फरीदाबाद आतंकी मॉड्यूल मास्टरमाइंड है मौलवी इमरान, डॉक्टर्स का किया माइंडवॉश, दिल्ली धमाके से जुड़े तार

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दिल्ली के लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास सोमवार शाम में हुए एक कार विस्फोट में मरने वालों की संख्या बढ़कर 13 हो गई है। इस बीच मामले की जांच एनआईए को सौंप दी गई है। अब तक की जांच से यह पता चला है कि इस विस्फोट का संबंध सोमवार को ही पकड़े गए फरीदाबाद टेरर मॉड्यूल से है। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने इस मॉड्यूल का फंडाफोड़ किया है। इस मॉड्यूल में कई डॉक्टर को गिरफ्तार किया है। अब एक बड़ा सवाल ये है कि लोगों की जिंदगियां बचाने वाले डॉक्टर्स कैसे जानलेवा हो गए?

लाल किले के पास हुए कार धमाके से कुछ घंटे पहले हरियाणा और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने फरीदाबाद आतंकी मॉड्यूल का पर्दाफाश किया था। इस मॉड्यूल में कई डॉक्टरों के शामिल होने के कारण इसे व्हाइट कॉलर टेरर मॉड्यूल कहा गया है। दिल्ली बम विस्फोट की जांच में अब यह खुलासा हुआ है कि इस मॉड्यूल के पीछे असली दिमाग मौलवी इरफान अहमद का था। जम्मू-कश्मीर पुलिस की कार्रवाई में इस शख्स को गिरफ्तार किया गया है।

डॉक्टर्स का माइंडवॉश कर बनाया कट्टरपंथी

जम्मू-कश्मीर के शोपियां का रहने वाला मौलवी इरफान कथित तौर पर एक व्हाइट कॉलर टेरर मॉड्यूल चला रहा था। यह मेडिकल छात्रों और युवा डॉक्टरों को निशाना बनाता था। सोमवार को नई दिल्ली में हुए कार विस्फोट से कुछ घंटे पहले फरीदाबाद में पकड़े गए नेटवर्क से भी इसका लिंक है। माना जा रहा है कि डॉक्टर्स का माइंडवॉश करके उन्हें कट्टरपंथी बनाने में इसका अहम रोल है।

जैश-ए-मोहम्मद से प्रेरित था मौलवी

खुफिया सूत्रों के अनुसार, मौलवी इरफान ने फरीदाबाद मॉड्यूल के डॉक्टरों और मेडिकल छात्रों को कट्टरपंथी बनाया था। वह पहले श्रीनगर के गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज में पैरामेडिकल स्टाफ़ था और छात्रों से लगातार संपर्क में था। इसके अलावा, वह नौगाम मस्जिद का इमाम भी रह चुका है। सूत्रों के अनुसार, मौलवी इरफान जैश-ए-मोहम्मद से प्रेरित था और छात्रों को इसके वीडियो दिखाता था वह टेलीग्राम जैसे प्लेटफॉर्म के माध्यम से जैश-ए-मोहम्मद का प्रचार करता था। 

ऐसे मौलवी तक पहुंची पुलिस

19 अक्टूबर को बनपोरा नौगाम में जैश-ए-मोहम्मद के पोस्टर सामने आने के बाद जांच शुरू हुई, जिनमें पुलिस और सुरक्षा बलों को धमकी दी गई थी। नौगाम पुलिस स्टेशन में यूएपीए, विस्फोटक पदार्थ अधिनियम और शस्त्र अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया था। पत्थरबाज़ों का इतिहास रखने वाले तीन सक्रिय कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया। उन्होंने पूछताछ में पुलिस को मौलवी इरफान अहमद तक पहुंचाया। उनकी सूचना के आधार पर डॉ. अदील अहमद और शोपियां के मौलवी से जुड़े ज़मीर अहंगर को गिरफ़्तार किया गया।

अस्पताल से डिस्चार्ज हुए धर्मेंद्र, बॉबी देओल सुबह-सुबह घर लेकर लौटे, डॉक्टर ने दिया हेल्थ अपडेट

