अंबा स्टील फैक्ट्री के बाहर केटर चालक कफिल पर जानलेवा हमला, सिर फटा—

आशीष कुमार

मुजफ्फरनगर। मन्सूरपुर थाना क्षेत्र के जड़ौदा अहे के पास स्थित अंबा स्टील फैक्ट्री के बाहर मंगलवार शाम केटर चालक पर हुए हमले से हड़कंप मच गया। फैक्ट्री में माल भरने आए केटर चालक कफिल पुत्र हमीद निवासी ग्राम सुजडू (थाना खालापार) को तीन युवकों ने लाठी-डंडों और लोहे की शैठ से बुरी तरह पीट कर गंभीर रूप से घायल कर दिया।

जानकारी के अनुसार कफिल अपनी केटर UP13CT1352 लेकर फैक्ट्री पर माल भरने पहुंचा था। इसी दौरान गोबिस पुत्र मीरहसन निवासी ग्राम सधावली, थाना मन्सूरपुर, अपनी गाड़ी लेकर वहां आया और कथित रूप से उसने अपनी गाड़ी कफिल की केटर में टकरा दी। टक्कर से केटर को भारी नुकसान हुआ। कफिल द्वारा गोबिस से भरपाई की मांग करने पर विवाद बढ़ गया।

आरोप है कि मौके पर मौजूद मोनिस ने गाली-गलौज शुरू कर दी और जान से मारने की धमकी देते हुए अपने साथियों को बुला लिया। कुछ ही देर में मोनिस, गोबिस और उनका तीसरा साथी लाठी, उन्ना और लोहे की शैठ लेकर कफिल पर टूट पड़े। हमले के दौरान लोहे की शैठ कफिल के सिर पर लगने से वह जमीन पर गिर पड़ा। गंभीर चोट के बावजूद आरोपी धमकाते हुए मौके से फरार हो गए।

घटना के बाद वहां मौजूद लोग, मिलान सुपरवाइजर राहुल (डॉ. मुनाजर फुरकान के) तथा साथी पहलवान ने घायल कफिल को अस्पताल पहुंचाया। परिजनों व साथियों ने बताया कि हमलावर पहले भी दबंगई कर चुके हैं और जान से मारने की धमकियां देते रहते हैं।

घायल कफिल की ओर से मन्सूरपुर थाने में तहरीर देकर तीनों आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की गई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

वेदांता पब्लिक स्कूल का अभिनव शैक्षिक भ्रमण: ज्ञान और प्रकृति का अद्भुत संगम

ब्रह्म प्रकाश शर्मा,जानसठ/सिखेड़ा -: वेदांता पब्लिक स्कूल, सिखेडा ने विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास, अनुभवात्मक अधिगम और व्यावहारिक ज्ञान को बढ़ावा देने के उद्देश्य से एक महत्वपूर्ण शैक्षिक भ्रमण का आयोजन किया। कक्षा तीन से लेकर कक्षा 12 तक के विद्यार्थियों ने देहरादून स्थित विज्ञान केंद्र और चिड़ियाघर की यात्रा कर ज्ञान और प्रकृति के बीच एक अद्भुत संगम का अनुभव प्राप्त किया।

छात्रों ने देहरादून के विज्ञान केंद्र में पहुंचकर वैज्ञानिक सिद्धांतों को नज़दीकी से समझा। उन्हें विज्ञान प्रयोगशाला में प्रयोगों को देखने, वायुमंडल के रहस्यों को जानने, पैंडुलम की गति और विभिन्न प्रकार के दर्पणों (जैसे उत्तल, अवतल) के कार्यों की विस्तृत जानकारी दी गई। प्रधानाचार्य विवेक चौधरी ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा, "शैक्षिक भ्रमण विद्यार्थियों में जिज्ञासा, रचनात्मकता, नैतिकता, अनुशासन और सामाजिक व्यवहार जैसे महत्वपूर्ण गुणों का विकास करता है।

