कानून नियम जरूरी, लेकिन किसी को परेशानी न हो...इंडिगो संकट के बीच पीएम मोदी का बड़ा बयान

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देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो को यात्रियों को पिछले कुछ समय से दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। करीब एक हफ्ते में इसकी 4,500 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल हो चुकी है। इस बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इंडिगो संकट पर बड़ा बयान दिया है। पीएम मोदी ने कहा है कि नियम-कानून बनाने का मकसद सिस्टम को बेहतर करना होना चाहिए, न कि आम नागरिकों को परेशान करना।

पीएम मोदी ने एनडीए सांसदों की बैठक के दौरान इंडिगो संकट पर ये बात कही।संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान आज संसद परिसर में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) में शामिल दलों के सांसदों की बैठक हुई।

सांसदों से सभी क्षेत्रों में सुधार का आह्वान

एनडीए संसदीय दल की बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने जानकारी दी। उन्होंने कहा, आज की बैठक में बिहार चुनावों में एनडीए की जीत के लिए सभी एनडीए नेताओं ने पीएम मोदी को बधाई दी। पीएम मोदी ने सभी एनडीए सांसदों को अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्रों के लिए काम करने का मार्गदर्शन दिया। उन्होंने जनता के जीवन को आसान बनाने और यह सुनिश्चित करने के लिए सभी क्षेत्रों में सुधार करने पर जोर दिया कि उन्हें कोई समस्या न हो।

कानून लोगों पर बोझ नहीं बने

प्रधानमंत्री मोदी ने बहुत साफ शब्दों में कहा है कि कोई भी ऐसा कानून, नियम नहीं होना चाहिए, जो बिना मतलब नागरिकों को परेशान करें। कानून लोगों पर बोझ नहीं बल्कि उनकी सुविधा के लिए होना चाहिए। पीएम ने कहा कि कानूनों से लोगों की मदद होनी चाहिए। उन्होंने सांसदों से युवाओं से जुड़ने का आह्वान किया।

बड़े एयरपोर्ट्स का जायजा लेंगे बड़े अधिकारी

इधर, इंडिगो एयरलाइन की वजह से हवाई अड्डों पर यात्रियों को हो रही भारी दिक्कतों को देखते हुए नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने एक बड़ा कदम उठाया है। मंत्रालय के डिप्टी सेक्रेटरी, डायरेक्टर और ज्वाइंट सेक्रेटरी जैसे बड़े अधिकारियों को आदेश दिया गया है कि वे जल्द ही देश के बड़े हवाई अड्डों पर जाकर जमीनी हकीकत का जायजा लें। ये अधिकारी मुंबई, बेंगलुरु, हैदराबाद, कोलकाता, चेन्नई, अहमदाबाद, पुणे, गुवाहाटी, गोवा और तिरुवनंतपुरम जैसे हवाई अड्डों का दौरा करेंगे। इसका मकसद यह समझना है कि यात्रियों को किस तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

भारत को फिर झटका देंगे ट्रंप! भारत से निर्यात होने वाले चावल पर सख्ती के दिए संकेत

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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप टैरिफ मामले में भारत को एक और झटका दे सकते हैं। ट्रंप ने संकेत दिया है कि उनका प्रशासन विदेशी कृषि उत्पादों पर नए टैरिफ लगाने पर विचार कर सकता है, जिसमें भारतीय चावल और कनाडाई उर्वरक शामिल हैं। ट्रंप का ये बयान रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के हाल ही में भारत दौरे के बाद आया है।

भारत के सस्ते चावल से अमेरिकी उत्पादक परेशान

हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने व्हाइट हाउस में अमेरिकी किसानों के लिए 12 अरब डॉलर की मदद करने का ऐलान करते हुए कहा कि भारत से सस्ता चावल आने की वजह से अमेरिका के चावल उत्पादक परेशान हैं और उनके दाम गिर रहे हैं। ये बात उन्हें अमेरिका की बड़ी चावल कंपनी कैनेडी राइस मिल्स की मालकिन और सीईओ मेरिल कैनेडी ने बताई, जिसके बाद ट्रंप ने साफ कहा कि वे भारतीय चावल पर और ज्यादा टैरिफ लगाने का प्लान बना रहे हैं ताकि अमेरिकी किसानों को बचाया जा सके।

