मिर्जापुर : संदिग्ध परिस्थितियों में बीएचयू के छात्र की हुईं मौत

मिर्जापुर : संदिग्ध परिस्थितियों में राजीव गांधी दक्षिणी परिसर (बीएचयू) बरकक्षा के छात्र की मौत हो जाने से छात्र और आक्रोशित परिजनों ने सड़क जाम कर दिया। बताया जा रहा है कि रात में छात्र की तबीयत खराब हुई थी। सुबह अस्पताल पहुंचाने पर इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।

राजस्थान से आकर कर रहा था पढ़ाई

छात्र बीएससी कृषि तृतीय वर्ष का छात्र बताया गया है। राजस्थान से आकर बीएचयू साउथ कैम्पस में रहकर पढ़ाई करता था। समय से इलाज न मिलने से नाराज छात्रों ने मिर्जापुर सोनभद्र मार्ग किया जाम, घंटों से सड़क जाम के चलते आवागमन हुआ बाधित दोनों तरफ लगा रहा लंबा जाम। उधर आक्रोशित कर छात्र बीएचयू प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते हुए पीछे हटने को कदापि तैयार नहीं रहे हैं।

पूरा मामला जिले के देहात कोतवाली क्षेत्र के बरकछा बीएचयू साउथ कैंपस का है।बताते चलें कि राजस्थान के कोटा के रहने वाले अनिल मीणा पुत्र महाबीर मीणा काशी हिन्दू विश्वविद्यालय बीएचयू के मीरजापुर जिले के बरकक्षा में स्थित राजीव गांधी दक्षिणी परिसर बीएचयू में बीएससी 3 ईयर का छात्र था। जिसकी संदिग्ध परिस्थितियों मौत होने की खबर से छात्र आक्रोशित हो उठे छात्रों को मनाने में प्रशासन सहित अन्य जुटे रहे हैं।

चार के विरुद्ध मारपीट व धमकी का मुकदमा दर्ज

ड्रमंडगंज। मिर्जापुर।ड्रमंडगंज थाना क्षेत्र के ऊंटी गांव निवासी शिवहरि गुप्ता ने मंगलवार शाम को थाने में तहरीर देकर गांव निवासी दो महिलाओं सहित चार के विरुद्ध मारपीट व जान से मारने की धमकी का मुकदमा दर्ज कराया है।दी गई तहरीर में आरोप लगाया कि मंगलवार सुबह बांस काटने को लेकर हुए विवाद में गांव निवासी रामजी पांडेय, श्याम जी पांडेय व शीला पत्नी रामजी नम्रिता पत्नी श्याम जी गाली गलौज देने लगे मना करने पर लात घूसों से मारपीट कर घायल कर दिया।

शोरगुल मचाने पर चारों लोग जान से मारने की धमकी देते हुए चले गए।इस संबंध में थानाध्यक्ष ब्रह्मदीन पांडेय ने बताया कि बांस काटने को लेकर हुए विवाद में मारपीट व धमकी देने वाले दो महिलाओं सहित चार के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है।

एकमुश्त समाधान योजना के तहत बिजली उपभोक्ताओं को मिली राहत

हलिया, मीरजापुर।सरकार द्वारा 1 दिसंबर से शुरू की गई बिजली एकमुश्त समाधान योजना का लाभ दिलाने के उद्देश्य से मंगलवार को विद्युत विभाग की ओर से हलिया, देवरी के तीता में शिविर आयोजित किया गया। शिविर में विभाग के जेई और एसडीओ दिलीप कुमार की मौजूदगी में उपभोक्ताओं के बिजली बिलों की जांच की गई तथा आवश्यक संशोधन तुरंत कर दिए गए।