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बॉलीवुड के दिग्गज एक्टर धर्मेंद्र को अस्पताल से डिस्टार्ज करा लिया गया है। हालात स्थिर देखते हुए उन्हें सुबह-सुबह डिस्चार्ज कर दिया गया। धर्मेंद्र बुधवार सुबह अस्पताल से डिस्चार्ज होकर अपने घर लौट आए। उन्हें एंबुलेंस में डिस्चार्ज कराकर बॉबी देओल घर ले गए। हालांकि, अभी उनका इलाज घर पर ही जारी रहेगा। बता दें कि 89 साल की उम्र में उन्‍हें सांस लेने की तकलीफ के कारण मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्‍पताल में भर्ती करवाया गया था।

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घर पर ही होगा इलाज

धर्मेंद्र के डिस्चार्ज होने की खबर सामने आते ही फैंस के बीच खुशी का माहौल है। हर किसी ने राहत की सांस ली है। वहीं, धर्मेंद्र की हेल्थ को लेकर अपडेट देते हुए डॉ. प्रतित समदानी ने 'पीटीआई' को बताया, धर्मेंद्र जी को सुबह करीब साढ़े सात बजे अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। उनका इलाज घर पर ही किया जाएगा क्योंकि परिवार ने उन्हें घर पर ही इलाज देने का फैसला किया है।

सनी देओल की टीम ने की अफवाहों से बचने की अपील

बॉलीवुड के दिग्गज एक्टर धर्मेंद्र के अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद सनी देओल की टीम ने ऑफिशियल बयान जारी किया है। बयान में कहा गया है, धर्मेंद्र अब अस्पताल से छुट्टी पा चुके हैं और घर पर अपना इलाज जारी रखेंगे। हम मीडिया और जनता से अनुरोध करते हैं कि किसी भी तरह की अटकलें लगाने से बचें और इस समय परिवार की निजता का सम्मान करें। टीम ने आगे लिखा, हम सभी के प्रेम, प्रार्थनाओं और शुभकामनाओं के लिए आभारी हैं। धर्मेंद्र जी के अच्छे स्वास्थ्य और दीर्घायु के लिए दुआ करते रहें। कृपया उनका सम्मान करें, क्योंकि वे आप सभी से बहुत प्यार करते हैं।

1 नवंबर से अस्पताल में थे भर्ती

धर्मेंद्र को 1 नवंबर को सांस लेने में तकलीफ के बाद मुंबई के ब्रेच कैंडी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। करीब 11 दिनों तक डॉक्टरों की निगरानी में रहने के बाद अब उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है। धर्मेंद्र को आज सुबह एम्बुलेंस के जरिए अस्पताल से घर ले जाया गया. इस दौरान सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई थी ताकि भीड़ न जुटे।

दिल्ली के बाद पाकिस्‍तान की राजधानी इस्‍लामाबाद में धमाका, 12 लोगों की मौत

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पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद मंगलवार दोपहर उस वक्त दहल उठी जब जिला अदालत के बाहर जोरदार धमाका हुआ। इस विस्फोट में कम से कम 12 लोगों की मौत हो गई, जबकि 20 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। धमाका इतना जबरदस्त था कि इसकी आवाज छह किलोमीटर दूर तक सुनी गई।

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पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद के सेक्टर जी-11 में कचहरी के बाहर धमाका हुआ है। पाकिस्तान के गृह मंत्री मोहसिन नकवी ने मीडिया को बताया है कि इस घटना में 12 लोगों की मौत हुई है और 27 लोग जख़्मी हुए हैं। मोहसिन नकवी ने बताया है, दोपहर 12.39 बजे कचहरी पर एक आत्मघाती हमला हुआ। इस हमले से बड़ा नुक़सान हुआ है जिसमें 12 लोग शहीद हो चुके हैं और 27 के क़रीब जख़्मी हैं, जिनका इलाज जारी है।

रक्षा मंत्री ने कहा- पाकिस्तान जंग के हालात में

इस घटना के बाद पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख़्वाजा आसिफ़ ने एक्स पर पोस्ट करके कहा है कि पाकिस्तान जंग के हालात में है। उन्होंने एक्स पर लिखा, अगर कोई यह सोचता है कि पाकिस्तान की सेना अफगान-पाकिस्तान सीमा क्षेत्र और सुदूर बलूचिस्तान के इलाक़ों में जंग लड़ रही है तो आज इस्लामाबाद ज़िला कचहरी में हुआ आत्मघाती हमला एक वेकअप कॉल है कि यह सारे पाकिस्तान की जंग है। जनता की सुरक्षा के लिए पाकिस्तान सेना रोज़ाना बलिदान दे रही है। इस माहौल में काबुल के शासकों से कामयाब बातचीत की उम्मीद रखना निरर्थक है। काबुल के शासक पाकिस्तान में दहशतगर्दी को रोक सकते हैं लेकिन इस्लामाबाद तक जंग को लाना काबुल से एक पैग़ाम है जिसका पाकिस्तान भरपूर जवाब देने की पूरी ताक़त रखता है।

