टीएससीटी करेगी दिवंगत खंड शिक्षा अधिकारी निर्भय नारायण सिंह के परिवार की आर्थिक मदद
  संजीव सिंह बलिया। नगरा व सीयर ब्लाक में लंबे समय तक खंड शिक्षा अधिकारी के पद पर तैनात रहे दिवंगत निर्भय नारायण सिंह के परिवार की सहायता के लिए टीचर्स सेल्फ केयर टीम (टीएससीटी) आगे आई है। प्रदेश में किसी खंड शिक्षा अधिकारी के परिवार को संस्था की ओर से यह पहली बार आर्थिक सहयोग प्रदान किया जाएगा।मऊ जनपद के पारा-कोपागंज निवासी निर्भय नारायण सिंह का निधन इसी वर्ष जनवरी माह में कैंसर से पीड़ित होने के कारण हो गया था। निधन के समय वे देवरिया जिले में खंड शिक्षा अधिकारी पद पर कार्यरत थे।टीएससीटी के जिला मीडिया प्रभारी सतीश मेहता ने बताया कि संस्था शिक्षा अधिकारियों, शिक्षकों, शिक्षा मित्रों, अनुदेशकों एवं शिक्षणेत्तर कर्मचारियों के हितों के लिए कार्यरत है। इस माह संस्था राज्यभर के 20 दिवंगत सदस्यों के परिजनों को लगभग 50-50 लाख रुपये की सामूहिक आर्थिक मदद प्रदान करने जा रही है। इनमें स्व. निर्भय नारायण सिंह का परिवार भी शामिल है।उन्होंने बताया कि उनकी पत्नी के बैंक खाते में प्रदेश के लगभग तीन से साढ़े तीन लाख टीएससीटी सदस्य 15 रुपये 50 पैसे प्रति सदस्य की दर से सहयोग राशि भेजेंगे। संस्था के प्रदेश अध्यक्ष विवेकानंद शनिवार को सोशल मीडिया के माध्यम से बैंक खाता विवरण जारी करेंगे। खाते में 25 नवंबर तक सहयोग राशि भेजी जा सकेगी।मेहता ने बताया कि टीएससीटी अब तक प्रदेश के 436 दिवंगत सदस्यों के परिजनों की आर्थिक सहायता कर चुकी है। हालांकि, यह पहला अवसर है जब किसी खंड शिक्षा अधिकारी के परिवार को टीम की ओर से सहयोग मिल रहा है।
पुरानी पेंशन बहाली और TET अनिवार्यता से मुक्ति के लिए अटेवा ने कसी कमर
संजीव सिंह बलिया अटेवा डेस्क, बलिया नवानगर। ब्लॉक संसाधन केंद्र नवानगर परिसर में अटेवा पेंशन बचाओ मंच के तत्वावधान में पेंशन संवाद कार्यक्रम सह गोष्ठी का सफल आयोजन किया गया। कार्यक्रम में जिले के कई शिक्षकों व कर्मचारियों ने भाग लेकर पुरानी पेंशन बहाली और शिक्षक हितों से जुड़ी मांगों को लेकर अपनी एकजुटता प्रदर्शित की।मुख्य अतिथि अटेवा बलिया के जिला संयोजक समीर कुमार पांडेय ने अपने संबोधन में कहा कि अटेवा का गठन पुरानी पेंशन बहाली के उद्देश्य से किया गया था, जो आज एक राष्ट्रव्यापी आंदोलन का रूप ले चुका है। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री विजय कुमार बंधु के नेतृत्व में कई राज्यों में पुरानी पेंशन बहाल होने की दिशा में उल्लेखनीय सफलता मिली है। उन्होंने शिक्षकों से आह्वान किया कि 25 नवंबर को दिल्ली में आयोजित होने वाली “पेंशन महारैली” में अधिक से अधिक संख्या में पहुँचकर अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें।जिला महामंत्री राकेश मौर्य ने कहा कि अटेवा शिक्षकों के हितों और पुरानी पेंशन की बहाली के लिए संकल्पित है। उन्होंने कहा कि यदि हम सबका निरंतर सहयोग मिलता रहा, तो यह आंदोलन निश्चित रूप से अपने लक्ष्य तक पहुँचेगा।अटेवा बलिया के वरिष्ठ उपाध्यक्ष विनय राय ने संगठन के उद्देश्यों और कार्यों का विस्तार से उल्लेख करते हुए उपस्थित शिक्षकों से 25 नवंबर को दिल्ली पहुँचने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ पेंशन की लड़ाई नहीं, बल्कि शिक्षक स्वाभिमान का आंदोलन है।कार्यक्रम में प्राथमिक शिक्षक संघ (1160) के जिलाध्यक्ष सत्येंद्र राय, अटेवा जिला मीडिया प्रभारी संजीव कुमार सिंह, ब्लॉक संयोजक पंदह मुकेश गुप्ता, ब्लॉक महामंत्री मदन यादव, कोषाध्यक्ष राकेश मौर्य, विबीटीसी नवानगर के ब्लॉक अध्यक्ष ओमप्रकाश भारती, एआरपी अरुण त्रिपाठी, सुनील सरगम, उदित नारायण, दिव्येंदु शर्मा, चंदन गुप्ता, रणधीर वर्मा, अश्विनी कुमार, पंकज कुमार, अनिल सिंह बिट्टू, वेद प्रकाश आर्य, मोहम्मद इस्लाम, नीरज गुप्ता, अनुप कुमार सिंह, अजय राय, फैयाज अंसारी सहित अनेक शिक्षक एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।कार्यक्रम की अध्यक्षता अटेवा ब्लॉक अध्यक्ष श्री क्रांति देव सिंह ने की तथा संचालन अटेवा ब्लॉक मीडिया प्रभारी श्री प्रतीक मिश्र ने किया। अंत में आभार ज्ञापन जिला संरक्षक अभिषेक कुमार राय ने प्रस्तुत किया।
बिहार में एनडीए की प्रचंड जीत पर नगरा में भाजपा कार्यकर्ताओं ने मनाया जश्न पटाखे छोड़े, मिष्ठान वितरण कर व्यक्त की खुशी
संजीव सिंह बलिया । नगरा:बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए गठबंधन की प्रचंड बहुमत से हुई जीत पर भाजपा कार्यकर्ताओं में भारी उत्साह देखने को मिला। शुक्रवार की सायंकाल भाजपा के स्थानीय कार्यकर्ताओं ने अध्यक्ष सूर्य प्रकाश सिंह पप्पू के नेतृत्व में नगर पंचायत क्षेत्र में विजय उत्सव मनाया।कार्यकर्ताओं ने हनुमान चौक और दुर्गा चौक पर पटाखे छोड़कर मिठाई बांटी और “भारत माता की जय” के नारों से पूरा बाजार गुंजा दिया। कार्यकर्ताओं ने विजय जुलूस निकालते हुए लोगों को एनडीए की जीत की बधाई दी।इस अवसर पर वरिष्ठ कार्यकर्ता कैलाश बिहारी सिंह ने कहा कि देश की जनता का भरोसा भाजपा के नेतृत्व पर लगातार बढ़ रहा है। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भारत विश्व पटल पर नई ऊंचाइयों को छू रहा है। बिहार में मिली यह ऐतिहासिक जीत जनता के विश्वास और विकास की राजनीति की विजय है।कार्यक्रम में डीएन प्रजापति देवा भाई, पंचम गुप्ता, पृथ्वीपाल सिंह, दिनेश राजभर, पूर्व मंत्री छट्ठू राम, राजू सोनी, अमरेन्द्र सोनी, फतेह सिंह, अभिषेक सिंह, प्रमोद पाठक, विपिन मिश्रा, सुरेश मुन्ना सोनी, कृष्ण कुशवाहा, गुड्डू पांडेय सहित अनेक कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