पात्र उपभोक्ताओं को सुरचार्ज माफी सहित योजना का लाभ उपलब्ध कराया गया।शिविर में पहुंचे ग्रामीणों ने बताया कि सरकार की इस योजना से उन्हें काफी राहत मिलेगी। कई उपभोक्ताओं ने मौके पर ही अपने बकाया बिलों का निपटारा कर रसीद प्राप्त की। विभागीय कर्मचारियों नेउपभोक्ताओं को योजना से जुड़े नियम,भुगतान प्रक्रिया और बिल जमा करने की पूरी जानकारी विस्तार से प्रदान की।

इस संबंध में एसडीओ दिलीप कुमार ने कहा कि योजना का मुख्य उद्देश्य उपभोक्ताओं को बकाया बिजली बिलों से राहत देना और प्रक्रिया को सरल बनाना है। तीन शिविरों में कुल 53 उपभोक्ताओं ने पंजीकरण कराया, जिनमें से 8 उपभोक्ताओं ने अपना बकाया बिल जमा कर योजना का लाभ उठाया। शिविरों में कुल 2 लाख 85 हजार रुपये की राशि प्राप्त की गई। विभाग द्वारा उपस्थित सभी उपभोक्ताओं को योजना की विस्तृत जानकारी दी गई।

Mirzapur : भवन निर्माण श्रमिकों की 27 दिसम्बर को होने वाली बड़ी बैठक में उठेंगे बड़े मुद्दे

Santosh Dev Giri

मिर्जापुर। उत्तर प्रदेश के मिर्ज़ापुर जिले में श्रमिकों का बड़ा बैठक होने जा रहा है जिसमें श्रमिकों के विभिन्न मुद्दों पर गहनता से चर्चा परिचर्चा के साथ ही उनकी विभिन्न समस्याओं पर चर्चा की जाएगी। मिर्ज़ापुर नगर के मुॅहकुचवां तिराहे स्थित कॉन्हा श्याम मैरेज लॉन में भवन निर्माण श्रमिकों के सभा की बैठक 27 दिसम्बर 2025 को दिन के 11 बजे से दोपहर के 3 बजे तक आयोजित की गयी है। जिसमें मिर्जापुर (विंध्याचल) मंडल के तीनों जनपद मिर्ज़ापुर, सोनभद्र एवं भदोही के भवन निर्माण श्रमिक एवं अन्य असंगठित क्षेत्र के कामगार वर्कर शमिल होगें।

उक्त जानकारी मिर्जापुर असंगठित कामगार यूनियन (माकू) के उपाध्यक्ष विनोद कुमार सिंह ने एक प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से देते हुए बताया कि 27 दिसम्बर 2025 को मिर्जापुर में आम सभा की बैठक बुलायी गयी है। आम सभा की इस बैठक में सभी प्रकार के निर्माण श्रमिक जिसमें भवन निर्माण कार्य करने वाले राजमिस्त्री, लेबर, गिट्टी, मिट्टी ढोने वाले मजदूर, पेन्टर, बिजली मिस्त्री, पलम्बर, टाईल्स, बढ़ई, लोहार, खिड़की-दरवाजा बेल्डिग वर्कर, पत्थर खनन, पत्थर गढ़ाई, क्रशर प्लांट मजदूर, ईंट-भट्ठा मजदूर, मनरेगा, सहित कुल श्रम विभाग में पंजीकृत होने वाले 40 प्रकार के श्रमिक सहित पीतल बर्तन मजदूर, कालिन बुनकर तथा ऐसे कामगार जिनको ईएसआई एवं पीएफ की सुविधा न मिल रही हो चाहे वह दुकानों-प्रतिष्ठानों या घरों में काम करने वाले मजदूर ही क्यों न हो बैठक में शामिल होकर अपनी-अपनी समस्या को रखते हुए श्रमिक हित में उत्तम विचार रख सकते हैं। उन्होंने बताया कि, बैठक में ऐसे पात्र श्रमिकों के मुद्दे पर भी चर्चा होगी, जिनके आवेदन पर पात्रता के बावजूद भी बच्चे के जन्म का आर्थिक सहायता लाभ, तथा कन्या विवाह योजना एवं कामगार मृत्यु एवं दिव्यागंता योजना का लाभ नहीं मिल पाया है या अन्य अपने शिकायती प्रार्थना पत्र के साथ सभा में अपनी बात रख सकतें हैं।

