बुढ़नपुर तहसील में अधिवक्ताओं का प्रदर्शन, अधिवक्ता पर हमले के विरोध में एसडीएम न्यायालय का घेराव
बुढ़नपुर, आज़मगढ़। बुढ़नपुर तहसील के अधिवक्ताओं ने अपने साथी अधिवक्ता पर हुए हमले के विरोध में शनिवार को एसडीएम न्यायालय का घेराव कर जोरदार प्रदर्शन किया। अधिवक्ताओं ने आरोप लगाया कि पुलिस ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया और हमलावर के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने के बजाय केवल शांति भंग में चालान कर दिया, जिससे अधिवक्ताओं में गहरा आक्रोश है।अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष ओमप्रकाश लाल श्रीवास्तव ने बताया कि उनके साथी अधिवक्ता सामान खरीदने बाज़ार गए थे, तभी एक दुकानदार ने अचानक उन पर हमला कर दिया। घटना की जानकारी पुलिस को दी गई, लेकिन पुलिस ने मामले को हल्के में लेते हुए मात्र शांति भंग की धारा में कार्रवाई की।अधिवक्ताओं ने एसडीएम से मांग की कि हमलावर को किसी भी कीमत पर जमानत नहीं मिलनी चाहिए और उस पर सख्त धाराओं में मुकदमा दर्ज किया जाए, ताकि भविष्य में ऐसे मामलों की पुनरावृत्ति न हो।इस दौरान अधिवक्ता जगत नारायण तिवारी, राजकुमार सिंह, ब्रजनाथ पाठक, सुभाष पाण्डेय सहित बड़ी संख्या में वकील मौजूद रहे और उन्होंने न्यायालय परिसर में विरोध जताते हुए न्याय की मांग की अधिवक्ताओं ने चेतावनी दी कि यदि उचित कार्रवाई नहीं की गई तो आंदोलन और व्यापक रूप में किया जाएगा।
नसबंदी ऑपरेशन के बाद लापरवाही का आरोप, टांका टूटा तो भड़के परिजन – कोयलसा CHC पर जमकर हंगामा
कोयलसा, आज़मगढ़। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र कोयलसा में नसबंदी के ऑपरेशन के बाद गंभीर लापरवाही का मामला सामने आया है। आरोप है कि ऑपरेशन के बाद मरीज का टांका टूट गया, लेकिन डॉक्टर समय पर देखने नहीं पहुंचे, जिसके बाद नाराज़ परिजनों ने अस्पताल परिसर में जमकर हंगामा किया। मिली जानकारी के अनुसार अंजना सिंह पत्नी रमेश सिंह की नसबंदी का ऑपरेशन हाल ही में कोयलसा सीएचसी में किया गया था। परिजनों का कहना है कि ऑपरेशन के कुछ समय बाद ही टांका टूट गया, जिसके चलते मरीज को काफी परेशानी होने लगी। परिजन तत्काल डॉक्टरों को दिखाने अस्पताल पहुंचे, लेकिन सुबह 10:30 बजे तक कोई डॉक्टर अस्पताल में मौजूद नहीं था, जिस पर भारी आक्रोश जताते हुए लोगों ने अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया। इस घटना की जानकारी जब मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) तक पहुँची तो उन्होंने मामले की जांच कर कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया। परिजनों ने कहा कि स्वास्थ्य व्यवस्था में ऐसी लापरवाही मरीजों की जान जोखिम में डाल सकती है और जिम्मेदारों पर सख्त कार्यवाही जरूरी है। स्थानीय लोगों ने बताया कि अस्पताल में डॉक्टरों की अनुपस्थिति और लापरवाही अक्सर देखने को मिलती है, लेकिन प्रशासन चुप रहता है। घटना के बाद अस्पताल परिसर में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। परिजनों ने चेतावनी दी कि यदि दोषियों पर सख्त कार्रवाई नहीं हुई, तो वे बड़े आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।
