जालौन में महिला ने दो बेटियों संग खुद को लगाई आग, तीनों की मौत, पारिवारिक विवाद निकलकर आया सामने
लखनऊ । यूपी के जालौन में सोमवार सुबह एक दिल को झकझोर देने वाली घटना सामने आयी। यहां के  कोंच कोतवाली क्षेत्र के दाढ़ी गांव में एक परिवारिक कलह ने भयावह रूप ले लिया। गांव की 27 वर्षीय महिला आरती, अपने दो मासूम बच्चों के साथ घर में आग लगा बैठी। चीख-पुकार सुन पड़ोसियों और परिजनों की मदद से उन्हें सीएचसी ले जाया गया, लेकिन यहां आरती और उसकी बड़ी बेटी पीहू (7 वर्ष) को मृत घोषित कर दिया गया।

छोटी बेटी दृष्टि (5 वर्ष) को गंभीर हालत में झांसी रेफर किया गया, लेकिन रास्ते में उसकी भी मौत हो गई।जानकारी के अनुसार, आरती का पति देवेंद्र कुमार घर से बाहर रहता था और महिला अपने दो बच्चों के साथ घर में अकेली थी। सोमवार की सुबह किसी पारिवारिक विवाद के बाद आरती ने अपने गुस्से और मानसिक तनाव में आकर दोनों बेटियों को कमरे में बंद कर आग लगा दी।पड़ोसियों ने बताया कि महिला पिछले कई समय से मानसिक तनाव में रहती थी और उनके परिवार में अक्सर विवाद होते रहते थे।

इस घटना के बाद गांव में शोक और सनसनी फैल गई है। गांव में आज महिला के देवर का मंडप भी था, जिसकी तैयारियां बीच में ही रोक दी गई।कोंच कोतवाली की पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मामले की जांच शुरू कर दी है और शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।इस भयावह घटना के बाद पूरे दाढ़ी गांव में मातम का माहौल है। पड़ोसी और रिश्तेदार इस परिवारिक त्रासदी से सदमे में हैं। तीन मासूमों और उनकी मां की एक साथ मौत ने पूरे क्षेत्र में लोगों को हिला कर रख दिया है। वहीं एक सात तीन मौत से परिवार में कोहराम मचा हुआ है।
इटौंजा ओवरब्रिज के पास भीषण आग, 7 गुमटियां राख; फायर ब्रिगेड ने देर रात काबू पाया
लखनऊ । राजधानी में सोमवार देर रात इटौंजा थाना क्षेत्र में ओवरब्रिज के निकट लगी भीषण आग ने मिनटों में कई गुमटियों को अपनी चपेट में ले लिया। आग की तेज लपटें देखते ही स्थानीय लोगों ने तत्काल पुलिस और दमकल विभाग को सूचना दी। रात साढ़़े बारह बजे फायर स्टेशन बीकेटी कंट्रोल रूम को घटना की जानकारी मिली, जिसके बाद मुख्य अग्निशमन अधिकारी के निर्देश पर दो फायर टैंकर गाड़ी संख्या 5298 और 3705 तुरंत मौके के लिए रवाना किए गए।

दमकल टीम पहुंची तो आग पूरी तरह से फैल चुकी थी

घटनास्थल पर पहुंची दमकल टीम ने पाया कि 5–6 गुमटियां पूरी तरह आग में घिरी थीं और लपटें लगातार आगे की ओर फैल रही थीं। स्थिति की गंभीरता देखते हुए होज पाइप बिछाकर तुरंत आग बुझाने का प्रयास शुरू किया गया। साथ ही, अतिरिक्त सहायता के लिए फायर स्टेशन चौक से वाटर बाउज़र को भी मौके पर बुलाया गया, जो कुछ ही देर में पहुंच गया।दमकलकर्मियों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर पूरी तरह काबू पा लिया। राहत की बात यह रही कि घटना में किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई, लेकिन कई गुमटियां पूरी तरह जलकर खाक हो गईं।

आग में राख हुईं ये दुकानें  व गुमटियां

नसरुद्दीन पुत्र मोहम्मद इबराल – प्लास्टिक स्क्रैप गोदाम
शिवा पुत्र रामखेलावन – मोटरसाइकिल गैराज
उमेश गुप्ता पुत्र रामचंद्र गुप्ता – चार पहिया गैराज
विवेक पुत्र रामखेलावन – इलेक्ट्रिशियन की गुमटी
मोहम्मद आरिफ पुत्र स्व. मोहम्मद असलम – अंडे की गुमटी
मुनीर – सेल्फ/डायनेमो चार पहिया गुमटी
राजू – साइकिल व पिंजरा गुमटी


