संघर्ष से सफलता तक का सफर… जानें कैसे मोदी सरकार ने बदली आदिवासी भारत की तस्वीर

Image 2Image 3Image 4Image 5

एक दशक पहले तक आदिवासी शब्द संग पिछड़ेपन, दूरदराज गांवों में बुनियादी सुविधाओं की कमी, पानी के लिए मीलों चलती महिलाएं और रोजगार की तलाश में पलायन करते युवा… ये ही तस्वीरें जुड़ी रहती थीं. मगर, प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में ये तस्वीर बदल चुकी है. अब ये कहानी संघर्ष से आगे निकलकर सफलता और सम्मान की बन चुकी है. जो क्षेत्र कभी देश की भूली-बिसरी सीमा माना जाता था, वो अब विकास और गौरव का नया केंद्र बना है. पहली बार आदिवासी सशक्तिकरण नारा नहीं, बल्कि एक व्यापक आंदोलन बनकर उभरा है.

2014 में सत्ता में जब मोदी सरकार आई तो आदिवासी विकास का एक ढांचा मिला था. एक मंत्रालय और 4 हजार 498 करोड़ रुपये का बजट था. अब 42 मंत्रालय विकास कार्यों में सीधे जुड़े हैं. DAPST के तहत आदिवासी समुदायों पर केंद्रित खर्च 2014 के 24 हजार करोड़ से बढ़कर 202425 में .25 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया है, यानी पांच गुना उछाल.

आदिवासी मामलों के मंत्रालय का बजट भी तीन गुना होकर 13 हजार करोड़ हो चुका है. DAPST के तहत अब 200 से अधिक योजनाएं चल रही हैं. 25 लाख वनाधिकार पट्टों से लेकर PMAY 2.0 के तहत 1.11 लाख मकानों तक आदिवासी विकास अब हाशिए का नहीं, बल्कि राष्ट्रीय प्राथमिकता का विषय बन चुका है.

विकास को गांव-गांव तक ले जाने की पहल

PM जनजातीय उन्नत ग्राम अभियान (JUGA) आदिवासी विकास की नई पहचान बना है. 79 हजार 156 करोड़ की लागत और 17 मंत्रालयों की साझेदारी से यह अभियान 63 हजार 843 आदिवासी-बहुल गांवों और 112 आकांक्षी जिलों में 2029 तक बुनियादी सुविधाएं पहुंचाने का लक्ष्य है.

सिर्फ एक साल में बड़े बदलाव दिखने लगे हैं, जिसमें 4 लाख से अधिक पक्के घर तैयार हैं. 700 के करीब छात्रावास निर्माणाधीन हैं. 70 मोबाइल मेडिकल यूनिट सक्रिय हैं. 26 हजार 500 गांवों तक पेयजल आपूर्ति है. 8 हजार 600 से अधिक घरों में बिजली है. 2 हजार 200 गांवों में मोबाइल नेटवर्क है. 280 से अधिक आंगनवाड़ी केंद्र चालू हैं.

साथ ही पीएम जनमन, जो 75 विशेष रूप से कमजोर जनजातीय समूहों (PVTGs) पर केंद्रित है, 19 राज्यों व केंद्रशासित प्रदेशों में समग्र विकास को गति दे रहा है. 90 हजार से अधिक पक्के घर, 92 हजार से ज्यादा घरों में बिजली, 700 मोबाइल मेडिकल यूनिट स्वीकृत, 6 हजार 700 गांवों तक पाइप जलापूर्ति, 1 हजार आंगनवाड़ी केंद्र सक्रिय हैं.

इन दोनों अभियानों ने यह सुनिश्चित किया है कि न कोई गांव दूर रह जाए और न कोई समुदाय पीछे, विकसित भारत की नींव अब जमीन पर दिखने लगी है. SEED स्कीम से डीएनटी समुदायों को नया आधार मिला है. 2019 में शुरू हुई सीड स्कीम ने विमुक्त, घुमंतू और अर्ध-घुमंतू जनजातियों के लिए पहली बार व्यवस्थित सहायता दी. अब तक ₹53 करोड़ की मदद जारी की जा चुकी है, जिससे 53 हजार से अधिक लोग लाभान्वित हुए. 46 हजार को आजीविका सहायता, 551 को मुफ्त कोचिंग और 7 हजार लोगों को स्वास्थ्य बीमा का लाभ मिला.

