बड़कागांव और केरेडारी के विस्थापित किसानों की आवाज बनकर संसद में गूंजे सांसद मनीष जायसवाल

हजारीबाग - संसद के शीतकालीन सत्र के ग्यारहवां दिन गुरुवार को बड़कागांव और केरेडारी क्षेत्र के किसान जिन्हें विस्थापित करने का कवायद चल रहा है उनकी आवाज बनकर उनकी आजीविका और क्षेत्र की कृषि विरासत पर मंडरा रहे गहरे संकट को हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र के सांसद मनीष जायसवाल ने सदन में ज़ोरदार ढंग से आवाज बुलंद किया। अत्यंत भावुक और गंभीर शब्दों में सांसद मनीष जायसवाल ने सरकार का ध्यान बड़कागांव और केरेडारी क्षेत्र के उपजाऊ 'तीन-फसली' कृषि भूमि पर किए जा रहे बड़े पैमाने के कोल ब्लॉक आवंटन और अधिग्रहण की ओर आकर्षित किया।

सांसद मनीष जायसवाल जायसवाल ने विशेष रूप से बड़कागाँव (गोंदलपुरा, बादम, हरली, महूगाई, चंदौल, अंबाजीत, रतवे) और केरेडारी ब्लॉक की उन ज़मीनों का उल्लेख किया, जिन्हें कोल माइनिंग के लिए आवंटित किया गया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह सामान्य भूमि नहीं है, बल्कि तीन-फसली उपजाऊ ज़मीन है, जो न केवल स्थानीय किसानों का भरण-पोषण करती है, बल्कि पूरे हज़ारीबाग ज़िले में सब्ज़ियों की आपूर्ति का मुख्य केंद्र है। यह इलाका अपने उच्च गुणवत्ता वाले गुड़ के लिए भी राष्ट्रीय स्तर पर विख्यात है। सांसद मनीष जायसवाल ने सदन को बताया कि किसान के लिए यह ज़मीन महज़ संपत्ति नहीं, बल्कि उसकी पहचान होती है और पहचान छीनना किसी भी नागरिक के लिए सबसे बड़ी त्रासदी है।

 उन्होंने कहा कि स्थानीय किसान पिछले तीन वर्षों से शांतिपूर्ण आंदोलन कर रहे हैं लेकिन उन्हें निराशा और आक्रोश के अतिरिक्त कुछ नहीं मिला है। विकास परियोजनाओं के नाम पर किसानों को जो मिल रहा है, वह केवल वेदना, पीड़ा, क्षति, व्यथा, दुःख, रोष, संतोष, निराशा और आक्रोश है।

सरकार से सांसद मनीष जायसवाल ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि यहां के तीन-फसली और अत्यंत उपजाऊ कृषि भूमि का अधिग्रहण कोल माइनिंग जैसी गैर-कृषि गतिविधियों के लिए तत्काल प्रभाव से रोका जाए, इस क्षेत्र में कार्यरत एनटीपीसी द्वारा किए जा रहे अधिग्रहण में मुआवजे के दामों में तत्काल वृद्धि की जाए, क्योंकि यह दरें पिछले पाँच वर्षों से नहीं बढ़ाई गई हैं। अधिग्रहण में चल रहे 'कट-ऑफ डेट' की मनमानी प्रणाली को जिसे उन्होंने 'काला कानून' बताया समाप्त किया जाए, ताकि किसानों को उनके हक से वंचित न किया जा सके।

सांसद मनीष जायसवाल ने कहा कि राष्ट्र के विकास के लिए ऊर्जा आवश्यक है, लेकिन इसकी क़ीमत अन्नदाताओं की आजीविका, पहचान और क्षेत्र के पर्यावरण को दांव पर लगाकर नहीं चुकाई जा सकती। उन्होंने कहा कि यह आवश्यक है कि सरकार किसानों की आवाज़ सुने और कृषि विरासत की रक्षा के लिए नीतिगत पुनर्विचार करे।

हजारीबाग में अवैध शराब पर बड़ी कार्रवाई—रातभर चली छापेमारी में स्पिरिट से भरी मिनी फैक्ट्री का भंडाफोड़