टुंडे कबाबी के पास जनरेटर में लगी आग
फायर स्टेशन कंट्रोल रूम को सूचना मिली कि टुंडे कबाबी, पिकनिक स्पॉट रोड, रहीम नगर, महानगर के सामने आग लग गई है। सूचना मिलते ही एफएसओ रामकुमार रावत अपनी टीम और फायर टेंडर के साथ मौके पर पहुंचे।घटनास्थल पर पहुंचकर देखा गया कि दुकान के सामने रखे जनरेटर में अचानक आग भड़क उठी थी और आग की लपटें पास लगे प्रचार फ्लेक्स तक फैल गई थीं, जो तेज़ी से जल रही थीं। आग दुकान के अंदर की ओर बढ़ने लगी थी, जिससे गंभीर नुकसान की आशंका बन गई थी। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए फायर स्टेशन इंदिरानगर और फायर स्टेशन हजरतगंज की अतिरिक्त यूनिटों को भी मौके पर भेजा गया। सभी टीमों की संयुक्त कार्रवाई से आग पर पूरी तरह काबू पा लिया गया। सौभाग्य से आग दुकान के अंदर नहीं पहुंची और बड़ा नुकसान होने से बच गया।

काकोरी थाना क्षेत्र में ट्रक टक्कर, चालक घायल

राजधानी के थाना काकोरी क्षेत्र में शुक्रवार रात एक सड़क हादसे में एक ट्रक चालक गंभीर रूप से घायल हो गया। बीती रात लगभग रात 9:30 बजे की है।प्राप्त जानकारी के अनुसार, UP32 VN 9178 नंबर का ट्रक, जो सीतापुर से कानपुर की ओर रिंग रोड पर जा रहा था, अचानक आगे चल रहे किसी अज्ञात ट्रक से टकरा गया। हादसे में ट्रक चालक दीपू (लगभग 40 वर्ष, पुत्र मुलाई, ग्राम उमापुर, थाना अटरिया, सीतापुर) घायल हो गया।घायल चालक को तत्काल एंबुलेंस की मदद से लोकबंधु अस्पताल ले जाया गया, जहां उनके परिजन भी मौके पर पहुंचे। पुलिस ने बताया कि ट्रक की टक्कर के कारण चालक को चोटें आई हैं और उनका इलाज जारी है। घटना की जांच और अन्य आवश्यक कार्रवाई जारी है।

मलिहाबाद में परिवारिक विवाद के बीच महिला की मौत, पुलिस जांच में जुटी

राजधानी के मलिहाबाद थाना क्षेत्र में शुक्रवार रात एक परिवारिक विवाद के दौरान महिला की मौत हो गई। घटना की जानकारी 15 नवंबर 2025, लगभग 9:15 बजे डायल 112 के माध्यम से पुलिस को मिली, जब महिला की बेटी मुस्कान ने सूचना दी कि उनके पिता राजाराम ने अपनी पत्नीमाधुरी (41 वर्ष, पत्नी राजाराम गौतम, ग्राम मऊ रामगढा, थाना मलिहाबाद) को मार दिया है।पुलिस मौके पर तुरंत पहुंची और प्रारंभिक जांच में यह जानकारी मिली कि मृतका कुछ दिनों से स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से जूझ रही थीं। उन्हें शुगर और ब्लड प्रेशर की समस्या थी और उनके पति द्वारा इलाज कराया जा रहा था।

अस्पताल ले जाते समय रास्ते में हो गई मौत

घटना के दिन इलाज के लिए उन्हें अस्पताल ले जाया गया, लेकिन रास्ते में उनकी मृत्यु हो गई।शादी को लगभग 20 वर्ष हो चुके थे और उनके चार बच्चे हैं, जिनमें बड़ी बेटी की उम्र लगभग 17 वर्ष है।पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर परिजनों की उपस्थिति में पंचायतनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी हाउस भेज दिया। परिजनों द्वारा दिया गया प्रार्थना पत्र भी जांच के दायरे में रखा गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट और अन्य जांच के आधार पर आवश्यक विधिक कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

