पंकज चौधरी उत्तर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष निर्वाचित, सीएम योगी ने जताया हर्ष
लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी की उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष के लिए केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री पंकज चौधरी को निर्वाचित घोषित किया गया। पंकज के अध्यक्ष घोषित होने पर भाजपा के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सहित वरिष्ठ नेताओं ने हर्ष व्यक्त किया।

भूपेंद्र चौधरी ने पंकज को पार्टी का झण्डा सौंपा

रविवार को यहां डॉ राममनोहर लोहिया राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय के अम्बेडकर सभागार में आयोजित कार्यक्रम में केंद्रीय चुनाव अधिकारी व केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने जैसे ही उत्तर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष पद के लिए पंकज चौधरी के नाम की घोषणा की। सम्पूर्ण सभागार तालियों की गड़गड़ाहट से गूँज उठा। भाजपा के निवर्तमान प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने पंकज को पार्टी का झण्डा सौंपा।

नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष का किया स्वागत

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केन्द्रीय मंत्री बीएल वर्मा, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, ब्रजेश पाठक और पार्टी के प्रदेश महामंत्री ने नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष का स्वागत किया। इस अवसर पर पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ रमापति राम त्रिपाठी, सूर्य प्रताप शाही, डॉ लक्ष्मीकांत बाजपेई, डॉ महेंद्र नाथ पांडेय और स्वतंत्रत देव सिंह आदि उपस्थित रहे।
लखनऊ में आज होगा बड़ा ऐलान, पंकज चौधरी बनेंगे यूपी भाजपा अध्यक्ष
लखनऊ । उत्तर प्रदेश भाजपा के संगठनात्मक सियासत में आज एक बड़ा अध्याय जुड़ने जा रहा है। महीनों से चल रहे मंथन, रणनीतिक बैठकों और बंद कमरों की चर्चाओं के बाद आखिरकार पार्टी ने अपने अगले प्रदेश अध्यक्ष के नाम पर मुहर लगा दी है। औपचारिक घोषणा भले ही दोपहर में हो, लेकिन तस्वीर अब पूरी तरह साफ है— पंकज चौधरी उत्तर प्रदेश भाजपा के नए प्रदेश अध्यक्ष होंगे।

पंकज चौधरी के अलावा किसी अन्य नेता ने नामांकन नहीं किया

प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए नामांकन प्रक्रिया पूरी हो चुकी है और खास बात यह रही कि पंकज चौधरी के अलावा किसी अन्य नेता ने नामांकन नहीं किया। ऐसे में उनका निर्विरोध चुना जाना तय माना जा रहा है। आज दोपहर 1 बजे राजधानी लखनऊ में आयोजित एक भव्य कार्यक्रम के दौरान इसका औपचारिक ऐलान किया जाएगा। इस मौके पर केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और पार्टी के तमाम दिग्गज नेता मौजूद रहेंगे।

नामांकन के दिन दिखा शक्ति प्रदर्शन, संगठन एकजुट

शनिवार को भाजपा प्रदेश मुख्यालय में पंकज चौधरी ने अपना नामांकन दाखिल किया। नामांकन के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय पर्यवेक्षक विनोद तावड़े और मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी मंच पर मौजूद रहे। पंकज चौधरी के प्रस्तावकों की सूची भी अपने आप में सियासी संदेश दे गई—सीएम योगी, दोनों उपमुख्यमंत्री, पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, स्वतंत्र देव सिंह, दारा सिंह चौहान, एके शर्मा, असीम अरुण समेत कई बड़े चेहरे उनके समर्थन में खड़े दिखे।

एयरपोर्ट से लेकर पार्टी कार्यालय तक हुआ भव्य स्वागत

लखनऊ पहुंचते ही पंकज चौधरी का एयरपोर्ट से लेकर पार्टी कार्यालय तक जोरदार स्वागत हुआ। खासतौर पर उनके गृह क्षेत्र महाराजगंज से पहुंचे कार्यकर्ताओं में भारी उत्साह देखने को मिला। साफ संकेत था कि संगठन में उनके नाम पर व्यापक सहमति बन चुकी है।