हजारीबाग: उपायुक्त श्री शशि प्रकाश सिंह (IAS) के आदेश पर ज़िले में अवैध शराब के निर्माण, संचय, बिक्री और परिवहन के खिलाफ सघन अभियान चलाया जा रहा है। इसी कड़ी में सहायक आयुक्त उत्पाद, हजारीबाग के निर्देशन में गुप्त सूचना के आधार पर कल देर रात बड़ी कार्रवाई की गई।

करीब 12:30 बजे रात चौपारण थाना की टीम, उत्पाद विभाग के कर्मियों और सशस्त्र गृह रक्षा वाहिनी के जवानों ने संयुक्त रूप से ग्राम भगहर में छापेमारी की। यहां एक घर से लगभग 250 लीटर स्पिरिट बरामद की गई।

इसी निशानदेही पर टीम ने सुबह 4 बजे चौपारण थाना क्षेत्र के ग्राम ललकिमाटी–करणजुवा के घने जंगलों में फिर छापेमारी कर अवैध विदेशी शराब की मिनी फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया। मौके से भारी मात्रा में अवैध विदेशी शराब, स्पिरिट, खाली बोतलें, ढक्कन और अलग-अलग ब्रांड के लेबल बरामद हुए।

जब्त सामग्री: अवैध विदेशी शराब: 270 लीटर (करीब) स्पिरिट: 250 लीटर, विभिन्न ब्रांड की खाली बोतलें, ढक्कन और लेबल

इन घटनाओं में शामिल लोगों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत अभियोग दर्ज किया जा रहा है।

छापामारी दल में शामिल सदस्य: अवर निरीक्षक उत्पाद सुमितेश कुमार, ASI सय्यद बसिरुद्दीन, ASI एंटोनी बागे, उत्पाद सिपाही अनूप कुमार सिंह,

चौपारण थाना टीम, सशस्त्र गृह रक्षा वाहिनी के जवान।

विधायक प्रदीप प्रसाद ने सदन में उठाया ग्रामीण और शहरी सड़कों के नवनिर्माण का प्रश्न

झारखंड विधानसभा का शीतकालीन सत्र जारी है। इस दौरान हज़ारीबाग़ के विधायक प्रदीप प्रसाद लगातार जनहित से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दों को मुखरता से सदन में उठा रहे हैं। गुरुवार को उन्होंने ग्रामीण एवं शहरी सड़कों की बदहाल स्थिति और नवनिर्माण की माँग को जोरदार तरीके से सदन के पटल पर रखा।

L&T कंपनी की कार्यशैली पर सवाल – सड़कें खोदी गईं, लेकिन पुनर्निर्माण नहीं किया गया

हज़ारीबाग़ नगर निगम क्षेत्र में L&T कंपनी द्वारा पेयजल पाइपलाइन बिछाने के दौरान जहाँ-जहाँ सड़कें खोदी गईं, वहाँ उनका सही ढंग से पुनर्निर्माण नहीं किया गया। परिणामस्वरूप शहर की अधिकांश सड़कें जर्जर हो चुकी हैं और आवागमन दुष्कर हो गया है। इस पर विधायक प्रदीप प्रसाद ने कहा है कि मैंने इस गंभीर मुद्दे को सदन में मजबूती से उठाया, लेकिन सरकार का जवाब न तो संतोषजनक था और न ही जमीनी सच्चाई से मेल खाता है। विभाग केवल कागज़ी रिपोर्टों के आधार पर जवाब दे रहा है, जबकि वास्तविक स्थिति पूरी तरह अलग है।

उन्होंने बताया कि नगर निगम, एनएच, रिंग रोड और ग्रामीण क्षेत्रों की सड़क निर्माण और मरम्मत कार्य लगभग ठप पड़े हुए हैं, जिसके खिलाफ वे लगातार आवाज उठा रहे हैं।

मरहेता–पौंता और केसुरा मोड़–सरौनी सड़क की दयनीय स्थिति उठाई

सदन में विधायक प्रदीप प्रसाद ने हज़ारीबाग़ सदर प्रखंड की दो महत्वपूर्ण सड़कों ग्राम मरहेता से ग्राम पौंता और केसुरा मोड़ से ग्राम सरौनी की अत्यंत खराब स्थिति का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि वर्षों से स्थानीय लोग इन जर्जर सड़कों पर कठिनाई झेल रहे हैं। स्कूल जाने वाले बच्चों से लेकर रोज़ यात्रा करने वाले नागरिकों तक, सभी के लिए ये सड़कें दुर्घटना का कारण बन गई हैं।

