सिद्धेश्वर पाण्डेय
व्यूरो चीफ
आजमगढ़ । जिले के रौनापार थाना क्षेत्र के जोकहरा पुल के पास शुक्रवार सुबह एसटीएफ, स्वाट टीम और सिधारी पुलिस की संयुक्त टीम ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए 50 हजार रुपये का इनामी बदमाश वाकिफ उर्फ वाकिब पुत्र कलाम उर्फ सलाम को मुठभेड़ में मार गिराया। जिसमे वाकिफ़ के 3 साथी मौका पाकर फरार हो गए । वाकिफ मूल रूप से फूलपुर थाना क्षेत्र के नियाउज का रहने वाला था और पिछले कई वर्षों से पुलिस के लिए सिरदर्द बना हुआ था।
पुलिस के अनुसार वाकिफ ने 2015 में पशु तस्करी के पहले मुकदमे के साथ अपराध की दुनिया में कदम रखा था। इसके बाद उसने अपना गिरोह गठित कर लिया था , जिसमें अरशद, राकेश उर्फ राका, जावेद, मेराज, सुरेंद्र यादव, शहजादे उर्फ छेदी, मोहम्मद आकिल, हसीम उर्फ शेरू और शकील उर्फ भीमा जैसे खतरनाक अपराधी शामिल थे। यह गिरोह नेपाल बॉर्डर के रास्ते गोवंश की अवैध तस्करी में सक्रिय था।
2020 में गोरखपुर पुलिस ने उसे गैंगस्टर एक्ट में पहली बार पाबंद किया था। अब तक वाकिफ के खिलाफ कुल 67 आपराधिक मुकदमे दर्ज हो चुके है। दो वर्ष पूर्व 2023 में गोरखपुर के एक गो-तस्करी कांड में नाम आने के बाद उस पर 50 हजार का इनाम घोषित किया गया था।
वाकिफ बेहद चालाक अपराधी था। वह मोबाइल फोन का इस्तेमाल कभी नहीं करता था और गुप्त तरीके से गिरोह चलाता था, ताकि उसकी लोकेशन ट्रेस न हो सके। शुक्रवार सुबह मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने घेराबंदी की तो वाकिफ ने फायरिंग शुरू कर दी, जिसके जवाब में पुलिस ने भी गोली चलाई और वह मुठभेड़ में मारा गया। जिसमे उसके साथी मौके का फायदा उठाकर फरार हो गए । पुलिस ने मौके से हथियार और अन्य सामान बरामद किया है। इस सफल ऑपरेशन से क्षेत्र में गो-तस्करी के नेटवर्क को बड़ा झटका लगा है।
इसके व्यवहार से तंग आकर इसके माता और पिता अपना पैतृक गांव नियाउज छोड़कर छाऊ में रहते हैं । इसकी शादी हो गयी थी । अपना परिवार लेकर अंयत्र रहता था । वाकिफ के शव को उसके पैतृक गांव नियाउज के कब्रिस्तान में सुपुर्दे खाक किया जाएगा ।
1 hour and 18 min ago
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