क्यों पंकज चौधरी? इसके पीछे छुपी है बड़ी सियासी रणनीति

भाजपा ने पंकज चौधरी को प्रदेश अध्यक्ष बनाकर सिर्फ एक संगठनात्मक नियुक्ति नहीं की है, बल्कि 2027 के विधानसभा चुनाव की बुनियाद रखने का काम किया है। पूर्वांचल के कद्दावर नेता, सात बार के सांसद और वर्तमान में केंद्रीय मंत्री रहे पंकज चौधरी को संगठन की कमान सौंपने के पीछे कई अहम सियासी कारण माने जा रहे हैं।

सबसे बड़ा कारण है— कुर्मी वोट बैंक

यादवों के बाद प्रदेश में कुर्मी समाज को पिछड़ों में सबसे प्रभावशाली माना जाता है और लंबे समय तक यह भाजपा का मजबूत आधार रहा है। लेकिन 2024 के लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी ने इस वोट बैंक में बड़ी सेंध लगाई, जिसका असर भाजपा के सीट आंकड़ों पर साफ दिखा। 2019 में 62 सीटें जीतने वाली भाजपा 2024 में 36 सीटों पर सिमट गई।

कुर्मी समाज को साधने की आखिरी कड़ी?

लोकसभा चुनाव के बाद पार्टी के आंतरिक विश्लेषण में सामने आया कि मिर्जापुर, वाराणसी, प्रयागराज, प्रतापगढ़ और कौशांबी जैसे कुर्मी बहुल इलाकों में एनडीए का प्रदर्शन कमजोर रहा। यहां तक कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वाराणसी सीट पर भी जीत का अंतर कम हुआ।पार्टी नेतृत्व इस बात को लेकर आश्वस्त हुआ कि कुर्मी समाज के बीच भरोसा बहाल करने के लिए मूल काडर से निकले, जमीन से जुड़े और प्रभावी चेहरे की जरूरत है।

9 बार लोकसभा चुनाव लड़ चुके पंकज चौधरी

यही वजह है कि शीर्ष नेतृत्व की नजर पंकज चौधरी पर जाकर ठहरी। पार्टी के भीतर उन्हें इस समय सबसे वरिष्ठ और स्वीकार्य कुर्मी नेता के तौर पर देखा जा रहा है। 9 बार लोकसभा चुनाव लड़ चुके पंकज चौधरी ने 7 बार जीत हासिल की है—वह भी ऐसे समय में जब पार्टी सत्ता में नहीं थी। यही उनकी सबसे बड़ी राजनीतिक पूंजी मानी जा रही है।

2027 का रोडमैप और संगठन को नया संदेश

पंकज चौधरी को प्रदेश अध्यक्ष बनाकर भाजपा ने कार्यकर्ताओं को भी साफ संदेश दिया है कि पार्टी अपने मूल काडर और समर्पित नेताओं की कद्र करना जानती है। संगठनात्मक अनुभव, चुनावी विश्वसनीयता और सामाजिक संतुलन—तीनों को साधने की कोशिश इस फैसले में साफ झलकती है। अब सबकी नजर इस पर है कि पंकज चौधरी संगठन को किस तरह मजबूत करते हैं और 2027 के रण में भाजपा को किस रणनीति के साथ उतारते हैं। इतना तय है कि उत्तर प्रदेश की सियासत में यह नियुक्ति आने वाले दिनों में बड़े राजनीतिक समीकरणों को जन्म देने वाली है।
प्रदेश में बड़ा प्रशासनिक फेरबदल, 5 IAS और 4 PCS अधिकारियों के तबादले