अनुशंसित योजनाओं पर कार्य क्यों नहीं?—सरकार के रवैये पर कड़ी आपत्ति

विधायक ने यह भी प्रश्न उठाया कि वित्तीय वर्ष 2024–25 में उनके द्वारा अनुशंसित ग्रामीण सड़क और जनहितकारी योजनाओं पर आज तक कोई कार्य क्यों प्रारंभ नहीं हुआ। सरकार की ओर से दिए गए उत्तर में कहा गया कि निधि उपलब्ध नहीं है।

इस पर उन्होंने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह न केवल हास्यास्पद है, बल्कि जनता के साथ सीधा धोखा है। विकास के लिए धन न होना सरकार की असफलता का स्पष्ट प्रमाण है। उन्होंने कहा कि जब सड़कें टूट रही हैं, दुर्घटनाएँ बढ़ रही हैं, और जनता परेशान है, तब सरकार का इस तरह मौन रहना और गोलमोल जवाब देना अत्यंत निंदनीय है।

विधानसभा परिसर में सरकार के वादाखिलाफी के खिलाफ़ प्रदर्शन

विधानसभा परिसर में विधायक प्रदीप प्रसाद ने भाजपा विधायकों के साथ मिलकर वर्तमान राज्य सरकार की वादाखिलाफी और उदासीन रवैये के खिलाफ़ प्रदर्शन भी किया। प्रेस और मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार ने चुनाव के समय ‘एक वोट के बदले 7 वादों की गारंटी’ दी थी, लेकिन सत्ता में आते ही उन वादों को भुला दिया गया। जनता को आश्वासन मिला, लेकिन बदले में निराशा और धोखा।

विधायक प्रदीप प्रसाद ने स्पष्ट कहा कि वे हज़ारीबाग़ की जनता की सुविधा, सुरक्षा और विकास के मुद्दों को लेकर सदन और सड़क—दोनों जगह 

एचजेडबी आरोग्यम कुणाल वीमेन एंड चिल्ड्रन हॉस्पिटल एवं सीडलिंग्स प्ले स्कूल में निःशुल्क बाल स्वास्थ्य शिविर आयोजित

