प्रयागराज में संत कवि तिरुवल्लुवर की मूर्ति का ऐतिहासिक अनावरण। काशी–तमिल संगमम के माध्यम से साकार हुई एक भारत–श्रेष्ठ भारत की भावना।
संजय द्विवेदी प्रयागराज।ऐतिहासिक एवं गौरवपूर्ण क्षण रहा जब प्रयागराज के जंक्शन के सामने चौराहे पर महान सन्त कवि तिरुवल्लुवर की मूर्ति का भव्य अनावरण उत्तर प्रदेश सरकार के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य द्वारा अपने कर- कमलो से किया गया।यह अनावरण पहली बार प्रयागराज में सम्पन्न हुआ जिसने उत्तर एवं दक्षिण भारत के बीच सांस्कृतिक वैचारिक एवं भाषाई एकता को एक नया आयाम दिया।इस अवसर पर आयोजित काशी–तमिल संगमम कार्यक्रम के अन्तर्गत दक्षिण भारत से पधारे 275 तमिल अतिथि प्रयागराज नगर निगम एवं नगरवासियो द्वारा मिले आत्मीय आतिथ्य और सम्मान से अत्यन्त गदगद एवं भावविभोर नजर आए।अतिथियो ने इसे अपने संत कवि के प्रति प्राप्त ऐतिहासिक सम्मान बताया और प्रयागराज को सदा स्मरणीय बताया।महापौर उमेश चन्द्र गणेश केसरवानी के नेतृत्व में प्रयागराज नगर निगम द्वारा आयोजित इस भव्य कार्यक्रम में प्रयागराज के1,000 से अधिक स्थानीय नागरिको की भी सक्रिय सहभागिता रही। आयोजन के दौरान उत्तर और दक्षिण भारत की भाषाओ संस्कृति एवं परम्पराओ का अनुपम संगम देखने को मिला।उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने अपने उद्बोधन में कहा - कि संत कवि तिरुवल्लुवर की शिक्षाएँ मानवता नैतिकता और सामाजिक समरसता की अमूल्य धरोहर है।प्रयागराज जैसी सांस्कृतिक नगरी में उनकी मूर्ति का अनावरण राष्ट्र की एकात्मता को और अधिक मजबूत करेगा।ऐसे आयोजन एक भारत–श्रेष्ठ भारत की भावना को सशक्त बनाते है।महापौर उमेश चन्द्र गणेश केसरवानी ने कहा कि प्रयागराज सदैव से ज्ञान आस्था और संस्कृति की भूमि रही है। काशी–तमिल संगमम के माध्यम से तमिल अतिथियो का स्वागत करना नगर निगम प्रयागराज के लिए गौरव का विषय है।संत कवि तिरुवल्लुवर जी की मूर्ति आने वाली पीढ़ियो को नैतिक मूल्यो एवं राष्ट्रीय एकता की प्रेरणा देती रहेगी।कार्यक्रम में विधायकगण पार्षदगण प्रयागराज तथा बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।पूरे आयोजन के दौरान हिन्दी एवं तमिल भाषाओ का भावनात्मक समन्वय देखने को मिला जिसने भाषाई विविधता में एकता का संदेश दिया।संस्कृति भाषा विचार और राष्ट्रबोध का यह ऐतिहासिक संगम प्रयागराज के इतिहास में एक स्वर्णिम अध्याय के रूप में सदैव स्मरणीय रहेगा।इस दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ वी के सिंह विधायक दीपक पटेल गुरु प्रसाद मौर्य विधान परिषद सदस्य सुरेन्द्र चौधरी जिलाध्यक्ष महानगर संजय गुप्ता गंगापार निर्मला पासवान यमुनापार राजेश शुक्ला क्षेत्रीय उपाध्यक्ष अवधेश चन्द्र गुप्ता प्रयागराज चीफ वार्डन अनिल गुप्ता अन्नू महिला आयोग की सदस्या गीता विश्वकर्मा वरिष्ठ समाजसेवी राम जी केसरवानी नगर निगम कार्यदायी सस्था सीएनडीएस के अधिशासी अभियंता रोहित राणा पार्षद