बलिया ददरी मेले में 16 नवम्बर को भोजपुरी नाइट्स में झूमेंगे दर्शक, निरहुआ और आम्रपाली दुबे करेंगे धमाल
संजीव सिंह बलिया। ऐतिहासिक ददरी मेला 2025 के तहत आगामी 16 नवम्बर की शाम भारतेन्दु मंच पर भोजपुरी नाइट्स कार्यक्रम का भव्य आयोजन किया जाएगा। शाम 7 बजे से शुरू होने वाले इस खास कार्यक्रम में भोजपुरी सिनेमा के सुपरस्टार दिनेश लाल यादव ‘निरहुआ’ और लोकप्रिय अभिनेत्री आम्रपाली दुबे अपने गीतों और शानदार प्रस्तुतियों से दर्शकों को झूमने पर मजबूर करेंगे।मेला प्रबंधन समिति के अनुसार, इस अवसर पर हजारों दर्शकों के पहुंचने की संभावना है। मंच पर संगीत, नृत्य और मनमोहक प्रस्तुतियों का रंगारंग माहौल देखने को मिलेगा।सभी नागरिकों से अपील की गई है कि अधिक से अधिक संख्या में कार्यक्रम में शामिल होकर इस सांस्कृतिक संध्या का आनंद लें और ददरी मेले की परंपरा और गौरव में सहभागी बनें।

स्थान: भारतेन्दु मंच, ददरी मेला परिसर, बलिया तिथि: 16 नवम्बर 2025 समय: शाम 07 बजे से
भोजपुरी माटी, भाषा और संस्कृति पर संगोष्ठी 16 नवंबर को, तैयारी बैठक में बनी रूपरेखा
संजीव सिंह बलिया! भोजपुरी पुनर्जागरण मंच और श्री मुरली मनोहर टाउन स्नातकोत्तर महाविद्यालय बलिया के बायोटेक्नोलॉजी विभाग के सौजन्य से ‘भोजपुरी भाषा, माटी और संस्कृति के सवाल’ विषयक संगोष्ठी का आयोजन 16 नवंबर 2025 को पूर्वाह्न 11 बजे राजेंद्र प्रसाद सभागार में किया जाएगा।इस संगोष्ठी की तैयारी हेतु आज 13 नवंबर 2025 को डॉ. राहुल पांडे के आवास पर बैठक संपन्न हुई, जिसमें डॉ. भोला प्रसाद आग्नेय, डॉ. राहुल पांडे, राघवेंद्र प्रताप राही समेत अनेक विशिष्टजन उपस्थित रहे। बैठक में कार्यक्रम की रूपरेखा और विषयवस्तु पर विस्तार से विचार विमर्श किया गया। तय हुआ कि संगोष्ठी में भोजपुरी की समृद्ध विरासत, वर्तमान स्थिति और सांस्कृतिक संरक्षण के उपायों पर गंभीर चर्चा होगी।संगोष्ठी के मुख्य अतिथि श्री मुरली मनोहर टाउन स्नातकोत्तर महाविद्यालय बलिया के प्रबंध समिति अध्यक्ष माननीय राकेश कुमार होंगे। उन्होंने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि "भोजपुरी भाषा न केवल हमारी सांस्कृतिक पहचान है, बल्कि क्षेत्रीय गर्व का प्रतीक भी है। ऐसे आयोजनों के माध्यम से नई पीढ़ी में भी इसकी चेतना जागृत की जा सकती है।"संगोष्ठी में विद्वान वक्ताओं के साथ ही समाज के विभिन्न वर्गों की भागीदारी सुनिश्चित करने का निर्णय लिया गया। आयोजन का उद्देश्य भोजपुरी साहित्य, लोककला और परंपराओं की प्रासंगिकता को उजागर करना तथा युवाओं में भाषायी गर्व का भाव उत्पन्न करना है।
सस्ते घी की सच्चाई पर सवाल — क्या बाजार में मिलावटी दूध-घी का बड़ा कारोबार चल रहा है?