झारखण्ड की जनता को जोहार": CM हेमन्त सोरेन ने रजत पर्व पर दी बधाई, 'आत्मनिर्भर और खुशहाल झारखण्ड' के निर्माण का लिया संकल्प

Image 2Image 3Image 4Image 5

रांची झारखंड के मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने आज, राज्य स्थापना दिवस के रजत पर्व (25वीं वर्षगांठ) और धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के ऐतिहासिक अवसर पर राज्य की जनता को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दीं।

मुख्यमंत्री ने अपने संदेश में कहा:

"जोहार! रजत पर्व के इस ऐतिहासिक अवसर पर झारखण्ड की जनता को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएँ। धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती पर हम सभी वीर नायकों और राज्य निर्माण के योगदानकर्ताओं को नमन करते हैं।"

श्री सोरेन ने इस अवसर को संघर्ष, आत्मसम्मान और स्वाभिमान की गौरवशाली यात्रा का उत्सव बताया।

उन्होंने सभी राज्यवासियों से आह्वान करते हुए एक समृद्ध, आत्मनिर्भर और खुशहाल झारखण्ड के निर्माण का संकल्प लेने के लिए कहा।

बिहार विधानसभा चुनाव में सुशासन,विकास और राष्ट्रवादी विचार की जीत.....बाबूलाल मरांडी*

Image 2Image 3Image 4Image 5

बिहार विधानसभा चुनाव के परिणाम में एनडीए की प्रचंड जीत के बाद भाजपा प्रदेश कार्यालय सहित सभी जिलों ,मंडलों में भाजपा कार्यकर्ताओं के द्वारा उत्सव मनाया गया।

पार्टी प्रदेश कार्यालय में प्रदेश अध्यक्ष एवम नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ,कार्यकारी अध्यक्ष सांसद आदित्य साहू,प्रदेश संगठन महामंत्री कर्मवीर सिंह के साथ प्रदेश पदाधिकारीगण,रांची महानगर अध्यक्ष वरुण साहू, सहित सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने पटाखे छोड़ कर और लड़ू बांट खुशियां मनाई,बधाई शुभकामनाएं दी। पूरा कार्यालय भारत माता की जय, के साथ गूंज उठा।

प्रदेश संगठन महामंत्री कर्मवीर सिंह ने प्रदेश अध्यक्ष को लड्डू खिलाकर बधाई शुभकामनाएं दी।

प्रदेश अध्यक्ष एवम नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने बिहार झारखंड के कार्यकर्ताओं को उनके कठिन परिश्रम केलिए तथा जनता को एनडीए पर प्रचंड भरोसा जताने केलिए आभार प्रकट किया, तथा ऐतिहासिक जीत पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी,राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा,गृह मंत्री अमित शाह ,मुख्यमंत्री नीतीश कुमार,राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष सहित एनडीए के नेताओं को बधाई एवं शुभकामनाएं दी।

श्री मरांडी ने कहा कि बिहार की ऐतिहासिक जीत सुशासन की जीत है,सबका साथ, सबका विकास की,राष्ट्रवादी विचारों की जीत है।

कहा कि बिहार की जनता ने एनडीए गठबंधन पर दिल खोलकर भरोसा जताया है। और यहीं भरोसा एनडीए की ताकत है।

कहा कि बिहार की जनता ने केवल विधानसभा चुनाव में बिहार को ही नहीं जिताया है बल्कि लोकतंत्र को मजबूत किया है और लोकतंत्र के विरोधियों को सबक सिखाया है।

उन्होंने कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव परिणाम देश की राजनीति को नई दिशा देगा।

घाटशिला उपचुनाव परिणाम पर प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने क्षेत्र के मतदाताओं का आभार जताया और कहा कि यह जीत सहानुभूति की जीत है। हेमंत सरकार की नाकामियों पर सहानुभूति हावी रही।इस परिस्थिति में हुए उपचुनाव में ऐसा स्वाभाविक होता है।

प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष सांसद आदित्य साहू ने कहा कि बिहार की जीत ने सुशासन विकास की राजनीति को गति प्रदान की है।