अमेरिकी किसानों को ट्रंप ने दिया भरोसा

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को एक लिस्ट दी गई जिसमें भारत, थाईलैंड और चीन जैसे देशों पर अमेरिका में सस्ता चावल डंप करने का आरोप लगा था। लिस्ट देखकर ट्रंप ने नाराजगी जताई और अपने वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट से पूछा, “भारत के बारे में बताओ, भारत ऐसा क्यों कर रहा है? क्या चावल पर कोई टैरिफ छूट है?” ट्रंप ने साफ कहा कि अमेरिकी किसानों को बचाने के लिए अब भारतीय चावल पर और सख्त टैरिफ लग सकता है।

ट्रंप बोले- भारतीय चावल की डंपिंग पर ध्यान देंगे

अमेरिकी किसानों ने डोनाल्ड ट्रंप से कहा है कि सब्सिडी वाले चावल के बेशुमार आयात से मार्किट पर असर पड़ रहा है। इससे घरेलू फसलों की कीमतें नीचे जा रही हैं। इस पर ट्रंप ने जवाब दिया कि यह धोखा है और इस पर नए टैरिफ लगाए जा सकते हैं। ट्रंप ने कहा कि वह अमेरिका में भारतीय चावल की डंपिंग पर जरूर ध्यान देंगे।

वंदे मातरम को लेकर प्रियंका का पीएम मोदी पर निशाना, बोले- बंगाल चुनाव की वजह से हो रही चर्चा

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राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम के 150 साल पूरे हो गए हैं। इस मौके पर संसद में आज इस पर चर्चा हो रही है। सबसे पहले चर्चा की शुरुआत लोकसभा में हुई। पीएम मोदी ने वंदे मातरम पर लोकसभा में अपना संबोधन दिया। कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी ने सदन में वंदे मातरम पर चर्चा में हिस्सा लिया। उन्होंने कहा कि वंदे मातरम विषय भारत की आत्मा का हिस्सा है। इस गीत ने गुलामी में सोए हुए लोगों को जगाया। उन्होंने कहा कि वंदे मातरम 150 सालों से भारत की आत्मा में बस चुका है। ऐसे में आज इस बहस की क्या आवश्यकता है।

प्रियंका गांधी ने वंदे मातरम पर चर्चा में भाग लेते हुए पीएम मोदी पर जमकर निशाना साधा। कांग्रेस सांसद ने कहा कि प्रधानमंत्री बहुत अच्छे भाषण देते हैं, लेकिन उनमें तथ्य नहीं होते। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बताया कि रवींद्रनाथ टैगोर ने पहली बार किसी अधिवेशन में वंदे मातरम गाया था। प्रियंका ने जोड़ा कि प्रधानमंत्री यह बताना भूल गए कि टैगोर ने इसे कांग्रेस के अधिवेशन में गाया था।

प्रियंका गांधी का पीएम मोदी पर हमला

प्रियंका गांदी ने गे जोड़ा, प्रधानमंत्री ने कहा कि नेहरू ने नेताजी को पत्र लिखकर वंदे मातरम् के उपयोग पर पुनर्विचार करने को कहा था। इस कथित पत्र से तीन दिन पहले नेताजी ने ही नेहरू को पत्र लिखकर यह मुद्दा लेकर कलकत्ता कांग्रेस में चर्चा करने का आग्रह किया था। उन्होंने नेहरू के पत्र के आगे के पैराग्राफ भी पढ़कर सुनाए, जिसमें लिखा था कि वंदे मातरम् का विवाद साम्प्रदायिक आधार पर खड़ा किया गया था। प्रियंका ने टैगोर का वह पत्र भी पढ़ा, जिसमें उन्होंने कहा था कि स्वतंत्रता सेनानी कविता के सिर्फ दो अनुच्छेद ही गाते हैं और केवल वही उपयोग किए जाने चाहिए।

