चीनी मिल के पेराई सत्र शुभारंभ के अवसर पर आयोजित शुभ-हवन एवं पूजा-अर्चना में डीएम एवं एसपी हुए शामिल


बलरामपुर।17 नवंबर चीनी मिल बलरामपुर के पेराई सत्र शुभारंभ के अवसर पर आयोजित शुभ-हवन एवं पूजा-अर्चना में डीएम विपिन कुमार जैन एवं एसपी विकास कुमार सम्मिलित हुए।उपरांत डीएम ने कार्यालय जिला गन्ना अधिकारी एवं सहकारी गन्ना विकास समिति का निरीक्षण करते हुए गन्ना पर्ची वितरण व्यवस्था, तौल केंद्रों पर व्यवस्थाओं तथा किसानों से संबंधित शिकायतों के निस्तारण की स्थिति का विस्तृत जायजा लिया।

निरीक्षण के दौरान डीएम ने गन्ना पर्ची वितरण को पूर्णतः पारदर्शी एवं समयबद्ध रूप से संचालित किए जाने एवं सतत मॉनिटरिंग के निर्देश दिए।किसानों के लिए सुविधाओं मे

पेयजल, शेड, बैठने की व्यवस्था, साफ-सफाई, सुचारु तौल व्यवस्था सुनिश्चित किए जाने के निर्देश दिए।

डीएम ने कृषकों की शिकायत निस्तारण की समीक्षा की तथा समयबद्ध रूप से गुणवत्तापूर्ण निस्तारण सुनिश्चित किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि शिकायतों का रिकॉर्ड पारदर्शी एवं अद्यतन रखा जाए।

तुलसी पुर नाला निर्माण में बुलडोजर करवाई का विरोध व्यापारियों ने किया ।

बलरामपुर 17 नवंबर तुलसीपुर के नई बाज़ार आनंद मार्ग वार्ड में नाला निर्माण के लिए एस डी एम के नेतृत्व में बीते शुक्रवार को व्यापारियों के घरों व दुकानों पर मनमाने तरीके से की गई बुलडोजर कार्यवाही के विरोध में विभिन्न व्यापारिक संगठनों के पदाधिकारियों ने क्षेत्रीय विधायक कैलाश नाथ शुक्ल की अगुवाई में पांच सूत्रीय मांग पत्र जिलाधिकारी बिपिन चंद्र जैन को देकर त्वरित कार्यवाही की मांग की।

उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल के जिला महामंत्री दिलीप कुमार गुप्ता ने बताया कि वर्षों बनी पूर्व नाली के जगह दूसरा नाला निर्माण पूरी तरह से सरकारी धन का बंदरबांट ही है और यह कार्यवाही बिना पूर्व सूचना के तथा राजस्व संहिता का उल्लंघन कर की गई जिससे पूरे बाज़ार के व्यापारियों में आक्रोश व्याप्त हो गया।मांग पत्र में एस डी एम की कार्यवाही की निष्पक्ष जांच कराने,नगर क्षेत्र में भविष्य में जे सी बी का प्रयोग न करने,अर्दली के द्वारा व्यापारियों के साथ किए गए दुर्व्यवहार व पक्षपातपूर्ण कार्यवाही की जांच एवम नगर पंचायत द्वारा कराए जा रहे विकास कार्यों में सरकारी धन का दुरूपयोग रोके जाने की मांग शामिल हैं।जिलाध्यक्ष रमेश पाहवा,नगर अध्यक्ष संजय शर्मा,महामन्त्री रूप चन्द्र गुप्ता,व्यापार संघ जिलाध्यक्ष अनिल लाट, नगर अध्यक्ष राम कुमार, श्याम सुंदर गुप्ता,अनिल गुप्ता,पंकज कनोडिया,विकास सोनी,नवीन कुमार गुप्ता मौजूद रहे।

