नगर आयुक्त द्वारा अस्थाई रैन-बसेरो का किया निरीक्षण. दिए आवश्यक दिशा निर्देश

संजय द्विवेदी।प्रयागराज।अत्यधिक ठंड के बढ़ते प्रकोप को दृष्टिगत हुए निरश्रित एवं फुटपाथ एवं सड़को पर रात गुजारने वालो को ठंड से राहत के दृष्टिगत नगर आयुक्त नगर निगम प्रयागराज साई तेजा द्वारा दिनांक 10 नवम्बर 2025 को एम0जी0मार्ग पी0डी0टण्डन पार्क स्थित बने अस्थाई रैन बसेरा का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान रैन बसेरों मेें टेन्ट के किनारो से ठंडी हवा आने की सम्भावन थी जिसको अच्छी तरह से कवर किये जाने के निदेश दिये गये ।

साथ ही नगर आयुक्त द्वारा निरीक्षण के दौरान सभी अस्थाई रैन बसेरो में फायर सिस्टम रैन बसेरो के द्वार पर पर्दा लगाये जाने शुद्ध पेयजल सुनिश्चित कराने के निर्देश दिये गये।इसके साथ ही सभी अस्थाई रैन बसेरो पर नगर निगम प्रयागराज का बोर्ड लगाने के साथ निरन्तर अलाव की व्यावस्था कराये जाने के निर्देश दिये गये।इसके उपरान्त नगर आयुक्त द्वारा रैन बसेरो के आस-पास समुचित साफ- सफाई के निर्देश तथा डस्टबिन इत्यादि लगाये जाने के निर्देश दिये गये।

इसके साथ ही नगर आयुक्त द्वारा उपस्थित अवर अभियन्ता को निर्देशित किया गया कि सभी अस्थाई रैन बसेरों में तकिया चादर गद्दे दरी एवं राजाई इत्यादि को साफ- सुथरा बनाए रखने पर विशेष ध्यान दिया जाए एवं सम्बन्धित अधिकारियो निरन्तर निरीक्षण करते रहने के निर्देश भी दिये गये।निरीक्षण के दौरान अपर नगर आयुक्त दीपेन्द्र यादव मुख्य अभियन्ता डी0 सी0 सचान अधिशाषी अभियन्ता अनिल मौर्या एवं अजीत कुमार तथा अवर अभियन्तागण उपस्थित रहे।
ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते”के तहत प्रयागराज जंक्पशन पर मिले नाबालिग बच्चे को रेलवे सुरक्षा बल प्रयागराज ने चाइल्डलाइन को सुपुर्द किया

संजय द्विवेदी,प्रयागराज।रेलवे सुरक्षा बल द्वारा संचालित ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते’ रेलवे परिसरों और ट्रेनो में मिलने वाले असुरक्षित संकटग्रस्त या भटके हुए बच्चों को सुरक्षित बचाने का एक निरन्तर और संवेदनशील अभियान है। यह केवल एक ऑपरेशन नही बल्कि उन अनगिनत बच्चो के लिए जीवनरेखा है जो किसी कारणवश अपने घरो से दूर भटक जाते है।इस पहल के माध्यम से रेलवे सुरक्षा बल ने बाल सुरक्षा एवं संरक्षण के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किया है जिससे बाल श्रम बाल तस्करी तथा लापता बच्चों से सम्बंधित मामलों पर प्रभावी नियंत्रण स्थापित हुआ है।