इस श्रमिक बैठक में मंडल के तीनों जनपदों से ज्यादा से ज्यादा श्रमिकों की भारी उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए यूनियन से जुड़े हुए साथी विभिन्न इलाकों का भ्रमण और जनसंपर्क कर श्रमिकों को एकजुट कर उन्हें जागरूक करने में जुटे हुए हैं।

Mirzapur: चोरों की आहट से भेड़ पालकों की उड़ी नींद

(अनिल कुमार) 

मड़िहान, मीरजापुर। मड़िहान तहसील क्षेत्र में इन दिनों चोरों की आहट बढ़ने से ग्रामीणों की नींद उड़ गई है। ख़ासकर पशुपालकों का और भी बुरा हाल हो उठा है। चोरों के निशाने पर पशु हैं। बताया जा रहा है कि संतनगर थाना क्षेत्र के कुशियरा गांव में बीती रात आधा दर्जन बदमाशों ने असलहे के बल पर चार दर्जन भेड़ उठा ले गए। सूचना होने पर पुलिस जांच में जुटी हुई है। बताते चलें की कुशियारा मजरा गांव निवासी शिवनाथ पाल पुत्र थारसू पाल व शिव बली पाल पुत्र महाबली पाल ने बताया कि बीते शुक्रवार/शनिवार की रात भेड़ों के पास वह मड़हा लगाकर सोए थे कि रात तकरीबन 2 बजे के करीब वाहनों के साथ आधा दर्जन बदमाशों ने जाली के अंदर घुसकर भेड़ों को वाहन पर लादने लगें, विरोध करने पर असलहा लहराने के साथ चुप रहने की धमकी देते हुए उन्हें चारपाई से बंधक बना दिये और भेड़ों को लाद कर चलते बने हैं।

 बदमाशों के जाने के बाद शोर मचाने पर गांव के लोग मौके पर पहुंचकर उन्हें बंधक से मुक्त कराया। ग्रामीणों की सूचना पर पहुंची संतनगर पुलिस जांच में जुटी हुई है। ग्रामीणों का कहना है कि बीते दो हफ्तों से लगातार भेड़ चोरी की घटनाएं हो रही है। पशु चोरों की बढ़ती सक्रियता से ग्रामीणों और पशुपालकों में दहशत देखा जा रहा है। संतनगर थाना प्रभारी राजेश कुमार ने बताया की आस-पास के सीसीटीवी कैमरे खंगाले जा रहे हैं, भेड़ चोरों का बहुत जल्द पर्दाफाश होगा।

मजदूरी न मिलने की शिकायत पर पहुॅचे श्रम प्रवर्तन अधिकारी

मजदूरी नही मिली तो वाद दाखिल कर बकाया मजदूरी की होगी वसुली: मंगल

मीरजापुर। मजदूरों की समस्या और बकाया मजदूरी को लेकर श्रम विभाग अलर्ट है, यह सतर्कता शनिवार को देखने को मिला जब निर्माण श्रमिक की बकाया मजदूरी न मिलने की शिकायत पर श्रम प्रवर्तन अधिकारी ज्ञानेन्द्र सिंह, विभागीय कर्मचारी गौतम कुशवाहा ने रामबाग स्थित रैदानी मैदान के निषेधित क्षेत्र में जांच करने पहुॅचे। हालाकि समस्या का समाधान नही हुआ और श्रमिक की समस्या ज्यों की त्यों अभी बनी हुई है। बताते चले कि श्रमिक हरिमोहन पुत्र लाल बहादूर ने जहां अपने साथी मजदूरों को लेकर काम किया है वह क्षेत्र नये भवन निर्माण के लिए एनजीटी के निर्देश पर प्रतिबंधित है चूकिं यह वह क्षेत्र है जो गंगा तट से 200 मीटर दायरे के अंदर है लेकिन स्थानीय पुलिस और प्राधिकरण की मिली भगत से इस क्षेत्र में लगातार भवन निर्माण कार्य कराये जा रहे हैं।