चीनी मिल तुलसीपुर का पेराई सत्र का शुभारंभ डोंगे में गन्ना डालकर किया गया।

बलरामपुर 17 नवंबर बलरामपुर चीनी मिल समूह की तुलसीपुर इकाई का पेराई सत्र शुभारंभ आज विधवत हवन पूजन के बाद देवीपाटन मंदिर के पीठाधीश्वर महंत मिथलेश नाथ एवं चीनी मिल तुलसीपुर इकाई के प्रमुख आर यस प्रसाद द्वारा डोंगे में गन्ना डालकर किया गया, इस अवसर पर तुलसीपुर विधायक कैलाश नाथ शुक्ला एसडीएम तुलसीपुर राकेश कुमार जयंत, विश्व हिंदू महासंघ जिला अध्यक्ष चौधरी विजय सिंह, पूर्व जिला अध्यक्ष राकेश सिंह पूर्व दर्जा प्राप्त मंत्री सलिल सिंह टीटू पूर्व जिला अध्यक्ष प्रदीप सिंह भाजपा नेता विष्णु देव गुप्ता आनंद सिंह अन्नू रामप्रसाद सिंह सत्यनारायण मिश्रा संजय सिंह मनराज सिंह जय सिंह सुखदेव चौरसिया योगेंद्र कुमार मिश्रा वीरू कौशिक सहित चीनी मिल के अधिकारी इंजीनियर हेड विजयपाल सिंह प्रोडक्ट हेड दीप सिंह कमर्शियल हेड आरके जायसवाल केन हेड ओमपाल, तमाम अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे उक्त जानकारी चीनी मिल प्रबंधन आशीष प्रताप सिंह ने दी।

बंजरिया के शीशम जंगल में अवैध कटान का बड़ा खेल—जंगल विभाग की मिलीभगत , पर्यावरण पर बड़ा खतरा

बलरामपुर 16 नवंबर पचपेड़वा क्षेत्र के बंजरिया के आच्छादित शीशम जंगलों में अवैध कटान का काला कारोबार इन दिनों खुलेआम चल रहा है। सूत्रों के अनुसार जंगल का वह हरा-भरा क्षेत्र, जो कभी परिंदों की रौनक और हरियाली का प्रतीक था, आज धीरे-धीरे सूना होता जा रहा है।

ग्रामीणों का आरोप है कि जंगल विभाग के ही कुछ भ्रष्ट कर्मचारियों की मिलीभगत से बंजरिया, कल्याणपुर, बरगदवा और बीरपुर रेंज में कीमती शीशम के पेड़ों का चिरान रातों-रात किया जा रहा है।

स्थानीय सूत्र बताते हैं कि जाहिर फॉरेस्टर का नाम लगातार अवैध कटान में उभर कर सामने आ रहा है। बचा-खुचा शीशम भी अब सुरक्षित नहीं रह गया है। कटान करने वाले गिरोह जंगल के सुनसान हिस्सों में देर रात पेड़ों को काटकर ट्रैक्टर-ट्रॉली से बाहर निकाल ले जाते हैं।

आसपास के गांवों—बंजरिया, कल्याणपुर, बरगदवा, गौरा, पड़ोस के टोलों तक में लोग इस अवैध कटान की चर्चा करते घूम रहे हैं। जंगल की तड़पती, फड़कती आवाज़ें ग्रामीणों को बेचैन कर रही हैं क्योंकि हर कटता पेड़ क्षेत्र की सांसों पर हमला है।

जब इस पूरे मामले पर संवाददाता ने रेंजर योगेश से दूरभाष पर संपर्क किया, तो उन्होंने कहा— “पूरे प्रकरण की जांच कराई जाएगी और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई होगी।”

लेकिन ग्रामीणों का कहना है कि कार्रवाई सिर्फ आश्वासन तक सीमित रहती है, जबकि जंगल दिन-प्रतिदिन खत्म होता जा रहा है।

प्रदेश के इस महत्वपूर्ण हरे क्षेत्र में शीशम की बेतहाशा कटान पर्यावरण के लिए गंभीर खतरा बन चुकी है। अगर समय रहते इस अवैध कारोबार पर रोक नहीं लगी, तो आने वाली पीढ़ियों के लिए यहाँ सिर्फ खाली मैदान और कटे ठूंठ ही बचेंगे।

मनरेगा फर्जीवाड़ा: मिश्रौलिया ग्राम पंचायत में बड़ा खुलासा, अधिकारी–प्रधान की मिलीभगत उजागर


बलरामपुर।जनपद बलरामपुर के विकासखंड पचपेड़वा के ग्राम पंचायत मिश्रौलिया में मनरेगा कार्यों में बड़े स्तर पर फर्जीवाड़ा सामने आया है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मजदूरों की ऑनलाइन हाजिरी पूरी तरह संदिग्ध पाई गई। सुबह के समय मजदूरों की पुरानी तस्वीरें लेकर फोटो से फोटो निकालकर उपस्थिति लगाई जाती है, जबकि वास्तविकता यह है कि कार्य स्थल पर मजदूर मौजूद ही नहीं होते।