प्रदेश संगठन महामंत्री कर्मवीर सिंह ने कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव के परिणाम ने तुष्टीकरण की राजनीति को नकारा है।

प्रदेश महामंत्री एवम सांसद डॉ प्रदीप वर्मा ने बधाई शुभकामनाएं देते हुए कहा कि बिहार की जनता जंगलराज ,लूट भ्रष्टाचार की सोच को दुबारा स्वीकार नहीं कर सकती। अब बिहार माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन और नीतीश कुमार के साथ डबल इंजन की सरकार में तेजी से विकास के पथ पर अग्रसर हो चुका है।

प्रदेश महामंत्री मनोज कुमार सिंह ने भी बिहार की जनता और एनडीए गठबंधन के कार्यकर्ताओं को बधाई एवं शुभकामनाएं दी।

वरिष्ठ नेता एवं मुख्य सचेतक नवीन जायसवाल ने बधाई शुभकामनाएं देते हुए कहा कि बिहार की जीत ने इंडी गठबंधन के गैर जिम्मेदाराना व्यवहार, सनातन पर हमला ,छठ पूजा के अपमान पर बड़ी चोट की है।

विधायक सीपी सिंह ने बधाई शुभकामनाएं देते हुए कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव में विकास बनाम विनाश की सोच ही मुद्दा था।जनता ने सबका साथ, सबका विकास को प्रचंड बहुमत दिया है।

भाजपा प्रदेश कार्यालय में पूर्व प्रदेश अध्यक्ष यदुनाथ पांडेय,पूर्व नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी,प्रदेश उपाध्यक्ष राकेश प्रसाद, भानु प्रताप शाही,विकास प्रीतम,आरती कुजूर,प्रदेश मंत्री सरोज सिंह,सुनीता सिंह,कार्यालय मंत्री हेमंत दास सहित शिवपूजन पाठक,प्रतुल शाह देव,योगेंद्र प्रताप सिंह,अशोक बड़ाइक, पवन साहू,अमित मंडल ,सीमा सिंह,रविनाथ किशोर,रमेश सिंह,संदीप वर्मा, कमाल खान,लक्ष्मीचंद्र दीक्षित, गंगोत्री कुजूर,लक्ष्मी कुमारी,केके गुप्ता,अरुण झा,ललित ओझा, जितेंद्र वर्मा, बलराम सिंह, तारिक इमरान,मनीष वैद्य ,रितेश तिवारी, संजय जायसवाल सहित सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित थे।

फर्जी जाति/EWS सर्टिफिकेट से मेडिकल एडमिशन: CM सोरेन का बड़ा एक्शन, जांच के लिए बनी अंतर विभागीय समिति; CID करेगी FIR


Image 2Image 3Image 4Image 5

रांची: मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने सरकारी और निजी चिकित्सा महाविद्यालयों में UG और PG मेडिकल पाठ्यक्रमों में गलत जाति, स्थाई निवासी, और EWS प्रमाण पत्रों के आधार पर प्रवेश लेने के गंभीर मामले पर कड़ा रुख अपनाया है।

आज, 14 नवंबर 2025 को, मुख्यमंत्री ने इस पूरे मामले की जांच के लिए एक अंतर विभागीय समिति गठित करने का निर्देश दिया है। जांच प्रतिवेदन के आलोक में, सीआईडी (CID) द्वारा प्राथमिकी (FIR) दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने Stray Round काउंसलिंग की तिथि बढ़ाने हेतु भारत सरकार को पत्र भेजने का भी निर्देश दिया है, ताकि जांच पूरी होने के बाद ही काउंसलिंग की प्रक्रिया पूरी की जा सके।

बाल दिवस पर मुख्यमंत्री का युवाओं से संवाद: "बच्चे-बच्चियां ही राज्य का भविष्य"; CM सोरेन बोले- गरीबी शिक्षा में बाधा न बने, छात्रवृत्ति से मिल

रांची: मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने आज कांके रोड स्थित मुख्यमंत्री आवासीय कार्यालय में बाल दिवस के अवसर पर यूनिसेफ के पूर्व बाल पत्रकारों एवं युवाओं से आत्मीय संवाद किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने उन्हें बाल दिवस एवं झारखंड स्थापना दिवस की हार्दिक बधाई दी।