लखनऊ। प्रदेश सरकार ने शनिवार को प्रशासनिक स्तर पर बड़ा फेरबदल करते हुए 5 आईएएस और 4 पीसीएस अधिकारियों के तबादले कर दिए। चित्रकूट के सीडीओ पद पर तैनात राजेश कुमार को यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) का अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी (एसीईओ) नियुक्त किया गया है। वहीं, उप्र लोक सेवा आयोग प्रयागराज में उप सचिव के पद पर कार्यरत देवी प्रसाद पाल को चित्रकूट का नया मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) बनाया गया है।

प्रेरणा शर्मा को एसीईओ इन्वेस्ट यूपी की भी मिली जिम्मेदारी

विशेष सचिव उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण, विभागाध्यक्ष खाद्य प्रसंस्करण और निदेशक रेशम के पद पर तैनात प्रेरणा शर्मा को विशेष सचिव अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास विभाग के साथ-साथ एसीईओ इन्वेस्ट यूपी की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इसके अलावा विशेष सचिव एपीसी शाखा टीके शिबु को अपने वर्तमान पद के साथ विशेष सचिव उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण एवं विभागाध्यक्ष खाद्य प्रसंस्करण का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है।

सौरभ पांडेय, एसडीएम संभल को एडीएम (न्यायिक) संभल बनाया गया

विशेष सचिव रेशम विभाग देवेंद्र कुमार सिंह कुशवाहा को निदेशक रेशम का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है।पीसीएस अधिकारियों में सौरभ कुमार पांडेय, एसडीएम संभल को एडीएम (न्यायिक) संभल बनाया गया है। अजय कुमार त्रिपाठी को उप निदेशक स्थानीय निकाय निदेशालय से अपर नगर आयुक्त शाहजहांपुर के पद पर तैनाती दी गई है। वहीं, पूनम निगम को अपर आयुक्त कानपुर मंडल से उप सचिव लोक सेवा आयोग प्रयागराज और सुशीला को राजस्व परिषद से अपर आयुक्त कानपुर मंडल बनाया गया है।
यूपी में जश्न का मौका: 24/25 और 30/31 दिसंबर को रात 11 बजे तक खुलेंगी मदिरा पान की दुकानें
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में जश्न मनाने वालों के लिए बड़ी खुशखबरी है। क्रिसमस और नववर्ष के अवसर पर राज्य सरकार ने मदिरा पान करने वालों को विशेष राहत दी है। प्राप्त जानकारी के अनुसार 24/25 दिसंबर तथा 30/31 दिसंबर की रात को प्रदेश भर में मदिरा पान की दुकानें रात 11:00 बजे तक खुली रहेंगी। इस निर्णय से नए साल और क्रिसमस के जश्न की तैयारियों में जुटे लोगों को काफी सहूलियत मिलेगी।

आबकारी विभाग द्वारा जारी निर्देशों के तहत यह व्यवस्था केवल निर्धारित तिथियों के लिए ही लागू रहेगी। सामान्य दिनों की तरह अन्य सभी नियम और शर्तें यथावत रहेंगी। अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि तय समय के बाद किसी भी दुकान को खुला रखने की अनुमति नहीं होगी और नियमों का उल्लंघन करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

दुकानदारों में भी इस फैसले को लेकर उत्साह देखा जा रहा है, क्योंकि इससे बिक्री बढ़ने की संभावना है। वहीं प्रशासन ने कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस और आबकारी विभाग को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं। सरकार का यह फैसला त्योहारों के माहौल को ध्यान में रखते हुए लिया गया है, ताकि लोग जिम्मेदारी के साथ उत्सव का आनंद उठा सकें।
भदोही में एएनटीएफ की बड़ी कार्रवाई, 1 करोड़ मूल्य की एमडीएमए तस्करी का खुलासा, एक तस्कर गिरफ्तार