मीडिया की टीम जब मौके पर पहुंची तो वहां की जमीन सूनी, फावड़ा-गैंती दूर तक नहीं दिखे और पूरा कार्य स्थल वीरान मिला। स्थानीय लोगों का कहना है कि महीनों से यही खेल चल रहा है—फर्जी उपस्थिति लगाओ और सरकारी धन की बंदरबांट करो।

जब इस पूरे मामले में ग्राम प्रधान महेंद्र यादव से दूरभाष पर सवाल किए गए, तो उन्होंने चटपटे अंदाज में जवाब देते हुए कहा—

“जब सारे लोग हमारे साथ चलते हैं तो आप कौन हो निकालने वाले? जो भी निकालना है निकाल लो, खबरें से हमें कोई फर्क नहीं पड़ता।”

प्रधान का यह बयान न सिर्फ प्रशासनिक लापरवाही की पुष्टि करता है बल्कि इस बात की ओर भी इशारा करता है कि मनरेगा के इस घोटाले में संबंधित अधिकारी और ग्राम पंचायत का स्टाफ भी मिलीभगत में शामिल है। मजदूरों की कमाई पर इस तरह का खुला खेल गरीबों के पेट पर सीधी चोट है।

शिक्षा क्षेत्र बड़का भुकुरवा, विकासखंड पचपेड़वा, जनपद बलरामपुर में शिक्षा व्यवस्था की लापरवाही अपने चरम पर है

बलरामपुर।विद्यालय में अध्यापक नियमित रूप से उपस्थित नहीं रहते, जिसके कारण स्कूल अक्सर बंद ही मिलता है। मासूम बच्चे आँखों में उम्मीद और किताबों का बोझ लेकर विद्यालय पहुँचते हैं, लेकिन विद्यालय का ताला देखकर मायूस होकर वापस लौट जाते हैं।

विद्यालय की दुर्दशा का स्तर इतना अधिक है कि न तो बच्चों को मिड-डे-मील मिल पाता है और न ही पठन-पाठन की कोई व्यवस्था दिखाई देती है। बच्चों की शिक्षा, भोजन और उज्ज्वल भविष्य से जुड़ी योजनाएँ केवल कागज़ों में चलती दिख रही हैं। अध्यापकों की ऐसी लापरवाही से ग्रामीणों में भारी रोष है, जबकि अभिभावक चिंतित हैं कि आखिर उनके बच्चों का भविष्य कौन सँभालेगा।

जब इस मामले पर खंड शिक्षा अधिकारी से दूरभाष पर संपर्क किया गया, तो उन्होंने कहा कि “मामले की जांच कराई जाएगी। यदि शिकायत सही पाई गई तो संबंधित अध्यापकों पर नोटिस जारी कर सख्त कार्रवाई की जाएगी।”

शिक्षा क्षेत्र की यह बड़ी खबर गरीब और अंतिम पंक्ति के बच्चों की पढ़ाई से सीधे जुड़ी है, जहाँ सरकारी योजनाओं का लाभ उन्हें नहीं मिल पा रहा। अब देखना यह है कि प्रशासनिक कार्रवाई कब और कितनी प्रभावी होती है।

मानव–वन्यजीव संघर्ष के रोकथाम एवं प्रभावी नियंत्रण हेतु डीएम ने बॉर्डर क्षेत्र के 82 ग्रामों के प्रधानों संग वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से क

बलरामपुर । जिलाधिकारी ने बॉर्डर एरिया में हाल ही में घटित मानव–वन्यजीव संघर्ष की घटनाओं का संज्ञान लेते हुए ग्राम प्रधानों से कहा कि सभी ग्रामों में ग्राम निगरानी समिति का गठन कर लें एवं निगरानी समिति द्वारा वन्यजीवों की आवाजाही पर विशेष सतर्कता बरती जाए।

उन्होंने मानव वन्यजीव संघर्ष के रोकथाम हेतु ग्राम प्रधानों को ग्रामस्तर पर आयोजित किए जाने वाले गतिविधियों के विषय में जागरूक किया। उन्होंने विद्यालय एव सभी रास्तों पर घनी झाड़ियां इत्यादि हटवाए जाने के निर्देश दिए।