अमर बहादुर सिंह, बलिया शहर/नई दिल्ली।
देश में दूध और घी के लगातार बढ़ते दामों के बीच अब उपभोक्ताओं के मन में एक बड़ा सवाल खड़ा हो गया है — जब एक किलो शुद्ध घी बनाने में करीब 25 लीटर दूध लगता है, जिसकी कीमत लगभग ₹1400 तक बैठती है, तो फिर अमूल और मदर डेयरी जैसी बड़ी कंपनियाँ मात्र ₹525 से ₹600 में 900 ग्राम घी कैसे बेच रही हैं?यह सवाल अब सोशल मीडिया से लेकर आम जनता तक चर्चा का विषय बन गया है। उपभोक्ताओं का कहना है कि या तो कंपनियाँ घाटे में घी बेच रही हैं, या फिर दूध और घी के उत्पादन में कहीं न कहीं मिलावट का खेल चल रहा है।विशेषज्ञों के अनुसार, शुद्ध देसी घी तैयार करने में 20–25 लीटर शुद्ध दूध की आवश्यकता होती है। यदि दूध की औसत कीमत ₹55 से ₹60 प्रति लीटर मानी जाए, तो एक किलो घी की लागत लगभग ₹1300 से ₹1500 तक पहुँचती है। ऐसे में इतने कम दाम पर घी बिक्री की प्रक्रिया, स्रोत और गुणवत्ता पर गंभीर सवाल उठना स्वाभाविक है।सोशल मीडिया पर लोग #FakeGhee और #FSSAI_Investigation जैसे हैशटैग चलाकर इस मुद्दे की सख्त जांच की मांग कर रहे हैं। उपभोक्ताओं का कहना है, “अगर बड़ी कंपनियाँ इतनी सस्ती दरों पर घी बेच रही हैं, तो या तो दूध मिलावटी है या घी में रासायनिक पदार्थों का इस्तेमाल हो रहा है।”खाद्य सुरक्षा के नियामक FSSAI (भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण) पर अब निष्पक्ष जांच की जिम्मेदारी बढ़ गई है। जनता की यह भी मांग है कि सभी ब्रांडेड और स्थानीय घी के सैंपल FSSAI प्रयोगशालाओं में टेस्ट किए जाएँ, उत्पादन प्रक्रिया और दूध के स्रोत की जानकारी सार्वजनिक की जाए, और मिलावट पाए जाने पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए।जब तक सच्चाई सामने नहीं आती, तब तक यह सवाल हर घर तक गूंजता रहेगा —
“क्या हम जो घी खा रहे हैं, वह सच में शुद्ध है?”