प्रियंका का सरकार पर तीखा हमला

प्रियंका गांधी ने सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि आप सिर्फ चुनाव के लिए हैं, जबकि हम देश के लिए हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस चाहे जितने भी चुनाव हार जाए, लेकिन वह बीजेपी और सरकार की नीतियों के खिलाफ संसद में बैठकर लगातार लड़ती रहेगी। प्रियंका ने कहा कि विपक्ष का कर्तव्य है कि वह जनता की आवाज बने और लोकतंत्र की रक्षा करे, और कांग्रेस इस जिम्मेदारी से पीछे नहीं हटेगी। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार बहसों से बचती है, मुद्दों से ध्यान भटकाती है, जबकि कांग्रेस जनता के असली सवालों को उठाती रहेगी।

बंगाल चुनाव की वजह से हो रही चर्चा-प्रियंका

कांग्रेस सांसद ने कहा कि हम इसे किस तरह से इस्तेमाल कर रहे हैं। इस सदन में हम अपने राष्ट्रगीत पर भी बहस करेंगे। प्रियंका ने सवाल उठाया है कि आखिर इस बहस की जरूरत क्या है। हम यह बहस आज यहां दो वजह से कर रहे हैं। पहला बंगाल का चुनाव आ रहा है, इस वजह से इसका चुनाव हो रहा है। दूसरी वजह इनकी पुराना मकसद है, जिन्होंने देश के लिए लड़ाई लड़ी उन पर दोष थोपना चाहती है। प्रियंका ने कहा कि आपका मकसद उसी अतीत में मंडराने से जो बीत चुका है। प्रियंका ने कहा कि सच्चाई यह है कि पीएम मोदी वह प्रधानमंत्री नहीं है, अब उनका आत्मविश्वास घटने लगा है।

दादा तबीयत तो ठीक है न...पीएम मोदी ने वंदे मातरम् पर चर्चा के दौरान किससे पूछा

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संसद में आज वंदे मातरम के 150 साल पूरे होने पर भारत के राष्ट्रीय गीत और इससे जुड़े इतिहास पर चर्चा हुई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में चर्चा की शुरुआत की। इस बीच एक मजेदार वाकया भी सामने आया। जब लोकसभा में पीएम मोदी अपनी बात रख रहे थे, तभी टीएमसी सांसद ने उन्हें टोक दिया। इसके बाद पीएम मोदी ने उनसे मजाक में पूछ लिया कि दादा आपकी तबीयत तो ठीक है न। प्रधानमंत्री मंत्री की बात सुनकर पूरे सदन में ठहाका गूंज गया।

दरअसल पीएम मोदी लोकसभा में वंदे मातरम के महत्व पर बात कर रहे थे। इस दौरान वह वंदे मातरम के रचयिता कवि बंकिम चंद्र चटर्जी को 'बंकिम दा' कहकर संबोधित कर रहे थे। विपक्ष में बैठे टीएमसी सांसद सौगत रॉय को यह पसंद नहीं आया। इस कारण उन्होंने पीएम मोदी को टोक दिया।

सौगत रॉय बोले- बंकिम बाबू कहना चाहिए

सौगत रॉय ने पीएम से कहा, आप बंकिम दा कह रहे हैं। आपको बंकिम बाबू कहना चाहिए।इस पर पीएम ने तुरंत जवाब दिया, धन्यवाद, मैं आपकी भावनाओं का सम्मान करता हूं। मैं बंकिम बाबू कहूंगा।

पीएम ने ली सांसद सौगत रॉय की चुटकी

हालांकि, पीएम मोदी यहीं नहीं रूके। उन्होंने टीएमसी सांसद सौगत रॉय की चुटकी ले ली। उन्होंने तृणमूल सांसद सौगत रॉय से एक बार फिर कहा, 'आपको तो दादा कह सकता हूं न? या उसमें भी एतराज हो जाएगा...'।

पीएम ने की कांग्रेस की नीतियों की आलोचना

बाद में पीएम ने अपने पूरे संबोधन में बंकिम चंद्र चटर्जी को बंकिम बाबू ही कहा। उन्होंने आजादी से लेकर आपातकाल और जिन्ना से लेकर बंगाल विभाजन तक का जिक्र किया और कांग्रेस की नीतियों की आलोचना की।