10 दिसम्बर 2025 को एक व्यक्ति निगम पासवान ने एक 12 वर्षीय बच्चे को लेकर रेलवे सुरक्षा बल पोस्ट प्रयागराज जंक्शन पहुंचे।बच्चे ने अपना नाम अमन चौहान पिता—विजय चौहान निवासी —खरगोन लामी चोर थाना भूरे जिला गोपालगंज बताया।रेलवे सुरक्षा बल प्रयागराज द्वारा पूछताछ में बच्चे ने बताया कि वह घर में नाराज होकर भाग आया था।रेलवे सुरक्षा बल प्रयागराज द्वारा बच्चे को सुरक्षित संरक्षण में लेकर आवश्यक प्रक्रिया पूरी की गई।इसके बाद बच्चे को चाइल्डलाइन प्रयागराज के सुपरवाइज़र को नियमानुसार सुपुर्द किया गया।रेल प्रशासन यात्रियो और आमजन से अपील करता है कि किसी भी नाबालिग बच्चे को असहाय भटकता हुआ या असुरक्षित अवस्था में देखे तो तुरन्त रेलवे हेल्पलाइन 139 पर सूचना दे।आपकी एक सूचना किसी बच्चे का भविष्य सुरक्षित कर सकती है।
माघ मेले में किए गए थपकी पुर्णिता:संगम पर साइबेरिया पक्षियो की उपस्थिति.पर्यावरण की विशेषताएं को दर्शाता है
संजय द्विवेदी।प्रयागराज।माघ मेले के इतिहास में पहली बार मेले के दर्शन तत्त्व को परिलक्षित करतेना हुए मुख्यमंत्री के स्तर से माघ मेले का लोगो जारी किया गया है।इस लोगो के अन्तर्गत तीर्थराज प्रयाग संगम की तपोभूमि तथा ज्योतिषीय गणना के अनुसार माघ मास में संगम की रेती पर अनुष्ठान करने की महत्वता को समग्र रूप से दर्शाया गया है।सर्वप्रथम लोगो में सूर्य एवं चंद्रमा की 14 कलाओ की उपस्थिति ज्योतिषीय गणना के अनुसार सूर्य चंद्रमा एवं नक्षत्रो की स्थितियों को प्रतिबिबित करता है जो प्रयागराज में माघ मेले का कारक बनता।भारतीय ज्योतिषीय गणना के अनुसार चंद्रमा 27 नक्षत्रो की परिक्रमा लगभग 27.3 दिनो में पूर्ण करता है।माघ मेला इन्ही नक्षत्रीय गतियो के अत्यंत सूक्ष्म गणित पर आधारित है।जब सूर्य मकर राशि में होता है और पूर्णिमा के दिन चंद्रमा माघी या अश्लेषा-पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्रो के समीप होता है तब माघ मास बनता है और उसी काल में माघ मेला आयोजित होता है।चंद्रमा की 14 कलाओ का सम्बन्ध मानव जीवन मनोवैज्ञानिक ऊर्जा और आध्यात्मिक साधना से माना गया है।माघ मेला चंद्र-ऊर्जा की इन कलाओं के सक्रिय होने का विशेष काल भी है।अमावस्या से पूर्णिमा की ओर चंद्रमा की वृद्धि (शुक्ल पक्ष) साधना की उन्नति के लिए सर्वश्रेष्ठ मानी गई है।माघ स्नान की तिथियाँ चंद्र कलाओ के अत्यंत सूक्ष्म संतुलन पर चुनी जाती है।माघ महीने की ऊर्जा (शक्ति)अनुशासन भक्ति और गहन आध्यात्मिक कार्यो से जुड़ी होती है क्योकि यह महीना पवित्र नदियो में स्नान दान तपस्या और कल्पवास जैसे कार्यो के लिए विशेष माना जाता है।इस माह में किए गए कार्य व्यक्ति को निरोगी बनाते हैं और उसे दिव्य ऊर्जा से भर देते है।प्रयागराज का अविनाशी अक्षयवट जिसकी जड़ो में भगवन ब्रह्मा जी का तने में भगवन विष्णु जी का एवं शाखाओ और जटाओ में भगवन शिव जी का वास है उसके दर्शन मात्र से मोक्ष मार्ग सरल हो जाता है।इसी कारण कल्पवासियों में उसका स्थान अद्वितीय है।सनातन धर्म के अनुसार मनुष्य जीवन का परम लक्ष्य मोक्ष की प्राप्ति है अतः महात्मा का चित्र इस देव भूमि में सनातनी परम्परा को दर्शाता है जहां चिर काल से ऋषि-मुनि आध्यात्मिक ऊर्जा हेतु आते रहे हैं।माघ मास में किए गए पूजन एवं कल्पवास का पूर्ण फल संगम स्नान के उपरांत श्री लेटे हुए हनुमान जी के दर्शन से प्राप्त होता है:अतःलोगो पर उनके मंदिर एवं पताका की उपस्थिति माघ मेले में किए गए तप की पूर्णता:की व्याख्या करता है।संगम पर साइबेरियन पक्षियों की उपस्थिति यहाँ के पर्यावरण की विशेषता को दर्शाता है।लोगो पर श्लोक माघे निमज्जनं यत्र पापं परिहरेत् तत:का अर्थ है माघ के महीने में स्नान करने से सभी पाप मुक्ति हो जाती है।यह लोगो मेला प्राधिकरण द्वारा आबद्ध किए गए डिजाइन कंसल्टेंट अजय सक्सेना एवं प्रागल्भ अजय द्वारा डिजाइन किया गया।
गाय को राष्ट्र माता घोषित किया जाय-उज्जवल
लोकसभा में मांग रखा.सांसद उज्जवल रमण सिंह

