IITF 2025: झारखंड पवेलियन में वन विभाग का स्टॉल बना आकर्षण का केंद्र; प्राकृतिक शहद, लाह और रेशम के साथ दिख रही 31.8% वन क्षेत्र की समृद्धि

नई दिल्ली: दिल्ली के प्रगति मैदान में चल रहे भारतीय अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला (IITF) के झारखंड पवेलियन में वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग का स्टॉल आगंतुकों के लिए ज्ञान और उत्पादों का प्रमुख केंद्र बना हुआ है। लोग यहाँ झारखंड के शुद्ध प्राकृतिक शहद, लाह और रेशम से निर्मित उत्पादों को काफी पसंद कर रहे हैं।

वन क्षेत्र पदा अधिकारी श्री राजेंद्र प्रसाद के अनुसार, झारखंड की भूमि पर 31.8% वन पाए जाते हैं, जिनमें शाल वृक्षों की अधिकता है।

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वन उत्पाद और वन्यजीव संरक्षण

विभाग के स्टॉल पर वनों के उत्पादों के प्रसंस्करण और बिक्री की जानकारी दी जा रही है। इस वर्ष, पवेलियन में विशेष रूप से राजमहल के उत्पादों की बिक्री की जा रही है।

विशेष उत्पाद: झारखंड की प्राकृतिक शहद के अलावा, लीची, करंज, वन तुलसी और वाइल्ड हनी जैसी विशेष शहद यहाँ उपलब्ध हैं। इसके अलावा, वनों से ऑर्गैनिक काजू, लाह और बहुमूल्य जड़ी-बूटियाँ (शतावर, कालमेघ, ब्राह्मी आदि) भी प्राप्त होती हैं, जो देश के अन्य कोनों की मांग को पूरा करती हैं।

वन संरक्षण पहल: विभाग मुख्यमंत्री जन वन योजना जैसी परियोजनाओं पर काम कर रहा है और वनों की सुरक्षा के लिए ग्रामीणों को साथ लेकर समितियाँ बनाता है, जिससे पर्यावरण संतुलन बना रहता है।

झारखंड में वन्यजीव संरक्षण

विभाग वन्यजीवों के संरक्षण के लिए भी किए जा रहे कार्यों की जानकारी साझा कर रहा है। झारखंड में वन्यजीवों का संरक्षण इन-सीटू (In-situ) और एक्स-सीटू (Ex-situ) दोनों तरह से किया जाता है।

इन-सीटू संरक्षण के प्रमुख उदाहरणों में पलामू व्याघ्र आरक्ष्य (बेतला), सिंहभूम दलमा गज आरक्ष्य और 11 वन्य प्राणी आश्रयणी शामिल हैं। जबकि एक्स-सीटू संरक्षण (चिड़ियाघर) मूटा मगर प्रजनन केंद्र रांची, बिरसा मृग विहार कालामाटी और भगवान बिरसा जैविक उद्यान ओरमांझी में किया जाता है।

कांग्रेस का यह तथाकथित ‘टैलेंट हंट’ कार्यक्रम असल में ‘डैमेज कंट्रोल हंट’ है” - प्रतुल शाह देव

भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष केशव महतो कमलेश और राष्ट्रीय प्रवक्ता अतुल लोंढे पाटिल के प्रेस वार्ता पर पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस बिहार में सिंगल डिजिट सीटों के आंकड़े पर सिमट गई है। अब इस मुद्दे पर डैमेज कंट्रोल करने के लिए नया पोस्टर और नया प्रवक्ता पैनल का नाटक कर रही है।कांग्रेस झारखंड में अपनी संगठनात्मक क्षमता को छुपाने के लिए नए-नए पोस्टर और कार्यक्रम लॉन्च कर रही है, लेकिन जनता सब जानती है कि जिस पार्टी में शीर्ष नेताओं की ही विश्वसनीयता शून्य है, वहां प्रवक्ता बदलने से कुछ नहीं बदलेगा।

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प्रतुल ने कहा इस सीरियस प्रेस कॉन्फ्रेंस को कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने उस समय लाफ्टर शो बना दिया जब उन्होंने कहा कि यथार्थ में और सोशल मीडिया में राहुल गांधी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी से बहुत ज्यादा लोकप्रिय है। प्रतुल ने कहा पूरी दुनिया जानती है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विश्व के सबसे लोकप्रिय नेता है। देश की बात छोड़िए विदेश में भी उनकी कोई टक्कर का दूसरा नेता नहीं है। फिर उनकी तुलना तीन-तीन आम चुनाव में बुरे तरीके से हारने वाले कांग्रेस पार्टी के अगुवाई करने वाले राहुल गांधी जी से कैसे हो सकती है?