लोकसभा में वंदे मातरम पर चर्चा, पीएम मोदी ने आपातकाल को किया याद

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संसद में शीतकालीन सत्र का आज छठा दिन है। आज संसद में वंदे मातरम के 150 साल पूरे होने पर चर्चा हो रही है। लोकसभा में प्रधानमंत्री मोदी ने चर्चा की शुरूआत की। संसद में वंदे मातरम पर चर्चा की शुरुआत करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि जिस मंत्र ने, जिस जयघोष ने देश के आज़ादी के आंदोलन को ऊर्जा और प्रेरणा दी थी, त्याग और तपस्या का मार्ग दिखाया था, उस वंदे मातरम् का पुण्य स्मरण करना इस सदन में हम सबका बहुत बड़ा सौभाग्य है। हमारे लिए यह गर्व की बात है कि वंदे मातरम् के 150 वर्ष पूर्ण हो रहे हैं और हम सभी इस ऐतिहासिक अवसर के साक्षी बन रहे हैं।

सरदार पटेल से लेकर बिरसा मुंडा तक को किया याद

प्रधानमंत्री ने वंदे मातरम पर चर्चा की शुरूआत करते हुए कहा कि जिस जयघोष ने देश की आजादी के आंदोलन को ऊर्जा, प्रेरणा दी, त्याग और तपस्या का मार्ग दिखाया, उस पर हम चर्चा करेंगे। हम सभी का यह सौभाग्य है। हमारे लिए गर्व की बात है कि वंदे मातरम के 150 वर्ष पूरे होने के ऐतिहासिक अवसर के हम साक्षी बन रहे हैं। यह एक ऐसा कालखंड था, जो हमारे सामने इतिहास की अनगिनत घटनाओं को सामने लेकर आता है। यह एक ऐसा कालखंड है, जब इतिहास के कई प्रेरक अध्याय हम सभी के सामने उजागर हुए हैं। अभी हमने संविधान के 75 वर्ष गौरवपूर्वक पूरे किए हैं। देश ने सरदार वल्लभभाई पटेल और भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती मनाई है। अभी-अभी गुरु तेगबहादुर के बलिदान के 350 वर्ष भी पूरे हुए हैं।

पीएम मोदी ने आपातकाल का किया जिक्र

पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि वंदे मातरम की 150 वर्ष की यह यात्रा अनेक पड़ावों से गुजरी है, लेकिन वंदे मातरम के जब 50 वर्ष हुए, तब देश गुलामी में जीने के लिए मजबूर था। वंदे मातरम के 100 साल हुए तब देश आपातकाल की जंजीरों में जकड़ा हुआ था। जब 100 का अत्यंत उत्तम पर्व था, तब भारत के संविधान का गला घोट दिया गया था।

एक काला कालखंड हमारे देश में उजागर हुआ-पीएम मोदी

प्रदानमंत्री ने आपातकाल के दौर को याद करते हुए कहा कि जब वंदे मातरम 100 साल का हुआ, तब देशभक्ति के लिए जीने-मरने वालों को जेल की सलाखों के पीछे बंद कर दिया गया था। जिस वंदे मातरम ने देश की आजादी को ऊर्जा दी थी, उसके जब 100 साल पूरे हुए तो दुर्भाग्य से एक काला कालखंड हमारे देश में उजागर हो गया।

वंदे मातरम् का ऋण स्वीकार करने का अवसर है- पीएम मोदी

प्रधानमंत्री ने कहा कि 150 वर्ष उस महान अध्याय और उस गौरव को पुनः स्थापित करने का अवसर हैं। मेरा मानना है कि देश और सदन, दोनों को इस अवसर को जाने नहीं देना चाहिए। यही वंदे मातरम् है, जिसने 1947 में देश को आजादी दिलाई। आज जब मैं वंदे मातरम् 150 निमित्त चर्चा आरंभ करने के लिए खड़ा हुआ हूं, यहां कोई पक्ष–प्रतिपक्ष नहीं है। क्योंकि हम सब जो यहां बैठे हैं, हमारे लिए यह ऋण स्वीकार करने का अवसर है, वह ऋण, जिसे निभाते हुए लाखों लोगों ने वंदे मातरम् के मंत्र के साथ आजादी का आंदोलन चलाया, और उसी का परिणाम है कि आज हम सब यहां बैठे हैं। इसलिए हम सभी सांसदों के लिए वंदे मातरम् का यह ऋण स्वीकार करने का अवसर है।