कोई बख्शा नहीं जाएगा...दिल्ली धमाके पर भूटान में बोले पीएम मोदी

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दिल्ली ब्लास्ट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहली प्रतिक्रिया सामने आई है। पीएम मोदी ने भूटान में एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि साजिशकर्ताओं को बख्शा नहीं जाएगा। बता दे कि प्रधानमंत्री मोदी भूटान के दो दिवसीय दौरे पर हैं। सोमवार शाम दिल्ली में बम धमाका हुआ और पीएम मोदी तय कार्यक्रम के अनुसार, मंगलवार सुबह भूटान पहुंचे। यहीं उन्होंने दिल्ली विस्फोट की घटना पर बयान दिया।

पूरा देश पीड़ितों के साथ- पीएम मोदी

थिम्फू के एक कार्यक्रम में संबोधन करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, आज मैं यहां बहुत भारी मन से आया हूं। कल शाम दिल्ली में हुई भयावह घटना ने सभी के मन को व्यथित कर दिया है। मैं पीड़ित परिवारों का दुख समझता हूं। आज पूरा देश उनके साथ खड़ा है। मैं कल रात भर इस घटना की जांच में जुटी सभी एजेंसियों के साथ संपर्क में था। सभी महत्वपूर्ण लोगों के साथ संपर्क में था। जानकारियों के तार जोड़े जा रहे थे।

आतंकियों को अल्टीमेटम

पीएम मोदी ने भूटान से आतंकियों को अल्टीमेटम देते हुए कहा, इसके पीछे के षड्यंत्रकारियों को बख्शा नहीं जाएगा। सभी जिम्मेदार लोगों को न्याय के कटघरे में लाया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिवसीय यात्रा पर मंगलवार को भूटान पहुंचे हैं, जहां वह हिमालयी देश के चतुर्थ नरेश जिग्मे सिंग्ये वांगचुक के 70वें जन्मदिन समारोह में शामिल हुए।

दिल्ली ब्लास्ट में मौत का आंकड़ा 12 तक पहुंचा

सोमवार की शाम दिल्ली में लाल किले के नजदीक एक कार में हुए विस्फोट में 12 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हैं। जांच एजेंसियां विस्फोट की जांच में जुटी हैं। शुरुआती जांच में पता चला है कि अमोनियम नाइट्रेट का इस्तेमाल कर धमाका गया। इससे पहले फरीदाबाद से जांच एजेंसियों ने एक आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया और करीब तीन क्विंटल अमोनियम नाइट्रेट बरामद किया था। जांच एजेंसियों को शक है कि दिल्ली विस्फोट के तार भी फरीदाबाद के आतंकी मॉड्यूल से जुड़े हैं।

लाल किला ब्लास्ट: 4 कातिल डॉक्टर, 3 वक्त रहते धराए, चौथे ने जान देकर मचाया कत्लेआम

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देश राजधानी दिल्ली सोमवार शाम को दहल उठी। लाल किले के पास जोरदार धमाका हुआ, जिसमें 9 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। में लाल किले के पास हुए धमाके की जांच में नया खुलासा हुआ है। दिल्ली पुलिस अधिकारियों ने बताया कि यह आईईडी बम धमाका था। पुलिस सूत्रों का कहना है कि दिल्ली कार ब्लास्ट एक फिदायीन हमला था। आरोपी डॉक्टर उमर मोहम्मद ने खुद को कार उड़ा लिया।

उमर मोहम्मद फरीदाबाद मॉड्यूल की एक कड़ी

पुलिस सूत्रों ने बताया कि पुलिस की प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि लाल किले के पास हुए विस्फोट में अमोनियम नाइट्रेट, ईंधन तेल और डेटोनेटर का इस्तेमाल किया है। हालांकि इसकी अभी तक पुष्टि नहीं हुई है। पुलिस सूत्रों से जानकारी मिली है कि उमर मोहम्मद फरीदाबाद मॉड्यूल का एक और डॉक्टर था। पेशे से डॉक्टर उमर मोहम्मद कथित तौर पर जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी मॉड्यूल से जुड़ा था।