कुशमहरा गांव में मनबढ़ों का आतंक, पीड़ित ने थाने में दी तहरीर—मुकदमा दर्ज की मांग
कप्तानगंज/आजमगढ़। कप्तानगंज थाना क्षेत्र के कुशमहरा गांव में मनबढ़ युवकों की दबंगई से पीड़ित परिवार त्रस्त है। गांव निवासी हरेंद्र पाण्डेय पुत्र राम कृपाल पाण्डेय ने थाने में तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की है। पीड़ित के अनुसार विपक्षी युवक बुलेट मोटरसाइकिल में तेज आवाज उत्पन्न करने वाला साइलेंसर लगाकर कई बार उनके दरवाजे तक आकर तेज आवाज करता है, जिससे गोली जैसी ध्वनि निकलती है।पीड़ित ने बताया कि उनके पिता हृदय रोग से पीड़ित हैं और तेज धमाके जैसी आवाजों से उनका स्वास्थ्य और अधिक खराब हो जाता है। अनेक बार मना करने के बाद भी विपक्षी पक्ष ने उनकी बात नहीं मानी। उल्टे नाराज होकर पवन कुमार उर्फ अखिलेश व श्रवण कुमार उर्फ मिथिलेश द्वारा उनके दरवाजे पर चढ़कर गाली-गलौज की गई और जान से मारने की धमकी भी दी गई।पीड़ित हरेंद्र पाण्डेय ने थाने पर दिए गए प्रार्थना पत्र में पुलिस प्रशासन से तत्काल मुकदमा दर्ज कर कठोर कार्रवाई की मांग की है ताकि ऐसी घटनाओं पर रोक लगे और क्षेत्र में शांति व सुरक्षा का वातावरण बहाल हो सके।स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि समय रहते कार्रवाई नहीं की गई तो स्थिति गंभीर रूप ले सकती है। फिलहाल पुलिस तहरीर के आधार पर मामले की जांच कर रही है।
बुढ़नपुर नगर पंचायत में बड़ा खुलासा—लिपिक की 169 फाइलें रहस्यमय तरीके से गायब, तीन दिन बाद बिखरी हालत में मिलीं
बुढ़नपुर (आजमगढ़)। नगर पंचायत बुढ़नपुर में फाइलों की सुरक्षा और पारदर्शिता पर सवाल खड़ा करने वाली गंभीर घटना सामने आई है। नगर पंचायत के टैक्स कलेक्टर व लिपिक मौसम राजभर ने बताया कि उन्हें हाल ही में लिपिक का नया चार्ज मिला था, उस दौरान उनके यहां कुल 169 महत्वपूर्ण फाइलें रखी हुई थीं।लिपिक ने बताया कि चार्ज मिलने के दूसरे दिन उनकी छुट्टी थी और वे कार्यालय नहीं आए, लेकिन जब तीसरे दिन कार्यालय पहुंचे तो अलमारी में रखी सभी पत्रावलियां रहस्यमय तरीके से गायब थीं। इस घटना से परेशान होकर लिपिक मौसम राजभर ने तत्काल मुख्य राजस्व अधिकारी को फोन कर सूचना दी और कहा कि उनके साथ किसी प्रकार का षड्यंत्र किया जा रहा है।और भी चौंकाने वाली बात यह है कि शनिवार को जब वे पुनः कार्यालय पहुंचे तो वही गायब पत्रावलियां अलमारी में बिखरी हुई हालत में मिलीं। फाइलों के अचानक गायब होने और फिर बिखरी अवस्था में वापस मिलने से नगर पंचायत में हड़कंप मच गया है।