लखनऊ । उत्तर प्रदेश में मादक पदार्थों की तस्करी पर अंकुश लगाने के लिए एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (एएनटीएफ) ने एक बार फिर बड़ी कार्रवाई की है। एएनटीएफ की लखनऊ और कानपुर यूनिट्स ने संयुक्त रूप से अवैध मादक पदार्थों की तस्करी करने वाले विजय कुमार दूबे को गिरफ्तार किया। अभियुक्त भदोही के ग्राम महजूदा, थाना सुरियाँवा का निवासी है और सक्रिय रूप से एमडीएमए की तस्करी में संलिप्त था। बरामदगी और मूल्य गिरफ्तार के दौरान अभियुक्त के कब्जे से 1.010 किलो एमडीएमए बरामद किया गया, जिसकी अनुमानित कीमत लगभग 1 करोड़ रुपये बताई गई है। इसके अलावा 2 लेबोरेट्री रिएजेंट कांच की बोतलें, 2 इलेक्ट्रॉनिक वजन मशीनें और 1 एन्ड्रॉइड मोबाइल फोन भी जब्त किए गए। मामले में धारा 8/22 एनडीपीएस एक्ट के तहत थाना सुरियाँवा में मुकदमा पंजीकृत किया गया। पूछताछ में हुआ खुलासा पूछताछ में अभियुक्त ने बताया कि उसकी फर्म “लक्ष्मण नारायण ट्रेडिंग” है। वह उन्नाव स्थित PV KURMA INTERNATIONAL कंपनी से रासायनिक पदार्थ मंगाकर एमडीएमए बनाता था। तैयार एमडीएमए को पैकिंग के बाद इलेक्ट्रॉनिक वजन मशीन से तौलकर थोक और फुटकर में विभिन्न ग्राहकों को बेचता था। इस कारोबार से वह लाखों रुपये का लाभ कमाता था। गिरफ्तारी में शामिल टीम इस बड़ी कार्रवाई में एएनटीएफ लखनऊ और कानपुर यूनिट्स के अधिकारी और जवान सक्रिय रहे। प्रमुख अधिकारी प्रभारी निरीक्षक दर्शन यादव और प्रवीण शेखर के नेतृत्व में टीम ने अभियुक्त को गिरफ्तार किया। थाना सुरियाँवा, भदोही की टीम ने भी सहयोग करते हुए जांच और विधिक कार्यवाही में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। एएनटीएफ की सतत कार्रवाई पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश, अपर पुलिस महानिदेशक कानून एवं व्यवस्था, अपर पुलिस महानिदेशक अपराध और पुलिस महानिरीक्षक, एएनटीएफ लखनऊ के मार्गदर्शन में यह कार्रवाई प्रदेश में मादक पदार्थों की आपूर्ति और तस्करी पर रोक लगाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। ऐसे अभियान लगातार जारी रहेंगे एएनटीएफ अधिकारियों ने कहा कि ऐसे अभियान लगातार जारी रहेंगे और अवैध मादक पदार्थों के व्यापार में संलिप्त अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी रहेगी। इस गिरफ्तारी से न केवल मादक पदार्थों की आपूर्ति पर रोक लगेगी, बल्कि युवाओं को नशे की ओर जाने से भी रोका जा सकेगा।
हैदराबाद पहुंचे अखिलेश यादव, ‘विजन इंडिया: एआई समिट’ में होंगे शामिल, वोटर लिस्ट SIR को बताया लोकतंत्र के खिलाफ साजिश
लखनऊ । समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव शुक्रवार को तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद पहुंचे। उनके आगमन पर समाजवादी पार्टी के नेताओं, कार्यकर्ताओं और बड़ी संख्या में समर्थकों ने उनका भव्य और गर्मजोशी से स्वागत किया।
रथ पर सवार होकर निकले अखिलेश, सड़कों पर जोरदार स्वागत
इस दौरान अखिलेश यादव रथ पर सवार होकर निकले, जहां सड़क के दोनों ओर खड़े लोगों ने फूलमालाओं से स्वागत किया और ‘अखिलेश यादव जिंदाबाद’ के नारे लगाए।  अखिलेश यादव शनिवार को हैदराबाद में समाजवादी पार्टी द्वारा आयोजित ‘विजन इंडिया: एआई समिट’ में भाग लेंगे। इस कार्यक्रम का उद्देश्य देश के भविष्य को लेकर तकनीक, विशेषकर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के प्रभाव और संभावनाओं पर सार्थक विमर्श करना है।
विजन इंडिया से बदलेगा देश का भविष्य: अखिलेश
हैदराबाद पहुंचने पर मीडिया से बातचीत में अखिलेश यादव ने कहा कि आज भारत ऐसा देश बन गया है, जहां आम लोगों को हर कदम पर कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। इन समस्याओं के समाधान के लिए समाजवादी पार्टी ने ‘विजन इंडिया’ की परिकल्पना की है, जो एक सकारात्मक, यथार्थवादी और प्रगतिशील भविष्य की ओर देश को ले जाने का रास्ता दिखाएगी।

