मुक्त विश्वविद्यालय में आर एस एस के विचार एवं व्यवहार पर राष्ट्रीय कार्यशाला आज
संजय द्विवेदी।प्रयागराज।उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय प्रयागराज के समाज विज्ञान विद्याशाखा के तत्वावधान में शुक्रवार 19 दिसम्बर 2025 को पूर्वाह्न 11:00 बजे सरस्वती परिसर स्थित अटल प्रेक्षागृह में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ:विचार एवं व्यवहार विषय पर एक राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन सुनिश्चित हुआ है। आयोजन सचिव प्रोफेसर आनन्दानन्द त्रिपाठी ने बताया कि उक्त कार्यशाला में मुख्य वक्ता के रूप में अखिल भारतीय क्षेत्र प्रचारक प्रमुख स्वांत रंजन क्षेत्रीय धर्म जागरण प्रमुख पूर्वी उत्तर प्रदेश अभय एवं राष्ट्रधर्म के निदेशक मनोज कांत होंगे।कार्यशाला की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सत्यकाम करेगे।कार्यक्रम की सफलता के लिए विश्वविद्यालय स्तर पर समन्वयक प्रोफेसर सत्यपाल तिवारी संयोजक प्रोफेसर संतोषा कुमार आयोजन सचिव प्रोफेसर आनन्दानन्द त्रिपाठी एवं सह-आयोजन सचिव डॉ. त्रिविक्रम तिवारी की समिति गठित की गयी है।कार्यशाला के अन्तर्गत विशिष्ट वक्ताओ द्वारा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विचार एवं व्यवहार के सन्दर्भ में जानकारी प्रदान की जाएगी। उल्लेखनीय है कि इसी विषय पर उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय आगामी जनवरी 2026 सत्र से एक पाठ्यक्रम भी प्रारम्भ करने वाला है।जिसकी घोषणा कुलपति प्रोफेसर सत्यकाम ने इसी वर्ष गांधी जयन्ती के अवसर पर की है।उक्त कार्यशाला में इस पाठ्यक्रम के लेखन से संबंधित शिक्षकों के साथ-साथ विश्वविद्यालय एवं देश के अन्य शिक्षण संस्थानो के शिक्षक शिक्षार्थी एवं अन्य गणमान्य अतिथि प्रतिभाग करेंगे।
जीजीआईसी की छात्राओं ने किया मुक्त विश्वविद्यालय का शैक्षिक भमण

संजय द्विवेदी।प्रयागराज।उत्तर प्रदेश सरकार के अत्यंत महत्वपूर्ण मिशन समग्र शिक्षा अभियान के अन्तर्गत राजकीय माध्यमिक विद्यालयो की छात्राओ को उच्च शैक्षिक तकनीकी प्रबन्धन संस्थानो एवं विश्वविद्यालय में भ्रमण की योजना के क्रम में बृहस्पतिवार को राजकीय बालिका इण्टर कॉलेज बिहार प्रतापगढ़ की 100 छात्राओ ने प्रधानाचार्य मनीषा रावत के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय का शैक्षिक भ्रमण किया।जिसमें उन्होंने मुक्त विश्वविद्यालय की शैक्षिक कार्य प्रणाली को विस्तार से समझा। इस शैक्षिक भ्रमण का संयोजन प्रोफेसर देवेश रंजन त्रिपाठी द्वारा किया गया।सर्वप्रथम समस्त छात्राओं को पांच समूह में वर्गीकृत किया गया।