हजारीबाग - शहर में बुधवार को एचजेडबी आरोग्यम कुणाल वीमेन एंड चिल्ड्रन हॉस्पिटल एवं सीडलिंग्स प्ले स्कूल के संयुक्त तत्वावधान में स्कूल परिसर में निःशुल्क बाल स्वास्थ्य एवं कल्याण शिविर का अत्यंत सफल और सुव्यवस्थित आयोजन किया गया। इस शिविर का मुख्य उद्देश्य छोटे बच्चों के स्वास्थ्य की नियमित निगरानी के साथ-साथ अभिभावकों को वैज्ञानिक एवं विश्वसनीय स्वास्थ्य जानकारी प्रदान करना रहा, ताकि बचपन से ही स्वास्थ्य जागरूकता को मजबूत आधार मिल सके। शिविर सुबह से ही अभिभावकों और बच्चों की उपस्थिति से गुलजार रहा। शहर के प्रतिष्ठित विशेषज्ञ डॉ. अमित कुमार, डॉ. प्रकाश चंद्रा और डॉ. सुरभि कुमारी अपनी पूर्ण टीम के साथ उपस्थित रहे और सभी बच्चों का समग्र स्वास्थ्य परीक्षण किया। डॉक्टरों ने प्रत्येक बच्चे की विस्तृत हेल्थ प्रोफाइल तैयार की, सामान्य जांच के साथ विकास संबंधी महत्वपूर्ण पैरामीटरों की भी समीक्षा की तथा किसी भी संभावित समस्या को लेकर समय रहते आवश्यक परामर्श दिया। चिकित्सकों ने अभिभावकों से अवसर का लाभ उठाते हुए बच्चों में पोषण की कमी, नियमित टीकाकरण, मौसम बदलने पर होने वाली सामान्य बीमारियाँ, मानसिक विकास, रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के तरीके और निवारक स्वास्थ्य देखभाल के महत्व पर विशेष रूप से चर्चा की। उन्होंने कहा कि छोटे बच्चों के लिए नियमित स्वास्थ्य परीक्षण केवल उपचार ही नहीं बल्कि भविष्य में होने वाली गंभीर बीमारियों से बचाव का सबसे प्रभावी तरीका है। शिविर के दौरान अभिभावक बेहद सहज और संतुष्ट दिखे। उनका कहना था कि स्कूल परिसर में ही अपनी सुविधा के अनुसार बच्चों की जांच कराना आसान हुआ और डॉक्टरों से सीधे बातचीत कर स्वास्थ्य संबंधी कई महत्वपूर्ण जानकारियाँ मिलीं। कई अभिभावकों ने यह भी कहा कि ऐसी पहलें बच्चों के प्रति संस्थानों की संवेदनशीलता और जिम्मेदारी को दर्शाती हैं। विद्यालय की प्रिंसिपल पल्लवी कृष्णा ने शिविर की सफलता पर खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि सीडलिंग्स प्ले स्कूल बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए सदैव तत्पर है और बाल स्वास्थ्य को सुदृढ़ करना इसी दिशा का महत्वपूर्ण हिस्सा है। उन्होंने बताया कि स्कूल आगे भी समय-समय पर इस तरह की पहलें जारी रखेगा।अस्पताल निदेशक हर्ष अजमेरा ने कहा कि एचजेडबी आरोग्यम कुणाल वीमेन एंड चिल्ड्रन हॉस्पिटल का उद्देश्य समुदाय के हर बच्चे तक उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाना है। उन्होंने शिविर में मिले सकारात्मक सहयोग के लिए स्कूल प्रबंधन और अभिभावकों का आभार जताया। शिविर में उपस्थित अस्पताल की प्रशसक जया सिंह ने इस आयोजन को अत्यंत लाभकारी बताते हुए कहा कि एक ही स्थान पर जांच, परामर्श और आवश्यक स्वास्थ्य जानकारी मिलने से अभिभावकों को बड़ी सुविधा मिली। उन्होंने इसे बच्चों के उज्ज्वल और स्वस्थ भविष्य की ओर आवश्यक कदम बताया। यह संयुक्त पहल न केवल बच्चों के स्वास्थ्य परीक्षण के लिए उपयोगी रही बल्कि समुदाय में स्वास्थ्य संवाद और जागरूकता बढ़ाने की दिशा में भी एक सराहनीय प्रयास साबित हुई।

बड़ा बाजार दुर्गा पूजा महासमिति को मिला द्वितीय स्थान 20 हजार रुपये की पुरस्कार राशि से सम्मानित

हजारीबाग के प्रतिष्ठित बड़ा बाजार दुर्गा पूजा महासमिति ने इस वर्ष एक बार फिर अपनी उत्कृष्टता साबित की है। शहर के सबसे चर्चित पंडालों में शुमार यह महासमिति वर्ष 2025 में सनराइज मसाला द्वारा आयोजित विशेष प्रतियोगिता में द्वितीय स्थान की विजेता बनी। प्रतियोगिता में पूजा पंडाल की आकर्षक रूपरेखा, सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति और डांडिया आयोजन को मानकों के आधार पर परखा गया था, जिनमें महासमिति ने शानदार प्रदर्शन किया। विजेता घोषित होने पर समिति को 20,000 रु की पुरस्कार राशि प्रदान की गई। अध्यक्ष प्रमोद यादव ने इस सम्मान को माता रानी का विशेष आशीर्वाद बताते हुए कहा कि पूजा-अर्चना की समाप्ति के बाद भी माता रानी का यह कृपा-प्रसाद महासमिति को निरंतर प्रेरित करता है। उन्होंने सनराइज मसाला, उसके डिस्ट्रीब्यूटर अरुण पाटनी,अश्विन जैन पाटनी और डांडिया संयोजक एवं महासचिव प्रमोद खंडेलवाल के प्रति आभार व्यक्त किया, जिनकी उत्कृष्ट कार्यशैली के कारण यह उपलब्धि संभव हुई। सचिव दीप नारायण निषाद ने कहा कि यह सम्मान वर्ष 2026 की पूजा तैयारियों के लिए समिति को नई ऊर्जा और उत्साह प्रदान करता है। उन्होंने पूरी सनराइज मसाला टीम के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया और कहा कि महासमिति आने वाले वर्षों में भी इसी तरह उत्कृष्टता को बरकरार रखेगी। इस उपलब्धि से बड़ा बाजार दुर्गा पूजा महासमिति ने एक बार फिर सिद्ध कर दिया है कि वह शहर के सर्वश्रेष्ठ पंडालों में अपनी परंपरागत पहचान और गुणवत्ता को निरंतर मजबूत बनाए हुए है। यह जानकारी महासमिति के सहसंयोजक रितेश खण्डेलवाल ने दिया।

