हैदराबाद पहुंचे अखिलेश यादव, ‘विजन इंडिया: एआई समिट’ में होंगे शामिल, वोटर लिस्ट SIR को बताया लोकतंत्र के खिलाफ साजिश
लखनऊ । समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव शुक्रवार को तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद पहुंचे। उनके आगमन पर समाजवादी पार्टी के नेताओं, कार्यकर्ताओं और बड़ी संख्या में समर्थकों ने उनका भव्य और गर्मजोशी से स्वागत किया।
रथ पर सवार होकर निकले अखिलेश, सड़कों पर जोरदार स्वागत
इस दौरान अखिलेश यादव रथ पर सवार होकर निकले, जहां सड़क के दोनों ओर खड़े लोगों ने फूलमालाओं से स्वागत किया और ‘अखिलेश यादव जिंदाबाद’ के नारे लगाए।  अखिलेश यादव शनिवार को हैदराबाद में समाजवादी पार्टी द्वारा आयोजित ‘विजन इंडिया: एआई समिट’ में भाग लेंगे। इस कार्यक्रम का उद्देश्य देश के भविष्य को लेकर तकनीक, विशेषकर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के प्रभाव और संभावनाओं पर सार्थक विमर्श करना है।
विजन इंडिया से बदलेगा देश का भविष्य: अखिलेश
हैदराबाद पहुंचने पर मीडिया से बातचीत में अखिलेश यादव ने कहा कि आज भारत ऐसा देश बन गया है, जहां आम लोगों को हर कदम पर कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। इन समस्याओं के समाधान के लिए समाजवादी पार्टी ने ‘विजन इंडिया’ की परिकल्पना की है, जो एक सकारात्मक, यथार्थवादी और प्रगतिशील भविष्य की ओर देश को ले जाने का रास्ता दिखाएगी।

आज हर क्षेत्र में एआई का प्रभाव तेजी से बढ़ रहा

उन्होंने कहा कि आज हर क्षेत्र में एआई का प्रभाव तेजी से बढ़ रहा है। कृषि, चिकित्सा और अन्य सेक्टरों में तकनीक की भूमिका लगातार मजबूत हो रही है। हैदराबाद ने तकनीकी क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति की है, इसी कारण यहां विजन इंडिया कार्यक्रम आयोजित किया गया है। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि देश में राजनीतिक विभाजन नहीं, बल्कि विजन की राजनीति होनी चाहिए, जहां राजनीति प्रोग्रेसिव हो, नेगेटिव नहीं।
वोटर लिस्ट SIR को लेकर चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप
वोटर लिस्ट के स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) को लेकर अखिलेश यादव ने चुनाव आयोग और भाजपा पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग का काम वोट बढ़ाना होना चाहिए, लेकिन उत्तर प्रदेश में करीब तीन करोड़ वोट काटने की तैयारी की जा रही है। जहां-जहां भाजपा चुनाव हारी है, वहां वोट काटने की साजिश रची जा रही है, जो लोकतंत्र के खिलाफ है।उन्होंने कहा कि जिस तरह से SIR की प्रक्रिया चलाई जा रही है, वह SIR के बहाने NRC लागू करने जैसा है। लोगों से तरह-तरह के कागजात मांगे जा रहे हैं, जबकि आधार कार्ड, जिसमें आंख की रेटिना, फिंगरप्रिंट और पूरी पहचान दर्ज है, उसे मान्य नहीं किया जा रहा। इससे आम जनता बेहद परेशान है।
भाजपा जनता को परेशान करने की राजनीति कर रही: अखिलेश
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा ने पहले नोटबंदी, जीएसटी, महंगाई और कोविड काल में जनता को परेशान किया और अब SIR के जरिए लोगों को परेशान किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जब लोगों का वोट ही काट दिया जाएगा, तो लोकतंत्र कैसे बचेगा। संविधान निर्माता डॉ. भीमराव आंबेडकर ने हर नागरिक को एक वोट का अधिकार दिया, जो अधिकार, आरक्षण, न्याय और रोजगार का आधार है। भाजपा उसी अधिकार को छीनने की साजिश कर रही है।
वंदे मातरम् और तेलंगाना नेतृत्व पर बयान
वंदे मातरम् को लेकर पूछे गए सवाल पर अखिलेश यादव ने कहा कि जिन लोगों ने आजादी के आंदोलन में वंदे मातरम् नहीं गाया और जिन्हें तिरंगा पसंद नहीं, वे आज वंदे मातरम् की बात कर रहे हैं।इससे पहले एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि तेलंगाना के पूर्व मुख्यमंत्री केसीआर और पूर्व मंत्री केटीआर उनके साथी हैं और वे उनके साथ पहले भी थे और आगे भी रहेंगे।
मुख्यमंत्री रेवन्त रेड्डी ने किया स्वागत
अखिलेश यादव के हैदराबाद पहुंचने पर तेलंगाना के मुख्यमंत्री  रेवन्त रेड्डी ने उनसे मुलाकात कर स्वागत किया।समाजवादी पार्टी की ओर से यह जानकारी मुख्य प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में दी गई।
लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट में महिला आरक्षियों के लिए POSH अधिनियम पर विशेष प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित


लखनऊ । कार्यस्थल पर महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान और उत्पीड़न-मुक्त वातावरण सुनिश्चित करने की दिशा में लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट द्वारा एक महत्वपूर्ण पहल की गई। महिला पुलिसकर्मियों को कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न (रोकथाम, निषेध एवं निवारण) अधिनियम-2013 (POSH Act) के प्रति जागरूक और संवेदनशील बनाने के उद्देश्य से विशेष प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया।

POSH अधिनियम की विस्तृत जानकारी दी गई

यह प्रशिक्षण कार्यक्रम पुलिस आयुक्त लखनऊ अमरेन्द्र कुमार सेंगर के नेतृत्व तथा संयुक्त पुलिस आयुक्त (अपराध एवं मुख्यालय) श्री अमित वर्मा के निर्देशन में आयोजित हुआ। कार्यशाला का संचालन  अनुष्का, सहायक पुलिस उपायुक्त, पुलिस कमिश्नरेट लखनऊ के नेतृत्व में किया गया।कार्यक्रम शुक्रवार शाम 4:00 बजे, रिजर्व पुलिस लाइन, कमिश्नरेट लखनऊ स्थित संगोष्ठी सदन में संपन्न हुआ। प्रशिक्षण सत्र में सुरम्य (सुरक्ष्य) लाइफ फाउंडेशन की संस्थापक एवं निदेशक अंशू श्रीवास्तव ने अपनी टीम के साथ प्रमुख वक्ता के रूप में POSH अधिनियम की विस्तृत जानकारी दी।

कार्यशाला के मुख्य बिंदु

प्रशिक्षण का प्रमुख विषय कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न की रोकथाम से संबंधित POSH अधिनियम-2013 के कानूनी प्रावधानों, उसके उद्देश्य, दायरे और व्यावहारिक पहलुओं पर केंद्रित रहा। प्रतिभागियों को यह बताया गया कि किन परिस्थितियों में यौन उत्पीड़न की श्रेणी बनती है, पीड़ित को किन अधिकारों की सुरक्षा प्राप्त है तथा शिकायत की प्रक्रिया क्या है।

दंडात्मक प्रावधानों पर भी विस्तार से हुई चर्चा

कार्यशाला में लगभग 150 महिला रिक्रूट आरक्षियों एवं अन्य महिला पुलिसकर्मियों ने सक्रिय सहभागिता की। प्रशिक्षण के दौरान आंतरिक शिकायत समिति (ICC) की भूमिका, शिकायत दर्ज कराने की प्रक्रिया, गोपनीयता, समयबद्ध निस्तारण और दंडात्मक प्रावधानों पर भी विस्तार से चर्चा की गई।

सुरक्षित कार्यस्थल की दिशा में पहल

अधिकारियों ने बताया कि इस प्रकार के प्रशिक्षण कार्यक्रमों का उद्देश्य महिला पुलिसकर्मियों को न केवल उनके कानूनी अधिकारों से अवगत कराना है, बल्कि उन्हें आत्मविश्वास के साथ सुरक्षित, सम्मानजनक और समावेशी कार्य वातावरण उपलब्ध कराना भी है।

यौन उत्पीड़न से संबंधित मामलों को गंभीरता से लिया जाए

लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट द्वारा समय-समय पर ऐसे जागरूकता एवं प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन कर यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि पुलिस बल के भीतर शून्य सहनशीलता की नीति के तहत यौन उत्पीड़न से संबंधित मामलों को गंभीरता से लिया जाए।यह प्रशिक्षण कार्यक्रम महिला रिक्रूट आरक्षियों के बीच जागरूकता बढ़ाने के साथ-साथ पुलिस विभाग में एक सुरक्षित, संवेदनशील और उत्पीड़न-मुक्त कार्यसंस्कृति को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।

ऑपरेशन कन्विक्शन के तहत 13 साल पुराने हत्या मामले में तीन अभियुक्तों को उम्रकैद, काकोरी पुलिस की प्रभावी पैरवी से मिला फैसला

लखनऊ । उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा अपराधियों को कठोर सजा दिलाने के उद्देश्य से चलाए जा रहे “ऑपरेशन कन्विक्शन” के तहत थाना काकोरी पुलिस और अभियोजन विभाग के संयुक्त प्रयास से बड़ी सफलता मिली है। एडीजे-12 न्यायालय, लखनऊ ने वर्ष 2012 के एक सनसनीखेज हत्या मामले में तीन अभियुक्तों को दोषी ठहराते हुए सश्रम आजीवन कारावास और 30-30 हजार रुपये के अर्थदंड की सजा सुनाई है।

प्रभावी पैरवी सजा दिलाने में हुई मददगार

यह कार्रवाई पुलिस महानिदेशक, उत्तर प्रदेश के निर्देशों के क्रम में, पुलिस आयुक्त लखनऊ एवं संयुक्त पुलिस आयुक्त (अपराध एवं मुख्यालय) के मार्गदर्शन में अपराध नियंत्रण और न्यायालयों में अधिकाधिक सजा सुनिश्चित कराने के उद्देश्य से की गई। पूरे प्रकरण की सघन मॉनिटरिंग पुलिस उपायुक्त (अपराध) एवं  विश्वजीत श्रीवास्तव, पुलिस उपायुक्त (पश्चिमी) द्वारा की गई। वहीं अपर पुलिस उपायुक्त (पश्चिमी)  धनन्जय सिंह कुशवाहा तथा सहायक पुलिस आयुक्त काकोरी शकील अहमद के निर्देशन में प्रभावी पैरवी सुनिश्चित की गई।