डॉ उमर ने दिया धमाके को अंजाम

इस धमाके के पीछे एक नहीं चार-चार डॉक्टरों की हैवानियत सामने आ रही है। इनमें से तीन डॉक्टर पहले ही पुलिस के हत्थे चढ़ चुके थे और जो चौथा डॉक्टर फरार बताया जा रहा था, आशंका है कि उसी ने गिरफ्तारी से पहले फिदायीन हमले को अंजाम दे दिया। सीसीटीवी फुटेज में धमाके में इस्तेमाल जिस i20 कार के ड्राइवर को फिदायीन हमले का संदिग्ध माना जा रहा है, वह कथित रूप से डॉक्टर मोहम्मद उमर है, जो गिरफ्तारी के डर से फरार बताया जा रहा था। डॉ उमर फरीदाबाद के अल फलह मेडिकल कॉलेज में तैनात था।

पार्किंग में 3 घंटे खड़ी रही कार

सूत्रों के अनुसार धमाके में इस्तेमाल i20 कार वही चला रहा था। दिल्ली पुलिस के अनुसार, कार ने 10 नवंबर की दोपहर 3:19 बजे पार्किंग में प्रवेश किया। शाम 6:48 बजे पार्किंग से निकली। इसके महज चार मिनट बाद ही 6:52 बजे सुभाष मार्ग लाल बत्ती पर कार में ब्लास्ट हुआ। सूत्रों के अनुसार, संदिग्ध गाड़ी के पार्क होने के बाद कार से बाहर नहीं निकला। अनुमान है कि संदिग्ध किसी का इंतजार कर रहा था, पार्किंग में किसी से निर्देश मिलने की प्रतिक्षा कर रहा था।

दिल्ली का फरीदाबाद कनेक्शन

सिर्फ एक शख्स यानी डॉक्टर उमर मोहम्मद पर लाल किले के पास तबाही मचाने का अंदेशा ही। हालांकि इससे कहीं ज्यादा बड़ी घटना हल गई। दरअसल, इसी हमले की तीन कड़ियां पहले ही दबोच ली गईं थीं। दिल्ली ब्लास्ट की कड़ी फरीदाबाद में पकड़े गए जैश-ए-मोहम्मद मॉड्यूल से जुड़ी है। 10 नवंबर की सुबह ही इस मॉड्यूल से 2,900 किलो विस्फोटक सामग्री बरामद हुई थी। इसमें में 360 किलो अमोनियम नाइट्रेट, डिटोनेटर, टाइमर, और इलेक्ट्रॉनिक सर्किट्स शामिल थे। इस मॉड्यूल में ज्यादातर कश्मीर के डॉक्टर शामिल थे, जो फरीदाबाद और एनसीआर में किराए के मकानों में विस्फोटक जमा कर रहे थे।

इन तीन को पहले ही दबोचा गया

मुजम्मिल शकील: यह पुलवामा का रहने वाला है। वह अल-फलाह अस्पताल (फरीदाबाद) में काम करता था। उसने धौज और फतेहपुर टागा गांवों में दो मकान किराए पर लेकर वहां विस्फोटक रखे थे। पुलिस ने उसे 10 नवंबर की सुबह ही गिरफ्तार कर लिया था। सूत्रों के मुताबिक उसने उमर को विस्फोटक और उपकरण उपलब्ध कराए थे। इस एंगल पर जांच जारी है। माना जा रहा है कि यह मोड्यूल दिल्ली और दूसरे शहरों में कई धमाके करने की योजना बना रहा था।

डॉ. अदील अहमद राथर: आदिल अहमद अनंतनाग, जम्मू-कश्मीर का रहने वाला है। वह गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज, अनंतनाग में काम कर चुका है। उसे उत्तर प्रदेश के सहारनपुर से गिरफ्तार किया गया था। इसने जैश-ए-मोहम्मद के प्रचार पोस्टर लगाए थे और सोशल मीडिया के जरिए युवाओं को भड़काने में शामिल था। इसके पास से हथियार और सामग्री मिली जो अस्पताल के लॉकर में छिपाई गई थी।

