिका पत्रकारिता के माध्यम से जनजागरण तथा 1925 में संघ स्थापना के उद्देश्यो पर विस्तार से प्रकाश डाला।उन्होने संघ को व्यक्तिपूजा से ऊपर उठकर राष्ट्रपूजा पर आधारित संगठन बताया तथा महिलाओ की सहभागिता हेतु राष्ट्र सेविका समिति के योगदान को रेखांकित किया।

अध्यक्षीय सम्बोधन में कुलपति प्रो. सत्यकाम ने कार्यशाला को अत्यंत प्रासंगिक बताते हुए कहा कि संघ के विचार वर्तमान सामाजिक चुनौतियो के समाधान में उपयोगी सिद्ध हो सकते है।उन्होने वंदे मातरम को राष्ट्र की आत्मा बताते हुए विश्वविद्यालय के अकादमिक प्रयासों की सराहना की।प्रथम तकनीकी सत्र में मुख्य वक्ता क्षेत्रीय धर्म जागरण प्रमुख पूर्वी उत्तर प्रदेश अभय ने भारतीय शिक्षा पद्धति ऐतिहासिक पृष्ठभूमि तथा संघ की कार्यप्रणाली पर विचार रखते हुए कहा कि संघ व्यक्ति- निर्माण के माध्यम से दीर्घकालिक राष्ट्रनिर्माण की अवधारणा पर कार्य करता है। उन्होंने संघ की शाखा प्रणाली शारीरिक–बौद्धिक–व्यवस्था वर्ग खेल गीत कहानी एवं अनुशासन आधारित प्रशिक्षण को राष्ट्रभाव जागरण का सशक्त माध्यम बताया।उन्होने बताया कि धर्म संस्कृति और राष्ट्र एक-दूसरे से अभिन्न है।

अंतिम सत्र में मुख्य वक्ता निदेशक राष्ट्रधर्म मनोज कान्त ने संघ साहित्य एवं सन्दर्भ ग्रन्थो का उल्लेख करते हुए भारतीय नवजागरण एकात्म समाज और एकात्म राष्ट्र की अवधारणा पर प्रकाश डाला। उन्होने कहा कि संघ सामाजिक आर्थिक एवं सांस्कृतिक विषयो को वर्गीय नही बल्कि राष्ट्रीय दृष्टि से देखता है तथा सेवा कार्यो के माध्यम से वैश्विक स्तर पर मानवीय मूल्यो को सशक्त करता है।कार्यशाला के कार्यक्रम समन्वयक प्रो. सत्यपाल तिवारी ने अतिथियो का स्वागत किया।कार्यशाला का संचालन डॉक्टर सोहनी देवी तथा धन्यवाद ज्ञापन प्रो.छत्रसाल सिंह ने दिया।

कार्यक्रम संयोजक प्रो.संतोषा कुमार आयोजन सचिव प्रो. आनन्दानन्द त्रिपाठी तथा सह-आयोजन सचिव डॉ. त्रिविक्रम तिवारी ने कार्यशाला में मिले मार्गदर्शन एवं सुझावो को आगामी सत्र से प्रारम्भ किए जा रहे कार्यक्रम के लिए लाभदायक बताया।कार्यशाला में समस्त विद्याशाखाओ के निदेशकगण आचार्यगण शोधार्थी एवं छात्र-छात्राओ की उल्लेखनीय उपस्थिति रही। कार्यक्रम के अन्त में विशेषज्ञो द्वारा श्रोताओ के प्रश्नो के उत्तर दिए गए।कार्यशाला राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विचार व्यवहार एवं पाठ्यक्रम को ऐतिहासिक वैचारिक एवं व्यवहारिक दृष्टि से समझने में अत्यंत उपयोगी सिद्ध हुई।

कार्यशाला का उद्देश्य राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की वैचारिक पृष्ठभूमि संगठनात्मक संरचना ऐतिहासिक विकास तथा समकालीन सामाजिक भूमिका को अकादमिक दृष्टिकोण से प्रस्तुत करना था।यह जानकारी डॉ.प्रभात चन्द्र मिश्र जन सम्पर्क अधिकारी द्वारा दिया गया।
सांस्कृतिक नवाचार सर्वागीण विकास का सशक्त माध्यम-सीमा गुप्ता।
संजय द्विवेदी।प्रयागराज।सरस्वती शिशु मन्दिर किदवई नगर अल्लापुर प्रयागराज में शिशु सभा के अंतर्गत भैया-बहनो द्वारा किए गए सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया।इस अवसर पर समाज के प्रतिष्ठित व्यवसायी एवं भारतीय सांस्कृतिक परिषद के अध्यक्ष सतीश गुप्त एवं सीमा गुप्ता वरिष्ठ प्रवक्ता मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य अतिथियों द्वारा माँ सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलन कर किया गया।प्रधानाचार्या मीरा पाठक द्वारा मुख्य अतिथियो का परिचय प्रस्तुत किया गया तथा उनका सम्मान किया गया।कार्यक्रम में भैया-बहनो द्वारा सरस्वती वंदना स्वागत गीत देशभक्ति गीत लोकनृत्य संस्कृत गीत एवं श्लोक जैसी मनमोहक प्रस्तुतियाँ दी गई।विद्यार्थियो ने अपनी कला और प्रतिभा से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया।मुख्य अतिथि ने अपने कर- कमलो से सभी भैया-बहनो को प्रशस्ति पत्र एवं उपहार प्रदान कर उनका मनोबल बढ़ाया। अपने सम्बोधन में उन्होने कहा कि ऐसे सांस्कृतिक कार्यक्रम विद्यार्थियो के सर्वागीण विकास में सहायक होते है तथा उनमें आत्मविश्वास एवं रचनात्मकता का विकास करते है।कार्यक्रम में समस्त आचार्य परिवार उपस्थित रहे।
थरवई के नवागत एसीपी अरुण पाराशर ने सम्भाला चार्ज।
जनता की समस्याओ का होगा समाधान।

व लूट-पाट व अपराध पर होगा पूर्ण नियंत्रण:एसीपी थरवई अरुण पाराशर।

संजय द्विवेदी।प्रयागराज।नवांगतुक सहायक पुलिस आयुक्त(एसीपी)थरवई अरूण पाराशर ने अपना कार्यभार सम्भाल लिया।एसीपी थरवई चन्द्रपाल सिंह की जगह उन्होंने चार्ज लेते ही सर्किल के अन्तर्गत पड़ने वाले थानो सहित क्षेत्र की जानकारी ली।इससे पहले वे 11साल तक मेडिकल अधिकारी के पद पर कार्यरत रहे। बर्ष 2023 बैच के पीपीएस अधिकारी है और आगरा जनपद के मूल निवासी है।थरवई एसीपी के रूप में पहली पोस्टिंग हुई है।चार्ज ग्रहण करने के बाद नये एसीपी थरवई अरुण पाराशर ने कहा कि उनका लक्ष्य क्षेत्र में निष्पक्ष त्वरित कार्यवाही शांति व्यवस्था स्थापित करना अपराध- अपराधियो व लूट-पाट का पूरी तरह से सफाया करना है भूमाफियाओ और महिला सम्बन्धी अपराध के खिलाफ विशेष अभियान चला कर कठोर कार्रवाई की जाएगी और जनसुनवाई कर निष्पक्ष कार्यवाही करने का प्रयास किया जाएगा।