ज्ञात हो कि इस प्रकार के अवैध निर्माण कि शिकायत के चलते जिले के प्रभारी मंत्री नन्द कुमार नन्दी के निर्देश पर शहर कोतवाल को अन्यत्र स्थानंतरण होना पड़ा। यहां यह भी बतायना आवश्यक है कि कुछ दिन पूर्व बीते 28 अक्टॅूबर को प्राधिकरण व पुलिस टीम ने अस्पताल चौकी पर दो भवन स्वामियों सहित लगभग आधा दर्जन से अधीक निर्माण श्रमिकों पर बिठाया लेकिन कार्यवाही के नाम पर मामला शुन्य रहा जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि मिर्जापुर विकास प्राधिकरण की क्या स्थिति है। हालाकि आज का मामला मजदूरी से है और भवन निर्माण मामले में श्रम विभाग का भी महत्वपूर्ण भूमिका है लेकिन श्रम विभाग भी अपने निजी स्वार्थ को लेकर चर्चे में है और पूर्व की मजदूर द्वारा की गयी शिकायत पर जांच के नाम पर खानापूर्ति की गयी जिसका उदाहरण अमरजीत प्रकरण है जहां एक वर्ष से अधीक बीत जाने पर मजदूर को उसकी मजदूरी नही मिली।

कया कहतें हैं लेबर अफसर

हरिमोहन की तरफ से रू0. 19 हजार बकाया मजदूरी कि शिकायत मिली है जिसकी जांच करने आये हैं मौके पर भवन स्वामी दिनेश कसेरा के न मिलने पर टेलिफोनिक वार्ता हुई और शिकायत से पूर्व की भांति अवगत कराया गया लेकिन भवन स्वामी द्वारा आनाकानी की जा रही है जिसपर दो दिन बाद कार्यालय बुलाया गया है मजदूरी न मिलने पर श्रमिक द्वारा पेमेन्ट ऑफ वेजेज का मुकदमा लगाया जा सकता है।

यूनियन महामंत्री बोले

मजदूरी बकाया को लेकर श्रम प्रर्वतन अधिकारी आज यहां रैदानी मैदान जांच करने पहुॅचे है लेकिन भवन स्वामी की अनुपस्थिति के चलते दो दिन बाद कार्यालय में बुलवाया गया है यदि श्रमिक को मजदूरी नही मिली तो श्रम न्यायालय में वाद दाखिल कर बकाया मजदूरी वसुल की जायेगी।: मंगल तिवारी महामंत्री, मिजा्रपुर असंगठित कामगार यूनियन

Mirzapur : आभा फाउंडेशन की नेक पहल, जरूरतमंद छात्रों को वितरित की गई शैक्षिक सामग्री

मीरजापुर। नगर की प्रमुख सामाजिक संस्था ने अपने नेक कार्यों के क्रम में जरुरतमंद छात्रों को शैक्षणिक सामाग्री मुहैया कराने का संकल्प लिया है। इसी क्रम में आभा फाउंडेशन के द्वारा जरूरतमंद छात्रों को शैक्षिक सामग्री वितरण किया गया। नगर के चौबेटोला स्थित गोपी पाठशाला में आभा फाउंडेशन की संस्थापिका स्मृति शेष आभा सिंह के जन्मदिवस 28 नवंबर अवसर पर बच्चों को कापी, पेंसिल, ज्योमेट्री बॉक्स वितरित किया गया जिससे उनको पढ़ाई में मदद मिल सके।

