40वे अखिल भारतीय प्राइजमनी इंदिरा मैराथन प्रयागराज जिलाधिकारी ने किया प्रेस कॉन्फ्रेंस।
संजय द्विवेदी प्रयागराज।आगामी 19 नवम्बर को आयोजित होने जा रही 40वी अखिल भारतीय प्राइजमनी इंदिरा मैराथन को लेकर सोमवार को संगम सभागार में जिलाधिकारी मनीष वर्मा द्वारा विस्तृत प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की गई।इस दौरान उन्होंने मैराथन के इतिहास तैयारियो मार्ग सुरक्षा व्यवस्था और खिलाड़ियों को दी जाने वाली प्राइजमनी के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की। जिलाधिकारी ने बताया कि प्रयागराज की पावन भूमि पर आयोजित होने वाली यह मैराथन देश की एकमात्र ऐसी प्रतियोगिता है जिसका आयोजन लगातार 1985 से प्रतिवर्ष 19 नवम्बर को—पूर्व प्रधानमंत्री स्व.इंदिरा गांधी की जयंती पर—किया जाता रहा है।जिलाधिकारी ने कहा कि इस वर्ष मैराथन का 40वां संस्करण विशेष रूप से भव्य और ऐतिहासिक होगा।मैराथन की कुल दूरी 42.195 किमी निर्धारित है,जिसमे पुरुष और महिला दोनों वर्गो के धावक भाग लेगे।मैराथन सुबह 5:30 बजे आनंद भवन से शुरू होगी एवं अपने निर्धारित मार्ग—लाल भवन लोकसेवा आयोग तेलियरगंज सहसो हाइकोर्ट स्टैनली रोड दारागंज काली सड़क बसीरगंज कंधरपुर झूंसी होकर पुनःउसी मार्ग से वापस लौटते हुए तेलियरगंज से होते हुए आनंद भवन—पर समाप्त होगी।जिलाधिकारी ने बताया कि धावकों की सुरक्षा ट्रैफिक कंट्रोल मेडिकल सहायता वाटर पॉइंट तथा रूट मॉनिटरिंग के लिए व्यापक इंतजाम किए गए है।उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन पुलिस विभाग खेल विभाग तथा नगर निगम सहित कई एजेंसियों को अलग-अलग जिम्मेदारियाँ सौंप दी गई हैं। सभी विभागों को निर्देशित किया गया है कि मैराथन के संचालन में कोई त्रुटि न रहे। मेडिकल एम्बुलेंस प्रथम उपचार केंद्र और वॉलंटियर टीमों को भी तैनात किया जाएगा।प्रेस कॉन्फ्रेंस में पुरस्कारो की घोषणा भी की गई।जिलाधिकारी ने बताया कि पुरुष तथा महिला दोनों वर्गों में प्रथम पुरस्कार 2,00,000 रुपये, द्वितीय पुरस्कार 1,00,000 रुपये और तृतीय पुरस्कार 40,000 रुपये दिया जाएगा। इसके अलावा 11 से 15 स्थान पाने वाले खिलाड़ियों को 10,000 रुपये प्रत्येक तथा 16 से 20 स्थान पाने वालों को 5,000 रुपये प्रोत्साहन राशि दी जाएगी।जिलाधिकारी ने कहा कि खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने और प्रतियोगिता के स्तर को ऊंचा उठाने के लिए यह प्राइज स्ट्रक्चर तैयार किया गया है।उन्होंने यह भी बताया कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध भारतीय धावको का इस मैराथन से गहरा जुड़ाव रहा है। कई राष्ट्रीय और अन्तरराष्ट्रीय धावक इस प्रतियोगिता में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर चुके है जिससे प्रयागराज की इस मैराथन को वैश्विक पहचान मिली है।जिलाधिकारी ने अंत में शहरवासियो से अपील की कि आयोजन के दिन यातायात व्यवस्था को सुचारू रखने में प्रशासन का सहयोग करें और धावकों का उत्साहवर्धन करें। उन्होंने कहा कि प्रयागराज की पहचान बन चुकी इंदिरा मैराथन को सफल बनाना हम सबकी सामूहिक जिम्मेदारी है।
5 hours ago
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