बीबीडी यूनिवर्सिटी में वीआईपी कार्यक्रम के चलते यातायात प्रभावित

राजधनी में आज बीबीडी यूनिवर्सिटी में आयोजित होने वाले वीआईपी कार्यक्रम के कारण जिले के कुछ प्रमुख मार्गों पर यातायात प्रभावित रहेगा।पुलिस के अनुसार, 1090 चौराहा के आसपास इंदिरा नहर पुल अयोध्या रोड से आने वाली रोडवेज और सिटी बसें तथा सामान्य वाहन बीबीडी, चिनहट और कामता की तरफ नहीं जा पाएंगे। इन वाहनों को किसान पथ के माध्यम से डायवर्ज किया जाएगा।साथ ही, कामता तिराहे से चिनहट/मटियारी/बीबीडी होकर बाराबंकी जाने वाली बसें और अन्य सामान्य वाहन शहीद पथ के रास्ते अपने गंतव्य तक पहुँचेंगे।पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि यदि आवश्यक न हो तो इन मार्गों का प्रयोग न करें और वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करें।
राष्ट्रीय प्रेस दिवस पर  जे पी ए ने आयोजित की बैठक

जे पी ए के संरक्षक सदस्य बने प्रभाकर प्रहाराज

पदाधिकारी एवं सदस्य रहे उपस्थित सबका हुआ स्वागत

लखनऊ। राष्ट्रीय पत्रकारिता दिवस के अवसर पर रविवार को राजधानी के चिनहट क्षेत्र अंतर्गत एक निजी प्रतिष्ठान में जर्नलिस्ट प्रोटेक्शन एसोसियेशन (रजिo) संगठन उत्तर प्रदेश द्वारा एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। साथ में संगठन की बैठक भी हुई। संगठन द्वारा पत्रकारों की स्थिति एवं उनके साथ होने वाली घटनाओं तथा सामाजिक व्यवहार के विषय में वृहद स्तर पर चर्चा की गई। इस अवसर पर जर्नलिस्ट प्रोटेक्शन एसोसियेशन के नवनियुक्त संरक्षक सदस्य प्रभाकर प्रहराज का अंग वस्त्र देकर तथा पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया गया। रविवार को राष्ट्रीय प्रेस दिवस के अवसर पर प्रभाकर प्रहराज को संगठन के सभी संरक्षक सदस्य पदाधिकारी तथा सदस्यों ने गुलाब का फूल देकर स्वागत किया। संगठन के अध्यक्ष विवेक प्रताप सिंह ने कहा कि पत्रकारों पर अत्याचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और पत्रकारों की हर स्तर पर रक्षा सुरक्षा एवं सहायता सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने राष्ट्रीय प्रेस दिवस के अवसर पर सभी पत्रकारों को शुभकामनाएं देते हुए पत्रकार को सत्य का आईना बताया। इस मौके पर जर्नलिस्ट प्रोटेक्शन एसोसियेशन संगठन के संरक्षक जोगिंदर सिंह खालसा, शिव शंकर मिश्रा, अशोक यादव, अमित राज यादव, विवेक विश्व पांडे, तथा पदाधिकारी उपाध्यक्ष रवि जयसवाल कोषाध्यक्ष एवं विधि सलाहकार नरसिंह नारायण पांडे, मोहम्मद इकबाल, मंसूर अहमद, सौरभ निगम, दीपक सिंह,राम यादव, विजय शंकर दुबे, धनीश श्रीवास्तव, प्रवीण सिंह, रंजीत सिंह, प्रियंका, रोशनी, पूर्णिमा, सनी शाह, विनोद सिंह, सनी, मुजम्मिल, समेत भारी संख्या में जर्नलिस्ट प्रोटक्शन एसोसिएशन के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
“यूके नागरिक मदरसा शिक्षक के वेतन में नियमविरुद्ध बढ़ोतरी, यूपी अधिकारियों पर शिकंजा!”
लखनऊ । उत्तर प्रदेश में अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के अधिकारियों की बड़ी अनियमितता का मामला सामने आया है। ब्रिटेन में रहने वाले आजमगढ़ के मदरसा शिक्षक शमशुल हुदा खां के वेतन, पेंशन और अन्य भुगतानों में नियमों के उल्लंघन के आरोपों के चलते तीन जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी (डीएमओ) जांच के घेरे में हैं।ये अधिकारी अलग-अलग समय पर आजमगढ़ में तैनात रहे और वर्तमान में क्रमशः बरेली, अमेठी और गाजियाबाद में डीएमओ के पद पर कार्यरत हैं। शासन को इस संबंध में रिपोर्ट भेज दी गई है। मामले की जांच यूपी एटीएस कर रही है, जिसने कई महत्वपूर्ण तथ्य उजागर किए हैं।