फाउंडेशन के सचिव अमित श्रीनेत ने कहा कि आभा फाउंडेशन समाज में अच्छे कार्य करने के लिए प्रतिबद्ध है और समय-समय पर चिकित्सा के क्षेत्र में पर्यावरण के क्षेत्र में गरीब निराश्रित बच्चों के देखभाल के और उनके जीवन स्तर को बेहतर बनाने एवं युवाओं में तेजी से फैल रहे नशे को लेकर नशा मुक्ति पर जागरूकता अभियान पर काम करता रहता है। उसी के तहत आज शिक्षा को सुलभ बनाने के उद्देश्य से छात्रों को बेहतर शैक्षिक माहौल के साथ-साथ उनकी मूलभूत आवश्यकताओं को पूरा किया जा सके, ऐसे आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों को पढ़ाई के लिए आवश्यक सामग्री जैसे कॉपी, पेंसिल वितरित किया गया।

इस पहल का एक मात्र उद्देश्य छात्रों को उनकी पढ़ाई में आवश्यक सामग्री प्रदान करना था, जिससे उन्हें अपनी पढ़ाई जारी रखने में मदद मिल सके। कार्यक्रम में मुख्य रूप से विद्यालय की प्राचार्या नजमा खातून, गौरव उमर, रोहित त्रिपाठी, ज्ञान कसेरा, श्याम सोनी,पवन मालवीय, संदीप उपाध्याय, सुनील सिंह, राजू लारा, शरद कुमार, अश्वनी गुप्ता, विवेक सिंह, अंशु साहू, शेखर, सतीश एवं विद्यालय परिवार के सभी सदस्य उपस्थित रहे। बताते चलें कि आभा फाउंडेशन द्वारा जनपद में चलाएं जा रहे परोपकारी भरे कार्यों के साथ ही साथ विभिन्न मुद्दों पर जन जागरुकता अभियान भी चलाया जाता है।

फाउंडेशन द्वारा निरंतर जनपद के टीबी मरीजों को गोंद लेकर उन्हें पोषक पोटली भेंट कर टीबी मुक्त भारत अभियान के लिए भी कार्यक्रम चलाया जा रहा है।

घने कोहरे में भयावह टक्कर, मिर्जापुर में हाईवे पर चार की मौत

मिर्जापुर । यूपी के मिर्जापुर जनपद में शुक्रवार के तड़के घने कोहरे में बड़ा हादसा खड़ा कर दिया। प्रयागराज से वाराणसी की ओर जा रही एक स्विफ्ट कार अचानक अनियंत्रित हो गई और कटका हाईवे पर सड़क पार कर रहे ट्रक चालक और खलासी को रौंदते हुए सीधे खड़े ट्रक में जा भिड़ी।

ट्रक चालक की भी घटनास्थल पर ही जान चली गई

टक्कर इतनी जोरदार थी कि कार के परखच्चे उड़ गए और उसमें बैठे पिता-पुत्र की मौके पर ही मौत हो गई।ट्रक चालक की भी घटनास्थल पर ही जान चली गई, जबकि गंभीर रूप से घायल खलासी को भदोही मंडलीय अस्पताल ले जाया जा रहा था, लेकिन रास्ते में उसने भी दम तोड़ दिया। चारों ओर बिखरे शव और क्षतिग्रस्त वाहन देखकर स्थानीय लोग सहम गए।

ट्रक चालक व खलासी की अभी नहीं हो सकी पहचान

हादसा कछवां थाना क्षेत्र के कटका स्थित भारत पेट्रोलियम के पास हुआ। जानकारी के अनुसार, भोजन करने के बाद ट्रक चालक और खलासी वापस अपने ट्रक की ओर लौट रहे थे, तभी तेज रफ्तार कार कोहरे में अचानक अनियंत्रित होकर दोनों को कुचलते हुए ट्रक में जा घुसी। कार में सवार श्यामकृष्ण यादव और उनके बेटे अनुराग यादव की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। ट्रक चालक और खलासी की पहचान अभी स्पष्ट नहीं हो सकी है।