गुण सुनीता दरबारी किरण जयसवाल राजू शुक्ला कुसुम लता गुप्ता नीरज गुप्ता सुनीता चोपड़ा रणविजय सिंह डब्बू मयंक यादव सुरेन्द्र यादव सियाराम मौर्य आशीष गुप्ता अशोक सिंह राकेश बहादुर सिंह लल्ले सिंह गिरी शंकर प्रभाकर वरुण केसरवानी अपूर्वा चन्द्रा गौरव गुप्ता बीरू सोनकर आभा मधुर गिरीजेश मिश्रा राजन शुक्ला विवेक अग्रवाल हरीश केसरवानी अमर सिंह हिमालय सोनकर अरुण चौहान अमित गुप्ता विजय सिंह रोहित विश्वकर्मा मनोज मिश्रा रॉबिन साहू जयवर्धने त्रिपाठी मुकेश जोशी राजेश मिश्रा आदि पार्टी के सैकड़ो कार्यकर्ता एवं स्थानीय नागरिकगण उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने डीआईजी होमगार्ड पीयूषकांत को राष्ट्रपति पदक से किया सम्मानित।

संजय द्विवेदी प्रयागराज।होमगार्ड स्थापना दिवस के अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमन्त्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के होमगार्ड विभाग में उत्कृष्ट सेवाएं देने वाले अधिकारी को सम्मानित किया।पूर्वी जोन प्रयागराज के डीआईजी होमगार्ड पीयूष कान्त को उनकी सराहनीय सेवाओ के लिए राष्ट्रपति पदक प्रदान कर सम्मानित किया गया।मुख्यमंत्री द्वारा सम्मान प्राप्त करते ही होमगार्ड विभाग के अधिकारियो एवं जवानो में हर्ष की लहर दौड़ गई।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सम्मान समारोह के दौरान कहा कि होमगार्ड विभाग आपदा प्रबन्धन कानून-व्यवस्था धार्मिक आयोजनों एवं जनसुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।विभाग के अधिकारी एवं जवान विषम परिस्थितियो में भी निस्वार्थ भाव से सेवा करते है।राष्ट्रपति पदक से सम्मानित डी आई जी पीयूष कांत ने अपने कर्तव्यनिष्ठ आचरण अनुशासन और नेतृत्व क्षमता से विभाग की गरिमा को बढ़ाया है।डीआईजी होमगार्ड पीयूष कांत ने वर्ष 1997 में होमगार्ड विभाग में जिलाकमाडेन्ट के पद पर कार्यभार ग्रहण किया था। इसके पश्चात उन्होने विभिन्न महत्वपूर्ण पदो पर रहते हुए विभागीय कार्यो को कुशलता से संपादित किया।वर्तमान में पूर्वी जोन प्रयागराज में डीआईजी होमगार्ड के पद पर कार्यरत हैं और उनके मार्गदर्शन में जोन में होमगार्ड की कार्यप्रणाली को नई दिशा मिली है।डी आई जी पीयूष कांत मूल रूप से कानपुर नगर के निवासी है।अपने लम्बे सेवाकाल के दौरान उन्होने प्रशिक्षण अनुशासन एवं अन्य विभागीय कार्यों व आयोजनो की व्यवस्थाओं में उल्लेखनीय योगदान दिया है।उनकी सेवाओ को देखते हुए भारत सरकार द्वारा उन्हे राष्ट्रपति पदक से नवाजा गया है जो न केवल उनके लिए बल्कि पूरे होमगार्ड विभाग के लिए गौरव की बात है।इस अवसर पर वरिष्ठ अधिकारी होमगार्ड के जवान एवं अन्य गणमान्य लोग राष्ट्रपति पदक सम्मान समारोह में उपस्थित रहे।
जिलाधिकारी ने माघ मेला क्षेत्र का भ्रमण करते हुए तैयारियो का लिया जायजा.कार्यो को शीघ्रता से पूर्ण कराये जाने के दिए निर्देश।