डॉ. शाहीन शाहिद: फरीदाबाद में रहने वाली डॉक्टर है। इसने अपनी कार में हथियार छिपाने में मदद की थी। जांच में पता चला कि वह भी इसी आतंकी नेटवर्क का हिस्सा थी।

लाल किला धमाका के तार पुलवामा से जुड़े, दिल्ली से कश्मीर तक कई हिरासत में

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दिल्ली में लाल किले के पास खड़ी एक कार में सोमवार शाम जबरदस्त विस्फोट हुआ, जिससे आसपास मौजूद कई गाड़ियों में आग लग गई और कई की खिड़कियों के शीशे टूट गए। दिल्ली पुलिस ने 9 लोगों की मौत की पुष्टि की है। इस घटना में 20 लोग घायल हुए हैं। जिन्हें एलएनजेपी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

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दिल्ली के होटलों में रातभर चली छापेमारी

दिल्ली में लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास हुए धमाके के बाद दरियागंज से लेकर पहाड़गंज तक दिल्ली पुलिस ने रातभर सर्च ऑपरेशन चलाया। पुलिस की टीम ने सभी होटलों के रजिस्टर चेक कर तहकीकात की। इस दौरान पुलिस ने शक होने पर 4 लोगों को हिरासत में भी लिया। चारों से फिलहाल पूछताछ की जा रही है।

फरीदाबाद में रात भर चला कॉम्बिंग ऑपरेशन

उधर, फरीदाबाद में आतंकी मॉड्यूल के सामने आने बाद लगातार पुलिस एक्शन में है। फरीदाबाद के धौज थाना क्षेत्र में रात भर कांबिंग सर्च ऑपरेशन चला है। लाल किला धमाके के तार भी फरीदाबाद आतंकी मॉड्यूल से जुड़े होने के संकेत मिल रहे हैं।

फरीदाबाद मॉड्यूल के दूसरे एक्टिव ग्रुप पर शक

जांच एजेंसियों को शक है कि सोमवार को दिल्ली पुलिस और हरियाणा पुलिस ने फरीदाबाद आतंकी मॉड्यूल का खुलासा किया था। उसी मॉड्यूल के एक से ज्यादा ग्रुप एक्टिव हैं। एक ग्रुप की जानकारी दूसरे ग्रुप के लोगों को नहीं होती है। एजेंसियों को शक है कि जैसे ही पुलिस ने एक मॉड्यूल का खुलासा किया, दूसरे मॉड्यूल ने ब्लास्ट को अंजाम दिया होगा।

विस्फोट में आई20 कार का इस्तेमाल

घटना का सघन जांच जारी है। सभी एजेंसियां अपने-अपने स्तर पर जांच में जुटी हैं। अभी तक की जांच में यही बता चला है कि इस विस्फोट में आई20 कार का इस्तेमाल हुआ था। इस कार का नंबर हरियाणा का है और यह गाड़ी मोहम्मद सलमान के नाम रजिस्टर्ड थी। हालांकि जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि इस कार की कई बार खरीद-बिक्री हुई थी।

कार तीन घंटे पार्किंग में खड़ी रही

पुलिस ने कार के मालिक मोहम्मद सलमान को तत्काल हिरासत में लेकर पूछताछ की। उसने बताया कि कार ओखला निवासी देवेंद्र को बेच दी थी। देवेंद्र ने उसे अंबाला में किसी तीसरे को बेच दिया। वहां से कार पुलवामा निवासी तारिक को बेच दी गई थी। पुलवामा में 2019 में आतंकियों ने इसी तरह एक वाहन में विस्फोटक भरकर धमाका किया था, जिसमें 40 जवान बलिदान हुए थे। सीसीटीवी फुटेज से खुलासा हुआ है कि कार तीन घंटे पार्किंग में खड़ी रही थी।

फरीदाबाद से गिरफ्तार “आतंकी” डॉक्टर मामले में नया खुलासा, महिला चिकित्सक से जुड़े तार

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दिल्ली से सटे फरीदाबाद में भारी मात्रा में विस्फोटक बरामदगी के मामले में जांच एजेंसियों को एक और अहम सुराग मिला है। पुलिस ने एक महिला डॉक्टर की कार से एक असॉल्ट राइफल, पिस्टल और जिंदा कारतूस बरामद किए हैं। यह कार डॉक्टर मुजम्मिल शकील के सहयोगी के नाम पर है, जो फरीदाबाद के एक अस्पताल में कार्यरत हैं।