प्रतुल ने कहा कि कांग्रेस जिस टैलेंट हंट की बात कर रही है, वह सिर्फ एक नया राजनीतिक शो-ऑफ है, क्योंकि सबसे पहले कांग्रेस को अपने शीर्ष नेतृत्व में “वैचारिक निष्ठा” ढूंढनी चाहिए, जो रोज़ दल बदलने वाले, टिकट बेचने वाले, और परिवारवाद से ऊपर नहीं उठ पाए हैंकांग्रेस जिस “स्पष्ट सोच” की मांग कर रही है, वही सोच उसकी अपनी नीतियों से गायब है—कांग्रेस के नेता देश और संविधान की दुहाई देते हैं, लेकिन झारखंड में भ्रष्टाचार और लूट की राजनीति की सबसे बड़ी साझेदार वही पार्टी रही है।

140 करोड़ आबादी वाले देश में कांग्रेस को 200 करोड लोगों की प्रतिक्रियाएं मिलना हास्यास्पद,लगता है पाकिस्तान और बांग्लादेश से भी प्रतिक्रिया मिल रही है

प्रतुल ने कहा 140 करोड़ की आबादी वाले देश में कांग्रेस को 200 करोड लोगों की प्रतिक्रिया मिलने का दावा ही सारे अभियान की पोल खोलता है। कांग्रेस के प्रवक्ता का यह कहना कि उन्हें 200 करोड लोगों ने प्रतिक्रियाएं दी हैं हास्यास्पद है। इसी से प्रतीत होता है कि उनको अब पाकिस्तान और बांग्लादेश से भी प्रतिक्रिया मिल रही है। बात जमीन की हो या सोशल मीडिया की हो भाजपा और कांग्रेस में कोई मुकाबला ही नहीं है।

पूर्व DGP अनुराग गुप्ता और गैंगस्टर सुजीत सिन्हा की सांठगांठ की NIA जाँच की मांग: बाबूलाल मरांडी ने लिखा पत्र, '

नई दिल्ली: भाजपा नेता और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने राष्ट्रीय जाँच एजेंसी (NIA) को पत्र लिखकर झारखंड में सक्रिय एक गंभीर संगठित आपराधिक सिंडिकेट और एक हाई-प्रोफाइल पूर्व पुलिस अधिकारी के बीच कथित सांठगांठ की व्यापक जाँच का अनुरोध किया है।

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मरांडी ने मांग की है कि पूर्व डीजीपी श्री अनुराग गुप्ता और गैंगस्टर सुजीत सिन्हा के नेतृत्व वाले गिरोह के बीच संबंधों की NIA द्वारा जाँच की जाए, क्योंकि इसमें राष्ट्रीय सुरक्षा को प्रभावित करने वाले अंतर्राष्ट्रीय निहितार्थ शामिल हैं।

NIA जाँच की मांग के मुख्य बिंदु

मरांडी ने आरोप लगाया कि सुजीत सिन्हा का गिरोह 'कोयलांचल शांति समिति (KSS)' नामक एक मुखौटा संगठन के तहत काम कर रहा है और जबरन वसूली, हत्या और अवैध हथियारों के व्यापार जैसे अपराधों में लिप्त है। उन्होंने NIA जाँच के लिए निम्नलिखित गंभीर आरोपों का उल्लेख किया:

अंतर्राष्ट्रीय हथियार खरीद: विश्वसनीय आरोप हैं कि सुजीत सिन्हा गिरोह पंजाब के मोगा जिले में पाकिस्तान से ड्रोन द्वारा गिराए गए हथियार खरीद रहा है, जो भारत की संप्रभुता और सुरक्षा के लिए सीधा खतरा है।