लिपिक ने इस मामले में निष्पक्ष जांच की मांग की है ताकि इस घटना के पीछे शामिल लोगों की पहचान हो सके और सत्य सामने आ सके। नगर पंचायत कार्यालय में इस घटना को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है तथा फाइलों की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठने लगे हैं।स्थानीय लोगों के साथ-साथ कर्मचारियों में भी इस घटना को लेकर आक्रोश देखा जा रहा है। अब देखना यह होगा कि प्रशासन इस मामले में क्या कार्रवाई करता है और आखिरकार फाइलों की इस रहस्यमय अदृश्य—अदृश्य की कहानी का सच कब सामने आएगा।
किशोरी के अपहरण व यौन उत्पीड़न के मामले में वांछित अभियुक्त गिरफ्तार








आजमगढ़ पुलिस की बड़ी कार्यवाही, पॉक्सो एक्ट में आरोपी दबोचा गया आजमगढ़। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ0 अनिल कुमार के दिशा-निर्देशन में अपराध और अपराधियों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत कप्तानगंज थाना पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। किशोरी के अपहरण व यौन उत्पीड़न मामले में वांछित आरोपी राम आशीष को पुलिस ने रविवार को गिरफ्तार कर लिया।क्या है पूरा मामला मिली जानकारी के अनुसार दिनांक 20 नवंबर 2025 को थाना कप्तानगंज में पीड़िता की माता द्वारा तहरीर दी गई थी, जिसमें आरोप लगाया गया था कि 17 नवंबर की रात आरोपी राम आशीष राम पुत्र जयप्रकाश राम, निवासी गोनापुर, थाना महराजगंज उनकी नाबालिग पुत्री को बहला-फुसलाकर भगा ले गया। बताया गया कि आरोपी पीड़ित परिवार का दामाद भी है। तहरीर पर पुलिस ने मु0अ0सं0 382/2025 धारा 137(2), 87 बीएनएस के तहत मुकदमा दर्ज किया। विवेचना के दौरान पीड़िता के बयान और उपलब्ध साक्ष्यों के आधार पर मामले में गंभीर धाराएं 64D बीएनएस एवं 5J/5L/6 पॉक्सो एक्ट की बढ़ोतरी की गई। अभियुक्त की गिरफ्तारी आज 27 नवंबर 2025 को पुलिस टीम ने मुखबिर की सूचना पर गोपालापुर पुलिया के पास से वांछित अभियुक्त राम आशीष को सुबह लगभग 10:40 बजे गिरफ्तार किया। गिरफ्तार अभियुक्त विवरण नाम: राम आशीष पुत्र जयप्रकाश निवासी: ग्राम गोनापुर, थाना महराजगंज, जनपद आज़मगढ़ उम्र: लगभग 29 वर्ष गिरफ्तार टीम 1. उपनिरीक्षक विवेक कुमार 2. कांस्टेबल राकेश कुमार 3. कांस्टेबल अवधेश कुमार थाना कप्तानगंज, जनपद आज़मगढ़) पुलिस ने आरोपी को आवश्यक कानूनी कार्रवाई करते हुए जेल भेज दिया है।
अहरौला से कप्तानगंज सड़क बनाने के लिए आज अधिकारियों द्वारा की गई सर्वे






अहरौला से कप्तानगंज 21 किलोमीटर की दूरी की आज पी डब्लू डी जेई शैलेश यादव व वन दरोगा दिवाकर सिंह द्वारा सर्वे किया गया जिसकी चौड़ाई 7 मीटर व दोनों तरफ डेढ़ डेढ़ मीटर पटरी की माफी की गई इस माफी के अंतर्गत जितने भी वृक्ष और खंबे उनके अंतर्गत आए हैं उन पर चिन्ह लगाया गया तथा इस चिन्ह के अंतर्गत जितने भी वृक्ष और खंबे आते हैं विभाग द्वारा उनको जल्द से जल्द हटाया जाएगा और रोड का निर्माण भी जल्द से जल्द किया जाएगा इसे लेकर क्षेत्र वीडियो में काफी उत्साह दिखाई दे रहा है किंतु किंतु दूसरी तरफ लोगों में आज भी संका अभी भी बना हुआ है कि इसी तरह से कई कई वर्षों से चले आ रहे सड़क का मामला की कागज में जाएगा मौके पर समाजसेवी लक्ष्मी चौबे संत प्रसाद सिंह विनोद कुमार यादव राजेश कुमार राजभर मोहित मौर्य महेंद्र प्रधान आदि