2012 का है मामला

यह मामला मु0अ0सं0 388/2012, वाद संख्या 346/2013, धारा 302/201 भादवि, थाना काकोरी लखनऊ से संबंधित है। वादी श्री सफीक पुत्र अब्दुल रज्जाक, निवासी दिगुइया, थाना बक्शी का तालाब, लखनऊ द्वारा 7 नवंबर 2012 को तहरीर दी गई थी। आरोप था कि अभियुक्तों ने वादी के भाई नफीस उर्फ पप्पू की पत्नी की विदाई को लेकर हुए विवाद में बकरा काटने वाले चापड़ से निर्मम हत्या कर दी और बाद में शव को गायब कर दिया।तत्कालीन विवेचक धीरेन्द्र कुमार यादव द्वारा विवेचना के दौरान साक्ष्य संकलन कर अभियुक्तों को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया था। विवेचना पूर्ण होने के बाद 18 दिसंबर 2012 को आरोप पत्र न्यायालय में प्रेषित किया गया, जिसके बाद मामला विचाराधीन रहा।

न्यायालय ने सुनाया फैसला

साक्ष्यों, गवाहों, घटना स्थल निरीक्षण, आलाकत्ल की बरामदगी, विवेचक एवं अभियोजन पक्ष की प्रभावी पैरवी के आधार पर माननीय न्यायालय ने अभियुक्तों सरीफ पुत्र बेचू उर्फ मकसूद अली,सलीम पुत्र बेचू उर्फ मकसूद अली, समीम जहाँ पत्नी स्व. नफीस, (सभी निवासी प्यारेपुर मौंदा, थाना काकोरी, लखनऊ)को दोषसिद्ध करार देते हुए धारा 302 भादवि में प्रत्येक को सश्रम आजीवन कठोर कारावास एवं 30,000 रुपये अर्थदंड से दंडित किया। अर्थदंड अदा न करने की स्थिति में तीनों अभियुक्तों को 10 माह का अतिरिक्त कारावास भी भुगतना होगा।

इनकी रही अहम भूमिका

इस मामले में सजा दिलाने में प्रभारी निरीक्षक सतीश राठौर, थाना काकोरी पैरोकार कांस्टेबल प्रवीण कुमार, थाना काकोरी की महत्वपूर्ण भूमिका रही, जिनके अथक प्रयास और प्रभावी पैरवी से वर्षों पुराने मामले में पीड़ित पक्ष को न्याय मिल सका। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि ऑपरेशन कन्विक्शन के तहत ऐसे मामलों में आगे भी सघन पैरवी कर अपराधियों को कठोर सजा दिलाई जाएगी, ताकि समाज में कानून का भय बना रहे।
हजरतगंज के अशोक मार्ग स्थित पीएस टावर में लगी आग, दमकल ने समय रहते पाया काबू
लखनऊ। फायर कंट्रोल रूम हजरतगंज को सुबह 9:59 बजे सूचना प्राप्त हुई कि अशोक मार्ग स्थित पीएस टावर भवन में आग लग गई है। सूचना मिलते ही एफएस हजरतगंज से दो फायर टेंडर अग्नि समन अधिकारी राम कुमार रावत के नेतृत्व में तत्काल घटनास्थल के लिए रवाना किए गए।
मौके पर पहुंचने पर पता चला कि भवन के तृतीय तल पर आग लगी हुई है और अंदर अत्यधिक धुआं भरा हुआ था। अग्निशमन अधिकारी हजरतगंज के नेतृत्व में तथा मुख्य अग्निशमन अधिकारी, लखनऊ के निर्देशन में तुरंत आग बुझाने का अभियान शुरू किया गया।
अग्निशमन कर्मियों ने BA सेट का प्रयोग करते हुए स्मोक एग्जॉस्टर के माध्यम से धुएं की निकासी की। कड़ी मशक्कत और सतत प्रयासों के बाद आग पर पूरी तरह नियंत्रण पा लिया गया।
इस अग्निकांड में किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई, जिससे प्रशासन और दमकल विभाग ने राहत की सांस ली। आग लगने के कारणों की जांच की जा रही है।
आलमबाग में तैनात आरक्षी ने फांसी लगाकर दी जान, शादी से ढाई माह पहले उठाया आत्मघाती कदम
लखनऊ ।राजधानी के थाना आलमबाग क्षेत्र के मोहल्ला छोटा बरहा, भीम नगर में शुक्रवार शाम एक दर्दनाक घटना सामने आई। यहां किराये के मकान में रह रहे एक आरक्षी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची और फॉरेंसिक टीम के साथ साक्ष्य संकलन किया।

पुलिस के अनुसार, शुक्रवार को करीब शाम 6 बजे थाना आलमबाग को सूचना मिली कि  राकेश कुमार सिंह के आवास में एक आरक्षी का शव फांसी के फंदे से लटका हुआ है। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पंचायतनामा की कार्यवाही पूरी की और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।मृतक की पहचान बाल किशन (27 वर्ष) पुत्र कालीचरन सिंह, निवासी ग्राम पिसावा, जनपद अलीगढ़ के रूप में हुई है। बाल किशन वर्ष 2019 बैच के आरक्षी थे और वर्तमान में थाना आलमबाग, जनपद लखनऊ में तैनात थे। उनका पीएनओ-192462730 बताया गया है।