पूर्व डीजीपी द्वारा संचालन: मरांडी ने रिया सिन्हा (गैंगस्टर सुजीत सिन्हा की पत्नी) के मोबाइल फोन डेटा की जाँच का हवाला देते हुए आरोप लगाया कि सुजीत सिन्हा गिरोह वास्तव में श्री अनुराग गुप्ता के इशारे पर चलाया और संचालित किया जा रहा था, और पूर्व डीजीपी को जबरन वसूली गई राशि का एक हिस्सा मिलता था।

भारतमाला परियोजना पर नियंत्रण: आरोप है कि सांठगांठ का उद्देश्य झारखंड में राष्ट्रीय महत्व की भारतमाला परियोजना क्षेत्रों पर आपराधिक प्रभुत्व और जबरन वसूली को सुनिश्चित करना था।

अमन साहू मुठभेड़ का षडयंत्र: मरांडी ने आशंका व्यक्त की कि गैंगस्टर अमन साहू की मुठभेड़ प्रतिस्पर्धा को खत्म करने और सुजीत सिन्हा गिरोह के आपराधिक एकाधिकार को मजबूत करने के लिए श्री अनुराग गुप्ता के इशारे पर इंजीनियर की गई थी।

सबूतों का दमन: उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि झारखंड पुलिस के कुछ अधिकारियों ने रिया सिन्हा और अनुराग गुप्ता के बीच चैट रिकॉर्ड को दबाने या रोकने का प्रयास किया है।

मरांडी ने कहा कि अपराध की प्रकृति और इसमें शत्रुतापूर्ण पड़ोसी से हथियारों तक पहुँचना शामिल होना, राज्य में कानून व्यवस्था और राष्ट्रीय सुरक्षा को गंभीर रूप से प्रभावित करता है, इसलिए NIA द्वारा जाँच अनिवार्य है।

CM सोरेन ने ढोल-नगाड़ा बजाकर किया "झारखंड जतरा" का नेतृत्व; 25वें रजत पर्व पर रांची में उमड़ा जनसैलाब

रांची: झारखंड स्थापना के 25वें गौरवशाली रजत जयंती उत्सव के अवसर पर आज राजधानी रांची में भव्य "झारखंड जतरा" का आयोजन किया गया, जिसमें मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन स्वयं पारंपरिक ढोल-नगाड़ा बजाकर शामिल हुए।

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जतरा की शुरुआत सुबह जैप–1 ग्राउंड, डोरंडा से हुई, जिसे अनु. जाति एवं अनुसूचित जनजाति कल्याण मंत्री श्री चमरा लिंडा ने नगाड़ा बजाकर और झांकियों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह जतरा फिरायालाल चौक होते हुए बिरसा मुंडा स्मृति पार्क, जेल चौक तक निकाली गई।

मुख्यमंत्री ने किया पदयात्रा

मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने पारंपरिक ढोल–नगाड़ा बजाकर स्थानीय लोक कलाकारों की हौसला अफजाई की और स्वयं जतरा में शामिल होते हुए अल्बर्ट एक्का चौक तक पदयात्रा की। पूरे कार्यक्रम के दौरान हेलिकॉप्टर से पुष्पवर्षा की गई, जिससे वातावरण उल्लास से भर गया।

सांस्कृतिक विविधता का प्रदर्शन

"झारखंड जतरा" राज्य की समृद्ध सांस्कृतिक परंपरा, लोककला और जनएकता का जीवंत प्रतीक बनी। जतरा में राज्य की विभिन्न जनजातीय एवं स्थानीय समुदायों ने पारंपरिक वेशभूषा में नृत्य, गीत, वाद्य और रंगारंग झांकियों के माध्यम से अपनी संस्कृति की झलक पेश की। झांकियों में झारखंड की लोककला, त्यौहार, नायक–नायिकाओं के योगदान और वीर सपूतों के संघर्ष को रचनात्मक रूप से दर्शाया गया था।

मुख्यमंत्री का संदेश

मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने राज्यवासियों को 25वीं स्थापना वर्षगांठ की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि झारखंड सिर्फ भौगोलिक पहचान नहीं, बल्कि संघर्ष, अस्मिता और गौरव की भूमि है।

