हर नागरिक तक पहुंचेगी सुरक्षा की जानकारी, यूपी-112 का दो हफ्ते का अभियान शुरू
लखनऊ । उत्तर प्रदेश पुलिस की आपात सेवा यूपी-112 आम नागरिकों को आपात परिस्थितियों में तुरंत पुलिस सहायता उपलब्ध कराने के लिए विशेष जन-जागरूकता अभियान शुरू कर रही है। “जन-जागरूकता की बात, जन-जन के साथ” थीम पर आधारित यह अभियान 20 दिसंबर से 27 दिसंबर 2025 तक गोरखपुर जोन और आसपास के जनपदों में संचालित होगा। हर जनपद में यह अभियान दो-दो दिनों तक चलेगा यह अभियान गोरखपुर, देवरिया, कुशीनगर, महाराजगंज, बहराइच, गोंडा, बलरामपुर, श्रावस्ती, बस्ती, सिद्धार्थनगर और संतकबीरनगर में आयोजित किया जाएगा। हर जनपद में यह अभियान दो-दो दिनों तक चलेगा।अभियान का उद्देश्य आम जनता को यूपी-112 की आपात सेवाओं, महिलाओं के लिए नाइट एस्कॉर्ट सेवा और वरिष्ठ नागरिकों के लिए ‘सवेरा योजना’ जैसी सुविधाओं की जानकारी देना है। साथ ही, कोहरे में सुरक्षित वाहन संचालन, सड़क सुरक्षा नियमों का पालन, धीमी गति से वाहन चलाना और आपात स्थिति में सहायता प्राप्त करना जैसे विषयों पर भी जागरूक किया जाएगा। हर टीम में 14 सदस्य शामिल होंगे तीन विशेष प्रचार टीमों का गठन किया गया है, जिनमें हर टीम में 14 सदस्य शामिल होंगे। टीमों में 2 पुलिस अधिकारी और 12 प्रचार-प्रसार दल के सदस्य होंगे। ये टीमें स्कूल-कॉलेज, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, प्रमुख चौराहों और भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में जाकर नुक्कड़ नाटकों, एलईडी वैन, जागरूकता वीडियो और संवाद के माध्यम से लोगों को सूचित करेंगी। अभियान की शुरूआत आज इन जनपदों से होगी अभियान की शुरुआत 20 दिसंबर से गोरखपुर, बहराइच और बस्ती जनपदों में होगी। लोगों को बताया जाएगा कि आपात स्थिति में 112 पर कॉल कैसे करें, महिलाओं के लिए नाइट एस्कॉर्ट सेवा का उपयोग कैसे करें और वरिष्ठ नागरिक सवेरा योजना के तहत किस प्रकार मदद ले सकते हैं।
यूपी में भीषण ठंड और कोहरे का कहर

*50 जिलों में रेड अलर्ट, 40 जिलों में शीतदिवस की चेतावनी*

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कड़ाके की ठंड और घने कोहरे ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित कर दिया है। शुक्रवार को लगभग पूरा प्रदेश घने कोहरे की चादर में लिपटा रहा। शनिवार के लिए मौसम विभाग ने प्रदेश के 50 जिलों में अत्यधिक घने कोहरे का रेड अलर्ट जारी किया है। इसके साथ ही तराई और पूर्वी यूपी समेत करीब 40 जिलों में अत्यधिक शीतदिवस की चेतावनी दी गई है, जहां दिन के तापमान में भारी गिरावट दर्ज की जा सकती है।

आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र, लखनऊ के वरिष्ठ वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह के अनुसार, रविवार से प्रदेश में लगातार दो पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होंगे। इनके प्रभाव से दिन के तापमान में लगभग 2 डिग्री सेल्सियस तक की बढ़ोतरी होने की संभावना है। साथ ही कोहरे के घनत्व में भी कुछ हद तक कमी आ सकती है, जिससे लोगों को आंशिक राहत मिल सकती है।