एडिशनल इंस्पेक्टर फूलचंद्र ने बताया कि बाल किशन दिसंबर 2023 से आलमबाग थाने में वाहन चालक के पद पर कार्यरत थे। वह अपने साथी सिपाही विनोद कुमार के साथ पिछले तीन महीनों से भीम नगर छोटा बरहा में राकेश सिंह के मकान में किराये पर रह रहे थे।परिजनों और सहकर्मियों के अनुसार, आरक्षी की फरवरी माह में शादी तय थी, जिससे पहले इस घटना ने सभी को स्तब्ध कर दिया है। आत्महत्या के कारणों का अभी स्पष्ट पता नहीं चल सका है। पुलिस का कहना है कि मामले की हर पहलू से जांच की जा रही है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद स्थिति और स्पष्ट होगी।
दयाराम यादव अध्यक्ष व सर्वेश कुमार महामंत्री हुए निर्विरोध निर्वाचित


लखनऊ। चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी संघ वन एवं वन्य जीव विभाग उत्तर प्रदेश का द्विवार्षिक अधिवेशन एवं चुनाव वन विभाग मुख्यालय पंचवटी सभागार में हुआ आयोजित कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सुनील चौधरी प्रधान मुख्य संरक्षक एवं विभागाध्यक्ष उत्तर प्रदेश विशिष्ट अतिथि दीपक कुमार प्रधान मुख्य संरक्षक प्रशासन व प्रीति शर्मा मुख्य वन संरक्षक मानव संसाधन विकास रहे।

कार्यक्रम के प्रथम सत्र में अधिवेशन हुआ अधिवेशन सत्र में अध्यक्ष दयाराम यादव व महामंत्री सर्वेश कुमार ने विवाह की समस्याओं एवं मांगों पर चर्चा करते हुए अपने कार्यकाल में कराए गए कार्यों के बारे में बताया एवं मुख्य अतिथि के समक्ष अपना मांग पत्र सौंपा अधिवेशन में कई वक्ताओं ने अपने-अपने विचार भी व्यक्त किया कार्यक्रम के द्वितीय सत्र में चुनाव प्रक्रिया संपन्न कराई गई।

मुख्य चुनाव अधिकारी योगेंद्र पाल सिंह भारती सहायक चुनाव अधिकारी जितेंद्र कुमार मनोज कुमार शर्मा  रामदेव यादव पीयूष सिंह व जगत सिंह नेगी की देखरेख में चुनाव प्रक्रिया संपन्न हुई सभी पदाधिकारी व कार्यकारिणी सदस्य सर्वसम्मति से निर्विरोध निर्वाचित हुई मुख्य चुनाव अधिकारी ने सभी नवनिर्वाचित पदाधिकारियों व कार्यकारिणी सदस्यों की घोषणा की नवनिर्वाचित पदाधिकारियों में संरक्षक छोटेलाल अध्यक्ष दयाराम यादव वरिष्ठ उपाध्यक्ष पप्पू यादव उपाध्यक्ष रामबाबू कुशवाहा महामंत्री सर्वेश कुमार मंत्री राजकुमार कश्यप व वीरू यादव कोषाध्यक्ष अरविंद कुमार तिवारी संयुक्त मंत्री ओम प्रकाश राय संगठन मंत्री केशव सिंह व राजेंद्र सिंह यादव कार्यालय सचिव अनिल कुमार गौतम सांस्कृतिक मंत्री रणजीत सिंह व श्याम नारायण गुप्ता प्रचार मंत्री राजेश कुमार पाल व दीपक आर्या आडिटर भूपाल सिंह व महिला प्रकोष्ठ उपाध्यक्ष विभा देवी निर्वाचित हुई।

मुख्य चुनाव अधिकारी ने सभी नवनिर्वाचित पदाधिकारियों व कार्यकारिणी सदस्यों को शपथ दिलवाई इस अवसर पर विभागीय संगठनों एवं कई विभागीय संगठनों के पदाधिकारी एवं कर्मचारी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे सभी ने नवनिर्वाचित पदाधिकारियों एवं कार्यकारिणी सदस्यों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी संघ के प्रदेश अध्यक्ष एवं महामंत्री ने कार्यक्रम में उपस्थित मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथियों का स्वागत एवं सम्मान किया और कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों का धन्यवाद एवं आभार किया।
विकसित उत्तर प्रदेश @2047 विजन हेतु योजना भवन में राज्य स्तरीय विचार–मंथन सम्मेलन आयोजित

* भविष्यगत तकनीकों में युवाओं को प्रशिक्षित करने पर मंत्री कपिल देव अग्रवाल का विशेष जोर

* विजन के निर्माण को लेकर विशेषज्ञों, कुलपतियों और उद्योग प्रतिनिधियों ने साझा किए सुझाव