"विज्ञान केंद्र के बाद, विद्यार्थियों ने देहरादून चिड़ियाघर का भ्रमण किया, जो उनके लिए एक सीधा प्राकृतिक परिचय साबित हुआ। बच्चों ने यहाँ भिन्न-भिन्न प्रकार के जीवों को नज़दीक से देखा और उनके रहन-सहन और खान-पान के बारे में ज्ञान प्राप्त किया। भ्रमण के दौरान छात्रों ने विभिन्न पक्षी, रंगीन मछलियां, सांप, कछुए, मगरमच्छ, हिरण, बारहसिंगा, गुलदार (तेंदुआ) और चीते को देखकर रोमांच का अनुभव किया। इसके अतिरिक्त, उन्होंने चिड़ियाघर परिसर में मौजूद भिन्न-भिन्न प्रकार के पेड़-पौधों और फूलों को भी देखा और उनकी पारिस्थितिकी के बारे में जानकारी प्राप्त की। 

स्कूल की कोऑर्डिनेटर गुंजन तोमर व कीर्ति रानी ने बताया, "ऐसे भ्रमण विद्यार्थियों की टीमवर्क क्षमता, नेतृत्व गुण, सहानुभूति और निर्णय लेने की क्षमता को भी बढ़ाते हैं। साथ ही, उन्हें प्राकृतिक सौंदर्य, ऐतिहासिक धरोहरों एवं वैज्ञानिक खोजों से सीधा परिचय मिलता है, जो उनकी समझ को व्यापक बनाता है।"वेदांता पब्लिक स्कूल के प्रबंधक सुशील सिंह आर्य ने इस आयोजन की महत्ता पर ज़ोर देते हुए कहा कि शैक्षिक भ्रमण छात्रों के लिए एक यादगार अनुभव होता है।प्रबंधक सुशील सिंह आर्य "इससे विद्यार्थियों को नई सीख मिलती है ।

जानसठ में चुनावी तैयारी तेज जिलाधिकारी के निर्देश पर बी एल ए की महत्वपूर्ण बैठक ।

ब्रह्म प्रकाश शर्मा

मतदाता सूची पुनरीक्षण में फोटो अनिवार्य, लापरवाही पर होगी सख्त कार्रवाई की --एसडीएम राजकुमार भारती

जानसठ, । जिलाधिकारी उमेश मिश्रा के स्पष्ट निर्देशों के क्रम में एसडीएम जानसठ राजकुमार भारती ने आगामी चुनावों के लिए मतदाता सूची के विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम को गति देने हेतु जानसठ तहसील सभागार में आज बूथ लेवल एजेंटों (BLA) की एक महत्वपूर्ण और विस्तृत बैठक आयोजित की गई। प्रशासनिक अधिकारियों ने इस दौरान चुनावी प्रक्रिया की शुचिता बनाए रखने के लिए सख्त दिशा-निर्देश जारी किए और BLA के सहयोग की अपील भी की।

बुधवार को जानसठ तहसील स्थित सभागार में आयोजित बैठक में एसडीएम राजकुमार भारती ने चुनावी प्रक्रिया में पारदर्शिता और सटीकता सुनिश्चित करने के लिए एक नई प्रक्रिया लागू करने पर जोर दिया। BLA को कहा की बीएलओ का सहयोग करें उन्होंने कहा कि वे प्रत्येक मतदाता को गणना पत्रक की दो प्रतियाँ अनिवार्य रूप से प्रदान कराए।और