जांच में पता चला कि आतंकी मुजम्मिल जिस कार को चलाता था, वह कार इस लेडी डॉक्टर की है। बताया जा रहा है कि गाड़ी का नंबर सामने आने के बाद लेडी डॉक्टर खुद जम्मू पुलिस के पास गई है। जम्मू-कश्मीर पुलिस लेडी डॉक्टर से पूछताछ कर रही है।

कार से AK-47 राइफल बरामद

यह कार मारुति सुजुकी स्विफ्ट है, जिसका नंबर फरीदाबाद के कोड HR 51 से शुरू होता है। पुलिस ने डॉक्टर शकील से पूछताछ के बाद इस कार की तलाशी ली थी। कार से पुलिस ने एक AK-47 राइफल, तीन मैगजीन, एक पिस्टल, जिंदा कारतूस और दो खाली कारतूस बरामद किए हैं। यह वाहन महिला डॉक्टर से जुड़ा हुआ पाया गया। इसी पूछताछ के दौरान शकील ने पुलिस को एक किराए के कमरे की जानकारी दी, जहां से 360 किलो विस्फोटक सामग्री, 20 टाइमर और अन्य संदिग्ध वस्तुएं बरामद की गईं।

अल-फलाह संस्थान में है कार्यरत

डॉक्टर शकील पिछले तीन वर्षों से फरीदाबाद के अल-फलाह स्कूल ऑफ मेडिकल साइंसेज एंड रिसर्च सेंटर में वरिष्ठ डॉक्टर के रूप में कार्यरत थे। वह संस्थान के परिसर में रहते थे, लेकिन इसके अलावा उन्होंने ढोज इलाके में एक कमरा किराए पर भी लिया हुआ था। करीब दस दिन पहले पुलिस को उनकी संदिग्ध गतिविधियों की खुफिया जानकारी मिली थी, जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में उन्होंने महिला डॉक्टर की कार और किराए के कमरे की जानकारी दी।

सहारनपुर के डॉ. आदिल की गिरफ्तारी के बाद बड़े खुलासे

इस पूरे मामले की शुरुआत सहारनपुर के डॉ. आदिल की गिरफ्तारी से हुई थी। उससे पूछताछ में खुलासा हुआ कि 2021–22 से डॉक्टरों का यह नेटवर्क कथित रूप से रैडिकलाइजेशन और आतंकी गतिविधियों से जुड़ा हुआ था। पुलिस हैंडलर्स के रूप में हाशिम और बाद में श्रीनगर स्थित डॉ. ओमर के नाम सामने आए हैं। पुलिस यह पता लगा रही है कि महिला डॉक्टर ने हथियार और विस्फोटक सामग्री की लॉजिस्टिक सपोर्ट दी या नहीं। इसके साथ ही यह भी पता लगाया जा रहा है कि वाहन उसके नाम या नियंत्रण में था या नहीं। उसके कॉल रिकॉर्ड और वित्तीय लेनदेन इस नेटवर्क से जुड़े हैं या नहीं इसका भी पता लगाया जा रहा है।

भारत को दहलाने की साजिश नाकाम, फरीदाबाद में डॉक्टर के कमरे से 360kg विस्फोटक मिला

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उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में जम्मू-कश्मीर पुलिस ने डॉ. आदिल अहमद को गिरफ्तार किया। उसे प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के समर्थन में पोस्टर लगाने के आरोप में जब पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया गया, तो पुलिस भौंचक्‍की रह गई।

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गुप्‍त सूचना के आधार पर जब हरियाणा के फरीदाबाद में एक डॉक्‍टर के घर पर छापा मारकर 360 किलो अमोनियम नाइट्रेट, एके-47 राइफल और बड़ी मात्रा में जिंदा कारतूस बरामद किया है। इस डॉक्‍टर की पहचार अनंतनाग के काजीगुंड निवासी डॉ. आदिल अहमद राथर के तौर पर की गई है। डॉ. आदिल की निशानदेही पर ही फरीदाबाद में छापा मारकर बड़ी मात्रा में विस्‍फोटक बरामद किया गया है।जम्‍मू-कश्‍मीर ने हरियाणा और उत्‍तर पुलिस के साथ‍ मिलकर सीक्रेट तरीके से छापेमारी की।