विश्वविद्यालय की ओर से प्रत्येक समूह का नेतृत्व मार्गदर्शन क्रमशःसहायक आचार्य डॉ0 नीता मिश्रा डॉ0 सफीना समावी डॉ0 दीपशिखा श्रीवास्तव डॉ0 कामना यादव डॉ सुमन सिंह डॉ सुषमा सिंह तथा सौम्या तिवारी द्वारा किया गया।राजकीय विद्यालय की ओर से प्रत्येक समूह के साथ उनकी शिक्षक अपर्णा त्रिपाठी निशा पाण्डेय अवंतिका रेनू सिंह ने अपना सह नेतृत्व प्रदान किया।विश्वविद्यालय आगमन पर समूह का स्वागत प्रो0 देवेश ने किया तथा भ्रमण सम्बन्धी आवश्यक दिशा निर्देश सभी को प्रदान किया।कुलसचिव कर्नल विनय कुमार ने विश्वविद्यालय की गतिविधियो से छात्राओं को अवगत कराया।शैक्षिक भ्रमण के दौरान सभी ने विश्वविद्यालयके गंगा परिसर स्थित मीडिया सेल प्रवेश अनुभाग स्वअध्ययन सामग्री प्रकोष्ठ परीक्षा विभाग आदि के सम्बन्ध में विशेष सूचनाएँ प्राप्त की।इस परिसर में उन्होंने कुलपति कार्यालय कुलसचिव कार्यालय वित्त अधिकारी कार्यालय तथा परीक्षा नियंत्रक कार्यालय की विभिन्न गतिविधियों को समझा।भ्रमण के द्वितीय चरण में समूह सरस्वती परिसर स्थित विद्याशाखाओं में गये जहाँ संबंधित निदेशकों तथा अध्यापकों ने विभिन्न कार्यक्रमो और कोर्साे के सम्बन्ध में विस्तार से सूचनाएं उपलब्ध कराई।निदेशक आंतरिक गुणवत्ता सुनिश्चियन प्रकोष्ठ प्रोफेसर आशुतोष गुप्ता ने भ्रमण दल के बीच शिक्षको को मुक्त शिक्षा संचालन के विभिन्न गुणात्मक पहलुओ की जानकारी देते हुए उन्हें भी अपने कैरियर अभिवर्धन में मुक्त विश्वविद्यालय से जुड़ने का संबल प्रदान किया।भ्रमण के तीसरे चरण में छात्राओ और अध्यापकों ने विश्वविद्यालय के पुस्तकालय का अवलोकन कर विभिन्न पुस्तको के सम्बन्ध में अपनी जिज्ञासाओ को शांत किया तथा भविष्य में वह भी इस पुस्तकालय का उपयोग करने की इच्छा व्यक्त की।अंत में भ्रमण दल सरस्वती परिसर स्थित अटल सभागार में इकट्ठा हुए जहां प्रवेश प्रभारी प्रोफेसर जेपी यादव ने विश्वविद्यालय की सरलतम प्रवेश प्रणाली से सभी को अवगत कराया।तत्पश्चात परीक्षा नियंत्रक प्रोफेसर गिरीश कुमार द्विवेदी ने विश्वविद्यालय की लचीली एवं गुणवत्ता परक परीक्षा प्रणाली को समूह के साथ साझा किया।अंतिम पड़ाव में छात्राओं और शिक्षको ने अपनी जिज्ञासाओ को प्रस्तुत किया जिसका समाधान प्रोफेसर देवेश रंजन त्रिपाठी द्वारा करते हुए सभी को विश्वविद्यालय आने पर धन्यवाद दिया एवं कुलपति के प्रति आभार प्रकट करते हुए शैक्षिक भ्रमण को समाप्त किया।
प्रशिक्षण शिविर में पुलिस कर्मियो को माघ मेले की महत्वपूर्ण जानकारी से किया जा रहा ब्रीफ