दिल्ली से घर लौट रहा युवक बना जहरखुरानी का शिकार, 50 हजार रुपये और सामान लूटे, निजी अस्पताल में भर्ती

अतरौलिया (आजमगढ़)। अतरौलिया थाना क्षेत्र के ईश्वरपुर पवनी गांव निवासी प्रिंस (23) पुत्र जुग्गी लाल दिल्ली से अपने घर शादी समारोह में शामिल होने के लिए लौट रहा था, लेकिन रास्ते में जहरखुरानी का शिकार होकर गंभीर हालत में पहुंच गया। पीड़ित फिलहाल बुढ़नपुर स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती है, जहां उसका इलाज जारी है।जानकारी के अनुसार प्रिंस ट्रेन से बनारस कैंट स्टेशन पर उतरा। वहीं उसे एक बाइक सवार युवक मिला, जिसने उससे बात-चीत कर परिचय बना लिया। प्रिंस ने बताया कि वह आजमगढ़ जाने वाला है, तो बाइक सवार ने भी खुद को आजमगढ़ जाने की बात कहकर उसे साथ बैठा लिया।लालगंज के समीप पहुंचने पर बाइक सवार ने प्रिंस को बिस्कुट खाने के लिए दिए। आरोप है कि बिस्कुट में नशीला पदार्थ मिला हुआ था, जिसे खाते ही वह बेहोश हो गया। इसी दौरान उसके पास रखे 50,000 रुपये नकद, मोबाइल व बैग में रखा सामान लेकर आरोपी फरार हो गया। कुछ समय बाद होश आने पर प्रिंस ने किसी अन्य व्यक्ति के फोन से अपने मामा को सूचना दी। जानकारी मिलते ही मामा मौके पर पहुंचे और बेहोशी की हालत में उसे घर ले आए, जिसके बाद उसे बुढ़नपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया।घटना की जानकारी क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है। हालांकि पीड़ित की ओर से अभी तक पुलिस को कोई तहरीर नहीं दी गई है। इस संबंध में क्षेत्राधिकारी बुढ़नपुर अजय प्रताप सिंह ने बताया कि, “फिलहाल कोई तहरीर प्राप्त नहीं हुई है। तहरीर मिलते ही मामले की जांच कर आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जाएगी।”पीड़ित परिवार घटना से दहशत में है और गांव में जहरखुरानी की यह वारदात चर्चा का केंद्र बनी हुई है।
नगर पंचायत लिपिक मनोज कुमार सिंह को लूटपाट व अन्य घोटालों के मामले में जिलाधिकारी ने किया निलंबित





जिलाधिकारी रविंद्र कुमार की रिपोर्ट पर नगर पंचायत महराजगंज के लिपिक मनोज कुमार सिंह को निलंबित कर दिया गया। वह महराजगंज के अलावा अन्य दो नगर पंचायतों में जमकर लूटपाट किए हैं। लिपिक के पूरे गोलमाल की विधिवत जांच जारी है। नगर पंचायत महराजगंज के लिपिक मनोज कुमार सिंह के पास नगर पंचायत बूढ़नपुर और मार्टिनगंज का अतिरिक्त प्रभार था। यह दोनों नगर पंचायत नई बनी हैं। शासन से इनके विकास के लिए काफी धन आया था। ऐसे में लिपिक मनोज कुमार सिंह चहेते ठेकेदारों को काम का टेंडर देकर रुपये ऐठने लगा। शक होने पर क्षेत्रिय लोगों ने शिकायत किया। मनोज कुमार सिंह पर सेवा संबंधी अभिलेखों में गोलमाल किया था। जिसकी जांच शुरू होने पर जांच टीम को भी प्रभावित करने लगा। 30 अक्टूबर 2024 को एडीएम प्रशासन ने डीएम को जांच आख्या भेजा। जिसमें मनोज का फर्जीवाड़ा उजागर हुआ। इसके बाद डीएम ने जिला सूचना विज्ञान केंद्र अधिकारी और मुख्य राजस्व अधिकारी से संयुक्त जांच कराया। इन दोनों अधिकारियों की जांच में भी मनोज का गोलमाल पकड़ में आया। डीएम रविंद्र कुमार के मुताबिक जांच में पता चला कि मनोज की नगर पंचायत मार्टिनगंज और बूढ़नपुर से संबंद्धता समाप्त होने पर वह अपने यूजर आईडी और पासवर्ड से तमाम प्रकार की निविदाएं जेम पोर्टल के माध्यम से निकालकर अपने चहेते ठेकेदारों को ठेका देकर लाभ पहुंचाया है। डीएम ने बताया की महराजगंज नगर पंचायत के लिपिक मनोज कुमार सिंह को निलंबित कर दिया गया है। इनके खिलाफ जांच जारी है।
गोकशी कांड का खुलासा: अतरौलिया पुलिस ने 2 आरोपी गिरफ्तार, अवैध मांस गैंग पर बड़ी कार्रवाई अतरौलिया/
आजमगढ़। थाना अतरौलिया पुलिस ने गोरथानी गांव में हुई गोकशी की सनसनीखेज वारदात का खुलासा करते हुए दो आरोपितों को गिरफ्तार कर बड़ी सफलता हासिल की है। 8-9 नवंबर की रात हुई इस घटना ने क्षेत्र में दहशत फैला दी थी, जिसमें वादी राजू पुत्र हरिराम के दो प्रतिबंधित पशुओं को ताला तोड़कर काट दिया गया था। इस मामले में अतरौलिया पुलिस ने अब तथ्य जुटाकर गोकशी गैंग की कड़ी जोड़ दी है। घटना के संबंध में वादी की तहरीर पर पुलिस ने धारा 331(4), 305(a), 317(2) BNS एवं गोवध अधिनियम की धाराओं के तहत मुकदमा पंजीकृत किया था। बाद में बरामदगी के आधार पर 4/25 आर्म्स एक्ट की धारा भी बढ़ाई गई। मुखबिर की सूचना पर दो आरोपी गिरफ्तार मंगलवार 18 नवंबर को थानाध्यक्ष अमित कुमार मिश्रा के नेतृत्व में पुलिस टीम ने मंडोही–गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के नीचे दबिश देकर घटना से जुड़े दो अभियुक्तों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार आरोपित हैं— 1. इरफान पुत्र वाजिद अली, निवासी बसखारी, जनपद अंबेडकरनगर (उम्र 36 वर्ष) 2. शहजादे आलम उर्फ चांद पुत्र मोहम्मद इलियास, निवासी अब्दुल कलाम नगर, कस्बा अतरौलिया 32 वर्ष) दोनों को मौके पर हिरासत में लेकर आवश्यक विधिक कार्रवाई के बाद जेल भेज दिया गया पुलिस पूछताछ में दोनों आरोपियों ने स्वीकार किया कि यह गोकशी पूरी तरह योजनाबद्ध थी और इसमें कुल छह लोग शामिल थे— आरिफ, एकलाख, शमीम व करीम (सभी अंबेडकरनगर निवासी) सहित गिरफ्तार दोनो आरोपीसभी ने मिलकर रात में बरदौर का ताला तोड़कर प्रतिबंधित मांस कार में भरकर ले गए इरफान के पास ₹5300 व शहजादे के पास ₹5200 पुलिस ने बरामद किया घटना में प्रयुक्त दो अदद चापड़₹10,500 नगदआरोपियों का आपराधिक इतिहास भी लंबाइरफान पर विभिन्न जनपदों में कुल 13 आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं, जिनमें गोवध अधिनियम, गैंगस्टर एक्ट, NDPS, आर्म्स एक्ट और बीएनएस की गंभीर धाराएं शामिल हैं। शहजादे आलम पर भी NDPS और आर्म्स एक्ट के दो मुकदमे पहले से दर्ज हैं। कार्रवाई करने वाली पुलिस टीमइस खुलासे में थानाध्यक्ष अमित कुमार मिश्रा सहित कुल 10 पुलिसकर्मियों की टीम शामिल रही, जिन्होंने त्वरित और प्रभावी कार्रवाई कर पूरे गैंग का भंडाफोड़ किया।