उपायुक्त के जनता दरबार में सुनी गई आमजनों की समस्याएं, दिए त्वरित समाधान के निर्देश

उपायुक्त शशि प्रकाश सिंह की अध्यक्षता में आज समाहरणालय स्थित कार्यालय कक्ष में जनता दरबार का आयोजन किया गया। बड़ी संख्या में ग्रामीण अपने आवेदन एवं शिकायतों के साथ उपस्थित हुए।

उपायुक्त ने प्रत्येक आवेदक की समस्याओं को गंभीरता से सुना और संबंधित पदाधिकारियों को मामलों के त्वरित एवं संवेदनशील निपटारे का निर्देश दिया।

जनता दरबार में मुख्य रूप से पेंशन स्वीकृति, राशन कार्ड त्रुटि सुधार, आवास, आपूर्ति व्यवस्था, भूमि विवाद, पारिवारिक विवाद, रोजगार एवं विभिन्न योजनाओं से जुड़ी शिकायतें सामने आईं। उपायुक्त ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि सभी आवेदन निर्धारित समयसीमा में निष्पादित किए जाएं।

आज आए प्रमुख मामले एवं दिए गए निर्देश - जमीन अधिग्रहण से जुड़ा मामला (केरेडारी): मोहन कुमार ने एनटीपीसी द्वारा अधिग्रहित भूमि के बाद विस्थापन मुआवजा दिलाने का अनुरोध किया। उपायुक्त ने एनटीपीसी को रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया।

भूमि विवाद एवं अतिक्रमण (डाड़ी): मनोहर साव ने पैतृक भूमि पर जबरन अतिक्रमण और दबंगई की शिकायत दर्ज कराई। उपायुक्त ने एसडीओ, को मामले की जांच कर शीघ्र कार्रवाई करने का आदेश दिया।

कृषि में सौर ऊर्जा सुविधा (बरही): पंचम महतो ने पीएम-कुसुम योजना के तहत सोलर पंप उपलब्ध कराने का अनुरोध किया। इस पर उपायुक्त ने कृषि विभाग को आवश्यक सहयोग करने का निर्देश दिया।

रोजगार व विस्थापन से जुड़ा अनुरोध (बड़कागांव): रोशन कुमार ने गरीबी और बेरोजगारी से निजात दिलाने तथा एनटीपीसी द्वारा अधिग्रहित भूमि के बाद बाहरी स्रोत से रोजगार की मांग की। उपायुक्त ने इस पर डीएएलओ एवं एसडीओ को आवश्यक कार्रवाई का निर्देश दिया।

खाशमहल भूमि लीज नवीकरण (सदर प्रखंड): एक आवेदक ने खाशमहल भूमि का लीज नवीकरण न होने की शिकायत की। उपायुक्त ने संबंधित पदाधिकारी को विधि सम्मत कार्रवाई सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।

इस अवसर पर उपायुक्त श्री शशि प्रकाश सिंह ने कहा कि— प्रशासन का उद्देश्य आम जनता की समस्याओं का त्वरित एवं प्रभावी समाधान करना है। सभी अधिकारी जनता की शिकायतों को प्राथमिकता पर लेकर निर्धारित समयसीमा में निष्पादित करें।”

हजारीबाग के विधायक प्रदीप प्रसाद ने विधानसभा सत्र में उठाए राज्य सरकार की विफलताओं के मुद्दे, प्रशिक्षकों के धरना स्थल पर जताया समर्थन