नहीं थम रहा इंडिगो का संकट, फ्लाइट रद्द होने का सिलसिला जारी, 350 से ज्यादा उड़ानें प्रभावित

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इंडिगो में जारी परिचालन संकट अभी भी जारी है। इंडिगो की फ्लाइट में रुकावट सातवें दिन भी जारी है। दिल्ली और मुंबई हवाई अड्डों पर सोमवार को भी इंडिगो की उड़ानें रद्द हो रही हैं और उनमें देरी हो रही है। दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर इंडिगो ने कुल 134 फ्लाइट्स कैंसिल रद कर दी है। इंडिगो के अनुसार, 75 फ्लाइट जाने वाली और 59 फ्लाइट आने वाली रद की गई है।

इंडिगो की कई उड़ानें रद्द

दिल्ली एयरपोर्ट से सोमवार को 134 उड़ानें रद्द हुईं। वहीं मुंबई से 9 फ्लाइट्स कैंसिल हुई हैं। मुंबई से चंडीगढ़, नागपुर, बैंगलुरु, हैदराबाद, गोवा और दरभंगा की उड़ानें रद्द कर दी गईं। वहीं दिल्ली से बनारस, इंदौर, हैदराबाद, विजयवाड़ा और जम्मू की फ्लाइट कैंसिल हुई।

यात्रियों के लिए एक एडवाइजरी जारी

हालात को देखते हुए दिल्ली एयरपोर्ट ने सोमवार को सुबह साढ़े छह बजे यात्रियों के लिए एक एडवाइजरी जारी की और एडवाइजरी में बताया कि उड़ानों में देरी हो सकती है। एयरपोर्ट प्रबंधन ने कहा कि घर से निकलने से पहले फ्लाइट का स्टेटस चेक जरूर करें ताकि एयरपोर्ट पर परेशानी का सामना न करना पड़े।

इंडिगो संकट की जांच कर रही सरकार

बीते करीब एक सप्ताह में इंडिगो की करीब चार हजार उड़ानें रद्द हो चुकी हैं, जिससे देश का हवाई यातायात बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। सरकार के दखल के बावजूद अभी तक हालात सामान्य नहीं हो सके हैं। इंडिगो में जारी संकट की सरकार द्वारा जांच की जा रही है। सरकार द्वारा गठित चार सदस्यीय समिति इस बात की भी जांच कर रही है कि क्या इंडिगो ने अक्तूबर तक समय बर्बाद किया और एफडीटीएल नियमों को लागू करने में छूट प्राप्त करने की कोशिश की? सरकार का मानना है कि देश की सबसे बड़ी विमानन कंपनी इंडिगो ने एफडीटीएल नियमों को लागू करने की कोई योजना नहीं बनाई, जिसके चलते परिचालन संकट पैदा हुआ।

डीजीसीए को जवाब देने के लिए इंडिगो ने मांगा समय

इंडिगो एयरलाइन ने डीजीसीए के नोटिस का जवाब देने के लिए और समय देने की मांग की है। डीजीसीए ने शनिवार 6 दिसंबर को इंडिगो को कारण बताओ नोटिस जारी किया था, जिसमें इंडिगो के परिचालन संकट पर जवाब मांगा गया था। डीजीसीए ने इंडिगो के सीईओ पीटर एल्बर्स और सीओओ और अकाउंटेबल मैनेजर पोर्केरास को जारी नोटिस में कहा कि बड़े पैमाने पर परिचालन योजना बनाने की असफलता और संसाधन प्रबंधन की चूक दिखाई देती है। नोटिस में कहा गया कि इंडिगो में जारी संकट का मुख्य कारण नए एफडीटीएल नियमों को लागू करने के लिए सही इंतजाम न करना है, ऐसे में एयरलाइन के खिलाफ कार्रवाई क्यों न की जाए