आज हर क्षेत्र में एआई का प्रभाव तेजी से बढ़ रहा

उन्होंने कहा कि आज हर क्षेत्र में एआई का प्रभाव तेजी से बढ़ रहा है। कृषि, चिकित्सा और अन्य सेक्टरों में तकनीक की भूमिका लगातार मजबूत हो रही है। हैदराबाद ने तकनीकी क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति की है, इसी कारण यहां विजन इंडिया कार्यक्रम आयोजित किया गया है। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि देश में राजनीतिक विभाजन नहीं, बल्कि विजन की राजनीति होनी चाहिए, जहां राजनीति प्रोग्रेसिव हो, नेगेटिव नहीं।
वोटर लिस्ट SIR को लेकर चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप
वोटर लिस्ट के स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) को लेकर अखिलेश यादव ने चुनाव आयोग और भाजपा पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग का काम वोट बढ़ाना होना चाहिए, लेकिन उत्तर प्रदेश में करीब तीन करोड़ वोट काटने की तैयारी की जा रही है। जहां-जहां भाजपा चुनाव हारी है, वहां वोट काटने की साजिश रची जा रही है, जो लोकतंत्र के खिलाफ है।उन्होंने कहा कि जिस तरह से SIR की प्रक्रिया चलाई जा रही है, वह SIR के बहाने NRC लागू करने जैसा है। लोगों से तरह-तरह के कागजात मांगे जा रहे हैं, जबकि आधार कार्ड, जिसमें आंख की रेटिना, फिंगरप्रिंट और पूरी पहचान दर्ज है, उसे मान्य नहीं किया जा रहा। इससे आम जनता बेहद परेशान है।
भाजपा जनता को परेशान करने की राजनीति कर रही: अखिलेश
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा ने पहले नोटबंदी, जीएसटी, महंगाई और कोविड काल में जनता को परेशान किया और अब SIR के जरिए लोगों को परेशान किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जब लोगों का वोट ही काट दिया जाएगा, तो लोकतंत्र कैसे बचेगा। संविधान निर्माता डॉ. भीमराव आंबेडकर ने हर नागरिक को एक वोट का अधिकार दिया, जो अधिकार, आरक्षण, न्याय और रोजगार का आधार है। भाजपा उसी अधिकार को छीनने की साजिश कर रही है।
वंदे मातरम् और तेलंगाना नेतृत्व पर बयान
वंदे मातरम् को लेकर पूछे गए सवाल पर अखिलेश यादव ने कहा कि जिन लोगों ने आजादी के आंदोलन में वंदे मातरम् नहीं गाया और जिन्हें तिरंगा पसंद नहीं, वे आज वंदे मातरम् की बात कर रहे हैं।इससे पहले एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि तेलंगाना के पूर्व मुख्यमंत्री केसीआर और पूर्व मंत्री केटीआर उनके साथी हैं और वे उनके साथ पहले भी थे और आगे भी रहेंगे।
मुख्यमंत्री रेवन्त रेड्डी ने किया स्वागत
अखिलेश यादव के हैदराबाद पहुंचने पर तेलंगाना के मुख्यमंत्री  रेवन्त रेड्डी ने उनसे मुलाकात कर स्वागत किया।समाजवादी पार्टी की ओर से यह जानकारी मुख्य प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में दी गई।
लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट में महिला आरक्षियों के लिए POSH अधिनियम पर विशेष प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित


लखनऊ । कार्यस्थल पर महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान और उत्पीड़न-मुक्त वातावरण सुनिश्चित करने की दिशा में लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट द्वारा एक महत्वपूर्ण पहल की गई। महिला पुलिसकर्मियों को कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न (रोकथाम, निषेध एवं निवारण) अधिनियम-2013 (POSH Act) के प्रति जागरूक और संवेदनशील बनाने के उद्देश्य से विशेष प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया।

POSH अधिनियम की विस्तृत जानकारी दी गई

यह प्रशिक्षण कार्यक्रम पुलिस आयुक्त लखनऊ अमरेन्द्र कुमार सेंगर के नेतृत्व तथा संयुक्त पुलिस आयुक्त (अपराध एवं मुख्यालय) श्री अमित वर्मा के निर्देशन में आयोजित हुआ। कार्यशाला का संचालन  अनुष्का, सहायक पुलिस उपायुक्त, पुलिस कमिश्नरेट लखनऊ के नेतृत्व में किया गया।कार्यक्रम शुक्रवार शाम 4:00 बजे, रिजर्व पुलिस लाइन, कमिश्नरेट लखनऊ स्थित संगोष्ठी सदन में संपन्न हुआ। प्रशिक्षण सत्र में सुरम्य (सुरक्ष्य) लाइफ फाउंडेशन की संस्थापक एवं निदेशक अंशू श्रीवास्तव ने अपनी टीम के साथ प्रमुख वक्ता के रूप में POSH अधिनियम की विस्तृत जानकारी दी।

कार्यशाला के मुख्य बिंदु

प्रशिक्षण का प्रमुख विषय कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न की रोकथाम से संबंधित POSH अधिनियम-2013 के कानूनी प्रावधानों, उसके उद्देश्य, दायरे और व्यावहारिक पहलुओं पर केंद्रित रहा। प्रतिभागियों को यह बताया गया कि किन परिस्थितियों में यौन उत्पीड़न की श्रेणी बनती है, पीड़ित को किन अधिकारों की सुरक्षा प्राप्त है तथा शिकायत की प्रक्रिया क्या है।

दंडात्मक प्रावधानों पर भी विस्तार से हुई चर्चा

कार्यशाला में लगभग 150 महिला रिक्रूट आरक्षियों एवं अन्य महिला पुलिसकर्मियों ने सक्रिय सहभागिता की। प्रशिक्षण के दौरान आंतरिक शिकायत समिति (ICC) की भूमिका, शिकायत दर्ज कराने की प्रक्रिया, गोपनीयता, समयबद्ध निस्तारण और दंडात्मक प्रावधानों पर भी विस्तार से चर्चा की गई।

सुरक्षित कार्यस्थल की दिशा में पहल

अधिकारियों ने बताया कि इस प्रकार के प्रशिक्षण कार्यक्रमों का उद्देश्य महिला पुलिसकर्मियों को न केवल उनके कानूनी अधिकारों से अवगत कराना है, बल्कि उन्हें आत्मविश्वास के साथ सुरक्षित, सम्मानजनक और समावेशी कार्य वातावरण उपलब्ध कराना भी है।

यौन उत्पीड़न से संबंधित मामलों को गंभीरता से लिया जाए

लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट द्वारा समय-समय पर ऐसे जागरूकता एवं प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन कर यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि पुलिस बल के भीतर शून्य सहनशीलता की नीति के तहत यौन उत्पीड़न से संबंधित मामलों को गंभीरता से लिया जाए।यह प्रशिक्षण कार्यक्रम महिला रिक्रूट आरक्षियों के बीच जागरूकता बढ़ाने के साथ-साथ पुलिस विभाग में एक सुरक्षित, संवेदनशील और उत्पीड़न-मुक्त कार्यसंस्कृति को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।