फरार आरोपियों की तलाश जारीपुलिस का कहना है कि यह गोकशी में लिप्त एक संगठित गिरोह है। फरार चार आरोपियों की तलाश में दबिश जारी है और जल्द ही उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।अतरौलिया पुलिस की इस कार्रवाई को क्षेत्र में गोकशी पर बड़ी चोट मानी जा रही है।
इंदिरा गांधी बालिका विद्यालय कोयलसा में स्व. रमाशंकर सिंह की 23वीं पुण्यतिथि श्रद्धा एवं भव्यता से संपन्न आजमगढ़।
इंदिरा गांधी बालिका विद्यालय कोयलसा में सोमवार को शिक्षा जगत के अग्रणी व्यक्तित्व, मालवीय स्वरूप स्व. रमाशंकर सिंह की 23वीं पुण्यतिथि पूरे श्रद्धा-भाव एवं भव्यता के साथ मनाई गई। विद्यालय परिसर में आयोजित कार्यक्रम में क्षेत्र के कई प्रबुद्धजन, शिक्षाविद् और समाजसेवी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रो. डॉ. धर्मेंद्र कुमार सिंह, प्राचार्य उदय प्रताप कॉलेज वाराणसी तथा विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रो. डॉ. रामअचल सिंह, पूर्व कुलपति अवध विश्वविद्यालय अयोध्या उपस्थित रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रबंध समिति के अध्यक्ष राम श्रय सिंह (जीएसएसपीजी कॉलेज कोयलसा) ने की, जबकि संचालन पूर्व प्रोफेसर एवं हिंदी विभागाध्यक्ष हरिसेवक पांडेय ने किया। मुख्य अतिथि प्रो. सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि “शिक्षा जगत के मालवीय कहे जाने वाले बाबू रमाशंकर सिंह आज भी अपने कार्यों और आदर्शों के माध्यम से हमारे बीच जीवित हैं। इस क्षेत्र के शैक्षणिक विकास में उनका योगदान अपार है जिसे शब्दों में बांधना कठिन है।” विशिष्ट अतिथि डॉ. रामअचल सिंह ने भी स्व. रमाशंकर सिंह के व्यक्तित्व, दूरदृष्टि और शिक्षा के प्रति समर्पण को भावपूर्ण शब्दों में याद किया।कार्यक्रम में फौजदार सिंह, डॉ. नितिन कुमार सिंह, अभिनव कुमार सिंह, कैलाश नारायण सिंह, गौरव सिंह, प्राचार्य जीएसएसपीजी कॉलेज स्वस्तिक सिंह, अशोक सिंह, श्रीराम पाठक, राधेश्याम सिंह, विद्याभूषण कुलश्रेष्ठ, श्रीमती आशा सिंह, अनुपम सिंह, गीता सिंह, नरेंद्र सिंह, उदयभान सिंह, डॉ. श्याम बृक्ष मौर्य, देवेंद्र यादव, संदीप पांडे, सुनील सिंह, बीरेंद्र सिंह, बालमुकुंद सिंह, रमाशंकर शुक्ल, जंगबहादुर सिंह सहित अनेक सम्मानित लोग मौजूद रहे।कार्यक्रम के अंत में श्रद्धांजलि अर्पित कर उनके आदर्शों पर चलने का संकल्प लिया गया। मंच के माध्यम से यह भी कहा गया कि स्व. रमाशंकर सिंह के सपनों के अनुरूप शिक्षा के क्षेत्र में संस्थान निरंतर प्रगति करता रहेगा।