आज संसद में वंदे मातरम पर विशेष चर्चा, लोकसभा में पीएम मोदी, राज्यसभा में अमित शाह करेंगे शुरुआत

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वंदे मातरम की 150वीं वर्षगांठ पर सोमवार को संसद में 10 घंटे की चर्चा होगी। लोकसभा में इसकी शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे तो वहीं राज्यसभा में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह करेंगे। लोकसभा में वंदे मातरम पर चर्चा में कांग्रेस से प्रियंका गांधी बोलेंगी। वहीं, राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे भाग लेंगे।

सोमवार को सुबह 11 बजे लोकसभा में चर्चा शुरू होगी। लोकसभा में चर्चा की शुरुआत पीएम मोदी करेंगे जबकि इसका समापन रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह करेंगे। लोकसभा में प्रियंका गांधी वाड्रा, गौरव गोगोई (उपनेता), दीपेंद्र सिंह हुड्डा, डॉ. बिमोल अकोइजम, प्रणिति शिंदे, प्रशांत पडोलकर, चमाला रेड्डी, ज्योत्सना महंत जैसे सांसद अपनी बात रखेंगे। वहीं, राज्यसभा में वंदे मातरम पर चर्चा की शुरुआत केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह करेंगे। चर्चा के लिए कुल 10 घंटे का समय निर्धारित किया गया है।

राज्यसभा में अमित शाह शुरू करेंगे चर्चा

गृह मंत्री अमित शाह मंगलवार को राज्यसभा में चर्चा की शुरुआत करेंगे और स्वास्थ्य मंत्री एवं राज्यसभा के नेता जे पी नड्डा दूसरे वक्ता होंगे।

गीत के अज्ञात पहलुओं के सामने आने की संभावना

लोकसभा में 'राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम् की 150वीं वर्षगांठ पर चर्चा' सोमवार के लिए सूचीबद्ध है और इस पर बहस के लिए 10 घंटे का समय निर्धारित किया गया है। इसमें राष्ट्रीय गीत के बारे में कई महत्वपूर्ण और अज्ञात पहलुओं के सामने आने की संभावना है।

वंदे मातरम के 150 साल पूरे

‘वंदे मातरम’ भारत का राष्ट्रीय गीत है। बंकिम चंद्र चटर्जी को इस गीत को लिखे 150 साल हो गए। ‘वंदे मातरम’ आजादी की लड़ाई का प्रतीक रहा है। चटर्जी ने 7 नवंबर 1875 को बंगाली पत्रिका ‘बंगदर्शन’ में पहली बार प्रकाशित किया था। हाल ही में मोदी सरकार ने ‘वंदे मातरम्’ की 150वीं वर्षगांठ पर विशेष स्मारक सिक्का और डाक टिकट जारी किया था।

इंडिगो फ्लाइट कैंसिलेशन संकटःयात्रियों को मिलेगा रिफंड और री-शेड्यूलिंग में राहत

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पिछले 6 दिनों से चल रही इंडिगो के फ्लाइट ऑपरेशन में रुकावट के बाद राहत मिलती दिख रही है।इंडिगो ने दावा किया है कि उसने 95% रूट पर फ्लाइट ऑपरेशन नॉर्मल कर दिया है। इस बीच विमानन मंत्रालय ने इंडिगो को निर्देश दिया कि रद्द की गई उड़ानों के लिए टिकट के रिफंड किया जाए। इस प्रक्रिया को आड शाम तक पूरी लेने का निर्देश है। यानी 7 दिसंबर तक लोगों को टिकट के पैसे वापस मिल जाएंगे।

