प्रयागराज में काव्यांगन हिन्दी का राष्ट्रीय अधिवेशन व ग्रन्थ विमोचन समारोह शुरु
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संजय द्विवेदी,प्रयागराज।काव्यांगन हिन्दी की राष्ट्रीय संस्था के तत्वावधान में दो दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन एवं ग्रन्थ विमोचन कार्यक्रम का शुभारम्भ 13 दिसम्बर 2025 को राज्य शिक्षण प्रशिक्षण संस्थान प्रयागराज में हुआ।उद्घाटन सत्र के मुख्य अतिथि विक्रम सिंह सीनियर जेल सुपरिटेन्डेन्ट नैनी जेल रहे जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ साहित्यकार महेन्द्र राय ने की।मुख्य अतिथि ने फीता काटकर कार्यक्रम का उद्घाटन किया तथा मां सरस्वती एवं काव्यांगन के संस्थापक डॉ.रामकृष्ण शर्मा के चित्र पर माल्यार्पण किया।कार्यक्रम का आरम्भ मां सरस्वती की स्तुति से हुआ जिसे दिल्ली से पधारी आभा त्रिवेदी ने प्रस्तुत किया।
काव्यांगन के राष्ट्रीय अध्यक्ष रमापति त्रिवेदी ने अभिनन्दन ग्रन्थ का वाचन किया और राष्ट्रीय सचिव विवेक गोयल ने संस्था द्वारा अब तक किए गए कार्यों की समीक्षा प्रस्तुत की। इस अवसर पर युवा साहित्यकार अर्पित सर्वेस की पुस्तक‘तुम्हारा जवाब’तथा लखनऊ से पधारी साहित्यकार पूर्णिमा भसीन की दो पुस्तको का लोकार्पण किया गया।मुख्य अतिथि विक्रम सिंह ने अपने उद्बोधन में कहा कि भौतिकवादी युग में साहित्य की साधना कठिन अवश्य है लेकिन यह मानव मन को संतुष्टि देने वाला कार्य है।उन्होने देश के विभिन्न प्रान्तो से पधारे रचनाकारों को एक मंच पर देखकर प्रसन्नता व्यक्त की और प्रयागराज की पावन धरती पर आयोजित इस साहित्यिक आयोजन के लिए आयोजको को बधाई दी।
प्रथम सत्र में पूर्णिमा भसीन कालीचरण मीनाक्षी गर्ग अलका बलूनी पंत सुषमा पाण्डेय सहित कई रचनाकारो ने काव्य पाठ किया।कार्यक्रम का संचालन आरती रावत पुण्डीर ने किया।कार्यक्रम के द्वितीय सत्र में मुख्य अतिथि के रूप में संजीव कुमार सिंह अतिरिक्त महाधिवक्ता इलाहाबाद हाईकोर्ट उपस्थित रहे।इस सत्र में साहित्यकार कमलेश ढींगरा की पुस्तक‘अनुभूति के रंग’का विमोचन हुआ।बरेली दिल्ली गोरखपुर सहित विभिन्न जनपदों से आए कवियों ने काव्य पाठ किया।अध्यक्षता वरिष्ठ साहित्यकार गजेन्द्र सिंह ने की।मुख्य अतिथि ने कहा कि साहित्य मानव को पशुता से देवत्व की ओर ले जाता है और सामाजिक परिवर्तन में साहित्यकारों की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।अंत में राष्ट्रीय अध्यक्ष रमापति त्रिवेदी ने आभार व्यक्त किया।














7 hours ago
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