Image 2Image 3Image 4Image 5

विकास और शिक्षा पर सरकार की प्रतिबद्धता

मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि झारखंड ने आज से 25 वर्ष पहले एक राज्य के रूप में अपनी यात्रा शुरू की थी। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार वर्तमान तथा आने वाली पीढ़ी के बच्चों के समग्र विकास हेतु कई अलग-अलग योजनाओं का संचालन कर रही है, ताकि उन्हें बेहतर दिशा दी जा सके।

मुख्यमंत्री ने कहा कि:

"हमारे बच्चे-बच्चियां तथा युवा वर्ग ही राज्य एवं देश के भविष्य हैं, इन्हें हर रूप से मजबूत बनाकर ही एक समृद्ध और विकसित राज्य की परिकल्पना पूरी की जा सकती है।"

उन्होंने जोर देकर कहा कि राज्य सरकार ने शिक्षा व्यवस्था में एक सकारात्मक बदलाव लाने का कार्य किया है, जहाँ बच्चों के विकास की राह में गरीबी बाधा न बन सके।

सीएम स्कूल ऑफ एक्सीलेंस: 80 सरकारी विद्यालयों को सीएम स्कूल ऑफ एक्सीलेंस के रूप में अपग्रेड किया गया है, जहाँ गरीब-जरूरतमंद परिवार के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल रही है।

छात्रवृत्ति योजनाएं: विद्यार्थियों को आर्थिक रूप से मजबूत करने के लिए प्राइमरी से लेकर उच्च शिक्षा तक के लिए अलग-अलग छात्रवृत्ति योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है।

योजनाओं का लाभ और आभार

कार्यक्रम में शामिल यूनिसेफ के पूर्व बाल पत्रकारों और केजीबीवी/जेबीएवी की बालिकाओं ने मुख्यमंत्री के समक्ष झारखंड में 25 वर्षों की बाल अधिकार यात्रा के अनुभव साझा किए।

उन्होंने मुख्यमंत्री मईयां सम्मान योजना, सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना, समर अभियान, ज्ञान सेतु, गुरुजी क्रेडिट कार्ड योजना, सीएम स्कूल ऑफ एक्सीलेंस और मिड-डे मील में अंडे शामिल करने जैसी योजनाओं की सराहना की। युवाओं ने कहा कि इन योजनाओं ने उनके शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण और समग्र विकास के लिए अवसरों के द्वार खोले हैं।

यूनिसेफ झारखंड की प्रमुख, डॉ. कनिनिका मित्रा ने बच्चों एवं युवाओं के प्रति मुख्यमंत्री की प्रतिबद्धता की सराहना करते हुए कहा कि ये युवा राज्य सरकार द्वारा किए गए निवेश का जीवंत परिणाम हैं।

मुख्यमंत्री ने युवाओं से अपील की कि वे योजनाओं का लाभ लेने वाले अपने साथियों को भी सरकार की योजनाओं से जोड़ने का कार्य करें।

झारखंड हाईकोर्ट की रजत जयंती: CM सोरेन को कार्यक्रम में शामिल होने का मिला आमंत्रण

Image 2Image 3Image 4Image 5

रांची: मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन को झारखंड हाइकोर्ट की "Silver Jubilee Celebration of High Court of Jharkhand" कार्यक्रम में सम्मिलित होने का आमंत्रण मिला है।

आज, 14 नवंबर 2025 को, मुख्यमंत्री आवासीय कार्यालय में विधि (न्याय) के प्रधान सचिव-सह-विधि परामर्शी श्री नीरज कुमार श्रीवास्तव ने मुख्यमंत्री से मुलाकात कर उन्हें 15 नवंबर 2025 को हाइकोर्ट परिसर में आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम हेतु सादर आमंत्रित किया। मुख्यमंत्री श्री सोरेन ने कार्यक्रम की सफलता के लिए हार्दिक शुभकामनाएं दीं।

रांची में 25वीं झारखंड स्थापना दिवस की भव्य तैयारी: 15-16 नवंबर को मोरहाबादी में मुख्य समारोह;