आज़ादी के योद्धा राम विचार पाण्डेय का निधन, जनपद में शोक की लहर
संजीव सिंह बलिया!राजकीय सम्मान के साथ हुआ अंतिम संस्कारबलिया। गोवा मुक्ति आंदोलन के वीर स्वतंत्रता संग्राम सेनानी राम विचार पाण्डेय का निधन बुधवार की भोर में निराला नगर, बलिया स्थित उनके आवास पर हो गया। 98 वर्षीय पाण्डेय के निधन की खबर फैलते ही पूरे जनपद में शोक की लहर दौड़ गई। उनके पार्थिव शरीर को पैतृक गांव नारायनापाली लाया गया, जहां श्रद्धांजलि देने वालों का तांता लग गया।स्वर्गीय राम विचार पाण्डेय पूर्वांचल के एकमात्र जीवित स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे। वे गोवा मुक्ति आंदोलन के प्रमुख अगुआ रहे, जिसे स्वतंत्रता सेनानी डॉ. राम मनोहर लोहिया के आह्वान पर संचालित किया गया था। इस आंदोलन के दौरान उन्हें 24 घंटे हिरासत में रखा गया और 15 बेंत की सजा दी गई थी। पेशे से शिक्षक रह चुके पाण्डेय ने कौशल कुमार इंटर कॉलेज नारायणगढ़ में अध्यापक एवं बाद में प्रधानाचार्य के रूप में अपनी सेवाएं दी थीं।उनके निधन पर सांसद सनातन पाण्डेय, पूर्व मंत्री उपेन्द्र तिवारी, अंबिका चौधरी, जिलाधिकारी मंगला प्रसाद, पुलिस अधीक्षक डॉ. ओमवीर सिंह सहित अनेक जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों ने उनके पार्थिव शरीर पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।
स्वतंत्रता सेनानी का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ श्रीरामपुर घाट पर किया गया, जहां उनके पुत्र अखिलेश पाण्डेय ने उन्हें मुखाग्नि दी।
इस अवसर पर सीओ सदर मोहम्मद उस्मान, एसडीएम सदर, तहसीलदार, प्रधान संघ के ब्लॉक अध्यक्ष अनिल यादव, सपा युवजन सभा जिलाध्यक्ष रजनीश यादव, भानू दुबे, मुकुल दुबे, टुनटुन उपाध्याय, सुशील पांडेय  कान्ह जी सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।
स्वतंत्रता सेनानी व पूर्व प्रधानाचार्य रामविचार पाण्डेय के निधन पर सपा ने जताया गहरा शोक
संजीव सिंह बलिया।स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एवं प्रधानाचार्य रहे रामविचार पाण्डेय जी के आकस्मिक निधन पर समाजवादी पार्टी ने गहरा शोक व्यक्त किया है पार्टी के उपाध्यक्ष/ प्रवक्ता सुशील कुमार पाण्डेय "कान्हजी" ने शोक संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि स्वर्गीय पाण्डेय जी बलिया जनपद के भगवती तेवर और आजादी लड़ाई में जनपद के तरफ से दिए गए योगदान के प्रतीक थे उनके निधन से बलिया ने अपना एक बहादुर योद्धा खोया है जो देश समाज के बेहतरी के लिए आजीवन संघर्षरत रहे समाजवादी पार्टी बलिया उनके निधन पर गहरा शोक पर प्रकट करती है और ईश्वर से प्रार्थना है कि गतात्मा को अपने श्री चरणों में स्थान प्रदान करें।
जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान पकवाइनार में एकीकृत संपूर्ण प्रशिक्षण का 11वां बैच प्रारंभ