मतदाता एक प्रति भरकर बीएलओ को सौंपेगा, जबकि दूसरी प्रति मतदाता के पास रिकॉर्ड के रूप में रहेगी। इस प्रक्रिया से प्राप्त डेटा को बीएलओ मोबाइल एप्लिकेशन के माध्यम से तुरंत अपलोड किया जाएगा, जिससे डेटा प्रविष्टि की त्रुटियाँ कम होंगी। मतदाता पहचान पत्र को अत्याधुनिक और प्रमाणिक बनाने की दिशा में प्रशासन ने एक बड़ा कदम उठाया है। बैठक में स्पष्ट किया गया कि प्रत्येक मतदाता को अपना वर्तमान पासपोर्ट साइज का फोटो उपलब्ध कराना अनिवार्य होगा। यह कदम डुप्लीकेसी रोकने और मतदाता की पहचान सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण कदम है। इस विशाल कार्य को समयबद्ध तरीके से पूरा करने हेतु, उपस्थित अधिकारियों ने सभी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों (BLA) से सक्रिय और निष्ठापूर्ण सहयोग की अपील की। इस अपील पर, सभी BLA ने अपनी जिम्मेदारी समझते हुए पूर्ण सहयोग का सर्वसम्मत आश्वासन प्रदान किया। प्रशासनिक अधिकारियों ने चुनावी कार्य में शिथिलता बरतने वाले कर्मचारियों के लिए कड़ा रुख अपनाया। उन्होंने साफ शब्दों में चेताया कि जो बूथ लेवल अधिकारी निर्वाचन आयोग द्वारा जारी निर्देशों के अनुसार कार्य नहीं कर रहे हैं, उनके विरुद्ध तत्काल और नियमानुसार दंडात्मक कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।इस बैठक ने यह स्पष्ट कर दिया है कि जानसठ प्रशासन आगामी चुनावों के लिए एक त्रुटिरहित और अद्यतन मतदाता सूची तैयार करने हेतु पूरी तरह गंभीर है, और इसमें किसी भी स्तर पर लापरवाही स्वीकार्य नहीं होगी। इस दौरान मुख्य रूप से राजनीतिक पार्टियों से योगेंद्र चौधरी प्रेम सिंह कश्यप रामनिवास प्रजापति डॉक्टर अंकित शर्मा गौरव वाल्मीकि मोहम्मद नजर डॉक्टर अली शेर अहमद अंसारी रेशू दीन मोहम्मद दानिश राजेंद्र कुमार सुभाष कुमार इमरान खान रजनीश यादव वीरेंद्र नगर सादिक चौहान शाहनजर अहमद बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।

जानसठ की जल समस्या: लाखों का समरसेबल महीनों से बदहाल, जनता प्यासी, नगर पंचायत मौन

- ब्लॉक के समीप लगा 'शोपीस' बना लाखों का बोरिंग, उद्घाटन के बाद से ही धूल फांक रहा; शुद्ध पेयजल की आस में तरस रहे स्थानीय निवासी

ब्रह्म प्रकाश शर्मा,जानसठ l नगर पंचायत द्वारा शहरवासियों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के उद्देश्य से लाखों रुपए की लागत से ब्लॉक कार्यालय के पास स्थापित कराया गया एक बोरिंग एवं समरसेबल पंप परियोजना अपनी शुरुआत से ही बदहाली का शिकार है। यह परियोजना, जिस पर जनता के लाखों रुपए खर्च किए गए, अब नगर पंचायत के लापरवाही भरे रवैये के कारण एक सफेद हाथी और मात्र 'शोपीस' बनकर रह गई है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, जल संकट को देखते हुए नगर पंचायत ने इस महत्वपूर्ण परियोजना को हरी झंडी दी थी। बोरिंग का कार्य जोर-शोर से कराया गया और समरसेबल पंप भी स्थापित किया गया। स्थानीय निवासियों को उम्मीद थी कि अब उन्हें पेयजल के लिए भटकना नहीं पड़ेगा। हालाँकि, यह खुशी अल्पकालिक रही। सूत्रों के मुताबिक, बोरिंग के सफल संचालन के लिए आवश्यक विद्युत कनेक्शन, सुरक्षात्मक घेरा या संचालन स्टाफ की व्यवस्था कभी पूरी तरह से नहीं की गई।

जब से बोरिंग लगा है, तभ ी से यह बंद पड़ा है।

लाखों रुपए खर्च हो गए, लेकिन पानी की एक बूँद भी लोगों को नहीं मिल पाई। यह जनता के पैसे की खुली बर्बादी है," एक स्थानीय दुकानदार ने नाम न छापने की शर्त पर बताया। आज आलम यह है कि ब्लॉक के समीप लगा यह नया बोरिंग अपनी बदहाली के आँसू बहा रहा है। समरसेबल पंप उद्घाटन के कुछ समय बाद ही ठप पड़ी यह परियोजना नगर पंचायत के दूरदर्शिता के अभाव और कार्यों के प्रति उदासीनता को दर्शाती है।