रांची: झारखंड राज्य स्थापना दिवस की 25वीं वर्षगांठ (रजत जयंती समारोह) का मुख्य कार्यक्रम दिनांक 15 और 16 नवंबर को मोरहाबादी मैदान में आयोजित किया जाएगा। आज, 13 नवंबर 2025 को, उपायुक्त-सह-जिला दण्डाधिकारी श्री मंजूनाथ भजन्त्री एवं वरीय पुलिस अधीक्षक श्री राकेश रंजन ने संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इन मुख्य कार्यक्रमों की विस्तृत रूपरेखा साझा की।

Image 2Image 3Image 4Image 5

उपायुक्त श्री मंजूनाथ भजन्त्री ने बताया कि राज्य सरकार के निर्देशानुसार इस वर्ष सिल्वर जुबिली समारोह भव्यता के साथ मनाया जाएगा।

मुख्य समारोह (15 नवंबर)

समय और स्थान: 15 नवंबर को मोरहाबादी मैदान में कार्यक्रम दोपहर 2 बजे से प्रारंभ होगा। जिला प्रशासन ने नागरिकों से 1:00 बजे से पहले कार्यक्रम स्थल पर अपना स्थान ग्रहण करने का अनुरोध किया है।

मुख्य अतिथि: मुख्य कार्यक्रम में माननीय राज्यपाल मुख्य अतिथि होंगे, और माननीय मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन की अध्यक्षता में कार्यक्रम होगा।

झारखंड जतरा और सांस्कृतिक कार्यक्रम (16 नवंबर)

16 नवंबर को सांस्कृतिक और पारंपरिक कार्यक्रमों का भव्य प्रदर्शन होगा:

ऐतिहासिक झारखंड जतरा: सुबह 10 बजे डोरंडा स्थित जैप-1 परिसर से 'झारखंड जतरा' निकाली जाएगी। इसमें राज्यभर से 4000 से अधिक लोक कलाकार, 10 झांकियां और पारंपरिक नृत्य दल शामिल होंगे। यह यात्रा बिरसा मुंडा स्मृति उद्यान तक जाएगी।

सांस्कृतिक संध्या: 16 नवंबर की शाम 4 से 8 बजे तक सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होगा, जिसमें झारखंडी लोककला, नृत्य और संगीत की प्रस्तुतियों के साथ झारखंड से जुड़े प्रसिद्ध गायिका का विशेष लाइव परफॉर्मेंस प्रस्तावित है।

ड्रोन शो: राजधानी में पहली बार ड्रोन शो का आयोजन किया जाएगा, जो कार्यक्रम का प्रमुख आकर्षण होगा।

विशेष पहल और सुरक्षा व्यवस्था

प्रदर्शनी और वॉल पेंटिंग: मोरहाबादी मैदान में 15-16 नवंबर तक विशेष प्रदर्शनी लगाई जाएगी, जिसमें झारखंड की विरासत, विकास यात्रा और भगवान बिरसा मुण्डा/दिशोम गुरु शिबू सोरेन को समर्पित झलक दिखेगी। 14 नवंबर को शहर के प्रमुख स्थलों पर वॉल पेंटिंग भी बनाई जाएगी।

उपायुक्त की अपील: उपायुक्त श्री मंजूनाथ भजन्त्री ने कहा: "यह हम सभी झारखंडवासियों का उत्सव है। राज्य की 25वीं वर्षगांठ पर हर नागरिक गर्व और उल्लास के साथ शामिल हो, यही हमारी अपील है।"

सुरक्षा और यातायात: वरीय पुलिस अधीक्षक श्री राकेश रंजन ने सुरक्षा और भीड़ प्रबंधन के लिए आठ स्थानों पर ट्रैफिक डायवर्जन लागू करने की जानकारी दी। नगर निगम की ओर से पेयजल एवं मोबाइल टॉयलेट की व्यवस्था की जाएगी।

झारखंड का स्थापना दिवस: 25 वर्षों की गौरवशाली यात्रा

इस वर्ष 15 नवम्बर को राज्य अपनी स्थापना के 25 वर्ष पूरे कर रहा है। ऐतिहासिक अवसर पर राज्य सरकार द्वारा 'रजत जयंती' वर्ष को भव्य और यादगार बनाने का निर्णय लिया है। इस के मध्य नजर आज सूचना भवन सभागार में एग्जीबिशन और इमर्सिव ज़ोन के नोडल पदाधिकारी सह कल्याण आयुक्त श्री कुलदीप चौधरी की अध्यक्षता में आज एक विशेष समन्वय बैठक आयोजित की गई।