संजय द्विवेदी।प्रयागराज।रिजर्व पुलिस लाइन्स माघ मेला के त्रिवेणी सभागार में आयोजित प्रशिक्षण शिविर के प्रथम कालांश में उपस्थित अधिकारियो/कर्मचारियो को यातायात उपनिरीक्षक अवधेश कुमार सिंह के द्वारा माघ मेला क्षेत्र में पाण्टून पुलों/मुख्य चौराहे/तिराहे पर आवागमन एवं पार्किंग स्थलो के सम्बन्ध में सभी को अवगत कराया गया एवं द्वितीय कालांश में प्रभारी निरीक्षक परेड अतुल कुमार सिंह के द्वारा बताया गया कि साइबर फ्राड ऑनलाइन बैंकिंग सोशल मीडिया मोबाइल ऐप के जरिये कैसे होता है एवं साइबर फ्रॉड से बचने के लिए हर प्रकार से सतर्क कैसे रहे किसी सूचना पर बिना सलाह के आगे कदम न बढ़ाये जैसी अनेक जानकारियां के सम्बन्ध मे विस्तृत जानकारी दी गई एवं प्रशिक्षण के अंतिम कालांश मे फायरमैन आरक्षी पिरत पाल सिंह के द्वारा आपदा प्रबंधन जैसे मेला क्षेत्र में आग लगने कि स्थिति पर आपातकालीन योजना को कैसे लागू किया जाये महत्वपूर्ण जानकारी से सभी को अवगत कराया गया ।प्रशिक्षण के दौरान उपस्थित सभी थाना प्रभारी/शाखा प्रभारी व अन्य कर्मचारीगणो का अपर पुलिस अधीक्षक/नोडल पुलिस अधिकारी माघ मेला विजय आनन्द ने आभार व्यक्त किया।
किताबो को दोस्त बनाएं: न्यायमूर्ति ऑनलाइन ई-लाइब्रेरी विकसित करने के लिए प्रकाशको को सुझाव

11 दिवसीय प्रयागराज पुस्तक मेले का भव्य शुभारम्भ संजय द्विवेदी।प्रयागराज।विकसित भारत– विकसित प्रदेश”की थीम पर आधारित 11 दिवसीय प्रयागराज पुस्तक मेला 2025 का शुभारंभ गुरुवार को द पाम्स रिसोर्ट–रॉयल गार्डन कटरा(लक्ष्मी टॉकीज के सामने)प्रयागराज में हुआ। उद्घाटन मुख्य अतिथि माननीय न्यायमूर्ति सिद्धार्थ नन्दन न्यायाधीश इलाहाबाद उच्च न्यायालय द्वारा फीता काटकर किया गया।इस अवसर पर न्यायमूर्ति सिद्धार्थ नन्दन ने अपने उद्बोधन में कहा कि सोशल मीडिया का अपना महत्व है लेकिन पुस्तको के बिना बौद्धिक विकास अधूरा है।पुस्तके न केवल हमारी भाषा और व्याकरण को सुदृढ़ करती हैं, बल्कि शब्द-भंडार और सोचने की क्षमता को भी समृद्ध बनाती है।उन्होंने युवाओ से अपील की कि वे पुस्तको को अपना मित्र बनाएं और नियमित पठन को जीवन का हिस्सा बनाएं।साथ ही उन्होंने प्रकाशकों को पुस्तको को ऑनलाइन ई-लाइब्रेरी के रूप में विकसित करने का सुझाव देते हुए कहा कि इससे ज्ञान का प्रसार और अधिक व्यापक स्तर पर हो सकेगा।आयोजक मंडल की ओर से मुख्य अतिथि को स्मृति-चिह्न स्वरूप पुस्तक भेंट की गई।इसके पश्चात न्यायमूर्ति ने मेले में लगे विभिन्न पुस्तक स्टॉलों का अवलोकन किया और प्रकाशको से संवाद कर उनके प्रयासो की सराहना की।रॉयल गार्डन के निदेशक अर्जुन अग्रवाल ने कहा कि प्रयागराज जैसे ऐतिहासिक और सांस्कृतिक शहर में पुस्तक मेले का आयोजन गर्व का विषय है। रॉयल गार्डन इस तरह के ज्ञानवर्धक आयोजनो के लिए सदैव सहयोग करता रहेगा।पुस्तक मेले के आयोजक मनोज सिंह चंदेल ने बताया कि यह मेला पाठको लेखको विद्यार्थियों और साहित्य प्रेमियो के लिए एक समृद्ध मंच है जहाँ देशभर के प्रतिष्ठित प्रकाशक और साहित्यिक संस्थान अपनी श्रेष्ठ पुस्तकों के साथ उपस्थित है।