98 वर्षीय शिक्षाविद् प्रेम शंकर खरे ने मृत्यु के बाद किया देहदान—मेडिकल कॉलेज में मिला 107वाँ देहदान
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संजय द्विवेदी, प्रयागराज।मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के एनाटॉमी विभाग में गुरुवार को देहदान अभियान के तहत 107वाँ देहदान प्राप्त हुआ।यह देहदान शहर के वरिष्ठ शिक्षाविद् अग्रसेन इण्टर कॉलेज के पूर्व प्रधानाचार्य और समाजसेवी स्वर्गीय प्रेम शंकर खरे (98 वर्ष) द्वारा किया गया जिनका निधन 20 नवम्बर को सुबह 6 बजे मीरापुर स्थित उनके आवास पर हुआ।स्वर्गीय खरे जीवनभर शिक्षा समाज सेवा और वैदिक साहित्य से जुड़े रहे। उन्नत विचारो सरल व्यक्तित्व और नैतिक जीवन के कारण वे शहर की शैक्षिक व सामाजिक गतिविधियों में आदर्श माने जाते थे।98 वर्ष की उम्र में भी वे लेखन अध्ययन और वैदिक विमर्श में सक्रिय थे।उनके परिवार विशेषकर पुत्र दीपक खरे ने मानव कल्याण की भावना से देहदान का निर्णय लेते हुए मेडिकल कॉलेज को सूचित किया।
एनाटॉमी विभागाध्यक्ष डॉ. कृष्णा पाण्डेय के निर्देशन में पूरा मेडिकल कॉलेज परिवार उनके पार्थिव शरीर को सम्मानपूर्वक ग्रहण किया। इस दौरान डॉ. निषा सिंह डॉ.ममता आनंद जूनियर डॉक्टर और मेडिकल छात्र भी उपस्थित रहे।
डॉ.कृष्णा पाण्डेय ने बताया कि—स्वर्गीय प्रेम शंकर खरे का देहदान मेडिकल शिक्षा और मानवता की सेवा के प्रति असाधारण समर्पण का उदाहरण है। ऐसी प्रेरक पहल चिकित्सा विद्यार्थियो के लिए अत्यंत उपयोगी और समाज के लिए मार्गदर्शक है।मेडिकल कॉलेज परिवार ने उनके योगदान को नमन करते हुए संवेदना व्यक्त की तथा समाज से अधिक से अधिक लोग देहदान के प्रति जागरूक होने की अपील की।






3 hours ago
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