Image 2Image 3Image 4Image 5

इस बैठक में विभिन्न विभागों के नोडल पदाधिकारी उपस्थित रहे।

बैठक में राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित होने वाले दो दिवसीय महोत्सव के सभी पहलुओं पर विस्तृत चर्चा की गई।

राज्य स्थापना दिवस 2025: दो दिवसीय महोत्सव

राज्य स्थापना दिवस 2025 के अवसर पर राजधानी रांची के मोराबादी मैदान में 15 और 16 नवम्बर को दो दिवसीय विशेष महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। इस महोत्सव में झारखंड के सभी विभागों के स्टॉल लगाए जाएंगे, जहां आगंतुकों को सरकार की विभिन्न योजनाओं और उपलब्धियों की विस्तृत जानकारी प्राप्त होगी।

महोत्सव का सबसे बड़ा आकर्षण भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती और 'दिशोम गुरु' शिबू सोरेन जी कि जीवनी पर आधारित विशेष प्रदर्शनी होगी, जो झारखंड के इतिहास और संघर्ष को जीवंत करेगी। इसके साथ ही, एक इमर्सिव ज़ोन भी बनाया जाएगा, जहां विभिन्न विषयों पर फिल्में और जानकारी प्रदर्शित की जाएगी।

इसके साथ ही सरकार की विभिन्न योजनाओं की विस्तृत जानकारी भी आम जनों के लिए रखी गई है जिसका लाभ महोत्सव परिसर में घूमते हुए लिया जा सकेंगे। यह महोत्सव आम जनों को झारखंड के अतीत का दर्शन कराएगा और साथ ही भविष्य की आशाओं और कल्पनाओं से जोड़ेगा।

बैठक में उपस्थित रहे पर्यटन विभाग के उपनिदेशक श्री राजीव कुमार, सहायक निदेशक ईशा खंडेलवाल , डॉ.असीम कुमार और अन्य विभागों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।

राज्य स्तरीय पुरुष नसबंदी अभियान का शुभारंभ सह सम्मान समारोह

Image 2Image 3Image 4Image 5

रांची:नामकुम स्थित आईपीएच सभागार में राज्य स्तरीय पुरुष नसबंदी अभियान सह सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए कहा कि परिवार नियोजन केवल जनसंख्या नियंत्रण का नहीं, बल्कि स्वस्थ परिवार और सुरक्षित मातृत्व की दिशा में एक बड़ा कदम है।

उन्होंने कहा कि पुरुषों की समान भागीदारी से ही यह प्रयास सफल होगा। डॉ. अंसारी ने सभी से इस अभियान को जन आंदोलन के रूप में आगे बढ़ाने का आह्वान किया।

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि यह अभियान राज्य के परिवार कल्याण कार्यक्रम की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। परिवार नियोजन केवल जनसंख्या नियंत्रण का विषय नहीं है बल्कि यह स्वस्थ परिवार, सुरक्षित मातृत्व और खुशहाल समाज की दिशा में उठाया गया एक सशक्त कदम है। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि हर बच्चा योजना और तैयारी के साथ इस दुनिया में आए, और हर मां को सुरक्षित मातृत्व का अधिकार मिले।

उन्होंने कहा कि हम यह भी जानते हैं कि परिवार नियोजन की जिम्मेदारी अक्सर महिलाओं तक सीमित रह जाती है, लेकिन अब समय आ गया है कि पुरुष भी समान रूप से इस जिम्मेदारी को साझा करें। नसबंदी एक सुरक्षित, सरल और प्रभावी उपाय है और इसके प्रति समाज में जो गलत फहमियाँ हैं, उन्हें दूर करना हम सबकी जिम्मेदारी है।