जैश ए मोहम्मद के पोस्टर्स लगाने के मामले में एक्शन

बीते दिनों श्रीनगर में कई इलाकों पर जैश ए मोहम्मद के पोस्टर्स मिले। श्रीनगर पुलिस ने शहर के कई हिस्सों में जैश-ए-मोहम्मद के प्रचार वाले पोस्टर मिलने के बाद एक मामला दर्ज किया था। पुलिस ने इस पोस्टर्स लगाने वालों की तलाश शुरू की। सीसीटीवी फुटेज चेक किए तो इसमें एक शख्स नजर आया। पुलिस ने उस शख्स की तलाश करनी शुरू की तो पता चला कि यह डॉक्टर आदिल है।

कमरे में मिला मौत का सामना

पुलिस ने डॉ. आदिल के बारे में जानकारी खंगाली तो पता चला कि वो सहारनपुर के एक प्राइवेट अस्पताल में नौकरी कर रहा है। पुलिस ने यहां की पुलिस से संपर्क किया और अंबाला रोड स्थित निजी अस्पताल पर छापा मारकर डॉ. आदिल अहमद को हिरासत में ले लिया गया। इस दौरान कमरे से 14 बैग, 2 ऑटोमैटिक पिस्टल, 84 कारतूस, पांच लीटर केमिकल और एके-47 बरामद की गई है। धौज इलाके में हुई इस कार्रवाई से इलाके में हड़कंप मच गया है।

यूनिवर्सिटी में पढ़ाता था आरोपी डॉक्टर

फरीदाबाद पुलिस कमिश्नर सतेंद्र गुप्ता ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जानकारी देते हुए बताया कि आरोपी के घर से अमोनियम नाइट्रेट मिला है। मौके से असॉल्ट राइफल, तीन मैगजीन, एक पिस्टल भी बरामत हुई है। अभी ऑपरेशन जारी है। इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। ये एक बड़ा मॉड्यूल है। आरडीएक्स नहीं मिला। छापामारी के दौरान करीब 360 किलो अमोनियम नाइट्रेट मिला है। आरोपी डॉक्टर यूनिवर्सिटी में पढ़ाता था। प्रेस कॉन्फ्रेंस में पुलिस उपायुक्त अपराध मुकेश कुमार भी मौजूद रहे।

अब तक दो डॉक्‍टर गिरफ्तार

इस पूरे टेरर नेटवर्क में अभी तक दो डॉक्‍टर को गिरफ्तार किया जा चुका है। डॉक्‍टर आदिल के साथ ही डॉक्‍टर मुजामिल शकील को पकड़ा गया है। डॉ. शकील मूल रूप से कोइल पुलवामा का रहने वाला है। सूत्रों के अनुसार, डॉक्टर आदिल ने करीब तीन माह पहले फरीदाबाद में कमरा किराये पर लिया था। डॉक्टर ने कमरे के मालिक को बताया था कि इस कमरे में सिर्फ उसका सामान रहेगा। इस दौरान किसी को इस बात का शक नहीं हुआ कि यह डॉक्‍टर लोगों का इलाज करने के बजाय मौत का सामान इकट्ठा कर रहा है।

दम घोंट रही देश की राजधानी दिल्ली की हवा, AQI 400 के करीब, सांस लेना हुआ मुश्किल

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राजधानी दिल्ली की हवा लगातार जहरीली बनी हुई है। दिल्ली-एनसीआर में सांस लेना मुश्किल होता जा रहा है। सोमवार की सुबह शहर के कई इलाकों में घना स्मॉग छाया रहा। जिससे वायु गुणवत्ता 'बहुत खराब' श्रेणी में पहुंच गई है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार, सोमवार सुबह 7 बजे दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 372 दर्ज हुआ, जो ‘गंभीर’ श्रेणी में आता है। इसका मतलब है कि यह हवा लोगों के स्वास्थ्य के लिए बहुत हानिकारक है।

क्या है दिल्ली और आस-पास के इलाकों का हाल?

