विनियमितिकरण का प्रस्ताव कैबिनेट में लाए योगी सरकार –प्रदेश अध्यक्ष डॉ.के.यस पाठक।
संजय द्विवेदी।प्रयागराज।अनुदानित महाविद्यालय/ विश्वविद्यालय अनुमोदित शिक्षक संघ उत्तर प्रदेश के डिग्री शिक्षको की एक ऑनलाइन आवश्यक बैठक संघ के प्रदेश अध्यक्ष डॉ.के एस पाठक की अध्यक्षता में हुई ।बैठक में सभी शिक्षको ने एक स्वर से सरकार से मांग कि 331ऐडेड डिग्री कॉलेज में चल रहे स्ववित्तपोषित पाठ्यक्रमो को अनुदान में लिया जाए और उसमें कार्यरत 3920 अनुमोदित डिग्री शिक्षको को तत्काल विनियमित किया जाए।डॉ.के एस पाठक ने बताया कि इस सन्दर्भ में कई बैठके शासन स्तर पर हो चुकी है तथा उच्च शिक्षा निदेशक प्रयागराज द्वारा वित्तीय व्यय भार  का बजट एवं प्रस्ताव भी प्रस्तुत किया जा चुका है।डॉ. पाठक ने बताया कि अध्यापकों के विनियमितिकरण पर लगभग 300 करोड रुपए का खर्च आएगा जिसकी जानकारी पिछले दिनो 23 अगस्त 2023 की बैठक में प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री योगेन्द्र उपाध्याय को इससे अवगत करा दिया गया था। डॉ.पाठक ने इस बात पर भी जोर दिया कि यदि सरकार पूर्ण वेतनमान नही दे पा रही है तो न्यूनतम वेतनमान सरकारी खजाने से रु.57700/00 अवश्य दे।डॉ पाठक ने आगे यह भी कहा कि एडेड डिग्री कॉलेज में स्ववित्त पोषित व्यवस्था तत्काल प्रभाव से बंद किया जाए तथा वर्तमान समय तक कार्यरत अध्यापको का विनियमितीकरण किया जाए।डॉ.पाठक ने यह भी कहा कि एक ही छत के नीचे दोहरी व्यवस्था यह कही से भी उचित नही है।डॉ.पाठक ने यह भी कहा कि यदि कुछ अध्यापकों का डाटा बेस सरकार के पास उपलब्ध न हो तो उसे भी मांगे जाने की वकालत की।डॉ पाठक ने शुल्क प्रतिपूर्ति की बात को भी सरकार के सामने रखते हुए कहा कि यदि सरकार शुल्क प्रतिपूर्ति का आंकड़ा समाज कल्याण से मंगा ले तो सरकार को भी विनियमितिकरण करने में और आसानी होगी और सरकार के ऊपर व्यय भार भी कम होगा। डॉ.पाठक ने कहा कि इसकी मांग पहले भी की जा चुकी है। डॉ.पाठक यह भी कहा कि यदि सरकार इन शिक्षको का विनियमितिकरण कर देती है या सरकारी खजाने से न्यूनतम वेतनमान रु.5700/00 दे देती है या वर्ष 2014 में नैक ए ग्रेड के महाविद्यालय के शिक्षको को रुसा योजना के अन्तर्गत जो रु.57700/00 दिया गया था वह प्रदेश के सभी अनुदानित महाविद्यालय के शिक्षको को दे दिया जाय।तभी सरकार का यह नारा सबका साथ सबका विकास सबका विश्वास का सपना साकार होगा क्योकि विगत 25 वर्षो से प्रदेश के एडेड डिग्री कॉलेजो के शिक्षक विनियमितिकरण की आस में अत्यंत कम वेतन पांच हजार से बीस हजार रुपए में कार्य कर रहे है।साथ ही साथ प्रदेश अध्यक्ष डॉ.के एस पाठक ने प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मांग की कि प्रदेश के अनुदानित महाविद्यालयो के स्ववित्तपोषित शिक्षको के विनियमितिकरण का प्रस्ताव विधान सभा सत्र से पहले कैबिनेट में लाया जाय।बैठक में संघ के प्रदेश संयोजक डॉ.अजय कुमार सिंह महामंत्री डॉ.एस के शुक्ला संगठन महामंत्री डॉ.एस एन त्रिपाठी प्रदेश उपाध्यक्ष एवं भारतीय जनता पार्टी शिक्षक प्रकोष्ठ जिला जौनपुर के संयोजक डॉ. रविकांत सिंह प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ अमिताभ मिश्रा डॉ.पुष्पलता तिवारी सह संगठन मंत्री डॉ. दीपेन्द्र वर्मा संगठन मंत्री डॉ. अनिल कुमार सिंह प्रदेश संयुक्त मंत्री डॉ.अहमद नजम प्रदेश संयुक्त मंत्री डॉ.ज्ञान प्रकाश सिंह प्रदेश संयुक्त मंत्री कैप्टेन डॉ.मीनू मल्होत्रा प्रदेश संयुक्त मंत्री एवं बरेली विश्वविद्यालय के अध्यक्ष डॉ. राजीव सिंह चौहान शाकंभरी विश्वविद्यालय के संयोजक डॉ. रवि बंसल अध्यक्ष डॉ.मनोज मलिक आगरा विश्वविद्यालय के अध्यक्ष डॉ.सुशील मिश्रा कानपुर विश्वविद्यालय के संरक्षक डॉ.आर पी सिंह अध्यक्ष डॉ.कमलेश यादव महामंत्री डॉ.अखंड प्रताप सिंह गोरखपुर विश्वविद्यालय के अध्यक्ष डॉ.