लखनऊ ब्यूरो

लखनऊ। योजना भवन, लखनऊ में शुक्रवार को  व्यावसायिक शिक्षा, कौशल विकास एवं उद्यमशीलता विभाग तथा प्राविधिक शिक्षा विभाग के संयुक्त तत्वावधान में विकसित उत्तर प्रदेश विजन डॉक्यूमेंट तैयार करने के उद्देश्य से राज्य स्तरीय विचार-मंथन सम्मेलन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) व्यावसायिक शिक्षा, कौशल विकास एवं उद्यमशीलता विभाग कपिल देव अग्रवाल ने दीप प्रज्वलित कर किया।
मंत्री अग्रवाल ने कहा कि उत्तर प्रदेश को विकसित राज्य बनाने के लिए युवाओं को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, क्वांटम टेक्नोलॉजी, सेमीकंडक्टर, रिन्यूएबल एनर्जी, ग्रीन हाइड्रोजन और ड्रोन जैसे भविष्यगत क्षेत्रों में प्रशिक्षित करने की दिशा में बड़े पैमाने पर कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि युवाओं को केवल रोजगार पाने वाला नहीं बल्कि रोजगार देने वाला बनाना सरकार की प्राथमिकता है, इसी उद्देश्य से आईटीआई और पॉलिटेक्निक संस्थानों को बाज़ार की मांग के अनुरूप नए कोर्सों से सशक्त किया जा रहा है। मंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि इन प्रयासों से भारत की 6 ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था बनाने का लक्ष्य मजबूत होगा और उत्तर प्रदेश देश के विकसित भारत के सपने को पूरा करने में सबसे महत्वपूर्ण स्तम्भ बनेगा।
मुख्यमंत्री के सलाहकार अवनीश अवस्थी ने कहा कि विकसित भारत के विजन में विकसित उत्तर प्रदेश की केंद्रीय भूमिका है, इसलिए इस दिशा में कोई भी बजट कमी आड़े नहीं आने दी जाएगी। उन्होंने कहा कि मजबूत मानव पूंजी, उच्च स्तरीय तकनीकी प्रशिक्षण और विश्वस्तरीय कौशल विकास से ही प्रदेश को वैश्विक प्रतिस्पर्धा में अग्रणी बनाया जा सकता है।
मुख्यमंत्री के सलाहकार जे.एन. सिंह ने कहा कि आईटीआई और पॉलिटेक्निक संस्थान विकसित उत्तर प्रदेश 2047 की नींव हैं। इन संस्थानों की मान्यता और एफिलिएशन प्रक्रियाओं को सरल बनाया जाएगा, ताकि युवा वैश्विक तकनीकी माहौल के अनुरूप दक्ष बन सकें। उन्होंने कहा कि तकनीकी दक्षता, कौशल विकास और औद्योगिक तालमेल ही उत्तर प्रदेश को वैश्विक मंच पर अग्रणी बनाएगा।
अपर मुख्य सचिव, प्राविधिक शिक्षा विभाग, नरेन्द्र भूषण ने अपने संबोधन में बताया कि प्रदेश के पॉलिटेक्निक संस्थानों में प्रशिक्षण की गुणवत्ता सुधारने के लिए एकेडमिक कैलेंडर को राष्ट्रीय स्तर पर एकरूप किया गया है। साथ ही 121 पॉलिटेक्निक संस्थानों को टीटीएल के सहयोग से इंडस्ट्री 4.0 मॉडल के अनुरूप विकसित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि naukri.com के साथ एमओयू के माध्यम से बड़ी संख्या में युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराया जा रहा है तथा सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना कर बच्चों को स्किल आधारित शिक्षा से जोड़ा जा रहा है।
प्रमुख सचिव, व्यावसायिक शिक्षा, कौशल विकास एवं उद्यमशीलता विभाग डॉ. हरिओम ने कहा कि विकसित उत्तर प्रदेश 2047 बनाने की दिशा में विभाग बड़े पैमाने पर आईटीआई प्रशिक्षण को आधुनिक स्वरूप दे रहा है। उन्होंने बताया कि 212 आईटीआई को टाटा टेक्नोलॉजी के सहयोग से अपग्रेड किया गया है, जहां पिछले दो वर्षों में लगभग 24 हजार युवाओं को आधुनिक तकनीकी प्रशिक्षण दिया गया है। प्रदेश में प्रतिवर्ष 7 लाख प्रशिक्षार्थी आईटीआई के माध्यम से प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं तथा कौशल विकास मिशन के माध्यम से लगभग 70 हजार युवाओं को प्रशिक्षित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि ड्रोन, एआई, ब्लॉकचेन तथा आईओटी जैसे उभरते क्षेत्रों में प्रशिक्षण देकर उत्तर प्रदेश देश और दुनिया में तकनीकी नेतृत्व की ओर बढ़ रहा है।
सम्मेलन के विभिन्न सत्रों में फ्रंटियर टेक्नोलॉजी, नवाचार, शिक्षा में गुणवत्ता, उद्यमिता संवर्द्धन और रोजगार सृजन पर विस्तृत चर्चा हुई। पैनल चर्चाओं में मिशन निदेशक पुलकित खरे ने भविष्य की कौशल आवश्यकताओं के अनुरूप नए पाठ्यक्रम आरंभ करने, प्रयोगशालाओं और डिजिटल अधोसंरचना के उन्नयन पर अपने विचार रखे। निदेशक प्रशिक्षण अभिषेक सिंह ने एनएसक्यूएफ, राष्ट्रीय शिक्षा नीति और क्रेडिट फ्रेमवर्क के अनुरूप पाठ्यक्रमों को संरेखित करने के महत्व पर प्रकाश डाला।
कार्यक्रम में विभिन्न विश्वविद्यालयों के कुलपतियों, उद्योग विशेषज्ञों और तकनीकी संस्थानों के प्रतिनिधियों ने बताया कि उद्यमिता, इंटर्नशिप, अप्रेंटिसशिप और इंडस्ट्री-अकादमिक सहयोग को मजबूत करके ही युवाओं को वास्तविक कार्य-परिस्थितियों का अनुभव कराया जा सकता है। प्रशिक्षकों के प्रशिक्षण, बालिकाओं एवं ग्रामीण क्षेत्रों के युवाओं तक कौशल प्रशिक्षण पहुंचाने, उभरते उद्योगों की मांग के अनुकूल पाठ्यक्रमों को अद्यतन करने, स्टार्टअप एवं इनक्यूबेशन को बढ़ावा देने तथा स्थानीय आर्थिक सहभागिता बढ़ाने पर विशेष जोर दिया गया। प्रतिभागियों ने कहा कि विकसित उत्तर प्रदेश का लक्ष्य तभी साकार होगा जब कौशल विकास को गांव-गांव तक पहुंचाकर सभी वर्गों को समान अवसर प्रदान किए जाएं।
बैठक में विशेष सचिव श्रम  कुणाल सिल्कु,  प्राविधिक शिक्षा महानिदेशक  सेल्वा कुमारी जे., कुलपति एकेटीयू प्रो जेपी पाण्डेय,  निदेशक (प्राविधिक) डीके सिंह, अतिरिक्त निदेशक  राजेन्द्र प्रसाद,  मानपाल सिंह,  संयुक्त निदेशक  योगेन्द्र सिंह,  राम प्रकाश   एवं समस्त उपनिदेशक निदेशालय तथा समस्त सहायक निदेशक निदेशालय, उत्तर प्रदेश के समस्त संयुक्त निदेशक (प्रशि/ शिशिक्षु) एवं प्रधानाचार्य अलीगंज आईटीआई  राज कुमार यादव सहित जनपद लखनऊ के समस्त प्रधानाचार्य एवं अन्य स्टेक होल्डर तथा  अरविन्द कुमार गुप्ता, एसोसियेट डायरेक्ट डेलाइट एवं उनकी पूरी टीम उपस्थित रही।
राज्य के ईको पर्यटन विकास के लिए पर्यटन और वन विभाग की विशेष बैठक
*वन विभाग द्वारा प्रदेश में चिह्नत 52 वेटलैंड्स पर पर्यटन सुविधाओं के विकास पर बनी सहमति-जयवीर सिंह*