जिलाधिकारी ने खंड विकास अधिकारियों एवं पंचायत सचिवों को निर्देशित किया कि ग्राम प्रधानों के साथ समन्वय स्थापित कर ग्रामों में सुरक्षा उपायों एवं तंत्र को मजबूत करें तथा ब्लिंकिंग लाइट व्यवस्था, चेतावनी बोर्ड एवं सीमा क्षेत्र में चिन्हांकन जैसे उपायों को भी प्राथमिकता पर पूर्ण कराएं

उन्होंने डीएफओ को सभी सीमावर्ती ग्रामों के वन्य जीव से बचाव हेतु विशेष जागरूकता अभियान चलाए जाने एवं हैंडबिल / पैंपलेट आदि वितरण किए जाने के निर्देश दिए।

डीएम ने कड़ी चेतावनी दिया कि मानव वन्यजीव संघर्ष में जनहानि की घटना पर संबंधित रेंजर एवं खंड विकास अधिकारी की जिम्मेदारी तय करते हुए कड़ी कार्यवाही की जाएगी।

सरदार पटेल की 150वीं जयंती पर एकता पदयात्रा निकाली गई


बलरामपुर। भारत रत्न लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती के अवसर पर सदर विधानसभा क्षेत्र में भव्य एकता पदयात्रा का आयोजन किया गया। यह पदयात्रा सदर विधायक पलटू राम के नेतृत्व में बहादुरापुर (सिरसिया) पंचायत भवन से शुभारंभ हुई,जो विभिन्न मार्गों से होते हुए भगवतीगंज स्थित भगवती आदर्श विद्यालय खेल मैदान,धर्मपुर में सम्पन्न हुई।

पदयात्रा में बड़ी संख्या में छात्र,युवा,किसान और महिलाएं शामिल हुए,जिन्होंने “भारत माता की जय” और “वंदे मातरम्” के नारों से पूरे क्षेत्र को गुंजायमान कर दिया। मार्ग में जगह-जगह लोगों ने पुष्पवर्षा कर यात्रा का स्वागत किया।

एकता,आत्मनिर्भरता और स्वदेशी का संदेश

भगवती आदर्श विद्यालय खेल मैदान में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि कैबिनेट मंत्री व जिला प्रभारी मंत्री राकेश सचान ने कहा —

> “सरदार वल्लभभाई पटेल के योगदान को डबल इंजन की सरकार ने अभियान के रूप में बूथ स्तर तक पहुंचाने का कार्य किया है। एकता पदयात्रा का मुख्य उद्देश्य युवा पीढ़ी और जन-जन को जोड़ना है। सरदार पटेल ने आजादी से पहले कई आंदोलनों का नेतृत्व किया था। सन 1928 में बारदोली आंदोलन के माध्यम से किसानों के हक की लड़ाई लड़ी,जिसके बाद उन्हें ‘सरदार’ की उपाधि मिली।”

मंत्री ने आगे कहा —

> “आजादी के बाद सरदार पटेल ने 562 रियासतों को जोड़कर एक भारत का निर्माण किया। उनकी सोच आत्मनिर्भर और एकजुट भारत की थी, जिसे आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी साकार कर रहे हैं। पीएम मोदी ने ‘वोकल फॉर लोकल’ और ‘स्वदेशी मेला’ जैसे अभियानों के माध्यम से हर जिले में स्थानीय उत्पादों को प्रोत्साहन दिया है। आज भारत दुनिया के सामने आत्मनिर्भरता का प्रतीक बनकर उभरा है।”

राकेश सचान ने कहा कि —

> “आज दुनिया भारत पर टैरिफ लगाकर दबाव बनाना चाहती है, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी किसी के सामने झुकने वाले नहीं हैं। उन्होंने आत्मनिर्भर भारत बनाकर विश्व मंच पर भारत की ताकत साबित की है।”

सरदार पटेल को सच्ची श्रद्धांजलि — पलटू राम

सदर विधायक पलटू राम ने कहा —

> “आजादी के बाद हैदराबाद और जूनागढ़ जैसी रियासतों को बिना युद्ध किए भारत में मिलाने में सरदार पटेल की भूमिका ऐतिहासिक रही। जम्मू-कश्मीर में धारा 370 हटाना,सरदार पटेल को सच्ची श्रद्धांजलि है, जिसे देश के गृहमंत्री अमित शाह ने पूरा किया।”