हजारीबाग: शीतकालीन सत्र के अवसर पर मंगलवार को हजारीबाग के विधायक प्रदीप प्रसाद ने राज्य सरकार की लगातार बढ़ती विफलताओं के खिलाफ जोरदार आवाज़ उठाई। विधायक ने विधानसभा परिसर में विरोध प्रदर्शन किया, सदन में हजारीबाग के महत्वपूर्ण मुद्दे उठाए और व्यावसायिक प्रशिक्षकों के धरना स्थल पर पहुँचकर उनकी समस्याओं को मजबूती से उठाया।

विधानसभा परिसर में विरोध प्रदर्शन: सत्र प्रारंभ होने से पहले विधायक प्रदीप प्रसाद ने विपक्षी साथियों के साथ मिलकर सरकार की विफलताओं के खिलाफ शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि राज्य की कानून-व्यवस्था चिंताजनक स्थिति में है। हजारों हत्याएँ, महिलाओं पर अत्याचार की घटनाएँ और बालू–कोयला–पत्थर तथा भूमि माफियाओं की बढ़ती लूट दर्शाती है कि सरकार प्रशासनिक नियंत्रण स्थापित करने में असफल है। विधायक ने स्पष्ट किया कि जब तक जनता को सुरक्षा और न्याय नहीं मिलता, उनका विरोध जारी रहेगा।

सदन में हजारीबाग के मुद्दे उठाए: सत्र के दौरान प्रदीप प्रसाद ने हजारीबाग विधानसभा क्षेत्र की प्रमुख समस्याओं पर ध्यान आकर्षित किया। उन्होंने सरकारी अस्पतालों में संसाधनों की कमी, आउटसोर्सिंग कंपनियों की अनियमितताएँ, ग्रामीण मरीजों की ऑनलाइन ओपीडी सुविधाओं से दिक्कतें, रेलसाइडिंग क्षेत्रों में प्रदूषण और कोयला परिवहन से बढ़ती धूल-प्रदूषण की समस्या पर सरकार से जवाब माँगा। उन्होंने त्वरित और ठोस कार्रवाई की मांग की, ताकि हजारीबाग के नागरिकों को राहत मिल सके।

व्यावसायिक प्रशिक्षकों का समर्थन: विधानसभा सत्र के बाद विधायक प्रदीप प्रसाद व्यावसायिक प्रशिक्षकों के धरना स्थल पर पहुँचे और उनकी समस्याएँ सुनीं। प्रशिक्षकों ने लंबित मानदेय, सात वर्षों से वेतन वृद्धि का अभाव, नियुक्तियों में अनियमितताएँ, बढ़ते कार्यभार के अनुपात में सुविधाओं की कमी और सेवा-सुरक्षा की अनिश्चितता जैसे मुद्दे उठाए। विधायक ने कहा कि प्रशिक्षक राज्य के कौशल विकास की रीढ़ हैं और उनकी उपेक्षा बिल्कुल उचित नहीं है। उन्होंने सरकार से प्रशिक्षकों की न्यायोचित मांगों का तुरंत और स्थायी समाधान करने की मांग की।

विधायक प्रदीप प्रसाद ने स्पष्ट किया कि जनता के अधिकार, सुरक्षा और सम्मान से जुड़ी प्रत्येक समस्या पर वे भविष्य में भी उतनी ही दृढ़ता और प्रतिबद्धता के साथ आवाज उठाते रहेंगे। उनका कहना है कि सरकार को उसकी संवैधानिक जिम्मेदारियों की याद दिलाना और जनता को न्याय दिलाना उनका निरंतर संघर्ष रहेगा।

समाजसेवी लखन प्रजापति ने किया शॉल और कंबल 500 लोगों का वितरण

केरेडारी: केरेडारी प्रखंड क्षेत्र में इन दिनों कड़ाके की ठंड पड़ रही है! पाला लगातार गिर रहा है जिस कारण ठंड का प्रकोप चरम पर है! ऐसे में ठंड को देखते हुए बेंगवरी गांव के समाजसेवी लखन प्रजापति के द्वारा बेंगवरी गांव में शिविर लगा कर गरीब असहाय और बुजुर्ग महिला पुरुष समेत जरूरत मंद लोगों के बीच 500 शॉल और कंबल का वितरण किया गया! कंबल और शॉल लगभग सौ जरूरत मंद लोगों को दिया! इस अवसर पर समाजसेवी लखन प्रजापति ने कहा कि बीते एक दशक से हम गरीब असहाय लोगों के बीच 500 कंबल और शॉल का वितरण कर रहे हैं! क्योंकि मेरा मानना है कि नर सेवा ही नारायण सेवा है! वासुदेव प्रजापति, उमेश कुमार, जुगेश्वर प्रजापति, सुखदेव प्रजापति, शिवदेव महतो, उपस्थित थे