डॉक्टर इरफान अंसारी ने कहा कि इस समारोह में जिन जिलों और स्वास्थ्य संस्थानों को सम्मानित किया जा रहा है. उन्होंने अपने समर्पण, नवाचार और मेहनत से परिवार नियोजन कार्यक्रम को एक नई दिशा दी है। सभी विजेता प्रतिभागियों को उन्होंने बधाई दी और कहा कि आपकी यह उपलब्धि न केवल आपके जिले के लिए, बल्कि पूरे राज्य के लिए गर्व की बात है। इस अभियान की उपलब्धि को हासिल करने में जो संस्थान, चिकित्सक या कमी पीछे रह गए हैं, उन्हें प्रोत्साहित करते हुए मैं चाहता हूं कि आप सब अपना पूरा योगदान देकर इस अभियान को सफल बनाने में अपनी भूमिका अदा करें।

डॉक्टर अंसारी ने बताया कि राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने के लिए 8500 हेल्थ टेक्निकल और नॉन टेक्निकल स्वास्थ्यकर्मियों की बहाली की जाएगी।

माननीय मंत्री द्वारा राज्य का पहला राँची सदर अस्पताल जिसको एनएबीएल सर्टिफिकेट से नवाजा गया है। यह सर्टिफिकेट राज्य के नोडल पदाधिकारी पदाधिकारी, राज्य परामर्शी PHQA एवं राँची सिविल सर्जन, रांची सदर अस्पताल के उपाधीक्षक एवं सभी कर्मियों के प्रयासों से मिला है ।

डाक विभाग के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर

इस अवसर पर भारतीय डाक विभाग, झारखंड परिमंडल और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम), झारखंड सरकार के बीच परिवार नियोजन सामग्रियों के परिवहन एवं वितरण हेतु समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए।

इसके तहत डाक विभाग अपने इंडिया पोस्ट पार्सल नेटवर्क के माध्यम से सामग्रियों की समयबद्ध आपूर्ति राज्यभर के स्वास्थ्य केंद्रों तक सुनिश्चित करेगा।

यह पहल “स्वस्थ झारखंड, सुखी झारखंड” के लक्ष्य को सशक्त बनाएगी।

परिवार नियोजन सेवाओं को और सशक्त बनाएगी सरकार – अजय कुमार सिंह

अपर मुख्य सचिव श्री अजय कुमार सिंह ने कहा कि परिवार नियोजन केवल स्वास्थ्य कार्यक्रम नहीं, बल्कि सामाजिक और आर्थिक प्रगति का आधार है। उन्होंने सर्जन, एएनएम, जीएनएम और सीएचओ की भूमिका की सराहना करते हुए कहा कि सामूहिक प्रयासों से झारखंड पुरुष सहभागिता आधारित परिवार नियोजन में आदर्श राज्य बनेगा।

सुरक्षित और प्रभावी उपाय है पुरुष नसबंदी – शशि प्रकाश झा

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अभियान निदेशक श्री शशि प्रकाश झा ने बताया कि राज्य की कुल प्रजनन दर (TFR) 3.5 से घटकर 2.3 और गर्भनिरोधक प्रचलन दर (CPR) 35.7% से बढ़कर 61.7% हो चुकी है। उन्होंने कहा कि अब पुरुषों की सक्रिय भागीदारी आवश्यक है, क्योंकि पुरुष नसबंदी एक सुरक्षित, सरल और प्रभावी उपाय है।

राज्य में परिवार नियोजन संकेतकों में सुधार – डॉ. पुष्पा

राज्य नोडल पदाधिकारी डॉ. पुष्पा ने कहा कि झारखंड में परिवार नियोजन के संकेतकों में उल्लेखनीय सुधार हुआ है। Unmet Need घटकर 10% रह गई है और अस्थायी विधियों के उपयोग में बढ़ोतरी हुई है। उन्होंने कहा कि यह केवल स्वास्थ्य कार्यक्रम नहीं, बल्कि समानता और जिम्मेदारी का अभियान है।

नई विधियों का शुभारंभ और सम्मान समारोह

कार्यक्रम के दौरान गर्भनिरोधक की नई विधियों (MPA-SC एवं इम्प्लांट) का शुभारंभ किया गया तथा सहिया के लिए तैयार वीडियो फिल्म का विमोचन हुआ।

राज्यभर के उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले स्वास्थ्यकर्मियों एवं संस्थानों को सम्मानित किया गया, जिनमें —