पीएम मोदी ने सरदार पटेल के सपनों को साकार किया — रवि मिश्रा

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे भाजपा जिलाध्यक्ष रवि मिश्रा ने कहा —

> “प्रधानमंत्री मोदी ने गुजरात में 182 मीटर ऊँची ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ बनवाकर लौह पुरुष को सच्ची श्रद्धांजलि दी है। युवाओं को सरदार पटेल के जीवन से प्रेरणा लेकर आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में योगदान देना चाहिए।”

कार्यक्रम में उपस्थित गणमान्य

इस अवसर पर लोकसभा संयोजक शंकर दयाल पांडेय,पूर्व जिलाध्यक्ष चंद्र प्रकाश सिंह गुड्डू,नगर पालिका अध्यक्ष धीरेंद्र प्रताप सिंह धीरू,जिला पंचायत प्रतिनिधि श्याम मनोहर तिवारी,ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि गोविंद सोनकर,जिला संयोजक वरुण सिंह मोनू,जिला उपाध्यक्ष बृजेंद्र तिवारी,आद्या सिंह पिंकी,महामंत्री बिंदु विश्वकर्मा,जिला मीडिया प्रभारी डीपी सिंह,मीडिया संयोजक अवधेश पांडेय,यात्रा संयोजक संदीप उपाध्याय,जिलेदार पांडे,रामकृपाल शुक्ला,अक्षय शुक्ला,सौरभ तुलसियान,राजेश वर्मा,आलोक रंजन पांडे,आकाश पांडे,आनंद श्रीवास्तव,रजनीश पांडे,अमरनाथ शुक्ला,राकेश गुप्ता,शिव प्रताप सिंह,सुरेश त्रिपाठी,वीरेंद्र पाठक,ओमप्रकाश त्रिगुणायत,मंजू तिवारी,साधना पांडे,अपूर्व प्रताप सिंह, महेश मिश्रा,राघवेंद्र सिंह,मनीष तिवारी,विनोद गिरी सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता व नागरिक उपस्थित रहे।

हरहटा ग्राम सभा में फर्जी हस्ताक्षर और दबंगई का मामला — प्रशासनिक जांच की मांग तेज़

बलरामपुर 13 नवंबर तहसील तुलसीपुर के अंतर्गत आने वाली ग्राम सभा हरहटा में ग्राम प्रधान पद से जुड़ा एक बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है।

ग्राम प्रधान अल्लाउद्दीन शाह पुत्र जब्बर शाह, जो पहले से ही अपने दबंग रवैये और ग्राम सभा की जमीनों पर कब्जे के आरोपों के कारण चर्चाओं में रहे हैं, अब एक नए विवाद में फँस गए हैं।

जानकारी के अनुसार, अल्लाउद्दीन शाह को पूर्व में ग्राम सभा की भूमि पर कब्जा और शासन के निर्देशों की अवहेलना के चलते जिलाधिकारी द्वारा प्रधान पद से हटा दिया गया था। इसके बाद उदय लाल यादव पुत्र अयोध्या प्रसाद को कार्यवाहक प्रधान के रूप में नियुक्त किया गया था।

ग्रामीणों का आरोप है कि अल्लाउद्दीन शाह, जो उस समय मुंबई में रह रहे थे, ने फर्जी हस्ताक्षर (Fake Signature) कर कई सरकारी पत्रों और आवेदन पत्रों को प्राप्त किया। कहा जा रहा है कि प्रधान पद से हटाए जाने के बावजूद उन्होंने पंचायत से संबंधित कई फाइलों और पत्रों पर फर्जी तरीके से साइन कर Letters Received Register में प्रविष्टियाँ करवाईं।

ग्रामीणों ने बताया कि अब वही व्यक्ति सोशल मीडिया पर हथियारबंद तस्वीरें और वीडियो डालकर दबंगई का प्रदर्शन कर रहा है। इससे ग्रामवासियों में भय और असुरक्षा का माहौल बन गया है।

ग्रामीणों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने जिलाधिकारी बलरामपुर एवं पुलिस अधीक्षक बलरामपुर से मांग की है कि पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों के खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई की जाए।

इस संबंध में ग्रामीणों ने कहा कि यदि शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई, तो वे सामूहिक रूप से जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन करेंगे।