शमशुल 1984 में मदरसा में आलिया पद पर नियुक्त थे

सूत्रों के अनुसार जांच में पाया गया कि शमशुल हुदा खां 12 जुलाई 1984 को मदरसा दारूल उलूम अहले, सुन्नत मदरसा अशरफिया मुबारकपुर (आजमगढ़) में सहायक अध्यापक (आलिया) के पद पर नियुक्त हुए थे। इसके बाद 2007 से वह ब्रिटेन में रहने लगे और 19 दिसंबर 2013 को ब्रिटिश नागरिकता हासिल कर ली।जांच में यह भी सामने आया कि 2007 से 2017 तक अल्पसंख्यक कल्याण विभाग ने उनकी सेवा पुस्तिका की जांच किए बिना प्रति वर्ष वेतन वृद्धि जारी रखी, और 1 अगस्त 2017 को उन्हें स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति प्रदान कर पेंशन भी स्वीकृत कर दी। एटीएस ने बताया कि शमशुल हुदा खां ब्रिटिश नागरिकता लेने के बाद विभिन्न देशों में यात्रा करते हुए इस्लाम धर्म का प्रचार कर रहे हैं।

जीपीएफ भुगतान पर हरस्ताक्षर करने वाले अधिकारी भी जांच के दायरे में

यूपी एटीएस ने मामले में पाया कि शमशुल के वेतन, चिकित्सा अवकाश और अन्य भुगतानों के लिए मदरसे के प्रबंधक और प्रधानाचार्य के साथ-साथ आजमगढ़ के तत्कालीन डीएमओ लालमन, प्रभात कुमार और साहित्य निकत सिंह जिम्मेदार हैं। इस पर कड़ी कार्रवाई की संभावना जताई जा रही है।साथ ही, शमशुल की स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति फाइल और जीपीएफ भुगतान पर हस्ताक्षर करने वाले अन्य अधिकारियों को भी जांच के दायरे में लिया गया है। फिलहाल, इन अधिकारियों के खिलाफ अधिकारिक कार्रवाई के परिणाम स्पष्ट नहीं हुए हैं, इसलिए उनके नाम सार्वजनिक नहीं किए गए हैं।इस मामले ने यूपी के अल्पसंख्यक कल्याण विभाग में लंबे समय से चल रही नियमावली उल्लंघन और जवाबदेही के सवाल को फिर से उजागर कर दिया है।
दिल्ली ब्लास्ट में फंसी डॉ. शाहीन : जैश-ए-मोहम्मद से 10 साल का खतरनाक कनेक्शन और अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क की रहस्यमयी गतिविधियां भी उजागर
लखनऊ । दिल्ली ब्लास्ट के एक सनसनीखेज मामले में लखनऊ की डॉ. शाहीन ने सुरक्षा एजेंसियों की नींद उड़ा दी है। सिर्फ एक गायब डॉक्टर का मामला नहीं, बल्कि 10 साल से पाक समर्थित जैश-ए-मोहम्मद के नेटवर्क में सक्रिय शाहीन अब अंतरराष्ट्रीय संपर्क और संदिग्ध वित्तीय लेनदेन के गहरे रहस्यों के केंद्र में हैं।

सात बैंक खाते, लेनदेन पर एजेंसियों की नजर

सुरक्षा एजेंसियों को डॉ. शाहीन के सात बैंक खातों का पता चला है कानपुर में तीन, लखनऊ में दो और दिल्ली में दो। इन खातों में हुए लेनदेन की जानकारी जुटाई जा रही है। एजेंसियां मानती हैं कि खातों में लेनदेन करने वालों का पता चलने पर बड़ा खुलासा हो सकता है।

जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज से गायब होने की कहानी

डॉ. शाहीन ने जनवरी से अक्टूबर 2025 तक कितनी बार मेडिकल कॉलेज का दौरा किया, किससे मुलाकात की, कहां रुकी सभी बिंदुओं पर जांच की जा रही है। वह सामान्य महिला फैकल्टी की तरह काम करती थी, छुट्टियां कम लेती और बच्चा लेकर अस्पताल आती। दिसंबर 2013 में उसने अचानक एचओडी का कार्यभार सहयोगी को सौंप दिया और लौटकर नहीं आई। लगातार नोटिस और पत्राचार के बाद भी जवाब नहीं मिला। 2016 में उसके पंजीकृत पते पर कर्मचारी भेजे गए, लेकिन पता गलत निकला। अंततः 2021 में उसे बर्खास्त कर दिया गया।