ऑपरेशन कन्विक्शन के तहत 13 साल पुराने हत्या मामले में तीन अभियुक्तों को उम्रकैद, काकोरी पुलिस की प्रभावी पैरवी से मिला फैसला

लखनऊ । उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा अपराधियों को कठोर सजा दिलाने के उद्देश्य से चलाए जा रहे “ऑपरेशन कन्विक्शन” के तहत थाना काकोरी पुलिस और अभियोजन विभाग के संयुक्त प्रयास से बड़ी सफलता मिली है। एडीजे-12 न्यायालय, लखनऊ ने वर्ष 2012 के एक सनसनीखेज हत्या मामले में तीन अभियुक्तों को दोषी ठहराते हुए सश्रम आजीवन कारावास और 30-30 हजार रुपये के अर्थदंड की सजा सुनाई है।

प्रभावी पैरवी सजा दिलाने में हुई मददगार

यह कार्रवाई पुलिस महानिदेशक, उत्तर प्रदेश के निर्देशों के क्रम में, पुलिस आयुक्त लखनऊ एवं संयुक्त पुलिस आयुक्त (अपराध एवं मुख्यालय) के मार्गदर्शन में अपराध नियंत्रण और न्यायालयों में अधिकाधिक सजा सुनिश्चित कराने के उद्देश्य से की गई। पूरे प्रकरण की सघन मॉनिटरिंग पुलिस उपायुक्त (अपराध) एवं  विश्वजीत श्रीवास्तव, पुलिस उपायुक्त (पश्चिमी) द्वारा की गई। वहीं अपर पुलिस उपायुक्त (पश्चिमी)  धनन्जय सिंह कुशवाहा तथा सहायक पुलिस आयुक्त काकोरी शकील अहमद के निर्देशन में प्रभावी पैरवी सुनिश्चित की गई।

2012 का है मामला

यह मामला मु0अ0सं0 388/2012, वाद संख्या 346/2013, धारा 302/201 भादवि, थाना काकोरी लखनऊ से संबंधित है। वादी श्री सफीक पुत्र अब्दुल रज्जाक, निवासी दिगुइया, थाना बक्शी का तालाब, लखनऊ द्वारा 7 नवंबर 2012 को तहरीर दी गई थी। आरोप था कि अभियुक्तों ने वादी के भाई नफीस उर्फ पप्पू की पत्नी की विदाई को लेकर हुए विवाद में बकरा काटने वाले चापड़ से निर्मम हत्या कर दी और बाद में शव को गायब कर दिया।तत्कालीन विवेचक धीरेन्द्र कुमार यादव द्वारा विवेचना के दौरान साक्ष्य संकलन कर अभियुक्तों को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया था। विवेचना पूर्ण होने के बाद 18 दिसंबर 2012 को आरोप पत्र न्यायालय में प्रेषित किया गया, जिसके बाद मामला विचाराधीन रहा।

न्यायालय ने सुनाया फैसला

साक्ष्यों, गवाहों, घटना स्थल निरीक्षण, आलाकत्ल की बरामदगी, विवेचक एवं अभियोजन पक्ष की प्रभावी पैरवी के आधार पर माननीय न्यायालय ने अभियुक्तों सरीफ पुत्र बेचू उर्फ मकसूद अली,सलीम पुत्र बेचू उर्फ मकसूद अली, समीम जहाँ पत्नी स्व. नफीस, (सभी निवासी प्यारेपुर मौंदा, थाना काकोरी, लखनऊ)को दोषसिद्ध करार देते हुए धारा 302 भादवि में प्रत्येक को सश्रम आजीवन कठोर कारावास एवं 30,000 रुपये अर्थदंड से दंडित किया। अर्थदंड अदा न करने की स्थिति में तीनों अभियुक्तों को 10 माह का अतिरिक्त कारावास भी भुगतना होगा।