लखनऊ ब्यूरो

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में इको टूरिज्म के अंतर्गत कराए जा रहे विभिन्न कार्य और गतिविधियों के मद्देनजर पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह व राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), वन, पर्यावरण, जंतु उद्यान एवं जलवायु परिवर्तन विभाग, उत्तर प्रदेश सरकार अरुण कुमार सक्सेना की संयुक्त बैठक आज गोमती नगर स्थित पर्यटन निदेशालय में संपन्न हुई। बैठक में प्रदेश के चारों टाइगर रिजर्व, 10 रामसर साइट्स सहित कई वेटलैंड के एकीकृत विकास के निर्देश दिए गए। इसके साथ ही आगामी वर्षों में प्रदेश को वाइल्ड लाइफ टूरिज्म हब के रूप में स्थापित करने की संभावनाओं पर विस्तार से चर्चा हुई।

पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश में पर्यटन का भविष्य तेज़ी से नए आयाम गढ़ रहा है इसी बदलते परिदृश्य में समग्र पर्यटन विकास, रिस्पांसिबल टूरिज्म और वन एवं पर्यावरण विभाग के सहयोग की भूमिका निर्णायक होगी। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि हमें समस्या नहीं, समाधान की ओर बढ़ना है, इसी सोच के साथ प्रदेश में पर्यटन विकास को अब एकीकृत और भविष्य केंद्रित रूप में आगे बढ़ाया जा रहा है।

बैठक में उत्तर प्रदेश के दुधवा, पीलीभीत, अमानगढ़, रानीपुर टाइगर रिजर्व और 10 रामसर साइट्स नवाबगंज पक्षी अभ्यारण्य (उन्नाव), पार्वती आर्गा पक्षी अभ्यारण्य (गोंडा), समान पक्षी अभ्यारण्य (मैनपुरी), समसपुर पक्षी अभ्यारण्य (रायबरेली), सांडी पक्षी अभ्यारण्य (हरदोई), सरसई नावर झील (इटावा), सूर सरोवर पक्षी विहार (आगरा), ऊपरी गंगा नदी (ब्रजघाट से नरौरा विस्तार), बखिरा वन्यजीव अभ्यारण्य (संत कबीर नगर) और हैदरपुर वेटलैंड (मुजफ्फरनगर) को विश्वस्तरीय इको टूरिज्म मॉडल के रूप में विकसित करने पर केंद्रित चर्चा हुई। इन स्थलों पर आधारभूत संरचना प्रवेश द्वार, नेचर ट्रेल, वॉच टावर, साइनेज, कॉटेज, कैंटीन, गज़ीबो, स्वागत कक्ष और आरओ सहित अन्य सुविधाओं के निर्माण एवं सुदृढ़ीकरण के लिए समुचित वित्तपोषण की आवश्यकता को विस्तृत रूप से रखा गया। बैठक में इको टूरिज्म गाइड, ड्राइवर और हॉस्पिटैलिटी स्टाफ के प्रशिक्षण, पर्यटन स्थलों पर बेहतर साइनेज लगाने और वन विभाग की सहमति से कंसल्टेंट नियुक्त करने जैसे महत्वपूर्ण बिंदुओं पर भी विमर्श हुआ।