डा. शाहीने के साथी डॉक्टर भी लापता

डॉ. शाहीन अकेली नहीं थी। मेडिकल कॉलेज से कुल सात डॉक्टर लापता हो गए थे, जिनमें फिजियोलॉजी, एनाटॉमी, मेडिसिन और सर्जरी विभाग के डॉक्टर शामिल हैं। सभी को नोटिस देने के बाद बर्खास्त किया गया था। एजेंसियां अब उनकी वर्तमान लोकेशन, कॉलेज में व्यवहार और बर्खास्तगी से जुड़े रिकॉर्ड खंगाल रही हैं।

भाई डॉ. परवेज कानपुर शहर में नेटवर्क फैलाने की कोशिश में थे

एजेंसियों के अनुसार, शाहीन लंबे समय तक कानपुर और आसपास रही। वह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर संगठन के संपर्क में रही और कई देशों में इस्लाम धर्म का प्रचार कर रही है। उसके भाई डॉ. परवेज कानपुर में सक्रिय रहे और शहर में नेटवर्क फैलाने की कोशिश में थे। जांच एजेंसियां अब यह पता लगाने में जुटी हैं कि डॉ. परवेज कब-कब शहर आया और किन लोगों से संपर्क में रहा।

स्वास्थ्य शिविर चलाने वाले एनजीओ का भी सत्यापन शुरू

शाहीन के नेटवर्क का पता लगाने के लिए संवेदनशील क्षेत्रों में स्वास्थ्य शिविर चलाने वाले एनजीओ का भी सत्यापन शुरू किया गया है। इन एनजीओ को मिलने वाली फंडिंग, खातों के लेनदेन और अन्य गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है। इसके अलावा शहर में आने वाले 31 कश्मीरी व्यापारी जो संवेदनशील इलाकों में कमरे किराये पर लेकर रहते हैं, उनका भी सत्यापन किया जा रहा है।

यह पूरा मामला केवल दिल्ली बम धमाके तक सीमित नहीं

एजेंसियों का मानना है कि डॉ. शाहीन का मामला केवल दिल्ली बम धमाके तक सीमित नहीं है। उसके संपर्क और वित्तीय लेनदेन के पीछे व्यापक नेटवर्क सामने आ सकता है। कानपुर और लखनऊ के बैंक खातों से जुड़े हर छोटे-से-छोटे ट्रांज़ैक्शन पर नजर रखी जा रही है, ताकि संगठन से जुड़े लोगों की पहचान की जा सके। इस सनसनीखेज मामले ने अब तक के मेडिकल कॉलेज इतिहास और सुरक्षा एजेंसियों की जांच में एक नई दिशा दे दी है।

डॉ. शाहीन के 10 साल से जैश-ए-मोहम्मद से जुड़ी होने का खुलासा

बता दें कि 10 नवंबर को लाल किला के पास हुए ब्लास्ट मामले में नाम आने वाली लखनऊ की डॉ. शाहीन शाहिद पर अब तक की जांच में सनसनीखेज खुलासे हो रहे हैं। नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) सूत्रों का कहना है कि डॉ. शाहीन लगभग 10 साल से पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद से जुड़ी हुई थी। सूत्रों के अनुसार, शाहीन ने 2015 में जैश-ए-मोहम्मद से संपर्क किया और पहले एक साल तक संगठन को संवेदनशील सूचनाएं भेजने का काम किया। 2016 में वह संगठन की सक्रिय सदस्य बन गई। इसके बाद से वह लगातार संगठन के नेटवर्क में रही और एजेंसियों के लिए चुनौती बनी।