राजेश कुमार मिश्रा लखनऊ विश्वविद्यालय से डॉ. शिवानी दीक्षित डॉ शिव कुमार पूर्वांचल विश्वविद्यालय के अध्यक्ष डॉ.अवनीश कुमार सिंह महामंत्री डॉ.संजय कुमार तिवारी विद्यापीठ अध्यक्ष डॉ. कौशलेन्द्र कुमार सिंह महामंत्री डॉ.आलोक कुमार गुप्ता प्रो. राजेन्द्र सिंह रज्जू भैया विश्वविद्यालय प्रयागराज इकाई के अध्यक्ष डॉ.मनोज कुमार तिवारी काशी विद्यापीठ के डॉ. रमेश कुमार सिंह डॉ.विनय कुमार सिंह डॉ.विनय कुमार शर्मा डॉ.अजय कुमार मौर्य डॉ. सत्य प्रकाश सिंह डॉ.दुर्गेश चौहान डॉ.पवन भारद्वाज डॉ. सुनीता अवस्थी डॉ.सुचेता शर्मा डॉ.मोहन मौर्य डॉ.ममता शुक्ला डॉ.प्रतिभा सिंह डॉ.गिजेन्द्र सिंह डॉ.अरिमरदन सिंह डॉ.ब्रज गोविंद मिश्रा डॉ.प्रदीप कुमार सिंह डॉ कुंवर दिलीप सिंह डॉ. डी एस सिंह डॉ.अखिलेश्वर तिवारी डॉ.शिवानन्द सिंह डॉ. सत्येन्द्र तिवारी आदि ने बैठक में शामिल होकर अपनी मांगो के प्रति अपनी सहमति जताई।
युवाओ को स्वावलंबी एवं आत्मनिर्भर बनाना डीजीएस परिवार का प्रमुख उद्देश्य- इन्द्रदेव शुक्ला।
संजय द्विवेदी प्रयागराज।यमुनानगर अन्तर्गत मेजा विधान सभा के विकास खण्ड उरुवा क्षेत्र के ग्राम सभा कुंवरपट्टी के डीजीएस परिवार कि लोगो का मत है कि मेजा क्षेत्र की प्रत्येक युवाओं को आत्मनिर्भर एवं स्वावलंबी बनाना प्रमुख उद्देश्य है।जहां डीजीएस परिवार द्वारा  तमाम प्रयास किया जा रहा है।इसी क्रम में प्रतिवर्ष मां शीतला महोत्सव कार्यक्रम भी डीजीएस परिवार द्वारा किया जाता है। इस महोत्सव में डीजेएस परिवार ब्राह्मणो के द्वारा वैदिक मंत्रो के साथ मां शीतला महोत्सव में मां शीतला का भव्य श्रृंगार और पूजा अर्चना की जाती है।और इसी महोत्सव के दौरान भाजपा नेता एवं जन सेवक इन्द्रदेव शुक्ला (राजू भैया) द्वारा 51 कन्याओ का विवाह महोत्सव के बाद महोत्सव स्थल पर ही सम्पन्न कराया जाता है।इन्द्रदेव शुक्ला (राजू भैया)यह बताया कि इस आगामी 26 जनवरी को सुबह 7:00 बजे से डीजीएस परिवार द्वारा डीजीएस गेस्ट हाउस मे सभी क्षेत्रवासियों से अपील की है कि उक्त शीतल महोत्सव के कलश यात्रा में सम्मिलित होकर कलश यात्रा को सम्पन्न बनाएं। जन सेवक इन्द्रदेव शुक्ला राजू भैया द्वारा बताया गया कि विगत 20 वर्षो से निरन्तर मेजा क्षेत्र की जनता का सेवा करने का आशीर्वाद प्राप्त होता रहता है।उन्होंने कहा कि मानव जीवन बहुत ही पूर्ण कर्मो के प्रताप से प्राप्त होता है। जो प्रभु की भक्ति के माध्यम से लोगो की सेवा करते है।उन्हे मां शीतला का पूर्ण फल प्राप्त होता है।उन्होने बताया कि मेजा क्षेत्र वासियों के लिए मैं निरंतर जनसेवक हूं और बना रहूंगा।उन्होने बताया कि हमारे डीजीएस परिवार द्वारा मेजा क्षेत्र के लोगो को स्वावलम्बी एवं आत्मनिर्भर बनाने के निरन्तर प्रयासरत्न रहेगे।।
माघ मेला 2025-26 के लिए साधु-सन्तो व संस्थाओ को भूमि आवंटन की प्रस्तावित तिथियां
संजय द्विवेदी,प्रयागराज।अपर मेलाधिकारी माघ मेला ने बताया है कि माघ मेला 2025-26 में साधु-संतो संस्थाओ एवं प्रयागवाल/तीर्थपुरोहितो को विगत वर्षो की भांति परम्परानुसार भूमि/सुविधाओं का आवंटन किया जाना है।माघ मेला 2025-26 में दिनांक 15.12.2025 को अरैल नागवासुकी मार्ग हरिशचन्द्र मार्ग के लिए भूमि का आवंटन प्रयागवाल तीर्थ पुरोहित के लिए भूमि आवंटन 16 दिसम्बर से प्रारम्भ 16 दिसम्बर को गंगोली शिवाला मार्ग ओल्ड जी0टी0 मार्ग अलोपशंकरी मार्ग एवं तुलसी मार्ग  17 दिसम्बर को समयामाई मार्ग सूरदास मार्ग गणपति मार्ग कबीर नगर 18 दिसम्बर को अक्षयवट मार्ग संगम वापसी मार्ग लाल सड़क परेड हर्षवर्धन मार्ग अन्नपूर्णा रामानुज मार्ग 19 दिसम्बर को त्रिवेणी मार्ग काली मार्ग संगम अपर मार्ग सरस्वती मार्ग महावीर मार्ग मोरी मार्ग गाटा मार्ग एवं अन्य संस्थाए एवं 20 दिसम्बर को समुद्रकूप मार्ग एवं इण्टरलॉकिंग मार्ग से0-4. भारद्वाज मार्ग संगम लोवर मार्ग एवं शास्त्री गाटा के लिए भूमि का आवंटन किया जायेगा।