इनकी रही अहम भूमिका

इस मामले में सजा दिलाने में प्रभारी निरीक्षक सतीश राठौर, थाना काकोरी पैरोकार कांस्टेबल प्रवीण कुमार, थाना काकोरी की महत्वपूर्ण भूमिका रही, जिनके अथक प्रयास और प्रभावी पैरवी से वर्षों पुराने मामले में पीड़ित पक्ष को न्याय मिल सका। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि ऑपरेशन कन्विक्शन के तहत ऐसे मामलों में आगे भी सघन पैरवी कर अपराधियों को कठोर सजा दिलाई जाएगी, ताकि समाज में कानून का भय बना रहे।
हजरतगंज के अशोक मार्ग स्थित पीएस टावर में लगी आग, दमकल ने समय रहते पाया काबू
लखनऊ। फायर कंट्रोल रूम हजरतगंज को सुबह 9:59 बजे सूचना प्राप्त हुई कि अशोक मार्ग स्थित पीएस टावर भवन में आग लग गई है। सूचना मिलते ही एफएस हजरतगंज से दो फायर टेंडर अग्नि समन अधिकारी राम कुमार रावत के नेतृत्व में तत्काल घटनास्थल के लिए रवाना किए गए।
मौके पर पहुंचने पर पता चला कि भवन के तृतीय तल पर आग लगी हुई है और अंदर अत्यधिक धुआं भरा हुआ था। अग्निशमन अधिकारी हजरतगंज के नेतृत्व में तथा मुख्य अग्निशमन अधिकारी, लखनऊ के निर्देशन में तुरंत आग बुझाने का अभियान शुरू किया गया।
अग्निशमन कर्मियों ने BA सेट का प्रयोग करते हुए स्मोक एग्जॉस्टर के माध्यम से धुएं की निकासी की। कड़ी मशक्कत और सतत प्रयासों के बाद आग पर पूरी तरह नियंत्रण पा लिया गया।
इस अग्निकांड में किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई, जिससे प्रशासन और दमकल विभाग ने राहत की सांस ली। आग लगने के कारणों की जांच की जा रही है।
आलमबाग में तैनात आरक्षी ने फांसी लगाकर दी जान, शादी से ढाई माह पहले उठाया आत्मघाती कदम
लखनऊ ।राजधानी के थाना आलमबाग क्षेत्र के मोहल्ला छोटा बरहा, भीम नगर में शुक्रवार शाम एक दर्दनाक घटना सामने आई। यहां किराये के मकान में रह रहे एक आरक्षी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची और फॉरेंसिक टीम के साथ साक्ष्य संकलन किया।

पुलिस के अनुसार, शुक्रवार को करीब शाम 6 बजे थाना आलमबाग को सूचना मिली कि  राकेश कुमार सिंह के आवास में एक आरक्षी का शव फांसी के फंदे से लटका हुआ है। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पंचायतनामा की कार्यवाही पूरी की और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।मृतक की पहचान बाल किशन (27 वर्ष) पुत्र कालीचरन सिंह, निवासी ग्राम पिसावा, जनपद अलीगढ़ के रूप में हुई है। बाल किशन वर्ष 2019 बैच के आरक्षी थे और वर्तमान में थाना आलमबाग, जनपद लखनऊ में तैनात थे। उनका पीएनओ-192462730 बताया गया है।


एडिशनल इंस्पेक्टर फूलचंद्र ने बताया कि बाल किशन दिसंबर 2023 से आलमबाग थाने में वाहन चालक के पद पर कार्यरत थे। वह अपने साथी सिपाही विनोद कुमार के साथ पिछले तीन महीनों से भीम नगर छोटा बरहा में राकेश सिंह के मकान में किराये पर रह रहे थे।परिजनों और सहकर्मियों के अनुसार, आरक्षी की फरवरी माह में शादी तय थी, जिससे पहले इस घटना ने सभी को स्तब्ध कर दिया है। आत्महत्या के कारणों का अभी स्पष्ट पता नहीं चल सका है। पुलिस का कहना है कि मामले की हर पहलू से जांच की जा रही है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद स्थिति और स्पष्ट होगी।