पिछले 10 वर्षों में डॉ. शाहीन कहां-कहां रही, इस पता लगाने में जुटीं एजेंसियां

सुरक्षा एजेंसियां अब यह पता लगाने में जुटी हैं कि पिछले 10 वर्षों में डॉ. शाहीन कहां-कहां रही, किन लोगों से संपर्क में आई और उसके नेटवर्क में कौन-कौन शामिल रहा। एजेंसियां उसके बैंक लेनदेन, संपर्क और वित्तीय सहयोगियों की भी गहन जांच कर रही हैं।डॉ. शाहीन का नाम दिल्ली में हुए ब्लास्ट मामले में आने के बाद उसकी गतिविधियों की गहन पड़ताल शुरू की गई है। एजेंसियों का मानना है कि संगठन के लिए उसकी भूमिका केवल जानकारी पहुंचाने तक सीमित नहीं थी, बल्कि उसने सक्रिय रूप से संगठन के लिए सहयोग और नेटवर्क फैलाने में मदद की।NIA और अन्य सुरक्षा एजेंसियां डॉ. शाहीन के पूरे नेटवर्क को पकड़ने और उसके सहयोगियों की पहचान करने के लिए संवेदनशील खुफिया जांच कर रही हैं।
पेट्रोल पंपों पर नकली और मिलावटी तेज सप्लाई करने वाले गैंग का भंडाफोड़
लखनऊ । उत्तर प्रदेश एसटीएफ ने 14 नवंबर 2025 को एक बड़ी कार्रवाई करते हुए पेट्रोल पंपों पर नकली और मिलावटी पेट्रोल-डीजल सप्लाई करने वाले एक अंतरराज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ किया। कार्रवाई में टीम ने 5 लोगों को गिरफ्तार किया और 8 हजार लीटर मिलावटी पेट्रोल से भरा टैंकर बरामद किया। गिरफ्तार आरोपी का नाम पवन गिरी, निवासी बुलंदशहर, सद्दाम, निवासी बुलंदशहर, चन्द्रविजय, निवासी फिरोजाबाद, सर्वेश कुमार, निवासी बदायूं, कन्हैया लाल, निवासी अलीगढ़ है। इनके कब्जे से 8,000 लीटर मिलावटी पेट्रोल से भरा टैंकर (UP15CT-3530), मोटा प्लास्टिक पाइप, डीप रॉड, 56,100 नकद बरामद किया है।

कई जिलों में की जा रही थी नकली पेट्रोल-डीजल की सप्लाई

पेट्रोलियम ट्रेडर्स एसोसिएशन ने सरकार से शिकायत की थी कि कई जिलों में पेट्रोल पंपों पर नकली पेट्रोल-डीजल की सप्लाई की जा रही है। शिकायत मिलने के बाद एसटीएफ नोएडा की टीम ने जांच शुरू की।जांच के दौरान एसटीएफ को पता चला कि एक टैंकर मिलावटी पेट्रोल लेकर फिरोजाबाद के चन्द्रा फिलिंग स्टेशन पर आने वाला है। टीम ने खाद्य विभाग और थाना एका पुलिस के साथ मिलकर छापा मारा और मौके से दो लोगों को पकड़ लिया।

फिलिंग स्टेशन भी अवैध निकला

पूछताछ में पता चला कि यह मिलावटी तेल अलीगढ़ की पराग पेंट्स एंड केमिकल फैक्ट्री से लाया गया था। इसके बाद एसटीएफ ने फैक्ट्री पर छापा मारा और वहां से दो और लोगों को हिरासत में लिया। बाद में सभी पांचों को एक साथ गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ में पवन गिरी ने बताया कि वह पहले पेट्रोल पंप पर सेल्समैन था। बाद में उसने अवैध तरीके से मिलावटी पेट्रोल-डीजल का कारोबार शुरू कर दिया। वह कन्हैया लाल की फैक्ट्री से सस्ता मिलावटी पेट्रोल लेकर अलग-अलग पेट्रोल पंपों को बेचता था।जांच में यह भी पता चला कि चन्द्रा फिलिंग स्टेशन बिना लाइसेंस चल रहा था और पिछले चार महीनों से यहां मिलावटी पेट्रोल अवैध रूप से बेचा जा रहा था।
IAS आमोद कुमार का VRS मंजूर, 2031 में होना था रिटायरमेंट
लखनऊ ।1995 बैच के IAS अधिकारी आमोद कुमार का स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (VRS) सरकार ने मंजूर कर लिया है। केन्द्रीय प्रतिनियुक्ति से लौटने के बाद उन्होंने कार्मिक एवं नियुक्ति विभाग में अपनी ज्वाइनिंग भी दे दी थी। उनका नियमित सेवानिवृत्ति वर्ष 2031 में निर्धारित था, लेकिन व्यक्तिगत कारणों के चलते उन्होंने समय से पहले ही सेवा से VRS लेने का निर्णय लिया। सरकार ने उनके आवेदन पर स्वीकृति प्रदान कर दी है।
मिशन निदेशक  पुलकित खरे की अध्यक्षता में #IndiaSkillsCompetition 2025 की तैयारियों पर वर्चुअल बैठक संपन्न
* जनपद स्तरीय प्रतियोगिता 15 से 25 के मध्य और मंडल स्तरीय प्रतियोगिता 1 से 10 दिसंबर के बीच होगी आयोजित