पुलिस ने क्षतिग्रस्त कार को रेस्क्यू अभियान चलाकर किया अलग

सूचना मिलते ही पुलिस व स्थानीय प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची और क्षतिग्रस्त कार को ट्रक से अलग कराने के लिए रेस्क्यू अभियान चलाया। तीन शवों को घटनास्थल से पोस्टमार्टम हेतु भेजा गया, जबकि गंभीर रूप से घायल खलासी को अस्पताल ले जाया गया, जहां उसने रास्ते में ही दम तोड़ दिया।सीओ सदर अमर बहादुर ने मौके का निरीक्षण कर बताया कि दुर्घटना में कुल चार लोगों की मौत की पुष्टि हुई है तथा आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है।

सोनभद्र के बाद मीरजापुर में हुआ खदान हादसा, मुंशी की खदान में दबने से हुई मौत

खदान मालिक के इशारे पर शव लेकर भागने की फिराक में रहे खदान मालिक के लोग, ग्रामीणों ने पकड़ा

आक्रोशित लोगों ने खदान मैनेजर को बनाया बंधक

मीरजापुर। सोनभद्र जिले के खदान हादसे के बाद के मीरजापुर में भी खदान हादसा हो गया जहां एक खदान के मुंशी की खदान में दबने से दर्दनाक मौत हुई है। हादसा रात में खनन के दौरान होना बताया गया है। जहां हादसे के बाद मामले को दबाने की गरज से खदान मालिक के इशारे पर शव लेकर भागने की फिराक में लगे खदान मालिक के लोगों को ग्रामीणों ने मुंशी के शव लेकर भागते हुए पकड़ लिया। बाद में खदान मैनेजर को ग्रामीणों ने बंधक बना लिया। सूचना होने पर

मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पीएम के लिए भेजा है। जहां हादसा हुआ है वहां का खनन पट्टा चंदौली के बीजेपी नेता छत्रबली सिंह के भाई श्याम जी सिंह के नाम से होना बताया जा रहा है। लोगों का आरोप है कि नियमो को ताक पर रखकर रात में अंधाधुंध खनन हो रहा था। मामला जिले के अहरौरा थाना क्षेत्र कंचनपुर खनन क्षेत्र का बताया गया है। पुलिस अधीक्षक सोमेन बर्मा के मुताबिक 27 नवंबर की रात थाना अहरौरा क्षेत्र में माइनिंग साइट की घटना में एक लेबर की मौत हो जाने की सूचना प्राप्त होने पर पुलिस द्वारा मौके पर पहुंचा गया। जहां परिवार जन व आसपास के लोगों द्वारा पोकलैंड से एक्सीडेंट में जयहिन्द यादव पुत्र राजनाथ यादव 32 वर्ष निवासी मुबारकपुर थाना चकिया जनपद चन्दौली की मृत्यु होना बताया गया। मृतक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।

--सोनभद्र हादसे के बाद भी नहीं दिखी सख्ती---

सोनभद्र जिले के बिल्ली मारकुंडी खदान हादसे में सात लोगों की मौत की घटना के बाद भी जिले में खनन विभाग ने रात में खनन को लेकर जरा भी सख्ती नहीं दिखाई है। आस-पास के ग्रामीणों की मानें तो खनन विभाग की सांठ-गांठ से मीरजापुर के अहरौरा में धड़ल्ले से कायदे कानून को ताक पर रख कर अवैध खनन जहां जारी है वहीं अहरौरा क्षेत्र के खदानों से लगाए क्रेशर एवं कट्टर प्लांटो में मजदूरों की जीवन सुरक्षा को दांव पर लगाकर काम कराया जा रहा है। सोनभद्र जिले की घटना से कुछ दिनों पूर्व ही एक और खनन क्षेत्र में हादसे में एक श्रमिक की मौत हो चुकी है। बताया जा रहा है कि उक्त खनन हादसा बीजेपी नेता के करीबी का बताया जा रहा है जिस पर ठोस कार्रवाई के बजाए मामले को रफा-दफा कर दिया गया था। इन हादसों को लोग भूल भी नहीं पाएं थे कि अहरौरा क्षेत्र में एक और हादसे में श्रमिक की मौत ने लोगों को झकझोर कर रख देने के साथ सुरक्षा व्यवस्थाओं की पोल खोलकर रख दी है।

माकू यूनियन ने मजदूरों की मौत पर खड़े किए सवाल--

अहरौरा, मीरजापुर। गहरी हो चली पत्थर खदानों में कायदे कानून को ताक पर रख तथा मजदूरों की सुरक्षा को दरकिनार कर हो रहे मनमाने खनन पर मिर्ज़ापुर असंगठित कामगार यूनियन (माकू) ने गंभीर सवाल खड़े किए हैं। यूनियन के राष्ट्रीय महामंत्री मंगल तिवारी ने कहा है कि मजदूरों के कंधों पर सवार होकर पूंजीपति अपने लिए ऐसो आराम से लेकर कई पुस्तों के लिए बना लेते हैं लेकिन मजदूर और उसका परिवार जस का तस ही रह जाता है। उसके खून पसीने के बदले उसे जीवन सुरक्षा उपकरण तक नसीब नहीं कराया जाता है। उन्होंने खदानों से लेकर क्रेशर एवं पत्थर कटर प्लाटों में नियम विरुद्ध तथा बिना सुरक्षा उपकरणों के काम कराएं जाने का गंभीर मसला उठाते हुए खनन विभाग व अन्य को आड़े हाथों लिया है।

मां विंध्यवासिनी मंदिर को बम से उड़ाने की मिली धमकी, प्रशासनिक अमला एवं एजेंसियां हुई सक्रिय

मीरजापुर। विख्यात देवी धाम मां विंध्यवासिनी मंदिर विंध्याचल को को बम से उड़ाने की धमकी मिलने के बाद मंदिर की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। इसके बाद देर रात में प्रशासनिक अमला एवं एजेंसियां सक्रिय हो उठी। बताया जा रहा है कि डायल 112 पर मिली धमकी के बाद पुलिस ने मोबाइल फोन टेस कर युवक को हिरासत में लेकर पूछताछ जारी रखी हुई है।

हालांकि मां विंध्यवासिनी मंदिर, काली खोह मंदिर व मां अष्टभुजा देवी मंदिर में गहन जांच पड़ताल करने के उपरांत सुरक्षा एजेंसियों ने राहत की सांस ली। जांच पड़ताल के दौरान सीओ सिटी, विंध्याचल थाना प्रभारी,कटरा थाना प्रभारी एवं मंदिर सुरक्षा प्रभारी एवं धाम सुरक्षा प्रभारी सहित कई अन्य सुरक्षा एजेंसियों मौके पर मौजूद रहे।

क्षेत्राधिकारी नगर ने बताया है कि 24 नवंबर 2025 की रात में डॉयल 112 पर एक सूचना प्राप्त हुई कि विन्ध्याचल मंदिर पर आतंकवादी हमला हो सकता है। सूचना पर तत्काल संज्ञान लेते हुए थाना विन्ध्याचल, एसओजी व सर्विलांस टीम द्वारा जांच की गयी तो ज्ञात हुआ कि कॉलर प्रयागराज का रहने वाला है। प्रयागराज स्थानीय थाने से सम्पर्क करके जानकारी करायी गयी तो ज्ञात हुआ कि कॉलर अपने माता जी के साथ प्रयागराज में निवास करता है तथा मानसिक रूप से विक्षिप्त है। जिसका इलाज पीछले 20 सालों से इलाज चल रहा है, सम्भंवतः घबराहट में उसके द्वारा डॉयल 112 पर ये सूचना दी गयी थी।

दूसरी ओर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मीरजापुर सोमेन बर्मा के निर्देशन में सूरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर विन्ध्याचल, अष्टभुजा व कालीखो मंदिर परिसर व उनके मुख्य द्वारों पर एसचेंक टीम, बीडीडीएस, डॉग स्कॉड व मीरजापुर पुलिस टीम द्वारा सघन चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है तथा सतर्क दृष्टि रखी जा रही है।