"राज्य सरकार झारखंड की भाषाई, सांस्कृतिक और पारंपरिक पहचान को संरक्षित एवं सशक्त करने की दिशा में निरंतर कार्यरत है। 'झारखंड जतरा' राज्य की सामूहिक भावना, एकता और गौरवशाली विरासत का प्रतीक है।"

जतरा का समापन

जतरा के समापन अवसर पर कृषि मंत्री श्रीमती शिल्पी नेहा तिर्की एवं विधायक श्रीमती कल्पना सोरेन बिरसा मुंडा स्मृति पार्क, जेल चौक पहुंचीं। उन्होंने झारखंडी परंपरा के अनुरूप ढोल–नगाड़ा बजाया तथा पारंपरिक नृत्य में सहभागिता कर उत्सव के वातावरण को और अधिक उल्लासमय बनाया।

इस ऐतिहासिक क्षण में बड़ी संख्या में नागरिक, सांस्कृतिक दल, सामाजिक संस्थाएँ और विद्यार्थी मौजूद रहे।

घाटशिला के नवनिर्वाचित विधायक सोमेश सोरेन ने CM सोरेन से की मुलाकात; मुख्यमंत्री बोले- यह जीत जनता के विश्वास की, अब रामदास सोरेन के अधूरे सपनों


रांची: कांके रोड स्थित मुख्यमंत्री आवासीय परिसर में आज घाटशिला विधानसभा के नवनिर्वाचित विधायक श्री सोमेश सोरेन ने अपने परिवार के साथ मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन एवं विधायक श्रीमती कल्पना सोरेन से मुलाकात की।

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इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने श्री सोमेश सोरेन को विधानसभा चुनाव में जीत की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दीं।

जनता की जीत और जिम्मेदारी

मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने विधायक सोमेश सोरेन को संबोधित करते हुए कहा कि यह विजय घाटशिला की जनता की आकांक्षाओं और विश्वास की जीत है।

उन्होंने कहा कि:

"स्वर्गीय रामदास सोरेन जी द्वारा जनहित में आरंभ किए गए कार्यों और अधूरे सपनों को आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी अब उनके पुत्र श्री सोमेश सोरेन के कंधों पर है।"

मुख्यमंत्री ने भरोसा जताया कि श्री सोमेश सोरेन जनसेवा एवं विकास कार्यों की दिशा में अपनी प्रतिबद्धता के साथ कार्य करेंगे और अपने पिता की विरासत को आगे बढ़ाएंगे।

झारखंड में कृषि पर क्लस्टर अप्रोच: 'एक गांव-एक फसल' योजना शुरू, 100 गांवों में 16 हजार हेक्टेयर से अधिक ज़मीन पर होगी तेलहन की खेती


रांची: झारखंड कृषि विभाग ने बिरसा फसल विस्तार योजना के तहत अब 'एक गांव-एक फसल' की नई रणनीति पर काम शुरू करने का निर्णय लिया है। कृषि मंत्री श्रीमती शिल्पी नेहा तिर्की के निर्देश पर, इस बार क्लस्टर अप्रोच में 100 गांवों का चयन किया जाएगा ताकि छोटे-छोटे रकबे में अलग-अलग फसलों के प्रत्यक्षण के कारण जो असर नहीं दिखता था, उसे दूर किया जा सके।

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उप कृषि निदेशक (योजना) ने इससे संबंधित पत्र सभी जिलों के जिला कृषि पदाधिकारी तथा अनुमंडल कृषि पदाधिकारी को भेज दिया है।

रबी फसल का लक्ष्य और वितरण

विभाग ने रबी सीजन के लिए उत्पादन बढ़ाने हेतु तेलहन और दलहन फसलों पर विशेष ध्यान केंद्रित किया है:

फसल योजना के तहत लक्ष्य (हेक्टेयर) बीज वितरण

तेलहन 16,101 हेक्टेयर (100 गांवों में) 6 किलो प्रति हेक्टेयर

चना (टरफा) 5,710 हेक्टेयर 50 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर

चना (एनएफएसएनएम) 3,000 हेक्टेयर -

मसूर (टरफा) 1,900 हेक्टेयर -

मसूर (एनएफएसएनएम) ~1,600 हेक्टेयर -

मूंग (टरफा) ~1,900 हेक्टेयर -

लाभार्थियों के चयन में बदलाव

विभाग ने तय किया है कि खरीफ सीजन में जिस गाँव को सरकारी स्कीम का लाभ मिल चुका है, उसे इस योजना का लाभ नहीं दिया जाएगा। मंत्री को जानकारी मिली थी कि कई बार एक ही गाँव के किसानों को बार-बार लाभ दिया जाता था, जिससे स्कीम का व्यापक असर नहीं दिखता था। इस नए नियम से लाभ का वितरण सुनिश्चित किया जा सकेगा।

झारखंड युवा राज्य: CM सोरेन बोले- 'गांव से चलने वाली सरकार' है हमारी, आदिवासी और महिला विकास सबसे बड़ी प्राथमिकता


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उलिहातु (खूंटी): धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती और राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर बिरसा मुंडा कॉम्प्लेक्स, उलिहातु में आयोजित कार्यक्रम में राज्यपाल श्री संतोष कुमार गंगवार, मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन और केंद्रीय मंत्री श्री जुएल ओराम सम्मिलित हुए।

मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने अपने संबोधन में झारखंड को 'वीरों की धरती' बताते हुए कहा कि उनकी सरकार रांची के राज्य मुख्यालय से नहीं, बल्कि गांव से चलने वाली सरकार है।

मुख्य बातें:

प्राथमिकता: मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार आदिवासी एवं जनजातीय समुदायों के सर्वांगीण विकास और महिलाओं को मजबूत बनाने को लेकर विशेष कार्य कर रही है।

विकास पर खर्च: सरकार अपने कार्यों का 50% खर्च माताओं, बहनों, बेटियों, गाँव, गरीब और किसान के कल्याणार्थ कर रही है।

युवा राज्य: उन्होंने कहा, "आज हमारा राज्य 25 वर्ष का युवा राज्य है। हम युवा वर्ग के साथ मिलकर इस राज्य को देश के अग्रणी राज्यों की श्रेणी में लाकर खड़ा करेंगे।"

शिबू सोरेन को याद किया: मुख्यमंत्री ने दिशोम गुरु बाबा शिबू सोरेन को याद करते हुए भावुकता व्यक्त की और उनकी कमी महसूस होने की बात कही।

झारखंड का रजत पर्व: मोरहाबादी में भव्य समारोह, ₹8,799 करोड़ की 1087 योजनाओं की सौगात

रांची: देश के मानचित्र पर 15 नवंबर 2000 को अस्तित्व में आया झारखंड राज्य आज अपने स्थापना के रजत जयंती वर्ष (25वीं वर्षगांठ) का भव्य समारोह मना रहा है। धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के अवसर पर राजधानी रांची के ऐतिहासिक मोरहाबादी मैदान में दो दिवसीय राज्यस्तरीय महोत्सव का पहला दिन उत्साह और भव्यता के साथ आयोजित किया गया।

₹8,799 करोड़ की योजनाओं का उद्घाटन-शिलान्यास

समारोह के मुख्य आकर्षण में राज्यपाल श्री संतोष कुमार गंगवार और मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन की उपस्थिति में राज्य की जनता को ₹8,799 करोड़ की कुल 1087 योजनाओं की सौगात दी गई।

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शिलान्यास: ₹4,475 करोड़ की 209 नई योजनाओं का शिलान्यास किया गया।

उद्घाटन: ₹4,324 करोड़ की 878 योजनाओं का उद्घाटन किया गया।

उद्घाटित प्रमुख योजनाओं में विधानसभा सदस्यों के लिए कोर कैपिटल एरिया में आवासीय परिसर, देवघर और लोहरदगा में नए समाहरणालय भवन, गिरिडीह नगर पालिका भवन और सिमडेगा में नए अंतरराष्ट्रीय स्ट्रैटर्फ हॉकी स्टेडियम शामिल हैं।