लखनऊ। लखनऊ स्थित कौशल विकास मिशन मुख्यालय में  मिशन निदेशक  पुलकित खरे की अध्यक्षता में #IndiaSkillsCompetition2025 की तैयारियों के संबंध में सभी जनपदों के कौशल विकास मिशन संयुक्त निदेशकों एवं जिला समन्वयकों के साथ एक महत्वपूर्ण वर्चुअल बैठक आयोजित की गई।

मिशन निदेशक  ने अवगत कराया कि प्रतियोगिता का प्रथम चरण जनपद स्तरीय होगा, जिसके लिए प्रदेशभर से युवाओं द्वारा अभूतपूर्व पंजीकरण प्राप्त हुआ है। उन्होंने बताया कि यह प्रतियोगिता चयनित 20 कौशलों में आयोजित की जाएगी, जिसके लिए 18 मंडलों से 5–6 प्रमुख विधाएँ चिन्हित की गई हैं। जनपद स्तरीय प्रतियोगिता 15 से 25 तारीख के मध्य नोडल ITI में आयोजित होगी। इसके सफल संचालन हेतु प्रत्येक जनपद में संयुक्त निदेशक एवं नोडल प्रिंसिपल की द्विसदस्यीय समिति गठित की गई है।

बैठक में यह निर्देश दिया गया कि प्रतियोगिता में न्यूनतम 90% प्रतिभागियों की उपस्थिति अनिवार्य रहेगी तथा सभी पंजीकृत अभ्यर्थियों को समय पर सूचित करने के निर्देश प्रदान किए गए, ताकि अधिकतम सहभागिता सुनिश्चित हो सके।

जनपद स्तरीय प्रतियोगिता के उपरांत प्रत्येक जनपद से 10 चयनित प्रतिभागियों के नाम उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन मुख्यालय को प्रेषित किए जाएंगे। ये चयनित प्रतिभागी 1 दिसंबर से 10 दिसंबर के मध्य आयोजित होने वाली मंडल स्तरीय प्रतियोगिता में प्रतिभाग करेंगे। मंडल स्तर पर मूल्यांकन हेतु संयुक्त निदेशक एवं इंडस्ट्री विशेषज्ञों की 2–3 सदस्यीय समिति बनाई जाएगी, जिनकी सूची अनुमोदन हेतु मिशन मुख्यालय को भेजी जाएगी। अनुमोदन उपरांत संबंधित विधाओं के लिए सील्ड पैक प्रश्नपत्र मिशन द्वारा उपलब्ध कराए जाएंगे। इसके बाद राज्य स्तरीय प्रतियोगिता हेतु प्रत्येक विधा से न्यूनतम पाँच चयनित अभ्यर्थियों की अवरोही क्रम में सूची मिशन मुख्यालय भेजना अनिवार्य होगा।

बैठक के अंत में, मिशन निदेशक  ने सभी अधिकारियों को निर्देशित किया कि सम्पूर्ण प्रतियोगिता प्रक्रिया पूर्णतः निष्पक्ष, पारदर्शी एवं अवसर-समानता के सिद्धांतों पर आधारित हो तथा प्रत्येक पंजीकृत उम्मीदवार को प्रतिभाग का पर्याप्त अवसर प्रदान किया जाए।
बैठक में मिशन के संयुक्त निदेशक मयंक गंगवार एवं मिशन के अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
महिला पंचायतों के विकास मॉडल को मिली गति: राज्य स्तरीय कार्यशाला में PAI 2.0 का त्रैमासिक मूल्यांकन


लखनऊ।  ग्राम पंचायतों में महिलाओं की नेतृत्व क्षमता को सशक्त बनाने और विकास योजनाओं को डेटा आधारित बनाने के उद्देश्य से पंचायती राज निदेशालय, अलीगंज लखनऊ में एक दिवसीय राज्य स्तरीय कार्यशाला का सफल आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ निदेशक पंचायती राज श्री अमित कुमार सिंह ने दीप प्रज्वलित कर किया। इस अवसर पर उपनिदेशक (पं.) श्री मनीष कुमार, यूनिसेफ की प्रतिनिधि श्रीमती पियूष एंटोनी तथा चयनित महिला ग्राम प्रधान उपस्थित रहीं।

कार्यशाला में पंचायत एडवांसमेंट इंडेक्स (PAI) 2.0 के अंतर्गत महिला हितैषी थीम पर आधारित 35 प्रमुख इंडिकेटर और 64 यूनिक डेटा पॉइंट के आधार पर ग्राम पंचायतों की प्रगति का विस्तृत त्रैमासिक मूल्यांकन प्रस्तुत किया गया। राज्य की 75 चयनित महिला हितैषी ग्राम पंचायतों का ऑनलाइन बेसलाइन डेटा पोर्टल पर फ्रीज कर दिया गया है, जिसके आधार पर प्रगति की समीक्षा की गई।