संजय द्विवेदी,प्रयागराज।सांसद उज्जवल रमण सिंह ने लोकसभा में कहा कि गाय को गौमाता कहा जाता है यह राष्ट्रीय गौरव व सम्मान का प्रतीक है इसलिए गाय को राज्य या राष्ट्र माता घोषित किया जाय।उक्त जानकारी देते हुए सांसद प्रतिनिधि विनय कुशवाहा ने बताया कि सांसद उज्जवल रमण सिंह ने लोकसभा में देशी गाय की संख्या कम होने या विलुप्त होने पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि इनके संरक्षण की अति आवश्यकता है।

गाय बछड़ा पड़िया पड़वा साड़ के वध के लिए खरीद फरोख्त परिवहन व कटाई पर पूर्ण प्रतिबन्ध लगना चाहिए।उन्होने कहा कि शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज गायो के संरक्षण के लिए संघर्ष कर रहे है।गायो के वध पर पूर्ण प्रतिबन्ध लगे देशी गाय को संरक्षित किया जाय।गाय को राज्य माता या राष्ट्र माता घोषित कर उनके गौरव सम्मान की रक्षा की जाय।
विज़न 2047:विकसित भारत –विकसित प्रदेश की थीम पर 18 से सजेगा पाँचवा प्रयागराज पुस्तक मेला

संजय द्विवेदी,प्रयागराज।पुस्तक प्रेमियो का बहुप्रतीक्षित प्रयागराज पुस्तक मेला इस वर्ष नए आयामो आकर्षक साहित्यिक कार्यक्रमो और विस्तारित सांस्कृतिक गतिविधियो के साथ एजुकेशनल हब—कटरा स्थित द पाम्स रिसोर्ट–रॉयल गार्डन में 18 दिसम्बर से आरम्भ होगा।

यह मेला अब प्रयागराज की सांस्कृतिक बौद्धिक एवं साहित्यिक परम्परा का एक प्रमुख आयोजन बन चुका है।प्रेस वार्ता के दौरान संयोजक मनोज सिंह चन्देल ने बताया कि फ़ोर्सवन बुक्स और बुकवाला द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित इस मेले में देशभर के प्रतिष्ठित प्रकाशन संस्थानो वितरको तथा विविध सामाजिक एवं साहित्यिक संगठनो की व्यापक भागीदारी सुनिश्चित की गई है।

सह- आयोजक मनीष गर्ग ने कहा कि 11 दिवसीय मेले में राजकमल प्रकाशन लोक भारती प्रकाशन वाणी प्रकाशन राजपाल एण्ड संस भारतीय ज्ञानपीठ सस्ता साहित्य मण्डल प्रकाशन विभाग–भारत सरकार साहित्य भण्डार प्रकाशन संस्थान अनबॉउंड स्क्रिप्ट बुकवाला सम्यक प्रकाशन हिन्द युग्म दिव्यांश प्रकाशन शिल्पायन गर्ग ब्रदर्स ए.के.इंटरप्राइजेज दिक्षा स्टेशनरी दिनकर पुस्तकालय योगदा के साथ-साथ उदबोधन पब्लिकेशन रितेश बुक एजेन्सी अदित्रि बुक एजेन्सी बीइंग बुकिश किताब पढ़ो एवं रामकृष्ण मठ कोलकाता कबीर ज्ञान प्रकाशन केन्द्र गिरिडीह अपनी पुस्तकों के समृद्ध संग्रह के साथ सहभागी होगे।