पीवीयूएनएल, पतरातू में बिरसा मुंडा जयंती पर विशेष आयोजन

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पीवीयूएनएल पतरातू में बिरसा मुंडा जी की 151वीं जयंती बड़े ही श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाई गई।

कार्यक्रम में श्री ए.के. सेहगल, सीईओ, पीवीयूएनएल, श्री अनुपम मुखर्जी, सीजीएम (प्रोजेक्ट), विभिन्न जीएम, एचओडी तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।

कस्तूरबा विद्यालय की छात्राओं ने लोकगीत पर शानदार नृत्य प्रस्तुति दी। साथ ही भगवान बिरसा मुंडा के जीवन पर आधारित नाटक प्रस्तुत कर उनके अदम्य साहस, संघर्ष और आदिवासी समाज के उत्थान के लिए किए गए योगदान को प्रभावी ढंग से दिखाया।

सीईओ श्री सेहगल ने छात्राओं को बधाई देते हुए कहा कि भगवान बिरसा मुंडा की प्रेरणा आज भी हम सबके लिए मार्गदर्शक है और हम उनके आदर्शों को अपनाकर समाज व राष्ट्र के विकास में योगदान दें।

कार्यक्रम के अंत में सभी ने बिरसा मुंडा जी को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की।

CM सोरेन: "हम गांव से चलने वाली सरकार": उलिहातु में CM बोले- वीरों की धरती झारखंड को देश के अग्रणी राज्यों में लाकर खड़ा करेंगे, आदिवासी और महिल


उलिहातु (खूंटी): धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती एवं राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर आज खूंटी जिला के उलिहातु स्थित बिरसा मुंडा कॉम्प्लेक्स में भव्य कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस ऐतिहासिक मौके पर माननीय राज्यपाल श्री संतोष कुमार गंगवार, माननीय मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन और जनजातीय कार्य मंत्रालय भारत सरकार के मंत्री श्री जुएल ओराम सम्मिलित हुए।

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वीरों को नमन और जिम्मेदारी का बोध

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने झारखंड को "वीरों की धरती" बताया। उन्होंने कहा कि शहीदों के संघर्ष, प्रयास और बलिदान से राज्य का निर्माण हुआ है, और उनके सपनों का झारखंड बनाना हम सभी का कर्तव्य है।

मुख्यमंत्री ने इस मौके पर दिशोम गुरु बाबा शिबू सोरेन को याद करते हुए भावुकता व्यक्त की, और कहा कि उनकी कमी आज सभी को खल रही है।

आदिवासी विकास और महिला सशक्तीकरण

मुख्यमंत्री ने अपनी सरकार की प्रतिबद्धता स्पष्ट करते हुए कहा कि उनकी सरकार राज्य मुख्यालय से नहीं, बल्कि गाँव से चलने वाली सरकार है।

सर्वोच्च प्राथमिकता: मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार की विकास योजनाओं में आदिवासी एवं जनजातीय समुदायों के सर्वांगीण विकास को सबसे ऊपर रखा जा रहा है।

महिलाओं पर फोकस: उन्होंने बताया कि राज्य सरकार अपने कार्यों का 50% खर्च माताओं, बहनों, बेटियों तथा गाँव, गरीब, किसान के कल्याणार्थ कर रही है, और महिलाओं को मजबूत बनाने के लिए विशेष कार्य कर रही है।

युवा झारखंड: मुख्यमंत्री ने कहा कि आज हमारा राज्य 25 वर्ष का युवा राज्य है, और हम युवा वर्ग के साथ मिलकर इस राज्य को अपने बल पर आगे बढ़ाते हुए देश के अग्रणी राज्यों के श्रेणी में लाकर खड़ा करेंगे।

मुख्यमंत्री ने विश्वास जताया कि शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में बेहतर काम हो रहा है, और आने वाले दिनों में खेल, पर्यटन, रोजगार तथा आधारभूत संरचनाओं के विकास पर कई महत्वपूर्ण काम किए जाएंगे।

इस अवसर पर माननीय विधायक श्री विकास सिंह मुंडा, श्री रामसूर्या मुंडा, श्री सुदीप गुड़िया, मुख्य सचिव श्री अविनाश कुमार तथा धरती आबा के वंशज श्री सुखराम मुंडा सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।