37 स्वास्थ्य संस्थान, 19 मास्टर ट्रेनर, 9 स्टोरकीपर, 16 बीटीटी, 10 सहिया, 10 सर्जन, 8 एएनएम/जीएनएम और 11 काउंसलर शामिल हैं।

मुख्य उपलब्धियाँ

कुल प्रजनन दर (TFR) 3.5 (AHS-2011) से घटकर 2.3 (NFHS-5, 2019-21)

गर्भनिरोधक प्रचलन दर 35.7% (NFHS-3, 2005-06) से बढ़कर 61.7%

परिवार नियोजन की अपूर्ण आवश्यकता 22.6% से घटकर 11.5%

PPIUCD Insertion का प्रतिशत 36%

चार नई विधियाँ जोड़ी गईं – अंतरा IM, छाया, अंतरा SC, इम्प्लांट

Self Care Kits एवं कंडोम बॉक्स के माध्यम से अस्थायी विधियों की निःशुल्क उपलब्धता

2019 से अब तक 1.30 लाख से अधिक सास-बहू-पति सम्मेलन, 6.98 लाख नई पहल किट वितरण एवं 76 हजार से अधिक परिवार कल्याण दिवस का आयोजन

कार्यक्रम में पूर्व राज्यसभा सांसद श्री प्रदीप बलमुचू, निदेशक डाक सेवा श्री बी.आर. चौधरी, निदेशक प्रमुख स्वास्थ्य सेवाएँ श्री सिद्धार्थ सान्याल, सहित सभी जिलों के सिविल सर्जन एवं स्वास्थ्यकर्मी उपस्थित थे।

झारखंड रजत जयंती उत्सव: 52,794 छात्रों ने प्रखंड स्तरीय प्रतियोगिताओं में दिखाया हुनर;

Image 2Image 3Image 4Image 5

रांची (झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद): झारखंड राज्य की स्थापना के 25वें रजत जयंती वर्ष के उपलक्ष्य में राज्य के सरकारी एवं आवासीय विद्यालयों में चल रहे "विरासत, प्रगति और आकांक्षाओं के उत्सव" के तहत आज, 13 नवंबर 2025, को तीसरे दिन भव्य कार्यक्रम आयोजित किए गए।

प्रखंड स्तर पर दिखा हुनर

आज प्रखंड स्तर पर आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं में राज्य भर के 52,794 विद्यार्थियों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। ये प्रतियोगिताएं क्विज, निबंध, नृत्य, संगीत, ड्रामा, कहानी लेखन और पेंटिंग विधाओं में आयोजित की गईं।

इसके अतिरिक्त, राज्य के सभी सरकारी एवं आवासीय विद्यालयों में विशेष प्रातः कालीन सभाओं का आयोजन किया गया, जिनमें 30.8 लाख विद्यार्थी शामिल हुए। इन सभाओं में स्कूली बच्चों को राज्य के गौरवशाली इतिहास, समृद्ध कला संस्कृति और जनजातीय गौरव के बारे में अवगत कराया गया और राज्य के महापुरुषों एवं आंदोलनकारियों को श्रद्धांजलि दी गई।

प्रखंड स्तर पर चयनित इन प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को अब जिला स्तर पर अपनी प्रतिभा के प्रदर्शन का अवसर मिलेगा।

आगामी कार्यक्रम (14 और 15 नवंबर)

उत्सव के तहत कल और परसों निम्नलिखित कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे:

दिनांक कार्यक्रम विवरण

14 नवंबर जिला स्तरीय प्रतियोगिता प्रखंड स्तर पर चयनित विद्यार्थियों के लिए प्रतियोगिताओं का आयोजन।

14 नवंबर सेमिनार सभी जिलों, प्रखंडों और विद्यालयों में 'झारखंड के 25 वर्षों की विकास यात्रा', महापुरुषों की जीवनी और राज्य की सांस्कृतिक विरासत पर चर्चा।

14 नवंबर विशेष प्रभात फेरी सभी सरकारी एवं आवासीय विद्यालयों में प्रातःकालीन प्रभात फेरी निकाली जाएगी।

15 नवंबर विजेताओं का सम्मान राज्य स्थापना के 25 वर्ष पूरे होने पर जिला स्तरीय प्रतियोगिताओं के विजेताओं को सम्मानित किया जाएगा।