बच्चो और किशोरो के लिए इस वर्ष विशेष आकर्षण नवनीत प्रकाशन और देश की लोकप्रिय अमर चित्र कथा होगी जो बाल साहित्य चित्रकथाओ एवं ज्ञानवर्धक पुस्तको का विस्तृत संकलन प्रस्तुत करेगी।मेले के निदेशक आकर्ष चन्देल ने बताया कि इस वर्ष की थीम विज़न 2047:विकसित भारत–विकसित प्रदेश”रखी गई है जिसका उद्देश्य भारत की स्वतंत्रता के शताब्दी वर्ष तक प्रदेश में सर्वसुलभ ज्ञान शिक्षा और साक्षरता को बढ़ावा देना है।मेला 18 से 28 दिसम्बर तक आयोजित होगा तथा प्रवेश निःशुल्क रहेगा।संयोजक मनोज सिंह चन्देल ने बताया कि मेले का उद्घाटन 18 दिसम्बर शाम 5 बजे इलाहाबाद हाईकोर्ट के न्यायमूर्ति सिद्धार्थ नन्दन द्वारा किया जाएगा।

मेले के दौरान पुस्तक विमोचन लेखको से संवाद कवि सम्मेलन साहित्यिक गोष्ठियाँ कहानी पाठ तथा बच्चों के लिए रचनात्मक गतिविधियां आयोजित होगी।स्थानीय लेखकों को प्रोत्साहित करने हेतु इस वर्ष भी उन्हे निःशुल्क स्टॉल उपलब्ध कराए जा रहे हैं ताकि वे सीधे पाठको से संवाद स्थापित कर सके सह-संयोजक मनीष गर्ग ने बताया कि मेले में उपलब्ध सभी पुस्तकों पर न्यूनतम 10% छूट प्रदान की जाएगी।उन्होंने कहा कि डिजिटल युग में भी पुस्तके ज्ञान संवेदनशीलता और प्रेरणा का सबसे सशक्त माध्यम है। युवाओं के लिए प्रतियोगी परीक्षाओ करियर मार्गदर्शन एवं प्रेरक साहित्य का बड़ा संग्रह विशेष आकर्षण रहेगा।सामाजिक सरोकारो के अन्तर्गत रक्तसंकल्प और रक्तर्पण संस्थाएँ रक्तदान जागरूकता अभियान के साथ मेले में भाग लेगी।वही रोटरी प्रयागराज प्लैटिनम द्वारा शिक्षा स्वास्थ्य एवं समाज सेवा से सम्बंधित जागरूकता कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे।आगंतुको की सुविधा हेतु सुरक्षित और समुचित पार्किंग व्यवस्था सुनिश्चित की गई है जिससे आगंतुक बिना किसी असुविधा के मेले का आनंद ले सके।आयोजकों ने प्रयागराज एवं आसपास के क्षेत्रो के सभी साहित्यप्रेमियो विद्यार्थियो शोधार्थियो अभिभावको तथा परिवारों से इस ज्ञान साहित्य और संस्कृति के महोत्सव में सम्मिलित होने का आग्रह किया है।
शंकरगढ़ में मंदिर विवाद को लेकर अनिश्चितकालीन धरना जारी