न्यू विद्या सागर हाई स्कूल की विज्ञान प्रदर्शनी में चमकी बच्चों की प्रतिभा — मुख्य अतिथि मोहम्मद दिलदार अंसारी ने कहा, “ये बच्चे नहीं, हिंदुस्त

हजारीबाग | न्यू विद्या सागर हाई स्कूल, डामोडीह में सोमवार को आयोजित वार्षिक विज्ञान प्रदर्शनी बच्चों के अद्भुत कौशल, नवाचार और वैज्ञानिक सोच का शानदार उदाहरण बनी। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे समाजसेवी मोहम्मद दिलदार अंसारी बच्चों की प्रतिभा देख भावुक हो उठे। उन्होंने कहा,

“इन बच्चों को देखकर आँखें भर आईं… ये बच्चे नहीं, ये हिंदुस्तान का भविष्य हैं।”

छात्र–छात्राओं के 20 से अधिक मॉडल ने बटोरी सराहना

कक्षा 6 से 10 तक के सैकड़ों बच्चों ने प्रदर्शनी में पर्यावरण संरक्षण, स्वच्छ पानी–स्वच्छ वायु, नवीकरणीय ऊर्जा और प्रदूषण नियंत्रण जैसे अहम विषयों पर 20 से अधिक कार्यशील मॉडल प्रस्तुत किए। सबसे खास बात यह रही कि सबसे प्रभावशाली और नवाचारी प्रोजेक्ट स्कूल की छात्राओं द्वारा तैयार किए गए, जिनमें शामिल थे—

वायु एवं जल प्रदूषण नियंत्रण मॉडल : सौर ऊर्जा से चलने वाला मल्टी–फंक्शनल सिस्टम। प्राकृतिक जड़ी-बूटियों से पानी शुद्ध करने वाला कम लागत वाला वाटर फिल्टर। ग्रीन एनर्जी से चलने वाले मिनी वाहन और चार्जिंग यूनिट। स्मॉग को अवशोषित कर जैविक खाद में बदलने वाला इनोवेटिव मॉडल। 

मुख्य अतिथि ने हर बच्चे से की बातचीत, दिया प्रेरणा संदेश

दिलदार अंसारी प्रत्येक स्टॉल पर रुके, बच्चों के विचार सुने और उनके मॉडल की तकनीकी समझ की सराहना की। उन्होंने कहा, “आज मैंने बच्चों को सम्मानित नहीं किया, बल्कि खुद सम्मानित महसूस किया। अल्लाह इन बच्चों के सपनों को पंख दे।”

स्कूल प्रबंधन ने जताया आभार

स्कूल प्रबंधक विक्रम कुमार सोनी ने बताया कि प्रदर्शनी का उद्देश्य विद्यार्थियों में वैज्ञानिक दृष्टिकोण विकसित करना और पर्यावरण के प्रति संवेदनशीलता पैदा करना है। उन्होंने कहा कि मुख्य अतिथि के आशीर्वाद पूर्ण शब्दों ने स्कूल परिवार का मनोबल दोगुना कर दिया है।

पुरस्कार वितरण ने बढ़ाया उत्साह

कार्यक्रम के अंत में श्रेष्ठ मॉडल प्रस्तुत करने वाले बच्चों को ट्रॉफी, नकद पुरस्कार और प्रशस्ति-पत्र देकर सम्मानित किया गया। साथ ही सभी प्रतिभागियों को प्रोत्साहन स्वरूप पुस्तकें भी भेंट की गईं।

अभिभावकों और ग्रामीणों की बड़ी उपस्थिति

प्रदर्शनी में बड़ी संख्या में अभिभावक, आसपास के ग्रामीण और कई गणमान्य नागरिक शामिल हुए।