मेले में बाल साहित्य शैक्षणिक पुस्तके प्रतियोगी परीक्षाओं की सामग्री इतिहास संस्कृति दर्शन और समसामयिक विषयो पर आधारित पुस्तको का विशाल संग्रह उपलब्ध है सह-आयोजक मनीष गर्ग ने जानकारी दी कि मेले में भारतीय ज्ञानपीठ सस्ता साहित्य मंडल सेतु प्रकाशन हिन्द युग्म राजकमल प्रकाशन राजपाल एण्ड संस वाणी प्रकाशन लोकभारती सम्यक प्रकाशन बुकवाला (गर्ग ब्रदर्स) सहित अनेक राष्ट्रीय एवं स्थानीय प्रकाशक भाग ले रहे है।यह पुस्तक मेला आम जनता के लिए पूरी तरह निःशुल्क है।इस अवसर पर रोटरी प्रयागराज प्लैटिनम के अध्यक्ष डॉ.प्रतीक पाण्डेय एवं सचिव सी.ए.संजय तलवार ने कहा कि पुस्तक मेला समाज में अध्ययन और बौद्धिक विकास की संस्कृति को मजबूत करता है। रोटरी ऐसे शैक्षिक एवं साहित्यिक आयोजनो के लिए सदैव सहयोगी रहेगा।प्रयागराज पुस्तक मेला के निदेशक आकर्ष चन्देल एवं शुभम अग्रवाल ने मेले की व्यवस्थाओ की जानकारी देते हुए बताया कि पाठकों की सुविधा और सांस्कृतिक कार्यक्रमो पर विशेष ध्यान दिया गया है।सिविल लाइन्स व्यापार मंडल के अध्यक्ष सुशील खरबन्दा एवं महामंत्री शिव शंकर सिंह ने कहा कि इस प्रकार के आयोजन न केवल साहित्यिक चेतना को बढ़ावा देते है बल्कि शहर की सांस्कृतिक और आर्थिक गतिविधियो को भी गति प्रदान करते है।मेले के सफल आयोजन पर सभी अतिथियों ने आयोजको को बधाई दी और अधिक से अधिक लोगो से पुस्तक मेले में सहभागी बनने का आह्वान किया।आयोजक:मनोज सिंह चन्देल सह-आयोजक:मनीष गर्ग
पीएसी स्थापना दिवस:खेल प्रतियोगिता का आयोजन
संजय द्विवेदी प्रयागराज।पीएसी स्थापना दिवस के शुभ अवसर पर वाहिनी सेनानायक सर्वेश कुमार मिश्र(आईपीएस) के कुशल निर्देशन एवं मुख्य अतिथि डीसीपी नगर प्रयागराज मनीष सांडिल्य (आईपीएस)की गरिमामयी उपस्थिति में वॉलीबॉल रस्सा-कस्सी तथा क्रिकेट खेल प्रतियोगिता का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया।उक्त अवसर पर वाहिनी के जवानो व रिक्रूट्स आरक्षी के द्वारा वॉलीबॉल रस्सा-कस्सी तथा क्रिकेट प्रतियोगिताओ में प्रतिभाग किया गया।खेल प्रतियोगिताके दौरान प्रतिभागियो ने उत्कृष्ट खेल प्रदर्शन टीम भावना एवं अनुशासन का परिचय दिया। कार्यक्रम के समापन पर विजेता एवं उपविजेता टीमो की सराहना तथा पुरस्कृत किया गया।इस अवसर पर सहायक सेनानायक प्रथम अब्दुल रज्जाक सहायक सेनानायक द्वितीय ज्योत्सना मिश्र शिविरपाल राकेश कुमार शर्मा सूबेदार सैन्य सहायक विजय सिंह व वाहिनी के अन्य अधिकारीगण/कर्मचारी/आरटीसी प्रशिक्षु उपस्थित रहे।
प्रयागराज में संत कवि तिरुवल्लुवर की मूर्ति का ऐतिहासिक अनावरण। काशी–तमिल संगमम के माध्यम से साकार हुई एक भारत–श्रेष्ठ भारत की भावना।
