गांव जन्धेड़ी में 'मिशन शक्ति' ने दिया सुरक्षा और सम्मान का मंत्र।
सिखेड़ा थाना क्षेत्र में फेज-5.0 अभियान के तहत लगा जागरूकता दरबार ,महिलाओं को '1090' और '1930' की ताकत से जोड़ा
रिपोर्टर,, ब्रह्म प्रकाश शर्मा
जानसठ /सिखेड़ा। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में चलाए जा रहे 'मिशन शक्ति' अभियान के पांचवें चरण (फेज-5.0) को जमीनी स्तर पर मजबूती प्रदान करते हुए, थाना सिखेड़ा पुलिस और मिशन शक्ति टीम ने गांव जन्धेड़ी में एक व्यापक महिला/बालिका जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया। यह पहल न केवल महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति सचेत करने के लिए थी, बल्कि उन्हें स्वावलंबन की राह दिखाने पर भी केंद्रित है।
कार्यक्रम का संचालन करते हुए, उपनिरीक्षक अरुण कुमार और महिला कांस्टेबल सविता ने गांव की महिलाओं और किशोरियों को संबोधित किया। उन्होंने जोर देकर कहा कि महिला सुरक्षा अब केवल पुलिस की जिम्मेदारी नहीं, बल्कि एक सामूहिक जिम्मेदारी है, जिसमें हर नागरिक को जागरूक होना होगा।टीम ने विशेष रूप से सरकार की उन योजनाओं की जानकारी दी जो महिलाओं के जीवन में आर्थिक और सामाजिक बदलाव ला सकती हैं। जैसे विधवा पेंशन, वृद्धावस्था पेंशन और मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के माध्यम से मिलने वाले अनुदान पर विस्तृत चर्चा हुई। और बालिकाओं के लिए सुकन्या समृद्धि योजना के लाभ समझाए गए, जिससे अभिभावक उनकी शिक्षा और विवाह के लिए छोटी बचत से बड़ी पूंजी जुटा सकें।जीवन स्तर सुधार हेतु प्रधानमंत्री आवास योजना और उज्ज्वला योजना (नि:शुल्क गैस कनेक्शन) के तहत पात्रता और आवेदन प्रक्रिया की जानकारी दी गई। महिला टीम ने जोर दिया कि 'खतरे की स्थिति में चुप न रहें'। उन्होंने महिलाओं को तुरंत सहायता प्राप्त करने के लिए महत्वपूर्ण डिजिटल और पारंपरिक हेल्पलाइन नंबरों का उपयोग सिखाये और हेल्पलाइन नंबर 1090 यौन उत्पीड़न/छेड़छाड़ की गोपनीय शिकायत के लिए तथा पुलिस आपातकालीन सेवा 112 किसी भी आपात स्थिति में तत्काल पुलिस, एम्बुलेंस, फायर सेवा के लिए। साइबर हेल्पलाइन 1930 ऑनलाइन ठगी या साइबर अपराध होने पर तुरंत रिपोर्ट करने के लिए चाइल्ड लाइन 1098 बच्चों से संबंधित किसी भी समस्या या सुरक्षा हेतु महिला हेल्पलाइन 181 महिला कल्याण संबंधी सहायता एवं परामर्श के लिए जानकारी दी तथा पुलिसकर्मियों ने बताया कि हर थाने में महिला हेल्प डेस्क काम कर रही है, जहां बिना किसी झिझक के महिलाएं अपनी शिकायत दर्ज करा सकती हैं।
कार्यक्रम के समापन पर, टीम ने सभी योजनाओं और हेल्पलाइन नंबरों की जानकारी वाले पम्फलेट घर-घर वितरित किए। क्षेत्रीय व गांव की महिलाओं ने सिखेड़ा पुलिस के इस प्रयास की सराहना की और कहा कि इस तरह के कार्यक्रम उन्हें कानूनी और सामाजिक रूप से मजबूत बनाते हैं। यह आयोजन सिखेडा पुलिस के 'नारी सुरक्षा, सम्मान और स्वावलंबन' के संकल्प बहुत ही अच्छा बताया।












Nov 12 2025, 18:16
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