संजीव सिंह बलिया! राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद उत्तर प्रदेश, लखनऊ द्वारा एक अभिनव प्रयास के अंतर्गत प्रदेश के समस्त शिक्षकों को समेकित कार्यक्रम के अंतर्गत एकीकृत *संपूर्ण* प्रशिक्षण प्रदान किए जाने की योजना बनाई गई है। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान पकवाइनार बलिया में जून 2025 से इस प्रशिक्षण के अंतर्गत जनपद के विभिन्न शिक्षा क्षेत्र के परिषदीय प्राथमिक विद्यालय में कार्यरत शिक्षकों को पांच दिवस का प्रशिक्षण कराते हुए उनके अंदर 21वीं सदी के अपेक्षित जीवन कौशलों के विकास, समावेशी एवं सुरक्षित विद्यालई वातावरण के सृजन हेतु विभिन्न प्रकार की गतिविधियों का आयोजन इस प्रशिक्षण के अंतर्गत किया जा रहा है। आज जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान पकवाइनार बलिया पर गतिमान एकीकृत प्रशिक्षण संपूर्ण के 11 में बैच का शुभारंभ किया गया। प्राचार्य शिवम पांडे के निर्देशन में गतिमान इस प्रशिक्षण में शिक्षक बढ़-चढ़कर भागीदारी सुनिश्चित कर रहे हैं तथा अपने अनुभवों को साझा कर रहे हैं। डाइट के प्रशिक्षण प्रभारी डॉक्टर मृत्युंजय सिंह तथा इस प्रशिक्षण के नोडल रविरंजन खरे के कुशल नेतृत्व में पीपीटी के माध्यम से विषय वस्तु को रोचक बनाते हुए समूह चर्चा, रोल प्ले, डेमो तथा खेल गतिविधि आदि विद्यार्थियों में कैसे विकसित की जाए इस पर वृहद चर्चा का आयोजन भी किया जा रहा है। क्षमता संवर्धन के लिए आयोजित इस प्रशिक्षण में गणित ,भाषा शिक्षण, नेतृत्व क्षमता संवर्धन, स्वास्थ्य के लिए खेल का योगदान इत्यादि से संबंधित बिंदुओं को पांच दिवसीय प्रशिक्षण के 20 सत्रों में समाहित किया गया है तथा इन बिंदुओं के दृष्टिगत शिक्षकों को प्रशिक्षित करने का कार्य किया जा रहा है। इस प्रशिक्षण का एक उद्देश्य यह भी है की निर्धारित समय में अध्यापक छात्र-छात्राओं को अध्यापन हेतु किस प्रकार से अधिक से अधिक समय प्रदान कर सकें। सीखना बोझ ना हो करके आनंद की अनुभूति बने तथा विद्यार्थियों के समग्र विकास में सहयोगी हो इस बात पर अधिक जोर दिया जा रहा है ।प्रशिक्षण के प्रत्येक सत्र में ऐसी गतिविधियों का समावेश किया गया है जो छात्रों को विकसित भारत की योजना के अनुरूप बना सके तथा उनके अंदर कुशलता का विकास किया जा सके। 11 में बैच के प्रशिक्षण में शिक्षा क्षेत्र बेलहरी, दुबहर,सीयर,पंदह तथा नगरा के शिक्षक प्रतिभाग कर रहे हैं। यह प्रशिक्षण आज 11 नवंबर 2025 को प्रारंभ हुआ है जो दिनांक 15 नवंबर 2025 तक संचालित होगा। विदित है कि जनपद बलिया में इस प्रशिक्षण में प्रथम चक्र में कुल 1500 अध्यापकों को प्रशिक्षित किया जाना है जिसमें प्रत्येक शिक्षा क्षेत्र की भागीदारी को सुनिश्चित करते हुए कम से कम 100 अध्यापकों की प्रतिभागिता होनी है। इस प्रशिक्षण में जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान के प्रवक्ता गण देवेंद्र सिंह, अविनाश सिंह ,जानू राम ,डॉक्टर अशफाक ,हलचल चौधरी ,किरण सिंह, डा शाइस्ता अंजुम ,राम प्रकाश द्वारा योजना बनाकर प्रशिक्षित किया जा रहा है। प्रशिक्षण में तकनीकी सहयोग पूर्व एकेडमिक पर्सन डॉक्टर शशि भूषण मिश्र, संतोष कुमार तथा शिक्षक चंदन मिश्रा द्वारा प्रदान किया जा रहा  है!