सबसे चिंताजनक बात यह है कि इस गंभीर विषय पर नगर पंचायत के पदाधिकारी और संबंधित कर्मचारी पूरी तरह से मौन हैं। स्थानीय निवासियों द्वारा कई बार शिकायतें किए जाने के बावजूद, इस बदहाल बोरिंग की सुध लेने वाला कोई नहीं है। एक ओर जहाँ नगर पंचायत विकास के बड़े-बड़े दावे करती है, वहीं दूसरी ओर पानी जैसी मूलभूत सुविधा के लिए लाखों खर्च करने के बाद भी जनता को तरसना पड़ रहा है। स्थानीय लोग सवाल उठा रहे हैं कि अगर परियोजना को संचालित ही नहीं करना था, तो लाखों रुपए क्यों खर्च किए गए? क्या यह धनराशि किसी अन्य जरूरी विकास कार्य में नहीं लगाई जा सकती थी? इस मामले ने नगर पंचायत के कार्यप्रणाली पर एक बड़ा प्रश्नचिन्ह लगा दिया है। जनता अब जल्द से जल्द इस बोरिंग को चालू करवाने और लापरवाह अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग कर रही है। नगर पंचायत को इस मामले का तत्काल संज्ञान लेते हुए बोरिंग को युद्धस्तर पर ठीक कराकर चालू करवाना चाहिए, ताकि जनता को शुद्ध पेयजल उपलब्ध हो सके और सरकारी धन की बर्बादी पर रोक लगे। इस सम्बन्ध में नगर पंचायत कार्यालय से जानसठ संवाददाता ने जानकारी करने का प्रयास किया तों पता चला की अध्यक्ष जी नहीं आएं हैं। उसके उपरांत नगर पंचायत अध्यक्ष से फोन पर संपर्क करना चाहा तो फोन नॉट रिचेबल आता रहा।

हाईवे को अतिक्रमण मुक्त करने की बड़ी पहल: 1033 की टीम ने हटाए अवैध बोर्ड

रिपोर्टर ब्रह्म प्रकाश शर्मा

जानसठ। राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच) 709 एडी को सुरक्षित, सुगम और अतिक्रमण मुक्त बनाने की दिशा में भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) और हाइवे कंट्रोल रूम (1033) की टीम ने एक बड़ी और प्रभावशाली कार्रवाई को अंजाम दिया है। इस कार्रवाई के तहत हाईवे किनारे लगे दुकानदारों के अवैध विज्ञापन बोर्डों को हटाकर सड़क सुरक्षा मानकों का सख्ती से पालन सुनिश्चित किया गया।

सुरक्षा और दृश्यता में बाधा बन रहे थे अवैध बोर्ड

कार्रवाई का मुख्य केंद्र उन अनाधिकृत विज्ञापन बोर्डों को हटाना था जो अवैध रूप से इलैक्ट्रिक खम्भों पर लगाए गए थे। इन बोर्डों की बढ़ती संख्या न केवल हाईवे की सुंदरता को बिगाड़ रही थी, बल्कि ये सीधे तौर पर सड़क उपयोगकर्ताओं की दृश्यता में बाधा उत्पन्न कर रहे थे, जिससे दुर्घटनाओं का खतरा लगातार बढ़ रहा था।

1033 के अधिकारियों और कर्मचारियों ने ऐसे सभी इलैक्ट्रिक पोलों की पहचान की जिन पर लगे विज्ञापन बोर्ड सुरक्षा मानकों का घोर उल्लंघन कर रहे थे। इन बोर्डों को हटाने की कार्रवाई को प्राथमिकता के आधार पर पूरा किया गया।

अभियान के दौरान, ट्रैफिक नियंत्रण और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हाइवे पैट्रोलिंग टीम का विशेष सहयोग लिया गया। ताकि कार्रवाई के कारण यातायात में किसी प्रकार की रुकावट या दुर्घटना न हो।इस अभियान की सफलता के लिए NHAI और हाइवे कंट्रोल रूम की पूरी टीम ने समन्वय से कार्य किया। मौके पर N.H. 709 AD के विकास यादव (हाइवे कन्ट्रोल रूम अधिकारी) और नितिन कुमार (हाइवे गश्त अधिकारी) तथा विवेक त्यागी समेत N.H.A.I. की टीम मौजूद रही। अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि हाईवे को अतिक्रमण मुक्त रखने के लिए भविष्य में भी यह कार्रवाई जारी रहेगी और नियमों का उल्लंघन करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