अपर मेलाधिकारी माघ मेला ने बताया है कि सुविधा पर्चियों की प्राप्ति हेतु पहचानयुक्त फोटो एवं आधार कार्ड प्रस्तुत करना अनिवार्य है।उन्होने यह भी बताया है कि अपरिहार्य परिस्थितियो में उपरोक्त तिथियों में परिवर्तन सम्भव है। कहा है कि जिन संस्थाओ द्वारा विगत वर्ष कुम्भ/महाकुम्भ/माघ मेला अथवा अन्य किसी वर्षों में टिन टेण्टेज फर्नीचर की सुविधायें प्राप्त कर वापस नहीं की गयी है उन्हे वर्तमान वर्ष में किसी भी प्रकार की भूमि एवं सुविधा देय नहीं होगी।प्रत्येक शिविर धारक को मेले की सम्पूर्ण अवधि (माघी पूर्णिमा)तक शिविर बनाये रखना अनिवार्य होगा। सुविधा पर्ची, भूमि आवंटन के 02 दिन के पश्चात निर्गत की जायेगी।
साधना पाल का चयन अरुणाचल प्रदेश की अण्डर-19 वन-डे ट्राफी

संजय द्विवेदी।प्रयागराज।कैन्टोनमेन्ट बोर्ड क्रिकेट अकादमी की प्रशिक्षु साधना पाल का चयन बीसीसीआई द्वारा नागपुर में 13 से 21 दिसम्बर तक आयोजित वूमेंस अंडर-19 वन-डे ट्रॉफी के लिए अरुणाचल प्रदेश की टीम में हुआ है।