अधिकारियो की बातचीत विफल धरना जारी रखने का फैसला-राकेश त्रिपाठी

संजय द्विवेदी।प्रयागराज।यमुनानगर अन्तर्गत शंकरगढ़ नगर पंचायत में मंदिर की जमीन पर अवैध निर्माण को लेकर आरोप लगाते हुए व्यापारियो और किसानों ने धरना शुरू कर दिया है।बुधवार को मंदिर प्रांगण में आयोजित धरने में बड़ी संख्या में लोग शामिल है।धरने की सूचना मिलते ही उप जिला अधिकारी प्रेरणा गौतम अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंची और आन्दोलनकारियो से बातचीत की।उनके साथ एसीपी कुंज लता नायब तहसीलदार राकेश यादव राजस्व निरीक्षक देवी शंकर तिवारी और लेखपाल विनय कुमार भी मौजूद रहे।हालांकि बातचीत के बाद भी आन्दोलनकारी अपनी मांगो पर अड़े हुए हैं और धरना जारी है।व्यापारियो का कहना है कि मंदिर की जमीन पर अवैध निर्माण हो रहा है जिसे रोकना होगा। किसान नेता राकेश त्रिपाठी ने बताया कि अधिकारियो ने उनकी समस्याओं का समाधान नही किया इसलिए धरना जारी रहेगा।पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि अनिल केसरवानी ने राजा साहब की तरफ से दिखाई जा रहे दस्तावेजो को गलत बताते हुए कहा कि ये दस्तावेज फर्जी है।उन्होंने दस्तावेजों की जांच करने की मांग की और कहा कि अगर उनके दस्तावेज सही है तो उन्हें सार्वजनिक किया जाए और नगर पंचायत में जो इसकी मूल प्रति है उसको मूल्यांकन किया जाए।दिलीप केसरवानी ने बताया कि पूर्व में यहां दुकान थी लेकिन 5-5 फीट की चार दुकान थी और बीच से एक रास्ता था और अन्दर मंदिर था।उन्होने कहा कि समय के अनुसार अब रोड भी चौड़ी हो गई है और नाली भी थोड़ा पहले से अन्दर हो गई है जिससे अब सिर्फ ज जगह जो बची हुई है वह मंदिर की है और यहां सिर्फ और सिर्फ मंदिर बनने चाहिए।धर्मेद्र केसरवानी ने कहा कि रात में पुलिस मंदिर के पास आती है और मंदिर प्रांगण का निरीक्षण करती है यहां तक कि हमारे आराध्या बजरंगबली की जो प्रतिमा रखी है उसके ऊपर लगाए गए पानी को भी खीचती दिखाई दे रही है जिसका वीडियो सीसीटीवी में कैद हुआ है।उन्होने सवाल किया कि पुलिस किस लिए आती है और उनका ऐसा करना करोड़ो हिन्दुओ की भावनाओ को ठेस पहुंचाने जैसा है।आन्दोलन में मौजूद लोगो ने जय श्री राम का नारा लगाया जिससे पूरा वातावरण हिन्दू धर्म के जयकारो से गूंज उठा। आन्दोलनकारी व्यापारियो और किसानों का कहना है कि वे शांतिपूर्ण तरीके से अपनी मांगे रख रहे है और किसी भी तरह की शांति व्यवस्था भंग नही होने देगे।उन्होने चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगे नही मानी गई तो वे उग्र आन्दोलन करेंगे।किसान नेता राकेश त्रिपाठी ने कहा कि अगर किसी प्रकार की कोई घटना होती है तो उसकी जिम्मेदारी उप जिला अधिकारी प्रेरणा गौतम की होगी।

महापौर ने काशी तमिल संगमम् के चतुर्थ दल के सदस्यो के प्रयागराज आगमन पर स्वागत एवं अभिनन्दन किया

‘‘काशी तमिल संगमम्’’यात्रा का उद्देश्य हमारी सदियो पुरानी संस्कृति एवं सभ्यता को मजबूत करना है-महापौर

जिलाधिकारी ने काशी तमिल संगमम यात्रा में प्रयागराज आये सदस्यों का स्वागत किया कहा कि यह यात्रा दक्षिण व उत्तर भारत की सांस्कृतिक व आध्यात्मिक एकता का सेतु