संजय द्विवेदी प्रयागराज।जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने मंगलवार को माघ मेलाधिकारी ऋषिराज के साथ मेला क्षेत्र का भ्रमण करते हुए मेले की बसावट हेतु की जा रही तैयारियो का जायजा लिया तथा सम्बंधित अधिकारियो को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए है। जिलाधिकारी ने आचार्य बाड़ा दण्डीबाड़ा खाकचौक सहित अन्य क्षेत्रो एवं ओल्ड जीटी मार्ग का निरीक्षण किया और वहां पर चल रहे समतलीकरण सड़क बनाने हेतु चकर्ड प्लेट बिछाने विद्युतीकरण पेयजल आपूर्ति व सीवर लाइन बिछाने का कार्य विद्युत विभाग की एचटी व एलटी लाइन खीचने का कार्य एवं घाटो के निर्माण एवं उनके कटाव निरोधक कार्य का स्थलीय निरीक्षण कर कार्यो की भौतिक प्रगति का जायजा लिया।उन्होने पीडब्लूडी विद्युत जल निगम स्वास्थ्य विभाग के सम्बंधित अधिकारियो को मैनपॉवर शिफ्ट व आवश्यक संसाधन बढ़ाकर कार्य की प्रगति में तेजी लाये जाने एवं सभी व्यवस्थाये शीघ्रता से सुनिश्चित कराये जाने के निर्देश दिए है।तत्पश्चात जिलाधिकारी ने नागवासुकी मंदिर के सामने नाले के पानी की जिओट्यूब के माध्यम से शोधन हेतु की जा रही व्यवस्था का निरीक्षण करते हुए कार्यों को शीघ्रता से पूर्ण कराये जाने निर्देश दिए है।इस अवसर पर डीसीपी टैफिक नीरज कुमार पाण्डेय अपर मेलाधिकारी दयानंद प्रसाद उपजिलाधिकारी विवेक शुक्ला अभिनव पाठक अधिशासी अभियन्ता पीडब्लूडी सुरेन्द्र कुमार अधिशासी अभियंता जल निगम आशुतोष सहित अन्य सम्बंधित विभागो के अधिकारीगण उपस्थित रहे।
उत्कृष्ट साहित्य जीवन के स्वर्णिम द्वार खोलने में सहायक:डॉ अंशुल।

शब्द और सृजनकार सदैव अमर रहता है:डॉ वागीश।

वरिष्ठ साहित्यकार जटाशंकर प्रियदर्शी को साहित्यकार सत्कार:आपके द्वार योजना में मिला साहित्य रत्न सम्मान।


संजय द्विवेदी प्रयागराज।उत्कृष्ट साहित्य सर्जक की लेखनी से निसृत विचार शब्दो के रूप में जीवन के स्वर्णिम द्वार खोलने में सहायक होता है जो मनुष्य को उर्जावान बनाए रखता है।उपरोक्त उद्गार सुप्रसिद्ध साहित्यकार डॉ शम्भूनाथ त्रिपाठी अंशुल ने उस समय व्यक्त किए जब वह साहित्यांजलि प्रकाशन द्वारा साहित्यकार सत्कार आपके द्वार योजना में रसूलाबाद संजय चौराहे के पास मशहूर कवि साहित्यकार जटाशंकर प्रियदर्शी के आवास पर अध्यक्षीय उद्बोधन कर रहे थे तथा कहा कि प्रियदर्शी को साहित्य रत्न सम्मान मिलना साहित्य जगत में गौरव की बात है।अपने स्वागत भाषण में डॉ राम लखन चौरसिया वागीश ने कहा कि प्रियदर्शी को सम्मानित कर संस्था खुद गौरवान्वित है शब्द और सृजनकार सदैव अमर रहते है वे कभी नही मरते इसीलिए केवल रचनाकार और ब्रह्म को सृजनकर्ता की संज्ञा दी गई है ।साहित्यांजलि प्रकाशन प्रयागराज के व्यवस्थापक डॉ० भगवान प्रसाद उपाध्याय के संचालन में सम्पन्न इस आयोजन में पं.राकेश मालवीय मुस्कान ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत किया और विख्यात कवि- कलाकार रवीन्द्र कुशवाहा ने योजना पर विस्तार से जानकारी दी।कुशवाहा ने साहित्यिक सर्जना की मासिक पत्रिका साहित्यांजलि प्रभा को संरक्षित संवर्धित करने की अपील की।इस अवसर पर जटाशंकर प्रियदर्शी ने अपनी कविताओं का सस्वर पाठ किया और सम्मान योजना के दीर्घायु होने की कामना करते हुए कहा कि यह पूरे देश में अपनी तरह की अनूठी पहल है।उपस्थित सभी सम्मानित कवियों ने अपनी कविताओं से सबको मंत्रमुग्ध कर दिया।अंत में आभार डॉ भगवान प्रसाद उपाध्याय ने व्यक्त किया।