अरुणाचल प्रदेश की टीम 13 दिसम्बर को मणिपुर के खिलाफ अपना मुकाबला खेलेगी।अशोक नगर निवासी हरिश्चन्द्र पाल एवं शमा पाल की पुत्री साधना कैंटोन्मेंट बोर्ड क्रिकेट अकादमी के कोच संजीव कुमार से प्रशिक्षण प्राप्त करती है।दाहिने हाथ की ओपनर बल्लेबाज साधना के चयन पर छावनी परिषद प्रयागराज के मुख्य अधिशाषी अधिकारी मोहम्मद समीर इस्लाम और कैंटोन्मेंट बोर्ड क्रिकेट अकादमी के कोच संजीव कुमार ने बधाई देते हुए शुभकामनाएं दी है।यह जानकारी कोच संजीव कुमार ने दी है।
साधना पाल का चयन अरुणाचल प्रदेश की अण्डर-19 वन-डे ट्राफी

संजय द्विवेदी।प्रयागराज।कैन्टोनमेन्ट बोर्ड क्रिकेट अकादमी की प्रशिक्षु साधना पाल का चयन बीसीसीआई द्वारा नागपुर में 13 से 21 दिसम्बर तक आयोजित वूमेंस अंडर-19 वन-डे ट्रॉफी के लिए अरुणाचल प्रदेश की टीम में हुआ है।

अरुणाचल प्रदेश की टीम 13 दिसम्बर को मणिपुर के खिलाफ अपना मुकाबला खेलेगी।अशोक नगर निवासी हरिश्चन्द्र पाल एवं शमा पाल की पुत्री साधना कैंटोन्मेंट बोर्ड क्रिकेट अकादमी के कोच संजीव कुमार से प्रशिक्षण प्राप्त करती है।दाहिने हाथ की ओपनर बल्लेबाज साधना के चयन पर छावनी परिषद प्रयागराज के मुख्य अधिशाषी अधिकारी मोहम्मद समीर इस्लाम और कैंटोन्मेंट बोर्ड क्रिकेट अकादमी के कोच संजीव कुमार ने बधाई देते हुए शुभकामनाएं दी है।यह जानकारी कोच संजीव कुमार ने दी है।
श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ का भव्य शुभारम्भ–मेहदी व कलश वितरण ने बढ़ाई शोभा