संजय द्विवेदी प्रयागराज।ऐतिहासिक एवं गौरवपूर्ण क्षण रहा जब प्रयागराज के जंक्शन के सामने चौराहे पर महान सन्त कवि तिरुवल्लुवर की मूर्ति का भव्य अनावरण उत्तर प्रदेश सरकार के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य द्वारा अपने कर- कमलो से किया गया।यह अनावरण पहली बार प्रयागराज में सम्पन्न हुआ जिसने उत्तर एवं दक्षिण भारत के बीच सांस्कृतिक वैचारिक एवं भाषाई एकता को एक नया आयाम दिया।इस अवसर पर आयोजित काशी–तमिल संगमम कार्यक्रम के अन्तर्गत दक्षिण भारत से पधारे 275 तमिल अतिथि प्रयागराज नगर निगम एवं नगरवासियो द्वारा मिले आत्मीय आतिथ्य और सम्मान से अत्यन्त गदगद एवं भावविभोर नजर आए।अतिथियो ने इसे अपने संत कवि के प्रति प्राप्त ऐतिहासिक सम्मान बताया और प्रयागराज को सदा स्मरणीय बताया।महापौर उमेश चन्द्र गणेश केसरवानी के नेतृत्व में प्रयागराज नगर निगम द्वारा आयोजित इस भव्य कार्यक्रम में प्रयागराज के1,000 से अधिक स्थानीय नागरिको की भी सक्रिय सहभागिता रही। आयोजन के दौरान उत्तर और दक्षिण भारत की भाषाओ संस्कृति एवं परम्पराओ का अनुपम संगम देखने को मिला।उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने अपने उद्बोधन में कहा - कि संत कवि तिरुवल्लुवर की शिक्षाएँ मानवता नैतिकता और सामाजिक समरसता की अमूल्य धरोहर है।प्रयागराज जैसी सांस्कृतिक नगरी में उनकी मूर्ति का अनावरण राष्ट्र की एकात्मता को और अधिक मजबूत करेगा।ऐसे आयोजन एक भारत–श्रेष्ठ भारत की भावना को सशक्त बनाते है।महापौर उमेश चन्द्र गणेश केसरवानी ने कहा कि प्रयागराज सदैव से ज्ञान आस्था और संस्कृति की भूमि रही है। काशी–तमिल संगमम के माध्यम से तमिल अतिथियो का स्वागत करना नगर निगम प्रयागराज के लिए गौरव का विषय है।संत कवि तिरुवल्लुवर जी की मूर्ति आने वाली पीढ़ियो को नैतिक मूल्यो एवं राष्ट्रीय एकता की प्रेरणा देती रहेगी।कार्यक्रम में विधायकगण पार्षदगण प्रयागराज तथा बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।पूरे आयोजन के दौरान हिन्दी एवं तमिल भाषाओ का भावनात्मक समन्वय देखने को मिला जिसने भाषाई विविधता में एकता का संदेश दिया।संस्कृति भाषा विचार और राष्ट्रबोध का यह ऐतिहासिक संगम प्रयागराज के इतिहास में एक स्वर्णिम अध्याय के रूप में सदैव स्मरणीय रहेगा।इस दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ वी के सिंह विधायक दीपक पटेल गुरु प्रसाद मौर्य विधान परिषद सदस्य सुरेन्द्र चौधरी जिलाध्यक्ष महानगर संजय गुप्ता गंगापार निर्मला पासवान यमुनापार राजेश शुक्ला क्षेत्रीय उपाध्यक्ष अवधेश चन्द्र गुप्ता प्रयागराज चीफ वार्डन अनिल गुप्ता अन्नू महिला आयोग की सदस्या गीता विश्वकर्मा वरिष्ठ समाजसेवी राम जी