चिल्ड्रेन ट्रैफिक पार्क में चल रहे दो दिवसीय प्रशिक्षण का हुआ समापन जीवन एक बार मिलता है इसे सार्थक बनाएं–पवन पाण्डेय

संजय द्विवेदी, प्रयागराज।चिल्ड्रेन ट्रैफिक पार्क में सेंट जोसफ गर्ल्स कॉलेज के बच्चे दो दिवसीय प्रशिक्षण में यातायात नियमों की बारीकियों को आसानी से जानें और समझे पार्क में बच्चो को चार पहिया वाहन चलाने की जानकारी के साथ ट्रैफिक नियमों की भी जानकारी खेल-खेल में मिल रही है। कॉलेज के प्रधानाचार्य ग्रेटा डिसूजा के नेतृत्व में यातायात जागरूकता के लिए इस्पेक्टर पवन कुमार पाण्डेय ने बच्चो को पार्क में लगे सड़क चिन्हो को भ्रमण कराकर उनके बारे मे विस्तृत जानकारी दी। छोटे बच्चो को बताया कि यदि वे पैदल या साइकिल से स्कूल आते हैं तो सड़क के बाएं ओर चले साईकिल चलाते समय एक हेलमेट(टोपी)लगाए जिससे गिरने पर सिर सुरक्षित रहे,सड़क जल्दी बाजी में पार न करे दाएं–बाएं देखकर पार हो जिस प्रकार जीवन जीने के लिए आक्सीजन जरूरी है ठीक उसी तरह सुंदर खुशहाल जीवन जीने के लिए शरीर के सभी अंगों का सुरक्षित होना भी जरूरी है। बच्चे देश के भविष्य है इनको जीवन का मूल्य समझना अतिआवश्यक है देश में बढ़ रही दुर्घटना बेहद दुखद है लाखों लोग अपनी जान यातायात के नियमो का उल्लंघन करने के कारण गंवा रहे है।बच्चे कच्चे घड़े के समान होते है इन्हें हम जैसा आकर (ज्ञान)देंगे वैसा ही बनेगे इसलिए इन्हे यातायात नियमो के प्रति से जागरूक करना बेहद जरूरी है।साथ ही साथ बच्चों को हेल्पलाइन नंबर के बारे में भी बताया गया। इस अवसर पर निदेशक तनवीर अंसारी सौहार्द परवीन हनी शर्मा नितीश शुक्ल(चाइल्ड लाइन)शिक्षाकाएं ग्लोरिया निर्मला सुजाता श्रीवास्तव जेस्मिन शिवांगी शालिनी जसवाल आदि लोग शामिल रहीं।
श्री राम कथा के चौथे दिन हुआ सियाराम का विवाह श्री राम के भजनो से झूम उठे भक्त जन
संजय द्विवेदी, प्रयागराज।यमुनानगर अन्तर्गत करछना हिन्दू पुर में चल रही राम कथा के चौथे दिन कथा वाचिका पूज्या शास्त्री शाकाम्भरी द्विवेदी मानस मंजरी ने भगवान परशुराम के जनकपुरी आगमन एवं सीताराम येचुरी ने ुचंविवाह कथा का वर्णन की कथा स्थल पर भक्तो की भारी भीड़ दिखाई पड़ी सीताराम के भजनो पर भक्तो के जयकारो से पूरा पांडाल गूंज उठा।मिश्रा परिवार के द्वारा हिन्दू पुर करछना में आयोजित राम कथा के बुधवार के दिन शाम को शिव धनुष के टूटने पर परशुराम के आगमन और सियाराम विवाह की कथा का भावपूर्ण वर्णन किया गया। शास्त्री शाकाम्भरी द्विवेदी ने वर्णन किया कि किस तरह अयोध्या से बाजे गाजे के साथ मिथिला राम की बारात आई थी हर तरफ भक्ति के रंग बिखर गए मांडवी संग भरत उर्मिला संग लक्ष्मण श्रुतकीर्ति संग शत्रुघ्न का विवाह सम्पन्न हुआ सीता की विदाई हुई हर श्रद्धालु के आंखो से अश्रु धारा बहने लगी मानो अपनी बेटी की विदाई की कथा सुन रहे हो जानकी की विदाई पर मिथिला वासियो के साथ पशु पक्षी भी विलाप करने लगी शास्त्री शाकाम्भरी द्विवेदी मानस मंजरी ने क्रोध पर नियंत्रण रखने की सीख दी उदाहरण देते हुए बताया कि राम ने जब शिवजी का धनुष तोड़ा तब भगवान परशुराम अत्यन्त क्रोधित ुहोकर मिथिला नगरी पहुंचे शास्त्री ने लक्ष्मण के साथ हुए परशुराम संवाद का विस्तार पूर्वक वर्णन करते हुए कहा कि हमेशा श्रेष्ठ और मधुर वाणी रखना चाहिए जो काम तलवार नही करती वह काम वाणी कर देती है इसलिए वाणी और और क्रोध पर नियंत्रण रखना चाहिए। (इस कार्यक्रम में मुख्य यजमान उमेश मिश्रा गौरव मिश्रा सौरभ मिश्रा छैल बिहारी दास मानस केसरी शिवम द्विवेदी भारी संख्या में भक्त जन मौजूद रहे।
विज्ञान व कला प्रदर्शनी में छात्राओ ने दिखाया नवाचार, अतिथियों ने की सराहना।
संजय द्विवेदी प्रयागराज।यमुनानगर अन्तर्गत कौंधियारा क्षेत्र के बाल विद्या मंदिर इंटर कालेज करमा में विद्यार्थियों के भीतर वैज्ञानिक दृष्टिकोण नवाचार और रचनात्मक क्षमता विकसित करने के उद्देश्य से विज्ञान एवं कला प्रदर्शनी का आयोजन किया गया।प्रदर्शनी में छात्र-छात्राओ विशेषकर छात्राओं ने विज्ञान व कला से जुड़े आकर्षक और ज्ञानवर्धक मॉडलों के माध्यम से अपनी प्रतिभा का प्रभावी प्रदर्शन किया।कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य अतिथि भारतीय मौसम विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिक आकाश मिश्र ने किया।प्रदर्शनी में एआई रोबोट इलेक्ट्रोलिसिस ऑफ वाटर माइक्रोस्कोप सिंधु घाटी सभ्यता भारतीय त्योहार ज्वालामुखी मानव नेत्र जल शुद्धिकरण प्रणाली प्रकाश संश्लेषण सोलर सिस्टम और रक्त परिसंचरण तंत्र जैसे विषयों पर आधारित मॉडल प्रस्तुत किए गए।विद्यार्थियो ने मॉडलों की कार्यप्रणाली और वैज्ञानिक महत्व को सरल भाषा में समझाया जिसे देखकर अतिथि व अभिभावक काफी प्रभावित हुए।निरीक्षण के दौरान मुख्य अतिथि आकाश मिश्र ने कहा कि इस तरह की गतिविधियां बच्चों में वैज्ञानिक सोच जिज्ञासा और नवाचार को बढ़ाती है।मॉडल आधारित शिक्षा से बच्चों की व्यावहारिक समझ मजबूत होती है और उनमें आत्मविश्वास का विकास होता है।इस अवसर पर इंदिरा गांधी इण्टर कॉलेज के प्रधानाचार्य अमित पाण्डेय ने कहा कि आज का युग विज्ञान और तकनीक का युग है तथा भारतीय वैज्ञानिको ने विश्व पटल पर देश का नाम रोशन किया है।विद्यालय की प्रधानाचार्या सबा खान ने कहा कि विज्ञान व कला गतिविधियां बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए आवश्यक है।विद्यालय के प्रबंधक पीके त्रिपाठी ने कहा कि विद्यालय व्यवहारिक और नवाचारी शिक्षा के लिए निरन्तर प्रयासरत है।प्रदर्शनी में शाहिदा किरमानी सुमन विकास यादव सोहा आफरीदा आमिल वसुधा एसके विंद सहित विद्यालय परिवार के सदस्य उपस्थित रहे।
पूसी तेरस के अवसर पर कुशगढ़ शिव मन्दिर प्रांगण में मेलार्थियो की भारी भीड़।

मेडिकल साथी हाॅस्टिपल कुशगढ डॉ.रज्जन तिवारी के ओर से आधुनिक उपकरणो से नि: शुल्क स्वास्थ्य शिविर में परीक्षण कर विशेष सलाह दी।


संजय द्विवेदी प्रयागराज।यमुनानगर अन्तर्गत विधान सभा करछना में पूसी तेरस के दो दिवसीय मेले के पहले दिन बुधवार को कुशगढ धाम में मेलार्थियों की खूब भीड़ रही । जिसमें युवा समेत बच्चो के अलावा भारी तादाद में महिलाएं शामिल रही।जिससे मेले में खूब चहल-पहल रही।लोगो ने मेले का भरपूर आनंद उठाया।मेले में सर्कस झूला व सिनेमा का सभी ने भरपूर लुफ्त उठाया।लोगों ने मेले में मिष्ठान सहित अन्य सामग्रियों की जमकर खरीदारी भी की।बच्चो ने खेल-खिलौने खरीदे।महिलाओ की ओर से घरेलू सामानो की खरीद की गई।वही श्रद्धालु भक्त लोगों की ओर से भगवान भोले का जलाभिषेक किया गया।शिव मंदिर सहित मेले की सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबन्द रही।मेडिकल साथी अस्पताल कुशगढ़ के डॉ रज्जन प्रसाद की ओर से आधुनिक उपकरणो से निःशुल्क में स्वास्थ्य परीक्षण करके उनके अच्छे स्वास्थ्य के लिए रहन-सहन और खान-पान पर विशेष सलाह भी दी गई।मेला के संयोजक व व्यवस्थापक रहे संबंधित निदौरी ग्राम प्रधान पंकज पाण्डेय एवं मां सेवा संस्थान रोकड़ी के अध्यक्ष विनायक पंडित की ओर से मेले के प्रथम दिन की सकुशल संपन्नता व सफलता के प्रति सभी के प्रति आभार जताया गया।गौरतलब है कि मेले में जहां मनचलों से लड़कियां परेशान दिखी। वहीं मेले में चोर उचक्को की चांदी रही।कई लोगों के जेबो से पर्श भी गायब हो गए।लोगो ने बताया कि पुलिस की निगरानी केवल सड़क तक ही सीमित रही।जिससे मेले में चोर उचक्के सक्रिय रहे।
आइसा और समाजवादी छात्र सभा के प्रतिनिधिमंडल ने पीएचडी एडमिशन के साक्षात्कार में समान अवसर और सभी विभागों में समान प्रक्रिया बहाल करने के लिए ज्ञ
-यूजीसी के मानक अनुसार ओन्ली पीएचडी अभ्यर्थी को भी साक्षात्कार के लिए अवसर देने की मांग की।

प्रयागराज। आइसा और समाजवादी छात्रसभा के प्रतिनिधिमंडल ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय प्रशासन को विभिन्न विभागों में होने वाले शोध साक्षात्कार में यूजीसी द्वारा निर्धारित मानक "ओन्ली पीएचडी" को लागू करने के लिए ज्ञापन दिया। विश्वविद्यालय के कई विभागों में कट ऑफ जारी करके ओनली पीएचडी के यूजीसी के मानक का पालन नहीं किया जा रहा है जिसके कारण से बहुत से अभ्यर्थियों को साक्षात्कार में शामिल होने का मौका नहीं मिल पा रहा है जो कि यूजीसी के नियम का उल्लंघन है। दिल्ली विश्वविद्यालय समिति कई विश्वविद्यालय में यूजीसी के इन मानकों का पालन करते हुए ओन्ली पीएचडी में क्वालीफाई अभ्यर्थियों को साक्षात्कार के लिए मौका दिया जाता है तो इलाहाबाद विश्वविद्यालय में इस नियम को क्यों नहीं लागू किया जा रहा है?. इसके साथ ही पीएचडी साक्षात्कार के लिए अलग-अलग विभागों में अलग-अलग तरह की प्रक्रिया अपनाई जा रही है इसमें एकरूपता और समानता लाने के लिए भी ज्ञापन में मांग की गई। इस दौरान आइसा के मानवेंद्र,सुजीत,शिव तथा प्रिंस समेत समाजवादी छात्रसभा के सुधीर, अमित,आशुतोष इत्यादि शामिल रहे।