जिलाधिकारी उमेश मिश्रा ने ली समीक्षा बैठक, चुनावी पंजीकरण कार्य में तेजी लाने के दिए निर्देश l

रिपोर्टर ब्रह्म प्रकाश शर्मा 

जानसठ। जिलाधिकारी उमेश मिश्रा ने मंगलवार की देर शाम जानसठ तहसील स्थित सभागार में आगामी चुनाव को लेकर अपने अधीनस्थ अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक की। यह बैठक आगामी विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम को समयबद्ध तरीके से पूरा करने और चुनाव संबंधी कार्यों में आ रही बाधाओं को दूर करने पर केंद्रित थी। जिलाधिकारी उमेश मिश्रा ने सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए, जिसमें विशेष रूप से मतदाता सूची की त्रुटियों को सुधारने और नए मतदाताओं के पंजीकरण पर जोर दिया गया।

बैठक में उपजिलाधिकारी राजकुमार भारती तहसीलदार श्रीमती श्रद्धा गुप्ता,नायब तहसीलदार अजय कुमार और खंड विकास अधिकारी विशाखा सहित चुनाव कार्य से जुड़े विभिन्न विभागों के प्रमुख अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे। जिलाधिकारी ने स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा कि मतदाता सूची का कार्य अत्यंत संवेदनशील है और इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने दिशानिर्देश दिए और कहा कि ईआरओ (निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी) के साथ की गई बैठक की समीक्षा करना और उसके अनुरूप कार्य सुनिश्चित करना सुपरवाइजरों की भी मुख्य जिम्मेदारी है। सभी सुपरवाइजर क्षेत्र का सघन निरीक्षण करें। बीएलओ को पूरी तरह से सक्रिय होने की आवश्यकता है। उन्हें डोर-टू-डोर जाकर कार्य करना है और यह सुनिश्चित करना है कि हर पात्र नागरिक का नाम मतदाता सूची में शामिल हो। उन्होंने एक उदाहरण देते हुए बताया कि ऐसे मामले जहां कोई मतदाता 'राम किशोर' जैसा कोई व्यक्ति पहले यहाँ रहता था और अब कहीं और चला गया (शिफ्ट हो गया) है, उन मामलों का सत्यापन अति आवश्यक है। ऐसे मामलों में, बीएलओ को उस व्यक्ति के चले जाने की वीडियो बनाकर और पड़ोसी गवाहों के हस्ताक्षर लेकर ही फॉर्म-7 भरा जाए। एक कर्मचारी की गलती से तहसील व जिले पर धब्बा लग जाता है , इसके लिए अत्यधिक सावधानी बरतने के निर्देश दिए। फॉर्म जमा और फीडिंग समय सीमा में ही फार्म जमा होने चाहिए जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि बीएलओ को घर-घर जाकर दो प्रकार के फॉर्म दे ओर रिसिविंग अवश्य दें और उनकी फीडिंग (डेटा एंट्री) का कार्य समय से कराना है। यह कार्य 27 और 28 नवंबर तक हर हाल में पूरा हो जाना चाहिए। अधिकारी को निर्देश दिए कि वे एरियावार (क्षेत्रवार) टीम लगाकर काम करें। जो भी समस्याएं आ रही हैं, उन्हें तुरंत उच्चाधिकारियों के संज्ञान में लाएं और उनका त्वरित समाधान सुनिश्चित करें। जिलाधिकारी उमेश मिश्रा ने ने जोर देते हुए कहा कि चुनावी प्रक्रिया की शुचिता बनाए रखने के लिए यह आवश्यक है कि मतदाता सूची त्रुटिरहित हो। उन्होंने सभी अधिकारियों को चेतावनी दी कि यदि लापरवाही पाई जाती है, तो संबंधित के विरुद्ध कड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।

मिशन शक्ति फेज 5.0: सिखेडा पुलिस का शानदार ऑपरेशन, वारन्टी गिरफ्तार


ब्रहा प्रकाश शर्मा,जानसठ-मुजफ्फरनगर सिखेड़ा। उत्तर प्रदेश सरकार के महत्वाकांक्षी अभियान 'मिशन शक्ति फेज 5.0' के अंतर्गत, स्थानीय पुलिस द्वारा अपराधियों पर लगाम कसने और कानून का राज स्थापित करने की दिशा में एक और महत्वपूर्ण सफलता हासिल की गई है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजय वर्मा के स्पष्ट दिशा-निर्देशों पर कार्रवाई करते हुए, थाना सिखेडा पुलिस ने एक सक्रिय वारन्टी को गिरफ्तार किया है।