केसरवानी नगर निगम कार्यदायी सस्था सीएनडीएस के अधिशासी अभियंता रोहित राणा पार्षद गुण सुनीता दरबारी किरण जयसवाल राजू शुक्ला कुसुम लता गुप्ता नीरज गुप्ता सुनीता चोपड़ा रणविजय सिंह डब्बू मयंक यादव सुरेन्द्र यादव सियाराम मौर्य आशीष गुप्ता अशोक सिंह राकेश बहादुर सिंह लल्ले सिंह गिरी शंकर प्रभाकर वरुण केसरवानी अपूर्वा चन्द्रा गौरव गुप्ता बीरू सोनकर आभा मधुर गिरीजेश मिश्रा राजन शुक्ला विवेक अग्रवाल हरीश केसरवानी अमर सिंह हिमालय सोनकर अरुण चौहान अमित गुप्ता विजय सिंह रोहित विश्वकर्मा मनोज मिश्रा रॉबिन साहू जयवर्धने त्रिपाठी मुकेश जोशी राजेश मिश्रा आदि पार्टी के सैकड़ो कार्यकर्ता एवं स्थानीय नागरिकगण उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने डीआईजी होमगार्ड पीयूषकांत को राष्ट्रपति पदक से किया सम्मानित।

संजय द्विवेदी प्रयागराज।होमगार्ड स्थापना दिवस के अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमन्त्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के होमगार्ड विभाग में उत्कृष्ट सेवाएं देने वाले अधिकारी को सम्मानित किया।पूर्वी जोन प्रयागराज के डीआईजी होमगार्ड पीयूष कान्त को उनकी सराहनीय सेवाओ के लिए राष्ट्रपति पदक प्रदान कर सम्मानित किया गया।मुख्यमंत्री द्वारा सम्मान प्राप्त करते ही होमगार्ड विभाग के अधिकारियो एवं जवानो में हर्ष की लहर दौड़ गई।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सम्मान समारोह के दौरान कहा कि होमगार्ड विभाग आपदा प्रबन्धन कानून-व्यवस्था धार्मिक आयोजनों एवं जनसुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।विभाग के अधिकारी एवं जवान विषम परिस्थितियो में भी निस्वार्थ भाव से सेवा करते है।राष्ट्रपति पदक से सम्मानित डी आई जी पीयूष कांत ने अपने कर्तव्यनिष्ठ आचरण अनुशासन और नेतृत्व क्षमता से विभाग की गरिमा को बढ़ाया है।डीआईजी होमगार्ड पीयूष कांत ने वर्ष 1997 में होमगार्ड विभाग में जिलाकमाडेन्ट के पद पर कार्यभार ग्रहण किया था। इसके पश्चात उन्होने विभिन्न महत्वपूर्ण पदो पर रहते हुए विभागीय कार्यो को कुशलता से संपादित किया।वर्तमान में पूर्वी जोन प्रयागराज में डीआईजी होमगार्ड के पद पर कार्यरत हैं और उनके मार्गदर्शन में जोन में होमगार्ड की कार्यप्रणाली को नई दिशा मिली है।डी आई जी पीयूष कांत मूल रूप से कानपुर नगर के निवासी है।अपने लम्बे सेवाकाल के दौरान उन्होने प्रशिक्षण अनुशासन एवं अन्य विभागीय कार्यों व आयोजनो की व्यवस्थाओं में उल्लेखनीय योगदान दिया है।उनकी सेवाओ को देखते हुए भारत सरकार द्वारा उन्हे राष्ट्रपति पदक से नवाजा गया है जो न केवल उनके लिए बल्कि पूरे होमगार्ड विभाग के लिए गौरव की बात है।इस अवसर पर वरिष्ठ अधिकारी होमगार्ड के जवान एवं अन्य गणमान्य लोग राष्ट्रपति पदक सम्मान समारोह में उपस्थित रहे।