बच्चों की प्रतिभा और आत्मविश्वास को देखकर हर कोई गर्व से भर उठा और उनकी मेहनत की सराहना करते नहीं थक रहा था।

विधानसभा में सरकार की विफलताओं, सूचना आयोग की अनियमितताओं, पुलिस आधुनिकीकरण एवं छात्रवृत्ति मुद्दे पर विधायक प्रदीप प्रसाद हुए मुखर

सदन के पटल पर उठाए महत्वपूर्ण मुद्दें , झारखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र में हज़ारीबाग़ के विधायक प्रदीप प्रसाद ने राज्य सूचना आयोग की गंभीर अनियमितताओं, पुलिस आधुनिकीकरण की धीमी प्रगति, कानून-व्यवस्था में गिरावट और छात्रवृत्ति वितरण में सरकार की विफलताओं जैसे महत्वपूर्ण जनसरोकार के मुद्दों को सदन में उठाया। 

उन्होंने कहा कि पिछले पाँच वर्षों से सूचना आयुक्तों की नियुक्ति लंबित रहने के कारण सूचना आयोग लगभग निष्क्रिय अवस्था में पहुँच चुका है, जिससे जनता को सूचना प्राप्त करने का संवैधानिक अधिकार प्रभावित हो रहा है। उन्होंने सरकार से यह स्पष्ट करने की मांग की कि आयोग को कब पूर्ण रूप से कार्यशील बनाया जाएगा तथा लंबित नियुक्तियों की प्रक्रिया कितनी शीघ्र पूरी की जाएगी।

सदन में झारखंड पुलिस के आधुनिकीकरण पर बोलते हुए उन्होंने यह चिंता व्यक्त की कि राज्य में अपराध बढ़ने के बावजूद पुलिस बल के हजारों पद रिक्त पड़े हैं, कई थानों में आज तक CCTV नहीं लगे हैं और अनेक थानों में रिसेप्शन कक्ष भी निर्मित नहीं हो सके हैं। उन्होंने कहा कि इन कमियों के कारण कानून-व्यवस्था लगातार प्रभावित हो रही है और जनता की सुरक्षा पर सीधा असर पड़ रहा है। उन्होंने सरकार को यह सुझाव दिया कि पुलिस आधुनिकीकरण से जुड़े सभी कार्यों को समयबद्ध तरीके से पूरा किया जाए और लंबित नियुक्तियों को तत्काल प्रभाव से संपन्न किया जाए।

विधानसभा सत्र से पूर्व विपक्ष द्वारा सरकार के विरुद्ध विरोध-प्रदर्शन, छात्रवृत्ति भुगतान में विलंब पर सरकार को घेरा

विधानसभा की कार्यवाही शुरू होने से पूर्व विधायक प्रदीप प्रसाद ने नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी और अन्य विधायकों के साथ विधानसभा भवन के बाहर राज्य सरकार की लगातार विफलताओं के विरोध में एक प्रतीकात्मक विरोध प्रदर्शन में भी हिस्सा लिया। उन्होंने कहा कि राज्य में बढ़ती अव्यवस्थाएँ, विकास कार्यों में ठहराव और आम जनता की समस्याओं के प्रति सरकार की उदासीनता अत्यंत चिंता का विषय है। विपक्ष का दायित्व है कि वह जनता की आवाज को सदन से लेकर सड़क तक मजबूती से उठाए और सरकार को उसके दायित्वों की याद दिलाता रहे।

विधानसभा परिसर में छात्रवृत्ति वितरण में हो रही देरी के विरोध में उन्होंने भाजपा विधायकों के साथ मिलकर आवाज उठाई। उन्होंने कहा कि छात्रवृत्ति न मिलने से राज्य के लाखों विद्यार्थी प्रभावित हो रहे हैं और यह उनके भविष्य के साथ सीधा अन्याय है। उन्होंने राज्य सरकार से अविलंब छात्रवृत्ति जारी करने की मांग की ताकि विद्यार्थियों को उनके अधिकार से वंचित न होना पड़े।

अंत में विधायक प्रदीप प्रसाद ने कहा कि जनहित के प्रश्नों पर उनकी प्रतिबद्धता निरंतर जारी रहेगी और वे जनता के अधिकारों एवं अपेक्षाओं की रक्षा के लिए सदैव मुखर रहेंगे।