7 दिसंबर की रात तक मिलेगा रिफंड

सिविल एविएशन मिनिस्ट्री ने इंडिगो से कहा है कि वह रविवार रात 8 बजे तक फ्लाइट्स में रुकावट से प्रभावित यात्रियों के लिए टिकट रिफंड प्रोसेस पूरा करे। साथ ही कहा कि एयरलाइन यह पक्का करे कि फ्लाइट कैंसिल होने की वजह से यात्रियों से अलग किया गया सारा सामान अगले 48 घंटों के अंदर डिलीवर हो जाए। इंडिगो को यह भी निर्देश दिया गया कि वह यात्रियों के लिए विशेष सहायता और रिफंड सुविधा केंद्र बनाए। जब तक परिचालन पूरी तरह से स्थिर नहीं हो जाता, स्वचालित रिफंड की प्रोसेस चालू रहेगी। इसके अलावा, मंत्रालय ने कहा कि एयरलाइन यह सुनिश्चित करे कि उड़ान रद्द होने या देरी की वजह से यात्रियों के छूटे हुए सामान का पता लगाया जाए और अगले 48 घंटों के भीतर उन तक पहुंचाया जाए।

क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप बनाया

इंडिगो ने रविवार को एक बयान जारी किया है, जिसमें कहा है कि इंडिगो की पेरेंट कंपनी इंटरग्लोब एविएशन ने स्थिति पर नजर रखने के लिए क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप बनाया है। इसमें चेयरमैन विक्रम सिंह मेहता, बोर्ड डायरेक्टर्स ग्रेग सारेत्स्की, माइक व्हिटेकर और अमिताभ कांत, और CEO पीटर एल्बर्स शामिल हैं। इंटरग्लोब एविएशन का बोर्ड कैंसलेशन पर रिफंड पक्का करने के लिए हर मुमकिन कोशिश कर रहा है।

पाकिस्तानी महिला ने लगाई पीएम मोदी से मदद की गुहार, जानिए पूरा मामला

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एक पाकिस्तानी महिला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपने पति को वापस कराची भेजने की अपील की है। कराची की रहने वाली महिला निकिता नागदेव का आरोप है कि उसके पति विक्रम नागदेव ने उसे कराची में छोड़ दिया है और दिल्ली में चुपके से दूसरी शादी करने की तैयारी कर रहा है। महिला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से न्याय की मांग करते हुए एक वीडियो अपील जारी की है।

निकिता, जो कराची की रहने वाली हैं, उनका आरोप है कि उन्होंने 26 जनवरी 2020 को कराची में हिंदू रीति-रिवाजों के अनुसार विक्रम नागदेव से शादी की थी। विक्रम एक पाकिस्तानी मूल के व्यक्ति हैं, जो इंदौर में लंबे समय के वीजा पर रह रहे थे। शादी के एक महीने बाद, 26 फरवरी को विक्रम उन्हें भारत लेकर आए। लेकिन, कुछ ही महीनों में, निकिता के अनुसार, उनकी जिंदगी पूरी तरह बदल गई।

जबरदस्ती पाकिस्तान वापस भेजने का आरोप

निकिता ने बताया कि 9 जुलाई 2020 को उन्हें वीजा तकनीकी समस्या का बहाना बनाकर अटारी बॉर्डर पर छोड़ दिया गया और जबरदस्ती पाकिस्तान वापस भेज दिया गया। जबरदस्ती पाकिस्तान भेजने के बाद पति ने कभी दोबारा उन्हें भारत वापस लाने की कोशिश नहीं की। अपने भावुक वीडियो मैसेज में उन्होंने कहा, मैं लगातार उनसे मुझे भारत बुलाने की गुजारिश करती रही, लेकिन उन्होंने हर बार मना कर दिया। 

निकिता की भावुक अपील

अपने वीडियो मैसेज में न्याय की मांग करते हुए निकिता ने कहा कि मैं यहां कराची में अपने माता-पिता के घर पर हूं और वहां विक्रम दूसरी शादी करने की तैयारी में हैं। अगर मुझे इंसाफ नहीं मिलता है तो महिलाओं का न्याय पर से विश्वास उठ जाएगा। कई लड़कियां अपनी ससुराल में शारीरिक और मानसिक प्रताड़ना झेलती हैं। मैं सभी से आग्रह करती हूं कि मेरे साथ खड़े हों।