सभी 75 जनपदों से आए महिला हितैषी ग्राम पंचायतों के प्रधान एवं सचिवों ने सक्रिय भागीदारी दर्ज की। यह सभी पंचायतें भारत सरकार के पोर्टल पर अधतन हैं तथा द्वितीय त्रैमासिक डेटा 20 नवंबर 2025 तक अपडेट किया जाएगा।

निदेशक श्री अमित कुमार सिंह ने कहा कि आर्थिक रूप से सुदृढ़ ग्राम पंचायतें ही महिलाओं की भागीदारी को वास्तविक रूप से बढ़ा सकती हैं। उन्होंने महिला सभाओं को पंचायतों में अनिवार्य रूप से आयोजित करने पर जोर देते हुए कहा कि इससे जागरूकता बढ़ेगी और महिलाओं की विचारधारा पंचायत योजनाओं में प्रभावी रूप से शामिल हो सकेगी।

उन्होंने बताया कि यह कार्यशाला बेहतर बेंचमार्क तय करने, गुणवत्ता सुधार और पंचायत स्तर पर जवाबदेही सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है। निदेशक ने सभी प्रधानों और सचिवों की सक्रिय भागीदारी की सराहना भी की।
योगी सरकार ने स्वामी शुकदेवानन्द विश्वविद्यालय की स्थापना को दी मंज़ूरी

* मुमुक्ष आश्रम ट्रस्ट की इकाइयों का उच्चीकरण, शाहजहांपुर को मिला नया राज्य विश्वविद्यालय

लखनऊ । लखनऊ स्थित लोकभवन में शुक्रवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में आयोजित मंत्रिपरिषद की बैठक में उच्च शिक्षा से जुड़ा महत्वपूर्ण प्रस्ताव पारित किया गया। प्रस्ताव के अनुसार मुमुक्ष आश्रम ट्रस्ट के अंतर्गत संचालित शैक्षणिक इकाइयों को उच्चीकृत करते हुए स्वामी शुकदेवानन्द विश्वविद्यालय, शाहजहांपुर के रूप में एक नए राज्य विश्वविद्यालय की स्थापना की जाएगी।

उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने बताया कि योगी सरकार प्रदेश में उच्च शिक्षा को गुणवत्तापूर्ण, सुलभ और सशक्त बनाने के उद्देश्य से लगातार महत्वपूर्ण कदम उठा रही है, जिनमें यह निर्णय एक ऐतिहासिक कदम है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश राज्य विश्वविद्यालय अधिनियम, 1973, जो कि उत्तर प्रदेश अधिनियम संख्या-29 सन् 1974 द्वारा पुनः अधिनियमित तथा संशोधित है, उसी के अंतर्गत संशोधन करते हुए नए विश्वविद्यालय की स्थापना का मार्ग प्रशस्त किया गया है। उन्होंने बताया कि मुमुक्ष आश्रम ट्रस्ट के मुख्य अधिष्ठाता स्वामी चिन्मयानन्द सरस्वती द्वारा ट्रस्ट की समस्त चल-अचल परिसम्पत्तियों को निःशुल्क राज्य सरकार को हस्तांतरित किया गया है, जिससे विश्वविद्यालय की स्थापना का आधार मजबूत हुआ है।

उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि योगी सरकार का लक्ष्य प्रदेश को शिक्षा, अनुसंधान और नवाचार का अग्रणी केंद्र बनाना है, और यह विश्वविद्यालय उसी दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। स्वामी शुकदेवानन्द विश्वविद्यालय की स्थापना से शाहजहांपुर एवं आसपास के क्षेत्रों में उच्च शिक्षा के नए अवसर खुलेंगे तथा शिक्षा की गुणवत्ता में व्यापक सुधार होगा। प्रदेश के युवाओं को अत्याधुनिक शैक्षिक सुविधाओं, अनुसंधान संसाधनों एवं नवाचार आधारित शिक्षण वातावरण का लाभ मिलेगा।

इस कार्य हेतु उत्तर प्रदेश राज्य विश्वविद्यालय अधिनियम, 1973 की धारा-4, धारा-50 एवं धारा-52 तथा संबंधित अनुसूची में संशोधन प्रस्तावित है, जिसके लिए उत्तर प्रदेश राज्य विश्वविद्यालय (द्वितीय संशोधन) अध्यादेश, 2025 के प्रख्यापन का निर्णय लिया गया है।