दिल्ली के ज्यादातर इलाकों में एक्यूआई 300 से 400 के बीच दर्ज किया गया, जो बहुत खराब से गंभीर प्रदूषण की स्थिति को दिखाता है। आसपास के शहरों में भी स्थिति बेहतर नहीं रही। फरीदाबाद में यह 312, गाजियाबाद में 318, ग्रेटर नोएडा में 325, गुरुग्राम में 328 और नोएडा में 310 रहा, जो सभी 'बेहद खराब' से लेकर 'गंभीर' श्रेणी में आते हैं। सोमवार सुबह-सुबह दिल्ली के कई इलाकों में एयर क्वालिटी कैसी रही ये इन 5 वीडियो को देखकर समझ सकते हैं।

रविवार को कई इलाकों में 400 पार एक्यूआई

इससे पहले रविवार सुबह दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स इस सीजन के अपने सबसे खराब स्तर पर पहुंच गया। जो कई इलाकों में 400 पार रहा, ये सबसे खराब लेवल माना जाता है। धूप खुलने के बाद इसमें मामूली सुधार हुआ था, एक्यूआई 391 रिकॉर्ड किया गया। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के अनुसार रविवार शाम 4 बजे एक्यूआई 370 पर था, जिससे शहर रेड जोन में आ गया। दिल्ली पंजाबी बाग में सबसे अधिक 425, बवाना में 410, जहांगीरपुरी में 401 और नेहरू नगर और वजीरपुर में 400 एक्यूआई रिकॉर्ड किया गया। वहीं, एनसीआर के इलाकों में नोएडा में सबसे ज्यादा 354 एक्यूआई दर्ज किया गया। गाजियाबाद में 345 और ग्रेटर नोएडा में 340 एक्यूआई रहा।

बढ़ते एयर पॉल्यूशन के खिलाफ प्रदर्शन

इधर, दिल्ली में बढ़ते एयर पॉल्यूशन के खिलाफ रविवार को इंडिया गेट पर लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया। शाम होते-होते पुलिस ने लोगों को इंडिया गेट से हटाया। इस दौरान कई लोगों को डिटेन किया गया। विरोध करने वालों में मौजूद पर्यावरण कार्यकर्ता भवरीन कंधारी ने कहा कि बच्चों की सेहत तेजी से बिगड़ रही है। हर तीसरे बच्चे के फेफड़े प्रदूषण से प्रभावित हैं। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि सरकारें एक-दूसरे पर आरोप लगाने में लगी हैं, जबकि लोगों को स्वच्छ हवा का बुनियादी अधिकार भी नहीं मिल रहा। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि सरकार के पास प्रदूषण से निपटने के लिए न कोई प्लानिंग और न ही पॉलिसी है। सरकार प्रदूषण का डेटा भी छिपा रही है।

स्पाइसजेट फ्लाइट के इंजन में आई खराबी, अटकी 170 लोगों की सांस, कोलकाता में इमरजेंसी लैंडिंग

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मुंबई से कोलकाता आ रही स्पाइसजेट की फ्लाइट SG670 को उस समय आपात स्थिति (इमरजेंसी) में लैंड कराना पड़ा जब विमान के एक इंजन में खराबी आ गई। 170 से ज़्यादा यात्रियों को ले जा रही फ्लाइट देर रात लगभग 11:38 बजे नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सुरक्षित उतरी गई।

एयरपोर्ट के अधिकारियों के अनुसार, मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज इंटरनेशनल एयरपोर्ट से रवाना हुआ स्पाइस जेट का विमान कोलकाता पहुंच रहा था, तभी पायलट ने विमान के एक इंजन में खराबी की सूचना दी, डिसके बाद विमान की इमरजेंसी लैंडिंग कराई गई। विमान में सवार सभी यात्री सुरक्षित हैं।

उड़ान सुरक्षित रूप से उतर गई और 23.38 बजे पूरी तरह से आपातकालीन स्थिति हटा ली गई। जानकारी के मुताबिक समस्या का पता चलते ही, पायलट ने तुरंत कोलकाता एयरपोर्ट के अधिकारियों को सूचित किया। एयरपोर्ट के अधिकारियों ने बताया कि दमकल गाड़ियों, एम्बुलेंस और चिकित्सा कर्मियों वाली एयरपोर्ट की आपातकालीन प्रतिक्रिया टीम को तुरंत तैनात कर दिया गया और किसी भी आपात स्थिति के लिए तैयार रखा गया था।