महापौर ने काशी तमिल संगमम् के चतुर्थ दल के सदस्यो के प्रयागराज आगमन पर स्वागत एवं अभिनन्दन किया
‘‘काशी तमिल संगमम्’’यात्रा का उद्देश्य हमारी सदियो पुरानी संस्कृति एवं सभ्यता को मजबूत करना है-महापौर
जिलाधिकारी ने काशी तमिल संगमम यात्रा में प्रयागराज आये सदस्यों का स्वागत किया कहा कि यह यात्रा दक्षिण व उत्तर भारत की सांस्कृतिक व आध्यात्मिक एकता का सेतु
संजय द्विवेदी।प्रयागराज।काशी तमिल संगमम् कार्यक्रम के चतुर्थ दल के सदस्यों का बुधवार को जनपद प्रयागराज आगमन पर महापौर उमेश चन्द्र गणेश केसरवानी जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा एवं नगर मजिस्टेट विनोद कुमार सिंह के द्वारा तिलक लगाकर एवं माला पहनाकर टीम के सदस्यों का भव्य रूप से स्वागत किया गया।चतुर्थ दल में लगभग 200 सदस्य प्रयागराज आये।इस अवसर पर संगम क्षेत्र के वीआईपी घाट के पास आयोजित कार्यक्रम में महापौर के द्वारा दल के टीम लीडर को स्मृति चिन्ह एवं अंगवस्त्र भेंट कर सम्मानित किया गया तथा गंगा जल भेंट किया गया।इस दौरान क्षेत्रीय अभिलेखागार एवं राजकीय पांडुलिपि पुस्तकालय द्वारा अभिलेख एवं पांडुलिपियो की प्रदर्शनी भी लगायी गयी जिसमें कागज तथा ताड़पत्र के पौराणिक ग्रन्थो के प्रदर्श विशेष आकर्षण का केन्द्र रहे।इस अवसर पर एन0 सी0 जेड0 सी0 सी0 द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमो की प्रस्तुतियां भी की गयी।इस मौके पर महापौर उमेश चन्द्र गणेश केसरवानी ने तमिलनाडु से पधारे तमिल श्रद्धालुओ का स्वागत करते हुए तमिल संस्कृति एवं तमिल भाषा के उत्तर भारत में मिलन कराने के लिये प्रधानमंत्री एवं मुख्यमत्री के प्रयासो की सराहना की तथा तमिल भाईयों एवं बहनो का संगम की पवित्र भूमि पर स्वागत किया।उन्होने कहा कि काशी तमिल संगमम् यात्रा माननीय प्रधानमंत्री की एक महत्वपूर्ण पहल है जिसने भाषा संस्कृति और क्षेत्रीय भिन्नताओं के नाम पर फैलाए गए भ्रमो को दूर किया है। उन्होने कहा कि‘‘काशी तमिल संगमम्’’यात्रा के माध्यम से हमें उत्तर और दक्षिण की संस्कृति परम्पराओ वातावरण को समझने व एक दूसरे की भाषा को सीखने जानने व संवाद करने का भी सुनहरा अवसर मिल रहा है।उन्होने कहा कि काशी तमिल संगमम् यात्रा उत्तर और दक्षिण को जोड़ने का काम करेगी।उन्होने कहा कि कुम्भ व माघ मेले के अवसर पर श्रद्धालु यहां पर आते है और यहां पर आकर सभी एक मन भाव एवं एक संस्कृति में बंध जाते है। उन्होने कहा कि‘‘काशी तमिल संगमम्’’यात्रा एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम है इसका उद्देश्य हमारे सदियो पुराने सभ्यता और ऐतिहासिक रिश्तो को मजबूत करना है।उन्होने कहा कि प्रधानमंत्री की एक भारत श्रेष्ठ भारत की संकल्पना काशी-तमिल संगमम् यात्रा से चरितार्थ हो रही है।उन्होने प्रधानमंत्री का अभिनन्दन करते हुए कहा कि यह उनकी सोच का परिणाम है कि हमारे दक्षिण भारत के भाई-बहन उत्तर भारत में आकर भारत की साझा संस्कृति परम्पराओ मान्यताओं का अनुभव प्राप्त कर रहे है।जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने काशी तमिल संगमम यात्रा में प्रयागराज पहुंचे सदस्यो का स्वागत एवं अभिनंदन किया।उन्होंने कहा कि यह यात्रा दक्षिण व उत्तर भारत की सांस्कृतिक व आध्यात्मिक एकता के मध्य सेतु का काम कर रही है। हमारे लिए यह गौरव का विषय है कि इस यात्रा में सम्मिलित सदस्य काशी से प्रयागराज पहुंच रहे है और सांस्कृतिक आदान-प्रदान का अवसर मिल रहा है। जिलाधिकारी ने संगम नोज पर व्यवस्थाओ का जायजा लेते हुए सम्बंधित अधिकारियो को व्यवस्था सम्बन्धी आवश्यक निर्देश दिए।काशी तमिल संगमम् टीम के सदस्यों को सुसज्जित नावो के द्वारा वीआईपी घाट से संगम ले जाकर मां गंगा यमुना एवं अदृश्य सरस्वती के संगम का अवलोकन स्नान कराया गया तथा तीर्थराज प्रयागराज के महत्व के बारे में बताया गया। संगम क्षेत्र के अद्भुत एवं मनोहारी दृश्य देखकर सदस्यगण मंत्रमुग्ध हो गये। सदस्यगणों के द्वारा संगम क्षेत्र में वीआईपी घाट पर बनाये गये सैण्ड आर्ट का अवलोकन किया गया।संगम क्षेत्र कार्यक्रम के पश्चात काशी तमिल संगमम् टीम के सदस्यगणो ने लेटे हनुमान का दर्शन एवं पूजन किए।इसके उपरांत टीम के सदस्य शंकर विमान मण्डपम मंदिर स्वामी नारायण मंदिर भी गये। कार्यक्रम का संचालन डॉ0 प्रभाकर त्रिपाठी के द्वारा किया गया।इस अवसर पर नगर मजिस्टेट विनोद कुमार सिंह प्रा०सहायक राकेश कुमार वर्मा हरिशचंद्र दुबे सहित बड़ी संख्या लोग उपस्थित रहे।


8 hours ago
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