उत्तर प्रदेश सरकार वित्तीय वर्ष 2026-27 में इको-टूरिज्म को नई दिशा देने जा रही है। प्रदेश के महत्वपूर्ण प्राकृतिक स्थलों को विकसित करने की योजनाओं पर तेजी से काम हो रहा है, जिनमें बरेली के नगर वन और कन्नौज के लाख बहोसी पक्षी विहार को विशेष रूप से उन्नत रूप में संवारने की तैयारी है। बैठक में बर्ड सर्किट सूर सरोवर (आगरा), शेखा झील (अलीगढ़), रपड़ी वेटलैंड (फिरोजाबाद), सरसई नावर (इटावा) तथा लाख बहोसी वेटलैंड (कन्नौज) के समग्र विकास पर भी विस्तृत चर्चा की गई, ताकि इन स्थलों को ‘वन डेस्टिनेशन फॉर टूरिस्ट्स’ के रूप में विकसित किया जा सकता है।

प्रदेश में वेटलैंड आधारित पर्यटन को नई दिशा देने के लिए पर्यटन विभाग और वन विभाग ‘वन डिस्ट्रिक्ट, वन वेटलैंड’ मॉडल पर व्यापक योजना तैयार कर रहे हैं। इसी के अंतर्गत 52 वेटलैंड को चिह्नित किया गया है। इनके समग्र प्रोजेक्शन और उन्हें एकीकृत पर्यटन सर्किट के रूप में संवर्धित करने पर सहमति बनी। जनपद चंदौली स्थित राजदरी-देवदरी वाटरफॉल में ईको टूरिज्म अवस्थापना सुविधाओं के ऑपरेशन एवं मेंटेनेंस के संबंध में चर्चा, वन विभाग के सहयोग से किसी एक रामसर साइट्स पर महोत्सव (बर्ड फेस्टिवल) के आयोजन आदि विषयों पर भी विमर्श हुआ। गोरखपुर प्राणी उद्यान में एम्पीथियेटर, कैंटीन, पार्किंग सहित अन्य अवसंरचना के विकास पर गहनता से चर्चा हुई।
राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), वन, पर्यावरण, जंतु उद्यान एवं जलवायु परिवर्तन विभाग, उत्तर प्रदेश सरकार
अरुण कुमार सक्सेना ने कहा उत्तर प्रदेश के समृद्ध वन्य जीवन और प्राकृतिक धरोहर को संरक्षित करते हुए उसे वैश्विक स्तर पर पर्यटन आकर्षण के रूप में प्रस्तुत करना हमारा मूल उद्देश्य है। इको टूरिज़्म न केवल स्थानीय समुदायों को रोजगार से जोड़ता है, बल्कि प्रकृति संरक्षण के प्रति सामूहिक जिम्मेदारी भी मजबूत करता है। टाइगर रिजर्व, रामसर साइट्स और राज्य के प्रमुख वेटलैंड्स में चल रहे विकास कार्यों से प्रदेश को ‘वाइल्ड लाइफ टूरिज्म हब’ बनाने की दिशा में नई ऊर्जा मिली है। वन विभाग समन्वय के साथ पर्यटन विभाग के प्रयासों को गति देने के लिए प्रतिबद्ध है, ताकि उत्तर प्रदेश प्रकृति-आधारित पर्यटन का राष्ट्रीय मॉडल बन सके।

वन विभाग की ओर से दिल्ली-एनसीआर से सटे ओखला बर्ड सैंक्चुअरी में साइनेज लगाने  के सुझाव और ग्रेटर नोएडा के सूरजपुर पक्षी विहार में पर्यटक सुविधाओं के विकास का प्रस्ताव रखा गया। पर्यटन मंत्री ने इस पर सहमति जताई। मंत्री द्वय ने कहा कि इन दोनों स्थलों पर बड़ी संख्या में देशी-विदेशी पर्यटक आते हैं, इसलिए उक्त दोनों स्थलों का विकास हमारी प्राथमिकता है।

बैठक में प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति अमृत अभिजात, उत्तर प्रदेश वन विभाग के प्रधान मुख्य वन संरक्षक सुनील चौधरी, महानिदेशक पर्यटन एवं यूपीईटीडीबी के डायरेक्टर (एडमिन) राजेश कुमार, प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यजीव) बी प्रभाकर, सेक्रेटरी फारेस्ट बी चंद्रकला, यूपी एफसी के एपीपीसीएफ एमडी संजय कुमार, पर्यटन सलाहकार जेपी सिंह सहित वनविभाग, वन निगम तथा पर्यटन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
अनुदान पर सोलर पंप प्राप्त करने के लिए 15 दिसंबर तक करें आवेदन

* पीएम कुसुम योजना के अंतर्गत अन्नदाताओं को अनुदान पर 40521 सोलर पंप उपलब्ध कराए जाएंगे