संजय द्विवेदी,प्रयागराज।कल्याणी देवी क्षेत्र स्थित चौधरी गार्डन(गेट नं. 2)में 14 से 20 दिसम्बर 2025 तक आयोजित श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ का आरम्भ भक्तिमय और उत्सवी वातावरण में हुआ।यह दिव्य आयोजन बांके बिहारी परिवार कल्याणी देवी एवं अग्रसेन अग्रवाल समाज प्रयागराज द्वारा संयुक्त रूप से किया जा रहा है जिसका उद्देश्य भारतीय धार्मिक परम्पराओ भक्ति भावना और सामाजिक एकता को मजबूत करना है।कथा प्रारम्भ से पूर्व आज महिलाओ के लिए विशेष मेंहदी कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें बड़ी संख्या में महिलाओ ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।

मेहदी से सजे हाथो ने पूरे परिसर में पारंपरिक सौन्दर्य और उल्लास का वातावरण निर्मित कर दिया।इसके साथ ही कलश वितरण कार्यक्रम भी सम्पन्न हुआ जिसमे वैदिक विधि से पूजित कलश महिलाओ को प्रदान किए गए।इस शुभारम्भ कार्यक्रम ने कथा यज्ञ की पवित्रता और आध्यात्मिक गरिमा को और अधिक उज्ज्वल बना दिया।

आयोजन को सफल बनाने में दोनो संस्थाओ बांके बिहारी परिवार कल्याणी देवी एवं अग्रसेन अग्रवाल समाज प्रयागराज व अग्रवाल महिला मण्डल और अग्रवाल युवा मंडल का विशेष योगदान रहा।सभी टीमो द्वारा मंच व्यवस्था सत्कार सजावट और श्रद्धालुओ के स्वागत की तैयारियाँ बेहतरीन रूप से पूरी की गई।आयोजको ने बताया कि आगामी दिनो में प्रतिदिन कथा वाचन भजन-संकीर्तन और आध्यात्मिक प्रवचनो का आयोजन होगा।उन्होने श्रद्धालुओ से आग्रह किया कि वे अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित होकर इस दिव्य कथा की अमृत वर्षा का लाभ उठाएं।
राष्ट्रीय शिल्प मेले का हुआ भव्य समापन अच्छी यादे लेकर विदा हुए शिल्पकार।

संजय द्विवेदी।प्रयागराज।उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार द्वारा आयोजित दस दिवसीय राष्ट्रीय शिल्प मेला बुधवार को केन्द्र परिसर में भव्य रूप से सम्पन्न हुआ।विभिन्न राज्यो से आए कलाकारो और शिल्पकारो ने अपनी अनूठी प्रतिभा और सांस्कृतिक विरासत का प्रदर्शन किया।

मेले में अनेक राज्यो के शिल्पकारो ने अपने-अपने स्टॉल लगाए,जिनमे पारम्परिक कलाओं और विविध उत्पादो की झलक दिखाई दी।मेले से विदा होते समय शिल्पियों के चेहरे सन्तोष और प्रसन्नता से खिले नजर आए।विभिन्न प्रदेशो से अपनी कला लेकर आए शिल्पकारो ने बताया कि इस वर्ष भी प्रयागराज के लोगो ने उनका उत्साह बढ़ाया।उनकी कृतियो की जमकर खरीद हुई और खूब सराहना भी मिली।प्रयागवासियो के साथ ही आसपास के क्षेत्रो से आए दर्शको ने मेले का भरपूर आनन्द लिया।कला प्रेमियो और शिल्पकारो के लिए यह मेला बेहद खास रहा।