प्रभारी निरीक्षक योगेन्द्र शर्मा के कुशल नेतृत्व में गठित टीम ने गुप्त सूचना और प्रभावी रणनीति के आधार पर कार्रवाई की। टीम ने वांछित चल रहे वारन्टी मुमताज पुत्र इस्लाम, निवासी ग्राम निराना, को गिरफ्तार करने में सफलता पाई। मुमताज लंबे समय से कानूनी प्रक्रिया से बच रहा था, जिसकी गिरफ्तारी से संबंधित मामले में न्याय की राह खुल गई है।

मिशन शक्ति अभियान, के अन्तर्गत पुलिस ने महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान और स्वावलंबन को लेकर इस ऑपरेशन को सफलतापूर्वक अंजाम देने वाली टीम में उप-निरीक्षक रामकुमार शर्मा और महिला कांस्टेबल राखी शामिल थीं। इंस्पेक्टर योगेन्द्र शर्मा कहा कि वारन्टी/वांछितों की धरपकड़ का अभियान आगे भी जारी रहेगा, ताकि क्षेत्र में आपराधिक तत्वों पर पूर्णतः नियंत्रण स्थापित किया जा सके। उन्होंने कहा कि 'मिशन शक्ति' के तहत पुलिस लगातार क्षेत्र में गश्त और संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रख रही है। उन्होंने क्षेत्र की जनता से अपील की है कि वे किसी भी प्रकार की आपराधिक या संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें, ताकि एक सुरक्षित और भयमुक्त वातावरण बनाया जा सके।

जन सुनवाई के दौरान एसडीएम ने कार्यालय से बाहर आकर सुनी विकलांग फरियादी की गुहार, और दिया कार्रवाई का भरोसा ।

रिपोर्टर ब्रह्म प्रकाश शर्मा

जानसठ । जहाँ अक्सर सरकारी दफ्तरों में फरियादियों को घंटों इंतजार करना पड़ता है, वहीं जानसठ तहसील में एक संवेदनशील तस्वीर देखने को मिली। उपजिलाधिकारी जानसठ राजकुमार भारती ने अपने कार्यालय से बाहर आकर एक विकलांग व्यक्ति सोमनाथ की गंभीर शिकायत को न केवल सुना, बल्कि मौके पर तत्काल राजस्व टीम भेजने का आदेश देकर मानवता और संवेदनशीलता की मिसाल पेश की।

6 माह से न्याय के लिए भटक रहा था विकलांग किसान ।।

शिकायतकर्ता सोमनाथ पुत्र सतबीर सिंह, निवासी ग्राम भोकरहेड़ी, तहसील जानसठ, जो स्वयं एक विकलांग व्यक्ति हैं, ने एसडीएम के समक्ष अपनी व्यथा रखी। सोमनाथ ने बताया कि उनके नाम ग्राम शुकरवारी में बसरा नं 101 पर दो बीघा कृषि भूमि है।

उनका आरोप है कि पड़ोसी काश्तकारों ने उनके खेत की डोल (मेड़) काटकर लगभग आधी बीघा जमीन अपने चकों में मिला ली है। इसी दो बीघा जमीन से वह मेहनत-मजदूरी करके अपने परिवार का भरण-पोषण करते हैं। जमीन कम होने के कारण और पिछले करीब एक माह से दबंग काश्तकारों द्वारा उन्हें खेत पर न जाने देने के कारण उनकी कृषि भूमि छह माह से खाली पड़ी है। सोमनाथ ने अपनी शिकायत में बताया कि उन्होंने कई बार हल्का लेखपाल से शिकायत की थी। लेखपाल ने मौके पर पैमाईश की, जिसमें जमीन आधी बीघा कम भी निकली, लेकिन आरोप है कि इसके बावजूद हल्का लेखपाल ने पड़ोसी काश्तकारों से साठगांठ करके जमीन पूरी कराए बिना ही वापस आ गया। पीड़ित का कहना है कि वह पिछले छह माह से तहसील के चक्कर काट रहा है। एसडीएम राजकुमार भारती ने विकलांग व्यक्ति की इस पीड़ादायक शिकायत को पूरी गंभीरता के साथ सुना। उन्होंने तत्काल राजस्व विभाग के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि विकलांग व्यक्ति को परेशान नहीं होने दिया जाएगा।