निर्भया की याद में आइसा का कैंडल मार्च, महिला उत्पीड़न पर सरकार और विश्वविद्यालय प्रशासन पर तीखा हमला
प्रयागराज।निर्भया हत्याकांड की 13वीं बरसी पर ऑल इंडिया स्टूडेंट एसोसिएशन (आइसा) ने मंगलवार, 16 दिसंबर को इलाहाबाद विश्वविद्यालय में कैंडल मार्च निकालकर देश में बढ़ते महिला उत्पीड़न और छात्रावासों में महिलाओं पर लगाए गए प्रतिबंधों का विरोध किया। मार्च विश्वविद्यालय के महिला छात्रावास से शुरू होकर बालसन चौराहा स्थित गांधी प्रतिमा तक निकाला गया। आइसा नेताओं और छात्र-छात्राओं ने कहा कि 2012 में दिल्ली में हुए निर्भया गैंगरेप ने पूरे देश को झकझोर दिया था, लेकिन इसके बावजूद महिलाओं के खिलाफ अपराध लगातार बढ़ते जा रहे हैं। पिछले वर्ष पश्चिम बंगाल के आरजी कर मेडिकल कॉलेज रेप केस से लेकर बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) में हुई रेप की घटनाओं तक, महिलाओं की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं। संगठन ने मांग की कि ऐसे अपराधों पर सख्ती से रोक लगाई जाए और दोषियों को कड़ी सजा दी जाए। मार्च की शुरुआत महिला छात्रावास परिसर में एक संक्षिप्त सभा से हुई, जहां छात्र-छात्राओं ने कविता और गीतों के माध्यम से अपने विचार रखे। इसी दौरान आरोप लगाया गया कि कार्यक्रम के समय महिला छात्रावास की दो-तीन वार्डन मेन गेट पर पहुंचीं और छात्राओं को बाहर निकलने व कार्यक्रम में शामिल होने से रोकने का प्रयास किया। आइसा ने इसे महिलाओं की स्वतंत्रता पर हमला बताते हुए कड़ी निंदा की। सभा को संबोधित करते हुए आइसा प्रदेश अध्यक्ष कॉमरेड मनीष कुमार ने कहा कि मौजूदा भाजपा सरकार मर्दवाद और पितृसत्ता को बढ़ावा दे रही है, जिसके कारण महिलाओं के खिलाफ हिंसा में लगातार वृद्धि हो रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि अपराधियों पर कार्रवाई करने के बजाय उन्हें संरक्षण दिया जा रहा है। कार्यक्रम का संचालन आइसा इलाहाबाद विश्वविद्यालय इकाई अध्यक्ष कॉमरेड सोनाली ने किया। उन्होंने कहा कि देश में फासीवादी सत्ता कायम है और इसका सबसे बड़ा हमला महिलाओं पर हो रहा है। कार्यक्रम में कॉमरेड महुआ और कॉमरेड साक्षी ने गीत प्रस्तुत किए, जबकि पूजा, जैनब, आकांक्षा, अनन्या, आशीष, अविराम, श्वेतांक सहित कई छात्र-छात्राओं ने कविताएं पढ़ीं। इस मौके पर भानु, विवेक, शशि भूषण, सुधीर, अमित, मानवेन्द्र, सुजीत, गोविंद, प्रदीप्त, रितेश, अभिनव, कुलदीप, रूपम, प्रतिमा, शिवानी, बंदना, शिल्पी, शुभम, पूजा साहनी, शिवांगी, विकास, अनुज, केतन, आर्यन सहित बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं और शोधार्थी मौजूद रहे।