सुन्दर और परम्परागत शैली में सजाए गए स्टॉलों पर चन्देरी सिल्क सूती वस्त्र,राजस्थान के आभूषण कश्मीर के ड्राय फ्रूट्स सहित कई आकर्षक उत्पाद उपलब्ध रहे।सांस्कृतिक संध्या ने‘लघु भारत’की झलक प्रस्तुत कर मेले की शोभा और बढ़ा दी।सांस्कृतिक संध्या का शुभारम्भ मुख्य अतिथि आचार्य महामंडलेश्वर कौशल्या नन्द गिरि(सनातनी किन्नर अखाड़ा) तथा केन्द्र निदेशक सुदेश शर्मा कार्यक्रम सलाहकार कल्पना सहाय व विशिष्ट अतिथि विनोद शुक्ला शील द्विवेदी कमलेश श्रीवास्तव बसन्त लाल और प्रदीप जौहरी द्वारा दीप प्रज्वलन कर किया गया।

केन्द्र निदेशक सुदेश शर्मा द्वारा मुख्य व विशिष्ट अतिथियो को अंगवस्त्र एवं स्मृतिचिन्ह व पौधा भेंट कर सम्मानित किया।सांस्कृतिक संध्या की शुरुआत वरुण मिश्रा की प्रस्तुति से हुई- ठुमरी ‘तोरी मोरी…चलो मन गंगा यमुना तीर’बाजे रे मुरलिया’नजरिया लग जाएगी’और‘आया करे जरा कह दो सांवरिया से’जैसी प्रस्तुतियों से दर्शको की खूब तालियाँ बटोरी।सूफी गायिका अंशिका रजोतिया ने‘पिया रे पिया रे’हल्का-हल्का सुरूर’ये तूने क्या किया’तुम्हे दिल्लगी भूल जानी पड़ेगी’और ‘छाप तिलक’जैसे लोकप्रिय गीतों से वातावरण में सूफियाना रंग घोल दिया।दिल्ली से आईं कविता द्विवेदी एवं उनके दल द्वारा‘गंगा स्तुति’पर आधारित ओडिशी नृत्य की प्रस्तुति दी।इसके बाद प्रयागराज की पूर्णिमा कुमार एवं दल ने पारंपरिक गीत“कावना के ढेड़िया कवन के दुलारिया पूजन चली ढेड़िया ओ सावरा गोरिया।पर ढेड़िया नृत्य एवं पूर्वी व झूमर नृत्य की प्रस्तुति दी इसी के साथ“पीपर के पाथ झरजाला,आंगनवा कैसे बहारू जी,और“हरि-भरी धरती मा लहरें लधनवा मोरा जियरवा लहरें ना;नाचे खेतवा मा किसानवा”गीत पर झूमर नृत्य प्रस्तुति भी दी इसके बाद शुभम कुमार एवं दल प्रयागराज ने महिषासुर मर्दिनी पर आधारित नृत्य-नाटिका की प्रस्तुति दी।

इस अवसर पर काफी संख्या में लोग मौजूद रहे और सभी ने मेले व सांस्कृतिक प्रस्तुतियो का भरपूर आनन्द लिया।

नगर आयुक्त द्वारा अस्थाई रैन-बसेरो का किया निरीक्षण. दिए आवश्यक दिशा निर्देश

संजय द्विवेदी।प्रयागराज।अत्यधिक ठंड के बढ़ते प्रकोप को दृष्टिगत हुए निरश्रित एवं फुटपाथ एवं सड़को पर रात गुजारने वालो को ठंड से राहत के दृष्टिगत नगर आयुक्त नगर निगम प्रयागराज साई तेजा द्वारा दिनांक 10 नवम्बर 2025 को एम0जी0मार्ग पी0डी0टण्डन पार्क स्थित बने अस्थाई रैन बसेरा का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान रैन बसेरों मेें टेन्ट के किनारो से ठंडी हवा आने की सम्भावन थी जिसको अच्छी तरह से कवर किये जाने के निदेश दिये गये ।