शुक्रवार को वाराणसी, प्रयागराज, कानपुर सहित दिल्ली और उत्तराखंड से सटे जिलों में घने कोहरे के साथ सर्द पछुआ हवाएं चलीं। राजधानी लखनऊ समेत प्रदेश के कई इलाकों में अधिकतम तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई। कोहरे की वजह से आगरा, बरेली, कुशीनगर और गोरखपुर में सुबह के समय दृश्यता शून्य तक पहुंच गई। वहीं बहराइच में दृश्यता 20 मीटर, अलीगढ़ और फर्रुखाबाद में मात्र 30 मीटर तक दर्ज की गई, जिससे सड़क और रेल यातायात पर भी असर पड़ा।

*इन जिलों में अत्यधिक घने कोहरे का रेड अलर्ट*

मौसम विभाग ने कौशांबी, प्रयागराज, फतेहपुर, प्रतापगढ़, वाराणसी, भदोही, जौनपुर, गाजीपुर, आजमगढ़, मऊ, बलिया, देवरिया, गोरखपुर, संतकबीरनगर, बस्ती, कुशीनगर, महाराजगंज, सिद्धार्थनगर, गोंडा, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, लखीमपुर खीरी, कन्नौज, कानपुर देहात, कानपुर नगर, उन्नाव, रायबरेली, अमेठी, सुल्तानपुर, अयोध्या, अंबेडकरनगर, सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, बागपत, मेरठ, मथुरा, हाथरस, एटा, आगरा, फिरोजाबाद, मैनपुरी, इटावा, औरैया, बिजनौर, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली और पीलीभीत में अत्यधिक घने कोहरे को लेकर रेड अलर्ट जारी किया है।

*इन जिलों में शीतदिवस और दिन के तापमान में बड़ी गिरावट के आसार*

प्रतापगढ़, जौनपुर, गाजीपुर, आजमगढ़, मऊ, बलिया, देवरिया, गोरखपुर, संतकबीरनगर, बस्ती, कुशीनगर, महाराजगंज, सिद्धार्थनगर, गोंडा, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, हरदोई, उन्नाव, लखनऊ, बाराबंकी, रायबरेली, अमेठी, सुल्तानपुर, अयोध्या, अंबेडकरनगर, सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर, संभल और बदायूं में दिन के पारे में बड़ी गिरावट के साथ शीतदिवस जैसी स्थिति बनी रहने की चेतावनी दी गई है।

मौसम विभाग ने लोगों को सतर्क रहने, अनावश्यक यात्रा से बचने और ठंड से बचाव के उपाय अपनाने की सलाह दी है, खासकर सुबह और रात के समय घने कोहरे को देखते हुए विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता है।
यूपी राज्य महिला आयोग में राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन की योजनाओं पर व्यापक कार्यशाला, महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने पर जोर

लखनऊ। उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग में शुक्रवार को“राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं” विषय पर एक महत्वपूर्ण कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ. बबीता सिंह चौहान ने की। कार्यशाला का शुभारम्भ डॉ. बबीता सिंह चौहान, महिला आयोग के सदस्यगण तथा राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के संयुक्त मिशन निदेशक जनमेजय शुक्ला और उपायुक्त नीति श्रीवास्तव द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया।

महिलाओं से जुड़ी विभिन्न योजनाओं की दी जानकारी

कार्यशाला के दौरान संयुक्त मिशन निदेशक जनमेजय शुक्ला ने राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत संचालित महिलाओं से जुड़ी विभिन्न आजीविका एवं स्वरोजगार योजनाओं की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मिशन का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है। इस क्रम में लखपति महिला योजना, दुग्ध वैल्यू चेन, प्राकृतिक कृषि, नमो ड्रोन दीदी योजना, इंटीग्रेटेड फार्मिंग क्लस्टर, एफपीओ कार्यक्रम, रेशम पालन, मधुमक्खी पालन, बायो-फ्लॉक मत्स्य पालन, बकरी एवं कुकुट पालन, टेक होम राशन, प्रेरणा कैंटीन, प्रेरणा ओजस, विद्युत सखी, आजीविका ग्रामीण एक्सप्रेस योजना, बैंकिंग कॉरेस्पॉन्डेंट सखी और कमोडिटी वैल्यू चेन जैसी योजनाओं के माध्यम से महिलाओं को स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध कराए जा रहे हैं।

महिलाओं को योजनाओं से जोड़ने का किया जाए प्रयास

उन्होंने महिला आयोग के पदाधिकारियों से अपील की कि प्रदेश के विभिन्न जनपदों में आयोजित जनसुनवाई, जागरूकता चौपाल एवं महिला संवाद कार्यक्रमों के दौरान महिलाओं और बालिकाओं को इन योजनाओं से जोड़ने के लिए विशेष प्रयास किए जाएं, ताकि योजनाओं का लाभ अंतिम पंक्ति तक पहुंच सके।कार्यक्रम के द्वितीय सत्र में उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग के पदाधिकारियों की मासिक समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता करते हुए डॉ. बबीता सिंह चैहान ने मिशन शक्ति 5.0 के अंतर्गत प्रदेश के विभिन्न जनपदों में आयोजित महिला जनसुनवाई, समीक्षा बैठकों, निरीक्षण कार्यक्रमों और पोषण पंचायत कार्यक्रमों की प्रगति की विस्तार से समीक्षा की। उन्होंने निर्देश दिए कि आयोग द्वारा संचालित सभी कार्यक्रमों का उद्देश्य महिलाओं को न्याय, सुरक्षा और सशक्तिकरण का त्वरित एवं प्रभावी लाभ प्रदान करना होना चाहिए।

कार्यक्रमों को और अधिक परिणामोन्मुखी बनाने पर भी जोर दिया

बैठक में आयोग द्वारा विगत माह में किए गए कार्यों पर विचार-विमर्श करते हुए आगामी कार्यक्रमों को और अधिक परिणामोन्मुखी बनाने पर भी जोर दिया गया।इस अवसर पर उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ. बबीता सिंह चौहान के साथ आयोग की सदस्यगण हिमानी अग्रवाल, सुनीता श्रीवास्तव, अनीता गुप्ता,  अनुपमा सिंह लोधी, सुजीता कुमारी,  मीना कुमारी,  नीलम प्रभात, गीता बिंद,  गीता विश्वकर्मा, पुष्पा पाण्डेय, डॉ. प्रियंका मौर्य, ऋतु शाही, सुनीता सैनी,  एकता सिंह, अर्चना पटेल, जनक नंदिनी, प्रतिभा कुशवाह,  रेनू गौड़, संगीता जैन, वित्त एवं लेखाधिकारी  सचिन दीक्षित, संयुक्त मिशन निदेशक जनमेजय शुक्ला, उपायुक्त  नीति श्रीवास्तव सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी एवं गणमान्य पदाधिकारी उपस्थित रहे।
लखनऊ: केन्द्रीय संस्कृत विवि में लगी खादी प्रदर्शनी में उमड़ रही भीड़
लखनऊ। उत्तर प्रदेश खादी तथा ग्रामोद्योग बोर्ड के तत्वावधान में केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय, गोमती नगर, लखनऊ परिसर में आयोजित 10 दिवसीय मण्डल स्तरीय खादी एवं ग्रामोद्योगी प्रदर्शनी–2025 को आमजन का भरपूर समर्थन मिल रहा है।

यह प्रदर्शनी  18 से 27 दिसम्बर, 2025 तक आयोजित की जा रही है, जिसमें खादी, ग्रामोद्योग एवं माटीकला से जुड़े कुल 130 स्टॉल लगाए गए हैं। इन स्टॉलों के माध्यम से प्रदेश एवं देश के विभिन्न क्षेत्रों के उद्यमी अपने उत्कृष्ट एवं पारंपरिक उत्पादों की बिक्री कर रहे हैं। प्रदर्शनी के पहले दो ही दिनों में खादी एवं ग्रामोद्योग उत्पादों की बिक्री से लगभग रुपये 11.55 लाख का कारोबार दर्ज किया जा चुका है, जो योगी सरकार की स्वदेशी और आत्मनिर्भर भारत की सोच पर जनता के विश्वास को दर्शाता है।

प्रदर्शनी में कानपुर की प्रसिद्ध खादी संस्था स्वराज्य आश्रम द्वारा प्रस्तुत खादी परिधान कुर्ता, शाल, शर्ट, जैकेट, सदरी आदि को विशेष रूप से लोगों की सराहना मिल रही है और इनकी खरीदारी लगातार बढ़ रही है। इसके अतिरिक्त प्रदर्शनी में सिल्क खादी, भदोही के कालीन, भागलपुर की सिल्क साड़ियाँ, कन्नौज के इत्र, मिट्टी से बने बर्तन एवं सजावटी वस्तुएँ, प्रतापगढ़ का प्रसिद्ध आँवला मुरब्बा, वाराणसी की रेशम एवं सिल्क साड़ियाँ, राजस्थान के बीकानेरी पापड़ व नमकीन, उत्तराखण्ड के कोट, विभिन्न प्रकार की चादरें तथा हस्तकला आधारित रेडीमेड वस्त्र बिक्री हेतु उपलब्ध हैं।
12 महीने में पैसा दोगुना करने का झांसा देकर 48 लाख की ठगी, ईओडब्ल्यू ने चिटफंड कंपनी का वांछित अभियुक्त दबोचा
लखनऊ । आर्थिक अपराध अनुसंधान संगठन (EOW) उत्तर प्रदेश द्वारा अपराध की रोकथाम एवं वांछित अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए चलाए जा रहे ऑपरेशन शिकंजा के तहत बड़ी सफलता हाथ लगी है। ईओडब्ल्यू टीम ने लेघना वेब वर्ल्ड कंपनी (चिटफंड इन्वेस्टमेंट कंपनी) से जुड़े बहुचर्चित ठगी मामले में वांछित अभियुक्त शैलेन्द्र तिवारी को गिरफ्तार कर लिया है।

प्रकरण के अनुसार, वर्ष 2011 में लेघना वेब वर्ल्ड कंपनी ने कानपुर नगर में कार्यालय खोलकर जनता को 12 महीनों में जमा धन को दोगुना करने का लालच दिया। इस योजना के तहत कंपनी ने निवेशकों से करीब 48 लाख रुपये जमा कराए। वर्ष 2012 में निर्धारित अवधि पूरी होने के बाद कंपनी ने न तो धन लौटाया और न ही कोई भुगतान किया, बल्कि कार्यालय बंद कर फरार हो गई।

इस संबंध में थाना बाबूपुरवा, कानपुर नगर में मु०अ०सं० 186/2012 धारा 419, 420, 467, 468, 471, 120बी भादवि एवं 138 एनआई एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था। प्रारंभिक विवेचना के बाद शासन के निर्देश पर मामले की जांच 03 जुलाई 2012 को ईओडब्ल्यू को सौंपी गई।

ईओडब्ल्यू की विवेचना में कुल 07 अभियुक्त दोषी पाए गए, जिनमें से अब तक 03 अभियुक्तों के विरुद्ध गिरफ्तारी शेष थी। सुरागरसी-पतारसी के आधार पर ईओडब्ल्यू टीम ने 18 दिसंबर 2025 की अपराह्न कानपुर नगर से वांछित अभियुक्त शैलेन्द्र तिवारी पुत्र रामकृष्ण तिवारी, निवासी जशोदानगर, को गिरफ्तार कर लिया।

जांच में सामने आया है कि कंपनी के एजेंटों द्वारा निवेशकों से लाखों रुपये जमा कराए गए, लेकिन समय पूरा होने पर न तो रकम लौटाई गई और न ही स्कीम के अनुसार भुगतान किया गया। अभियुक्तों ने करीब 30 लाख रुपये का निवेश कराकर उसका गबन किया और कंपनी बंद कर फरार हो गए।
वीडीओ भर्ती घोटाला: 1953 पदों की परीक्षा में धांधली, ईओडब्ल्यू ने वांछित अभियुक्त अंकुर वर्मा को दबोचा

लखनऊ/अम्बेडकर नगर। आर्थिक अपराध अनुसंधान संगठन (EOW) उत्तर प्रदेश द्वारा अपराध की रोकथाम एवं वांछित अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए चलाए जा रहे अभियान ऑपरेशन शिकंजा के तहत बड़ी कार्रवाई की गई है। वीडीओ (ग्राम विकास अधिकारी) भर्ती परीक्षा 2018 में हुई व्यापक धांधली के मामले में ईओडब्ल्यू टीम ने वांछित अभियुक्त अंकुर वर्मा को गिरफ्तार कर लिया है।

प्रकरण के अनुसार, वर्ष 2018 में उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग, लखनऊ द्वारा ग्राम विकास अधिकारी (VDO), समाज कल्याण पर्यवेक्षक एवं ग्राम पंचायत अधिकारी के कुल 1953 पदों पर भर्ती परीक्षा कराई गई थी। परीक्षा की कार्यदायी संस्था टीसीएस लिमिटेड थी। परीक्षा के बाद बड़े स्तर पर धांधली की शिकायतें सामने आने पर मामले की जांच शासन द्वारा विशेष अनुसंधान दल (EOW), लखनऊ को सौंपी गई।

जांच में प्रथम दृष्टया अनियमितता और कूटरचना प्रमाणित होने पर थाना विभूतिखण्ड, लखनऊ में मुकदमा दर्ज किया गया। इसके बाद प्रकरण की विवेचना थाना एसआईटी पर मु०अ०सं० 02/2021, धारा 467, 468, 471, 477A एवं 120बी भादवि के तहत पंजीकृत कर ईओडब्ल्यू को सौंपी गई।

ईओडब्ल्यू की विवेचना में बयानों, अभिलेखों और वैज्ञानिक साक्ष्यों के आधार पर कुल 173 अभियुक्तों के विरुद्ध अपराध प्रमाणित पाया गया। इसी क्रम में ईओडब्ल्यू टीम ने 18 दिसंबर 2025 की शाम करीब 7:25 बजे वांछित अभियुक्त अंकुर वर्मा पुत्र लालता प्रसाद, निवासी बलरामपुर, थाना इब्राहिमपुर, जनपद अम्बेडकर नगर को केदारनगर क्षेत्र से गिरफ्तार किया।

जांच में सामने आया है कि आयोग के तत्कालीन अधिकारी-कर्मचारी, कार्यदायी संस्था टीसीएस लिमिटेड, अन्य संस्थाओं, दलालों और अभ्यर्थियों की मिलीभगत से लिखित परीक्षा की ओएमआर शीट्स में बड़े पैमाने पर कूटरचना की गई। अपात्र अभ्यर्थियों को अधिक अंक दिलाए गए, जबकि पात्र अभ्यर्थियों को चयन से वंचित कर दिया गया। धांधली प्रमाणित होने पर यह परीक्षा निरस्त कर दी गई थी।

इस मामले में अब तक ईओडब्ल्यू द्वारा 15 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है, जबकि शेष आरोपियों की तलाश जारी है।
कोडीन मामले पर सपा पर सीएम योगी का तीखा हमला

बोले– जांच होने दीजिए, दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा

लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र के शुभारंभ से पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को समाजवादी पार्टी और उसके अध्यक्ष अखिलेश यादव पर जोरदार हमला बोला। मीडिया से बातचीत के दौरान मुख्यमंत्री ने कोडीन फॉस्फेट तस्करी मामले को लेकर सपा पर गंभीर आरोप लगाए और कहा कि प्रदेश के लगभग हर माफिया के तार किसी न किसी रूप में समाजवादी पार्टी से जुड़े रहे हैं।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रारंभिक जांच में यह तथ्य सामने आए हैं कि एसटीएफ और उत्तर प्रदेश पुलिस की कार्रवाई में पकड़े गए कई अभियुक्तों के संबंध समाजवादी पार्टी से रहे हैं। उन्होंने कहा कि सपा पहले से ही अपनी कार्यप्रणाली के कारण बदनाम रही है और इस मामले में भी उसकी संलिप्तता उजागर होती दिखाई दे रही है। मुख्यमंत्री ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव पर तंज कसते हुए कहा कि उनकी स्थिति उस शेर जैसी है—


*“यही कसूर मैं बार-बार करता रहा,
धूल चेहरे पर थी, आईना साफ करता रहा।”*


मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन माफियाओं के साथ सपा नेताओं की तस्वीरें सामने आ रही हैं, उनसे यह स्वाभाविक है कि अवैध लेन-देन में उनकी भूमिका की भी जांच होगी। उन्होंने दो टूक कहा, “जांच होने दीजिए, दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।”

*कोडीन मामले पर सरकार का पक्ष स्पष्ट*
कोडीन फॉस्फेट मामले पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सरकार का पक्ष रखते हुए बताया कि कोडीन फॉस्फेट एनडीपीएस अधिनियम के अंतर्गत आने वाली एक औषधि है, जिसका उपयोग कोडीन-युक्त कफ सिरप के निर्माण में किया जाता है। यह सिरप गंभीर खांसी के उपचार में प्रयुक्त होता है और इसका कोटा तथा आवंटन सेंट्रल नारकोटिक्स ब्यूरो द्वारा केवल अधिकृत औषधि निर्माताओं को ही दिया जाता है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के कई स्थानों पर इस कफ सिरप का नशीले पदार्थ के रूप में दुरुपयोग किया जा रहा था। अवैध तस्करी की शिकायतें मिलने के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने सख्त कार्रवाई शुरू की। उन्होंने बताया कि यह कार्रवाई उत्तर प्रदेश पुलिस, एसटीएफ और खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन (एफएसडीए) द्वारा एनडीपीएस अधिनियम के तहत की जा रही है।

मुख्यमंत्री के अनुसार, अब तक इस मामले में बड़े पैमाने पर अवैध तस्करी का खुलासा हुआ है और कई गिरफ्तारियां भी की जा चुकी हैं। पूरे प्रकरण की निगरानी राज्य-स्तरीय एसआईटी कर रही है, जिसमें यूपी पुलिस और एफएसडीए के अधिकारी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि तस्करी से जुड़े धन के लेन-देन और अन्य महत्वपूर्ण पहलुओं की भी जांच की जा रही है और जल्द ही सभी तथ्य सामने आएंगे।

*24 दिसंबर तक चलेगा शीतकालीन सत्र*
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया कि विधानसभा का शीतकालीन सत्र शुक्रवार से शुरू होकर 24 दिसंबर तक चलेगा। उन्होंने सत्र में भाग लेने के लिए आने वाले सभी माननीय सदस्यों का स्वागत किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि सत्र के दौरान जनता से जुड़े मुद्दों पर चर्चा होगी, उत्तर प्रदेश के विकास से संबंधित विधायी कार्य आगे बढ़ाए जाएंगे और विभिन्न विभागों की अनुपूरक मांगों पर विचार किया जाएगा।