बजरंग दल रसड़ा की जिला बैठक संपन्न, नए दायित्वों की घोषणा और युवाओं को प्रेरित करने का संदेश
संजीव सिंह बलिया!9 नवंबर को डॉ. आई. डी. वर्मा विद्यालय, गड़वार में बजरंग दल रसड़ा की जिला बैठक संपन्न हुई। इस बैठक में विश्व हिन्दू परिषद की युवा शाखा बजरंग दल के जिला, प्रखंड और नगर स्तर के सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित रहे। मुख्य अतिथि के रूप में प्रांत सह मंत्री मंगलदेव चौबे और मुख्य वक्ता के रूप में प्रांत संयोजक दुर्गेश प्रताप राव ने बैठक को संबोधित किया।बजरंग दल की भूमिका और युवाओं को प्रेरणा बैठक को संबोधित करते हुए प्रांत सह मंत्री मंगलदेव चौबे ने बजरंग दल के नवनियुक्त युवाओं को उनकी जिम्मेदारियों के प्रति जागरूक किया। उन्होंने कहा कि जब भी हिंदू समुदाय पर अत्याचार होता है, बजरंग दल ढाल बनकर खड़ा होता है। उन्होंने बताया कि जब हिंदू परिवारों को उनके घरों से निकाला जाता है, जब हिंदू घरों की बेटियों को जिहादी प्रेम जाल में फंसाकर उनका धर्मांतरण किया जाता है, जब मंदिरों को दूषित किया जाता है या गौ हत्या की जाती है, तो बजरंग दल इन सभी घटनाओं का विरोध करता है।उन्होंने बताया कि बजरंग दल आपदा के समय लोगों की सहायता करता है, बाढ़ के समय अन्न वितरण करता है, ठंड में कंबल बांटता है, तीर्थों पर भोजन और रक्तदान का आयोजन करता है। साथ ही युवाओं को रोजगार, शिक्षा और आत्मरक्षा का प्रशिक्षण भी देता है।बजरंग दल का उद्देश्य और नए दायित्वों की घोषणा प्रांत संयोजक दुर्गेश प्रताप राव ने बताया कि बजरंग दल का उदय प्रभु श्रीराम के कार्य के लिए हुआ था। उन्होंने कहा कि जब तक हिंदू संस्कृति पर आंच आएगी, बजरंग दल पहाड़ बनकर सभी का सामना करेगा। इस अवसर पर उन्होंने रसड़ा जिले में नए दायित्वों की घोषणा की।नगरा प्रखंड सह संयोजक: गौतम कुमार रसड़ा नगर मंत्री: रमेश चौरसिया नगर उपाध्यक्ष: कृष्णा कुमार गुप्ता नगर बलोउपासना प्रमुख: अभिनंदन वर्मा चिलकहर प्रखंड संयोजक: आनंद गुप्ता (सोनू)चिलकहर प्रखंड सह संयोजक: अमित कुमार पांडेय चिलकहर बलोउपासना प्रमुख: अमीरचंद राजभर कॉलेज विद्यार्थी संपर्क प्रमुख: रोहित गुप्तासुरक्षा प्रमुख: चंदन गुप्तागौ रक्षा प्रमुख: सूर्य प्रकाश सैनी गड़वार प्रखंड संयोजक: ऋषि वर्मा गड़वार प्रखंड सह संयोजक: ऋषभ सिंह, हैप्पी सिंह, मोनू सिंह कॉलेज विद्यार्थी संपर्क प्रमुख: राणा प्रताप सिंहबलोउपासना प्रमुख: वेद प्रकाश वर्मा मिलन प्रमुख: मन्नू सिंहसुरक्षा प्रमुख: विशाल सिंहगौ रक्षा प्रभु: पवन सिंहउपस्थित वरिष्ठ कार्यकर्ताइस बैठक में विभाग संयोजक दीपक गुप्ता, जिलाध्यक्ष राजीव सिंह चंदेल, जिला मंत्री अरविंद मिश्रा, बलिया के जिला मंत्री भानू तिवारी, संयोजक प्रतीक राय, बलिया जिला संयोजक अरुण सिंह, सह संयोजक विपिन गुप्ता, नगरा संयोजक आशीष गुप्ता सहित सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित रहे।संदेश और भविष्य की योजनाएंबैठक के दौरान बजरंग दल के नवनियुक्त युवाओं को उनकी जिम्मेदारियों के प्रति प्रेरित किया गया और आगे के कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार की गई। बजरंग दल के नेताओं ने युवाओं से आह्वान किया कि वे अपने समाज और देश की सेवा में अपना योगदान दें और हिंदू संस्कृति की रक्षा के लिए सदैव तत्पर रहें।