साथ ही नगर आयुक्त द्वारा निरीक्षण के दौरान सभी अस्थाई रैन बसेरो में फायर सिस्टम रैन बसेरो के द्वार पर पर्दा लगाये जाने शुद्ध पेयजल सुनिश्चित कराने के निर्देश दिये गये।इसके साथ ही सभी अस्थाई रैन बसेरो पर नगर निगम प्रयागराज का बोर्ड लगाने के साथ निरन्तर अलाव की व्यावस्था कराये जाने के निर्देश दिये गये।इसके उपरान्त नगर आयुक्त द्वारा रैन बसेरो के आस-पास समुचित साफ- सफाई के निर्देश तथा डस्टबिन इत्यादि लगाये जाने के निर्देश दिये गये।

इसके साथ ही नगर आयुक्त द्वारा उपस्थित अवर अभियन्ता को निर्देशित किया गया कि सभी अस्थाई रैन बसेरों में तकिया चादर गद्दे दरी एवं राजाई इत्यादि को साफ- सुथरा बनाए रखने पर विशेष ध्यान दिया जाए एवं सम्बन्धित अधिकारियो निरन्तर निरीक्षण करते रहने के निर्देश भी दिये गये।निरीक्षण के दौरान अपर नगर आयुक्त दीपेन्द्र यादव मुख्य अभियन्ता डी0 सी0 सचान अधिशाषी अभियन्ता अनिल मौर्या एवं अजीत कुमार तथा अवर अभियन्तागण उपस्थित रहे।
ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते”के तहत प्रयागराज जंक्पशन पर मिले नाबालिग बच्चे को रेलवे सुरक्षा बल प्रयागराज ने चाइल्डलाइन को सुपुर्द किया

संजय द्विवेदी,प्रयागराज।रेलवे सुरक्षा बल द्वारा संचालित ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते’ रेलवे परिसरों और ट्रेनो में मिलने वाले असुरक्षित संकटग्रस्त या भटके हुए बच्चों को सुरक्षित बचाने का एक निरन्तर और संवेदनशील अभियान है। यह केवल एक ऑपरेशन नही बल्कि उन अनगिनत बच्चो के लिए जीवनरेखा है जो किसी कारणवश अपने घरो से दूर भटक जाते है।इस पहल के माध्यम से रेलवे सुरक्षा बल ने बाल सुरक्षा एवं संरक्षण के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किया है जिससे बाल श्रम बाल तस्करी तथा लापता बच्चों से सम्बंधित मामलों पर प्रभावी नियंत्रण स्थापित हुआ है।

10 दिसम्बर 2025 को एक व्यक्ति निगम पासवान ने एक 12 वर्षीय बच्चे को लेकर रेलवे सुरक्षा बल पोस्ट प्रयागराज जंक्शन पहुंचे।बच्चे ने अपना नाम अमन चौहान पिता—विजय चौहान निवासी —खरगोन लामी चोर थाना भूरे जिला गोपालगंज बताया।रेलवे सुरक्षा बल प्रयागराज द्वारा पूछताछ में बच्चे ने बताया कि वह घर में नाराज होकर भाग आया था।रेलवे सुरक्षा बल प्रयागराज द्वारा बच्चे को सुरक्षित संरक्षण में लेकर आवश्यक प्रक्रिया पूरी की गई।इसके बाद बच्चे को चाइल्डलाइन प्रयागराज के सुपरवाइज़र को नियमानुसार सुपुर्द किया गया।रेल प्रशासन यात्रियो और आमजन से अपील करता है कि किसी भी नाबालिग बच्चे को असहाय भटकता हुआ या असुरक्षित अवस्था में देखे तो तुरन्त रेलवे हेल्पलाइन 139 पर सूचना दे।आपकी एक सूचना किसी बच्चे का भविष्य सुरक्षित कर सकती है।
माघ मेले में किए गए थपकी पुर्णिता:संगम पर साइबेरिया पक्षियो की उपस्थिति.पर्यावरण की विशेषताएं को दर्शाता है
संजय द्विवेदी।प्रयागराज।माघ मेले के इतिहास में पहली बार मेले के दर्शन तत्त्व को परिलक्षित करतेना हुए मुख्यमंत्री के स्तर से माघ मेले का लोगो जारी किया गया है।इस लोगो के अन्तर्गत तीर्थराज प्रयाग संगम की तपोभूमि तथा ज्योतिषीय गणना के अनुसार माघ मास में संगम की रेती पर अनुष्ठान करने की महत्वता को समग्र रूप से दर्शाया गया है।सर्वप्रथम लोगो में सूर्य एवं चंद्रमा की 14 कलाओ की उपस्थिति ज्योतिषीय गणना के अनुसार सूर्य चंद्रमा एवं नक्षत्रो की स्थितियों को प्रतिबिबित करता है जो प्रयागराज में माघ मेले का कारक बनता।भारतीय ज्योतिषीय गणना के अनुसार चंद्रमा 27 नक्षत्रो की परिक्रमा लगभग 27.3 दिनो में पूर्ण करता है।माघ मेला इन्ही नक्षत्रीय गतियो के अत्यंत सूक्ष्म गणित पर आधारित है।जब सूर्य मकर राशि में होता है और पूर्णिमा के दिन चंद्रमा माघी या अश्लेषा-पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्रो के समीप होता है तब माघ मास बनता है और उसी काल में माघ मेला आयोजित होता है।चंद्रमा की 14 कलाओ का सम्बन्ध मानव जीवन मनोवैज्ञानिक ऊर्जा और आध्यात्मिक साधना से माना गया है।माघ मेला चंद्र-ऊर्जा की इन कलाओं के सक्रिय होने का विशेष काल भी है।अमावस्या से पूर्णिमा की ओर चंद्रमा की वृद्धि (शुक्ल पक्ष) साधना की उन्नति के लिए सर्वश्रेष्ठ मानी गई है।माघ स्नान की तिथियाँ चंद्र कलाओ के अत्यंत सूक्ष्म संतुलन पर चुनी जाती है।माघ महीने की ऊर्जा (शक्ति)अनुशासन भक्ति और गहन आध्यात्मिक कार्यो से जुड़ी होती है क्योकि यह महीना पवित्र नदियो में स्नान दान तपस्या और कल्पवास जैसे कार्यो के लिए विशेष माना जाता है।इस माह में किए गए कार्य व्यक्ति को निरोगी बनाते हैं और उसे दिव्य ऊर्जा से भर देते है।प्रयागराज का अविनाशी अक्षयवट जिसकी जड़ो में भगवन ब्रह्मा जी का तने में भगवन विष्णु जी का एवं शाखाओ और जटाओ में भगवन शिव जी का वास है उसके दर्शन मात्र से मोक्ष मार्ग सरल हो जाता है।इसी कारण कल्पवासियों में उसका स्थान अद्वितीय है।सनातन धर्म के अनुसार मनुष्य जीवन का परम लक्ष्य मोक्ष की प्राप्ति है अतः महात्मा का चित्र इस देव भूमि में सनातनी परम्परा को दर्शाता है जहां चिर काल से ऋषि-मुनि आध्यात्मिक ऊर्जा हेतु आते रहे हैं।माघ मास में किए गए पूजन एवं कल्पवास का पूर्ण फल संगम स्नान के उपरांत श्री लेटे हुए हनुमान जी के दर्शन से प्राप्त होता है:अतःलोगो पर उनके मंदिर एवं पताका की उपस्थिति माघ मेले में किए गए तप की पूर्णता:की व्याख्या करता है।संगम पर साइबेरियन पक्षियों की उपस्थिति यहाँ के पर्यावरण की विशेषता को दर्शाता है।लोगो पर श्लोक माघे निमज्जनं यत्र पापं परिहरेत् तत:का अर्थ है माघ के महीने में स्नान करने से सभी पाप मुक्ति हो जाती है।यह लोगो मेला प्राधिकरण द्वारा आबद्ध किए गए डिजाइन कंसल्टेंट अजय सक्सेना एवं प्रागल्भ अजय द्वारा डिजाइन किया गया।