गोवा के नाइटक्लब में आग का तांडव, सिलेंडर ब्लास्ट में 25 की मौत

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उत्तरी गोवा के अरपोरा गांव में शनिवार की रात हुए दर्दनाक हादसा हो गया। शनिवार देर रात एक नाइटक्लब में सिलेंडर ब्लास्ट हो गया। इससे भीषण आग लग गई, जिसमें कम से कम 25 लोगों की मौत हो गई। यह स्थान राजधानी पणजी से लगभग 25 किमी दूर है। आग आधी रात के बाद फैली और देखते ही देखते पूरी इमारत को अपनी चपेट में ले लिया। जिसने 25 जिंदगियां लील लीं।

इस भीषण अग्निकांड में मरने वाले में 4 टूरिस्ट, 14 स्टाफ मेंबर और 7 शवों की पहचान अभी नहीं हो पाई है। 6 लोग घायल हैं और उनका इलाज चल रहा है।शुरुआती जांच में पता चला है कि नाइटक्लब में आग से बचाव के नियमों का पालन नहीं किया जा रहा था।

किचन के आस-पास मिला ज्यादातर लाशें

गोवा पुलिस ने एक बयान में बताया कि उत्तरी गोवा के अरपोरा में बिर्क बाय रोमियो लेन में भीषण आग लगी, जिसमें 25 लोगों की मौत हो गई है। गोवा के पुलिस के डीजीपी आलोक कुमार ने कहा कि आग ग्राउंड फ़्लोर पर किचन एरिया के आस-पास लगी थी। आग आधी रात के आस-पास लगी। अब इस पर काबू पा लिया गया है। आलोक कुमार ने आगे कहा कि ज़्यादातर लाशें किचन के आस-पास मिलीं, जिससे पता चलता है कि पीड़ित क्लब में काम करते थे।

सीएम ने कहा- घटना की विस्तृत जांच कराएंगे

हादसे के तुरंत बाद सीएम प्रमोद सावंद ने घटनास्थल का दौरा किया। सीएम प्रमोद सावंत ने कहा कि हम क्लब प्रबंधन के साथ-साथ उन अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई करेंगे जिन्होंने सुरक्षा नियमों का उल्लंघन करने के बावजूद इसे संचालित करने की अनुमति दी। उन्होंने आगे कहा कि हम इस घटना की विस्तृत जांच कराएंगे और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

पीएम मोदी ने जताया दुख

इस भयावह घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गहरा दुख जताया है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट में कहा कि यह हादसा बेहद दुखद है और उनकी संवेदनाएं उन सभी परिवारों के साथ हैं जिनके प्रियजनों की इसमें जान गई। पीएम मोदी ने यह भी कहा कि वे गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत से बात कर चुके हैं और राज्य सरकार प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता प्रदान कर रही है। उन्होंने घायलों के जल्दी स्वस्थ होने की भी कामना की।

पीएम मोदी ने की मुआवजे की घोषणा

इतना ही नहीं पीएम नरेंद्र मोदी ने गोवा के अर्पोरा में हुए दर्दनाक हादसे के बाद पीड़ितों के लिए मुआवजे की घोषणा की है। पीएमओ की तरफ से दी गई जानकारी के अनुसार हादसे में जिन लोगों की मौत हुई है, उनके परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष (पीएमएनआरएफ) से दो लाख रुपये दिए जाएंगे। वहीं, हादसे में घायल हुए लोगों को 50 हजार रुपये की सहायता दी जाएगी। केंद्र सरकार ने कहा कि इस दुख की इस घड़ी में वह पीड़ित परिवारों के साथ खड़ी है।

गोवा हादसे से दुखी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू

नॉर्थ गोवा में हुई भीषण आगजनी पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने एक्स पर लिखा कि नॉर्थ गोवा जिले में आग लगने की दुखद घटना से बहुत दुख हुआ, जिसमें कई कीमती जानें गईं। दुखी परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदना है। इस मुश्किल समय में उन्हें हिम्मत मिले। मैं घायलों के जल्दी ठीक होने की प्रार्थना करता हूं।