उन्होंने बताया कि राष्ट्रगीत ‘वंदे मातरम्’ के 150 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर विधानसभा में विशेष चर्चा आयोजित की जाएगी और इसके रचयिता बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय के प्रति आभार व्यक्त किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश की स्थापना-तिथि और ‘वंदे मातरम्’ को संविधान के अनुसार मान्यता दिए जाने की अधिसूचना की तिथि एक ही है, जिससे यह चर्चा और भी महत्वपूर्ण हो जाती है।

*सरकार हर मुद्दे पर चर्चा को तैयार*
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सर्वदलीय बैठक में सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि वह सभी मुद्दों पर चर्चा कराने के लिए पूरी तरह तैयार है। उन्होंने कहा कि सरकार विकास से जुड़े विषयों पर सकारात्मक दृष्टिकोण रखती है और सत्र के सुचारु संचालन के लिए सभी दलों के सहयोग की अपेक्षा करती है।

मुख्यमंत्री ने बताया कि सरकार चाहती थी कि सत्र अधिक दिनों तक चले, लेकिन अधिकांश जनप्रतिनिधि मतदाता सूची के विशेष पुनरीक्षण कार्यक्रम में व्यस्त हैं, जो लोकतंत्र की शुचिता और पारदर्शिता के लिए आवश्यक है। इसी कारण सत्र की अवधि 24 दिसंबर तक निर्धारित की गई है। उन्होंने विश्वास जताया कि यह शीतकालीन सत्र उत्तर प्रदेश विधानमंडल और राज्य के विकास की दिशा में महत्वपूर्ण सिद्ध होगा।
शोक संवेदना के बाद यूपी विधानसभा सोमवार तक के लिए स्थगित

लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानमंडल का सत्र शुक्रवार को शुरू हुआ। दोनों सदनों विधानसभा और विधान परिषद की कार्यवाही सुबह 11 बजे शुरू हुई। वंदे मातरम गायन के साथ विधानसभा की कार्यवाही शुरू होते ही नेता सदन मुख्यमंत्री योगी सदन में विधायक सुधाकर सिंह के निधन पर शोक प्रस्ताव रखा।

सुधाकर सिंह मऊ जिले से तीसरी बार चुनकर विधान सभा पहुंचे थे

सभी दलीय नेताओं ने शोक व्यक्त किया और सदन की कार्यवाही 22 दिसंबर यानि की सोमवार की सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित हो गयी।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सदन में कहा कि सुधाकर सिंह मऊ जिले से तीसरी बार चुनकर विधान सभा पहुंचे थे। वह लोकतंत्र सेनानी भी थे। समाज सेवा में उनका योगदान रहा है। उनका असमय जाना समाज के लिए अपूरणीय क्षति है।

वह हर समय समाज की सेवा में लगे रहते थे

नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय ने कहा कि वह युवा अवस्था से संघर्ष करते रहे। वह हर समय समाज की सेवा में लगे रहते थे। यही वजह है कि तीसरी बार जब चुनाव जीत कर आये तो बहुत बड़ी जीत थी। वह हमारी पार्टी के नेता थे। उनके निधन से हमारी पार्टी की छति हुई है। हम सब उनके परिजनों के प्रति अपनी गहरी शोक संवेदना व्यक्त करता हूँ।कांग्रेस पार्टी की नेता आराधना मिश्रा मोना, निषाद पार्टी के डॉ. संजय निषाद, बहुजन समाज पार्टी के नेता उमाशंकर सिंह समेत अन्य दलों के नेताओं ने दिवंगत विधायक सुधाकर सिंह को याद किया।
कोडिन कफ सिरप प्रकरण विरोध में सपा विधायक पोस्टर लेकर पहुंचे विधानसभा

लखनऊ । उत्तर प्रदेश विधान मंडल का शीतकालीन सत्र शुरू होने से पहले शुक्रवार पूर्वाह्न समाजवादी पार्टी के विधायक कोडिन कफ सिरप प्रकरण में सरकार का विरोध करते नजर आए। सपा के विधायक सरकार के विरोध में कोई पोस्टर लेकर तो कोई साइकिल से पहुंचे।प्रतिबंधित कोडिन कफ सिरप की तस्करी के मामले में समाजवादी पार्टी के विधायक मुकेश वर्मा के बाद विधायक बृजेश यादव भी कोडिंग तस्करी के आरोपितों पर कार्रवाई की मांग को लेकर पोस्टर पहन कर पहुंचे।