जिलाधिकारी ने माघ मेला क्षेत्र का भ्रमण करते हुए तैयारियो का लिया जायजा.कार्यो को शीघ्रता से पूर्ण कराये जाने के दिए निर्देश।
संजय द्विवेदी प्रयागराज।जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने मंगलवार को माघ मेलाधिकारी ऋषिराज के साथ मेला क्षेत्र का भ्रमण करते हुए मेले की बसावट हेतु की जा रही तैयारियो का जायजा लिया तथा सम्बंधित अधिकारियो को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए है। जिलाधिकारी ने आचार्य बाड़ा दण्डीबाड़ा खाकचौक सहित अन्य क्षेत्रो एवं ओल्ड जीटी मार्ग का निरीक्षण किया और वहां पर चल रहे समतलीकरण सड़क बनाने हेतु चकर्ड प्लेट बिछाने विद्युतीकरण पेयजल आपूर्ति व सीवर लाइन बिछाने का कार्य विद्युत विभाग की एचटी व एलटी लाइन खीचने का कार्य एवं घाटो के निर्माण एवं उनके कटाव निरोधक कार्य का स्थलीय निरीक्षण कर कार्यो की भौतिक प्रगति का जायजा लिया।उन्होने पीडब्लूडी विद्युत जल निगम स्वास्थ्य विभाग के सम्बंधित अधिकारियो को मैनपॉवर शिफ्ट व आवश्यक संसाधन बढ़ाकर कार्य की प्रगति में तेजी लाये जाने एवं सभी व्यवस्थाये शीघ्रता से सुनिश्चित कराये जाने के निर्देश दिए है।तत्पश्चात जिलाधिकारी ने नागवासुकी मंदिर के सामने नाले के पानी की जिओट्यूब के माध्यम से शोधन हेतु की जा रही व्यवस्था का निरीक्षण करते हुए कार्यों को शीघ्रता से पूर्ण कराये जाने निर्देश दिए है।इस अवसर पर डीसीपी टैफिक नीरज कुमार पाण्डेय अपर मेलाधिकारी दयानंद प्रसाद उपजिलाधिकारी विवेक शुक्ला अभिनव पाठक अधिशासी अभियन्ता पीडब्लूडी सुरेन्द्र कुमार अधिशासी अभियंता जल निगम आशुतोष सहित अन्य सम्बंधित विभागो के अधिकारीगण उपस्थित रहे।
उत्कृष्ट साहित्य जीवन के स्वर्णिम द्वार खोलने में सहायक:डॉ अंशुल।

शब्द और सृजनकार सदैव अमर रहता है:डॉ वागीश।

वरिष्ठ साहित्यकार जटाशंकर प्रियदर्शी को साहित्यकार सत्कार:आपके द्वार योजना में मिला साहित्य रत्न सम्मान।


संजय द्विवेदी प्रयागराज।उत्कृष्ट साहित्य सर्जक की लेखनी से निसृत विचार शब्दो के रूप में जीवन के स्वर्णिम द्वार खोलने में सहायक होता है जो मनुष्य को उर्जावान बनाए रखता है।उपरोक्त उद्गार सुप्रसिद्ध साहित्यकार डॉ शम्भूनाथ त्रिपाठी अंशुल ने उस समय व्यक्त किए जब वह साहित्यांजलि प्रकाशन द्वारा साहित्यकार सत्कार आपके द्वार योजना में रसूलाबाद संजय चौराहे के पास मशहूर कवि साहित्यकार जटाशंकर प्रियदर्शी के आवास पर अध्यक्षीय उद्बोधन कर रहे थे तथा कहा कि प्रियदर्शी को साहित्य रत्न सम्मान मिलना साहित्य जगत में गौरव की बात है।