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एम.एल.के.पी.जी. कॉलेज में पाँच दिवसीय योग कार्यक्रम का भव्य समापन समारोह संपन्न

बलरामपुर। एम.एल.के. पी.जी.कॉलेज,बलरामपुर के शिक्षा संकाय (बी.एड.विभाग) द्वारा आयोजित पाँच दिवसीय योग प्रशिक्षण एवं जागरूकता कार्यक्रम का भव्य समापन समारोह कॉलेज के स्विमिंग पूल परिसर में उत्साह और उल्लास के वातावरण में संपन्न हुआ।

कार्यक्रम के समापन सत्र में मुख्य अतिथि के रूप में कॉलेज के प्राचार्य प्रो.जे.पी.पांडेय,नगर पालिका परिषद अध्यक्ष प्रतिनिधि एवं भाजपा जिला मीडिया प्रभारी डी.पी.सिंह बैस,योगाचार्य डॉ.वीरेन्द्र विक्रम सिंह,वरिष्ठ अधिवक्ता अनिल कुमार,प्रो.ए.के. सिंह,डाॅ.दिनेश कुमार मौर्य,डॉ.शिव महेंद्र सिंह,बनवारी प्रसाद तिवारी,राकेश पांडेय,डी.पी.शर्मा,राकेश प्रताप सिंह,साधना पांडेय,डॉ.अभय नाथ,डॉ.बी.पी. सिंह,डॉ.कमलेश शाक्य,डॉ.लवकुश पांडेय,डॉ.बी.एल.गुप्ता,डॉ.अभिषेक कुशवाहा एवं डॉ.रिंकू सहित अनेक गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे।

कार्यक्रम का संचालन बी.एड.विभाग के छात्र-छात्राओं ने किया तथा अतिथियों का स्वागत पुष्पगुच्छ भेंट कर किया गया।

समापन सत्र के दौरान योगाचार्य डॉ.वीरेन्द्र विक्रम सिंह ने स्विमिंग पूल में “पलवनी प्राणायाम” का विशेष प्रदर्शन किया। यह एक अद्वितीय जल योग पद्धति है,जिसमें श्वास नियंत्रण के माध्यम से शरीर को जल में संतुलित रखा जाता है। उन्होंने बताया कि यह प्राणायाम न केवल फेफड़ों की क्षमता बढ़ाने में सहायक है,बल्कि श्वसन प्रणाली को मजबूत करने और मानसिक एकाग्रता को विकसित करने में भी अत्यंत उपयोगी है। विद्यार्थियों ने भी विभिन्न योगासन प्रस्तुत कर दर्शकों का मन मोह लिया।

कार्यक्रम के संयोजक प्रो.राघवेन्द्र सिंह के कुशल निर्देशन में यह पाँच दिवसीय योग आयोजन सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। इस अवसर पर विभाग के शिक्षकगण प्रो.श्रीप्रकाश मिश्र,डॉ.रामरहीश,डॉ.मितलेश मिश्र,डॉ.के.के.मिश्र,एवं शुभम सिंह सहित अन्य शिक्षकों ने सक्रिय भूमिका निभाई।

समापन समारोह के दौरान पाँच दिवसीय योग प्रशिक्षण में सहभागिता करने वाले छात्र-छात्राओं एवं शिक्षकों को प्रमाण पत्र प्रदान किए गए।

अपने संबोधन में प्राचार्य प्रो.जे.पी.पांडेय ने कहा “योग केवल शारीरिक स्वास्थ्य का माध्यम नहीं,बल्कि मानसिक संतुलन और आत्मिक शांति का आधार है। विद्यार्थियों को इसे जीवन का नियमित हिस्सा बनाना चाहिए।”

अंत में संयोजक प्रो.राघवेन्द्र सिंह ने सभी अतिथियों,शिक्षकों एवं विद्यार्थियों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि “इस प्रकार के योग कार्यक्रम भविष्य में भी आयोजित किए जाएंगे ताकि विद्यार्थियों में स्वस्थ जीवनशैली और सकारात्मक दृष्टिकोण का प्रसार हो।”

इस अवसर पर कॉलेज परिसर में “योग से स्वास्थ्य – जीवन में स्फूर्ति” का संदेश गुंजायमान रहा और विद्यार्थियों ने संकल्प लिया कि वे योग को अपने दैनिक जीवन में अपनाकर समाज में स्वस्थता एवं अनुशासन का संदेश प्रसारित किया गया।