आशुतोष सिंह का आरोप है कि इसमें बड़े लोग शामिल

वाराणसी से सपा एमएलसी आशुतोष सिन्हा साइकिल पर कफ सिरप की शीशी के कट आउट को लेकर विधानसभा पहुंचे। आशुतोष सिंह का आरोप है कि इसमें बड़े लोग शामिल हैं। पहले कालीन भैया सुनते थे अब कोडिन भैया आ गए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि उन पर सरकार कार्रवाई नहीं कर रही है। बुलडोजर दिखाई नहीं पड़ रहा।
विधानसभा शीतकालीन सत्र-2025: 19 से 24 दिसंबर तक अभेद्य सुरक्षा घेरा, ATS–PAC कमांडो तैनात


लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधान मंडल का तृतीय (शीतकालीन) सत्र 19 दिसंबर 2025 से प्रारंभ होकर 24 दिसंबर 2025 तक चलेगा। सत्र के दौरान माननीय मुख्यमंत्री, मंत्रियों और विधायकों की सुरक्षा के साथ-साथ सदन की कार्यवाही को शांतिपूर्ण व निर्बाध रूप से संपन्न कराने के लिए पुलिस प्रशासन ने व्यापक और अभेद्य सुरक्षा व्यवस्था लागू की है।

संपूर्ण विधान भवन और आसपास के क्षेत्रों को सुरक्षा की दृष्टि से 04 जोन और 10 सेक्टर में विभाजित किया गया है। प्रत्येक जोन की कमान अपर पुलिस उपायुक्त स्तर के अधिकारियों के पास होगी, जबकि सेक्टरों की जिम्मेदारी सहायक पुलिस आयुक्त स्तर के अधिकारी संभालेंगे। सुरक्षा को चार स्तरीय घेरों— आइसोलेशन कोर्डन, इनर कोर्डन, आउटर कोर्डन और आउटर मोस्ट कोर्डन—में विभाजित किया गया है।

सत्र के दौरान कानून-व्यवस्था और यातायात व्यवस्था बनाए रखने के लिए भारी पुलिस बल की तैनाती की गई है। इसमें 04 अपर पुलिस उपायुक्त और 11 सहायक पुलिस आयुक्त शामिल हैं। विशेष सुरक्षा के तहत पीएसी/आरआरएफ की 06 कंपनियाँ और एटीएस की 03 विशेष कमांडो टीमें तैनात रहेंगी।

खुफिया और तकनीकी सुरक्षा को मजबूत करने के लिए एलआईयू की सादे कपड़ों में तैनाती, 18 डोर फ्रेम मेटल डिटेक्टर (DFMD), 02 बम निरोधक दस्ते (BDDS), एंटी-माइन टीम और चेक टीमें लगातार सक्रिय रहेंगी।

यातायात व्यवस्था को नियंत्रित करने के लिए 14 निरीक्षक, 68 उप-निरीक्षक, कुल 218 मुख्य आरक्षी व आरक्षी तथा 67 होमगार्ड लगाए गए हैं। कुल मिलाकर सुरक्षा व्यवस्था में 32 निरीक्षक, 286 उप-निरीक्षक, 27 महिला उप-निरीक्षक, 713 मुख्य आरक्षी व आरक्षी, 140 महिला आरक्षी और 67 होमगार्ड तैनात रहेंगे।

पुलिस प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि सत्र अवधि के दौरान किसी भी तरह की अव्यवस्था या सुरक्षा चूक को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और पूरे क्षेत्र में सतर्क निगरानी बनाए रखी जाएगी।