एसडीएम ने मौके पर ही तत्काल प्रभाव से एक राजस्व टीम के गठन और उसे विवादित स्थल पर भेजकर पुनः पैमाईश कराने तथा विकलांग किसान सोमनाथ के चक का रकबा पूरा कराए जाने का निर्देश जारी किया। विकलांग किसान सोमनाथ ने एसडीएम की इस तत्परता और संवेदनशीलता पर उनका आभार व्यक्त किया। एसडीएम भारती की इस त्वरित और मानवीय पहल की तहसील परिसर में काफी सराहना हो रही है।इस दौरान मुख्य रूप से तहसीलदार श्रीमती श्रद्धा गुप्ता नायाब तहसीलदार अजय कुमार नायब तहसीलदार विपिन कुमार आदि अधिकारी भी उपस्थित रहे।

-प्रचंड जीत का जश्न: मंडल अध्यक्ष रोहित खत्री की अध्यक्षता में हुई भव्य बैठक


ब्रहा प्रकाश शर्मा,जानसठ। बिहार विधानसभा चुनाव में मिली भारतीय जनता पार्टी को प्रचंड जीत का जश्न मनाने और आगामी रणनीति पर विचार विमर्श करने के लिए आज एक भव्य एवं उत्साहपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया। कार्यकर्ताओं के जोश और उत्साह से भरी इस बैठक में जीत की खुशी साफ झलक रही थी।

शनिवार को बिहार विधानसभा चुनाव में भाजपा को मिले प्रचंड जीत को लेकर कार्यक्रम आयोजित किया गया तथा एक महत्वपूर्ण बैठक भी आयोजित की जिसकी अध्यक्षता मंडल अध्यक्ष रोहित खत्री ने की। मंच का कुशल संचालन प्रदीप राणा ने किया, जिन्होंने कार्यक्रम को एक अनुशासित और ओजपूर्ण गति दी। महामंत्री सुनील कश्यप ने भी संगठन की मजबूती और भविष्य की योजनाओं पर अपने विचार रखे।

बैठक में उपस्थित सभी वक्ताओं ने बिहार की जीत को संगठन की एकजुटता और कार्यकर्ताओं के अथक परिश्रम का परिणाम बताया। कार्यकर्ताओं ने जोरदार नारेबाजी करते हुए पार्टी नेतृत्व के प्रति अपनी आस्था व्यक्त की। इस दौरान "भारत माता की जय" और "प्रधानमंत्री ज़िंदाबाद" के नारों से पूरा हॉल गूंज उठा। वक्ताओं ने ज़मीनी स्तर पर काम करने की आवश्यकता पर भी बल दिया और कहा कि यह जीत देश भर के कार्यकर्ताओं के लिए प्रेरणास्रोत है।

बैठक की समाप्ति के बाद, सभी पदाधिकारीयों एवं कार्यकर्ताओं ने एक-दूसरे को मिठाई वितरित कर जीत का अभिनंदन किया। बैठक में कई प्रमुख पदाधिकारी और स्थानीय नेता उपस्थित रहे, जिनमें यनेश तंवर अरविंद प्रजापति, प्रेम कश्यप, विकास गुप्ता, रंजनी सैनी उर्फ मोनी, कैलाश सैनी, सचिन सैनी, राजीव गुप्ता, सुभाष चन्द्र, अंकित संगल अंकित शर्मा जैसे महत्वपूर्ण पदाधिकारी व कार्यकर्ता के अलावा भाजपा मीडिया प्रभारी ब्रह्म प्रकाश शर्मा आदि शामिल रहे। विशेष रूप से, जिला पंचायत सदस्य भूदेव शर्मा (माछरा, मेरठ) और विनोद कुमार शर्मा (मेरठ) की उपस्थिति ने भी इस कार्यक्रम को और भी महत्वपूर्ण बना दिया। इनके अलावा, ललीत और गौरव भटनागर ने भी अपनी भागीदारी दर्ज कराई।

यह बैठक न केवल बिहार की जीत का जश्न थी, बल्कि यह उत्तर प्रदेश में आगामी चुनावों की तैयारी के लिए कार्यकर्ताओं में नए जोश का संचार करने का एक माध्यम भी बनी है। इस दौरान बड़ी संख्या में भाजपा पार्टी से जुड़े पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

तहसील परिसर में 'शिकायत' सुनते हैं अधिकारी, खुद सिस्टम है बीमार!

रिपोर्टर ब्रह्म प्रकाश शर्मा

शौचालय खस्ताहाल, हैंडपंपों में पानी नहीं ,टोटी सूखा, फरियादीयो को हो रहीं परेशानी।

जानसठ। तहसील परिसर, जिसे न्याय और प्रशासन का केंद्र माना जाता है, वहाँ आने वाले फरियादियों और आम जनता को इस समय मूलभूत सुविधाओं की घोर कमी से जूझना पड़ रहा है। जहाँ अधिकारी कुर्सियों पर बैठकर नागरिकों की शिकायतें सुनते हैं, वहीं परिसर के अंदर की व्यवस्थाएँ खुद बदहाली की कहानी कह रही हैं। शौचालयों की हालत खस्ता है और परिसर में लगे अधिकांश हैंडपंपों ने पानी देना बंद कर दिया है, जिससे यहाँ का पूरा सिस्टम चरमरा गया है।

तहसील परिसर में स्थापित सार्वजनिक शौचालयों की स्थिति अत्यंत दयनीय है। लंबे समय से सफाई और रखरखाव न होने के कारण ये पूरी तरह से अनुपयोगी हो चुके हैं। गंदगी और दुर्गंध के कारण इनका इस्तेमाल करना असंभव है। खासकर महिलाओं और बुजुर्गों को सबसे अधिक परेशानी हो रही है। अधिकारियों के सामने रोज़ाना सैकड़ों की संख्या में लोग विभिन्न कार्यों से आते हैं, लेकिन उन्हें शौच के लिए परिसर के बाहर या आस-पास का सहारा लेना पड़ता है।वहीं परिसर में पानी की आपूर्ति के लिए लगाए गए हैंडपंप भी अब महज शोपीस बनकर रह गए हैं। लगभग सभी हैंडपंप सूखे पड़े हैं या खराब हैं। इसका सीधा असर जनता के साथ-साथ कर्मचारियों पर भी पड़ रहा है। पीने के पानी के लिए लोगों को अपनी बोतलें साथ लानी पड़ती हैं या परिसर से बाहर जाकर पानी खरीदना पड़ता है। चूँकि शौचालय में भी पानी की सुविधा नहीं है, इसलिए उनकी बदहाली और बढ़ गई है।स्थानीय निवासियों और फरियादियों ने इस स्थिति पर गहरा रोष व्यक्त किया है। एक फरियादी, रामपाल सिंह, ने बताया, "हम यहाँ अपनी ज़मीन-जायदाद, आय प्रमाण पत्र और अन्य ज़रूरी काम के लिए आते हैं। घंटों इंतज़ार करना पड़ता है, लेकिन यहाँ न पीने का पानी है, न ही शौचालय का उपयोग कर सकते हैं। यह शर्मनाक है कि जहाँ अधिकारी हमारी शिकायतें सुन रहे हैं, वहीं वे परिसर की इस बुनियादी समस्या को नज़रअंदाज़ कर रहे हैं।

इस संबंध में जब तहसील प्रशासन के कुछ कर्मचारियों से अनौपचारिक बातचीत की गई, तो उन्होंने भी दबी ज़ुबान में सुविधाओं की कमी को स्वीकार किया। यह स्पष्ट है कि उच्चाधिकारियों को इस अव्यवस्था की जानकारी है, लेकिन मरम्मत और रखरखाव के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। आम जनता और विभिन्न सामाजिक संगठनों ने उप-जिलाधिकारी से तत्काल इस मामले का संज्ञान लेने और परिसर की सुविधाओं को दुरुस्त कराने की मांग की है, ताकि तहसील का वातावरण प्रशासनिक गरिमा के अनुरूप हो सके।