*अघोरपीठ बाबा सत्यनाथ मठ पीठाधीश्वर अवधूत उग्र चण्डेश्वर कपाली बाबा का हुआ आगमन,मीडिया से हुए रूबरू*
सुल्तानपुर,कादीपुर क्षेत्र के अघोरपीठ बाबा सत्यनाथ मठ अल्देमऊ नूरपुर परिसर में पीठाधीश्वर अवधूत उग्र चण्डेश्वर कपाली बाबा ने प्रेस क्लब सुलतानपुर में आयोजित प्रेस वार्ता में कहा कि आगामी 4,5,6 नवम्बर को तीन दिवसीय बाबा सत्यनाथ महोत्सव अघोर पीठ बाबा सत्यनाथ मठ अल्देमऊ नूरपुर में आयोजित किया जा रहा है।
अवधूत कपाली बाबा ने बताया कि कार्तिक पूर्णिमा देव दीपावली के पावन पर्व पर अघोरपीठ बाबा सत्यनाथ मठ पर विगत वर्षों की भांति इस वर्ष भी तीन दिवसीय बाबा सत्यनाथ महोत्सव आयोजित किया जा रहा है। दिनांक 4 नवम्बर को बाबा सत्यनाथ की विशाल शोभायात्रा शाहगंज रोड रानीपुर कायस्थ गांव स्थित महाकाल शनिदेव अवसान माता मंदिर से प्रारंभ होकर कादीपुर नगर भ्रमण करते हुए बाबा सत्यनाथ मठ परिसर में पहुंच कर बाबा सत्यनाथ, भगवान दत्तात्रेय, माता हिंगलाज, श्मसान काली सहित अन्य देवी देवताओं की पूजा अर्चना कर महोत्सव का शुभारंभ किया जायेगा, उसके उपरांत लोककलाकार विदिशा मध्यप्रदेश से नीलम सिंह एवं निर्गुण सम्राट मदन राय द्वारा सांयकाल 7 बजे से लोककला की प्रस्तुति।
इस तीन दिवसीय महोत्सव में दिनांक 5 नवम्बर को बाबा सत्यनाथ श्रृंगार पूजन एवं उत्तर प्रदेश की संत परम्परा का राष्ट्रीय योगदान विषयक राष्ट्रीय संगोष्ठी दस बजे से 12.30 तक, अपराह्न 1 बजे से 3 बजे तक लोककलाकारों की प्रस्तुति 3 बजे से 5 बजे तक दलित चेतना के धार्मिक प्रतिनिधि काकभुशुण्डि विषय पर संतों द्वारा उद्बोधन,सांयकाल 5 बजे से मठ परिसर एवं आदि गंगा गोमती तट पर एक लाख दीपों का दीपोत्सव,रात्रि 7 बजे से प्रख्यात लोक गायक राजन तिवारी,श्रद्धा पाण्डेय की सांस्कृतिक प्रस्तुति और 6 नवम्बर को बाबा सत्यनाथ श्रृंगार पूजन अर्चन उपरांत 10 बजे से 12.30 तक नाथपंथ/अघोर परम्परा में राष्ट्रीय एकता के सूत्र विषयक राष्ट्रीय संगोष्ठी,1 बजे से 3 बजे तक शिव विवाह का अन्तर्निहित सामाजिक सन्देश विषय पर संतों द्वारा उद्बोधन , सांयकाल 6 बजे बाबा सत्यनाथ की महाआरती, सम्मान समारोह, समापन सत्र, सायंकाल 7 बजे से प्रख्यात भजन गायक पुनीत कृष्ण जेटली पागल बाबा एवं अन्य कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया जायेगा।
समाज एवं लोक जीवन में विलुप्त हो रही सांझी संस्कृति लोक कला,लोकगायन, लोकनृत्य का महोत्सव के माध्यम पुनर्जागरण एवं इस अवसर पर संतों गुरुओं के द्वारा शैव संप्रदाय,शैव दर्शन पर मार्गदर्शन मिले सभी को प्राप्त हो महोत्सव का यही पवित्र लक्ष्य है। कार्यक्रम में विशेष उत्सव दिनांक 5 नवम्बर को मेला एवं सांयकाल देव दीपावली पर मठ एवं आदि गंगा गोमती तट पर एक लाख दीपों के साथ दीपोत्सव है।
कार्यक्रम में विशाल भण्डारे के साथ साथ स्वरांजली के माध्यम से भजन संध्या में प्रख्यात गायक कलाकारों एवं स्थानीय कलाकारों द्वारा भजन की प्रस्तुति कार्यक्रम का आकार्षण रहेगी। अवधूत कपाली बाबा ने कहा कि तीन दिवसीय महोत्सव को सफल बनाने के लिए आप सबको अपने अपने स्तर से व्यवस्था को सुदृढ़ और भव्य बनाना है।
10 hours ago
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