संजय द्विवेदी।प्रयागराज।काशी तमिल संगमम् कार्यक्रम के चतुर्थ दल के सदस्यों का बुधवार को जनपद प्रयागराज आगमन पर महापौर उमेश चन्द्र गणेश केसरवानी जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा एवं नगर मजिस्टेट विनोद कुमार सिंह के द्वारा तिलक लगाकर एवं माला पहनाकर टीम के सदस्यों का भव्य रूप से स्वागत किया गया।चतुर्थ दल में लगभग 200 सदस्य प्रयागराज आये।इस अवसर पर संगम क्षेत्र के वीआईपी घाट के पास आयोजित कार्यक्रम में महापौर के द्वारा दल के टीम लीडर को स्मृति चिन्ह एवं अंगवस्त्र भेंट कर सम्मानित किया गया तथा गंगा जल भेंट किया गया।इस दौरान क्षेत्रीय अभिलेखागार एवं राजकीय पांडुलिपि पुस्तकालय द्वारा अभिलेख एवं पांडुलिपियो की प्रदर्शनी भी लगायी गयी जिसमें कागज तथा ताड़पत्र के पौराणिक ग्रन्थो के प्रदर्श विशेष आकर्षण का केन्द्र रहे।इस अवसर पर एन0 सी0 जेड0 सी0 सी0 द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमो की प्रस्तुतियां भी की गयी।इस मौके पर महापौर उमेश चन्द्र गणेश केसरवानी ने तमिलनाडु से पधारे तमिल श्रद्धालुओ का स्वागत करते हुए तमिल संस्कृति एवं तमिल भाषा के उत्तर भारत में मिलन कराने के लिये प्रधानमंत्री एवं मुख्यमत्री के प्रयासो की सराहना की तथा तमिल भाईयों एवं बहनो का संगम की पवित्र भूमि पर स्वागत किया।उन्होने कहा कि काशी तमिल संगमम् यात्रा माननीय प्रधानमंत्री की एक महत्वपूर्ण पहल है जिसने भाषा संस्कृति और क्षेत्रीय भिन्नताओं के नाम पर फैलाए गए भ्रमो को दूर किया है। उन्होने कहा कि‘‘काशी तमिल संगमम्’’यात्रा के माध्यम से हमें उत्तर और दक्षिण की संस्कृति परम्पराओ वातावरण को समझने व एक दूसरे की भाषा को सीखने जानने व संवाद करने का भी सुनहरा अवसर मिल रहा है।उन्होने कहा कि काशी तमिल संगमम् यात्रा उत्तर और दक्षिण को जोड़ने का काम करेगी।उन्होने कहा कि कुम्भ व माघ मेले के अवसर पर श्रद्धालु यहां पर आते है और यहां पर आकर सभी एक मन भाव एवं एक संस्कृति में बंध जाते है। उन्होने कहा कि‘‘काशी तमिल संगमम्’’यात्रा एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम है इसका उद्देश्य हमारे सदियो पुराने सभ्यता और ऐतिहासिक रिश्तो को मजबूत करना है।उन्होने कहा कि प्रधानमंत्री की एक भारत श्रेष्ठ भारत की संकल्पना काशी-तमिल संगमम् यात्रा से चरितार्थ हो रही है।उन्होने प्रधानमंत्री का अभिनन्दन करते हुए कहा कि यह उनकी सोच का परिणाम है कि हमारे दक्षिण भारत के भाई-बहन उत्तर भारत में आकर भारत की साझा संस्कृति परम्पराओ मान्यताओं का अनुभव प्राप्त कर रहे है।जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने काशी तमिल संगमम यात्रा में प्रयागराज पहुंचे सदस्यो का स्वागत एवं अभिनंदन किया।उन्होंने कहा कि यह यात्रा दक्षिण व उत्तर भारत की सांस्कृतिक व आध्यात्मिक एकता के मध्य सेतु का काम कर रही है। हमारे लिए यह गौरव का विषय है कि इस यात्रा में सम्मिलित सदस्य काशी से प्रयागराज पहुंच रहे है और सांस्कृतिक आदान-प्रदान का अवसर मिल रहा है। जिलाधिकारी ने संगम नोज पर व्यवस्थाओ का जायजा लेते हुए सम्बंधित अधिकारियो को व्यवस्था सम्बन्धी आवश्यक निर्देश दिए।काशी तमिल संगमम् टीम के सदस्यों को सुसज्जित नावो के द्वारा वीआईपी घाट से संगम ले जाकर मां गंगा यमुना एवं अदृश्य सरस्वती के संगम का अवलोकन स्नान कराया गया तथा तीर्थराज प्रयागराज के महत्व के बारे में बताया गया। संगम क्षेत्र के अद्भुत एवं मनोहारी दृश्य देखकर सदस्यगण मंत्रमुग्ध हो गये। सदस्यगणों के द्वारा संगम क्षेत्र में वीआईपी घाट पर बनाये गये सैण्ड आर्ट का अवलोकन किया गया।संगम क्षेत्र कार्यक्रम के पश्चात काशी तमिल संगमम् टीम के सदस्यगणो ने लेटे हनुमान का दर्शन एवं पूजन किए।इसके उपरांत टीम के सदस्य शंकर विमान मण्डपम मंदिर स्वामी नारायण मंदिर भी गये। कार्यक्रम का संचालन डॉ0 प्रभाकर त्रिपाठी के द्वारा किया गया।इस अवसर पर नगर मजिस्टेट विनोद कुमार सिंह प्रा०सहायक राकेश कुमार वर्मा हरिशचंद्र दुबे सहित बड़ी संख्या लोग उपस्थित रहे।

इलाहाबाद संग्रहालय भवन को तिरंगा लाइट से सजाते हुए मेला क्षेत्र स्थित किलाघाट में भव्य दीपोत्सव का आयोजन

संजय द्विवेदी प्रयागराज।यूनेस्को द्वारा दीपावली को अमूर्त सांस्कृतिक धरोहरो की वैश्विक सूची में शामिल किए जाने के उपलक्ष्य में आज इलाहाबाद संग्रहालय भवन को तिरंगा लाईट से सजाते हुए मेला क्षेत्र स्थित किलाघाट में एक भव्य दीपोत्सव का आयोजन किया गया।इस आयोजन के अन्तर्गत पूरे किलाघाट पर विभिन्न आकृतियों जैसे स्वास्तिक युनेस्को दीप इत्यादि बनाते हुए उन्हें लगभग 10000 द्वीपो से सजाया गया।कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर मण्डलायुक्त एवं इलाहाबाद संग्रहालय की निदेशक सौम्या अग्रवाल ने संग्रहालय एवं मेला के अधिकारीयों व कर्मचारियो के साथ दीप प्रज्वलन कर दीपदान किया।कुम्भ मेला पहले ही यूनेस्को की अमूर्त सांस्कृतिक धरोहरो की वैश्विक सूची में शामिल है मेला क्षेत्र में यह आयोजन करना एक अविस्मरणीय क्षण रहा।

महापौर ने शहर में बेहतर साफ सफाई के सम्बन्ध में बैठक.दिए निर्देश
संजय द्विवेदी प्रयागराज।उमेश चन्द्र गणेश केसरवानी महापौर द्वारा नगर निगम द्वारा वर्तमान समय में शहर में बेहतर साफ सफाई के सम्बन्ध में बैठक आहुत की गयी।बैठक में साई तेजा नगर आयुक्त दीपेन्द्र यादव अपर नगर आयुक्त डा0महेश कुमार नगर स्वास्थ्य अधिकारी समस्त जोनल अधिकारी राम सक्सेना अवर अभियन्ता व जोनल सीनेटरी निरीक्षक उपस्थित रहे।महापौर द्वारा आक्रोश व्यक्त करते हुये समस्त अधिकारियों को शहर की सफाई व्यवस्था की वर्तमान व्यवस्था से अवगत कराया गया कि शहर के सभी डिवाईडरो के दोनों तरफ, रोड के किनारे स्थित पेड़ तथा सभी ओवर ब्रिज के नीचे तथा स्टेशन से जाने वाले मार्गो पर गन्दगी व्याप्त है।महापौर द्वारा निर्देश दिये गये कि उक्त सभी स्थानो की सफाई व्यवस्था सुदृढ़ की जाय इसमे किसी भी प्रकार की शिथिलता न बरती जाय।इसके अतिरिक्त रोड के किनारे स्थित पेड़ो व शहर में स्थापित मूर्तियो की सफाई प्रतिदिन व अल्टरनेट डे पर कराना सुनिश्चित किया जाय तथा माल्यापर्ण की व्यवस्था की जाय।स्प्रिंकल मशीनो के संचालन का रूट चार्ट मेरे कार्यालय को भी उपलब्ध कराया जाय।आगामी दिनों में माघ मेला 2025 जनवरी में प्रारम्भ होगा इसको दृश्टिगत रखते हुए मेला मार्ग स्टेशन व हवाई अड्डा जाने व आने मार्ग को समुचित तरह से साफ रखा जाय।गंगा यमुना के किनारे के घाटो को स्वच्छ रखा जाय तथा अस्थाई चेंजिग रूम व शौचालय की व्यवस्था रखी जाय।
रेल यात्रा के दौरान ज्वलनशील पदार्थ लेकर यात्रा ना करे।
संजय द्विवेदी प्रयागराज।भारतीय रेल आपके सुरक्षित और आरामदायक सफर के लिए प्रतिबद्ध है।हालांकि हाल ही में चलती यात्री ट्रेनो के डिब्बों में कूड़ेदानों या गलियारो में रखे कूड़े में धुआं उठने और आग लगने की कुछ अप्रिय घटनाएं सामने आई है।ये घटनाएं मुख्य रूप से यात्रियो द्वारा लापरवाही से जलता हुआ सिगरेट/बीड़ी का टुकड़ा माचिस की तीली या ज्वलनशील सामग्री कूड़ेदान में फेंकने के कारण होती है।यह एक अत्यन्त गम्भीर विषय है जो न केवल रेल संपत्ति को नुकसान पहुंचाता है बल्कि सह-यात्रियो के जीवन को भी खतरे में डाल सकता है।इस सन्दर्भ में सभी रेल यात्रियो से विनम्र निवेदन है कि वे अपनी और सह-यात्रियो की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए निम्नलिखित निर्देशो का कड़ाई से पालन करें:-1.धूम्रपान सख्त मना है:ट्रेन के भीतर शौचालय और कूड़ेदान के आसपास धूम्रपान(सिगरेट/बीड़ी)करना सख्त वर्जित है।यह न केवल कानूनी अपराध है बल्कि आग लगने का सबसे बड़ा कारण भी है।2.ज्वलनशील सामग्री से बचें:ट्रेन में पटाखे स्टोव मिट्टी का तेल(केरोसिन)गैस सिलेंडर या अन्य ज्वलनशील/विस्फोटक पदार्थ ले जाना दंडनीय अपराध है और बेहद खतरनाक है।3.कूड़ा सावधानी से डालें:कभी भी जलता हुआ सिगरेट/बीड़ी या माचिस की तीली कूड़ेदान में न फेके।सुनिश्चित करें कि कूड़ेदान में डालने से पहले सभी चीजें पूरी तरह से बुझी हुई हो।4.सतर्क रहें और सूचित करें:यदि आप किसी भी सह-यात्री को ट्रेन के अंदर धूम्रपान करते हुए ज्वलनशील सामग्री ले जाते हुए या लापरवाही से जलती हुई वस्तु फेंकते हुए देखते है तो तुरंत ट्रेन स्टाफ (टीटीई गार्ड या पेंट्री स्टाफ)रेल सुरक्षा बल (RPF)या पुलिस को सूचित करे।5.ज्ञात हो कि रेल प्रशासन द्वारा इस तरह की गतिविधियो पर विशेष निगरानी की जा रही है।इस तरह के कृत्य में शामिल होने पर कड़ी दण्डात्मक कार्यवाई भी की जाएगी।किसी भी अप्रिय घटना की सूचना के लिए तत्काल सम्पर्क करे-• अखिल भारतीय सुरक्षा हेल्पलाइन:139 थोड़ी सी सावधानी एक बड़ी दुर्घटना को रोक सकती है।भारतीय रेल आपकी संपत्ति है इसे सुरक्षित रखना हम सबकी सामूहिक जिम्मेदारी है।