अपने स्वागत भाषण में डॉ राम लखन चौरसिया वागीश ने कहा कि प्रियदर्शी को सम्मानित कर संस्था खुद गौरवान्वित है शब्द और सृजनकार सदैव अमर रहते है वे कभी नही मरते इसीलिए केवल रचनाकार और ब्रह्म को सृजनकर्ता की संज्ञा दी गई है ।साहित्यांजलि प्रकाशन प्रयागराज के व्यवस्थापक डॉ० भगवान प्रसाद उपाध्याय के संचालन में सम्पन्न इस आयोजन में पं.राकेश मालवीय मुस्कान ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत किया और विख्यात कवि- कलाकार रवीन्द्र कुशवाहा ने योजना पर विस्तार से जानकारी दी।कुशवाहा ने साहित्यिक सर्जना की मासिक पत्रिका साहित्यांजलि प्रभा को संरक्षित संवर्धित करने की अपील की।इस अवसर पर जटाशंकर प्रियदर्शी ने अपनी कविताओं का सस्वर पाठ किया और सम्मान योजना के दीर्घायु होने की कामना करते हुए कहा कि यह पूरे देश में अपनी तरह की अनूठी पहल है।उपस्थित सभी सम्मानित कवियों ने अपनी कविताओं से सबको मंत्रमुग्ध कर दिया।अंत में आभार डॉ भगवान प्रसाद उपाध्याय ने व्यक्त किया।
चिल्ड्रेन ट्रैफिक पार्क में चल रहे दो दिवसीय प्रशिक्षण का हुआ समापन जीवन एक बार मिलता है इसे सार्थक बनाएं–पवन पाण्डेय

संजय द्विवेदी, प्रयागराज।चिल्ड्रेन ट्रैफिक पार्क में सेंट जोसफ गर्ल्स कॉलेज के बच्चे दो दिवसीय प्रशिक्षण में यातायात नियमों की बारीकियों को आसानी से जानें और समझे पार्क में बच्चो को चार पहिया वाहन चलाने की जानकारी के साथ ट्रैफिक नियमों की भी जानकारी खेल-खेल में मिल रही है। कॉलेज के प्रधानाचार्य ग्रेटा डिसूजा के नेतृत्व में यातायात जागरूकता के लिए इस्पेक्टर पवन कुमार पाण्डेय ने बच्चो को पार्क में लगे सड़क चिन्हो को भ्रमण कराकर उनके बारे मे विस्तृत जानकारी दी। छोटे बच्चो को बताया कि यदि वे पैदल या साइकिल से स्कूल आते हैं तो सड़क के बाएं ओर चले साईकिल चलाते समय एक हेलमेट(टोपी)लगाए जिससे गिरने पर सिर सुरक्षित रहे,सड़क जल्दी बाजी में पार न करे दाएं–बाएं देखकर पार हो जिस प्रकार जीवन जीने के लिए आक्सीजन जरूरी है ठीक उसी तरह सुंदर खुशहाल जीवन जीने के लिए शरीर के सभी अंगों का सुरक्षित होना भी जरूरी है। बच्चे देश के भविष्य है इनको जीवन का मूल्य समझना अतिआवश्यक है देश में बढ़ रही दुर्घटना बेहद दुखद है लाखों लोग अपनी जान यातायात के नियमो का उल्लंघन करने के कारण गंवा रहे है।बच्चे कच्चे घड़े के समान होते है इन्हें हम जैसा आकर (ज्ञान)देंगे वैसा ही बनेगे इसलिए इन्हे यातायात नियमो के प्रति से जागरूक करना बेहद जरूरी है।साथ ही साथ बच्चों को हेल्पलाइन नंबर के बारे में भी बताया गया। इस अवसर पर निदेशक तनवीर अंसारी सौहार्द परवीन हनी शर्मा नितीश शुक्ल(चाइल्ड लाइन)शिक्षाकाएं ग्लोरिया निर्मला सुजाता श्रीवास्तव जेस्मिन शिवांगी शालिनी जसवाल आदि लोग शामिल रहीं।