* किसानों की समृद्धि में सहायक केंद्रांश व राज्यांश का बड़ा अनुदान


लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा 'प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा व उत्थान महाभियान' (पीएम कुसुम) के अंतर्गत वर्ष 2025-26 में प्रदेश के अन्नदाता किसानों को अनुदान पर 40521 सोलर पंप उपलब्ध कराए जाएंगे। इस योजना का लाभ उठाने के लिए किसान 15 दिसंबर 2025 तक कृषि विभाग की आधिकारिक वेबसाइट www.agriculture.up.gov.in पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। केवल उन्हीं किसानों को अनुदान पर सोलर पंप प्राप्त होगा जो इस वेबसाइट पर पहले से पंजीकृत हैं। किसानों का चयन ई-लॉटरी के माध्यम से किया जाएगा। राज्य सरकार ने इस कार्य के लिए 20227.50 लाख (दो अरब दो करोड़ सत्ताइस लाख पचास हजार) रुपये की धनराशि भी स्वीकृत कर दी है, जो किसानों की समृद्धि में सहायक होगी।
किसानों को 9 प्रकार के सोलर पंपों पर केंद्र सरकार और राज्य सरकार दोनों की ओर से अनुदान के रूप में बड़ी छूट दी जा रही है। 2 एचपी डीसी/एसी सरफेस पंप पर कुल ₹98,593-₹98,593 का अनुदान दिया जाएगा। 2 एचपी डीसी सबमर्सिबल पंप पर ₹1,00,215, और 2 एचपी एसी सबमर्सिबल पंप पर ₹99,947 का अनुदान उपलब्ध कराया जाएगा। 3 एचपी डीसी सबमर्सिबल पंप पर ₹1,33,621 और 3 एचपी एसी सबमर्सिबल पंप पर ₹1,32,314 का अनुदान मिलेगा, जिसमें राज्य सरकार का अंश ₹77,618 और केंद्र सरकार का अंश ₹54,696 होगा। 5 एचपी एसी सबमर्सिबल पंप पर ₹1,88,038 का अनुदान किसानों को प्राप्त होगा। 7.5 एचपी एसी और 10 एचपी एसी सबमर्सिबल पंपों पर सर्वाधिक ₹2,54,983 का अनुदान मिलेगा, जिसमें राज्य सरकार द्वारा ₹1,40,780 और केंद्र सरकार द्वारा ₹1,14,203 का अनुदान शामिल है।
किसानों को अनुदान पर सोलर पंप की ऑनलाइन बुकिंग www.agriculture.up.gov.in पर जाकर 'अनुदान हेतु सोलर पंप की बुकिंग करें' लिंक के माध्यम से करनी होगी। ऑनलाइन बुकिंग कन्फर्म होने पर पंजीकृत मोबाइल नंबर पर सूचना मिलेगी, जिसके बाद किसानों को अनुदान के बाद बची हुई अवशेष धनराशि ऑनलाइन जमा करनी होगी। टोकन मनी के रूप में किसानों को केवल ₹5,000 की राशि जमा करनी होगी। कृषि विभाग के अनुसार, 2 एचपी के लिए 4 इंच, 3 व 5 एचपी के लिए 6 इंच, और 7.5 एचपी व 10 एचपी के लिए 8 इंच की बोरिंग अनिवार्य है, जो स्वयं किसान की होनी चाहिए। सत्यापन के समय बोरिंग न पाए जाने पर टोकन मनी जब्त कर ली जाएगी और आवेदन निरस्त माना जा सकता है।
बाराबंकी में मादक पदार्थ तस्कर गिरफ्तार, 1 करोड़ 5 लाख रुपये की स्मैक/हेरोइन बरामद

लखनऊ ।  एएनटीएफ थाना बाराबंकी की पुलिस टीम ने मादक पदार्थ की तस्करी में लिप्त कमलेश रावत (55 वर्ष, पुत्र स्व. बंशीलाल, ग्राम लखियापुर, थाना कोठी) को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तारी के समय उसके कब्जे से 522 ग्राम अवैध स्मैक/हेरोइन, 1 मोबाइल फोन और 1,270 रुपये नकद बरामद हुए। बरामद स्मैक/हेरोइन की अनुमानित कीमत लगभग 1 करोड़ 5 लाख रुपये बताई जा रही है।थाना कोठी में आरोपी के खिलाफ एन.डी.पी.एस. एक्ट, 1985 की धारा 8/21/29 के तहत मामला दर्ज कर अग्रिम कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है।

पूछताछ में यह हुआ बड़ा खुलासा

अभियुक्त ने बताया कि यह अवैध मादक पदार्थ वह एक व्यक्ति से खरीदकर तस्करी के जरिए कमीशन के लिए बेचता था। चार-पांच साल पहले हुए एक्सीडेंट में पैर टूटने के कारण वह अन्य काम नहीं कर सकता और इसी वजह से तस्करी करता था। पूछताछ के दौरान आरोपी से काफी जानकारी मिली है, जिनके आधार पर अन्य सहयोगियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।

गिरफ्तारी का विवरण
स्थान: लखियापुर तिराहा, बह्दग्राम छोटा लालपुर, थाना कोठी, जनपद बाराबंकी
बरामदगी
522 ग्राम स्मैक/हेरोइन (अनुमानित कीमत 1 करोड़ 5 लाख रुपये)
1 मोबाइल फोन
1,270 रुपये नकद

गिरफ्तारी करने वाली टीम
ए0एन0टी0एफ0 थाना बाराबंकी के कुल 13 अधिकारी और कर्मचारियों ने यह कार्रवाई की, जिसमें थाना प्रभारी और अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे।